Dainik Bhaskar
Dainik Bhaskar मैरिटल रेप पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई:कर्नाटक और दिल्ली हाईकोर्ट इसे अपराध मान चुके, मगर कानून में इसकी सजा नहीं
पत्नी के साथ जबरन संबंध बनाने पर पति के खिलाफ केस चलना चाहिए या नहीं, इस पर मंगलवार (24 सितंबर) को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI)डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस जेबी पारदीवाला की बेंच इस पर सुनवाई करेगी। कर्नाटक हाईकोर्ट और दिल्ली हाईकोर्ट के दो फैसलों के खिलाफ मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है। इसके अलावा कई और जनहित याचिकाएं दायर की गईं थीं। इन सभी को एक साथ मर्ज करके सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 63 (बलात्कार) के अपवाद 2 के मुताबिक मैरिटल रेप को अपराध नहीं माना गया है। हालांकि इस मामले पर केंद्र सरकार को भी जवाब दाखिल करना है। केंद्र का कहना है, कानूनों में बदलाव के लिए विचार-विमर्श की जरूरत है। मैरिटल रेप का मामला सुप्रीम कोर्ट कैसे पहुंचा... मैरिटल रेप को लेकर नए कानून बनाने की मांग काफी समय से हो रही थी। पिछले दो सालों में दिल्ली हाईेकोर्ट और कर्नाटक हाईकोट का फैसला आने के बाद इसकी मांग और तेज हो गई। सुप्रीम कोर्ट में दो मुख्य याचिकाएं हैं, जिन पर सुनवाई होगी। एक याचिका पति की तरफ से लगाई गई, तो दूसरी अन्य मामले में एक महिला ने याचिका दायर की थी। दिल्ली हाईकोर्ट का मामला: साल 2022 में एक महिला ने पति द्वारा जबरन शारीरिक संबंध बनाने पर दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका लगाई। 11 मई 2022 को दिल्ली हाईकोर्ट के 2 जजों ने अलग-अलग फैसला दिया था। जस्टिस राजीव शकधर ने वैवाहिक बलात्कार के अपवाद को रद्द करने का समर्थन किया था। वहीं, जस्टिस सी हरि शंकर ने कहा कि पति को मिली छूट असंवैधानिक नहीं है और एक समझदार अंतर पर आधारित है। कर्नाटक हाईकोर्ट का मामला: कर्नाटक हाईकोर्ट में एक पति ने पत्नी की तरफ से लगाए रेप के आरोपों पर हाईकोर्ट का रुख किया था। 23 मार्च 2023 को कर्नाटक हाईकोर्ट ने पति पर लगाए गए रेप के आरोपों को समाप्त करने से इनकार कर दिया। हाईकोर्ट ने इस मामले में अपवाद को मानने से इनकार कर दिया। कर्नाटक हाईकोर्ट के जस्टिस एम नागप्रसन्ना की सिंगल बेंच ने इस मामले में कहा था कि तथ्यों के आधार पर इस तरह के यौन हमले/दुष्कर्म के लिए पति को पूरी छूट नहीं दी जा सकती है। मैरिटल रेप क्या है, भारत में क्या है कानून पत्नी की इजाजत के बिना पति द्वारा जबरन शारीरिक संबंध बनाने को मैरिटल रेप कहा जाता है। मैरिटल रेप को पत्नी के खिलाफ एक त
Dainik Bhaskar भारत-बांग्लादेश टेस्ट में थ्री लेयर सुरक्षा, ड्रोन से निगरानी:कानपुर पुलिस ने बनाया प्लान, पांच दिन में सवा लाख दर्शकों को मूवमेंट होगा
कानपुर के ग्रीनपार्क स्टेडियम में पांच दिवसीय भारत-बांग्लादेश टेस्ट मैच को लेकर पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। टेस्ट मैच में करीब सवा लाख दर्शकों का मूवमेंट रहेगा। ग्रीनपार्क और होटल लैंडमार्क की थ्री लेयर सिक्योरिटी प्लान तैयार किया गया गया है। दोनों ही जगहों पर जमीन पर पुलिस, PAC और RAF का चप्पे-चप्पे पर कड़ा पहरा रहेगा। इसके साथ ही ड्रोन से निगरानी और स्टेडियम के चौतरफा रूफ टॉप सिक्योरिटी का खाका खींचा गया है। ग्रीनपार्क स्टेडियम में 5 दिवसीय टेस्ट मैच है और होटल लैंडमार्क में खिलाड़ी ठहरे हुए हैं। 25 हजार की दर्शक क्षमता वाले स्टेडियम में पांच दिनों में कुल सवा लाख दर्शक पहुंचेंगे। माउंटेन पुलिस से लेकर सुरक्षा एजेंसी (एटीएस) की टीम को भी होटल से लेकर ग्राउंड तक की सिक्योरिटी में लगाया गया है। एयरपोर्ट से होटल तक बना कॉरिडोर कानपुर में मंगलवार को खिलाड़ियों को एयरपोर्ट से होटल लैंडमार्क तक पहुंचाने के लिए स्पेशल कॉरिडोर बनाया गया। एयरपोर्ट से विशेष बस से खिलाड़ियों को होटल तक लाया गया। इसके लिए पूरे रूट पर पुलिस कर्मी तैनात रहे। खिलाड़ियों के आने-जाने के दौरान ट्रैफिक रोककर उनके वाहन को पास कराया गया। 20 कांस्टेबल ग्राउंड में तैनात सोमवार को 20 कांस्टेबल की SLR(सेल्फ लोडिंग रायफल) से लैस टीम को ग्राउंड की सिक्योरिटी में लगा दिया गया है। ग्राउंड और आस पास का एरिया थ्री लेयर्ड सिक्योरिटी में रहेगा। इनर कार्डेन में निजी कंपनी के सिक्योरिटी गार्ड्स तैनात किए गए हैं। पब्लिक की तरह चौतरफा सिविल ड्रेस में खुफिया वालों का पहरा रहेगा। ग्राउंड को चारों ओर से SLR के साथ 50 से ज्यादा पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं। प्रैक्टिस पिच समेत 4 पिचों पर विशेष सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। आउटर कार्डेन की बात की जाए तो ग्राउंड और ग्रीन पार्क की बाउंड्री के बीच का एरिया स्पेशल सेल के पुलिस कर्मियों की कस्टडी में रहेगा। अगर सुपर आउटर कार्डेन की बात की जाए तो ये ग्रीन पार्क के चारों ओर का एरिया है। यहां माउंटेन पुलिस की पेट्रोलिंग होगी। टीम की सुरक्षा में 2 IPS तैनात दोनों टीमों की सुरक्षा की जिम्मेदारी 2 IPS अधिकारियों की होगी जो दूसरे जिलों से मैच ड्यूटी में तैनात किए गए हैं। कोई भी बाहरी व्यक्ति खिलाड़ियों तक पहुंच ही नहीं सकेगा। हालांकि लैंडमार्क और विजय विला होटल में
Dainik Bhaskar हरियाणा की ऐसी सीट, जहां 30 साल से निर्दलीय विधायक:57 साल से भाजपा का खाता नहीं खुला, रोड वोटर करते हैं जीत का फैसला
हरियाणा की पुंडरी विधानसभा सीट एक ऐसी सीट है जहां पर पिछले 6 विधानसभा चुनावों में निर्दलीय उम्मीदवार की ही जीत हुई है। राज्य की 17 रिजर्व सीटों में पुंडरी भी शामिल है। आंकड़े देखें तो 1996 से लेकर 2019 के विधानसभा चुनाव तक ना ही भाजपा और ना ही कांग्रेस इस सीट को फतह कर पाई है। जहां दूसरी सीटों पर चुनाव से पहले राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच टिकटों के लिए मारामारी शुरू हो जाती है और टिकट ना मिलने पर इस्तीफों और दल बदलने का दौर शुरू हो जाता है। वहीं, पुंडरी में नेता किसी भी राजनीतिक दल में शामिल होकर चुनाव लड़ने से परहेज करते हैं। इस बार यहां से भाजपा ने सतपाल जांबा और कांग्रेस ने सुल्तान जड़ौला को टिकट दिया है, हालांकि इन दोनों का ही क्षेत्र में अच्छा होल्ड है लेकिन इसके बावजूद इस बार भी निर्दलीय प्रत्याशी सतबीर भाना का पलड़ा भारी नजर आ रहा है। रोड बाहुल्य विधानसभा है पुंडरी जानकारों की माने तो पुंडरी विधानसभा में रोड समाज का दबदबा है। यहां पर 60 प्रतिशत वोटर रोड बिरादरी से हैं और उसके बाद करीब 17 प्रतिशत वोटर ब्राह्मण समाज से आते हैं। जाट भी यहां पर करीब 7 प्रतिशत हैं और अन्य में ओबीसी एवं एससी वर्ग आता है। इस बार 6 उम्मीदवार रोड, 3 ब्राह्मण इस सीट पर इस बार कुल 6 प्रत्याशी अकेले रोड समाज से हैं। जिनमें पूर्व विधायक रणधीर सिंह गोलन, पूर्व विधायक सुल्तान जड़ौला, सुनीता बतान, नरेश कुमार फरल, प्रमोद चुहड और सतपाल जांबा शामिल हैं। वहीं जाट समाज से सज्जन सिंह ढुल निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में हैं। ब्राह्मण समाज से चुनावी मैदान में नरेश शर्मा, नरेंद्र शर्मा और दिनेश कौशिक हैं। रोड समाज के ज्यादा उम्मीदवार होने के कारण रोड बिरादरी के वोट बंट सकते हैं जिसका सीधा फायदा जांगडा समाज के निर्दलीय उम्मीदवार सतबीर भाना को पहुंचेगा। बीजेपी और कांग्रेस को इस चुनाव में सतबीर भाना ही टक्कर देते नजर आ रहे हैं। दूसरी जाति के वोटरों की बात करें तो जाट समाज के वोट ढुल को और पंजाबी समाज के वोट गुरींद्र सिंह हाबड़ी को मिल सकते हैं, लेकिन आबादी कम होने के कारण ये ज्यादा बड़ा प्रभाव नहीं डाल पाएंगे। उधर ब्राह्मण समाज से भी तीन उम्मीदवार खड़ें हैं जिसकी वजह से उनके वोट भी आपस में बंट सकते हैं। गोलन को करना पड़ रहा एंटी इनकंबेंसी का सामना 2019 में इस सीट से रणधीर सिंह गोलन की जीत हुई थ
Dainik Bhaskar राव बोले-मनोहर लाल खट्टर अध्यक्ष थोड़ी हैं:सैलजा को ऑफर देने के सवाल पर केंद्रीय मंत्री का जवाब, CM पद पर ठोक चुके हैं दावेदारी
हरियाणा में नाराज कांग्रेस की सांसद कुमारी सैलजा पर सियासत तेज है। उनकी इस नाराजगी को BJP भुनाने की कोशिश में लगी हुई है। कुछ दिन पहले केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सैलजा को भाजपा में आने का ऑफर दे डाला। जिस पर केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत ने कहा कि मनोहर लाल पार्टी के अध्यक्ष थोड़ी हैं। दरअसल, कुमारी सैलजा ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के प्रचार से दूरी बना ली है। वह टिकट बंटवारे में तवज्जो न मिलने और पार्टी समर्थक के जातिगत टिप्पणी करने से नाराज बताई जा रही हैं। ऐसे में वह अपने आपको हरियाणा चुनाव से दूर रखे हुए हैं। जबकि उनका नाम पार्टी के स्टार प्रचारकों की सूची में भी शामिल है। अब पढ़िए मनोहर खट्टर और राव इंद्रजीत का पूरा बयान... 1. खट्टर बोले- सैलजा को साथ लाने के लिए तैयार केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि कांग्रेस ने दलित नेता कुमारी सैलजा का अपमान किया है। सैलजा को गाली तक दी गई और अब वह घर पर बैठी हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा और गांधी परिवार को उनका अपमान करने के बाद भी शर्म नहीं आ रही है। दलित समुदाय की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि एक बड़ा वर्ग सोच रहा है कि क्या करें। हम अपने साथ कई नेताओं को लेकर आए हैं और हम उन्हें भी अपने साथ लाने के लिए तैयार हैं। 2. राव बोलीं- कांग्रेस छोड़कर हमारी पार्टी में नहीं आएंगी सैलजा सैलजा के बीजेपी में आने की अटकलों पर केंद्रीय राव इंद्रजीत ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि वह कांग्रेस छोड़कर हमारी पार्टी में आएंगी। सैलजा पार्टी में आएंगी या नहीं आएंगी ये तो उनका ही फैसला होगा, लेकिन जिस तरह से सैलजा की कांग्रेस में अनदेखी हुई है, उसे देखकर मुझे लगता है कि लोकसभा चुनाव में जिस तरह एक वर्ग कांग्रेस के पक्ष में हुआ तो उसमें सेंध जरूर लगेगी और वो वोट बीजेपी को मिलेगा। दक्षिणी हरियाणा की सभी सीटें जीतेंगे इसके साथ राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि पार्टी ने मेरे हिसाब से जिनको टिकट दी है उनके परिवार के लिए तो जरूर जाऊंगा ही, लेकिन अगर हरियाणा में किसी अन्य जगह पर भी मेरी जरूरत हुई तो वहां भी प्रचार करने के लिए जाएंगे। राव ने कहा कि अभी तक के माहौल के हिसाब से वह जहां भी गए हैं, उसे देखकर मुझे लगता है कि हम दक्षिणी हरियाणा की सभी सीटें जीतेंगे। क्योंकि दक्षिणी हरियाणा में बीजेपी का वर्चस्व है। सीएम पद
Dainik Bhaskar श्रुति चौधरी की भाई ने मुश्किलें बढ़ाईं:अनिरुद्ध भी बंसीलाल के नाम पर एक्टिव, जाट वोट बंटे तो BJP फंसेगी; बागी से भी नुकसान
हरियाणा में भिवानी जिले की तोशाम विधानसभा सीट हॉट बनी हुई है, क्योंकि यहां पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल का परिवार आमने-सामने है। भाजपा ने यहां राज्यसभा सांसद किरण चौधरी की बेटी पूर्व सांसद श्रुति चौधरी को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस ने बंसीलाल के बड़े बेटे रणबीर महेंद्रा के बेटे अनिरुद्ध चौधरी को टिकट दिया है। श्रुति और अनिरुद्ध चचेरे भाई-बहन हैं। इनके अलावा, आम आदमी पार्टी (AAP) ने दलजीत सिंह, इनेलो-बसपा ने ओम सिंह, जजपा-असपा ने राजेश भारद्वाज और भाजपा के बागी शशिरंजन परमार निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। तोशाम सीट में कुल 2.20 लाख वोटर हैं। यह सीट बंसीलाल परिवार का गढ़ रही है। अभी तक यहां 15 चुनाव हुए हैं, जिसमें 11 बार बंसीलाल परिवार का ही कोई सदस्य चुनाव जीता है। लोगों का कहना है कि इस चुनाव में श्रुति और अनिरुद्ध के बीच मुकाबला है। श्रुति को बंसीलाल की विरासत का फायदा तो मिलेगा, लेकिन एकतरफा माहौल नहीं है। जाट वोट ज्यादा कांग्रेस की तरफ जाएंगे। दूसरा भाजपा से बागी शशिरंजन परमार श्रुति का गणित बिगाड़ेंगे। लोगों के मुताबिक अनिरुद्ध चौधरी को कांग्रेस की लहर का फायदा है। वह भी बंसीलाल के नाम पर ही जनता के बीच जा रहे हैं, लेकिन यहां की जनता उन्हें जानती तक नहीं। अगर उन्हें बंसीलाल के नाम का कुछ फायदा मिला तो ही वह श्रुति को टक्कर दे पाएंगे। 4 पॉइंट में समझें तोशाम विधानसभा सीट के समीकरण श्रुति चौधरी बंसीलाल की विरासत पर वोट मांग रही श्रुति चौधरी पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल की पोती हैं। उनके पिता सुरेंद्र सिंह और मां किरण चौधरी हरियाणा सरकार में मंत्री रहे हैं। श्रुति ने 2009 में कांग्रेस के टिकट पर भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद वह लगातार 2 लोकसभा चुनाव हारीं। साल 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने उनका टिकट काट दिया। जिसके बाद किरण चौधरी और श्रुति चौधरी ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर आरोप लगाया और बाद में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। हाल ही में हुए राज्यसभा उपचुनाव में भाजपा ने किरण चौधरी को राज्यसभा भेज दिया और श्रुति को तोशाम से उम्मीदवार घोषित कर दिया। इस चुनाव में श्रुति चौधरी बंसीलाल के नाम पर जनता के बीच जा रही हैं। वह जनता से लगातार कह रही हैं कि कांग्रेस में उनकी अनदेखी हुई है। भिवानी-महेंद्रगढ़ क्षेत्र के भूपेंद्र
Dainik Bhaskar बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला केस, सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई:हाईकोर्ट ने 25 हजार नियुक्तियां रद्द की थी; फैसले को ममता सरकार की चुनौती
पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले के मामले की आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच ने 10 सितंबर को सुनवाई टाल दी थी। दरअसल, कलकत्ता हाई कोर्ट ने 22 अप्रैल को राज्य सरकार और सहायता प्राप्त स्कूलों में 25,753 शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की नियुक्ति रद्द कर दी थी। इन्हें 2016 में अपॉइंट किया गया था। कोर्ट ने कर्मचारियों को 7-8 साल के दौरान मिली सैलरी 12% इंटरेस्ट के साथ लौटाने के निर्देश भी दिए थे। इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में 33 याचिकाएं लगाई गई हैं। आदेश को चुनौती देने वाली याचिकाओं में बंगाल की ममता सरकार की याचिका भी शामिल है। सुप्रीम कोर्ट ने 7 मई को हाई कोर्ट के फैसले पर रोक लगाई थी हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने 7 मई को शिक्षकों को नौकरियों से तत्काल हटाने के फैसले पर रोक लगाकर बंगाल सरकार को राहत दी। कोर्ट ने कहा कि सभी भर्तियां रद्द करना नासमझी होगी। वैध नियुक्तियों को अवैध नियुक्तियों से अलग किया जाना चाहिए। सरकार ने कहा कि CBI रिपोर्ट में भी लगभग 4,000 नियुक्तियों में अनियमितता का आरोप लगाया गया है। न तो SSC और न ही CBI ने कभी बताया कि पूरी भर्ती प्रक्रिया में घोटाला था। सुप्रीम कोर्ट ने CBI को भर्तियों में शामिल अधिकारियों की जांच जारी रखने की अनुमति दी थी। हालांकि, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई पर रोक लगाई थी। घोटाले के दो चर्चित चेहरे बंगाल सरकार ने कहा- सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने तक सैलरी देंगे बंगाल सरकार ने हाई कोर्ट के फैसले के बाद कहा था कि वह उन सभी 25,753 शिक्षकों और नॉन टीचिंग स्टाफ को वेतन का भुगतान करेगी, जिनकी नियुक्तियां रद्द की गई हैं। राज्य सरकार ने कहा कि सभी कर्मचारियों ने लगभग लंबे समय तक काम किया है। इसलिए मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने तक सभी को सैलरी दी जाएगी।
Dainik Bhaskar जम्मू-कश्मीर में सेकेंड फेज की 26 सीटों पर कल वोटिंग:उमर अब्दुल्ला 2 सीटों से चुनाव लड़ रहे, पहले फेज में 61% मतदान हुआ था
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में कल बुधवार (25 सितंबर) को 6 जिलों की 26 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी। इसमें 25.78 लाख मतदाता वोट डाल सकेंगे। सेकेंड फेज की 26 सीटों में से 15 सीटें सेंट्रल कश्मीर और जम्मू की 11 सीटें हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक, दूसरे फेज में 239 कैंडिडेट्स मैदान में हैं। इनमें 233 पुरुष और 6 महिलाएं हैं। दूसरे फेज में 131 कैंडिडेट्स करोड़पति और 49 पर क्रिमिनल केस दर्ज हैं। जम्मू-कश्मीर भाजपा अध्यक्ष रविंदर रैना ने अपनी संपत्ति केवल 1,000 रुपए घोषित की है। पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला गांदरबल और बीरवाह से चुनाव लड़ रहे हैं। उमर लोकसभा में बारामुला सीट तिहाड़ जेल से चुनाव लड़े इंजीनियर रशिद से हार गए थे। इस बार भी गांदरबल सीट पर उनके खिलाफ जेल में बंद सरजन अहमद वागे उर्फ आजादी चाचा मैदान में है। 18 सितंबर को पहले फेज में 7 जिलों की 24 विधानसभा सीटों वोटिंग हुई। इस दौरान 61.38% वोटिंग हुई। किश्तवाड़ में सबसे ज्यादा 80.20% और पुलवामा में सबसे कम 46.99% वोटिंग हुई। श्रीनगर की सबसे ज्यादा 8 सीटों पर वोटिंग, PDP ने सभी सीटों पर कैंडिडेट्स उतारे दूसरे फेज में सबसे ज्यादा 8 श्रीनगर में और सबसे कम 2 सीटें गांदरबल जिले की हैं। इनके अलावा बडगाम और राजौरी की 5-5, रियासी और पुंछ 3-3 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। श्रीनगर डिवीजन में गांदरबल, श्रीनगर, बडगाम और जम्मू डिविजन में रियासी, राजौरी और पुंछ शामिल हैं। श्रीनगर की हब्बाकदल सीट पर सबसे ज्यादा 16 कैंडिडेट्स चुनावी मैदान में हैं। वहीं राजौरी की बुद्धल में 4 प्रत्याशियों के बीच मुकाबला है। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) इस फेज की सभी 26 पर चुनाव लड़ रही है। गठबंधन में चुनाव लड़ रहे नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 20 जबकि कांग्रेस 6 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। भाजपा के 17 और 98 निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में हैं। दूसरे चरण श्रीनगर जिले में 93 कैंडिडेट्स मैदान में हैं। इसके बाद बडगाम में 46, राजौरी में 34, पुंछ में 25, गांदरबल में 21 और रियासी में 20 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस के सभी 6 कैंडिडेट्स करोड़पति, भाजपा अध्यक्ष की संपत्ति केवल 1000 रुपए एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के फेज 2 के 238 उम्मीदवारों के हलफनामे के आधार पर एक र
Dainik Bhaskar दैश का मानसून ट्रैकर:राजस्थान के 3 जिलों से मानसून लौटा, दिल्ली-MP के जिलों में तापमान 35° पार; 14 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट
देश में मानसून करीब-करीब अंतिम चरण में पहुंच गया है। राजस्थान के 3 जिलों जैसलमेर, जोधपुर और बाड़मेर से मानसून की विदाई हो गई है। इधर, दिल्ली में सोमवार को तापमान 37 डिग्री सेल्सियस और ह्यूमिडिटी 57% रिकॉर्ड की गई। मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ में 35.5 डिग्री, सतना में 35.1 डिग्री, गुना में 35.8 डिग्री और ग्वालियर में 35.4 डिग्री सेल्सियस रहा। बिहार के 12 जिले इस समय बाढ़ की चपेट में हैं। 12.67 लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित हैं। भागलपुर और मुंगेर में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। मुंगेर के बरियारपुर में एक पुल बह गया। इस पुल से होकर करीब 80 हजार की आबादी आना-जाना करती थी। यूपी के कानपुर में गंगा वॉर्निंग लेवल से 76 सेंटीमीटर ऊपर नदी बह रही है। कानपुर में बिठूर से बैराज और कटरी से सटे 13 गांवों में 6 फीट तक पानी भरा है। गृहस्थी के सामान डूब गए हैं। 15 हजार आबादी के सामने रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने का संकट है। मौसम विभाग (IMD) ने मंगलवार को 14 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। देशभर से बारिश की 4 फोटोज... 25 सितंबर को 4 राज्यों में 12 सेमी बारिश का अलर्ट
Dainik Bhaskar मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:SC बोला- चाइल्ड पोर्नोग्राफी देखना अपराध; बदलापुर यौन शोषण का आरोपी पुलिस फायरिंग में मारा गया; लेबनान पर इजराइली स्ट्राइक, 492 मौतें
नमस्कार, कल की बड़ी खबर सुप्रीम कोर्ट के आदेश की रही, अदालत ने साफ किया है कि चाइल्ड पोर्नोग्राफी देखना, डाउनलोड और स्टोर करना अपराध है। एक खबर लेबनान पर हुए अब तक के सबसे बड़े इजराइली हमले की रही। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. सुप्रीम कोर्ट बोला- चाइल्ड पोर्नोग्राफी देखना, डाउनलोड और स्टोर करना अपराध सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि चाइल्ड पोर्नोग्राफी डाउनलोड करना, स्टोर करना और देखना POCSO और IT एक्ट के तहत अपराध है। अदालत ने संसद को POCSO एक्ट में बदलाव करने का सुझाव भी दिया। कोर्ट ने कहा, 'चाइल्ड पोर्नोग्राफी की जगह 'चाइल्ड सेक्शुअल एक्सप्लॉएटेटिव एंड एब्यूसिव मटेरियल' टर्म का इस्तेमाल किया जाए।' भारत में ऑनलाइन पोर्न देखना गैर-कानूनी नहीं है, लेकिन इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट 2000 के तहत पोर्न वीडियो बनाने, पब्लिश करने और सर्कुलेट करने पर बैन है। किस याचिका पर फैसला सुनाया: मद्रास हाईकोर्ट ने 11 जनवरी 2024 को कहा था कि अगर कोई ऐसा कंटेंट डाउनलोड करता और देखता है, तो यह अपराध नहीं, जब तक कि नीयत इसे प्रसारित करने की न हो। केरल हाईकोर्ट ने भी 13 सितंबर 2023 को कहा था कि अगर कोई शख्स अश्लील फोटो या वीडियो देख रहा है तो यह अपराध नहीं, जब तक वह दूसरे को न दिखाए। इसी फैसले के आधार पर मद्रास हाईकोर्ट ने 11 जनवरी को एक आरोपी को दोषमुक्त किया था। इसी फैसले के खिलाफ एक NGO सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. बदलापुर यौन शोषण का आरोपी मारा गया, पुलिस कस्टडी में रिवॉल्वर छीनकर फायरिंग की थी महाराष्ट्र के बदलापुर में 3 और 4 साल की 2 बच्चियों से यौन शोषण का आरोपी अक्षय शिंदे पुलिस फायरिंग में मारा गया। उसे 17 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस शिंदे को तलोजा जेल ले गई थी, लौटते वक्त मुम्ब्रा बायपास के पास उसने पुलिस रिवॉल्वर छीनी और 3 राउंड फायरिंग की। जवाबी फायरिंग में शिंदे के सिर में गोली लगी और उसकी मौत हो गई। आरोपी को दादा बोलती थीं बच्चियां: बदलापुर के आदर्श स्कूल में 23 साल के स्वीपर अक्षय ने 12 और 13 अगस्त बच्चियों का यौन शोषण किया था। पुलिस पूछताछ में सामने आया था कि बच्चियां उसे दादा (बड़े भाई के लिए मराठी शब्द) कहकर बुलाती थी। बदलापुर यौन शोषण केस की आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है।
Dainik Bhaskar बदलापुर रेप के आरोपी की पुलिस फायरिंग में मौत:सरकार बोली- रिवॉल्वर छीनकर गोली चलाई थी, पुलिस ने सेल्फ-डिफेंस किया; परिवार का दावा- एनकाउंटर हुआ
महाराष्ट्र के बदलापुर में 12-13 अगस्त को स्कूल में 2 बच्चियों से रेप के आरोपी अक्षय शिंदे की 23 सितंबर को पुलिस फायरिंग में मौत हो गई। महाराष्ट्र सरकार ने कहा कि आरोपी ने जांच के लिए ले जाते समय पुलिसकर्मी की रिवॉल्वर छीनकर जवान पर फायरिंग की थी। पुलिस ने सेल्फ डिफेंस में उस पर गोली चलाई। हालांकि, आरोपी के परिवार ने एनकाउंटर का दावा किया है। अक्षय की मां और चाचा ने कहा कि यह पुलिस और बदलापुर स्कूल प्रबंधन की साजिश है। वह पटाखे फोड़ने और सड़क पार करने से डरता था। फिर पुलिसकर्मियों पर गोली कैसे चला सकता है। परिवार के मुताबिक, अक्षय ने उन्हें बताया था कि पुलिस कस्टडी में उसके साथ मारपीट हो रही है। उसने एक पर्ची भेजकर पैसे भी मांगे थे। परिवार ने कहा कि पुलिस ने अक्षय को जेल में बहुत पीटा था। मामले को दबाने के लिए उसकी हत्या कर दी गई। वहीं, विपक्ष ने भी सरकार और पुलिस के दावे पर सवाल उठाए हैं। NCP (शरद गुट) सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि पहले FIR दर्ज करने में देरी और अब मुख्य आरोपी की हिरासत में हत्या। यह कानून प्रवर्तन और न्याय प्रणाली का पूरी तरह से पतन है। 1 अगस्त को अक्षय ने स्कूल जॉइन किया था, 12-13 अगस्त को यौन शोषण किया यौन शोषण की घटना के बाद दोनों लड़कियां स्कूल जाने से डर रही थीं। माता-पिता को संदेह हुआ। उन्होंने लड़की को भरोसे में लेकर पूछताछ की तो बात सामने आई। एक पेरेंट्स ने उसी कक्षा की दूसरी लड़की के माता-पिता से संपर्क किया। जब डॉक्टर ने जांच की तो असल घटना सामने आई। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शुभदा शितोले ने POCSO का मामला होने के बावजूद एफआईआर दर्ज करने में टालमटोल की। बाद में उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। बच्ची के माता-पिता ने सामाजिक कार्यकर्ताओं की मदद से बदलापुर थाने में शिकायत दर्ज कराई। दो दिन बाद 16 अगस्त शुक्रवार देर रात केस दर्ज किया गया। 17 अगस्त को आरोपी को गिरफ्तार किया गया। आरोपी अक्षय 1 अगस्त को ही स्कूल में कॉन्ट्रैक्ट पर नियुक्त हुआ था। लोगों ने ट्रेनें रोकी थीं, पुलिस पर पथराव किया था घटना को लेकर भीड़ ने 20 अगस्त को सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक बदलापुर स्टेशन पर प्रदर्शन किया था। 10 घंटे से ज्यादा लोकल ट्रेनों की आवाजाही रुकी रही। शाम को पुलिस ने लाठीचार्ज कर रेलवे ट्रैक खाली कराया। तब पुलिस पर भीड़ ने पत्थरबाजी भी की थी। कैबिनेट मंत्री गिरीश मह
Dainik Bhaskar तमिलनाडु में नर्सिंग स्टूडेंट के साथ गैंगरेप:आरोपियों ने किडनैप किया; रेप के बाद डिंडीगुल रेलवे स्टेशन के पास छोड़कर भागे
कोलकाता के बाद अब तमिलनाडु में हेल्थ केयर कर्मी के साथ रेप का नया मामला सामने आया है। राज्य के डिंडीगुल स्थित थेनी की एक नर्सिंग स्टूडेंट के साथ गैंगरेप हुआ है। पुलिस ने बताया कि अज्ञात लोगों ने पीड़ित को किडनैप किया था। इसके बाद गैंगरेप किया। फिर उसे डिंडीगुल रेलवे स्टेशन के पास छोड़कर भाग गए। रेलवे स्टेशन पर घायल पीड़ित ने पुलिस से मदद मांगी। पीड़ित को डिंडीगुल सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। डिंडीगुल जिला एसपी प्रदीप ने बताया कि FIR दर्ज कर ली गई है और आगे की जांच जारी है। कोलकाता में 9 अगस्त को ट्रेनी डॉक्टर का रेप-मर्डर हुआ था पश्चिम बंगाल के कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 9 अगस्त को ट्रेनी डॉक्टर से रेप-मर्डर हुआ था। 9 अगस्त की सुबह हॉस्पिटल के सेमिनार हॉल में बॉडी मिली थी। आरजी कर मेडिकल कॉलेज की तरफ से ट्रेनी डॉक्टर के पेरेंट्स को बताया गया था उनकी बेटी ने सुसाइड कर लिया है। इसके बाद देशभर के डॉक्टरों ने हड़ताल शुरू कर दी थी। पुलिस ने 10 एक सिविक वालंटियर को रेप-मर्डर के आरोप में गिरफ्तार किया था। जूनियर डॉक्टर की 5 मांगें जूनियर डॉक्टर हड़ताल वापस ले चुके घटना के बाद से ही हड़ताल कर रहे जूनियर डॉक्टर पिछले हफ्ते काम पर वापस आ गए थे। पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव मनोज पंत द्वारा उनकी मांगों पर सहमति जताने के बाद जूनियर डॉक्टर्स ने हड़ताल खत्म की थी। जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट के सदस्यों में से एक डॉ. अकीब ने एएनआई से कहा था कि मुख्य सचिव के साथ बैठक के बाद उन्होंने राज्य सरकार से उनकी सुरक्षा में सुधार करने का वादा लिया है। जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट ने कहा था- इस आंदोलन के दौरान उन्होंने बहुत कुछ हासिल किया है। उन्होंने कोलकाता के पुलिस कमिश्नर और डीएमई, डीएचएस को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया था। इसके बाद भी यह पर्याप्त नहीं है और वे इस आंदोलन को नए तरीके से आगे बढ़ाएंगे। हड़ताल वापसी के बाद जूनियर डॉक्टर्स को आश्वासन दिया गया है कि सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा। यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि कब से। इस पर जूनियर डॉक्टर्स का कहना है कि उनकी अभी भी मांग हैं कि प्रमुख सचिव को हटाया जाए।
Dainik Bhaskar IIMCAA अवॉर्ड्स 2024 के विजेताओं की घोषणा:अनूप पांडेय को जर्नलिस्ट ऑफ द ईयर का पुरस्कार, शगुन को कृषि पत्रकारिता अवॉर्ड मिला
IIMC (इंडियन इंस्टीयूट ऑफ मास कम्युनिकेशन) एलुमनी एसोसिएशन ने रविवार, 22 सितंबर को IIMCAA अवॉर्ड्स 2024 के विजेताओं के नाम की घोषणा की। दिल्ली में आयोजित पुरस्कार समारोह में विजेताओं को सम्मानित किया गया। अनूप पांडेय को जर्नलिस्ट ऑफ द ईयर का अवॉर्ड मिला। अनूप को ट्रॉफी और सर्टिफिकेट के साथ डेढ़ लाख रुपए की इनाम राशि भी दी गई। शगुन कपिल को कृषि पत्रकारिता का अवॉर्ड मिला। इन्हें एक लाख रुपए इनाम राशि दी गई। अन्य कैटेगरी में बाकी विजेताओं को ट्रॉफी और प्रमाण पत्र के साथ 50-50 हजार रुपए का नकद पुरस्कार दिया गया। रजत, अभिनव, सुरभि को भी पुरस्कार पब्लिशिंग रिपोर्टिंग कैटेगरी में रजत मिश्रा, ब्रॉडकास्ट रिपोर्टिंग में अभिनव गोयल, प्रोड्यूसर में सुरभि सिंह, भारतीय भाषाओं की पब्लिशिंग रिपोर्टिंग में मोहम्मद साबिथ यू एम को अवॉर्ड मिला। भारतीय भाषाओं की ब्रॉडकास्ट रिपोर्टिंग में सतरूपा सामांतरे, विज्ञापन में सारांश जैन, पीआर में शिल्पी सिंह, एड एजेंसी में ओफैक्टर और पीआर एजेंसी में काइजन को अवॉर्ड मिला। बहुत बारीक अंतर से विनर्स बनने से चूके आवेदकों को जूरी स्पेशल मेंशन अवॉर्ड के तहत प्रमाण पत्र और ट्राफी से नवाजा गया। जूरी स्पेशल मेंशन में 13 लोगों को अवॉर्ड जूरी स्पेशल अवॉर्ड की जर्नलिस्ट ऑफ द ईयर कैटेगरी में अभिषेक अंगद, ऋत्विका मित्रा, आशुतोष मिश्रा, मनीष मिश्रा और निधि तिवारी, कृषि पत्रकारिता में दिवाश गहटराज, ब्रॉडकास्ट रिपोर्टिंग में परिमल कुमार और विष्णुकांत तिवारी, प्रोड्यूसर में रोहन कथपालिया, पीआर में सुप्रिया सुंद्रियाल और निखिल स्वामी को पुरस्कार मिला। PIB के पूर्व चीफ डायरेक्टर भी मौजूद रहे अवॉर्ड समारोह में पीआईबी के पूर्व चीफ डायरेक्टर जनरल कुलदीप सिंह धतवालिया, एडीजी राज कुमार, दिल्ली सरकार के विशेष आयुक्त सुशील सिंह, भारत अमेरिका व्यापार परिषद के एमडी राहुल शर्मा मौजूद रहे।ष इनके अलावा पत्रकार प्रो. गोविंद सिंह, नीलेश मिसरा, रुपा झा, अपर्णा द्विवेदी, लोला नायर, ज्ञानेश्वर, नितिन प्रधान, राजेश प्रियदर्शी, प्रभाष झा, आलोक कुमार, प्रियदर्शन, अनुपम श्रीवास्तव, सुमित अवस्थी, मनोज मलयानिल, प्रमोद चौहान, मिहिर रंजन, प्रसाद सान्याल, मनोज रूरकीवाल, हरवीर सिंह, एसपी सिंह, शिशिर सिन्हा, ओमप्रकाश, पीआर विशेषज्ञ समीर कपूर, हर्षेंद्र वर्धन, मार्केटिंग विशेषज्ञ श्रुति जैन, क
Dainik Bhaskar 2 मिनट में समझिए शाह की दोनों रैलियों का सार:आरक्षण-दलित, भ्रष्टाचार पर फोकस; पर्ची-खर्ची पर कांग्रेस को घेरा, BJP सरकार के फायदे गिनाए
हरियाणा चुनाव को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से सोमवार को ढ़ाई घंटे के भीतर 2 रैलियां की। पहली रैली टोहाना में हुई। जहां शाह ने 25 मिनट का भाषण दिया। दूसरी रैली जगाधरी में हुई। जिसमें शाह 34 मिनट बोले। दोनों रैलियों में 59 मिनट के संबोधन में शाह के फोकस पॉइंट थे- - भ्रष्टाचार, दलित, आरक्षण, किसान और अग्निवीर। भ्रष्टाचार पर शाह ने कहा-''हरियाणा में जब भी गैर BJP सरकार आई तब यहां भ्रष्टाचार बढ़ा। भाजपा की सरकार से पहले पहले पर्ची-खर्ची के बगैर नौकरी नहीं मिलती थी, BJP की सरकार में पोस्टमैन घर आकर नियुक्ति पत्र देकर जाता है। ''शाह आगे बोले- ''कांग्रेस वाले कहते हैं कि हम 2 लाख नौकरियां देंगे, ये सुनते ही कांग्रेसियों की बाछें खिल गई हैं। ये हिसाब-किताब में लग गए हैं। ये गरीब और योग्य का हक मारना चाहते हैं।'' दलित मुद्दे पर शाह बोले- ''ये कांग्रेस पार्टी दलित विरोधी पार्टी है। कांग्रेस ने दलित नेताओं को अपमान करने का काम किया है। चाहे अशोक तंवर हों या बहन कुमारी सैलजा हो। आरक्षण पर शाह ने कहा- ''राहुल गांधी आरक्षण खत्म करना चाहते हैं। हमने तो OBC का प्रतिनिधित्व बढ़ाने के लिए नायब सैनी को CM बना दिया, इनके यहां सिर्फ एक ही जाति के चेहरे को सीएम बनाया जाता है।'' अग्निवीर पर शाह बोले-'' हरियाणा के अग्निवीरों को पक्की नौकरी देंगे। मोदी जी हैं तो सब मुमकिन हैं। शाह हरियाणा कांग्रेस पर भी तंज कसने से नहीं चूके। शाह ने कहा- ''यहां एक मुख्यमंत्री पद है, लेकिन कांग्रेस में इसको लेकर कई लोग लड़ रहे हैं। सुरजेवाला ने तो नए कपड़े सिला लिए हैं। यहां तो पिता-पुत्र भी लड़ाई कर रहे हैं। 5 ग्राफिक्स से जानिए सभा का सार... अमित शाह की रैली की मूल खबर पढ़ें... शाह बोले-खट्टर का टाइम पूरा हुआ तो बदलाव किया:कांग्रेस में पिता-पुत्र लड़ रहे; राहुल गांधी ने सिखों का अपमान किया देश के गृह मंत्री अमित शाह सोमवार (23 सितंबर) को हरियाणा के दौरे पर रहे। उन्होंने फतेहाबाद के टोहाना और यमुनानगर के जगाधरी में रैली की। अमित शाह ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस के अंदर मुख्यमंत्री पद को लेकर लड़ाई चल रही है। सुरजेवाला ने तो नए कपड़े सिला लिए। यहां तो पिता-पुत्र भी लड़ाई कर रहे हैं (पूरी खबर पढ़ें)
Dainik Bhaskar बदलापुर यौन शोषण के आरोपी को गोली लगी:पुलिस रिवॉल्वर छीनकर फायरिंग की, जवाबी कार्रवाई में घायल; पहले खुद को गोली मारने की जानकारी थी
महाराष्ट्र के बदलापुर में पिछले महीने केजी की 3 और 4 साल की 2 बच्चियों से यौन शोषण के आरोपी अक्षय शिंदे को गोली लगी है। जानकारी के मुताबिक, आरोपी ने सोमवार को पुलिस रिवॉल्वर छीनी और 3 राउंड फायरिंग की। इसमें एक अफसर घायल हो गया। जवाबी कार्रवाई में आरोपी शिंदे को गोली लगी। गंभीर हालत में उसे अस्पताल ले जाया गया है। घटना शाम साढ़े 5 बजे की है। शुरुआत में जानकारी मिली थी कि आरोपी ने खुद पर ही गोली चलाई। 1 अगस्त को अक्षय ने स्कूल जॉइन किया था, 12-13 अगस्त को यौन शोषण किया यौन शोषण की घटना 12 और 13 अगस्त की है। आदर्श स्कूल में 23 साल के स्वीपर अक्षय शिंदे ने दोनों बच्चियों का यौन शोषण किया। इसके बाद दोनों लड़कियां स्कूल जाने से डर रही थीं। माता-पिता को संदेह हुआ। उन्होंने लड़की को भरोसे में लेकर पूछताछ की तो बात सामने आई। एक पेरेंट्स ने उसी कक्षा की दूसरी लड़की के माता-पिता से संपर्क किया। जब डॉक्टर ने जांच की तो असल घटना सामने आई। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शुभदा शितोले ने POCSO का मामला होने के बावजूद एफआईआर दर्ज करने में टालमटोल की। बाद में उन्हे सस्पेंड कर दिया गया। बच्ची के माता-पिता ने सामाजिक कार्यकर्ताओं की मदद से बदलापुर थाने में शिकायत दर्ज कराई। दो दिन बाद 16 अगस्त शुक्रवार देर रात केस दर्ज किया। 17 अगस्त को आरोपी को गिरफ्तार किया गया। आरोपी अक्षय 1 अगस्त को ही स्कूल में कॉन्ट्रैक्ट पर नियुक्त हुआ था। आरोपी को दादा बोलती थीं बच्चियां पुलिस पूछताछ में सामने आया था कि बच्ची उसे दादा (बड़े भाई के लिए मराठी शब्द) कहकर बुलाती थी। बच्ची के मुताबिक, ‘दादा’ ने उसके कपड़े खोले और गलत तरीके से छुआ। स्कूल में जहां घटना हुई थी, वहां महिला कर्मचारी नहीं थी। बाल आयोग बोला था- स्कूल प्रशासन ने केस दबाने की कोशिश की महाराष्ट्र राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष सुसीबेन शाह ने आरोप लगाया था कि स्कूल ने बच्चियों के पेरेंट्स की मदद करने के बजाय अपराध को छिपाया। स्कूल समय पर संज्ञान लेकर शिकायत दर्ज करवाता तो अराजक स्थिति से बचा जा सकता था। मामले को लेकर आयोग ने CM एकनाथ शिंदे को रिपोर्ट पेश कर चुका है। हम इसे लगातार अपडेट कर रहे हैं..
Dainik Bhaskar गुजरात के स्कूल में 6 साल की बच्ची से दुष्कर्म-हत्या:प्रिंसिपल ही निकला हत्यारा, छुट्टी के बाद रास्ते से बच्ची को साथ ले गया था
गुजरात मे दाहोद जिले के पिपलिया गांव के प्राथमिक विद्यालय की कक्षा 1 में पढ़ने वाली 6 वर्षीय बच्ची का शव तीन दिन पहले स्कूल से ही बरामद हुआ था। अब इस मामले में खुलासा हुआ है कि स्कूल के एक टीचर ने ही बच्ची से दुष्कर्म करने की कोशिश में उसकी हत्या कर दी थी। हत्या के बाद बच्ची का शव स्कूल के ही कमरे के पीछे फेंक गया था। स्कूल में कमरे के पीछे पड़ा था बच्ची का शव मासूम पिपलिया गांव के टॉयनी प्राइमरी स्कूल की पहली कक्षा में पढ़ती थी। रोजाना की तरह गुरुवार (19 सितंबर) की सुबह भी 10:00 बजे अपना बैग लेकर घर से निकली थी। लेकिन, स्कूल का समय समाप्त होने के बाद भी वह शाम के पांच बचे तक घर नहीं पहुंची। इससे परिवार वाले उसकी तलाश में जुटे। पहले आसपास के उन घरों में उसकी तलाश की गई, जहां वह खेलने जाया करती थी। बच्ची के न मिलने पर परिवार और गांव के कई लोग स्कूल पहुंचे। स्कूल में ताला लगा था, जिससे कुछ लोग दीवार फांदकर स्कूल में दाखिल हुए। जांच के दौरान देखा कि बच्ची पीछे पड़ी हुई थी। परिवार वाले तुरंत उसे दाहोद के सामुदायिक केंद्र ले गए। हालांकि, बच्ची की मौत पहले ही हो चुकी थी। स्कूल का प्रिंसिपल ही निकला हत्यारा इस मामले में पुलिस ने 10 अलग-अलग टीमें बनाकर जांच शुरू की थी। जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि 6 साल की बच्ची का हत्यारा कोई और नहीं, बल्कि स्कूल का ही प्रिंसिपल है। आचार्य गोविंद नट स्कूल की छुट्टी के बाद बच्ची को सड़क से ही अपनी गाड़ी में बिठाकर ले गया था। वह बच्ची को स्कूल लेकर गया, जहां उसके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की। इसी बीच बच्ची की चीख-पुकार से डर गया और गला दबाकर उसकी हत्या कर दी थी। इसके बाद उसने खुद ही बच्ची के शव को क्लासरूम के पीछे खुली जगह पर रख दिया था। पुलिस ने आरोपी प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। बीजेपी के कनेक्शन पर अब मचा राजनीतिक बवाल आरोपी की पहचान होने के बाद अब राज्य में राजनीतिक घमासान भी शुरू हो गया है। कांग्रेस प्रवक्ता पार्थिवराज कठवाडिया ने आरोपी गोविंद नट की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की हैं, जिसमें वह आरएसएस केकार्यक्रम में हिस्सा लेते और पूर्व मंत्री अर्जुन सिंह से मुलाकात करते नजर आ रहा है। पार्थिवराज का आरोप है कि आरोपी गोविंद बीजेपी के लिए चुनाव प्रचार भी करता था। संघ के कार्यक्रम में शामिल होने पर प