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Dainik Bhaskar 'कॉलेजियम से बने जज बड़े नेताओं को खुश करते हैं':दौसा सांसद बोले- सुप्रीम कोर्ट में जजों के चयन के लिए खुली परीक्षा होनी चाहिए

दौसा सांसद मुरारीलाल मीणा ने सुप्रीम कोर्ट में कॉलेजियम सिस्टम पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा- कॉलेजियम से बनने वाले जज बड़े नेताओं को खुश रखने के लिए उनकी ही बात करते हैं। मुरालीलाल मीणा ने कहा- सुप्रीम कोर्ट में जजों के चयन को लेकर खुली परीक्षा होनी चाहिए। जो ईमानदारी से परीक्षा के जरिए चयनित होगा, वह किसी सरकार के दबाव में काम नहीं करेगा। दरअसल, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर केंद्रीय रेलवे राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू के बयान के विरोध में शनिवार को दौसा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। दोपहर करीब 12.30 बजे कलेक्ट्रेट के पास बने शहीद स्मारक पर धरना-प्रदर्शन कर केंद्रीय मंत्री का पुतला जलाया गया। यहां कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुरारीलाल मीणा ने ये बात कही। बीजेपी के लोग बड़े खतरनाक दौसा सांसद मुरारीलाल मीणा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) पर भी जुबानी हमला किया। उन्होंने कहा- बीजेपी के लोग बड़े खतरनाक हैं। ये लोग राष्ट्रभक्ति की बात करते हैं, आजादी के आंदोलन में कई लाख लोग मारे गए थे, लेकिन बीजेपी के किसी भी कार्यकर्ता ने अंगुली भी नहीं कटवाई थी। ये तनख्वाह पर अंग्रेजों के लिए सीआईडी करते थे। नौकर बनकर सूचनाएं लीक करते थे। बीच में इनका मामला चल गया था, लेकिन जनता अब फिर से समझ चुकी है कि कांग्रेस और राहुल गांधी का एजेंडा क्या है। मोदी के इशारे पर राहुल के खिलाफ दे रहे बयान सांसद ने कहा- यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वास्तव में देश हित की बात करते हैं तो राहुल गांधी पर बयानबाजी करने वाले नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। यदि कार्रवाई नहीं कर रहे हैं तो स्पष्ट है कि उनके (नरेंद्र मोदी) इशारे पर ही राहुल गांधी के खिलाफ बयान दिए जा रहे हैं। वो जानबूझकर देश का माहौल खराब करा रहे हैं। बुलडोजर कार्रवाई पर सुप्रीम कोर्ट को फैसला देना पड़ा। भाजपा में मुखिया चाहता है कि आतंकवाद फैले मुरारीलाल मीणा ने कहा- भाजपा के कार्यकर्ताओं में मानवता नहीं है। ये केवल जाति और धर्म के नाम पर विवाद पैदा करके झगड़ा फैलाकर सत्ता प्राप्त करना चाहते हैं। जब उनका मुखिया ही ऐसा है, तो नेता भी उसी राह पर हैं। उनका मुखिया चाहता है कि देश का वातावरण खराब हो और आतंकवाद फैले। आतंकवाद तो यह खुद फैला रहे हैं और नाम हमारा लग रहा

Dainik Bhaskar फारूक बोले- भाजपा वाले खुद पाकिस्तानी:सत्ता में बैठे, फिर भी आतंकवाद; JK मुस्लिम बहुल राज्य, इसलिए टुकड़े कर दिए

नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा, 'भाजपा वाले हमें बार-बार पाकिस्तानी बोलते हैं। ये खुद पाकिस्तानी हैं। भाजपा कहती है राहुल गांधी और फारूक अब्दुल्ला के बीच गठबंधन पाकिस्तान के समर्थन से बना है। हमें पाकिस्तान से क्या लेना-देना? भाजपा कहती है आर्टिकल 370 आतंकवाद के लिए जिम्मेदार है, लेकिन अब वे सत्ता में हैं- क्या आतंकवाद खत्म हो गया है? इन्होंने तो (जम्मू और कश्मीर) को भी टुकड़ों में बांट दिया क्योंकि यह एक मुस्लिम बहुल राज्य है।' अब जानिए जम्मू-कश्मीर चुनाव में कहां से आया पाकिस्तान... पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ 18 सितंबर को पाकिस्तानी न्यूज चैनल जियो न्यूज से चर्चा कर रहे थे। पाकिस्तानी पत्रकार हामिद मीर ने ख्वाजा से आर्टिकल 370 पर एक सवाल किया। इस पर ख्वाजा ने कहा- हम भी कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन की तरह जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 की बहाली चाहते हैं। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने यह भी दावा किया कि अगर नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन जम्मू-कश्मीर में सत्ता में आता है तो आर्टिकल 370 वापस आ सकता है। ख्वाजा ने कहा- मुझे लगता है कि यह संभव है। वर्तमान में, नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस का वहां बहुत दबदबा है। घाटी की आबादी इस मुद्दे पर संवेदनशील है और संभावना है कि कॉन्फ्रेंस (नेशनल कॉन्फ्रेंस) सत्ता में आएगी। मोदी और शाह के 2 जवाब... 19 सितंबर: मोदी बोले- कांग्रेस-NC के घोषणापत्र से पाकिस्तान खुश पाकिस्तान को लेकर PM मोदी ने जम्मू-कश्मीर के कटरा में रैली में कहा था कि पाकिस्तान के डिफेंस मिनिस्टर ने इन दोनों पार्टियों का खुलकर समर्थन किया है। उनका कहना है कि आर्टिकल 370 और 35A को लेकर कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस का जो एजेंडा है, वही एजेंडा पाकिस्तान का है। ये वहां के मंत्री बोल रहे हैं। यानी कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान का एजेंडा लागू करना चाहते हैं। इनके घोषणापत्र से पड़ोसी देश बहुत खुश है। 19 सितंबर: अमित शाह बोले- पाकिस्तान और कांग्रेस का एजेंडा एक ही है गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया X पर लिखा, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का आर्टिकल 370 और 35A पर कांग्रेस और JKNC के समर्थन की बात ने एक बार फिर कांग्रेस को एक्सपोज कर दिया। इस बयान ने फिर एक बार यह स्पष्ट कर दिया कि कांग्रेस और पाकिस्तान के इरादे भी

Dainik Bhaskar शिमला पहुंचे राहुल गांधी:सोनिया-प्रियंका पहले से हैं मौजूद, छराबड़ा में बहन के घर रुके, देश की राजनीति पर यही से रखेंगे नजर

देश के 2 राज्यों में चल रहे विधानसभा चुनाव के बीच लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी शनिवार को शिमला पहुंच गए हैं। राहुल गांधी चौपर से दोपहर 1 बजकर 2 मिनट पर छराबड़ा पहुंचे। उनका चौपर छराबड़ा में प्रियंका गांधी के घर के साथ बने हैलिपेड पर लैंड किया। सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी पहले ही शिमला के छराबड़ा में ठहरे हुए हैं। आज राहुल गांधी छराबड़ा पहुंच गए हैं। पार्टी सूत्र बताते हैं कि राहुल गांधी अगले 1-2 दिन यही रुकेंगे। हालांकि आधिकारिक तौर पर अभी उनका प्रोग्राम तय नहीं है। लिहाजा राहुल गांधी छराबड़ा से ही हरियाणा और जम्मू कश्मीर के विधानसभा चुनाव पर नजर रखेंगे। बता दें कि राहुल गांधी का बीते शुक्रवार को ही शिमला आने का कार्यक्रम था और उन्होंने हरियाणा से सड़क मार्ग से शिमला आना था। मगर वह कल चुनावी व्यस्तता के कारण शिमला नहीं नहीं आ पाए। मां और बहन पहले ही आ चुकी बता दें कि शिमला के छराबड़ा में राहुल की बहन प्रियंका गांधी ने पहाड़ी शैली में अपना घर बना रखा है, जोकि शिमला से लगभग 13 किलोमीटर दूर छराबड़ा में देवदार के घने जंगल के बीचोबीच बना है। प्रियंका गांधी साल में 4-5 बार यहां आती रहती हैं। सोनिया गांधी 17 सितंबर को शिमला पहुंची प्रियंका के साथ उनकी माता सोनिया गांधी और भाई राहुल गांधी भी पहले कई बार छराबड़ा आ चुके हैं। सोनिया गांधी बीते 17 सितंबर और प्रियंका गांधी 15 सितंबर को शिमला पहुंची। अब तीनों कांग्रेस नेता शिमला से देश की राजनीति पर नजर रखेंगे।

Dainik Bhaskar मुंबई की धारावी बस्ती में BMC की टीम पर हमला:मस्जिद का अवैध हिस्सा गिराने गई 2 गाड़ियों में तोड़-फोड़; कार्यवाही पर 8 दिन की रोक

बृह्मनमुंबई नगर निगम (BMC) के अधिकारियों की एक टीम शनिवार सुबह धारावी पहुंची। यहां महबूब-ए-सुभानी मस्जिद के अवैध हिस्से को गिराया जाना था। टीम सुबह 9 बजे धारावी की 90 फीट रोड पर पहुंची। खबर लगते ही मुस्लिम समाज समेत बस्ती के लोग इकट्‌ठा हो गए और टीम को रोक दिया। बाद में प्रदर्शनकारियों ने BMC की दो गाड़ियों में तोड़-फोड़ कर दी। हालात संभालने के लिए बड़ी तादाद में पुलिस को तैनात किया गया है। प्रदर्शनकारियों को एक दल पुलिस और BMC से चर्चा करने गया। इसके बाद BMC ने आज डिमोलिशन की कार्यवाही को रोक दिया है। साथ ही मस्जिद कमेटी को 8 दिन का समय दिया है। हालांकि मुस्लिम पक्ष ने BMC के खिलाफ कोर्ट जाने का फैसला किया है। पुलिस स्टेशन से 100 मीटर दूर है मस्जिद धारावी की जिस 90 फीट रोड पर यह मस्जिद बनी है, वह पुलिस स्टेशन महज 100 मीटर दूर है। रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि BMC ने पिछले साल भी मस्जिद कमेटी को नोटिस भेजा था। लेकिन तब भी कोई हल नहीं निकला था। इधर, कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड ने भी इस कार्यवाही के खिलाफ CM मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की। गायकवाड का दावा किया कि मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया की कार्यवाही पर रोक लगा दी जाएगी। 1882 में अंग्रेजों ने बसाई थी धारावी बस्ती, फिल्मों से बढ़ी लोकप्रियता एशिया की सबसे बड़ी बस्ती धारावी को 1882 में अंग्रेजों ने बसाया था। मजदूरों को किफायती ठिकाना देने के मकसद से इसे बसाया गया था। धीरे-धीरे यहां लोग बढ़ने लगे और झुग्गी-बस्तियां बन गईं। यहां की जमीन सरकारी है, लेकिन लोगों ने झुग्गी-बस्ती बना ली है। धारावी में कितने लोग रहते हैं, इसका कोई डेटा नहीं है। सिर्फ अनुमान है कि यहां की छोटी-छोटी झुग्गियों में करीब 10 लाख लोग रहते हैं। इन्हीं झुग्गियों में 13 हजार से ज्यादा छोटे-मोटे कारोबार चलते हैं। गलियां इतनी संकरी हैं कि अगर कोई बीमार हो जाए, तो अंदर स्ट्रेचर भी नहीं जा सकता है। धारावी के रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट पर करीब 23 हजार करोड़ खर्च होने हैं। जुलाई, 2023 में ये प्रोजेक्ट अडाणी ग्रुप को मिला था। इसमें 60 हजार से ज्यादा परिवारों को फ्री में नए घर मिलेंगे। शर्त ये है कि परिवार 1 जनवरी 2000 से पहले धारावी में रहता आया हो। साल 2008 में 'स्लमडॉग मिलियनेयर' फिल्म के रिलीज होने के बाद इस क्षेत्र को लोकप्रियता मिली। फिल्म ने कई अवॉर्ड

Dainik Bhaskar हिमाचल में मस्जिद विवाद में आक्रोश रैली:शिलाई में सड़कों पर उतरे लोग; दूसरे प्रदेश के मुसलमानों की रोक पर अड़े

हिमाचल प्रदेश में मस्जिद विवाद के बीच आज सिरमौर जिले के शिलाई में हिंदू संगठन और स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए हैं। शिमला के संजौली में पुलिस लाठीचार्ज, प्रवासियों की वैरिफिकेशन और वक्फ बोर्ड को खत्म करने की मांग को लेकर शिलाई में प्रदर्शन कर रहे हैं। देवभूमि संघर्ष समिति शिलाई के अध्यक्ष ओम प्रकाश ने बताया कि वक्फ बोर्ड भू-माफिया के तौर पर काम कर रहा है। जगह-जगह सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा किया जा रहा है। इसलिए इसे भंग किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बांग्लादेशी घुसपैठिए घुस रहे हैं। इन पर रोक लगनी चाहिए। इसके लिए बाहरी राज्यों से आ रहे लोगों की वैरिफिकेशन होनी चाहिए। उन्होंने कहा, अवैध रूप से बनी मस्जिदों और मजारों पर बिना देरी किए कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसा नहीं किया गया तो हिंदू समाज उग्र आंदोलन करेगा। देवभूमि में मस्जिद विवाद कैसे उपजा, सिलसिलेवार पढ़िए... हिमाचल की राजधानी शिमला के मैहली में बीते 31 अगस्त को 2 गुटों के बीच लड़ाई हुई। इसके आरोपी संजौली मस्जिद में छिप गए। पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया। 1 सितंबर को हिंदू संगठनों और स्थानीय लोगों में संजौली मस्जिद के बाहर प्रदर्शन किया। 5 सितंबर को संजौली और चौड़ा मैदान में फिर प्रदर्शन कर अवैध निर्माण गिराने की मांग उठी। इसी दिन कसुम्पटी में भी अवैध मस्जिद को तोड़ने की मांग को लेकर स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया। 11 सितंबर को संजौली-ढली में उग्र प्रदर्शन हुआ। पुलिस को हल्का बल प्रयोग और वाटर कैनन का इस्तेमाल करना पड़ा। वाटर कैनन के इस्तेमाल और लाठीचार्ज से हिंदू संगठन भड़क उठे। इनके आवाहन पर प्रदेश के सभी शहरों में प्रदर्शन हो रहा है। इसी कड़ी में आज शिलाई में भी प्रदर्शन बुलाया गया। प्रदेशभर के व्यापारी दुकानें बंद रखकर विरोध जता रहे हैं। इस दौरान शहरों में आक्रोश रैली निकाल कर अवैध निर्माण को तोड़ने और बाहर से आने वाले लोगों की वैरिफिकेशन करने की मांग की। मुस्लिम समुदाय ने नारे पर जताई आपत्ति उधर, सिरमौर के पांवटा साहिब में मुस्लिम समुदाय ने कुछ दिन पहले हिंदू जागरण मंच द्वारा मस्जिद के बाहर की गई नारेबाजी पर आपत्ति जताते हुए SDM को ज्ञापन सौंपा था। उन्होंने इस मामले में संज्ञान लेने की मांग की। हिमाचल में मस्जिद विवाद के बीच मुस्लिम समुदाय का एक प्रतिनिधिमंडल कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल और इमरान प्रता

Dainik Bhaskar गुजरात में भी ट्रेन बेपटरी करने की साजिश:पटरी से फिशप्लेट-कीज हटाई; 55 दिन में 20वीं बार ट्रेनों को डिरेल करने की कोशिश

गुजरात के सूरत में शुक्रवार रात किम रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक के साथ छेड़छाड़ की गई। कुछ अनजान लोगों ने अप लाइन की पटरी से फिश प्लेट और कीज हटा दी थी। उन्हें उसी पटरी पर रख दिया था। साथ ही रेलवे पटरियों को जोड़ने वाले 71 ताले भी हटा दिए थे। स्थानीय लोगों से मामले की जानकारी मिलने पर अप स्टेशन सुपरिटेंडेंट ने की-मैन सुभाष कुमार को सतर्क कर दिया। ट्रैक की जांच की गई तो पता चला कि किसी ने ट्रेन को पटरी से उतारने की साजिश रची थी। इसके बाद रूट को बंद कर दिया गया। हालांकि नई फिश प्लेट लगने के बाद रेलवे सेवा फिर से शुरू कर दी। भारत में लगातार ट्रेन को नुकसान पहुंचाने की साजिशें सामने आ रही हैं। कुछ ही दिन पहले यूपी के कानपुर में रेलवे ट्रैक पर एक लोहे का खंभा पड़ा हुआ मिला था। इससे साफ पता चलता है कि किसी ने ट्रेन को पटरी से उतारने की कोशिश की, हालांकि पायलट की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया। ट्रेनों की निगरानी मुश्किल, इसलिए ये सबसे सॉफ्ट टारगेट ट्रेन का नेटवर्क इतना बड़ा है कि उसकी 24x7 निगरानी मुश्किल है। भारत में टेरर ऑर्गनाइजेशन का अगला बड़ा टारगेट ट्रेन ही हैं। वे इसके सहारे सबसे आसानी से और सबसे बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं। पाकिस्तानी आतंकी फरहतुल्लाह गौरी का वीडियो इसकी पुष्टि करता है। वह भारत में मौजूद अपने स्लीपर सेल को एक्टिव कर रहा है और उन्हें ट्रेन डिरेल करने की कोशिश के लिए कह रहा है।

Dainik Bhaskar हरियाणा में खट्टर का सैलजा को ऑफर:कांग्रेस सांसद को BJP में आने का न्योता; हुड्‌डा समर्थकों के अपमान के बाद दलित नेता घर बैठीं

कांग्रेस आलाकमान के फैसलों से खफा कुमारी सैलजा को लेकर सियासत गरमा गई है। कांग्रेस में गुटबाजी का फायदा बीजेपी उठा रही है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने चुनाव के बीच कुमारी शैलजा को ऑफर दिया है। खट्टर ने उन्हें बीजेपी में शामिल होने का न्योता दिया है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कांग्रेस में गुटबाजी पर निशाना साधते हुए कहा है कि पार्टी ने दलित नेता कुमारी शैलजा का अपमान किया है। सैलजा को गाली तक दी गई और अब वह घर पर बैठी हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा और गांधी परिवार को उनका अपमान करने के बाद भी शर्म नहीं आ रही है। दलित समुदाय की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि एक बड़ा वर्ग सोच रहा है कि क्या करें। हम अपने साथ कई नेताओं को लेकर आए हैं और हम उन्हें भी अपने साथ लाने के लिए तैयार हैं। साइलेंट सैलजा ने मचाई हुड्‌डा खेमे में खलबली सैलजा की खामोशी से हुड्‌डा खेमे में खलबली मची हुई है, क्योंकि उनकी चुप्पी का कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ सकता है और हुड्‌डा खेमे को सत्ता पाने की चाहत से दूर कर सकता है। बता दें कि कुमारी सैलजा अनुसूचित जाति से आती हैं। वह हरियाणा में कांग्रेस का बड़ा दलित चेहरा हैं। हरियाणा में 17 रिजर्व सीटे हैं। इसके अलावा सिरसा और फतेहाबाद की विधानसभा सीटों पर भी सैलजा का प्रभाव है। ऐसे में करीब 21 विधानसभा सीटें हैं, जहां कुमारी सैलजा अच्छा होल्ड रखती हैं। हरियाणा में 12 सितंबर को नामांकन के अंतिम दिन कांग्रेस ने उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी की थी। तब से ही कुमारी सैलजा खामोश नजर आ रही हैं और तभी से उन्होंने चुनावी कैंपेन से पूरी तरह दूरी बना ली है। सैलजा के नाराज होने की 3 वजह... 1. टिकट वितरण में अनदेखी : कुमारी सैलजा के नाराज होने की पहली वजह टिकट वितरण को माना जा रहा है। सैलजा ने हरियाणा में 30 से 35 सीटें अपने समर्थकों के लिए मांगी थीं, लेकिन कांग्रेस हाईकमान ने हुड्‌डा समर्थकों को तवज्जो देते हुए 90 में से 72 सीटों पर उनके समर्थकों को टिकट दी। वहीं, सैलजा खेमे के हाथ केवल 4 सीटें लगीं। कांग्रेस महासचिव एवं सांसद कुमारी सैलजा अपने बेहद करीबी डॉ. अजय चौधरी को नारनौंद विधानसभा सीट से टिकट दिलाने में भी कामयाब नहीं हो पाईं। 2. जातिगत टिप्पणी : टिकट वितरण के अंतिम दिन नारनौंद म

Dainik Bhaskar हरियाणा में महिला HCS अधिकारी गिरफ्तार:1 लाख रिश्वत केस में ACB ने पकड़ा, पंचकूला कोर्ट ने जेल भेजा; 5 महीने से थीं फरार

हरियाणा में 1 लाख रुपए के रिश्वत केस में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने हरियाणा सिविल सर्विसिज (HCS) अधिकारी मीनाक्षी दहिया को गिरफ्तार कर लिया है। शुक्रवार देर रात उनकी गिरफ्तारी के बाद दहिया को पंचकूला में ड्यूटी मजिस्ट्रेट के आगे पेश किया गया। जिसके बाद उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। इससे पहले पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट न्यायालय ने रिश्वत के केस में HCS ऑफिसर मीनाक्षी दहिया की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी। HC ने की थी तल्ख टिप्पणी इस मामले में हाईकोर्ट के जस्टिस अनूप चितकारा ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा था कि, प्रथम दृष्टया याचिकाकर्ता मीनाक्षी दहिया के साथ उनके रसोइए से 1 लाख रुपए की रिश्वत की वसूली के संबंध में सबूत मौजूद हैं, जिसे 29 मई को रंगे हाथों पकड़ा गया था। न्यायमूर्ति चितकारा ने कहा था कि "पुलिस ने उससे रिश्वत की रकम बरामद की है। कॉल और ट्रांसक्रिप्ट से याचिकाकर्ता की संलिप्तता का संकेत मिलता है, जिसकी पुष्टि शिकायतकर्ता के आरोप से होती है।" पंचकूला के एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज होने के बाद दहिया ने अग्रिम जमानत के लिए अदालत का रुख किया था। इस मामले में सेवामुक्त जिला मत्स्य अधिकारी ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें सरकारी काम के बदले कथित तौर पर रिश्वत मांगने वाले अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी। हिरासत में लेकर पूछताछ जरूरी जस्टिस चितकारा ने कहा कि याचिकाकर्ता के वकील "कोई भी सख्त शर्त" लगाकर जमानत की मांग कर रहे थे। याचिकाकर्ता के वकील ने तर्क दिया था कि आगे की सुनवाई से पहले की कैद याचिकाकर्ता और उनके परिवार के साथ अपरिवर्तनीय अन्याय का कारण बनेगी। हालांकि, न्यायमूर्ति चितकारा ने कहा कि अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने याचिकाकर्ता की अग्रिम जमानत खारिज करते हुए मामले के सभी पहलुओं पर विचार किया था और तर्क दिया था कि अपराध में इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन को बरामद करने के लिए याचिकाकर्ता को हिरासत में लेकर पूछताछ करना आवश्यक है। दहिया पर क्या हैं आरोप रिटायर जिला मत्स्य अधिकारी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है, कि एक जांच अधिकारी ने उनके खिलाफ आरोप पत्र वापस लेने के लिए फाइल मत्स्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को भेजने से पहले उन्हें मामले में निर्दोष घोषित

Dainik Bhaskar अमित शाह का 5 दिन में दूसरा जम्मू-कश्मीर दौरा:आज 5 जनसभाएं करेंगे; पिछली रैली में कहा था- कांग्रेस 370 वापस लाना चाहती है

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं। राज्य में चुनाव प्रचार के लिए वे आज 5 जनसभाएं करेंगे। वे सबसे पहले सुबह मेंढर जिले में मेंढर विधानसभा के भाजपा प्रत्याशी के लिए प्रचार करेंगे इसके बाद पूंछ, थानामंडी, राजौरी और अखनूर में भी कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। अमित शाह का 5 दिन में यह दूसरा दौरा है। इससे पहले 16 सितंबर को उन्होंने पाड्डर नागसेनी, किश्तवाड़ और रामबन ​​में जनसभा की थी। इस दौरान उन्होंने धारा 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में हुए विकास और केंद्र सरकार की योजनाओं का यहां के लोगों को मिले लाभ गिनाए थे। शाह बोले- कांग्रेस-NC गठबंधन में आतंकवाद पोषित हुआ शाह ने 16 सितंबर को कहा था कि कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस के गठबंधन में आतंकवादी पोषित हुआ। ये पार्टियां धारा 370 वापस लाना चाहती हैं, लेकिन बीजेपी के रहते हुए ऐसा कभी नहीं होगा। शाह ने कहा कि जिस कांग्रेस पार्टी ने इस अब्दुल्ला परिवार को देशद्रोही कहा, आतंकवाद के लिए जिम्मेदार ठहराया और उमर अब्दुल्ला के दादा को सालों तक जेल में रखा। आज मोदी जी के सामने जीतने के लिए राहुल और उमर अब्दुल्ला ILU-ILU कर रहे हैं।' जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद हो रहे विधानसभा चुनाव जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। 2019 में आर्टिकल-370 हटाने के बाद यह पहला विधानसभा चुनाव है। जम्मू और कश्मीर में 90 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें 7 अनुसूचित जातियों के लिए और 9 अनुसूचित जनजातियों के लिए रिजर्व हैं। 18 सितंबर को पहले फेज की वोटिंग हो चुकी है। 25 सितंबर को दूसरे फेज और 1 अक्टूबर को तीसरे फेज की वोटिंग होगी। 8 अक्टूबर को नतीजे आएंगे। चुनाव आयोग के मुताबिक यहां 88.06 लाख वोटर हैं। 2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 25 सीटों पर जीत दर्ज की थी। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) ने 28 सीटें, जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) ने 15 और कांग्रेस ने 12 सीटें जीती थीं। भाजपा 90 में से 62 सीटों पर चुनाव लड़ रही भाजपा ने जम्मू-कश्मीर की 90 में से 62 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। जम्मू संभाग की सभी 43 सीटों पर भाजपा ने प्रत्याशी उतारे हैं। पार्टी कश्मीर में 47 में से 19 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। बची हुई 28 सीटों पर भाजपा निर्दलीय उम्मीदवारों को समर्थन करेगी। ​​​पहले चरण की वोटिंग में रिकॉर्ड 61.1

Dainik Bhaskar CM ममता ने बंगाल-झारखंड बॉर्डर सील की:गवर्नर बोस ने स्पष्टीकरण मांगा; हिदायत दी- अपना फर्ज निभाएं, बाढ़ के लिए किसी को दोषी न ठहराएं

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से उन रिपोर्टों पर स्पष्टीकरण मांगा है, जिनमें कहा गया है कि राज्य सरकार ने झारखंड के साथ अंतरराज्यीय बॉर्डर सील कर दी है। बोस ने संविधान के अनुच्छेद 167 के तहत मुख्यमंत्री को यह स्पष्ट करने का निर्देश दिया है कि क्या यह रिपोर्ट सही है और यदि हां, तो ऐसा करने के क्या कारण हैं। दरअसल, 19 सितंबर को ममता ने आदेश दिया था कि NH 16 पांशकुरा में जलस्तर बढ़ने से बंगाल और झारखंड के बीच गाड़ियों का आना-जाना 3 दिन तक बंद रहेगा। इससे पहले बोस ने CM ममता को लेटर लिखकर सलाह दी थी कि वे अपनी ड्यूटी करें, दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) को राज्य में आई बाढ़ के लिए दोषी न ठहराएं। बोस ने कहा था कि बांकुरा, बीरभूम, मेदिनीपुर दामोदर घाटी में नहीं आते हैं। वहां बाढ़ का कारण कंगसाबती, सिलाबती और द्वारकेश्वर नदी इलाके में हुई भारी बारिश है। पीएम मोदी को लिखी थी चिट्‌ठी, आरोप- यह मानव निर्मित बाढ़ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 19 सितंबर को पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्‌ठी लिखी थी। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) के तहत आने वाले बांधों से 5 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण बंगाल में बाढ़ आई है। ममता ने कहा, 'मानव निर्मित बाढ़ से राज्य के 50 लाख से ज्यादा लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। अगर लापरवाही जारी रही, तो राज्य निगम के साथ सभी संबंध तोड़ देगा। यह मानव निर्मित बाढ़ है, जो 2009 के बाद से दामोदर नदी में आई सबसे भयानक बाढ़ है।'

Dainik Bhaskar हरियाणा में कांग्रेस सांसद ने व्यापारी को लात मारी:दीपेंद्र हुड्डा से बात कर रहा था बुजुर्ग; मंच पर भीड़ होने से जेपी को आया गुस्सा

हरियाणा में कांग्रेस सांसद जयप्रकाश एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। कांग्रेस सांसद जयप्रकाश पर दीपेंद्र हुड्डा की रैली के दौरान मंच पर एक बुजुर्ग व्यापारी को लात मारी है। जिसका वीडियो भी सामने आया है। जयप्रकाश के खिलाफ इस घटना पर लोगों ने कड़ी आपत्ति जताई है, शहर के कुछ लोगों ने मांग की है कि सांसद जयप्रकाश बुजुर्ग से माफी मांगें। इससे पहले भी कांग्रेस सांसद जयप्रकाश ने एक महिला नेता पर विवादित बयान दिया था। एक चुनावी रैली के दौरान जेपी ने कहा था कि 'जे लिपस्टिक और पाउडर लगाकर लीडर बनते हों तो मैं भी लगा लूं, फिर दाढ़ी क्यों रखूं।' सांसद जेपी का यह बयान काफी चर्चा में रहा था। जेपी के इस बयान के बाद माना जा रहा था कि उन्होंने यह बात कलायत विधानसभा सीट से टिकट मांग रहीं राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला की करीबी श्वेता ढुल और अनीता ढुल बड़सीकरी को लेकर कही थी। क्या है लात मारने का पूरा विवाद? शुक्रवार को चीका की नई अनाज मंडी में सत्ता परिवर्तन रैली का आयोजन किया गया था, जिसमें सांसद दीपेंद्र हुड्डा गुहला से कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र हंस के पक्ष में वोट की अपील करने आए थे। इस रैली में सांसद जयप्रकाश भी मौजूद थे। जब वह लोगों को संबोधित कर रहे थे तो मंच पर भीड़ अधिक होने के कारण वह परेशान हो गए और जैसे ही उन्होंने अपना संबोधन समाप्त किया तो उन्होंने पास खड़े एक बुजुर्ग को लात मार दी। जानकारी के अनुसार, जिस बुजुर्ग को लात मारी गई वह शहर के व्यापारी व नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष ओमप्रकाश गोयल बताए जा रहे हैं। इस मामले पर अभी तक जयप्रकाश की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन आने वाले दिनों में यह घटना कांग्रेस पार्टी व सांसद जयप्रकाश के लिए बड़े विवाद का कारण बन सकती है। महिला आयोग ने जारी किया था नोटिस महिला नेता पर विवादित बयान को लेकर महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया ने जयप्रकाश के इस बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा था कि वह जयप्रकाश को नोटिस भेजकर जवाब मांगेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि कैथल का कोई भी व्यक्ति उनके बेटे को वोट न दे। साथ ही उन्होंने कैथल एसपी से इस पूरे मामले पर रिपोर्ट भी मांगी थी। जेपी किरण चौधरी पर भी बयान दे चुके लोकसभा चुनाव के बीच जींद के उचाना में कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंचे जयप्रकाश उर्फ ​​जेपी ने कहा था कि किरण चौधरी बंसीलाल की विरास

Dainik Bhaskar गडकरी बोले- राजा ऐसा हो, जो आलोचना झेल सके:उस पर आत्मचिंतन करें, यही लोकतंत्र की सबसे बड़ी परीक्षा

केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि राजा (शासक) को ऐसा होना चाहिए कि कोई उसके खिलाफ बात करे, तो उसे बर्दाश्त करे। आलोचनाओं का आत्मचिंतन करे। यही लोकतंत्र की सबसे बड़ी परीक्षा होती है। गडकरी ने ये बातें पुणे में शुक्रवार को MIT वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी में पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में कही। गडकरी ने कहा कि साहित्यकारों, बुद्धिजीवियों और कवियों को अपने विचार खुलकर और दृढ़ता से व्यक्त करने चाहिए। आजकल राजनीति में जो हो रहा है, वह दूसरी जगहों (विदेशों में) पर भी हुआ है। वहां पार्टियों का अस्तित्व तक खत्म हो गया। गडकरी बोले- विपक्षी नेता ने कहा था PM बनिए, समर्थन देंगे:मैंने ऑफर ठुकराया केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 14 सितंबर को एक खुलासा कर सबको चौंका दिया था। गडकरी ने कहा था कि एक बार एक नेता ने उन्हें प्रधानमंत्री पद के लिए समर्थन देने की पेशकश की थी। हालांकि गडकरी ने यह ऑफर यह कहकर ठुकरा दिया कि उनकी ऐसी कोई लालसा नहीं है। गडकरी ने कहा- ‘मुझे एक घटना याद है। मैं किसी का नाम नहीं लूंगा… उस व्यक्ति ने कहा था कि अगर आप प्रधानमंत्री बनते हैं, तो हम समर्थन करेंगे।’ गडकरी ने आगे कहा- ‘मैंने उनसे पूछा कि आप मेरा समर्थन क्यों करेंगे और मुझे आपका समर्थन क्यों लेना चाहिए? पीएम बनना मेरे जीवन का लक्ष्य नहीं। मैं अपनी मान्यता और संगठन के प्रति वफादार हूं। मैं किसी भी पद के लिए समझौता नहीं करूंगा। मेरा निश्चय मेरे लिए सबसे अहम है।’ गडकरी बोले थे- हमारे यहां न्यूटन के पिता, फाइल पर वजन डालते ही बढ़ जाती इससे पहले 15 सितंबर को गडकरी ने कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग पुणे (सीओईपी) में इंजीनियर्स डे कार्यक्रम में भाग लिया था। उन्होंने कहा था हमारे देश में किसी भी काम को पूरा करने के लिए पारदर्शिता की जरूरत होनी चाहिए। कई बार तो हालात ऐसे होते हैं कि सड़कों के गड्ढे भरने के लिए भी बॉस का आदेश चाहिए होता है। मैं अभी उनके बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहता, लेकिन कई बार पैसा हाथ में आते ही काम शुरू हो जाता है। हमारे यहां 'न्यूटन के पिता' हैं, जितना वजन फाइल पर डालोगे, उतनी ही तेजी से आगे बढ़ेगी। ये खबर भी पढ़ें... गडकरी बोले- जो करेगा जात की बात, कसकर मारूंगा लात: मेरे निर्वाचन क्षेत्र में 40% मुसलमान देश में जातिवाद को लेकर सियासत होती रही है। इस बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री न

Dainik Bhaskar पंजाब में रुकी AB-PMJA योजना:नड्‌डा ने कहा- दिल्ली में पार्टी की जयकार करना छोड़े, राज्य की स्थिति पर ध्यान दें सीएम मान

पंजाब में प्राइवेट हॉस्पिटल एंड नर्सिंग होम एसोसिएशन (PHANA) की तरफ से आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य (AB-PMJA) योजना के रोके जाने की केंद्रीय स्वास्थ मंत्री जेपी नड्‌डा ने आलोचना की है। इस योजना के अलावा सरकार की सेहत बीमा योजनाओं के तहत कैशलेस उपचार को भी रोक दिया गया है। PHANA ने राज्य सरकार के 600 करोड़ रुपए की बकाया राशि का भुगतान ना होने पर ये फैसला लिया था। PHNA ने दो दिन पहले ही कहा था कि पंजाब भर में निजी सेहत सुविधाएं इन योजनाओं में केवल तभी भाग लेगी, जब राज्य सरकार बकाया राशि का भुगतान कर देगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पंजाब के इन घटनाक्रमों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आयुष्मान भारत की परिकल्पना आर्थिक रूप से पिछड़े परिवारों को सुनिश्चित चिकित्सा कवर के साथ सहायता करने के लिए की गई थी। आज पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) के तहत राज्य सरकार के कुप्रबंधन के कारण, लोग मुफ्त स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच खो चुके हैं। नड्‌डा का सीएम मान से सवाल मुख्यमंत्री भगवंत मान से सवाल करते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि मुख्यमंत्री मान की सरकार ने निजी अस्पतालों का बकाया क्यों नहीं चुकाया? चुनाव से पहले, उन्होंने कहा था कि बेहतर क्लिनिक और सेहत केंद्र उपलब्ध करवाए जाएंगे। लेकिन आज, उनकी सरकार गरीबों के हित के लिए काम नहीं कर सकती है। दिल्ली छोड़ पंजाब पर ध्यान केंद्रित करें मुख्यमंत्री जेपी नड्डा ने सीएम मान पर तंज कंसते हुए कहा कि सीएम मान से अस्पतालों का बकाया जल्द से जल्द चुकाने का आग्रह करता हूं। क्योंकि कई परिवार खासकर हमारे मेहनती किसान, जो आयुष्मान भारत कार्यक्रम के तहत लाभान्वित हो रहे हैं। दिल्ली में पार्टी इकाई की जय-जयकार करने के बजाय, सीएम मान को पंजाब की घटती स्थिति पर ध्यान केंद्रित करना अच्छा रहेगा।

Dainik Bhaskar भास्कर ओपिनियन:महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग को लेकर मचा घमासान

जम्मू- कश्मीर में तीन में से एक चरण की वोटिंग हो चुकी है। हरियाणा में चुनाव प्रचार अपने चरम पर है। इस बीच बड़े राज्य यानी महाराष्ट्र में चुनावी माथापच्ची शुरू हो चुकी है। कांग्रेस और भाजपा नेताओं ने एक तरह से यहाँ प्रचार भी शुरू कर दिया है। अगले महीने निश्चित रूप से यहाँ चुनाव की तारीख़ें घोषित कर दी जाएँगी। भाजपा गठबंधन यानी एनडीए और इंडिया गठबंधन दोनों ही अब सीट शेयरिंग पर बातचीत कर रहे हैं। दोनों ही तरफ़ सीट शेयरिंग को लेकर खींचतान हो रही है। कोई भी कम पर मानने को तैयार नहीं है। जिन अजीत पवार को पिछले लोकसभा चुनाव में सबसे कम सीटें मिलीं वे भी विधानसभा चुनाव के लिए 70-80 सीटें माँग रहे हैं। उधर दूसरे गुट में कांग्रेस सर्वाधिक सीटों पर दावा ठोक रही है क्योंकि लोकसभा चुनाव में उसका परफ़ॉर्मेंस सबसे अच्छा रहा था। इस बीच उद्धव ठाकरे भी अपने लिए सीटों का मोटा हिस्सा माँग रहे हैं। दोनों तरफ़ मामला फँसा हुआ है। एक तरफ एकनाथ शिंदे चुनाव बाद भी मुख्यमंत्री बने रहने के लिए संघर्ष कर रहे हैं तो देवेंद्र फडनवीस के मन में भी सवाल उठता ही होगा कि वे आख़िर कब तक उप मुख्यमंत्री पद पर समझौता करते रहेंगे? दूसरी तरफ उद्धव ठाकरे फिर से मुख्यमंत्री बनने का सपना संजोए हुए हैं। आख़िर जिस पद पर बैठने के लिए उन्होंने भाजपा से वर्षों का गठबंधन तोड़ दिया था, उस पद को वे किसी के लिए कैसे छोड़ सकते हैं? यही वजह है कि उद्धव ठाकरे सीट शेयरिंग में अपना पलड़ा भारी रखना चाहते हैं। वे हर हाल में यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि अगर इंडिया गठबंधन चुनाव जीत जाता है और उद्धव गुट की सीटें बाक़ी दलों सेकम भी हो तो भी मुख्यमंत्री तो वे ही बनेंगे। इस बात पर भी चुनाव बाद घमासान होना तय है। शरद पवार गुट तो एक बार उद्धव गुट की बात मान भी लेगा लेकिन कांग्रेस की सीटें ज़्यादा आई तो उसे उद्धव को नेता मानने में बड़ी परेशानी होने वाली है। इसी तरह का संघर्ष एनडीए में भी होनेवाला है। अगर शिंदेगुट की सीटें कम रह जाती हैं और भाजपा को ज़्यादा सीटें मिल जाती हैं तो मुख्यमंत्री पद पर यहाँ भी घमासान हो सकता है। शिंदे के मन में भी सवाल उठता ही होगा कि जिस पद के लिए उन्होंने शिवसेना से बग़ावत की थी, उस पद को कैसे छोड़ दिया जाए? ख़ैर फ़िलहाल सीटों की शेयरिंग पर माथापच्ची चल रही है। निश्चित ही दोनों तरफ़ के नेता कुछ ही दिन मे

Dainik Bhaskar किन्नौर DC के लापता पिता का शव बरामद:क्षत-विक्षत हालत में हड़सर के पास मिला; साथियों के साथ मणिमहेश यात्रा पर निकले थे

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के DC अमित शर्मा के लापता चल रहे पिता का क्षत-विक्षत हालत में शव मिला है। 7 सितंबर को अपने जान-पहचान के लोगों के साथ मणिमहेश यात्रा पर निकले थे। इस दौरान वह रास्ते में अपने साथियों के साथ चलते हुए पिछड़ गए। 10 सितंबर से धन्छो नामक जगह से लापता हो गए थे। इनकी तलाश के लिए भरमौर प्रशासन ने 10 दिन से सर्च अभियान चला रखा था। माउंटेनिरिंग संस्थान, NDRF, SDRF और पुलिस की टीमें तलाश करने में जुटी थी। मणिमहेश में डल झील से भरमौर तक, भरमौर से पंजाब की सीमा तक उनकी तलाश की गई। कार्तिक स्वामी को मंदिर कुगती तक खोजा गया, लेकिन उनका शव गत शुक्रवार को हड़सर से ढाई किलोमीटर दूर नाले में मिला। प्राथमिक जांच के अनुसार, ऐसा लग रहा है कि डीसी के पिता की मौत गिरने से हुई है। शव की परिजनों ने पहचान कर ली है। एसएचओ भरमौर ने इसकी पुष्टि की है। सड़क से 50-60 मीटर नीचे मिला शव डीसी अमित शर्मा के 67 वर्षीय पिता भानी दास शर्मा धर्मशाला से सटे सुधेढ़ गांव के रहने वाले थे। वे पेशे से शिक्षक थे, लेकिन कुछ साल पहले ही सेवानिवृत्त हुए थे। जिस स्थान पर उनका शव मिला, वहां 50 से 60 मीटर ऊंची ढलान है। पीडब्ल्यूडी के मजदूर वहां काम के लिए कहीं जा रहे थे, तभी शव की बदबू आने पर उन्हें शक हुआ। पीडब्ल्यूडी के मजदूरों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में ले लिया। परिजनों ने की थी 2.50 लाख के इनाम की घोषणा भानी दास के परिजनों ने उनके बारे में सूचना देने वालों को नकद इनाम देने की भी घोषणा की थी और कहा था कि जो भी भानी शर्मा के बारे में सूचना देगा उसे 2.50 लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा। इसी बीच 2 दिन पहले खबर आई कि भानी शर्मा का बैग और मोबाइल अमृतसर में मिला है। पुलिस के मुताबिक, यह खबर सही नहीं थी। अब हड़सर के पास शव मिलने के बाद यह खबर गलत साबित हुई है। मणिमहेश यात्रा के दौरान हर साल कुछ श्रद्धालुओं की जाती है जान मणिमहेश यात्रा के दौरान पहले भी ऐसे हादसे होते रहे है। कुछ श्रद्धालुओं की मौत गिरने से तो कुछ की पहाड़ों से लैंडस्लाइड के कारण होती है। अधिक ऊंचाई के कारण कई बार ऑक्सीजन का लेवल भी गिर जाता है। इससे भी श्रद्धालुओं की मौत होती है। इस साल भी कांगड़ा के 23 साल दीपक की मौत हुई है। दीपक को सांस लेने में परेशानी हो रही थी। यात्रा के दौर

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