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Dainik Bhaskar हिमाचल में मस्जिद विवाद में हिंदू संगठनों का प्रदर्शन आज:धारा 163 लागू, 5 लोगों को इकट्ठे चलने पर प्रतिबंध; पुलिस ने किया फ्लैग मार्च

हिमाचल की राजधानी शिमला में अवैध मस्जिद मामला तूल पकड़ रहा है। संजौली में हिंदू संगठन आज सड़कों पर उतर कर मस्जिद गिराने को लेकर प्रदर्शन करेंगे। DC शिमला अनुपम कश्यप ने संजौली में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 163 लागू कर दी है। इसके तहत सुबह 7 बजे से रात 11:59 बजे तक 5 या इससे ज्यादा लोगों को इकट्‌ठे चलने की इजाजत नहीं होगी। पुलिस ने बीती रात 10 बजे फ्लैग मार्च किया। संजौली के चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात कर दी गई है। मस्जिद के बाहर पुलिस का कड़ा पहरा लगा दिया गया है। धारा 163 लागू होते ही संजौली में किसी भी व्यक्ति को लाठी, बरछा, कुल्हाड़ी, साइकिल चेन, गंडासा, भाला, तलवार जैसे हथियार इत्यादि अस्त्र-शस्त्र तथा अन्य ज्वलनशील पदार्थों को लेकर चलने पर पूर्णतः प्रतिबन्ध रहेगा। DC शिमला ने कहा, उक्त क्षेत्र में सामान्य जन-जीवन पूरी तरह से सामान्य रहेगा। सरकारी व निजी कार्यालय, स्कूल तथा बाजार पूरी तरह से खुले रहेंगे। आम जनता को किसी भी प्रकार की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाने के लिए प्रशासन सख्त कदम उठाने के लिए प्रयासरत है। धरना प्रदर्शन पर रहेगा पूर्ण प्रतिबंध DC ने कहा, क्षेत्र में किसी को भी धरना प्रदर्शन, नारेबाजी, हड़ताल करने की अनुमति प्रदान नहीं की गई। वहीं अस्पताल, कोर्ट, शिक्षण संस्थान और सार्वजनिक स्थानों पर लाउड स्पीकर के इस्तेमाल पर भी प्रतिबंध रहेगा। इस दौरान सांप्रदायिक, राष्ट्र, राज्य विरोधी भाषण नारे, दीवार लेखन, पोस्टर आदि पर भी पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया गया है। नव बहार से लेकर ढली तक लागू रहेगी धारा 163 डीसी शिमला ने कहा, जारी आदेश नव बहार चौक से ढली टनल के ईस्टर्न पोर्टल, IGMC से संजौली चौक, संजौली चौक से चलौंठी, ढली (वाया संजौली चलौंठी जंक्शन) क्षेत्र में 11 सितंबर 2024 को सुबह 7 बजे से रात्रि 11.59 बजे तक जारी रहेंगे। MC कोर्ट की कार्यवाही से नाराज हिंदू संगठन अवैध मस्जिद मामले में हिंदू संगठन नगर निगम (MC) कमिश्नर कोर्ट की बीते शनिवार को हुई कार्यवाही से नाराज है। कोर्ट ने इस मामले में 5 अक्टूबर को सुनवाई तय की है और संबंधित कनिष्ठ अभियंता (JE) को फ्रेश स्टेट्स रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है। सामाजिक कार्यकर्ता एवं बीजेपी नेता विकास थापटा ने बताया कि मामले को जान बूझकर लटकाया जा रहा है। इसी वजह से आज

Dainik Bhaskar केजरीवाल की न्यायिक हिरासत का आखिरी दिन:आज राउज एवेन्यू कोर्ट में CBI की चार्जशीट का जवाब दाखिल करना होगा

शराब नीति मामले से जुड़े CBI केस में CM अरविंद केजरीवाल की न्यायिक हिरासत आज खत्म हो रही है। 3 सितंबर को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने CBI की सप्लीमेंट्री चार्जशीट पर संज्ञान लेकर केजरीवाल को समन जारी किया था। CBI ने अरविंद केजरीवाल, दुर्गेश पाठक, विनोद चौहान, आशीष माथुर, सरथ रेड्डी के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की थी। इसके बाद राउज एवेन्यू कोर्ट ने आरोपियों को जवाब दाखिल करने के लिए 11 सितंबर तक का समय दिया था। वहीं 5 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट में अरविंद केजरीवाल की जमानत याचिका पर सुनवाई हुई थी। केजरीवाल के वकील ने दलील दी कि केजरीवाल को इसलिए गिरफ्तार किया गया, ताकि वे जेल से बाहर ना आ सकें जबकि जमानत नियम और जेल अपवाद है। CBI ने जवाब दिया कि केजरीवाल को जमानत के लिए पहले ट्रायल कोर्ट जाना चाहिए, सीधे सुप्रीम कोर्ट नहीं आना चाहिए। अगर उन्हें जमानत मिली तो हाईकोर्ट को निराशा होगी। सुनवाई के बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया। चार्जशीट में केजरीवाल का नाम मुख्य साजिशकर्ताओं में शामिल CBI ने 30 जुलाई को चौथी सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें केजरीवाल को आरोपी बनाया गया था। एजेंसी ने आरोप लगाया गया कि केजरीवाल शराब नीति घोटाले में मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक हैं। CBI को राउज एवेन्यू कोर्ट से 23 अगस्त को केजरीवाल पर मुकदमा चलाने की मंजूरी मिली थी। CBI ने पांचवी और आखिरी चार्जशीट में कहा- केजरीवाल शुरू से आपराधिक साजिश में शामिल रहे इस केस में CBI ने 7 सितंबर को राउज एवेन्यू कोर्ट में अपनी पांचवी और आखिरी चार्जशीट दाखिल की। CBI ने कहा कि जांच पूरी हो गई है और इसमें सामने आया है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शराब नीति बनाने और उसे लागू करने की आपराधिक साजिश में शुरू से शामिल थे। वे पहले से ही शराब नीति के प्राइवेटाइजेशन का मन बना चुके थे। चार्जशीट के मुताबिक, मार्च 2021 में जब तत्कालीन डिप्टी CM मनीष सिसोदिया की अध्यक्षता में शराब नीति तैयार की जा रही थी, तब केजरीवाल ने कहा था कि पार्टी को पैसों की जरूरत है। उन्होंने अपने करीबी और AAP के मीडिया और संचार प्रभारी विजय नायर को फंड जुटाने का काम सौंपा था। पूरी खबर यहां पढ़ें... 26 जून को CBI ने केजरीवाल को गिरफ्तार किया था शराब नीति केस में केजरीवाल के खिलाफ ED और CBI का केस चल रहा है। ED ने केजरीवाल को

Dainik Bhaskar हरियाणा चुनाव में अकेले पड़े ‌BJP मंत्री:गुप्ता ने कहा- राम-राम; चंद्रा बोले- क्या काम है, 5 साल बाद आई मेरी याद

हरियाणा की हिसार विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे डॉ. कमल गुप्ता चुनावी जंग में अकेले पड़ गए हैं। पहले जिंदल परिवार और अब पूर्व राज्यसभा सांसद सुभाष चंद्रा ने भी भाजपा के मंत्री का साथ छोड़ दिया है। पूर्व राज्यसभा सांसद ने खुद सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी है। सुभाष चंद्रा ने कहा कि मंत्री बनने के बाद कमल गुप्ता को 5 साल बाद मेरी याद आई। कम से कम वह मुझे तीज-त्योहार पर बधाई तो दे सकते हैं। हिसार की जनता भी भाजपा के मंत्री से नाराज है, इसलिए इस बार मैं मदद नहीं कर पाऊंगा। बता दें कि सुभाष चंद्रा बड़े कारोबारी और पूर्व राज्यसभा सांसद हैं। सुभाष चंद्रा ने 2014 के विधानसभा चुनाव में सावित्री जिंदल के खिलाफ डॉ. कमल गुप्ता की खुलकर मदद की थी और उन्हें चुनाव जिताया था। कमल गुप्ता के एक फैसले को पलटा तब से खटास कमल गुप्ता और सुभाष चंद्रा के बीच रिश्ते उस समय खराब हो गए थे, जब चंद्रा ने विधायक के प्रोजेक्ट पर अड़ंगा लगा दिया था। दरअसल कमल गुप्ता ने हिसार में पारिजात चौक से बस स्टैंड तक का रूट ग्रोवर मार्केट से होते हुए पारिजात चौक से नागोरी गेट तक का रूट वन वे कर दिया था। डॉ. गुप्ता का तर्क था कि इससे जाम खत्म हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। शहर के व्यापारियों ने इसका विरोध किया और आरोप लगाया कि एक खास व्यक्ति को फायदा पहुंचाया जा रहा है। इसके बाद चंद्रा ने व्यापारियों का समर्थन किया। इसके बाद कमल गुप्ता को फैसला वापस लेना पड़ा। दूसरी ओर, चंद्रा ने 2018 में हिसार एयरपोर्ट पर बयान दिया था कि हिसार में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री को पूरी तरह गुमराह किया गया है। अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट ऐसे ही नहीं बन जाता। इसके लिए जरूरी है कि एयरपोर्ट पर विमानों की लगातार आवाजाही होती रहे। हिसार में अब तक ऐसा संभव नहीं हो पाया है। जब यहां से उड़ानें शुरू हो जाएंगी, उसके बाद सरकार को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए आवेदन कर देना चाहिए था। हिसार एयरपोर्ट भी डॉ. कमल गुप्ता का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है। इसलिए पड़ी सुभाष चंद्रा की जरूरत 2014 के विधानसभा चुनाव में कमल गुप्ता को पहली बार विधानसभा पहुंचाने में सुभाष चंद्रा की सबसे बड़ी भूमिका रही थी। यह अपनी तरह का पहला चुनाव था जिसे सुभाष चंद्रा ने जिंदल परिवार के खिलाफ पूरी ताकत से लड़ा था। उस समय कांग्रेस सरकार में मंत्री रहते हुए

Dainik Bhaskar मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:मणिपुर में हिंसक प्रदर्शन, 6 दिन इंटरनेट बैन, राहुल ने बताया आरक्षण कब खत्म होगा; अब अजमेर में ट्रेन पलटाने की साजिश

नमस्कार, कल की बड़ी खबर मणिपुर हिंसा की रही, यहां 6 दिन तक इंटरनेट पर बैन लगा दिया गया है। एक खबर राहुल गांधी के अमेरिका में दिए बयानों से जुड़ी रही, जिनकी भारत में निंदा की जा रही है। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. मणिपुर में छात्रों का हिंसक प्रदर्शन, RAF पर लोहे के छर्रे दागे; राज्य में 6 दिन तक इंटरनेट बैन मणिपुर की राजधानी इंफाल में छात्रों ने लगातार दूसरे दिन राजभवन की ओर मार्च निकाला। इस दौरान छात्रों की सुरक्षाबलों से झड़प हुई। छात्रों ने सुरक्षाबलों पर पथराव किया और गुलेल से छर्रे मारे। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे। हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए केंद्र ने मणिपुर में 2,000 और CRPF जवान भेजने का फैसला किया है। राज्य में 15 सितंबर की शाम 3 बजे तक इंटरनेट बैन रहेगा। दो दिन गवर्नमेंट और प्राइवेट कॉलेज भी बंद रहेंगे। यूनिफाइड कमांड CM को सौंपने की मांग: छात्रों का नेतृत्व कर रहे एम. सनाथोई चानू ने बताया- हमने DGP, राज्य सरकार के सुरक्षा सलाहकार को हटाने की मांग की है। CRPF के पूर्व DG कुलदीप सिंह के नेतृत्व में बनी यूनिफाइड कमांड राज्य सरकार को सौंपने की मांग की है। यानी, सेंट्रल और स्टेट फोर्स की कमान केंद्र की बजाय मुख्यमंत्री के पास हो। मणिपुर हिंसा में अब तक 226 की मौत: मणिपुर में 3 मई, 2023 से कुकी और मैतेई समुदाय के बीच आरक्षण को लेकर हिंसा चल रही है। हिंसा में अब तक 226 लोगों की मौत हो चुकी है। 1100 से ज्यादा लोग हुए। 65 हजार से ज्यादा लोग अपना घर छोड़ चुके हैं। ड्रोन हमले में 2 लोगों की मौत हुई है। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. राहुल ने बताया भारत में आरक्षण कब खत्म होगा; मायावती बोलीं- राहुल आरक्षण छीनने की साजिश कर रहे राहुल गांधी ने अमेरिका की जॉर्ज टाउन यूनिवर्सिटी में संबोधन दिया। राहुल से पूछा गया कि भारत में आरक्षण कब तक चलेगा? उन्होंने कहा, ‘हम आरक्षण खत्म करने के बारे में तब सोचेंगे, जब भारत में निष्पक्षता होगी, फिलहाल वहां ऐसी स्थिति नहीं है। जब आप वित्तीय आंकड़ों को देखते हैं, तो आदिवासियों को 100 रुपए में से 10 पैसे मिलते हैं, दलितों को 100 रुपए में से 5 रुपए मिलते हैं और OBC को भी लगभग इतनी ही रकम मिलती है।' उधर, बसपा चीफ मायावती ने राहुल के बयान की निंदा की। उन

Dainik Bhaskar कोलकाता रेप-मर्डर केस, जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल जारी:पीड़ित की मां बोली- मेरे हजारों बच्चे सड़कों पर, यही मेरा त्योहार; बातचीत के लिए इंतजार करती रहीं CM

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 9 अगस्त को ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप-मर्डर के विरोध में जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल का आज 32वां दिन है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश को न मानते हुए डॉक्टरों ने 10 सितंबर को स्वास्थ्य भवन तक मार्च निकाला और प्रदर्शन किया। जो रात भर चला। इस दौरान पीड़ित के पैरेंट्स भी पहुंचे। पीड़ित की मां ने कहा कि मेरे हजारों बच्चे सड़कों पर हैं। इसलिए मैं घर पर नहीं रह सकती थी। मुख्यमंत्री ने त्योहार में शामिल होने के लिए कहा था, अब यही मेरा त्योहार है। उधर, स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को डॉक्टरों को मीटिंग के लिए बुलाया। लेकिन डॉक्टरों ने इनकार करते हुए कहा- हम जिसका इस्तीफा मांग रहे हैं, वही बैठक बुला रहा है। ये आंदोलन का अपमान है। डॉक्टरों को भेजे गए मेल में 10 प्रतिनिधियों को बुलाया गया था, लेकिन जवाब और प्रतिनिधिमंडल का करीब 80 मिनट तक इंतजार करके ममता बनर्जी नबन्ना से निकल गईं। मंगलवार (10 सितंबर) को हुए प्रदर्शन की तस्वीरें... बंगाल कैबिनेट का फैसला- 5 और POCSO कोर्ट खुलेंगे पश्चिम बंगाल कैबिनेट ने राज्य में 5 और स्पेशल POCSO कोर्ट बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। इस फैसले के बाद से ऐसे कोर्ट की संख्या बढ़कर 67 हो गई है। वित्त राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने बताया कि 6 ई-पॉक्सो कोर्ट भी मामलों के जल्द निपटारे के लिए काम कर रहे हैं। उधर, एक सूत्र ने बताया कि बंगाल कैबिनेट में यह फैसला भी लिया गया है कि CM ममता के अलावा आरजी कर कॉलेज के मामले पर कोई भी मंत्री बयान नहीं देगा। आरजी कर मेडिकल कॉलेज के 51 डॉक्टरों से पूछताछ आज आरजी कर मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल की इन्क्वायरी कमेटी ने मंगलवार को 51 डॉक्टरों को नोटिस जारी करके बुधवार (11 सितंबर) को पूछताछ के लिए बुलाया है। इन पर आरोप है कि उन्होंने कॉलेज में डर की संस्कृति को बढ़ावा दिया है और लोकतांत्रिक माहौल को खतरा पहुंचाया है। इन डॉक्टरों को अस्पताल प्रशासन के सामने अपनी बेगुनाही साबित करनी होगी। स्पेशल काउंसिल कमेटी ने फैसला लिया है कि इन 51 डॉक्टरों को कैंपस में तब तक नहीं आने दिया जाए, जब तक इन्क्वायरी कमेटी उनसे पूछताछ पूरी नहीं कर लेती। काम पर क्यों नहीं लौटे, डॉक्टर्स ने 5 वजह बताईं सुप्रीम कोर्ट ने 9 सितंबर की सुनवाई में डॉक्टरों को 10 सितंबर शाम 5 बजे से पहले काम पर लौटने को कहा

Dainik Bhaskar अमेरिका में इल्हान उमर से मिले राहुल:उमर ने PoK को पाकिस्तान का हिस्सा कहा था; अमित शाह बोले- राहुल देश विरोधी ताकतों के साथ

अमेरिका दौरे के आखिरी दिन मंगलवार देर रात राहुल गांधी ने वॉशिंगटन डीसी में अमेरिकी कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। रेबर्न हाउस में हुई इस मुलाकात में भारत विरोधी बयान देने वालीं इल्हान उमर भी मौजूद थीं। राहुल के इल्हान से मिलने पर देश में विरोध शुरू हो गया है। BJP के कई नेताओं ने राहुल के उनसे मिलने की आलोचना की है। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि देशविरोधी बातें करना और देश को तोड़ने वाली ताकतों के साथ खड़े होना राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी की आदत सी बन गई है। चाहे जम्मू-कश्मीर में देशविरोधी और आरक्षण विरोधी एजेंडे का समर्थन करना हो, या फिर विदेशी मंचों पर भारत विरोधी बातें करनी हो, राहुल गांधी ने देश की सुरक्षा और भावना को हमेशा आहत किया है। बीजेपी प्रवक्ता संजू वर्मा ने कहा कि उन्होंने कहा कि राहुल सत्ता में आने के लिए उतावले हैं इस वजह से ही वे एक कट्टरपंथी नेता से मिल रहे हैं। कौन है इल्हान उमर? 40 साल की इल्हान उमर सोमालियाई-अमेरिकी राजनेता हैं, जो साल 2019 में मिनिसोटा से चुनाव जीतकर अमेरिका के निचले सदन में आई थीं। वह अमेरिकी संसद यानी कांग्रेस में पहुंचने वाली पहली दो मुस्लिम महिला सांसदों में से एक हैं। अमेरिकी संसद में पहुंचने वाली वह पहली सोमालियाई-अमेरिकी नागरिक भी हैं। मूल रूप से वह अफ्रीका की नागरिक भी रही हैं। उनका परिवार 1991 में सोमालियाई गृहयुद्ध के चलते देश छोड़कर अमेरिका आया था। पाकिस्तान सरकार की फंडिंग पर किया था PoK का दौरा इल्हान उमर पहले कई बार भारत विरोधी रुख अपना चुकी हैं। वह PoK को पाकिस्तान का हिस्सा बता चुकी हैं। उन्होंने 2022 में पाकिस्तान का दौरा किया था। इस दौरान वो पाक अधिकृत कश्मीर भी गई थीं। इसकी फंडिंग पाकिस्तान सरकार ने की थी। उन्होंने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और इमरान खान से भी मुलाकात की थी। भारत ने इस पर कड़ी आपत्ति जाहिर की थी। सरकार ने उमर के पाकिस्तान और PoK के दौरे को ओछी राजनीति बताया था। PM मोदी के भाषण का बहिष्कार कर चुकी इल्हान उमर जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की स्टेट विजिट पर गए थे। इस दौरान उन्होंने अमेरिकी संसद के जॉइंट सेशन को संबोधित किया था। इल्हान उमर ने इस सेशन का बहिष्कार किया था। उन्होंने PM मोदी पर आरोप लगाया था कि उनकी सत्ता में अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव होता है।

Dainik Bhaskar कल भंग हो सकती है हरियाणा विधानसभा:CM सैनी ने अर्जेंट कैबिनेट मीटिंग बुलाई; संवैधानिक संकट से बचने के लिए फैसला लेंगे

हरियाणा में 12 सितंबर से पहले विधानसभा का मानसून सत्र बुलाने और विधानसभा भंग करने के संवैधानिक संकट के बीच हरियाणा सरकार ने अर्जेंट मंत्रिमंडल की बैठक बुला ली है। सूत्रों की मानें तो इस बैठक में विधानसभा भंग करने का फैसला लिया जाएगा। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में सरकार के अधिकांश मंत्री शामिल होंगे। सुबह ‌BJP के उम्मीदवारों के नॉमिनेशन के कारण मीटिंग का समय कल शाम को तय किया गया है। मुख्य सचिव कार्यालय की ओर से अभी तक बैठक का समय निर्धारित नहीं किया गया है, लेकिन सैनी के मंत्रियों को इसकी सूचना भेजी जा चुकी है। कुछ मंत्रियों के बैठक में शामिल न होने की स्थिति में उन्हें वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जुड़ने के आदेश दिए गए हैं। संविधान विशेषज्ञों की राय के अनुसार, ऐसा करना सरकार के लिए जरूरी है। वजह साफ है कि 6 माह के अंतराल से पूर्व सदन का अगला सत्र बुलाना संवैधानिक अनिवार्यता है। बेशक प्रदेश विधानसभा के ताजा चुनाव घोषित कर दिए गए हो। विधानसभा भंग करना ही सिंगल ऑप्शन विधायी एवं संवैधानिक मामलों के जानकार हेमंत कुमार का कहना है कि बेशक चुनाव आयोग ने 15वीं हरियाणा विधानसभा के गठन के लिए आम चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी हो, उसमें भी सरकार सत्र बुला सकती है। उनका कहना है कि 14वीं हरियाणा विधानसभा, जिसका कार्यकाल 3 नवंबर 2024 तक है, एवं जिसका पिछला एक दिन का विशेष सत्र 5 माह पूर्व 13 मार्च 2024 को बुलाया गया था। ऐसे में संविधान के अनुच्छेद 174(1) की सख्त अनुपालना में मौजूदा प्रदेश विधानसभा का एक सत्र, बेशक वह एक दिन या आधे दिन की अवधि का ही क्यों न हो, वह आगामी 12 सितम्बर 2024 से पहले बुलाना अनिवार्य है। क्या कहता है संविधान... संविधान में स्पष्ट उल्लेख है कि पिछले सत्र की अंतिम बैठक और अगले सत्र की प्रथम बैठक के बीच 6 महीने का अंतराल नहीं होना चाहिए। सरकार की ओर से पिछली कैबिनेट बैठक में मानसून सत्र पर कोई फैसला नहीं लिया गया था। ऐसे में अब सरकार के पास हरियाणा विधानसभा को समयपूर्व भंग करने के लिए राज्यपाल से सिफारिश करना ही एकमात्र विकल्प बचा है। हरियाणा में संवैधानिक संकट का कारण हरियाणा में चुनाव की घोषणा के बाद संवैधानिक संकट खड़ा हुआ है। इसकी वजह 6 महीने के भीतर एक बार विधानसभा सेशन बुलाना है। राज्य विधानसभा का अंतिम सेशन 13 मार्च को हु

Dainik Bhaskar भाजपा के 21 उम्मीदवारों का एनालिसिस:टिकट बंटवारे में RSS का दबदबा, खट्‌टर को झटका; एंटी इनकंबेंसी से बचने को गढ़ में भी चेहरे बदले

हरियाणा चुनाव के लिए BJP ने 21 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी। इस लिस्ट में पार्टी का सर्वे और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का फीडबैक सबसे दमदार रहा। यह जिनके पक्ष में था, उन्हें हारने के बावजूद टिकट मिला। इनमें 4 बड़े चेहरे शामिल हैं। जिनके खिलाफ रहा, उनके मंत्री या सिटिंग विधायक होने की भी पार्टी ने टिकट काट दी। मंत्री डॉ. बनवारी लाल हों या सीमा त्रिखा, इनके समेत 7 विधायकों को दोबारा टिकट नहीं मिला। इस लिस्ट में भाजपा ने केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत को खुश करने की कोशिश की। इस बार उनके विरोध पर 2 सिटिंग विधायकों की टिकट काट दी। पहले जारी 67 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में उनके विरोध काे दरकिनार कर उनके 4 कट्‌टर विरोधियों को टिकट दिया गया था। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्‌टर को भी हाईकमान ने झटका दिया है। उनके विरोध के बावजूद पटौदी से बिमला चौधरी को टिकट दे दी। 2019 में खट्‌टर ने टिकट कटवा दी। इस बार राव की सिफारिश चल गई। खट्‌टर के करीबी रहे विधायक बनवारी लाल और सत्यप्रकाश जरावता का टिकट काट दिया गया। अहीरवाल बेल्ट वाली दक्षिण हरियाणा में अपने गढ़ में भाजपा हाईकमान ने जमकर उलटफेर किया। यहां भाजपा ने 5 सिटिंग विधायकों का टिकट काट दिया। इस लिस्ट में भाजपा ने एक मुस्लिम नेता का टिकट भी काट दिया। जिन 2 मुस्लिम नेताओं पर भरोसा जताया, वहां मुस्लिम वोट बैंक के दूसरे वर्ग से बड़ा होने की मजबूरी रही। एंटी इनकंबेंसी से बचने के लिए 18 नए चेहरे उतार दिए। जीटी रोड बेल्ट में भी नए चेहरों को मौका देने से गुरेज नहीं किया। विधायकों के टिकट काटने के कारण जातीय समीकरण ऐसे साधा... लोकसभा में नाराजगी देख सबसे ज्यादा SC चेहरों को टिकट इस लिस्ट में सबसे ज्यादा 4 उम्मीदवार SC वर्ग से हैं। लोकसभा चुनाव में बीजेपी को जाट के बाद सबसे ज्यादा एससी वर्ग से ही नुकसान हुआ। ऐसे में कृष्ण कुमार बेदी, बिमला चौधरी को दोबारा से टिकट दिया गया है। 2019 में कृष्ण बेदी पिछला चुनाव हार गए थे और बिमला चौधरी का पार्टी ने टिकट काट दिया था। जबकि एससी वर्ग से ही आने वाले स्वास्थ्य विभाग में निदेशक पद से एक दिन पहले नौकरी छोड़ने वाले डॉ. कृष्ण कुमार को टिकट दिया है। होडल से हरिंदर सिंह रामरतन को मैदान में उतारा है। नाराज जाटों के 3 चेहरे, OBC पर फोकस करते हुए 3 उम्मीदवार उतारे दूसरी लिस्ट में जाट और OBC

Dainik Bhaskar सुशील शिंदे बोले- गृहमंत्री रहते कश्मीर जाने से डरता था:भाजपा बोली- अब विपक्ष के नेता बर्फ से खेलते हैं; मनमोहन कैबिनेट में रह चुके शिंदे

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के बीच मनमोहन सरकार में गृह मंत्री रहे सुशील शिंदे अपने एक बयान को लेकर चर्चा में हैं। शिंदे ने मंगलवार को दिल्ली में कहा- 'जब मैं देश का गृह मंत्री था, तब जम्मू-कश्मीर के लाल चौक और डल झील जाने से डरता था।' शिंदे के बयान पर केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा- 'कांग्रेस की सरकार में देश के गृहमंत्री भी कश्मीर जाने से डरते थे। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश की सुरक्षा मजबूत हुई है। अब विपक्ष के नेता भी बिना किसी डर के जम्मू-कश्मीर में बर्फ से खेलते हैं।' शिंदे सोमवार को दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में अपनी बुक 'फाइव डिकेड्स ऑफ पॉलिटिक्स' के लॉन्चिंग प्रोग्राम में बोल रहे थे। इस दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, दिग्विजय सिंह और शिक्षाविद विजय धर भी मौजूद थे। धर शिंदे के एडवाइजर भी रह चुके हैं। राहुल गांधी की दो साल पुरानी दो तस्वीरें, गोयल ने इसी का जिक्र किया शिंदे का पूरा बयान जस का तस पढ़ें... जब मैं होम मिनिस्टर था, उससे पहले भी मैं उनके पास (विजय धर) जाता था और एडवाइज भी मांगता था। उन्होंने मुझे ऐसा असली एडवाइज दिया कि सुशील तू इधर-उधर मत भटक। तू लालचौक पर जाकर वहां भाषण कर, कुछ लोगों से मिल और डल लेक में घूमते चलो। वो अडवाइज से मुझे बहुत सारी पब्लिसिटी मिली। लोग सोचते थे कि एक ऐसा होम मिनिस्टर है जो बिना डर के वो जाता है, लेकिन मेरी फटती थी वो किसको बताऊं।' शिंदे के इतना कहते ही समारोह स्थल जोरदार ठहाकों से गूंज गया। इसके बाद कांग्रेस नेता ने कहा, 'सच्ची है...लेकिन हंसाने के लिए मैंने बोला लेकिन एक्स पुलिसवाला ऐसा बोल नहीं सकता है। शाह ने कहा था- घाटी में शांति होती थी तो CM बन जाते थे 7 सितंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा, "कश्मीर ने आतंकवाद से बहुत कुछ झेला है। कश्मीर में ऐसी सरकारें थीं जिन्होंने आतंकवाद के प्रति आंखें मूंद ली थीं। ऐसे लोग हैं जो शांति के समय यहां आकर मुख्यमंत्री बन जाते थे और जब आतंकवाद होता था तो वे दिल्ली जाकर कॉफी बार में कॉफी पीते थे।"

Dainik Bhaskar एयरफोर्स के विंग-कमांडर पर जूनियर से रेप का आरोप, FIR:दोनों अफसर श्रीनगर में तैनात; विक्टिम बोली- 2 साल से शोषण-प्रताड़ना झेल रही

इंडियन एयरफोर्स की महिला फ्लाइंग अफसर ने विंग कमांडर पर रेप का आरोप लगाया है। जम्मू-कश्मीर के बड़गाम में मामले को लेकर FIR दर्ज कराई गई है। दोनों अफसर श्रीनगर में ही पोस्टेड हैं। सूत्रों के मुताबिक एयरफोर्स ने बताया कि बड़गाम के पुलिस स्टेशन ने हमें अप्रोच किया है। हम केस में अथॉरिटीज के साथ सहयोग कर रहे हैं। हमें इस केस की जानकारी है। NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, FIR में महिला अफसर ने कहा कि वह पिछले दो साल से विंग कमांडर के हाथों हैरेसमेंट, सेक्शुअल असॉल्ट और मेंटल टॉर्चर झेल रही है। 31 दिसंबर 2023 को अफसर मेस में हुई न्यू ईयर पार्टी में गिफ्ट देने के बहाने विंग कमांडर उसे अपने कमरे में ले गया और वहां उसके साथ रेप किया। महिला अफसर की पूरी शिकायत पढ़ें... महिला अफसर बताया कि न्यू ईयर पार्टी में विंग कमांडर ने उससे पूछा कि क्या उसे गिफ्ट मिल गया है। जब उसने कहा कि अभी नहीं मिला, तो विंग कमांडर ने कहा कि गिफ्ट मेरे रूम में है। ऐसा कहकर वह महिला अफसर को अपने कमरे में ले गया। जब महिला अफसर ने पूछा कि आपका परिवार कहां है, तो विंग कमांडर ने बताया कि सभी लोग कहीं गए हैं। अपने कमरे में विंग कमांडर ने उसे ओरल सेक्स करने के लिए मजबूर किया और उसका रेप किया। महिला अफसर ने कहा- मैंने उन्हें बार-बार रुकने के लिए कहा और खुद को बचाने की पूरी कोशिश की। आखिरकार मैंने उन्हें धक्का दिया और वहां से भाग गई। विंग कमांडर ने मुझसे कहा कि वे मुझसे शुक्रवार को मिलेंगे जब उनकी फैमिली चली जाएगी। महिला अफसर ने कहा कि मुझे ये समझ पाने में कुछ वक्त लगा कि मेरे साथ क्या हुआ है। मैं डरी हुई थी और मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूं। क्योंकि ऐसे कुछ मामले पहले भी हुए थे, जब मुझे शिकायत दर्ज कराने से रोका गया था। इस घटना के बाद विंग कमांडर मेरे ऑफिस आए। उन्होंने ऐसे बर्ताव किया, जैसे कुछ हुआ ही नहीं है। उनकी आंखों में कोई पछतावा नहीं था। विक्टिम ने कहा कि इसके बाद मैंने दो महिला अफसरों को इस घटना के बारे में बताया। उन्होंने मुझे शिकायत दर्ज कराने में मदद की। मैं बता नहीं सकती हूं कि एक फौज में आने वाली अविवाहित लड़की होने के नाते, जिस तरीके से मुझे ट्रीट किया गया उससे मुझे कितनी मानसिक त्रासदी हुई है। महिला अफसर बोली- विंग कमांडर के साथ ही बैठाकर मेरा बयान दर्ज कराया गया महिला अफसर ने कहा कि इस शिकायत

Dainik Bhaskar गुजरात के कच्छ में रहस्यमयी बीमारी का कहर:कच्छ में 6 दिन में 15 मौतें, वजह पता नहीं; 6 गांवों में 27 टीमें तैनात की गईं

चांदीपुरा वायरस के बाद अब गुजरात में एक रहस्यमयी बीमारी ने सिर उठाया है। कच्छ के लखपत और अबडासा तालुका में 6 दिनों में 15 लोगों की संदिग्ध मौत होने से स्वास्थ्य विभाग सकते में है। 48 संदिग्ध मरीज अस्पताल में हैं। हालांकि ये पूरी तरह स्वस्थ होने की स्थिति में हैं। बुखार, सर्दी-खांसी के बाद निमोनिया, सांस लेने में तकलीफ और मल्टी ऑर्गन फेल्योर के कारण कुछ ही घंटों में मरीज की मौत हो जाती है। कच्छ जिले के लखपत तालुका के भेखड़ा, सांध्रो, मोरनगर, बेडी, भारावन, वालावरी और लाखापर गांवों में इस गंभीर बीमारी के ज्यादा मामले मिले हैं। संदिग्ध H1H2 और कांगो बुखार के नमूने अहमदाबाद-पुणे भेजे जिला रोग नियंत्रण अधिकारी केशव कुमार ने बताया कि संदिग्ध एच1एच2 बुखार के नमूने अहमदाबाद और कांगो बुखार के नमूने पुणे की लैब में भेजे गए हैं। अभी हम प्राथमिक रिपोर्टों के आधार पर अध्ययन कर रहे हैं और जानकारी गांधीनगर कार्यालय भेज रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री कच्छ रवाना रहस्यमय बीमारी से मौत के कारण स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेष पटेल और शिक्षा राज्य एवं कच्छ जिले के प्रभारी मंत्री प्रफुल्लभाई पंसेरिया कच्छ के लिए रवाना हो गए हैं। वह लखपत और अबडासा तालुका में संदिग्ध बुखार के मामलों की स्थिति के बाद एक साइट का दौरा करेंगे और मौजूदा स्वास्थ्य स्थिति पर कच्छ जिला प्रशासन के साथ एक समीक्षा बैठक भी करेंगे। 27 टीमों का युद्ध स्तर पर ऑपरेशन शुरू स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की 27 टीमों ने युद्धस्तर पर ‘घर-घर सर्वेक्षण' कर 318 घरों के 2234 लोगों की जांच की है। इसमें बुखार के 48 संदिग्ध मरीज मिले। तालुका के सभी बुखार के रोगियों का मलेरिया रैपिड टेस्ट किया गया, जिसमें 2 मरीज जहरीली मलेरिया तथा 1 मरीज डेंगू पॉजिटिव मिला है। ज्यादातर मौतें एक ही समुदाय में हुईं बुखार, सर्दी-खांसी के इलाज के बाद मौत हो रही है। ज्यादातर मौतें एक ही समुदाय में हुईं हैं। मामले की गंभीरता देखते हुए, स्वास्थ्य विभाग ने दोनों तालुकाओं के प्रभावित गांवों में टीमें भेजी हैं। टीमें घर-घर जाकर मरीजों की जांच कर रही हैं। गांव की हर गली में दवा का छिड़काव किया जा रहा है। दयापार में इलाज के लिए राजकोट से आई विशेष रैपिड रिस्पांस टीम ने भी कार्रवाई की है। गांवों में सर्वे और जरूरत हो तो खून के नमूने ले रहे हैं। ये खबरें

Dainik Bhaskar भाजपा की दूसरी लिस्ट के 21 प्रत्याशियों की डिटेल प्रोफाइल:गहलावत उम्रदराज, कैप्टन बैरागी सबसे यंग; एक 10वीं, 3 बारहवीं पास, 18 नए चेहरे

हरियाणा में भाजपा ने 21 नामों की दूसरी लिस्ट जारी की है, जिसमें 18 सीटों पर नए चेहरे उतारे हैं। इस लिस्ट में 4 टिकट उन नेताओं को मिले हैं, जो पिछली बार चुनाव हारे थे। 21 सीटों में 4 टिकटें SC उम्मीदवारों को मिली हैं। SC के लिए 17 सीटें रिजर्व हैं। दूसरी लिस्ट में केवल 2 महिलाएं हैं। ऐलनाबाद से उम्मीदवार अमीर चंद मेहता सबसे कम पढ़े लिखे हैं। वह 10वीं पास हैं। वहीं 3 उम्मीदवार 12वीं पास हैं। सबसे उम्रदराज कृष्णा गहलावत (73) हैं, जिन्हें सोनीपत के राई से मैदान में उतारा है। वहीं, सबसे युवा कैप्टन योगेश बैरोगी (35) को जींद की जुलाना सीट से टिकट मिली है। उम्मीदवारों की डिटेल प्रोफाइल.... ये खबरें भी पढ़ें,.... हरियाणा में BJP के 21 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी:प्रदेश अध्यक्ष और 2 मंत्रियों के टिकट कटे, एक प्रत्याशी बदला; 2 मुस्लिम भी कैंडिडेट हरियाणा में BJP की पहली लिस्ट जारी, 67 नाम:CM लाडवा से लड़ेंगे; 25 नए चेहरे, 8 मंत्री रिपीट, 2 मंत्री-9 विधायकों का टिकट कटा भाजपा के 67 उम्मीदवारों का एनालिसिस:हरियाणा में हारे नेताओं को भी मौका, हाईकमान का सीधा मैसेज- सभी टिकट दिल्ली से तय होंगे भाजपा की पहली लिस्ट के 67 उम्मीदवारों की डिटेल प्रोफाइल:पहली लिस्ट में 5 हारे चेहरों पर दांव, 10 दलबदलुओं को टिकट दी

Dainik Bhaskar अब ऑन डिमांड होगी 10वीं-12वीं की ओपन बोर्ड परीक्षा:ऐसा करने वाला राजस्थान पहला राज्य होगा, 19 साल बाद हो रहा बदलाव

राजस्थान स्टेट ओपन बोर्ड 19 साल बाद परीक्षा में बड़ा बदलाव करने जा रहा है। अब 10वीं-12वीं की परीक्षा साल में दो बार की बजाय हर महीने करवाने की तैयारी की जा रही है। ऐसा करने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य होगा। मंगलवार को स्टेट ओपन बोर्ड 10वीं-12वीं का रिजल्ट जारी करने के दौरान शिक्षा निदेशालय ने इसके संकेत दिए हैं। बता दें कि राजस्थान में 2005 से स्टेट ओपन स्कूल की शुरुआत की गई थी। ऐसे में 19 साल बाद राजस्थान सरकार ओपन स्टेट स्कूल पॉलिसी में बदलाव करने जा रही है। इसे लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने तैयारी शुरू कर दी है। हालांकि सॉफ्टवेयर तैयार होने के बाद ही इस प्रक्रिया को धरातल पर लागू किया जाएगा।अब तक साल में दो बार परीक्षा का आयोजन होता था। एक परीक्षा मार्च से मई और दूसरी परीक्षा अक्टूबर और नवंबर के बीच होती थी। निदेशक बोले- ऑन डिमांड एग्जाम की रहेगी व्यवस्था शिक्षा निदेशालय के निदेशक आशीष मोदी ने बताया कि राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल अब ऑन डिमांड एग्जाम की व्यवस्था ला रहा है। इस व्यवस्था के तहत अगर किसी कक्षा में कम से कम 10 स्टूडेंट्स भी एक साथ परीक्षा देने को तैयार होते हैं तो ओपन स्कूल परीक्षा कराएगा। ऐसा प्रयोग करने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य बनने जा रहा है। हालांकि अभी तक सिर्फ एनआईओएस (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूल) ने ही ऐसी व्यवस्था की है। मोदी ने कहा कि कई बार स्टूडेंट्स किसी परीक्षा में पात्र होने के लिए 10वीं-12वीं पास होना चाहते हैं, उन स्टूडेंट्स के लिए हम यह व्यवस्था कर रहे हैं। पाली की डिंपल ने 10वीं और उदयपुर की प्रियंका ने 12वीं में टॉप किया इधर, स्टेट ओपन बोर्ड में 10वीं की परीक्षा में पाली की डिंपल कुमावत ने पहला स्थान प्राप्त किया। वहीं 12वीं की परीक्षा में उदयपुर की प्रियंका पंवार ने पहला स्थान हासिल किया। इस दौरान शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने टॉपर स्टूडेंट्स से फोन पर बात कर उन्हें बधाई दी है। इस बार 1 लाख 32 हजार स्टूडेंट इसमें बैठे थे। स्टेट में टॉप करने वालों को 21 और जिला लेवल पर मिलेंगे 11 हजार रुपए दरअसल, इस साल मार्च-मई 2024 ओपन स्कूल की परीक्षा आयोजित की गई थी। इसका रिजल्ट मंगलवार को जारी किया गया। इस बार 10वीं का परीक्षा परिणाम 80.33 फीसदी रहा है। इसमें 66 फीसदी छात्र और 90 फीसदी छात्राओं ने परीक्षा पास की। वहीं, 12वीं में 63

Dainik Bhaskar कन्हैया मित्तल अपने बयान से पलटे:कांग्रेस में जाने के फैसला लिया वापस, माफी मांगी, बोले- सताननियों को सुनेंगे-चुनेंगे

कांग्रेस में जाने का बयान का विरोध होने के बाद आखिरकार भजन गायक कन्हैया मित्तल अपने ही बयान से पलट गए हैं। उन्होंने कांग्रेस जॉइन करने का फैसला वापस ले लिया है। कन्हैया मित्तल ने मंगलवार की दोपहर बाद अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लाइव होकर लोगों से माफी मांगी और कहा कि वह सनातनियों को सुनेंगे और सनातनियों को चुनेंगे। कन्हैया मित्तल ने लाइव होकर कहा कि पिछले दो दिनों से उन्हें यह अहसास हुआ कि उनके सभी सनातनी भाई-बहन खासकर भाजपा का शीर्ष नेतृत्व उन्हें इतना प्यार करता है और इतनी चिंता करता है कि दो दिनों से सब परेशान हैं और मैं सभी से माफी मांगता हूं। अपना बयान वापस लेता हूं कन्हैया मित्तल ने कहा कि सब परेशान हैं और जो मैंने अपने मन की बात कही थी कि, मैं कांग्रेस जॉइन कर रहा हूं, इस बयान को वापस लेता हूं। क्योंकि वह नहीं चाहते कि किसी भी सनातनी का भरोसा टूटे। हम सब राम के हैं और राम के रहेंगे कन्हैया मित्तल ने कहा कि हम सभी राम के हैं और राम के रहेंगे। एक बार फिर सभी से माफी मांगता हूं। उन्होंने कहा कि कोई अपना ही होता है जो गलती करता है। मेरी गलती से सभी परेशान हुए हैं। कन्हैया मित्तल ने लाइव होकर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से भी माफी मांगी और उनका धन्यवाद भी किया। 8 सितंबर को कांग्रेस में जाने का दिया था बयान कन्हैया मित्तल ने 8 सितंबर को भाजपा से निराश होकर कांग्रेस जॉइन करने का फैसला लिया था। जिसके बाद पंजाब, हरियाणा समेत यूपी, एमपी, राजस्थान में लोगों में कन्हैया मित्तल खिलाफ गुस्से की लहर पैदा हो गई थी। लुधियाना में भी हुआ विरोध लुधियाना में भी कन्हैया मित्तल का विरोध हुआ। जहां हिंदू संगठनों और भाजपा नेताओं ने कन्हैया मित्तल का कोई भी समारोह ना करवाने का ऐलान किया था। जिसके बाद कन्हैया मित्तल ने लाइव होकर अपना बयान वापस लिया और माफी भी मांगी।

Dainik Bhaskar महाराष्ट्र में सीट बंटवारे पर NDA में चर्चा:भाजपा 140-150 सीटों पर प्रत्याशी उतार सकती है; शिवसेना 80, अजित पवार 55 सीटें मिल सकती हैं

महाराष्ट्र में आने वाले महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं। अब सीट बंटवारे को लेकर शिवसेना-शिंदे गुट, भाजपा और NCP-अजित गुट (NDA या महायुति) में चर्चा जारी है। महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटें है। जानकारी के मुताबिक, भाजपा 140 से 150 सीटों पर प्रत्याशी उतार सकती है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुआई वाली शिवसेना को 80 और NCP 55 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। इस समय NDA को महाविकास अघाड़ी (MVA) से कड़ी चुनौती मिल रही है। इस साल हुए लोकसभा चुनाव में MVA ने 48 सीटों में से 30 सीटों पर जीत हासिल की थी। NDA को सिर्फ 17 सीटें मिली थीं। अब MVA विधानसभा चुनाव में यही प्रदर्शन दोहराने की तैयारी में है। NCP सूत्रों ने बताय था- 173 सीटों पर सहमति बनी महायुति की दूसरे दौर की बैठक 31 अगस्त को नागपुर में हुई थी। NCP के सूत्रों ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया कि 3 घंटे तक चली इस मीटिंग में महाराष्ट्र की 288 में से 173 सीटों पर सहमति बन गई है। इनमें सबसे ज्यादा सीटें भाजपा को देने का फैसला किया गया है। भाजपा के बाद शिवसेना और NCP को सीटें मिलेंगी। इस बैठक में CM एकनाथ शिंदे, डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस, अजित पवार समेत भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले, NCP प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे, NCP नेता प्रफुल पटेल मौजूद थे। मीटिंग से पहले अजित ने कहा था- 2019 के चुनाव में हमने 54 सीटें जीती थीं। इस बार हमें तीन कांग्रेस विधायकों और तीन निर्दलीयों का समर्थन हासिल है, इसलिए हमारी ताकत बढ़ती जा रही है। हम इस विधानसभा चुनाव में 60 सीटों की मांग करेंगे। नवंबर 2024 को बीजेपी-शिवसेना (शिंदे गुट) सरकार का कार्यकाल खत्म होगा लोकसभा चुनाव में भाजपा को सिर्फ 9 सीटें मिली 2019 में हुए पिछले विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने 104 सीटें जीतीं थी। लोकसभा चुनाव 2024 में महाराष्ट्र की 48 सीटों में भाजपा सिर्फ 9 सीटें जीत सकी। गठबंधन की सहयोगी NCP ने एक सीट जीती। शिवसेना (शिंदे गुट) को 7 सीटों पर जीत मिली। ये खबर भी पढ़ें... महाराष्ट्र भाजपा प्रवक्ता बोले- NCP को NDA छोड़ देना चाहिए:अजित पवार का जवाब- हम PM और शाह से बात करते हैं, बाकी से लेना-देना नहीं​​​​​​​ महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव पहले महायुति गठबंधन (भाजपा, शिवसेना-शिंदे गुट, NCP) के नेता एक दूसरे के खिलाफ बयान दे रहे हैं। भाजपा प्रवक्ता गणेश हेक ने क