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Dainik Bhaskar महबूबा बोलीं- PDP के बिना जम्मू-कश्मीर में कोई सरकार नहीं:धर्मनिरपेक्ष होगी अगली गर्वमेंट; पहले फेज में PDP नंबर एक पार्टी के तौर पर उभरी
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में अगली सरकार धर्मनिरपेक्ष होगी। हमारी पार्टी के समर्थन के बिना यहां कोई सरकार नहीं बनेगी। पहले फेज के चुनाव में PDP नंबर एक पार्टी के तौर पर उभरी है। महबूबा मंगलवार को जम्मू की बाहु विधानसभा सीट से पार्टी प्रत्याशी वरिंदर सिंह के लिए वोट मांगे। उन्होंने कहा कि जब नेशनल कॉन्फ्रेंस ने पाकिस्तान में शामिल होने की बात की थी, तो मुफ्ती मोहम्मद सईद ही थे जिन्होंने कश्मीर में भारतीय झंडे को ऊंचा किया था। मुफ्ती मोहम्मद सईद साहब ने जम्मू-कश्मीर में तीन साल से अधिक समय तक सरकार चलाई। उस दौर को स्वर्णिम काल कहा जाता है। उन्होंने ही 1960 के दशक से कश्मीर में भारत का झंडा ऊंचा किया है। महबूबा ने कहा कि चुनाव जम्मू-कश्मीर के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हैं और उन्होंने लोगों से सावधानी से मतदान करने की बात कही। बीजेपी केवल हमारा विरोध करती है पीएम मोदी के गांधी, अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवारों को राष्ट्र-विरोधी और आतंकवाद के उदय के लिए जिम्मेदार ठहराने वाले बयान की महबूबा ने आलोचना की। उन्होंने कहा- भाजपा के बड़े नेता यहां आते हैं। प्रधानमंत्री आते हैं, गृह मंत्री आते हैं, लेकिन वे केवल हमारा विरोध करते हैं। उनके पास लोगों को देने के लिए कुछ नहीं है। वे किसका विरोध कर रहे हैं? मुफ्ती मोहम्मद सईद की पार्टी ने 1960 के दशक से कश्मीर में भारत का झंडा ऊंचा किया है। राम माधव ने दो महीने तक हमारे दरवाजे खटखटाए महबूबा ने कहा- जब नेशनल कॉन्फ्रेंस ने आजादी के लिए अभियान चलाया और पाकिस्तान जाने की बात की, तो मुफ्ती साहब ने ही कश्मीर में भारतीय झंडा थामा और फहराया। और अब वे (भाजपा नेता) उनकी पार्टी को राष्ट्र-विरोधी कहते हैं। क्या वे भूल गए हैं कि राम माधव ने दो महीने तक हमारे दरवाजे खटखटाए, हमारे साथ सरकार बनाने के लिए कहा और कहा कि हम कोई भी शर्त रख सकते हैं। हमने उन शर्तों पर सरकार बनाई। महबूबा की स्पीच की 7 बातें... जम्मू-कश्मीर में विकल्प खत्म हो गया था महबूबा ने कांग्रेस-एनसी गठबंधन पर कहा- जब 1987 में कांग्रेस ने समझौता किया था, तब डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने राजीव गांधी की पार्टी को अपनी जेब में डाल लिया था। आज भी यह पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस की जेब में है और इससे बाहर नहीं आई है। आतंकवाद के बढ़ने के लिए NC जिम्
Dainik Bhaskar पंजाब में बवाल के बाद लॉ यूनिवर्सिटी बंद:छात्राओं का प्रदर्शन, बोलीं-VC अचानक चेकिंग करने घुसे, छोटे कपड़ों का कमेंट किया, इस्तीफे पर अड़ीं
पंजाब में पटियाला स्थित राजीव गांधी नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (RGNUL) के वाइस चांसलर (VC) के गर्ल्स हॉस्टल की चेकिंग को लेकर बवाल मच गया है। छात्राओं का कहना है कि वाइस चांसलर ने अचानक उनके कमरों में आकर कपड़ों पर कमेंट किए हैं। उन्हें कहा गया कि छोटे कपड़े क्यों पहनती हो। यही नहीं, गर्ल्स हॉस्टल में छात्राओं के माता-पिता को आने की भी परमिशन नहीं है तो फिर VC क्यों आए?। इसके बाद रविवार दोपहर छात्राएं भड़क उठीं। उन्होंने वाइस चांसलर के इस्तीफे की मांग करते हुए प्रदर्शन कर दिया। उनका धरना ढ़ाई दिन से चल रहा है। जिसके बाद माहौल बिगड़ते देख यूनिवर्सिटी प्रशासन ने यूनिवर्सिटी को बंद कर दिया। हालांकि छात्राओं ने घर जाने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि मामले को निपटाने की कोशिश की जा रही है। जब तक वाइस चांसलर इस्तीफा नहीं देते, वह धरना खत्म नहीं करेंगे। छात्राएं अब यूनिवर्सिटी के गेट के सामने टेंट लगाकर धरने पर बैठ गई हैं। सिलसिलेवार ढंग से जानिए पूरा मामला अचानक VC रेजिडेंस के सामने प्रदर्शन करने लगी छात्राएं रविवार (22 सितंबर) दोपहर करीब साढ़े 3 बजे लॉ यूनिवर्सिटी की छात्राओं ने अचानक वीसी रेजिडेंस के सामने प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनका आरोप था कि वाइस चांसलर अचानक गर्ल्स हॉस्टल की चेकिंग करते हैं। वह जिन कपड़ों में होती हैं, उन पर कमेंट्स करते हैं। यह उनकी प्राइवेसी के अधिकार का उल्लंघन है। छात्राएं यहां 'नॉट यूअर डॉटर' के पोस्टर लेकर पहुंची थीं। यह धरना पूरी रात चलता रहा। वीसी ने उस वक्त मीडिया से बात नहीं की लेकिन यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार प्रोफेसर आनंद पंवार ने छात्राओं के आरोपों को नकार दिया। उन्होंने कहा कि अगर उनकी कोई दिक्कत है तो यूनिवर्सिटी प्रशासन को बताना चाहिए। पुलिस थाना बख्शीवाला के इंचार्ज इंस्पेक्टर जसविंदर सिंह का कहना था कि उन्हें कोई शिकायत नहीं मिली, इसलिए जांच शुरू नहीं की गई। रात भर रहा धरना, यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कमेटी बनाई सोमवार तक छात्राओं के साथ दूसरे स्टूडेंट्स भी जुड़ गए और वे पूरी रात धरने पर बैठे रहे। उन्होंने यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन के सामने पक्का मोर्चा लगा दिया। हालात बिगड़ते देख यूनिवर्सिटी प्रशासन ने 9 मेंबरी कमेटी गठित कर दी। कमेटी ने सोमवार दोपहर पौने 3 बजे छात्राओं को एडमिन ब्लॉक में आकर बयान दर्ज कराने को कहा। स्टूडेंट्स ने बयान देने से
Dainik Bhaskar दिल्ली में किराएदार के बाथरूम-बेडरूम में लगाए कैमरे:वॉट्सऐप की गड़बड़ी से पकड़ा गया, आरोपी मकान मालिक का बेटा
दिल्ली के शकरपुर इलाके में 30 साल के युवक को महिला किराएदार की जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। युवक ने युवती के बाथरूम और बेडरूम में स्पाई कैमरे लगाए थे। पुलिस के मुताबिक, युवती उत्तर प्रदेश की है और दिल्ली में अकेली रहकर सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी कर रही है। आरोपी करण मकान मालिक का लड़का है, जो उसी बिल्डिंग की दूसरे फ्लोर पर रहता है। पुलिस के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों से पीड़ित को अपने वॉट्सऐप पर संदिग्ध गतिविधियां नजर आ रही थीं। उसने एक्सपर्ट से पता किया तो वॉट्सऐप अकाउंट किसी और के द्वारा लॉगिन करने का पता चला। पीड़ित ने अपना वॉट्सऐप लॉग आउट किया। शक होने पर अपने फ्लैट की तलाशी ली तो उसे अपने बाथरूम के बल्ब होल्डर में स्पाई कैमरा दिखा। पीड़िता ने फौरन PCR को फोन कर घटना की जानकारी दी। बल्ब के होल्डर में कैमरे मिले पुलिस अधिकारी अपूर्व गुप्ता के मुताबिक, शिकायत मिलने के बाद युवती के कमरे पर एक पुलिस अधिकारी को भेजा गया। बाथरूम के अलावा बेडरूम की तलाशी ली गई तो बल्ब होल्डर के अंदर स्पाई कैमरा मिला। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि जब भी वह अपने घर जाया करती थी तो मकान मालिक के बेटे करण को अपने फ्लोर की चाबी दे दिया करती थी। 3 महीने पहले लगाए थे कैमरे पुलिस के मुताबिक, आरोपी करण ने पूछताछ में बताया कि करीब 3 महीना पहले उसने बल्ब होल्डर में स्पाई कैमरा लगाया था। दोनों स्पाई कैमरे में एक मेमोरी कार्ड लगा हुआ था, जिससे निकाल कर ही डाटा ट्रांसफर किया जा सकता था। इसलिए करण पिछले कुछ समय से लगातार पीड़िता से घर के पंखे या दूसरा इलेक्ट्रॉनिक एप्लायंस को ठीक करवाने के बहाने घर की चाबी मांगा करता था। पूछताछ में करण ने बताया कि उसने बल्ब होल्डर में लगाने के लिए तीन कैमरे खरीदे थे जिनमें से उसने दो स्पाई कैमरे ही लगाए थे। पुलिस ने आरोपी के पास से एक स्पाई कैमरा और घर में लगे दोनों स्पाई कैमरे बरामद कर लिए हैं। आरोपी का लैपटॉप सीज किया है, जिसमें स्पाई कैमरे में रिकॉर्ड वीडियो को ट्रांसफर करता था।
Dainik Bhaskar हरियाणा चुनाव के बीच कंगना ने BJP की टेंशन बढ़ाई:बोलीं- 3 कृषि कानून दोबारा लागू होने चाहिए, ये कंट्रोवर्शियल हो सकता है
हरियाणा में विधानसभा चुनाव के बीच बॉलीवुड एक्ट्रेस व हिमाचल से सांसद कंगना रनोट में BJP की टेंशन बढ़ा दी है। उन्होंने 3 कृषि कानूनों को दोबारा लागू करने की मांग की है। कंगना ने कहा कि कानून वापस लाने चाहिए। ये कंट्रोवर्शियल हो सकता है। ये वही कानून हैं, जिन्हें केंद्र सरकार को 14 महीने के बाद किसान आंदोलन के चलते वापस लेना पड़ा था। इस बयान के बाद विपक्ष ने उनकी घेराबंदी शुरू कर दी है। पंजाब से अकाली दल के प्रवक्ता अर्शदीप सिंह कलेर का कहना है कि भाजपा को कंगना को पार्टी से निकालना चाहिए। कंगना पर नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (NSA) लगाया जाना चाहिए। वहीं भाजपा के सीनियर नेता हरजीत ग्रेवाल ने कहा कि कंगना पंजाब, किसान और सिखों के बारे में बोलना बंद कर दें। उन्होंने कहा कि इस मामले को वह हाईकमान के सामने रखेंगे। हरियाणा कांग्रेस ने सोशल मीडिया (X) पर पोस्ट डालकर लिखा- देश के 750 से ज्यादा किसान शहीद हुए, तब जाकर मोदी सरकार की नींद टूटी और ये काले कानून वापस हुए। हरियाणा के किसान ध्यान से समझ लें अब BJP फिर से इन कानून की वापसी का प्लान बना रही है। कांग्रेस किसानों के साथ है, इन काले कानून की वापसी अब कभी नहीं होगी, चाहे नरेंद्र मोदी और उनके सांसद जितना जोर लगा लें। हरियाणा कांग्रेस की पोस्ट... कृषि कानूनों पर कंगना का बयान बीते कल (23 सितंबर) सामने आया था। वह मंडी जिले के ख्योड़ में जिला स्तरीय नलवाड़ मेले के समापन समारोह में पहुंची थीं। यहां उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में 3 कृषि कानूनों पर बयान दिया। अब पढ़िए कंगना ने कहीं 2 अहम बातें... 1. किसानों के हितकारी लॉ वापस आने चाहिए कंगना ने कहा कि किसानों के जो लॉ हैं, जो रोक दिए गए, वे वापस लाने चाहिए। ये कंट्रोवर्शियल हो सकता है। किसानों के हितकारी लॉ वापस आने चाहिए। किसानों को खुद इसकी डिमांड करनी चाहिए। हमारे किसान की समृद्धि में ब्रेक न लगे। 2. हमारे किसान पिलर ऑफ स्ट्रेंथ ब्यूरोक्रेसी, हमारे लीडर, हर तीन-तीन महीनों में इलेक्शन करवाते हैं। वन नेशन, वन इलेक्शन देश के विकास में जरूरी हैं। ऐसे ही हमारे किसान पिलर ऑफ स्ट्रेंथ हैं। वे खुद अपील करें कि हमारे थ्री लॉ को लागू किया जाए। जो हमारे कुछ राज्यों ने थ्री लॉ को लेकर आपत्ति जताई थी, को हाथ जोड़ विनती करती हूं कि लॉ को वापस लाएं। किसानों को लेकर 2 बार विवादित बय
Dainik Bhaskar सुप्रीम कोर्ट बोला- सेक्स एजुकेशन वेस्टर्न कांसेप्ट नहीं:भारत में इसकी शिक्षा बेहद जरूरी, इससे यूथ में अनैतिकता नहीं बढ़ती
सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसले में कहा कि सेक्स एजुकेशन को वेस्टर्न कांसेप्ट मानना गलत है। इससे यूथ में अनैतिकता नहीं बढ़ती है। इसलिए भारत में इसकी शिक्षा बेहद जरूरी है। कोर्ट ने कहा लोगों का मानना है कि सेक्स एजुकेशन भारतीय मूल्यों के खिलाफ है। इसी वजह से कई राज्यों में यौन शिक्षा को बैन कर दिया गया है। इसी विरोध की वजह से युवाओं को सटीक जानकारी नहीं मिलती। फिर वे इंटरनेट का सहारा लेते हैं, जहां अक्सर भ्रामक जानकारी मिलती है। CJI डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच ने मद्रास हाईकोर्ट के एक फैसले को खारिज करते हुए यह टिप्पणी की। कोर्ट ने सोमवार को कहा कि चाइल्ड पोर्नोग्राफी डाउनलोड करना और देखना POCSO और IT एक्ट के तहत अपराध है। दरअसल, मद्रास हाईकोर्ट ने कहा था कि अगर कोई ऐसा कंटेंट डाउनलोड करता और देखता है, तो यह अपराध नहीं, जब तक कि नीयत इसे प्रसारित करने की न हो। सुप्रीम कोर्ट के 4 बड़े स्टेटमेंट … जस्टिस जेबी पारदीवाला ने कहा- चाइल्ड पोर्नोग्राफी की जगह 'चाइल्ड सेक्शुअल एक्सप्लॉएटेटिव एंड एब्यूसिव मटेरियल' शब्द का इस्तेमाल किया जाए। केंद्र सरकार अध्यादेश लाकर बदलाव करे। अदालतें भी इस शब्द का इस्तेमाल न करें। केरल हाईकोर्ट ने भी मद्रास HC जैसा फैसला सुनाया था केरल हाईकोर्ट ने 13 सितंबर 2023 को कहा था कि अगर कोई व्यक्ति अश्लील फोटो या वीडियो देख रहा है तो यह अपराध नहीं है, लेकिन अगर दूसरे को दिखा रहा है तो यह गैरकानूनी होगा। इसी फैसले के आधार पर मद्रास हाईकोर्ट ने 11 जनवरी को एक आरोपी को दोषमुक्त कर दिया था। हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ SC पहुंचा था NGO मद्रास हाईकोर्ट के फैसले के बाद NGO जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रन अलायंस और नई दिल्ली के NGO बचपन बचाओ आंदोलन ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी। सुप्रीम कोर्ट ने 12 अगस्त को फैसला सुरक्षित रख लिया था। जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रन अलायंस ने कहा था कि हाईकोर्ट का आदेश चाइल्ड पोर्नोग्राफी को बढ़ावा दे सकता है। फैसले से ऐसा लगेगा कि ऐसा कंटेंट डाउनलोड करने और रखने वाले लोगों पर मुकदमा नहीं चलाया जाएगा। हाईकोर्ट के फैसले 1. केरल हाईकोर्ट- पोर्नोग्राफी सदियों से प्रचलित, यह निजी पसंद केरल हाईकोर्ट के जस्टिस पीवी कुन्हीकृष्णन की बेंच ने यह फैसला दिया था। जस्टिस कुन्हीकृष्णन ने कहा था, पोर्नोग्राफी सदियों
Dainik Bhaskar लॉरेंस इंटरव्यू मामले में 4 अफसरों को शोकॉज नोटिस:पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में पंजाब सरकार का जवाब, सुनवाई जारी
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के पुलिस कस्टडी में हुए इंटरव्यू मामले की पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही है। सुनवाई के दौरान पंजाब सरकार ने अदालत को बताया है कि इस मामले में आरोपी अफसरों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। उस समय के एसएसपी, एसपी, डीएसपी और तत्कालीन सीआईए इंचार्ज को शोकॉज नोटिस जारी किया गया है। यह बात पहले ही साफ हो चुकी है कि पहला इंटरव्यू सीआईए खरड़ और दूसरा इंटरव्यू राजस्थान में हुआ है। सीआईए इंचार्ज को एक्सटेंशन कैसे दी हाईकोर्ट ने सुनवाई के दौरान पूछा कि जिन अफसरों को शोकॉज नोटिस जारी किया है। वह इस समय कहां पर तैनात है। केवल शोकॉज नोटिस ही जारी किया है। इस पर सरकार ने कहा कि कार्रवाई शुरू हो गई है। अदालत ने कहा कि उनकी तरफ से जो जानकारी दी गई है, उसे एफेडेविट रूप में दिया जाए। वहीं, अदालत ने खरड़ सीआईए के इंचार्ज शिव कुमार के बारे में विशेष तौर पूछा कि वह कहां पर तैनात है। सरकारी वकील ने कहा कि वह रिटायर हो चुके हैं। हालांकि उन्हें एक्सटेंशन दी गई है। अदालत ने पूछा कि किस आधार पर दी गई है, इस बारे में विस्तार बताया जाए।
Dainik Bhaskar मुंबई में AIMIM समर्थकों पर पुलिस ने लाठी बरसाई:हजारों लोगों ने मुंबई में घुसने की कोशिश की, संत रामगिरी-नीतेश राणे के बयान से नाराज
मुंबई में ओवैसी की पार्टी AIMIM समर्थकों पर सोमवार को पुलिस ने जमकर लाठी बरसाई। दरअसल, भाजपा विधायक नितेश राणे और संत रामगिरी महाराज ने मुस्लिमों को लेकर टिप्पणी की थी। इसके खिलाफ AIMIM ने छत्रपति संभाजी नगर से तिरंगा रैली निकाली। इसमें हजारों लोग शामिल हुए। रैली में शामिल लोग मुंबई जाकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मिलना चाहते थे। वे CM से भाजपा विधायक नितेश राणे और संत रामगिरी महाराज के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। रैली का नेतृत्व AIMIM के पूर्व सांसद इम्तियाज जलील और वारिश पठान कर रहे थे। प्रदर्शन के दौरान ठाणे के आनंद नगर जकात नाके के पास AIMIM कार्यकर्ताओं की पुलिस से बहस हुई। फिर पुलिस ने उनपर लाठियां बरसाईं। रैली के दौरान मुंबई के कई इलाकों में जाम लग गया। पुलिस ने रैली को ठाणे से वापस कर दिया। AIMIM नेता बोले- भाजपा दंगे कराना चाहती AIMIM नेता वारिस पठान ने नितेश राणे का वीडियो शेयर कर आरोप लगाया कि बीजेपी चुनाव से पहले सांप्रदायिक हिंसा कराना चाहती है। नितेश राणे का भाषण भड़काऊ है। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। नितेश राणे ने कहा- इतने तो हम नाश्ते में खा जाते हैं AIMIM की रैली में शामिल भीड़ की तुलना भाजपा विधायक नितेश राणे ने पोहे से की है। नितेश ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में भीड़ की तस्वीर और पोहे की तस्वीर के साथ लिखा- 'इतना तो हम नाश्ते में खा जाते हैं।' नितेश राणे के विवादित बयान 19 सितंबर: नितेश ने सांगली में कहा था कि 24 घंटे के लिए पुलिस को छुट्टी पर भेज दो फिर हिंदू अपनी ताकत दिखा देंगे। 1 सितंबर: उन्होंने अहमदनगर में कहा- 'रामगिरी महाराज के खिलाफ किसी ने कुछ भी किया तो मस्जिदों के अंदर जाकर चुन-चुनकर मारेंगे।' अप्रैल 2024: लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा नेताओं की बैठक में नितेश राणे ने कहा था कि 4 जून को रिजल्ट उनके हिसाब से नहीं आएं तो सरपंच पैसा मांगने न आएं। उन्हें अभी जितने वोट मिले हैं, नितेश राणे को उससे ज्यादा वोट चाहिए। जून 2023: नितेश राणे ने कहा था अगर कोई ओवैसी की जुबान काटकर लाएगा, तो उसे इनाम दूंगा। उनका यह बयान AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी के लोकसभा की सदस्यता लेते समय जय फिलिस्तीन का नारा लगाने के बाद आया था। मई 2023: नितेश राणे ने संजय राउत को सांप कहा था। साथ ही दावा किया कि संजय राउत राजनीतिक रूप से उ
Dainik Bhaskar CA डेथ केस- लेबर डिपॉर्टमेंट EY ऑफिस पहुंचा:कंपनी से पूछताछ की, जवाब के लिए 7 दिन का समय दिया; केंद्र को रिपोर्ट भेजी जाएगी
महाराष्ट्र के श्रम अधिकारियों ने 26 साल की CA एना सेबेस्टियन की मौत मामले की जांच के लिए ने EY के पुणे ऑफिस पहुंचे। उन्होंने कंपनी से कुछ सवाल किए। इसके जवाब देने के लिए 7 दिन का समय दिया। स्टेट लेबर कमिश्नर शैलेंद्र पोल ने कहा कि वे CA की मौत मामले में एक रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं, जिसे लेबर कमिशन को सौंपा जाएगा। इसके बाद उसे केंद्र में भेजा जाएगा। दरअसल, एना की 20 जुलाई को कार्डियक अरेस्ट से मौत हुई थी। रिपोर्ट के मुताबिक, उसे वर्कलोड के चलते कार्डियक अरेस्ट आया था। मौत से कुछ दिन पहले जब माता-पिता उससे मिलने पुणे आए तो उसने सीने में दर्द की शिकायत की। डॉक्टर को दिखाने पर पता चला था कि ऑफिस वर्कलोड के चलते एना परेशान थी। सीतारमण बोलीं- CA मेंआत्मशक्ति की कमी थी CA एना की मौत पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 22 सितंबर को बयान दिया। उन्होंने कहा कि एक महिला CA काम के दबाव को सहन नहीं कर पाई। दबाव झेलने की ताकत ईश्वर से आती है, इसलिए ईश्वर की शरण में जाएं। इस पर शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि CA की पढ़ाई के दौरान ऐना के अंदर दबाव झेलने की शक्ति आ गई थी, लेकिन टॉक्सिक वर्क कल्चर और लंबे समय तक काम करने की वजह से उसकी जान गई। आप विक्टिम शेमिंग बंद करें और थोड़ा संवेदनशील बनें। अगर आप कोशिश करेंगी तो भगवान आपकी मदद करेंगे। निर्मला सीतारमण का पूरा बयान पढ़ें... मैं पिछले दो दिन से खबरों में चल रहे एक मुद्दे पर चर्चा कर रही हूं। हमारे बच्चे कॉलेज और यूनिवर्सिटीज में पढ़ाई करने जाते हैं और अच्छे नतीजे लेकर निकलते हैं। एक कंपनी है, मैं उसका नाम नहीं लूंगी, लेकिन वह इस मामले में शामिल है। CA की अच्छी पढ़ाई करके आई एक महिला इस कंपनी में काम के दबाव को सहन नहीं कर पाई। इसके चलते उसने आत्महत्या कर ली। ऐसे में परिवारों को अपने बच्चों को सिखाना चाहिए कि उन्हें पढ़ाई या नौकरी के दबाव को कैसे संभालना है। दबाव झेलने की यह क्षमता सिर्फ दैवीय कृपा के जरिए पाई जा सकती है। आप भगवान पर विश्वास करें, भगवान की शरण लें और अच्छा अनुशासन सीखें। आपकी आत्म शक्ति सिर्फ इससे बढ़ेगी। आंतरिक शक्ति तभी आएगी जब आत्म शक्ति का विकास होगा। कांग्रेस महासचिव बोले- यह बयान अमानवीय कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि वित्त मंत्री का यह बयान अन्यायपूर्ण और अमानवीय है कि एना के परिवार
Dainik Bhaskar गुरमीत राम रहीम के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंची SGPC:2007 से जुडे़ मामले मे रिवीजन पिटीशन दाखिल, 7 नवंबर को होगी सुनवाई
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की मुश्किलें बढ़ गईं हैं। उनसे जुड़े मामले में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में रिवीजन याचिका दाखिल की है। यह धार्मिक भावनाओं को भड़काने से जुड़ा मामला है। इसमें सेशन जज के आदेश को चुनौती दी गई। 7 नवंबर को इस मामले की सुनवाई होगी। ऐसे शुरू हुआ था विवाद 2007 में डेरा मुखी ने श्री गुरु गोबिंद सिंह का स्वांग रचा था। उसके बाद यह मामला श्री अकाल तख्त साहिब तक पहुंचा था। फिर अकाल तख्त ने डेरा मुखी और उनके समर्थकों के बायकाट का आदेश सुनाया था। उस समय SGPC ने धार्मिक भावनाओं को भड़काने संबंधी याचिका दायर की थी। 2015 में बठिंडा जिला अदालत ने समन (याचिका) को खारिज कर दिया था। अब अदालत में SGPC ने याचिका में कहा है कि जब समन रद्द किए थे, उस समय राम रहीम पर रेप और हत्या के दोष नहीं थे। जबकि अब डेरा मुखी अब हत्या और रेप के केस में दोषी करार दिया जा चुका है। ऐसे में सुनवाई होनी चाहिए। अदालत की तरफ से अभी तक इस मामले में किसी को नोटिस जारी नहीं किया है। अदालत द्वारा मामले अगले महीने सुनवाई होगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।
Dainik Bhaskar एमपी में ट्रक ने ऑटो को रौंदा, 7 की मौत:3 गंभीर घायल जबलपुर रेफर; नशे में धुत ट्रक ड्राइवर हादसे से अनजान
दमोह के देहात थाना क्षेत्र के समन्ना गांव के आगे बांदकपुर रोड पर ट्रक ने आगे जा रहे ऑटो को टक्कर मार दी। हादसे में मृतकों की संख्या 4 से बढ़कर 7 हो गई है। घटना में तीन लोग घायल हैं, जिन्हें गंभीर हालत में जबलपुर रेफर किया गया है। बताया जा रहा है कि ऑटो में कुल 10 लोग सवार थे। दमोह कलेक्टर सुधीर कोचर, एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी प्रशासनिक अमले के साथ मौके पर पहुंचे। ट्रक में फंसे ऑटो से शव और घायलों और को जेसीबी की मदद से बाहर निकाला गया। इस हादसे में ऑटो चालक आलोक गुप्ता समेत 7 लोगों की जान चली गई। वहीं, गायत्री पति सिद्धू, रीता बाई पति राजेश और एक बच्चा घायल हैं। ट्रक ड्राइवर नशे में, पुलिस मेडिकल के लिए लेकर गई पुलिस ने ट्रक ड्राइवर को पकड़ लिया है और उससे पूछताछ कर रही है। छतरपुर के बक्सवाहा का रहने वाला ड्राइवर नीरज सिंह लोधी (22) शराब के नशे में है। पुलिस मेडिकल जांच के लिए उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंची है। वह इतने नशे में है कि कुछ भी बोलने की हालत में नहीं है। उसे तो ये भी होश नहीं कि क्या हुआ है। हादसे की 3 तस्वीरें... खबर अपडेट की जा रही है...
Dainik Bhaskar नूंह हिंसा आरोपी कांग्रेस कैंडिडेट ने धमकाया:कहा- हरियाणा में सरकार बनते ही मेवात छोड़ना होगा; BJP बोली- कांग्रेस आई तो हिंदू पलायन करेंगे
हरियाणा के नूंह में हुए दंगों के दौरान सुर्खियों में आए कांग्रेस के निवर्तमान विधायक मामन खान अब विधानसभा चुनाव के दौरान एक और भड़काऊ बयान के चलते चर्चा में आ गए हैं। उन्हें कांग्रेस ने फिर से फिरोजपुर झिरका विधानसभा सीट से टिकट दिया है। चुनाव प्रचार के लिए विधानसभा के गांव बीवां में पहुंचे मामन खान ने चेतावनी भर लहजे में कहा है कि लोगों ने मेवात के बच्चों के साथ अन्याय किया हैं, कांग्रेस की सरकार बनते ही उन्हें मेवात छोड़ना पड़ेगा। कांग्रेस उम्मीदवार का यह बयान अब खूब वायरल हो रहा है। यहां पढ़िए, मामन खान का पूरा बयान... गांव बीवां में चुनाव प्रचार करने पहुंचे कांग्रेस उम्मीदवार मामन खान ने नूंह हिंसा का जिक्र करते हुए कहा, 'मुझे पता है कि जब यह कांड हुआ था तब काफी घरों में चूल्हे भी नहीं सुलगे थे। लेकिन, हमें हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। इसमें मेरा परिवार और आपका परिवार कोई अलग नहीं है। हम सबका परिवार एक है। हमें इस बात का दुख नहीं होना चाहिए कि मेरे घर में चूल्हा नहीं सुलगा, आपके घर में चूल्हा नहीं सुलगा, मेरे बच्चे ने रोटी नहीं खाई, आपके बच्चे ने रोटी नहीं खाई। दर्द सबको है। पता सबको है। वक्त आएगा और सरकार बनेगी, इंशाअल्लाह। जिन जालिमों ने हमारे बच्चों के साथ अन्याय किया है, मुझे एक-एक की पता है, एक-एक को जानता हूं, जिन्होंने लिस्ट दी है। किसी भी सूरत में बख्शूंगा नहीं। या तो उन्हें मेवात छोड़ना पड़ेगा, यहां नहीं रहना पड़ेगा, या बाहर जाना पड़ेगा।' हरियाणा भाजपा ने प्रतिक्रिया दी मामन खान नूंह में पिछले साल बृजमंडल यात्रा में हुई हिंसा को सबसे बड़ा मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ रहे हैं और वोट मांग रहे हैं। मामन खान के बयान पर हरियाणा भाजपा ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। X पर लिखा, 'अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो दंगे करवाएगी। गलती से भी अगर कांग्रेस की सरकार बन गई तो हिंदुओं को पलायन करना पड़ेगा।' नूंह हिंसा से पहले 2 बयान देकर फंसे मामन खान... पहला बयान : हिंसा से करीब 6 महीने पहले हरियाणा विधानसभा में राजस्थान के जुनैद–नासिर हत्याकांड पर हंगामा हुआ था। तब मामन खान ने कहा था कि अबकी बार मोनू मानेसर मेवात आया तो उसे प्याज की तरह फोड़ देंगे। फिर फरवरी 2023 में मामन खान ने हरियाणा विधानसभा में मानेसर को दोबारा मेवात आने की चुनौती दी थी। उन्होंने कहा था कि वह उसे सबक सिखाएंगे
Dainik Bhaskar ओडिशा की महिला 2KM तक रेंगकर पेंशन लेने पहुंचीं:80 साल की महिला बोलीं- चल नहीं पाती हूं, फिर भी अधिकारी ने ऑफिस बुलाया
ओडिशा के क्योंझोर में एक 80 साल की महिला को पेंशन के लिए 2 किलोमीटर तक ऑफिस रेंगकर जाना पड़ा। रायसुआं गांव में रहने वाली पथुरी देहुरी बुढ़ापे और बीमारी के कारण ठीक से चल नहीं पाती है। सीनियर सिटीजन और विकलांग लोगों को घर जाकर पेंशन देने के सरकारी आदेश है। इसके बावजूद भी उन्हें पेंशन लेने के लिए पंचायत ऑफिस जाना पड़ा। मामला 21 सितंबर का है, हालांकि इसका वीडियो मंगलवार को वायरल हुआ। टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, महिला ने बताया कि हम पेंशन के पैसे से अपना दैनिक खर्च चलाते हैं। पंचायत एक्सटेंशन ऑफिसर (PEO) ने मुझे पेंशन के पैसे लेने के लिए ऑफिस आने को कहा था। जब पेंशन बांटने के लिए कोई भी घर नहीं आया, तो मेरे पास 2 किलोमीटर तक रेंगकर पंचायत ऑफिस पहुंचने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं था। सरपंच बोले- अगले महीने से महिला को पेंशन-राशन घर पर मिलेगा रायसुआं के सरपंच बागुन चंपिया ने बताया कि पथुरी के मामले के बारे में जानकारी लगने के बाद PEO और सप्लाई असिस्टेंट को अगले महीने से उनके घर पेंशन और राशन पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं। तेलकोई की ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर गीता मुर्मू ने कहा- हमने PEO को उन लाभार्थियों को पेंशन देने का निर्देश दिया है, जो ग्राम पंचायत ऑफिस तक पहुंचने में असमर्थ हैं। 1 साल पहले 70 साल की महिला का वीडियो वायरल हुआ था ओडिशा में 2023 में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था। 17 अप्रैल 2023 को एक बुजुर्ग महिला को पेंशन लेने के लिए कड़ी धूप में पैदल बैंक तक जाना पड़ा था। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने महिला का वीडियो शेयर कर बैंक से कहा था कि बैंकवालों को इंसानियत दिखानी चाहिए। दरअसल, अप्रैल 2023 में वायरल हुए वीडियो में 70 साल की महिला सूर्या हरिजन टूटी कुर्सी के सहारे कड़ी धूप में पैदल चलते हुए दिखीं। उनका बेटा दूसरे राज्य में मजदूरी करता है। वह अपने छोटे बेटे के साथ रहती हैं, जो दूसरों के मवेशियों की देखभाल करता है। वो झोपड़ी में रहती हैं और उनके पास जमीन नहीं है। पूरी खबर पढ़ें... यह खबर भी पढ़ें... केंद्र सरकार ने नई पेंशन योजना को मंजूरी दी, अब 10 साल बाद सरकारी नौकरी छोड़ने पर हर महीने 10 हजार रुपए मिलेंगे केंद्र सरकार ने सरकारी नौकरी करने वाले लोगों के लिए नई पेंशन योजना को मंजूरी दे दी है। कैबिनेट की बैठक के बाद ये फैसला लिया गया है। नई पेंशन योजना का
Dainik Bhaskar वोटिंग से पहले हरियाणा कांग्रेस में CM कुर्सी की लड़ाई:रणदीप सुरजेवाला बोले- मैं मुख्यमंत्री बनना चाहता हूं; हुड्डा और सैलजा पहले ही दावेदार
हरियाणा कांग्रेस में पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी सैलजा के बाद रणदीप सुरजेवाला ने मुख्यमंत्री पद पर दावा ठोक दिया है। उन्होंने कहा 'मैं, कुमारी सैलजा और चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा सीएम बनना चाहते हैं। हम तीन लोगों के अलावा किसी और साथी का भी यह अधिकार है, यहां प्रजातंत्र है। उन्होंने कहा कि आखिर में यह निर्णय राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे करते हैं। जो निर्णय वह करेंगे, वह हम सबको स्वीकार होगा। उन्होंने ये बात मंगलवार को बेटे एवं कैथल में कांग्रेस प्रत्याशी आदित्य सुरजेवाला के बयान पर कही है। आदित्य ने कहा था कि उनकी इच्छा है कि पिता कांग्रेस सरकार बनने पर सीएम बनें। सैलजा को ऑफर देने पर बोले- खट्टर बचकाना बातें कर रहे इस दौरान केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के कुमारी सैलजा को ऑफर देने पर उन्होंने कहा कि इन बातों में कोई वजन नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री का मैं आदर करता हूं। वह पिता समान हैं। वह बचकाना बातें कर रहे हैं। कुमारी सैलजा कांग्रेसी थी, हैं और रहेंगी। PM खट्टर को कुरुक्षेत्र लेकर नहीं गए सुरजेवाला ने कहा कि मनोहर लाल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुरुक्षेत्र की रैली तक में लेकर नहीं गए। डर था कि कहीं उनको (मनोहर लाल) देखकर वोट टूट न जाए। वह अपनी चिंता करें कि कहीं उन्हें मंत्री पद से ना हटा दें, जिस तरह से मुख्यमंत्री कुर्सी से उठाया था। कैथल से इस बार बेटे आदित्य लड़ रहे चुनाव कैथल सीट से इस बार रणदीप सुरजेवाला के बेटे आदित्य चुनाव लड़ रहे हैं। उनका यह पहला चुनाव है। कैथल सीट से रणदीप सुरजेवाला विधायक रह चुके हैं। 2019 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। सैलजा ने दलित CM बनने की दावेदारी पेश की थी कुछ दिन पहले सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने CM कुर्सी पर दावा ठोका था। कुमारी सैलजा ने एक समाचार एजेंसी को दिए इंटरव्यू में कहा 'लोगों की व्यक्तिगत और जातीय आधार पर महत्त्वाकांक्षा होती है, मेरी भी है। मैं राज्य में काम करना चाहती हूं। देश में अनुसूचित जातियों ने कांग्रेस को बड़ा समर्थन दिया है। जब दूसरी जातियों के नेता मुख्यमंत्री बन सकते हैं तो फिर अनुसूचित जातियों से क्यों नहीं। सैलजा ने सीधे तौर पर हरियाणा में कांग्रेस सरकार बनने पर दलित सीएम की दावेदारी पेश कर दी। CM फेस को लेकर कॉन्ट्रोवर्सी जारी कांग्रेस में CM फेस को
Dainik Bhaskar बढ़ती उम्र में छोड़ दीजिए...पोस्ट पर अशोक चौधरी तलब:सीएम हाउस में नीतीश से मिले; RJD बोली- ये तो ट्रेलर, पिक्चर बाकी है
जेडीयू के भीतर सब कुछ सही नहीं चल रहा है। एक बार फिर से पार्टी का मतभेद खुलकर जमीन पर आ गया है। सीएम नीतीश के करीबी और सरकार में मंत्री अशोक चौधरी के एक्स पर किए एक पोस्ट के बाद बवाल हो गया है। इस पोस्ट में उन्होंने बिना किसी का नाम लिए एक कविता शेयर की है। इसकी पहली ही पंक्ति है कि बढ़ती उम्र में इन्हें छोड़ दीजिए। इस पोस्ट के कई मायने निकाले जा रहे हैं। अंदर खाने ये चर्चा चल रही है कि इशारों में सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा गया है। इस पोस्ट के बाद मंत्री अशोक चौधरी को मंगलवार को नीतीश कुमार ने सीएम हाउस तलब किया है।। लगभग 45 मिनट तक अशोक चौधरी सीएम हाउस के अंदर रहे। सीएम से मुलाकात के बाद उन्होंने बताया कि इस पोस्ट का पॉलिटिक्स से कोई लेना-देना नहीं है। इस घटना क्रम पर राजद ने तंज कसा है, कहा है कि ये ट्रेलर, पिक्चर अभी बाकी है। अब पढ़िए अशोक चौधरी के एक्स पर किए पोस्ट के कुछ अंश नीतीश पर कौन साध सकता है निशाना अशोक चौधरी के पोस्ट पर जदयू के ही एमएलसी और पार्टी के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि 'नीतीश कुमार पर कौन निशाना साध लेगा। नीतीश कुमार जनता के दिल में बसते हैं। 19 साल से राज्य के मुख्यमंत्री हैं। कोई एंटी इनकंबेंसी नहीं है। उन्हें ग्लोबल थिंकर कहा गया। क्लाइमेट लीडर कहा गया। नीतीश कुमार की साख पर कोई कैसे सवाल खड़ा कर सकता है। ये असंभव है। केवल जदयू की पहचान नहीं बिहार की जनता की पहचान हैं नीतीश कुमार। इनका विकास गांव-गांव में बोलता है।' अशोक चौधरी ने दी सफाई विवाद के बाद जवाब में अशोक चौधरी ने कहा कि 'सभी की अपनी-अपनी समझदारी है। कोई लिखता है, ग्लास आधा भरा हुआ है। कोई कहता है आधा खाली है। नीतीश जी को हम मानस पिता मानते हैं उन पर तंज कैसे कर सकते हैं। यह सामने वाले की सोच है। इसमें नया क्या है। कल भी नीतीश कुमार के साथ थे। आज भी हैं।' राजद ने कहा- ये ट्रेलर, पिक्चर अभी बाकी है वहीं अशोक चौधरी के पोस्ट के पर आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने तंज कसा है। आरजेडी प्रवक्ता ने कहा है कि 'जेडीयू के अंदर खेल शुरू हो गया है। विद्रोह की स्थिति हो गई है। मंत्री अशोक चौधरी के पोस्ट से जेडीयू के अंदर घमासान हो गया है। मंत्री अशोक चौधरी को सीएम हाउस तलब करना पड़ा। ये तो अभी ट्रेलर दिखा है, पूरी पिक्चर बाकी है।' अशोक चौधरी के बरबीघा
Dainik Bhaskar पंजाब सरकार को सुप्रीम कोर्ट से झटका:MBBS में NRI कोटे से दाखिले की याचिका खारिज, हाईकोर्ट का फैसला बरकरार
MBBS में NRI कोटे से दाखिलों के मामले में सुप्रीम कोर्ट से पंजाब सरकार को झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार की याचिका को ही सुनने से ही इनकार करते हुए उसे खारिज कर दिया है। शीर्ष अदालत ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश को जारी रखा है। जिसमें NRI कोटे से दाखिले में रिश्तेदारों को शामिल करने कसे मना कर दिया था। शीर्ष अदालत ने भी इसे पैसे की उगाही का तरीका बताया है। कई अन्य राज्यों में यह सिस्टम लागू सुप्रीम कोर्ट में पंजाब सरकार के वकील ने कहा कि हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश एनआरआई कोटा प्रवेश के लिए एक व्यापक परिभाषा का पालन कर रहे हैं। मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि आप कह रहे हैं कि NRI के निकटतम रिश्तेदार पर भी विचार किया जाएगा। यह क्या है? यह राज्य द्वारा सिर्फ पैसा कमाने की चाल है।" अदालत नहीं करती फैसले का समर्थन पीठ में न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला भी शामिल थे, जिन्होंने उच्च न्यायालय के आदेश का समर्थन किया। मुख्य न्यायाधीश ने कहा, "हमें अब इस एनआरआई कोटा व्यवसाय को रोकना चाहिए! यह पूरी तरह से धोखाधड़ी है। हम अपनी शिक्षा प्रणाली के साथ यही कर रहे हैं।" उन्होंने कहा, "परिणाम देखें। जिन लोगों को तीन गुना अधिक अंक मिले हैं, उन्हें प्रवेश नहीं मिलेगा।" न्यायमूर्ति पारदीवाला ने कहा कि सभी आवेदक भारत से हैं। ताई (चाची), ताऊ (चाचा), चाचा, चाची सब रिश्तेदार है। उन्होंने कहा कि न्यायालय ऐसी किसी चीज का समर्थन नहीं कर सकता जो "स्पष्ट रूप से अवैध" हो।