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Dainik Bhaskar हरियाणा में BJP उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट, 21 नाम:पिहोवा सीट पर भाजपा ने उम्मीदवार बदला; एक मंत्री और 2 पूर्व मंत्रियों को टिकट

हरियाणा में BJP ने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में 21 उम्मीदवार घोषित किए गए हैं। इसमें रोहतक से पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर, नरवाना से पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी और गन्नौर से देवेंद्र कौशिक को टिकट दी गई है। कुरूक्षेत्र के पिहोवा की सीट पर भाजपा ने उम्मीदवार बदला है। यहां कवलजीत अजराना की जगह जयभगवान शर्मा डीडी को टिकट दी गई है। भाजपा ने पहली लिस्ट में 67 उम्मीदवारों की घोषणा की थी। जिसके बाद BJP में भगदड़ मच गई थी। 40 के करीब नेताओं ने पार्टी छोड़ दी। वहीं कई नेताओं ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया। उम्मीदवारों की लिस्ट... ये खबरें भी पढ़ें.... हरियाणा में BJP की पहली लिस्ट जारी, 67 नाम:CM लाडवा से लड़ेंगे; 25 नए चेहरे, 8 मंत्री रिपीट, 2 मंत्री-9 विधायकों का टिकट कटा हरियाणा में BJP ने बुधवार, 4 सितंबर को 67 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की। इनमें 8 मंत्रियों को दोबारा टिकट मिला है। 25 नए चेहरे हैं। 7 विधायकों का टिकट काटा गया है। लिस्ट में 8 महिलाएं हैं। CM नायब सैनी करनाल की जगह कुरुक्षेत्र की लाडवा सीट से चुनाव लड़ेंगे। अनिल विज को अंबाला कैंट से ही टिकट दिया गया है। (पूरी खबर पढ़ें) भाजपा के 67 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट का पूरा एनालिसिस, परिवारवाद-दलबदलुओं से परहेज नहीं; एंटी इनकंबेंसी से बचने को टिकट काटे, नए चेहरे उतारे हरियाणा में सरकार की हैट्रिक के लिए BJP ने 67 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में जीत के सारे दांव-पेंच खेल दिए हैं। कांग्रेस से पहले लिस्ट जारी कर भाजपा ने मनोवैज्ञानिक बढ़त पाने की कोशिश की है। वहीं जिस परिवारवाद को लेकर भाजपा लगातार विरोधी दलों को निशाना बनाती रही, उसी से खुद परहेज नहीं किया। जीत पक्की करने के लिए खुलकर नेताओं के बेटी-बेटों और पत्नी को टिकट दी गई। यह भाजपा की विधानसभा में जीत के लिए बड़े नेताओं से भी जोर लगवाने की प्लानिंग का हिस्सा है। (पूरी खबर पढ़ें) भाजपा की पहली लिस्ट के 67 उम्मीदवारों की डिटेल्ड प्रोफाइल:पहली लिस्ट में 5 हारे चेहरों पर दांव, 10 दलबदलुओं को भी टिकट दी हरियाणा में भाजपा ने 67 नामों की जो पहली लिस्ट जारी की है, उसमें 25 नए चेहरे हैं। इस लिस्ट में 5 टिकट उन नेताओं को मिले हैं, जो पिछली बार हारे थे। CM समेत 4 विधायकों की सीट बदली गई है। 8 विधायकों की टिकट काटी गई है। पूरी खबर पढ़ें...

Dainik Bhaskar CPI(M) महासचिव सीताराम येचुरी की हालत गंभीर:सांस की नली में इंफेक्शन के कारण ICU में भर्ती; 23 दिन से दिल्ली AIIMS में इलाज जारी

कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) के महासचिव सीताराम येचुरी की हालत गंभीर है। उन्हें ICU में रखा गया है। तेज बुखार आने के बाद उन्हें 19 अगस्त को AIIMS दिल्ली में भर्ती कराया गया था। 23 दिन से उनका इलाज चल रहा है। CPI(M) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि ‘कॉमरेड सीताराम येचुरी को सांस की नली में गंभीर संक्रमण हुआ है। डॉक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही है और उनकी हालत पर नजर बनाए हुए है।’ न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक तेज बुखार आने के बाद उन्हें 19 अगस्त को AIIMS में भर्ती कराया गया था, जिसके बाद उन्हें ICU में एडमिट किया गया था। 72 साल के CPM नेता ने हाल ही में मोतियाबिंद का ऑपरेशन भी कराया था। AIIMS में रहते बुद्धदेव भट्टाचार्य को श्रद्धांजलि दी थी येचुरी ने AIIMS में भर्ती रहते हुए 22 अगस्त को पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि दी थी। उन्होंने 6 मिनट 15 सेकेंड के वीडियो संदेश में कहा था, 'यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुझे AIIMS से ही बुद्धो दा के प्रति भावनाएं प्रकट करना और लाल सलाम कहना पड़ रहा है।' येचुरी ने 23 अगस्त को सोशल मीडिया एक्स पर जम्मू-कश्मीर में सीपीएम, कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच चुनावी गठबंधन को लेकर पोस्ट किया था। 29 अगस्त को उन्होंने एक्स पर अब्दुल गफूर नूरानी के निधन पर शोक संदेश पोस्ट किया था। 12वीं परीक्षा में देश भर में पहला रैंक हासिल किया सीताराम येचुरी का जन्म 12 अगस्त, 1952 को चेन्नई में हुआ था। वे हैदराबाद में पले-बढ़े और दसवीं कक्षा तक ऑल सेंट्स हाई स्कूल में पढ़ाई की। वे 1969 के तेलंगाना आंदोलन के दौरान दिल्ली पहुंचे। येचुरी ने दिल्ली में प्रेसिडेंट्स एस्टेट स्कूल में एडमिशन लिया और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) हायर सेकेंडरी परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक एक हासिल की। उन्होंने दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से इकोनॉमिक्स में फर्स्ट रैंक से बी ए (ऑनर्स) किया। फिर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) से इकोनॉमिक्स में एमए किया। उन्होंने पीएचडी के लिए जेएनयू में एडमिशन लिया था। हालांकि 1975 में इमरजेंसी के दौरान गिरफ्तारी के कारण पूरा नहीं कर सके। 1975 में CPM जॉइन की, लगातार 3 बार महासचिव बने येचुरी 1974 में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) में शामिल हुए। एक साल बाद वह भ

Dainik Bhaskar जज साहब! मेरा नाम नटवरलाल है, लेकिन मैं धोखेबाज नहीं:छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में सीमेंट कारोबारी की याचिका; कहा-धोखाधड़ी मामलों में बंद हो इस्तेमाल

'जज साहब! मेरा नाम नटवर लाल है, लेकिन मैं धोखेबाज नहीं हूं। ठगों को नटवर लाल न कहा जाए। नटवर तो भगवान कृष्ण का नाम है। जालसाजी और 420 में नटवर लाल का इस्तेमाल श्रीकृष्ण का अपमान है। इससे मेरी तरह भक्तों को भी पीड़ा हो रही है।' ये कहना है, रायगढ़ के सीमेंट कारोबारी नटवर लाल का। उन्होंने छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। कहा है, नटवर लाल नाम रखना कोई गुनाह है क्या? याचिका में धोखाधड़ी, ठगी या जालसाजी के मामले में नटवर लाल जैसे नामों का इस्तेमाल बंद करने की गुहार लगाई है। उनका नाम नटवर लाल है, इसलिए उन्हें व्यक्तिगत पीड़ा होती है। समाज में होना पड़ता है अपमानित याचिका में कहा गया है कि नटवर लाल जैसे नाम अपराधियों से जोड़ने के कारण समाज में उन्हें अपमानित होना पड़ता है। इस तरह के प्रचलन पर रोक लगाई जाए। यह भी कहा है कि, वह एक व्यवसायी हैं। बिजनेस और समाज में उनकी इज्जत है। इस तरह के नाम मीडिया में सामने आने पर उन्हें व्यक्तिगत पीड़ा होती है। उसका अच्छा नाम ठगों या जालसाजों की बदनीयती के कारण बदनाम हो रहा है। उनके जैसे और भी हमनाम होंगे। उनको भी इस तरह नाम प्रसारित होने पर पीड़ा होती होगी। याचिकाकर्ता ने कहा है, नटवर लाल कहते ही किसी ठग या धोखाधड़ी करने वाले की छवि लोगों के सामने आ जाती है। यह स्वाभाविक भी है। इसे इतना प्रसारित और प्रचारित कर दिया है कि यह नाम लेते ही लोग ठग या जालसाज का ही अनुमान लगाते हैं। ये उनके मौलिक अधिकारों का हनन याचिकाकर्ता ने कहा है कि नटवर भगवान श्रीकृष्ण का नाम है। उन्हें नटवर नागर के नाम से भी जाना जाता है। ऐसे नाम का इस्तेमाल करना भगवान श्रीकृष्ण का अपमान है। इससे लोगों की धार्मिक भावनाएं भी आहत होती है और भक्तों को पीड़ा होती है। याचिकाकर्ता ने मीडिया में नटवर लाल नाम का गलत संदर्भ में उपयोग बंद करने की गुहार लगाई है। उन्होंने इसके लिए शातिर ठग मिथलेश श्रीवास्तव के केस का भी हवाला दिया है। कहा है कि उसे ही पहली बार नटवर लाल के नाम से संबोधित किया गया। किसी के नाम का किसी भी संदर्भ में उपयोग करना मौलिक अधिकारों का हनन है। फिल्म स्टार अभिताभ बच्चन का जिक्र याचिका में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि हाल में ही अमिताभ बच्चन से जुड़े मामले में किसी भी व्यक्ति की अनुमति के बिना उसके नाम, चेहरा और आवाज का इस्तेमाल करना उसके मौलिक अधिकारों का उल्ल

Dainik Bhaskar पंजाब के पूर्व DGP सुमेध सैनी सुप्रीम कोर्ट से झटका:बलवंत सिंह मुल्तानी हत्या केस में याचिका खारिज, हाईकोर्ट भी कर चुकी इनकार

सुप्रीम कोर्ट ने 1991 में पंजाब उग्रवाद के दौरान बलवंत सिंह मुल्तानी के अपहरण और हत्या मामले FIR को रद्द करने के लिए दाखिल पूर्व डीजीपी सुमेध सैनी की अपील को खारिज कर दिया है। इससे पहले पंजाब-हरियाणा उच्च न्यायालय ने भी ऐसा करने से इनकार किया था और सुमेध सैनी ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। पूर्व डीजीपी सैनी सबसे कम उम्र के डीजीपी थे। 1982 बैच के IPS सैनी के खिलाफ 1991 में बलवंत सिंह मुल्तानी के कथित अपहरण के लिए 6 मई 2020 को 6 अन्य लोगों के साथ मोहाली के मटौर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद दो पुलिस कर्मचारयों के सरकारी गवाह बनने के बाद सैनी पर हत्या का आरोप अगस्त 2020 में लगाया गया था। मुल्तानी चंडीगढ़ के इंडस्ट्रियल एंड टूरिज्म डिवेल्पमेंट कॉर्पोरेशन में काम करते थे। सैनी उस समय चंडीगढ़ के SSP थे। 1991 में एक आतंकी हमला हुआ था, जिसमें सुमेध सैनी और 3 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। आतंकवादी हमले के बाद पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया था। राजनीति से प्रेरित बता साजिश करार दिया था मामला पूर्व डीजीपी सैनी ने दावा किया था कि उनके खिलाफ पंजाब में पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार द्वारा राजनीति से प्रेरित होकर साजिश की गई है। एफआईआर दर्ज होने के बाद ट्रायल कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी थी। 2008 में सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) ने भी उनके खिलाफ मामला दर्ज किया था। जिसे बाद में सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया था। सैनी तत्कालीन DGP केपीएस गिल की उस टीम का हिस्सा थे जिसने राज्य में आतंकवाद को खत्म करने में मदद की थी। 2020 में 2 याचिकाएं हाईकोर्ट में हुई थी दाखिल सैनी ने 2020 में हाईकोर्ट में 2 याचिकाएं दायर की थी। एक इस मामले में बेल को लेकर थी और दूसरी एफआईआर रद्द करने को लेकर थी। हाईकोर्ट ने याचिकाएं खारिज कर थी और सुमेध सैनी ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। याचिका में सैनी ने यह भी कहा था कि पंजाब में आतंकवाद खत्म होने के बाद घोटालों और घोटालों को उजागर करने में उनकी भूमिका शामिल रही है। उन्होंने 2007 से 2012 तक स्टेट विजिलेंस ब्यूरो के प्रमुख के रूप में कार्य किया और उनके कार्यकाल के दौरान "राजनीतिक दल के सदस्यों के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज किए गए, जो अब पंजाब राज्य में सत्ता में हैं। ये है मामला मामला 1990 के दशक का है, जब सुमेध सिंह

Dainik Bhaskar उत्तराखंड लैंड स्लाइड में धार के 3 लोगों की मौत:तीनों मृतक आपस में भाई-बहन; एक साथी गुप्तकाशी अस्पताल में भर्ती

उत्तराखंड में केदारनाथ जाने वाले रास्ते पर सोमवार देर रात लैंडस्लाइड हुई। मलबे में दबकर 5 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई, जबकि कई घायल हैं। हादसा सोनप्रयाग से आधा किलोमीटर आगे गौरीकुंड के पास केदारनाथ पैदल मार्ग पर हुआ। SDRF की टीम ने मंगलवार सुबह मलबे से शव निकाले। मृतकों में 3 तीर्थयात्री धार जिले के हैं। इनकी पहचान गोपाल (50), दुर्गा बाई खापर (50) और समन बाई (50) के रूप में हुई है। तीनों ही जिले के सरदारपुर के रहने वाले थे। आपस में बहन-भाई थे। वहीं, निपावली के रहने वाले छगनलाल गंभीर रूप से घायल हैं। हादसे में इनके अलावा गुजरात के सूरत निवासी भारत भाई निरालाल (52) और नेपाल के धनवा निवासी तितली देवी मंडल (70) की भी जान चली गई। वहीं, जीवच तिवारी (60) निवासी धनवा नेपाल, मनप्रीत सिंह (30) निवासी वेस्ट बंगाल और छगनलाल निवासी धार (45) घायल हैं। धार से 40 लोग दर्शन करने गए थे धार जिले के 40 लोग बस से केदारनाथ दर्शन करने गए थे। सोमवार दोपहर बाद केदारघाटी में भारी बारिश हुई। सोनप्रयाग से करीब आधा किलोमीटर आगे गौरीकुंड के पास केदारनाथ पैदल मार्ग पर भूस्खलन हो गया। इस दौरान वहां से पैदल गुजर रहे तीर्थ यात्री पहाड़ी से आए पत्थर और मलबे की चपेट में आ गए। हादसे की सूचना रुद्रप्रयाग आपदा कंट्रोल रूम को दी गई। मौके पर स्थानीय पुलिस, एसडीआरएफ की टीम पहुंची और रेस्क्यू शुरू किया। घायलों को गुप्तकाशी अस्पताल में भर्ती कराया उखीमठ एसडीएम अनिल कुमार ने बताया कि घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए गुप्तकाशी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एसडीआरएफ के एसआई आशीष डिमरी ने कहा कि घटनास्थल पर पत्थर गिरने से चुनौतीपूर्ण हालात बने हुए हैं। वहां धीरे-धीरे भूस्खलन हो रहा है, जिससे पैदल यात्रियों को खतरा पैदा हो सकता है। पत्थर गिरने से पत्नी का हाथ छूटा धार जिले से उत्तराखंड गए लोगों में झींझोटा गांव से 5 और निपावली से दो लोग भी शामिल थे। झींझोटा के तोलाराम धाकड़ ने बताया कि इस दल में शामिल ​​​​​छगनलाल काकर से रविवार को उसकी बातचीत हुई थी। छगन ने बताया था कि वह केदारनाथ की चढ़ाई चढ़ रहा है। छगनलाल पत्नी दुर्गा का हाथ पकड़कर चल रहा था। अचानक छगनलाल के हाथ पर एक बड़ा पत्थर आ गिरा। इससे दुर्गा बाई का हाथ छूट गया। छगन एक पेड़ की साइड में आ गया जबकि पत्नी पत्थर की चपेट में आ गई। उसका कुछ पता नहीं चला।

Dainik Bhaskar हरियाणा में BJP उम्मीदवार ने टिकट लौटाई:पूर्व खेल मंत्री की जगह कैंडिडेट बनाया था; पाकिस्तानी आर्मी के साथ फोटो वायरल हुईं

हरियाणा में कुरुक्षेत्र की पिहोवा सीट से भाजपा उम्मीदवार कवलजीत सिंह अजराना ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। उन्हें भाजपा ने यहां से पूर्व मंत्री संदीप सिंह की टिकट काटकर उम्मीदवार बनाया था। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, अजराना को चुनाव प्रचार के दौरान खूब विरोध झेलना पड़ रहा था। इसके अलावा पार्टी में भी लोकल स्तर पर उन्हें टिकट मिलने का विरोध हो रहा था। साथ ही कवलजीत सिंह के कुछ फोटो भी वायरल हुए हैं, जिनमें वह पाकिस्तानी आर्मी के साथ मौजूद हैं। यौन शोषण केस में फंसने के बाद पूर्व मंत्री की टिकट कटी पिहोवा सीट पर 2019 में इंडियन हॉकी टीम के पूर्व कैप्टन संदीप सिंह ने भाजपा की टिकट पर चुनाव जीता था। इसके बाद उन्हें भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार में खेल मंत्री बनाया गया। हालांकि, कुछ समय पहले वह जूनियर महिला कोच के यौन शोषण केस में फंस गए। तब मनोहर लाल खट्‌टर मुख्यमंत्री थे। उन्होंने संदीप से खेल विभाग वापस ले लिया लेकिन मंत्री बनाए रखा। हालांकि, लोकसभा चुनाव के वक्त इसी साल मई महीने में जब खट्‌टर को बदलकर नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाया गया तो संदीप सिंह की कैबिनेट से छुट्‌टी कर दी गई। इसके बाद भाजपा ने पिहोवा से उनकी टिकट भी काट दी। हम इस खबर को लगातार अपडेट कर रहे हैं...

Dainik Bhaskar दिल्ली सरकार को बर्खास्त करने की मांग:BJP विधायकों ने राष्ट्रपति को लेटर लिखा; प्रेसीडेंट ऑफिस ने चिट्ठी गृह मंत्रालय भेजी

दिल्ली में बीजेपी विधायकों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेटर लिखकर केजरीवाल सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है। इस चिट्ठी को राष्ट्रपति कार्यालय ने गृह मंत्रालय के पास भेज दिया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक लेटर में लिखा गया है कि, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल में हैं। ऐसे में सरकार के कामकाज से जुड़े कई काम अटके हुए हैं। फाइलों पर साइन नहीं हो पा रहे हैं। अब जानिए दिल्ली में संवैधानिक संकट क्यों है... CM केजरीवाल जेल में: 3 बार जमानत, एक बार बाहर आए केजरीवाल को दिल्ली शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ED ने 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। फिर CBI ने भ्रष्टाचार मामले में उन्हें तिहाड़ जेल से ही 26 जून को गिरफ्तार किया था। सुप्रीम कोर्ट ने 12 जुलाई को ED मामले में केजरीवाल को अंतरिम जमानत दे दी, लेकिन भ्रष्टाचार मामले में वे जेल में हैं। सुप्रीम कोर्ट ने 5 सितंबर को CBI केस में गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली उनकी याचिका पर फैसले सुरक्षित रख लिया है। केजरीवाल को CM पद से हटाने की याचिका 2 बार खारिज हो चुकी मार्च में गिरफ्तारी के बाद अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं दिया। वह जेल से ही सरकार चला रहे हैं। हालांकि इस बीच केजरीवाल को CM पद से हटाने को लेकर दो बार मामला कोर्ट भी पहुंचा। दिल्ली में पहला राष्ट्रपति शासन केजरीवाल के इस्तीफे से लगा था दिल्ली में पहली बार राष्ट्रपति शासन 15 फरवरी 2014 को लगा था। तब अरविंद केजरीवाल ने पहली बार मुख्यमंत्री बनने के 49 दिन बाद इस्तीफा दे दिया था। केजरीवाल ने कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाई थी। 13 फरवरी 2015 तक 363 दिन राष्ट्रपति शासन रहने के बाद केजरीवाल ने 14 फरवरी 2015 को फिर से दिल्ली की सत्ता संभाली। वे पूर्ण बहुमत से चुनाव जीतकर आए। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की 70 में से 67 सीटें जीती थीं। भाजपा विधायकों की मांग पर अगर राष्ट्रपति मानती हैं तो यह दूसरा मौका होगा, जब दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगे और इसका कारण भी केजरीवाल और आम आदमी पार्टी होगी।

Dainik Bhaskar उच्च शिक्षामंत्री बोले-भारत को वास्कोडिगामा ने नहीं,व्यापारी चंदन ने खोजा:दीक्षांत समारोह में इंदर परमार ने कहा- अमेरिका भी कोलंबस की खोज नहीं

'भारत की खोज वास्कोडिगामा ने नहीं ,चंदन नाम के व्यापारी ने की थी। वास्कोडिगामा ने खुद लिखा है कि, व्यापारी चंदन का जहाज उसके जहाज के आगे चल रहा था। हमें गलत इतिहास पढ़ाया गया है। अमेरिका की खोज भी कोलंबस ने नहीं की, बल्कि हमारे पूर्वजों ने की है, जिसके रिकॉर्ड आज भी मौजूद हैं।' यह कहना है मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार का। वे मंगलवार को भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल और सीएम डॉ. मोहन यादव ने स्टूडेंट्स को डिग्रियां बांटीं। राज्यपाल ने कहा- राष्ट्र निर्माण छात्रों की बड़ी जिम्मेदारी राज्यपाल और कुलाधिपति मंगुभाई पटेल ने कहा, 'पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति द्वारा विकसित भारत के निर्माण की महती (बड़ी) जिम्मेदारी सौंपी है। शिक्षक इस दिशा में विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करें। विकसित भारत के कर्णधार हैं। राष्ट्र निर्माण के लिए निरंतर प्रयास करते रहना छात्रों की जिम्मेदारी है।' राज्यपाल ने कहा, 'जिन्हें दीक्षांत मिला है, उनमें 90 प्रतिशत लड़कियां हैं। इस साल के अलावा बाकी वर्षों की अंकसूची और उपाधियां डिजिटली दी जाएं। विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए गौरव की बात है कि वे शहीद बरकतउल्ला के नाम पर संचालित विश्वविद्यालय के छात्र हैं। इस विश्वविद्यालय को पीएम उषा योजना से 100 करोड़ रुपए मिले हैं। इसके लिए विश्वविद्यालय को बधाई देते हैं।' सीएम बोले- नि:शुल्क उपाधि देगा विश्वविद्यालय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा- 'बरकतउल्ला विश्वविद्यालय पात्र छात्र-छात्राओं को नि:शुल्क उपाधि देगा। यादव ने कहा कि विद्यालय के बाद विश्वविद्यालय और इसके बाद नए जीवन की ओर प्रवेश शुरू होता है। इसके लिए वे सभी को बधाई देते हैं। स्टूडेंट्स को गोल्ड मेडल, उपाधियां दी गईं राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्टूडेंट्स को गोल्ड मेडल दिए। कला, वाणिज्य, विज्ञान समेत कई संकायों के स्टूडेंट्स को शैक्षणिक सत्र 2022-23 की पीएचडी उपाधियां मंच से दी गईं। ऑनलाइन डिजिटल मार्कशीट देने वाला देश का पहला विश्वविद्यालय राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री मोहन यादव ने विश्वविद्यालय के छात्रों को ऑनलाइन डिजिटल मार्कशीट और डिग्री देने की सुविधा की

Dainik Bhaskar हेलिकॉप्टर क्रैश में शहीद स्क्वॉड्रन लीडर की पत्नी लेफ्टिनिेंट बनीं:सेना में जाने का संकल्प लिया था, हादसे में CDS बिपिन रावत भी शहीद हुए थे

तत्कालीन चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत के साथ हेलिकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए जवान की पत्नी सेना में लेफ्टिनेंट बन गई हैं। स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप की वीरांगना यश्विनी ढाका ने शहीद पति की पार्थिव देह के सामने किए गए संकल्प को पूरा कर कमीशन ले लिया है। बता दें कि तमिलनाडु के कुन्नूर में 8 दिसंबर 2021 को हेलिकॉप्टर क्रैश में सीडीएस बिपिन रावत के साथ स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह शहीद हो गए थे। इसके बाद उनकी पार्थिव देह के सामने वीरांगना यश्विनी ने सेना में भर्ती होकर देश सेवा का संकल्प लिया था। परीक्षा पास की, फिर ट्रेनिंग के बाद लेफ्टिनेंट यश्विनी ने सर्विस सिलेक्शन बोर्ड (एसएसबी) की 5 दिन की परीक्षा और मेडिकल परीक्षा पास की। इसके बाद चेन्नई स्थित ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी में 11 महीने की ट्रेनिंग पूरी कर सेना में लेफ्टिनेंट बनी हैं। शहीद के पिता सेवानिवृत्त सूबेदार रणधीर सिंह, माता कमला देवी और बहन डिप्टी कमांडेंट अभिता राव ने यश्विनी के कंधों पर बैज लगाए। 8 साल पहले भर्ती हुए थे कुलदीप कुलदीप राव 2013 में एयरफोर्स में भर्ती हुए थे। इससे पहले वे अपने पिता रणधीर सिंह राव के साथ रहकर मुंबई में ही बीएससी-आईटी की पढ़ाई की थी। उनकी शादी मेरठ की यश्विनी ढाका के साथ 19 नवंबर 2019 को हुई थी। उनकी एक बहन अभीता इंडियन कोस्ट गार्ड में डिप्टी कमांडेंट के पद पर कार्यरत है। मां कमला देवी गृहिणी हैं। हालांकि सभी बैज लगाने की सेरेमनी के दौरान चेन्नई पहुंचे। गांव में गर्व और भावुकता का माहौल यश्विनी की उपलब्धि पर शहीद कुलदीप सिंह राव के परिवार व गांव में गर्व और भावुकता का माहौल है। ग्रामीणों ने स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह राव के स्मारक पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया। घरड़ाना खुर्द गांव के संदीप राव ने बताया कि यश्विनी ढाका का भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनना, उन सभी महिलाओं के लिए प्रेरणादायक हैं। जो देश सेवा के क्षेत्र में अपने कदम बढ़ाने का सपना देखती हैं। ये भी पढ़ेंः... बिपिन रावत के साथ शहीद हुआ झुंझुनूं का लाल:स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह हेलिकॉप्टर के को-पायलट थे, जयपुर में रहता है परिवार तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार सुबह हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में झुंझुनूं के स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह भी शहीद हुए हैं। वे घरडाना खुर्द गांव के रहने वाले थे। इंडियन एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर (Mi-17V5)

Dainik Bhaskar भीड़ पीटकर मार देती, इस डर से जान दी:बच्चा चोरी का शक, लोगों ने खदेड़ा, 8 घंटे ब्रिज पर बैठा रहा, फिर कूद गया

जौनपुर में मॉब लिंचिंग से बचने के लिए एक युवक ने ब्रिज से कूदकर जान दे दी। बच्चा चोरी के शक में भीड़ उसके पीछे पड़ गई थी। बचने के लिए वह ब्रिज पर चढ़ गया। करीब 8 घंटे तक ओवरब्रिज पर बैठा रहा, नीचे भीड़ खड़ी थी। IG भी मौके पर पहुंच गए थे। उन्होंने उसे नीचे उतरने के लिए कहा। लेकिन, वह इतना डर गया था कि नीचे नहीं उतरा। आखिरकार 8 घंटे बाद उसने कूदकर जान दे दी। मामला जौनपुर से 13 किमी दूर शिवापुर गांव का है। मंगलवार (10 सितंबर) सुबह ग्रामीणों ने बच्चा चोरी के शक में दो युवकों को खदेड़ा। एक को पकड़कर पीटा और पुलिस को सौंप दिया। वहीं, दूसरा युवक भागकर वाराणसी-लखनऊ हाईवे पर बने ओवरब्रिज पर चढ़ गया। पुलिस ने युवक को बचाने के लिए जाल लगाया था, लेकिन ट्रैफिक जाम होने की वजह से हटवा दिया। इसके बाद युवक ब्रिज से कूद गया। घटना की 3 तस्वीरें देखिए... बिहार का रहने वाला था युवक युवक की पहचान बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले अवनीश कुमार (31) के रूप में हुई है। उसकी जेब से आधार कार्ड मिला। पुलिस ने बताया- अवनीश अपने साथी के साथ सुबह 5 बजे शिवापर गांव पहुंचा। उन्हें देखते ही गांव वालों ने बच्चा चोर कहते हुए दौड़ाया। 500 मीटर दूर जाकर एक युवक को पकड़ लिया। उसे बेहरमी से पीटा और पुलिस के हवाले कर दिया। बाकी ग्रामीण अवनीश को दौड़ाते रहे। भीड़ से बचने के लिए अवनीश लखनऊ-वाराणसी हाईवे पर एक ओवरब्रिज पर चढ़ गया और उसके ऊपरी हिस्से पर बैठ गया। इसके बाद गांव वालों ने लाइन बाजार थाने को सूचना दी। पुलिस के आला अफसरों ने भी युवक को समझाने की कोशिश की, पर नहीं माना घटना की सूचना पर थानाध्यक्ष केके मिश्रा फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। आसपास के लोग और राहगीर भी जुट गए। अफसरों ने फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस बुलाई। थानाध्यक्ष ने युवक को समझाने की हरसंभव कोशिश की, लेकिन वह उतरने को तैयार नहीं हुआ। उन्होंने CO देवेश कुमार को बुलाया। CO ने युवक से कहा- ब्रिज से उतर जाओ, कोई कुछ नहीं करेगा। इसी बीच अपर पुलिस महानिदेशक वाराणसी जोन पीयूष कुमार मोर्डिया वहां से गुजर रहे थे। भीड़ देखकर रुक गए। उन्होंने भी युवक को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह ब्रिज से नहीं उतरा। उतारने के लिए जाल-सीढ़ियां मंगवाईं, जैसे ही हटाईं, कूद गया पुलिस ने युवक को बचाने के लिए सीढ़ियां और मछुआरों से मछली पकड़ने वाला जाल मंगवाया। राहगीर और स्थानीय लोग हाईवे

Dainik Bhaskar हरियाणा में AAP उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट, 9 नाम:देवीलाल को हराने वाले पूर्व BJP मंत्री को टिकट; खड़गे का गठबंधन पर बयान से किनारा

हरियाणा में आम आदमी पार्टी (AAP) ने 9 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। इसमें भाजपा छोड़कर AAP में आए पूर्व मंत्री प्रोफेसर छत्रपाल सिंह को हिसार के बरवाला से टिकट दी गई है। कांग्रेस से गठबंधन की बातचीत टूटने के बाद AAP की यह दूसरी लिस्ट है। कल आप ने 20 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की थी। आप से गठबंधन टूटने के बारे में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि इस बारे में दूसरे नेता बात कर रहे हैं। वही इसके बारे में बताएंगे। वहीं AAP के प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता ने कहा कि हम सभी 90 सीटों पर उम्मीदवार घोषित करेंगे। उन्होंने कहा कि हरियाणा में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच होगा। भाजपा समेत दूसरी कोई पार्टी मुकाबले में नहीं है। AAP की लिस्ट की खास बातें उम्मीदवारों की लिस्ट... ये खबर भी पढ़ें :- हरियाणा में AAP-कांग्रेस का गठबंधन नहीं हुआ:सीट शेयरिंग पर सहमति न होने से बातचीत टूटी; AAP ने 20 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की हरियाणा में आम आदमी पार्टी (AAP) अकेले विधानसभा चुनाव लड़ेगी। पार्टी ने सोमवार को दोपहर बाद 20 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। AAP की इस लिस्ट से साफ है कि अब वह इस चुनाव में कांग्रेस से गठबंधन नहीं करेगी। पूरी खबर पढ़ें... हम इस खबर को लगातार अपडेट कर रहे हैं...

Dainik Bhaskar नागपुर में ऑडी ने कई गाड़ियों को टक्कर मारी:महाराष्ट्र BJP चीफ के बेटे के नाम पर कार रजिस्टर्ड; दो के खिलाफ केस दर्ज

महाराष्ट्र के नागपुर में ऑडी कार से कई गाड़ियों को टक्कर मारने का मामला सामने आया है। ऑडी महाराष्ट्र भाजपा चीफ चन्द्रशेखर बावनकुले के बेटे संकेत बावनकुले के नाम पर रजिस्टर्ड है। पुलिस ने कार ड्राइवर सहित दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। नागपुर ​​​​​​पुलिस के मुताबिक, ​घटना सोमवार सुबह (9 सितंबर) की है। नागपुर के रामदासपेठ एरिया में तेज रफ्तार लग्जरी कार ने पहले एक बाइक को टक्कर मारी। इसके बाद दो अन्य कारों से टकरा गई। हादसे में बाइक और दोनों कारें क्षतिग्रस्त हुई हैं। कार सवार यात्रियों को चोटें भी आई हैं। घटना का CCTV फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल है। पुलिस ने कार ड्राइवर अर्जुन हवारे और उसके बगल में बैठे रोनित चिंतनवार के खिलाफ लापरवाही से गाड़ी चलाने का मामला दर्ज किया है। हादसे के बाद ऑडी का नंबर प्लेट हटा दिया गया था। भाजपा चीफ बोले- गलत करने वाले के खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए घटना पर महाराष्ट्र भाजपा चीफ चन्द्रशेखर बावनकुले का भी बयान आया। उन्होंने कहा, 'वह कार मेरे बेटे के नाम पर है। पुलिस को हादसे की निष्पक्ष और पूरी जांच करनी चाहिए। न्याय किसी के लिए अलग-अलग नहीं है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। चाहे कोई राजनीति से संबंध ही क्यों न रखता हो, कानून सभी के लिए समान होना चाहिए।' कांग्रेस बोली- पूरा होम डिपार्टमेंट BJP नेता के बेटे को बचाने की कोशिश में लगा दूसरी तरफ, कांग्रेस ने सरकार पर भाजपा नेता के बेटे को बचाने का आरोप लगाया है। महाराष्ट्र कांग्रेस ने घटना का वीडियो X पर पोस्ट करते हुए लिखा, 'नागपुर में भाजपा के एक सीनियर नेता के बेटे ने आधी रात को नशे की हालत में चार-पांच कारों को टक्कर मार दी, जिसके बाद पूरा होम डिपार्टमेंट उस लड़के को बचाने और छुपाने में लग गया। क्या कानून व्यवस्था सिर्फ आम जनता को प्रताड़ित करने के लिए है?

Dainik Bhaskar कांग्रेस की मांग, संसद की 6 स्टैंडिंग-कमेटी की अध्यक्षता मिले:सरकार 4 देने को राजी; सपा-DMK को एक-एक मिल सकती है, कुल 24 कमेटियां हैं

मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में पार्लियामेंट्री स्टैंडिंग कमेटी का अभी तक बंटवारा नहीं हुआ है। कुल 24 पार्लियामेंट्री कमेटी हैं। इन कमेटी में सांसदों को उनकी पार्टी को मिली सीटों के आधार पर शामिल किया जाता है। कांग्रेस ने इस बार 6 स्टैंडिंग कमेटी की अध्यक्षता की मांग की है। हालांकि सरकार चार देने को राजी है। हालांकि कांग्रेस ने डिफेंस और फाइनेंस जैसे मामलों की कमेटी की मांग की है लेकिन सरकार उन्हें विदेश मामलों की समिति की अध्यक्षता दे सकती है। वहीं DMK सांसद एक कमेटी के अध्यक्ष बन सकते हैं। समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद राम गोपाल यादव एजुकेशन से जुड़ी कमेटी की अध्यक्षता कर सकते हैं। संसदीय कार्य मंत्री बोले- जल्द कमेटी का ऐलान होगा केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सोमवार को कहा कि पार्लियामेंट्री स्टैंडिंग कमेटी की घोषणा में देरी नहीं की जा रही है। जैसा कि कुछ विपक्षी नेता आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन कमेटी में प्रमुख विपक्षी दलों को उनकी संख्या के आधार पर जगह दी जा रही हैं। रिजिजू ने आगे कहा, अगर आप 2004 के बाद से सभी लोकसभा कार्यकाल को देखें, तो पार्लियामेंट्री स्टैंडिंग कमेटी का गठन सितंबर के अंत में किया जाता है। प्रोसेस चालू है। अब जानिए सरकार की पार्लियामेंट्री स्टैंडिंग कमेटी से जुड़े सवाल-जवाब... सवाल: सरकार की कुल कितनी पार्लियामेंट्री स्टैंडिंग कमेटी हैं? जवाब: भारत सरकार के सभी मंत्रालयों/विभागों से जुड़ी कुल 24 पार्लियामेंट्री स्टैंडिंग कमेटी हैं। ये कमेटी दो प्रकार की होती हैं - पहली- स्टैंडिंग कमेटी, दूसरी- एड हॉक कमेटी। एड हॉक कमेटी को कुछ विशेष कामकाज के लिए बनाया जाता है। एक बार जब वो काम पूरा हो जाता है तो कमेटी खत्म कर दी जाती है। सवाल: क्या लोकसभा-राज्यसभा में अलग-अलग कमेटी होती है? जवाब: कुल 24 पार्लियामेंट्री स्टैंडिंग कमेटी को दो हिस्सों में बांटा गया है। 16 कमेटी लोकसभा में आती हैं, वहीं 8 कमेटी राज्यसभा के अंतर्गत संचालित होती हैं। सवाल: इन कमेटी में कितने मेंबर होते हैं? जवाब: इनमें से हर कमेटी में 31 मेंबर्स होते हैं, जिसमें से 21 लोक सभा से और 10 राज्य सभा से चुने जाते हैं। इन सभी कमेटी का कार्यकाल एक साल से अधिक नहीं होता है। सवाल: कमेटी में सदस्यों का चयन कौन करता है? जवाब: स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों को, जिन्हें स

Dainik Bhaskar इम्फाल की सड़कों पर मशाल लेकर निकली महिलाएं:ड्रोन हमलों के विरोध में प्रदर्शन; कल मणिपुर राजभवन पर पथराव हुआ था

मणिपुर में प्रदर्शनकारियों पर ड्रोन हमले के विरोध में सोमवार (9 सितंबर) की रात महिलाओं ने इम्फाल में मशाल जुलूस निकाला। ये लोग DGP और सिक्योरिटी एडवाइजर को हटाने की मांग कर रहे हैं। इम्फाल के थांगमीबंद में प्रदर्शनकारियों ने हाथों में मशालें और पोस्टर लेकर नारे लगाते हुए मार्च किया। इससे पहले सोमवार को ही प्रदर्शनकारियों ने राजभवन पर पथराव किया था। छात्रों का नेतृत्व कर रहे एम. सनाथोई चानू ने बताया- हमने डीजीपी, राज्य सरकार के सुरक्षा सलाहकार को हटाने की मांग की है। सीआरपीएफ के पूर्व डीजी कुलदीप सिंह के नेतृत्व में बनी यूनीफाइड कमांड राज्य सरकार को सौंपने की मांग की है। महिलाओं के प्रदर्शन की तस्वीरें मणिपुर राजभवन पर पथराव हुआ था, सुरक्षाकर्मी जान बचाकर भागे थे इंफाल में सोमवार दोपहर को सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स ने राजभवन पर पत्थरबाजी की थी। इस दौरान सुरक्षाकर्मी भागते दिखे। पुलिस और सुरक्षाबलों ने प्रदर्शनकारियों को बैरिकेड लगाकर रोका। कई राउंड आंसू गैस के गोले और रबर बुलेट दागे। इसमें 20 स्टूडेंट्स घायल हो गए थे। मैतेई समुदाय के ये छात्र मणिपुर में अचानक बढ़ी हिंसक घटनाओं को लेकर 8 सितंबर से प्रदर्शन कर रहे हैं। इसमें स्थानीय लोग भी शामिल हैं। रविवार को किशमपट के टिडिम रोड पर 3 किलोमीटर तक मार्च के बाद प्रदर्शनकारी राजभवन और CM हाउस तक पहुंच गए। ये गवर्नर और CM को ज्ञापन सौंपना चाहते थे। सोमवार को सुरक्षाबलों ने ज्ञापन सौंपने की मांग पूरी कर दी, इसके बाद भी स्टूडेंट्स सड़क पर प्रदर्शन करते रहे। स्टूडेंट्स का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती तब तक वे यहां डटे रहेंगे। इस दौरान उनकी सुरक्षाबलों के साथ झड़प भी हुई। स्टूडेंट्स 1 और 3 सितंबर को मैतेई इलाकों में हुए ड्रोन हमलों का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने सेंट्रल फोर्सेस पर चुप्पी साधने का आरोप लगाते हुए उनसे राज्य छोड़कर जाने की मांग की। साथ ही राज्य के 60 में से 50 मैतेई विधायकों से अपना रुख स्पष्ट करने या इस्तीफा देने को कहा। इन स्टूडेंट्स ने यह भी डिमांड की है कि राज्य में यूनिफाइड कमांड की कमान मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को दी जाए। यानी, सेंट्रल और स्टेट फोर्स की कमान केंद्र की बजाय मुख्यमंत्री के पास हो। ये लोग DGP और सिक्योरिटी एडवाइजर को हटाने की भी मांग कर रहे हैं। 9 सितंबर: प्रदर

Dainik Bhaskar राजस्थान में फिर से ट्रेन को बेपटरी करने की साजिश:बदमाशों ने ट्रैक पर 2 जगह रखे सीमेंट के ब्लॉक;फुलेरा से अहमदाबाद जा रही मालगाड़ी टकराई

राजस्थान में 17 दिन में तीसरी बार ट्रेन को बेपटरी करने की साजिश हुई है। इस बार अजमेर में सराधना और बांगड़ ग्राम रेलवे स्टेशन के बीच 2 स्थानों पर बदमाशों ने सीमेंट के 70 किलो वजनी ब्लॉक रख दिए। गनीमत रही कि ट्रेन इन्हें तोड़ते हुए आगे निकल गई और कोई हादसा नहीं हुआ। मामला फुलेरा से अहमदाबाद मार्ग पर रविवार रात करीब 10:30 बजे का है। यह मालगाड़ी फुलेरा से अहमदाबाद जा रही थी। इस मामले में मांगलियावास थाना पुलिस में सोमवार रात एफआईआर दर्ज करवाई गई। इससे पहले 28 अगस्त को बारां के छबड़ा में मालगाड़ी के ट्रैक पर बाइक का स्क्रैप फेंका गया। इस घटना में इंजन बाइक के कबाड़ से टकरा गया। वहीं, 23 अगस्त को पाली में अहमदाबाद-जोधपुर वंदे भारत ट्रैक पर रखे सीमेंट ब्लॉक से टकरा गई थी। हालांकि, बड़ा हादसा होने से टल गया था। दो जगह रखे गए थे ब्लॉक रिपोर्ट डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉर्पोरेशन (डीएफसीसी) कर्मचारी रवि बुंदेला और विश्वजीत दास ने दर्ज करवाई है। रिपोर्ट के अनुसार 8 सितंबर की रात 10:36 बजे सूचना मिली कि ट्रैक पर सीमेंट का ब्लॉक रखा हुआ है। मौके पर पहुंचे तो पाया कि वह टूट कर गिरा हुआ है। एक किमी आगे एक और ब्लॉक टूट कर साइड में रखा हुआ था। ये दोनों ब्लॉक अलग-अलग जगह पर रखे हुए थे। इसके बाद डीएफसीसी और रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) ने मिलकर सराधना से बांगड़ ग्राम स्टेशन तक पेट्रोलिंग की। इस दौरान स्थिति सामान्य पाई गई। इंजन के टकराने से ब्लॉक टूटे असिस्टेंट प्रोजेक्ट मैनेजर हरि किशन मीणा ने बताया- रविवार की रात को 10:36 बजे बांगड़ ग्राम स्टेशन अधीक्षक ने सूचना दी। इसके बाद ट्रैक जांचा गया। एक किमी के दायरे में आमने-सामने की लाइन में 2 जगहों पर ब्लॉक पाए गए, जो इंजन के टकराने से टूट गए थे। सराधना से बांगड़ ग्राम तक स्टाफ ने पेट्रोलिंग की। ब्लॉक टकराने के अलावा सब कुछ सामान्य था। मामले में मांगलियावास थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है। ये खबर भी पढ़ें... कालिंदी एक्सप्रेस को बर्निंग ट्रेन बनाने की साजिश थी:सिलेंडर लगाकर 20 मीटर तक पेट्रोल छिड़का, बारूद बिछाया, वारदात के लिए यही स्पॉट क्यों चुना राजस्थान में फिर से ट्रेन को बेपटरी करने की साजिश:पटरी पर टूटी बाइक फेंकी; 4 दिन पहले वंदे भारत के ट्रैक पर रखा था ब्लॉक