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Dainik Bhaskar हरियाणा में उम्मीदवारों का नामांकन:भूपेंद्र हुड्‌डा बोले- कांग्रेस से गठबंधन टूटने की जिम्मेदार AAP; विनेश जुलाना से नॉमिनेशन भरेंगी

हरियाणा में बुधवार यानी आज कई दिग्गज राजनीतिक उम्मीदवार नामांकन भरेंगे। इनमें रोहतक की गढ़ी सांपला किलोई से पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्‌डा भी शामिल हैं। नामांकन से पहले उन्होंने घर में हवन किया। यहां भूपेंद्र हुड्‌डा ने कहा कि प्रदेश में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। आम आदमी पार्टी (AAP) से गठबंधन टूटने पर उन्होंने कहा कि हम तो कोशिश कर रहे थे लेकिन AAP ने उम्मीदवार घोषित कर दिए। शायद वे गठबंधन में नहीं लड़ना चाहते थे। केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत की बेटी आरती राव अटेली से नामांकन करेंगी। यह उनका पहला चुनाव है। रेसलर विनेश फोगाट जींद की जुलाना सीट से कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भरेंगी। विनेश का भी यह पहला चुनाव है। हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों पर अभी तक 277 उम्मीदवार नामांकन कर चुके हैं। कल 12 सितंबर को नामांकन की आखिरी तारीख है। प्रदेश में 4 अक्टूबर को वोटिंग और 8 अक्टूबर को नतीजे घोषित होंगे।

Dainik Bhaskar कांग्रेस में शामिल होंगी देश की सबसे अमीर महिला:भाजपा सांसद की मां, BJP ने टिकट नहीं दी; कांग्रेस की लिस्ट इसी वजह से अटकी

हरियाणा में हिसार से भाजपा की टिकट ना मिलने पर नाराज चल रही देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल कांग्रेस में शामिल हो सकती हैं। भाजपा ने हिसार से उन्हें टिकट नहीं दी थी। जिसकी वजह से उन्होंने पहले निर्दलीय लड़ने का ऐलान किया था। हालांकि इसके बाद वह दिल्ली गईं और कांग्रेस के संपर्क में आ गईं। कांग्रेस की टिकट लिस्ट लेट होने के पीछे ये भी एक वजह मानी जा रही है। सावित्री को हिसार से कांग्रेस टिकट मिल सकती है। उनका मुकाबला भाजपा के मंत्री डॉ. कमल गुप्ता से होगा। वहीं हरियाणा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 46 उम्मीदवारों की लिस्ट तैयार कर ली है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक हुड्‌डा गुट के 29 संभावित उम्मीदवारों को पार्टी मुख्यालय बुला लिया गया है। वहीं सूत्रों के मुताबिक जिनके नाम तय हुए हैं, उनको कांग्रेस मुख्यालय दिल्ली से फोन कर बता दिया गया है। उन्हें नामांकन की तैयारी के लिए कह दिया गया है। कल नामांकन का अंतिम दिन है। सिरसा सांसद कुमारी सैलजा ने दिल्ली में डेरा डाल लिया है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक सैलजा कलायत, नारनौंद, अंबाला कैंट और पिहोवा विधानसभा सीट पर टिकट को लेकर अड़ गई हैं। पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्‌डा के सैलजा समर्थकों के नामों पर ऑब्जेक्शन के बाद सांसद ने मोर्चा खोल रखा है। पार्टी के भीतर यह भी चर्चा है कि कांग्रेस का बागी नेता दूसरी पार्टी में शामिल होकर चुनाव न लड़ सके और न ही निर्दलीय नामांकन भर सके, इसी वजह से लिस्ट को लेट किया जा रहा है। वहीं बाकी पार्टियां भी तब तक उम्मीदवारों का ऐलान कर दें, इसके पीछे कांग्रेस की यह रणनीति भी है। इसी बीच कांग्रेस के 46 उम्मीदवारों की लिस्ट वायरल हो गई। हालांकि कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव विनीत पूनिया ने कहा कि यह लिस्ट फर्जी है। कांग्रेस उम्मीदवारों की वायरल लिस्ट... हुड्‌डा-सैलजा की लड़ाई के बीच राहुल मीटिंग में VC से जुड़े कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक अंबाला की 3 विधानसभा सीटों को लेकर पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और सांसद कुमारी सैलजा अपने अपने समर्थकों के लिए अड़े हुए हैं। पार्टी में होने वाली बगावत और भगदड़ को देखते हुए अमेरिका दौरे पर गए राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं के साथ देर रात तक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मंथन किया। पार्टी सूत्रों का कहना है कि अमेरिका से सीधे राहुल गांधी ने अजय माकन और केसी वेणुगोपाल के साथ वर्चु

Dainik Bhaskar कांग्रेस सांसद का शाह को लेटर:लिखा- केंद्र के लिए मणिपुर के लोग मायने नहीं रखते; गुजरात में ऐसा होता तो आपको दुख होता

मणिपुर से कांग्रेस सांसद ए बिमोल अकोइजाम ने राज्य में हिंसा को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लेटर लिखा है। उन्होंने पूछा कि अगर इस तरह का हिंसक संकट मुख्य राज्यों जैसे यूपी, बिहार, पंजाब, महाराष्ट्र में होता, तो क्या केंद्र सरकार इसे जारी रहने देती। कांग्रेस सांसद ने कहा, 'मुझे बहुत अफसोस है कि केंद्र सरकार के लिए मणिपुर में लोगों का जीवन कोई मायने नहीं रखता। अगर ऐसा कुछ आपके अपने गृह राज्य गुजरात में होता तो आपको बहुत दुख होता, जैसा कि किसी भी अन्य गुजराती को महसूस होता। अकोइजाम ने कहा, 'मणिपुर की मौजूदा स्थिति 1947 में भारत के विभाजन की याद दिलाती है। यह 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस ​​के रूप में मनाने के सरकार के हालिया प्रयासों को देखते हुए विशेष रूप से दर्दनाक है।' सितंबर में ड्रोन हमलों के कारण हिंसा और बढ़ी मणिपुर में 3 मई 2023 से कुकी-मैतेई समुदाय के बीच जातीय संघर्ष जारी है। इस महीने 1 सितंबर से ड्रोन और रॉकेट हमलों के कारण हिंसा और बढ़ गई हैं। इसके विरोध में स्थानीय लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। सोमवार (9 सितंबर) को प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया। स्टूडेंट्स ने राजभवन पर पत्थरबाजी की थी, जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले और रबर बुलेट्स दागी थीं। 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। छात्रों का हिंसक प्रदर्शन मंगलवार (10 सितंबर) को भी जारी रहा। राजभवन की ओर मार्च कर रहे स्टूडेंट्स की सुरक्षाबलों से झड़प हो गई। छात्रों ने सुरक्षाबलों पर पथराव किया और गुलेल से छर्रे मारे। इसके बाद प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे गए। मणिपुर में 15 सितंबर तक इंटरनेट बैन, दो दिन कॉलेज बंद इंफाल ईस्ट और इंफाल वेस्ट में कर्फ्यू लगा है। पूरे राज्य में 15 सितंबर की शाम 3 बजे तक इंटरनेट बैन कर दिया गया है। 11 और 12 सितंबर को कॉलेज बंद हैं। केंद्र ने मंगलवार को मणिपुर में 2,000 और CRPF जवान भेजने का फैसला किया है। बीते 3 दिन के प्रदर्शन की तस्वीरें

Dainik Bhaskar यूपी में धर्मांतरण कराने वाले 12 को उम्रकैद:4 को 10-10 साल की सजा; हिंदू से मुस्लिम बने उमर ने 1000 लोगों का कराया धर्मांतरण

यूपी में अवैध धर्मांतरण मामले में लखनऊ की NIA कोर्ट ने बुधवार को 12 को उम्रकैद की सजा सुनाई है। 4 दोषियों को 10-10 साल की सजा दी गई। फैसला सुनाया गया तो सभी दोषी कोर्ट में मौजूद रहे। अवैध धर्मांतरण मामले में यह पहला केस है, जिसमें एक साथ 16 लोगों को सजा दी गई। मंगलवार को NIA-ATS कोर्ट के स्पेशल जज विवेकानंद शरण त्रिपाठी ने सभी को दोषी को करार दिया था। सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था। ATS ने बताया कि ये नौकरी समेत कई तरह का प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराते थे। फतेहपुर का मोहम्मद उमर गौतम गिरोह का सरगना है, वह खुद हिंदू से मुसलमान बना था। फिर उसने करीब एक हजार लोगों का अवैध तरीके से धर्मांतरण कराया। सभी को जेल भेज दिया गया। इन्हें मिली उम्रकैद सरकारी वकील एमके सिंह ने बताया कि अवैध धर्मांतरण मामले में कुल 17 आरोपी थे। एक आरोपी इदरीश कुरैशी को हाईकोर्ट से स्टे मिल गया। कोर्ट ने मोहम्मद उमर गौतम, सलाहुद्दीन जैनुद्दीन शेख, मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी, इरफान शेख उर्फ इरफान खान, भुप्रियबंदों मानकर उर्फ अरसलान मुस्तफा, प्रसाद रामेश्वर कांवरे, कौशर आलम, डॉक्टर फराज शाह, मौलाना कलीम सिद्दीकी, धीरज गोविंद, सरफराज अली जाफरी,अब्दुल्ला उमर को कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। जबकि मन्नू यादव उर्फ अब्दुल, राहुल भोला उर्फ राहुल अहमद, मो. सलीम, कुणाल अशोक चौधरी उर्फ आतिफ को 10-10 साल की सजा दी गई है। विदेशी फंड से धर्मांतरण का कारोबार ATS की नोएडा यूनिट के सब इंस्पेक्टर विनोद कुमार ने 20 जून 2021 को लखनऊ के गोमती नगर थाने में FIR दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया- ATS को बीते कुछ समय से सूचना मिल रही थी कि कुछ असामाजिक तत्व विदेशी संस्थाओं की मदद से लोगों का धर्म परिवर्तन कर देश की जनसंख्या संतुलन में बदलाव की कोशिश कर रहे हैं। धर्म परिवर्तन किए गए लोगों में उनके मूल धर्म के प्रति नफरत का भाव पैदा कर कट्टरपंथी बनाया जा रहा है। उन्हें मानसिक तौर पर देश के विभिन्न धार्मिक वर्गों में वैमनस्यता फैलाने के लिए तैयार किया जा रहा है। इसके जरिए वे देश के सौहार्द को बिगाड़ने की साजिश में शामिल हैं। 1000 लोगों का किया धर्म परिवर्तन आरोपी उमर गौतम ने पूछताछ में पुलिस को बताया था कि वह लगभग एक हजार गैर मुस्लिमों का धर्म परिवर्तन करा चुका है। उनकी बड़ी संख्या में मुसलमानों से शादी कराई है। यह भी बता

Dainik Bhaskar शंभू बॉर्डर मामले में हाई पावर कमेटी की मीटिंग आज:पंजाब-हरियाणा के चीफ सेक्रेटरी और DGP रहेंगे मौजूद, चंडीगढ़ में बनेगी रणनीति

6 महीने से किसान आंदोलन के चलते बंद पड़े शंभू बॉर्डर को खोलने के लिए सुप्रीम कोर्ट (SC) द्वारा गठित कमेटी की आज (बुधवार) को चंडीगढ़ में पहली मीटिंग होने जा रही है। इसमें पंजाब और हरियाणा के चीफ सेक्रेटरी और DGP मौजूद रहेंगे। मीटिंग रिटायर जस्टिस नवाब सिंह की अध्यक्षता में होगी। ये मीटिंग 3 बजे चंडीगढ़ में होगी। कमेटी की यह पहली मीटिंग है। इसके बाद कमेटी द्वारा आगे किसानों से मीटिंग करने समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर रणनीति बनाई जाएगी। ऐसे गठित की थी हाई पावर कमेटी 9 दिन पहले शंभू बॉर्डर मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी। सुप्रीम कोर्ट ने इस दौरान हाई पावर कमेटी गठित की थी। साथ ही कहा था कि हम मुद्दे तय नहीं कर रहे हैं। यह अधिकार कमेटी को दे रहे हैं। इस कमेटी में पंजाब और हरियाणा के अधिकारी भी शामिल हैं। हाई पावर कमेटी को आंदोलनकारी किसानों के बीच पहुंचकर अपने ट्रैक्टर हटाने का अनुरोध करना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी नसीहत दी कि इस मामले का राजनीतिकरण न किया जाए। मुद्दे बहुत संवेदनशील होते हैं, इसलिए संतुलित रुख अपनाना चाहिए।

Dainik Bhaskar जम्मू-कश्मीर में 7 महीने बाद सीजफायर का उल्लंघन:1 BSF जवान घायल; विधानसभा चुनाव की वोटिंग से 7 दिन पहले पाकिस्तानी रेंजर्स ने गोलीबारी की

जम्मू-कश्मीर के अखनूर में 10-11 सितंबर की दरमियानी रात 2:35 बजे पाकिस्तानी जवानों ने बॉर्डर पर सीजफायर का उल्लंघन किया। जवाब में BSF के जवानों ने भी फायरिंग की। इस गोलीबारी में एक BSF का जवान घायल हो गया है। BSF के प्रवक्ता ने बताया कि जवाबी एक्शन में पाकिस्तान को हुए नुकसान की अभी जानकारी नहीं है। घटना के बाद BSF के जवान बॉर्डर पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं। सीजफायर का ताजा उल्लंघन जम्मू-कश्मीर में 18 सितंबर को होने वाली पहले फेज की वोटिंग के 7 दिन पहले हुआ है। इसके चलते BSF के जवानों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। 25 फरवरी 2021 को भारत-पाक के बीच सीजफायर समझौता रिन्यू हुआ था। इसके बाद पाकिस्तान 4 बार इसका उल्लंघन कर चुका है। आखिरी बार 14 फरवरी 2024 को जम्मू के मकवाल में फायरिंग हुई थी। हालांकि, इसमें कोई घायल नहीं हुआ था। समझौते के बाद पाकिस्तान ने 4 बार सीजफायर तोड़ा 14 फरवरी 2024: 20 मिनट तक भारत-पाक के बीच गोलीबारी हुई, कोई घायल नहीं 14 फरवरी की शाम 5.50 बजे जम्मू के मकवाल में BSF चौकी पर पाकिस्तानी रेंजर्स ने गोलीबारी की। BSF ने भी इस गोलीबारी का जवाब दिया। BSF के अधिकारियों के मुताबिक, दोनों ओर से करीब 20 मिनट तक गोलियां चलीं। हालांकि, गोलीबारी में BSF का कोई भी जवान घायल नहीं हुआ है। 8 नवंबर 2023: सांबा के रामगढ़ सेक्टर में बॉर्डर पर गोलीबारी, BSF जवान शहीद 8 नवंबर 2023 को जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में पाकिस्तानी रेंजर्स ने नयनपुर पोस्ट पर फायरिंग की थी। इसके जवाब में BSF जवानों ने भी फायरिंग की। गोलीबारी में BSF जवान लाल फर्न किमा घायल हुए थे। इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया था। यह गोलीबारी रात 12:20 बजे हुई थी। 26 अक्टूबर 2023: पाकिस्तान ने मोर्टार दागे, एक BSF जवान और महिला घायल जम्मू के अरनिया और सुचेतगढ़ सेक्टर में पाकिस्तान ने 26 अक्टूबर को सीज फायर का उल्लंघन किया। इंटरनेशनल बॉर्डर पर रात 8 बजे पाकिस्तानी रेंजर्स ने अचानक गोलीबारी शुरू कर दी। इसमें BSF का एक जवान और एक महिला घायल हो गई। दोनों तरफ से सुबह तीन बजे तक फायरिंग होती रही। 17 अक्टूबर 2023: 2021 के शांति समझौते के बाद पहली बार पाकिस्तान ने सीजफायर तोड़ा भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर 17 अक्टूबर को पाकिस्तानी रेंजर्स ने फायरिंग की थी। इसमें दो BSF जवान घायल हुए थे। घटना इंटरनेशनल बॉर्डर पर सुबह 8:15

Dainik Bhaskar मणिमहेश में श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी:11:47 बजे तक शाही स्नान का मुहूर्त; 6 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे

उत्तर भारत की पवित्र एवं पावन मणिमहेश यात्रा के लिए हिमाचल के भरमौर में भारी जन सैलाब उमड़ आया है। देश के विभिन्न राज्यों से पहुंचे सैकड़ों श्रद्धालु डल झील में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। जन्माष्टमी के अवसर पर बीते 26 अगस्त से शुरू हुई मणिमहेश यात्रा आज देर रात आधिकारिक तौर पर यात्रा संपन्न हो जाएगी। मणिमहेश यात्रा के शाही स्नान की शुभ मुहूर्त बीती रात 11 बजकर 13 मिनट से शुरू हुआ, जो कि बुधवार रात 11 बजकर 47 मिनट पर खत्म होगा। मंगलवार को शिव चेलों ने शिव कुंड की परिक्रमा करने के बाद डल तोड़ने की परंपरा निभाई। एक लाख श्रद्धालु करेंगे शाही स्नान SDM भरमौर कुलविंदर सिंह ने बताया कि इस बार एक लाख से ज्यादा श्रद्धालु शाही स्नान करेंगे। उन्होंने बताया कि यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक 6 लाख से ज्यादा लोग मणिमहेश पहुंच चुके हैं। आज शाम तक श्रद्धालुओं का यह आंकड़ा और बढ़ेगा। इस यात्रा के लिए पंजाब, हरियाणा, जम्मू कश्मीर, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और चंडीगढ़ से काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। शिव भक्त हर हर महादेव का जयकारें लगाते हुए आगे बढ़ रहे हैं। मान्यता के अनुसार मणिमहेश की इन पहाड़ियों पर शिव का वास है। नीचे डल झील जहां शाही स्नान के लिए श्रद्धालु पहुंचे हैं। हेलिकॉप्टर की उड़ान में खराब मौसम से बाधा मणिमहेश के लिए सरकार ने भरमौर से हेलिकॉप्टर सेवा बीते 24 अगस्त को ही शुरू कर दी थी, लेकिन इस बार खराब मौसम ने इसमें बाधा उत्पन्न की है। लिहाजा ज्यादातर श्रद्धालु इस बार पैदल चल कर मणिमहेश पहुंचे है। कुछ श्रद्धालु घोड़ों और खच्चरों पर भी इस पावन यात्रा के लिए आए हैं। यहां बनाए गए कैंप प्रशासन ने मणिमहेश यात्रा के लिए भरमौर, हड़सर, धनछो, सुंदरासी और गौरीकुंड में 5 जगह कैंप स्थापित किए है। यहां से प्रत्येक श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य जांच के बाद ही आगे भेजा गया। क्योंकि 13385.83 फीट की ऊंचाई पर स्थित मणिमहेश में कई बार ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। इन कैंप में मेडिकल टीमें तैनात की गई है। उत्तर भारत की कठिन धार्मिक यात्रा मणिमहेश यात्रा को उत्तर भारत की कठिन धार्मिक यात्रा माना जाता है। 13 हजार फीट से ज्यादा की ऊंचाई पर स्थिति मणिमहेश पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को ऊंचे-ऊंचे पहाड़ चढ़ने पड़ते हैं। यह यात्रा अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सुंदर दृश्यों के लिए भी जानी जाती है। क्योंकि इस यात्

Dainik Bhaskar लालपुरा के बयान पर SGPC को ऐतराज:​​​​​​​धामी बोले- श्री गुरु नानक देव को बताया विष्णु का अवतार, अकाल तख्त करें कार्रवाई

राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा के बयान के खिलाफ शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने मोर्चा खोल दिया है। SGPC के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी को उनके बयान पर ऐतराज है। उन्होंने अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार से बयान का संज्ञान लेने और उन पर कार्रवाई करने की मांग की है। जबकि लालपुरा का कहना है कि उनके बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। दिल्ली प्रोग्राम में की थी मनगढ़ंत बयानबाजी SGPC प्रधान का कहना है कि हाल ही में दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान लालपुरा ने सिख आस्था के सिद्धांतों और पवित्र गुरबानी की विचारधारा के खिलाफ मनगढ़ंत बयानबाजी की है। जिससे सिख समुदाय की विशिष्टता और उसकी मौलिकता को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि लालपुरा ने श्री गुरु नानक देव को विष्णु का अवतार बताया है, जो RSS और भाजपा के शीर्ष नेताओं को खुश करने के लिए उनकी शरारती हरकत है। एडवोकेट धामी ने कहा कि लालपुरा की इस तरह की बयानबाजी गुरुओं और सिख समुदाय की विचारधारा का घोर अपमान है। जिसके लिए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। सिख धर्म में अवतार का नहीं कोई स्थान धामी ने कहा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब की पवित्र गुरबानी केवल एक अकाल पुरख से जोड़ती है और सिख धर्म में अवतार का कोई स्थान नहीं है। लालपुरा द्वारा सिख गुरुओं को हिंदू देवी-देवताओं के साथ जोड़ना RSS के एजेंडे को आगे बढ़ाने का ही हिस्सा है। धामी ने कहा कि यह सिख समुदाय के लिए बड़ी चिंता का विषय है। जिसमें श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार को हस्तक्षेप करना चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी कोई सिख विरोधी कार्रवाई न हो।

Dainik Bhaskar हरियाणा CM सैनी ने विधानसभा भंग की:कैबिनेट मीटिंग में फैसला लिया गया; संवैधानिक संकट से बचने के लिए कदम उठाया

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने विधानसभा भंग करने का फैसला कर लिया है। आज शाम को इसके लिए कैबिनेट की मीटिंग बुलाई गई थी, जिमसें कृषि मंत्री कंवरपाल गुर्जर, स्वास्थ्य मंत्री कमल गुप्ता, लोक निर्माण मंत्री डॉ बनवारी लाल, शहरी निकाय मंत्री सुभाष सुधा, परिवहन मंत्री असीम गोयल, खेल मंत्री संजय सिंह कैबिनेट मीटिंग में शामिल रहे। इन नेताओं ने बैठक में विधानसभा को भंग करने के CM सैनी के प्रस्ताव पर सहमति जताई। अब कैबिनेट के फैसले को राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के पास भेजा जाएगा। इसके बाद राज्यपाल ही आगे की कार्रवाई करेंगे। तब तक सैनी एक्टिंग CM के रूप में काम करते रहेंगें। विधानसभा भंग करना ही सिंगल ऑप्शन विधायी एवं संवैधानिक मामलों के जानकार हेमंत कुमार का कहना है कि बेशक चुनाव आयोग ने 15वीं हरियाणा विधानसभा के गठन के लिए आम चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी हो, उसमें भी सरकार सत्र बुला सकती है। उनका कहना है कि 14वीं हरियाणा विधानसभा, जिसका कार्यकाल 3 नवंबर 2024 तक है, एवं जिसका पिछला एक दिन का विशेष सत्र 5 माह पूर्व 13 मार्च 2024 को बुलाया गया था। ऐसे में संविधान के अनुच्छेद 174(1) की सख्त अनुपालना में मौजूदा विधानसभा का एक सत्र, बेशक वह एक दिन या आधे दिन की अवधि का ही क्यों न हो, वह आगामी 12 सितंबर 2024 से पहले बुलाना अनिवार्य है। क्या कहता है संविधान ? संविधान में स्पष्ट उल्लेख है कि पिछले सत्र की अंतिम बैठक और अगले सत्र की प्रथम बैठक के बीच 6 महीने का अंतराल नहीं होना चाहिए। सरकार की ओर से पिछली कैबिनेट बैठक में मानसून सत्र पर कोई फैसला नहीं लिया गया था। ऐसे में अब सरकार के पास हरियाणा विधानसभा को समयपूर्व भंग करने के लिए राज्यपाल से सिफारिश करना ही एकमात्र विकल्प बचा है। हरियाणा में संवैधानिक संकट का कारण हरियाणा में चुनाव की घोषणा के बाद संवैधानिक संकट खड़ा हुआ है। इसकी वजह 6 महीने के भीतर एक बार विधानसभा सेशन बुलाना है। राज्य विधानसभा का अंतिम सेशन 13 मार्च को हुआ था। उसमें नए बने CM नायब सैनी ने विश्वास मत हासिल किया था। इसके बाद 12 सितंबर तक सेशन बुलाना अनिवार्य है। यह संवैधानिक संकट ऐतिहासिक भी है, क्योंकि देश आजाद होने के बाद कभी ऐसी स्थिति नहीं आई। हरियाणा में ही कोरोना के दौरान भी इस संकट को टालने के लिए 1 दिन का सेशन बुलाया गया था। 6 माह में सत्र न बुलाने का इ

Dainik Bhaskar अब GPS से होगी टोल वसूली, नए नियम आज से:20 किमी तक फ्री, फिर जितनी यात्रा, उतना टोल; फास्टैग भी चलता रहेगा

देश में ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (जीएनएसएस) आधारित टोल कलेक्शन सिस्टम लागू हो गया है। सड़क, परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय ने मंगलवार को इसके बदले हुए नए नियम जारी किए। इसके मुताबिक, GNSS से लैस प्राइवेट गाड़ियों से नेशनल हाईवे पर रोज 20 किमी की दूरी तक कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। वे 20 किमी से ज्यादा जितनी दूरी तय करेंगे, उतनी ही दूरी का टोल वसूला जाएगा। फायदा उन्हीं गाड़ियों को होगा, जो GNSS से लैस हैं। इनकी संख्या अभी कम हैं, इसलिए यह व्यवस्था फिलहाल हाइब्रिड मोड पर काम करेगी। यानी टोल वसूली कैश, फास्टैग और ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन से भी जारी रहेगी। मैसूर और पानीपत हाईवे पर हुआ ट्रायल रन जीएनएसएस से टोल वसूली के बेंगलुरु-मैसूर हाईवे (एनएच-275) और पानीपत-हिसार (एनएच-709) पर ट्रायल रन किए गए थे। इसके अलावा देश में फिलहाल कहीं भी जीएनएसएस के लिए डेडिकेटेड लेन नहीं है। वाहनों को जीएनएसएस वाला बनाने के लिए ऑन-बोर्ड यूनिट (ओबीयू) या ट्रैकिंग डिवाइस लगवाना होगा। वो सब कुछ, जो आपके लिए जानना जरूरी जीएनएसएस क्या है? देश में सभी नेशनल हाईवे की जीआईएस (ज्योग्राफिकल इन्फॉर्मेशन सिस्टम) मैपिंग हो चुकी है। फास्टैग के विपरीत जीएनएसएस सैटेलाइट आधारित तकनीक पर काम करती है। इससे सटीक ट्रैकिंग होती है। यह टोल की गणना के लिए जीपीएस और भारत के जीपीएस एडेड जीईओ ऑगमेंटेड नेविगेशन (जीएजीएएन-गगन) सिस्टम का उपयोग करता है।

Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:जम्मू के अखनूर में पाकिस्तानी रेंजर्स ने भारतीय सेना की पोस्ट पर गोलीबारी की, BSF का एक जवान घायल

जम्मू के अखनूर इलाके में बॉर्डर पार से हुई गोलीबारी में बीएसएफ का एक जवान घायल हो गया। इस हमले के बाद सेना हाई अलर्ट पर है। घटना 10 सितंबर को देरा रात 2:35 बजे की है। आज की अन्य बड़ी खबरें... फुटबॉलर अनवर अली पर 4 महीने का बैन इंडियन सुपर लीग शुरू होने से पहले ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन की प्लेयर स्टेटस कमेटी ने भारतीय फुटबॉलर अनवर अली पर चार महीने का बैन लगा दिया है। अनवर मोहन बागान के साथ लोन एग्रीमेंट तय समय से चार साल पहले खत्म कर प्रतिद्वंदी ईस्ट बंगाल क्लब में शामिल हो गए थे। कमेटी ने कॉन्ट्रैक्ट खत्म करने की कोई उचित वजह नहीं पाई और ट्रांसफर को गैरकानूनी माना। मामले में ईस्ट बंगाल और दिल्ली एफसी पर भी दो ट्रांसफर विंडो का बैन लगा है और इन्हें मोहन बागान को 12.9 करोड़ रुपए मुआवजा देने के निर्देश दिए गए हैं।

Dainik Bhaskar कांग्रेस बोली-सेबी चेयरपर्सन के पति को महिंद्रा से पैसा मिला:दावा- मामले निपटाने के लिए ₹4.78 करोड़ मिले; कंपनी बोली- धवल एक्सपर्ट इसलिए नियुक्ति की

कांग्रेस ने मंगलवार (10 सितंबर) को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की अध्यक्ष माधवी पुरी बुच पर नए आरोप लगाए। कांग्रेस ने कहा कि माधबी के पति धवल बुच को ऑटोमोबाइल कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा (MM) से 2019 और 2021 के बीच 4.78 करोड़ रुपए मिले थे। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि सेबी ने इस दौरान (MM) से जुड़े मामलों में चार आदेश जारी किए थे। यह उस समय हुआ जब धवल की पत्नी माधबी सेबी की सदस्य थीं। 2016-17, 2019-2020 और 2023-2024 तक माधबी पुरी ने एगोरा के माध्यम से 2.95 करोड़ कमाए। ये पैसे महिंद्रा एंड महिंद्रा, डॉक्टर रेड्डीज, पिडीलाइट, आईसीआईसीआई, सैम्बकॉर्प और विसूलीजी एंड फाइनेंस इन 6 कंपनियों से कमाए गए। ये सारी कंपनियां लिस्टेड हैं और ये सेबी से रेगुलेट होती हैं और साथ ही ये सभी एगोरा की क्लाइंट हैं। - पवन खेड़ा, कांग्रेस नेता हालांकि इन आरोपों को महिंद्रा एंड महिंद्रा ने झूठा बताया। कंपनी ने कहा- धवल को उनकी विशेषता के लिए नियुक्त किया था। हमने कभी भी सेबी से किसी तरह के सहूलियत नहीं मांगी थी। जयराम रमेश ने पूछे पीएम मोदी से 3 सवाल महिंद्रा एंड महिंद्रा ने जवाब में क्या कहा महिंद्रा एंड महिंद्रा ने कहा- कंपनी ने धवल बुच को 2019 में हायर किया था। उन्हें उनके सप्लाई चेन और सोर्सिंग से जुड़े एक्सपीरियंस के लिए चुना गया था। उन्होंने अपना ज्यादातर समय ब्रिस्टलकोन में दिया। अभी धवल बुच इसके बोर्ड में हैं। वे माधबी पुरी बुच के सेबी प्रमुख बनने से करीब 3 साल पहले महिंद्रा ग्रुप में आए थे। उन्हें दिए गए पैसे उनके अनुभव और मैनेजमेंट के लिए थे। सेबी के जिन 5 ऑर्डर की बात कांग्रेस ने की है, उनमें से 3 का कंपनी या इसकी सब्सिडियरी से कुछ लेना देना नहीं है। एक तो फास्ट ट्रैक राइट्स इश्यू था, जिसके लिए सेबी अप्रूवल की कोई जरूरत नहीं थी। एक ऑर्डर मार्च 2018 का है, जब धवल ने महिंद्रा ग्रुप में काम भी शुरू नहीं किया था। पिछली बार कांग्रेस ने 3 जगह से लाभ लेने का आरोप लगाया था इससे पहले 2 सितंबर को कांग्रेस ने माधवी पर SEBI से जुड़े होने के दौरान ICICI बैंक समेत 3 जगहों से सैलरी लेने का आरोप लगाया था। पवन खेड़ा ने कहा था- माधबी पुरी बुच 5 अप्रैल, 2017 से 4 अक्टूबर, 2021 तक SEBI में पूर्णकालिक सदस्य थीं। फिर 2 मार्च, 2022 को माधबी पुरी बुच SEBI की चेयरपर्सन बनीं। SEBI की चेयरपर्स

Dainik Bhaskar BJP उम्मीदवार 500 करोड़ के मालिक:3.45 करोड़ सालाना इनकम, पत्नी के पास सवा 2 करोड़ की ज्वेलरी; 5 केस भी चल रहे

हरियाणा में हिसार जिले की नारनौंद विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार कैप्टन अभिमन्यु करीब 500 करोड़ संपत्ति के मालिक हैं। मंगलवार को उन्होंने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन के दौरान दिए हलफनामे के मुताबिक कैप्टन अभिमन्यु के पास 250 करोड़ के शेयर हैं और पत्नी एकता सिंधु के 79.03 करोड़ रुपए के शेयर हैं। वहीं बच्चों के नाम भी 72.35 करोड़ के शेयर हैं। 2014 में कैप्टन अभिमन्यु विधायक बने थे। तब मनोहर लाल खट्‌टर सरकार में उन्हें वित्त मंत्री बनाया गया। 2019 में वह चुनाव हार गए थे। 2019 के नामांकन में कैप्टन के पास 35 अलग-अलग वाहन थे। मगर, इस बार उनकी डिटेल नहीं दी गई। वहीं उन पर करीब 33 करोड़ का कर्जा भी है। 2019 के नामांकन में कैप्टन के पास 35 अलग-अलग वाहन थे। मगर इस बार उनकी डिटेल नहीं दी गई है। अभिमन्यु की 3.45 करोड़ सालाना कमाई कैप्टन अभिमन्यु की सालाना कमाई करीब 3.45 करोड़ है। वहीं पत्नी एकता की आय 1.94 करोड़ सलाना है। अभिमन्यु पर 5 केस भी चल रहे हैं। अभिमन्यु के पास 1.11 लाख कैश, पत्नी के पास 1.58 लाख कैश और बच्चों के पास 2 लाख कैश है। अभिमन्यु के बैंक अकाउंट में 19.55 लाख, पत्नी के अकाउंट में 18.71 लाख और बच्चों के अकाउंट में 3.86 लाख जमा हैं। अरबों के शेयर रखते हैं अभिमन्यु कैप्टन अभिमन्यु सिंधु ट्रेड लिंक्स प्राइवेट लिमिटेड और इंडस पोर्टफोलियो प्राइवेट लिमिटेड सहित कई कंपनियों के संस्थापक-मालिक, निदेशक और अध्यक्ष हैं। उनके व्यापारिक उपक्रमों में कोयला खनन, बिजली उत्पादन, परिवहन, शेयर ब्रोकिंग, वित्त और पोर्टफोलियो प्रबंधन, शिक्षा और मीडिया शामिल हैं। अभिमन्यु ने 2.51 अरब के पास शेयर और बॉन्ड हैं। इसके अलावा पत्नी के पास 79.03 करोड़ के बॉन्ड व शेयर हैं। वहीं बच्चों के नाम 72.35 करोड़ के शेयर हैं। अभिमन्यु ने पॉलिसी व सेविंग में 17.45 लाख, पत्नी के पास 16.56 लाख की पॉलिसी में इन्वेस्ट किया है। कैप्टन की पत्नी के पास सवा 2 करोड़ की ज्वेलरी अभिमन्यु की पत्नी एकता सिंधु के पास 2.26 करोड़, अभिमन्यु के पास 21.53 लाख और बच्चों के पास 10.47 करोड़ की ज्वेलरी है। अभिमन्यु की कुल चल संपत्ति 2.80 अरब, पत्नी की 88.87 करोड़ और बच्चों की 74.47 करोड़ की संपत्ति है। वहीं अभिमन्यु के पास 8.42 करोड़ की एग्रीकल्चर लैंड और पत्नी के नाम 99.55 लाख की जमीन है।

Dainik Bhaskar भाजपा के 21 उम्मीदवारों का एनालिसिस:टिकट बंटवारे में RSS का दबदबा, खट्‌टर को झटका; एंटी इनकंबेंसी से बचने के लिए गढ़ में चेहरे बदले

हरियाणा चुनाव के लिए BJP ने 21 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी। इस लिस्ट में पार्टी का सर्वे और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का फीडबैक सबसे दमदार रहा। यह जिनके पक्ष में था, उन्हें हारने के बावजूद टिकट मिला। इनमें 4 बड़े चेहरे शामिल हैं। जिनके खिलाफ रहा, उनके मंत्री या सिटिंग विधायक होने पर भी पार्टी ने टिकट काट दिया। मंत्री डॉ. बनवारी लाल हों या सीमा त्रिखा, इनके समेत 7 विधायकों को दोबारा टिकट नहीं मिला। इस लिस्ट में भाजपा ने केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत को खुश करने की कोशिश की। इस बार उनके विरोध पर 2 सिटिंग विधायकों का टिकट काट दिया। पहले जारी 67 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में उनके विरोध काे दरकिनार कर उनके 4 कट्‌टर विरोधियों को टिकट दिया गया था। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्‌टर को भी हाईकमान ने झटका दिया है। उनके विरोध के बावजूद पटौदी से बिमला चौधरी को टिकट दिया गया। 2019 में खट्‌टर ने टिकट कटवा दिया था। इस बार राव की सिफारिश चल गई। खट्‌टर के करीबी रहे विधायक बनवारी लाल और सत्यप्रकाश जरावता का टिकट काट दिया गया। अहीरवाल बेल्ट वाली दक्षिण हरियाणा में अपने गढ़ में भाजपा हाईकमान ने जमकर उलटफेर किया। यहां भाजपा ने 5 सिटिंग विधायकों का टिकट काट दिया। इस लिस्ट में भाजपा ने एक मुस्लिम नेता का टिकट भी काट दिया। जिन 2 मुस्लिम नेताओं पर भरोसा जताया, वहां मुस्लिम वोट बैंक के दूसरे वर्ग से बड़ा होने की मजबूरी रही। एंटी इनकंबेंसी से बचने के लिए 14 नए चेहरे उतार दिए। जीटी रोड बेल्ट में भी नए चेहरों को मौका देने से गुरेज नहीं किया। विधायकों के टिकट काटने के कारण जातीय समीकरण ऐसे साधा... लोकसभा में नाराजगी देख सबसे ज्यादा SC चेहरों को टिकट इस लिस्ट में सबसे ज्यादा 4 उम्मीदवार SC वर्ग से हैं। लोकसभा चुनाव में बीजेपी को जाट के बाद सबसे ज्यादा एससी वर्ग से ही नुकसान हुआ। ऐसे में कृष्ण कुमार बेदी, बिमला चौधरी को दोबारा से टिकट दिया गया है। 2019 में कृष्ण बेदी पिछला चुनाव हार गए थे और बिमला चौधरी का पार्टी ने टिकट काट दिया था। जबकि एससी वर्ग से ही आने वाले स्वास्थ्य विभाग में निदेशक पद से एक दिन पहले नौकरी छोड़ने वाले डॉ. कृष्ण कुमार को टिकट दिया है। होडल से हरिंदर सिंह रामरतन को मैदान में उतारा है। नाराज जाटों के 3 चेहरे, OBC पर फोकस करते हुए 3 उम्मीदवार उतारे दूसरी लिस्ट में

Dainik Bhaskar देश का मानसून ट्रैकर:ओडिशा के 7 जिलों में तेज बारिश, 2 हजार लोगों का रेस्क्यू; 13 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट

मौसम विभाग (IMD) ने बुधवार (11 सितंबर) को 13 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं, ओडिशा के समुद्र में कम दबाव का क्षेत्र (डीप डिप्रेशन) बना हुआ है। इसके चलते मंगलवार को 7 जिलों में तेज बारिश हुई। इसके चलते दो हजार लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया। मलकानगिरी, कोरापुट और गंजाम में कई इलाकों की सड़कें बह गईं। ओडिशा और आंध्र प्रदेश के बीच संपर्क भी बाधित हो गया है। इधर, मध्य प्रदेश में बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम बना हुआ है। आने वाले 3-4 दिन भारी बारिश की चेतावनी है। मंगलवार को भोपाल समेत 20 जिलों में बारिश हुई। 6 से ज्यादा बांधों के गेट खोले गए हैं। नर्मदा का जलस्तर बढ़ गया है। वहीं, उत्तर प्रदेश में 3 दिन तक भारी बारिश का अलर्ट है। झांसी, ललितपुर और महोबा में बिजली गिरने से 3 किसानों की मौत हो गई। मौसम विभाग का कहना है कि कम तापमान वाले में इलाकों में तड़के कोहरा देखने को मिलेगा। हालांकि, इससे विजिबिलिटी पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। देशभर से बारिश की 4 तस्वीरें... 12 सितंबर को 6 राज्यों में अतिभारी बारिश का अलर्ट