Dainik Bhaskar Dainik Bhaskar

Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:AAP ने मनोज धनोवर को असम का पार्टी अध्यक्ष बनाया, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भाबेन चौधरी को नेशनल जॉइंट सेक्रेटरी की जिम्मेदारी

आम आदमी पार्टी (AAP) ने मनोज धनोवर को असम का पार्टी अध्यक्ष नियुक्त किया है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भाबेन चौधरी को नेशनल जॉइंट सेक्रेटरी नियुक्त किया गया है। मनोज धनोवर लोकसभा चुनाव 2024 में डिब्रूगढ़ सीट से AAP के प्रत्याशी थे। हालांकि, भाजपा के सर्बानंद सोनोवाल ने जीत दर्ज की थी।

Dainik Bhaskar 'अहमद तुम कैसे हो..तुम्हारी रीना' NCERT की किताब पर आपत्ति:शिकायतकर्ता बोले-ये लव जिहाद को बढ़ावा देने की साजिश; सेक्रेटरी को भेजा मेल

मध्यप्रदेश में एनसीईआरटी की तीसरी क्लास की किताब के एक पाठ को लेकर विवाद खड़ा हो गया। छतरपुर के खजुराहो में एक छात्रा के पिता ने इस पाठ को लव जिहाद को बढ़ावा देने वाला बताया। छात्रा के पिता डॉ. राघव पाठक ने पाठ के कंटेंट को लेकर शुक्रवार को एनसीईआरटी के सेक्रेटरी और डिप्टी सेक्रेटरी को मेल भेजा है। उन्होंने पाठ के कंटेंट को साजिश बताते हुए जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की। खजुराहो निवासी डॉ. राघव का कहना है कि मुझे वहां के रिप्लाई का इंतजार है। जब तक जवाब नहीं आता, मैं लोगों को जागरूक करता रहूंगा। लोगों से कहूंगा कि वह भी विरोध करें। क्योंकि सिर्फ मेरी बच्ची ही कक्षा तीन में नहीं पढ़ रही हैं। मैं सिलेबस के अन्य कंटेंट को भी देखूंगा कि और कहां इस तरीके का षड्यंत्र किया जा रहा है। पर्यावरण किताब में पाठ का शीर्षक है, 'चिट्ठी आई है' क्लास तीन की पर्यावरण विषय की किताब में जिस अध्याय 17 के कंटेंट पर आपत्ति जताई गई है। उसका शीर्षक है, 'चिट्ठी आई है'। इसमें एक पोस्टकार्ड छपा है। उसमें लिखा है - ' अहमद तुम बताओ तुम कैसे हो? हम सब दोस्तों को तुम्हारी याद आती है। आशा है छुट्टियों में तुम अगरतला आओगे। सभी बड़ों को प्रणाम, तुम्हारी रीना।' दो दिन पहले एसडीओपी को दिया था शिकायती पत्र छात्रा के पिता ने बुधवार को एसडीओपी को एक शिकायती पत्र भी सौंपा था। इसमें पाठ के कंटेंट के पीछे जिम्मेदार लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। उन्होंने कहा कि किताब के एक अध्याय में रीना नाम की हिंदू लड़की एक मुस्लिम नाम के अहमद को पत्र लिख रही। यह लव जिहाद को बढ़ाने के उद्देश्य से सोची समझी साजिश है। रीना राम को चिट्ठी लिख सकती है, अहमद को नहीं। शिकायतकर्ता बोले- ये लव जिहाद बढ़ाने की कोशिश शिकायतकर्ता डॉ. राघव पाठक एक होम्योपैथिक डॉक्टर हैं। वे कहते हैं देश में फैलते साम्प्रदायिक तनाव और लव जिहाद के बढ़ते मामलों के मद्देनजर मेरी नजर मेरी सात साल की बेटी के पाठ्यक्रम में पढ़ने वाले सिलेबस पर गई। जिसके अध्याय 17 (विषय-पर्यावरण) में रीना नाम की हिन्दू लड़‌की, अहमद नाम के मुस्लिम मित्र को चिट्ठी लिख रही है। यह उदाहरण सोची-समझी साजिश के तहत हिन्दू बच्चियों के मन में मुस्लिम समाज के लड़‌कों के प्रति सहिष्णुता या प्रेम या विश्वास को बढ़ावा देते हुए लव जिहाद रूपी घटनाओं के बीज को रोपा जा रह

Dainik Bhaskar पंजाबी सिंगर पर फैन ने फेंका फोन:पटियाला पैग सॉन्ग गा रहे थे दिलजीत दोसांझ; पहले फैन को समझाया, फिर जैकेट गिफ्ट की

पेरिस में पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ पर कॉन्सर्ट ​​​​​​के दौरान परफॉर्मेंस देते वक्त फैन ने फोन फेंक दिया। फैन को स्टेज पर फोन फेंकते सिंगर ने देख लिया। इस पर उन्होंने फैन को समझाया और कहा कि ऐसा मत किया करो, हमेशा प्यारा बांटा करें। फिर बाद में अपनी जैकेट उसे गिफ्ट की। स्टेज पर फोन फेंकते की वीडियो भी सामने आई है। फिलहाल दिलजीत की टीम या अन्य किसी भी व्यक्ति का इसे लेकर बयान सामने नहीं आया है। इससे कुछ दिन पहले लंदन में कॉन्सर्ट के दौरान पंजाबी सिंगर करण औजला पर दर्शक ने जूता फेंक दिया था। पेरिस में 19 सितंबर की रात को दिलजीत दोसांझ का कार्यक्रम था। यहां दोसांझ अपना पटियाला पेग... गाना गा रहे थे। इस दौरान एक फैन ने अपना आईफोन स्टेज पर फेंक दिया। जिसे दिलजीत ने देख लिया और ईफोन अपने हाथ में ले लिया। जिसके बाद गाना और बैंड रोक दिया गया। दिलजीत ने इस कहा- ऐसा करने से क्या फायदा हुआ। तुम्हारा फोन टूट जाएगा या खराब हो गया तो आपका नुकसान होगा। ऐसी मूवमेंट को खराब नहीं करते भाई। दिलजीत बोले- आगे से किसी भी आर्टिस्ट से ऐसे मत करना दिलजीत ने आगे कहा- आप ऐसा न करें। मैं आपको प्यार करता हूं। प्यार करते हैं तो हम अपना फोन क्यों खराब करें इसके चक्कर में। जिसके बाद दिलजीत ने फैन को फोन वापस दे दिया। दिलजीत ने कहा- अब मुझे फिर शुरू से गाना पड़ेगा। इसके बाद दिलजीत ने फैन को अपनी जैकेट उतार कर दी और कहा- मैं आप सबसे बहुत प्यार करता हूं। मगर आगे से किसी भी आर्टिस्ट के साथ ऐसा न करना। इसमें मुझे या अन्य किसी आर्टिस्ट को कोई फायदा नहीं होगा। 'उड़ता पंजाब' से बॉलीवुड में हुई एंट्री दिलजीत दोसांझ जालंधर के कस्बा गोराया के छोटे से गांव दोसांझ कलां के रहने वाले हैं। 2004 में दलजीत ने अपना पहला एल्बम 'इश्क दा उड़ा अड्डा' रिलीज किया। इस दौरान नाम दलजीत से दिलजीत कर लिया। 2011 में द लायन ऑफ पंजाब फिल्म से डेब्यू किया, पर फिल्म फ्लॉप रही लेकिन उनका एक गाना सुपरहिट रहा और पहली बार बीबीसी के एशियन डाउनलोड चैट में नॉन बॉलीवुड सिंगर का गाना टॉप पर पहुंचा। 2016 में फिल्म 'उड़ता पंजाब' से बॉलीवुड में एंट्री ली। इसके बाद फिल्लौरी, सूरमा, अर्जुन पटियाला, गुड न्यूज और सूरज पे मंगल भारी में अभिनय किया। लॉकडाउन के दौरान उन्होंने अपना म्यूजिक एल्बम 'जी.ओ.ए.टी' रिलीज किया है। दिल-लुमिनाती टूर को लकर चर्चा म

Dainik Bhaskar केंद्र सरकार फैक्ट चेक यूनिट नहीं बना सकेगी:बॉम्बे हाईकोर्ट ने रोक लगाई, कहा- IT एक्ट में संशोधन लोगों के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन

केंद्र सरकार फैक्ट चेक यूनिट नहीं बना सकेगी। बॉम्बे हाईकोर्ट ने शुक्रवार को IT एक्ट में किए गए संशोधन को असंवैधानिक बताते हुए इसे रद्द करने का आदेश दिया है। हाईकोर्ट ने कहा कि IT एक्ट में संशोधन जनता के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है। दरअसल, केंद्र सरकार ने 2023 में IT नियमों में संशोधन किया था। सरकार इसके जरिए सोशल मीडिया और ऑनलाइन प्लेटफार्म पर झूठी या फर्जी खबरों की पहचान करने के लिए फैक्ट चेक यूनिट (FCU) बना सकती थी। बॉम्बे हाईकोर्ट के टाईब्रेकर जज ने सुनाया फैसला जनवरी 2024 में बेंच में शामिल दो जजों जस्टिस गौतम पटेल और जस्टिस नीला न्यायमूर्ति ने अलग-अलग फैसला दिया था। इसके बाद यह केस टाईब्रेकर जज जस्टिस एएस चंदुरकर के पास भेजा गया था। जस्टिस चंदुरकर ने कहा, 'मेरा मानना है कि ये संविधान के अनुच्छेद 14 और अनुच्छेद 19 का उल्लंघन करता है।' जब दो जजों के फैसले पर अलग-अलग मत होते हैं तब इसे टाईब्रेकर जज के पास भेजा जाता है। मैंने मामले पर विस्तार से विचार किया है। विवादित नियम भारत के संविधान के अनुच्छेद 14 (समानता का अधिकार), 19 (भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता) और 19(1)(जी) (व्यवसाय की स्वतंत्रता और अधिकार) का उल्लंघन करते हैं। जस्टिस पटेल और जस्टिस गोखले ने क्या कहा था मामले की सुनवाई के दौरान जस्टिस गौतम पटेल ने नियमों को खारिज कर दिया था। वहीं, जस्टिस गोखले ने नियमों को बरकरार रखा था। जस्टिस पटेल ने कहा था कि नियम सेंसरशिप के समान हैं, लेकिन जस्टिस गोखले ने कहा था कि इनका तर्क के मुताबिक फ्री स्पीच पर विपरीत प्रभाव नहीं पड़ेगा। कॉमेडियन कुणाल कामरा और एडिटर्स गिल्ड ने लगाई याचिका IT नियमों में संशोधन के खिलाफ कॉमेडियन कुणाल कामरा, एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया, न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एंड डिजिटल एसोसिएशन और एसोसिएशन ऑफ इंडियन मैगजीन ने सबसे पहले बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। इसमें कहा गया था कि ये नियम असंवैधानिक और मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करते हैं। एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने ये भी कहा था कि फेक न्यूज तय करने की शक्तियां पूरी तरह से सरकार के हाथ में होना प्रेस की आजादी के विरोध में है। 21 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने फैक्ट चेक यूनिट बनाने पर रोक लगाई केंद्र सरकार ने 20 मार्च 2024 को फैक्ट चेक यूनिट बनाने का नोटिफिकेशन जारी किया था। 21 मार्च को इस नोटिफिकेशन पर सुप

Dainik Bhaskar डंकी मार USA गए युवक से राहुल गांधी मिले:हरियाणा में जमीन बेची, घर गिरवी, 4 महीने से अस्पताल में; बोला- अब लौटना चाहता हूं

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को तड़के हरियाणा में करनाल के गांव घोघड़ीपुर में अचानक पहुंच सभी को चौंका दिया। उन्होंने यहां एक युवक के परिजनों से मुलाकात की, जिससे वह अमेरिका दौरे के दौरान मिले थे। उन्होंने युवक के साथ करीब 2 घंटे बिताए थे। उस लड़के का नाम अमित मान है। वह हरियाणा में अपनी जमीन बेचकर, घर गिरवी रखकर अमेरिका गया था। जाने के लिए भी उसने डंकी मारी थी। उसका करीब 4 महीने पहले अमेरिका में एक्सीडेंट हुआ था। वह ठीक से चल-फिर नहीं पाता। अमेरिका में अकेला भी महसूस कर रहा है। इसलिए अब वह चाहता है कि स्वदेश लौट आए और अपनी मां के साथ ही समय बिताए। दैनिक भास्कर के रिपोर्टर रिंकू नरवाल ने अमित से देश छोड़कर अमेरिका जाने से लेकर राहुल गांधी से मुलाकात तक की पूरी यात्रा पर बातचीत की। 1. जमीन बेची, डंकी मारकर अमेरिका गया अमित ने कहा कि करीब डेढ़ साल पहले अपनी 3 बीघा जमीन बेचकर और घर गिरवी रखकर अमेरिका आया था। इसमें करीब 42 लाख रुपए खर्च हुए। डंकी के रास्ते अमेरिका पहुंचा था। 7 साल पहले पिता बीर सिंह की मौत हो गई थी। इसलिए मैंने सोचा था कि विदेश में पैसा कमाकर घर की मदद करूंगा और आर्थिक तंगी दूर होगी। अमेरिका में एक कंपनी में ड्राइवर का काम मिला। ठीक-ठाक पैसे भी कमा रहा था, लेकिन एक्सीडेंट के बाद से उसके लिए विदेश में परेशानी शुरू हुई। एक्सीडेंट के बारे में अमित ने कहा, 'इसी साल 21 मई को जब मैं काम से वापस घर आ रहा था, तभी एक कार ने मुझे टक्कर मार दी। इससे मैं गंभीर रूप से घायल हो गया। टक्कर लगने के बाद ही मैं बेहोश हो गया था। मुझे पता ही नहीं चला कि कब क्या हुआ।' 2. एक्सीडेंट के 23 दिन बाद होश आया अमित ने कहा कि एक्सीडेंट के 23 दिन बाद जब मेरी आंखें खुलीं तो मैं अस्पताल के बैड पर पड़ा था। मुझे बताया गया कि हादसे के बाद पुलिस वाले मुझे लेकर अस्पताल पहुंचे थे। मेरा शरीर काम करने लायक नहीं है। बहुत मुश्किल से बैड से उठ पाता हूं। एक्सीडेंट के बारे में घरवालों को भी पता नहीं चला था। 3 महीने बाद खुद मैंने ही फोन कर एक्सीडेंट के बारे में बताया था। इस बीच घरवालों ने मुझ से संपर्क करने की कोशिश की थी, लेकिन बात नहीं हो पाईं। 3. गांव का लड़का राहुल गांधी को लेकर आया अमित ने बताया मेरे को राहुल गांधी इसी संडे को मिले थे। तेजिंदर मान उन्हें मेरे पास लेकर आया था। तेजि

Dainik Bhaskar SC ने सरकार से पूछा- जजों का अपॉइंटमेंट पेंडिंग क्यों:CJI चंद्रचूड़ ने कहा- कॉलेजियम कोई सर्च कमेटी नहीं, जिसकी सिफारिशों को रोका जाए

सुप्रीम कोर्ट ने जजों की नियुक्ति को लेकर शुक्रवार को केंद्र सरकार से जवाब-तलब किया। कोर्ट ने कहा- हाईकोर्ट के जजों की नियुक्तियों के लिए कॉलेजियम ने जो नाम दोबारा भेजे हैं, उन्हें अब तक मंजूरी क्यों नहीं दी गई। CJI डी.वाई. चंद्रचूड़ ने कहा- 'कॉलेजियम कोई सर्च कमेटी नहीं है, जिसकी सिफारिशों को रोका जा सके।' दरअसल, सुप्रीम कोर्ट झारखंड सरकार और एडवोकेट हर्ष विभोर सिंघल की दो अलग-अलग याचिकओं पर सुनवाई कर रही थी। झारखंड सरकार की याचिका एमएस रामचंद्र राव को राज्य के हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस नियुक्त करने की कॉलेजियम की सिफारिश को मंजूरी न देने को लेकर थी। एडवोकेट हर्ष विभोर सिंघल ने दूसरी याचिका दायर की जिसमें केंद्र सरकार को कॉलेजियम की सिफारिशों को मानने के लिए एक निश्चित समय सीमा तय करने की मांग की गई थी। न्यायिक नियुक्तियों के लिए समय सीमा तय करने की मांग की गई एडवोकेट प्रशांत भूषण ने 2018 में कॉमन कॉज में दायर एक याचिका का जिक्र किया, जिसमें न्यायिक नियुक्तियों के लिए समय सीमा तय करने की मांग की गई थी। कोर्ट ने अटॉर्नी जनरल से कहा कि वे उन नामों की लिस्ट बनाए जो कॉलेजियम ने दोबारा भेजे हैं और बताएं कि ये क्यों पेंडिंग हैं। इसके बाद मामले को स्थगित कर दिया गया। झारखंड सरकार की ओर से कहा गया कि पिछले चीफ जस्टिस के मामले में भी कॉलेजियम की सिफारिश को मंजूरी देने में देरी हुई। कॉलेजियम ने 27 दिसंबर, 2023 को झारखंड के चीफ जस्टिस के रूप में उड़ीसा हाईकोर्ट के जस्टिस बीआर सारंगी के नाम की सिफारिश की थी। सरकार ने 3 जुलाई, 2024 को नियुक्ति की मंजूरी दी और सारंगी 19 जुलाई को रिटायर हो गए। वे 15 दिन ही चीफ जस्टिस रह पाए। राज्य का आरोप है कि कॉलेजियम ने चीफ जस्टिस की नियुक्ति की सिफारिश काफी पहले ही कर दी थी, लेकिन सरकार ने इस पर कार्रवाई नहीं की। इससे न्याय प्रशासन प्रभावित हुआ है और केंद्र सरकार की देरी में सुप्रीम कोर्ट के फैसलों का उल्लंघन है और न्यायपालिका की स्वतंत्रता पर सीधा हमला है। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम में होते हैं 5 सदस्य कॉलेजियम में 5 सदस्य होते हैं। CJI इसमें प्रमुख होते हैं। इसके अलावा 4 मोस्ट सीनियर जज होते हैं। इसके सदस्यों में CJI डी.वाई. चंद्रचूड़, जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस बी. आर. गवई शामिल हैं। कॉलेजियम ही सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में जजों की नियुक्ति और

Dainik Bhaskar बंगाल चुनाव में हिंसा मामले पर CBI को फटकार:सुप्रीम कोर्ट बोला- जांच एजेंसी ऐसे बोल रही, जैसे बंगाल की अदालतों में दुश्मनी का माहौल है

पश्चिम बंगाल में 2021 विधानसभा चुनाव के बाद हिंसा हुई थी। CBI ने दिसंबर 2023 में सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाकर मामलों की सुनवाई राज्य के बाहर करवाने की मांग की थी। CBI ने याचिका में कहा था कि पश्चिम बंगाल की अदालतों में शत्रुतापूर्ण माहौल है। गवाहों को डराया-धमकाया जा रहा है। जस्टिस अभय एस ओक और जस्टिस पंकज मित्तल की बेंच ने CBI को फटकार लगाते हुए याचिका खारिज कर दी। बेंच ने CBI के वकील ASG एसवी राजू से कहा- 'आप पश्चिम बंगाल में पूरी न्यायपालिका पर सवाल खड़ा नहीं कर सकते। इसका आधार क्या है। आप ऐसा दिखा रहे हैं, जैसे पूरे पश्चिम बंगाल में शत्रुतापूर्ण माहौल है।' बेंच ने कहा- 'CBI के ऑफिसर न्यायिक अधिकारी या किसी विशेष राज्य को पसंद नहीं कर सकते हैं, लेकिन यह न कहें कि पूरी न्यायपालिका काम नहीं कर रही है। आपके आरोपों पर राज्य के डिस्ट्रिक्ट जज, सिविल जज और सेशन जज यहां आकर अपना बचाव नहीं कर सकते।' कोर्ट के सख्त रवैये के बाद ASG एसी राजू ने याचिका में लगाए गए आरोपों का बचाव किया। राजू ने बेंच से कहा- मेरा इरादा आरोप लगाने का नहीं है, यह ढीले-ढाले मसौदे का मामला है। इसके बाद उन्होंने केस ट्रांसफर करने की याचिका वापस ले ली। चुनाव नतीजे आने के बाद शुरू हुई हिंसा पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस की सरकार बनी। जिसके बाद राज्य में हिंसा के कई वीडियो सामने आए। रेप और मर्डर से जुड़े मामलों की शिकायत पुलिस स्टेशन में दर्ज नहीं होने पर कलकत्ता हाई कोर्ट ने राज्य पुलिस की आलोचना की थी। कलकत्ता हाईकोर्ट ने सीबीआई को स्पेशल पुलिस टीम की मदद से रेप, मर्डर जैसे अन्य अपराधों की जांच करने का आदेश दिया था।

Dainik Bhaskar PM मोदी के बयान पर महबूबा का पलटवार:पीडीपी चीफ बोलीं- अब्दुल्ला खानदान पाकिस्तानी एजेंडा लाता तो जम्मू-कश्मीर पाकिस्तान में होता

पीएम नरेंद्र मोदी पर पलटवार करते हुए पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को कहा कि भाजपा अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए पाकिस्तान का हौवा खड़ा कर रही है। हिंदू-मुस्लिम, मुसलमानों की लिंचिंग, मस्जिदों को तोड़ने के बाद अब उन्हें पाकिस्तान याद आ रहा है। महबूबा ने यह भी कहा कि अगर अब्दुल्ला खानदान ने पाकिस्तान के एजेंडे को लागू किया होता तो जम्मू-कश्मीर भारत का नहीं, बल्कि पाकिस्तान का होता, या फिर आजाद होता। महबूबा का यह बयान तब आया है, जब पीएम मोदी ने 19 सितंबर को कटरा में चुनावी सभा में NC-PDP और कांग्रेस पर पाकिस्तानी एजेंडे को आगे बढ़ाने का आरोप लगाया था। दरअसल, आर्टिकल 370 पर पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा था कि वे भी कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन की तरह जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 की बहाली चाहते हैं। महबूबा मुफ्ती ने क्या-क्या कहा... कटरा में पीएम मोदी ने कहा था- आपको सतर्क रहना चाहिए 19 सितंबर को कटरा की चुनावी रैली में मोदी ने कहा था, "आपको सतर्क रहना चाहिए। आपको सावधान रहना चाहिए। कांग्रेस को दिया गया हर वोट नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी के घोषणापत्रों को लागू करने में मदद करता है। वे क्या घोषणा कर रहे हैं? वे अनुच्छेद 370 को बहाल करेंगे और हिंसा और खून-खराबे के युग को वापस लाएंगे। हो सकता है कि यहां एनसी और कांग्रेस के गठबंधन को लेकर कोई उत्साह न हो, लेकिन पड़ोसी देश बहुत उत्साहित है। उनकी बल्ले-बल्ले पाकिस्तान में हो रही है। पढ़ें पूरी खबर... महबूबा नहीं लड़ रहीं विधानसभा चुनाव, बेटी को उतारा जम्मू-कश्मीर में आखिरी बार 2014 में विधानसभा चुनाव हुए थे। तब BJP और PDP ने गठबंधन सरकार बनाई थी। 2018 में गठबंधन टूटने के बाद सरकार गिर गई थी। इसके बाद राज्य में 6 महीने तक राज्यपाल शासन (उस समय जम्मू-कश्मीर संविधान के अनुसार) रहा। इसके बाद राष्ट्रपति शासन लागू हो गया था। महबूबा ने विधानसभा चुनाव 2024 नहीं लड़ रही हैं। महबूबा इस साल हुए लोकसभा चुनाव 2024 में अनंतनाग से मैदान में थीं, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। उनकी जगह बेटी इल्तिजा मुफ्ती बिजबेहरा सीट से पहला चुनाव लड़ रही हैं। इल्तिजा मुफ्ती परिवार की तीसरी पीढ़ी है, जो इस सीट से चुनाव लड़ रही हैं। ये खबर भी पढ़ें... शाह बोले- पाकिस्तान और कांग्रेस का एजेंडा एक; PAK रक्षा मंत्री बोले थे- 3

Dainik Bhaskar हरियाणा में कांग्रेस उम्मीदवार के काफिले पर फायरिंग:समर्थक को गोली लगी, हालत गंभीर, चंडीगढ़ PGI रेफर; बाइक पर आए थे हमलावर

हरियाणा में शुक्रवार (20 सितंबर) को कांग्रेस उम्मीदवार प्रदीप चौधरी के काफिले पर फायरिंग हुई। इसमें काफिले में मौजूद एक समर्थक को गोली लगी है। उसे गंभीर हालत में स्थानीय अस्पताल लाया गया, जहां से उसे चंडीगढ़ पीजीआई रेफर कर दिया गया। घायल समर्थक की पहचान गोल्डी खेड़ी के रूप में हुई है। कालका विधानसभा से कांग्रेस उम्मीदवार प्रदीप चौधरी के काफिले पर रायपुर रानी के पास भरौली गांव में बाइक पर सवार होकर आए कुछ हमलावरों ने गोलियां चलाईं। फायरिंग करने वालों के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। हम खबर अपडेट कर रहे हैं...

Dainik Bhaskar दीपेंद्र हुड्‌डा की जनसभा में शहीद का अपमान:हिसार में प्रतिमा पर कांग्रेस के पोस्टर लगाए; भड़के परिजनों-ग्रामीणों ने उम्मीदवार को घेरा

हरियाणा में हिसार जिले की बरवाला विधानसभा में आज सांसद दीपेंद्र हुड्‌डा के कार्यक्रम से पहले ग्रामीणों ने जमकर बवाल किया। उनका आरोप था कि इस जनसभा में शहीद का अपमान किया गया है। ग्रामीणों ने सभा करवाने वाले कांग्रेस प्रत्याशी राम निवास घोड़ेला को घेर लिया। उन्होंने नारेबाजी कर घोड़ेला खूब खरी-खरी सुनाई। घोड़ेला ने गांव सरसौद में दीपेंद्र की जनसभा रखवाई थी। स्टेडियम में रखी थी जनसभा इस जनसभा का स्थान गांव के स्टेडियम को बनाया गया। जहां शहीद की प्रतिमा लगी थी, मगर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने स्टेडियम में लगी शहीद अजीत सिंह की प्रतिमा पर पोस्टर लगा दिए। जब इस बारे में शहीद के परिजनों को पता चला तो वह भड़क गए। इसी दौरान जब कांग्रेस प्रत्याशी रामनिवास घोड़ेला जनसभा स्थल पर पहुंचे तो शहीद के परिजनों और ग्रामीणों ने घोड़ेला को घेर लिया और नारेबाजी शुरू कर दी। शहीद की मां बोली- पोस्टर लगाकर अपमान कर रहे शहीद की मां ने रामनिवास घोड़ेला से कहा कि मेरा बेटा देश के लिए शहीद हो गया। तुम उसका सम्मान करने के बजाय उसकी प्रतिमा पर पोस्टर लगाकर अपमान कर रहे हो। इसके बाद बाकी ग्रामीण भी शहीद की मां के साथ विरोध में उतर आए। बाद में दीपेंद्र हुड्‌डा के आने से पहले शहीद की प्रतिमा से पोस्टर हटा लिए गए ताकि कार्यक्रम में किसी तरह का बवाल ना हो जाए। शहीद की प्रतिमा पर पोस्टर लगाना गलत : पूर्व सरपंच गांव के पूर्व सरपंच दिलबाग भयाणा ने बताया कि 12 बजे दीपेंद्र हुड्‌डा का गांव में कार्यक्रम था। मगर कांग्रेस प्रत्याशी रामनिवास घोड़ेला के समर्थकों और कांग्रेस वर्करों ने शहीद अजीत सिंह की प्रतिमा पर पोस्टर लगा दिए जिससे शहीद का अपमान हुआ है। शहीद की मां को जब इसका पता चला तो उसने घोड़ेला से सवाल-जवाब किए। ग्रामीणों ने घोड़ेला को घेर लिया कि ऐसा नहीं होना चाहिए। सबको शहीदों का मान सम्मान करना चाहिए।

Dainik Bhaskar प्रियंका बोलीं- PM को बुजुर्गों का सम्मान करना चाहिए:खड़गे की बजाय खुद लेटर लिखते, शिष्टाचार से बढ़कर कोई नहीं होता

जेपी नड्डा के कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजे गए लेटर की प्रियंका गांधी ने आलोचना की। प्रियंका ने कहा- प्रधानमंत्री की अगर बुजुर्गों का सम्मान करने में आस्था होती तो वह खुद लेटर का जवाब देते। PM मोदी ने जेपी नड्डा से लेटर भिजवाकर उनका अपमान किया। आखिर 82 साल के एक सीनियर लीडर को नीचा दिखाने की क्या जरूरत थी। यह लेटर विवाद 17 सितंबर को शुरु हुआ था। जब खड़गे ने पीएम मोदी को लेटर लिखकर कहा था कि भाजपा और सहयोगी दलों के नेता लगातार राहुल गांधी के लिए बेहद आपत्तिजनक और हिंसक भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। आपसे आग्रह है कि ऐसे नेताओं पर लगाम लगाएं। एक दिन बाद जेपी नड्डा ने भी लेटर लिखकर जवाब दिया। उन्होंने लिखा- जिस व्यक्ति का इतिहास ही देश के प्रधानमंत्री समेत पूरे OBC समुदाय को चोर कहकर गाली देने का रहा हो। उस राहुल गांधी को सही ठहराने की कोशिश आप किस मजबूरी के चलते कर रहे हैं? प्रियंका बोलीं- आक्रामक तरीके से जवाब लिखवाना, ये कैसा संस्कार लेटर विवाद पर प्रियंका ने सोशल मीडिया X पर लिखा, लोकतंत्र की परंपरा और संस्कृति, प्रश्न पूछने और संवाद करने की होती है। धर्म में भी गरिमा और शिष्टाचार जैसे मूल्यों से ऊपर कोई नहीं होता। आज की राजनीति में बहुत ज़हर घुल चुका है, प्रधानमंत्री जी को अपने पद की गरिमा रखते हुए, सचमुच एक अलग मिसाल रखनी चाहिए थी। अपने एक वरिष्ठ सहकर्मी राजनेता के पत्र का आदरपूर्वक जवाब दे देते तो जनता की नज़र में उन्हीं की छवि और गरिमा बढ़ती। यह अफ़सोस की बात है कि सरकार के ऊँचे से ऊँचे पदों पर आसीन हमारे नेताओं ने इन महान परंपराओं को नकार दिया है। अब पढ़िए जेपी नड्डा और मल्लिकार्जुन खड़गे की चिट्ठी... 18 सितंबर: नड्‌डा का खड़गे को जवाब, कहा- राहुल की करतूतें न भूलें ​​​​​भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा ने 18 सितंबर को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम ओपन लेटर लिखा। नड्‌डा ने लिखा कि आप राहुल गांधी समेत अपने नेताओं की करतूतों को भूल गए हैं या फिर उन्हें जानबूझ कर नजरअंदाज किया। नड्‌डा ने लेटर में यह भी लिखा कि कांग्रेस के नेताओं ने पिछले 10 सालों में प्रधानमंत्री मोदी को 110 से ज्यादा गालियां दी हैं। तब राजनीतिक शुचिता, मर्यादा, अनुशासन, शिष्टाचार जैसे शब्द आपकी डिक्शनरी से क्यों गायब हो जाते हैं? आप राजनीतिक शुचिता की दुहाई दे रहे हैं ले

Dainik Bhaskar गुरुग्राम में SUV कार की बाइक से टक्कर:बाइक सवार की मौके पर मौत; गिरफ्तार हुए कार चालक को जमानत मिली

गुरुग्राम में गोल्फ कोर्स रोड पर 15 सितंबर को एक एक्सीडेंट हुआ था, जिसमें रॉन्ग साइड से आ रही SUV कार ने एक बाइक सवार को टक्कर मार दी थी। एक्सीडेंट में बाइक सवार अक्षत गर्ग (23) की मौके पर मौत हो गई थी। अक्षत का दोस्त प्रद्युम्न कुमार भी उसी रोड पर एक अलग बाइक पर सवार था। उसके हेलमेट पर लगे कैमरे में अक्षत के एक्सीडेंट की घटना कैद हो गई। गुरुवार को एक्सीडेंट का यह वीडियो वायरल हुआ। पुलिस ने बताया कि SUV कार चालक कुलदीप ठाकुर के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। उसे गिरफ्तार भी किया गया, लेकिन बाद में उसे जमानत मिल गई। प्रद्युम्न ने बताया कि पुलिस ने कैमरे में रिकॉर्ड दुर्घटना के फुटेज को सबूत के तौर पर नहीं लिया। साथ ही उसने बताया कि SUV पर भाजपा उम्मीदवार का स्टीकर भी लगा था। कैमरे में कैद घटना के 4 सीन.. पुलिस बोली- आरोपी को घटनास्थल से ही गिरफ्तार किया था एक्सीडेंट मामले का वीडियो वायरल होने के बाद ACP विकास कौशिक ने कहा- SUV चला रहे शख्स कुलदीप को मौके से ही गिरफ्तार किया गया था। मृतक के दोस्त के बयान पर पुलिस ने लापरवाही से वाहन चलाने का मामला दर्ज किया था। उसके खिलाफ धारा 106 (लापरवाही से मौत का कारण), 281 (तेज गाड़ी चलाना), 324(4) (शरारत के कारण ₹20,000 से अधिक की क्षति), 166 (मोटर वाहन दुर्घटना के बाद मुआवजा) के तहत FIR दर्ज की थी। हालांकि, बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया। आरोपी के पहले भी कई चालान कट चुके मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपी कुलदीप के पहले भी कई चालान कट चुके हैं। ये चालान रॉन्ग साइड ड्राइविंग और गलत जगह पर पार्किंग करने पर काटे गए थे। 24 अगस्त को कुलदीप का एक चालान कटा था। कुलदीप के एल्कोहॉल या ड्रग टेस्ट हुआ है या नहीं, इस बारे में पुलिस ने अभी तक कुछ नहीं बताया है। उसकी कार पर भाजपा उम्मीदवार का स्टीकर भी लगा मिला है। पुलिस ने इस मामले में अभी तक कोई जानकारी नहीं दी है। यह खबर भी पढ़ें... गुरुग्राम में सड़क हादसे में शख्स की मौत, KMP एक्सप्रेस-वे पर वाहन ने बाइक को टक्कर मारी हरियाणा में गुरुग्राम जिले के मानेसर में केएमपी एक्सप्रेस-वे पर अज्ञात वाहन की टक्कर से एक बाइक सवार की मौत हो गई। घटना 11 सितंबर की है। पुलिस ने शख्स को गुरुग्राम सेक्टर-10 के सरकारी अस्पताल पहुंचाया जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पूरी खबर पढ़ें...

Dainik Bhaskar ​​​​​​​किसान आंदोलन में जान गंवाने वालों के परिजनों को नौकरी:कृषि मंत्री ने 30 लोगों को सौंपे नियुक्त पत्र, खेतीबाड़ी विभाग में देंगे सेवा

तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चले संघर्ष में जान गंवाने वाले किसानों के 30 परिजनों को पंजाब सरकार ने नौकरी दी है। कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने सभी लोगों को नियुक्ति पत्र सौंपे है। सारे भर्ती किए गए लोग खेती बाड़ी एवं किसान कल्याण विभाग में निभाएंगे सेवाएं। यह जानकारी राज्य सरकार की तरफ से दी गई है। 378 दिन तक दिल्ली की सीमा पर चला था संघर्ष तीन कृषि कानून के विरोध में केंद्र सरकार के खिलाफ किसानों ने लगभग 378 दिनों तक संघर्ष किया था। ये आंदोलन नवंबर 2020 से दिसंबर 2021 तक चला था। इस दौरान, किसानों ने दिल्ली की सीमाओं पर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया था और सरकार से इन कानूनों को वापस लेने की मांग की थी । आंदोलन के दौरान, सरकार और किसान नेताओं के बीच कई दौर की बातचीत हुई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। आखिर में सरकार ने तीनों कानूनों को वापस लेने की घोषणा की और संसद में एक विधेयक पारित किया गया जिससे ये कानून रद्द हो गए । इस दौरान 700 से अधिक किसानों की जान गई थी। यह किसान पंजाब समेत कई जगह के रहने वाले थे। अब तक 44 हजार को नौकरियां दी अब तक सरकार विभिन्न विभागों में 44,974 सरकारी नौकरियां लोगों को दे चुकी हैं। मंत्री ने कहा कि यह भर्ती पूरी तरह से मेरिट के आधार पर और पारदर्शी तरीके से की गई है। इनमें से 25 लोगों को कृषि और किसान कल्याण विभाग में क्लर्क और पांच को सेवादार के रूप में नियुक्ति दी है। जबकि पशुपालन विभाग में दो वेटरनरी इंस्पेक्टर और चार क्लर्क, जिनमें से तीन को अनुकंपा के आधार पर नौकरी दी है। डेयरी विकास विभाग में दो स्टेनोग्राफरों को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। इस मौके पर कृषि विभाग के निदेशक जसवंत सिंह, पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ. गुरशरनजीत सिंह बेदी, डेयरी विकास विभाग के निदेशक कुलदीप सिंह और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।

Dainik Bhaskar कर्नाटक HC जज के विवादित कमेंट्स, सुप्रीम कोर्ट एक्शन में:बेंगलुरु के मुस्लिम इलाके को पाकिस्तान कहा था; HC ने लाइव स्ट्रीमिंग रिकॉर्डिंग पर रोक लगाई

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को कर्नाटक हाईकोर्ट के जज के सुनवाई के दौरान दिए गए 2 विवादित बयानों पर एक्शन लिया है। CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने जस्टिस वेदव्यासचार श्रीशानंद की टिप्पणियों पर कर्नाटक हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को 2 हफ्ते में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। CJI ने इस मामले में अटॉर्नी जनरल (AG) आर वेंकटरमणि और सॉलिसिटर जनरल (SG) तुषार मेहता से भी मदद मांगी है। कोर्ट ने यह भी कहा कि वह कुछ बेसिक गाइडलाइन जारी कर सकता है। इधर, वीडियो क्लिप वायरल होने के बाद कर्नाटक HC ने कार्यवाही की लाइव स्ट्रीमिंग के गलत इस्तेमाल के खिलाफ चेतावनी जारी कर दी है। डिस्क्लेमर में कहा गया है कि कोई भी कार्यवाही की रिकॉर्डिंग नहीं करेगा। जस्टिस श्रीशानंद ने महिला वकील पर भी आपत्तिजनक कमेंट किया जस्टिस श्रीशानंद के दो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। एक वीडियो में वह पश्चिमी बेंगलुरु के एक मुस्लिम इलाके को पाकिस्तान कहते दिखे। जबकि दूसरे वीडियो में वे एक महिला वकील को फटकार लगाते नजर आ रहे हैं। जस्टिस श्रीशानंद ने महिला वकील से कहा कि वह विपक्षी पक्ष के बारे में बहुत कुछ जानती हैं। हो सकता है अगली बार वे उसके अंडरगारमेंट का रंग भी बता दें। अब से कर्नाटक की लाइव स्ट्रीमिंग रिकॉर्ड करने परमिशन जरूरी यूट्यूब चैनल से वीडियो क्लिप वायरल होने के एक दिन बाद कर्नाटक HC ने अपनी अदालती कार्यवाही की लाइव स्ट्रीमिंग शुरू करने से आधा घंटे पहले एक डिस्क्लेमर दिया। जिसमें बिना परमिशन वीडियो रिकॉर्ड करने पर रोक लगा दी गई है। आदेश का उल्लंघन करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। मैसेज में कहा गया है- कोई भी व्यक्ति, संस्था, प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लाइव-स्ट्रीम की गई कार्यवाही को रिकॉर्ड, शेयर या पब्लिश नहीं करेगा। इसके लिए पहले से परमिशन लेनी होगी।

Dainik Bhaskar टूटे-फूटे रनवे पर विमान उतरने की दे दी मंजूरी:बाल-बाल बचे छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और BJP प्रदेशाध्यक्ष; बालको और CSEB को नोटिस

छत्तीसगढ़ के कोरबा में बड़ा हादसा होने से टल गया। सरकारी विमान को टूटे-फूटे रनवे पर उतरने की मंजूरी दे दी गई। हवाई पट्टी पर उतरते ही विमान हिचकोले खाने लगा। हालांकि पायलट की सूझबूझ से सुरक्षित लैंडिग हो गई। इस विमान में छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सवार थे। जो बाल-बाल बचे। रूमगरा एयर स्ट्रिप के संचालन और मेंटनेंस का जिम्मा बालको और CSEB के पास है। लिहाजा दोनों को नोटिस जारी किया गया है। देखरेख के अभाव में हवाई पट्टी क्षतिग्रस्त हुई जानकारी के मुताबिक उचित देखरेख के अभाव में हवाई पट्टी क्षतिग्रस्त हो गई थी। इसके बाद भी विमान को यहां उतरने की अनुमति दे दी गई। वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने इस मामले को गंभीरता से लिया और उन्होंने कारण जानने और जिम्मेदार लोगों की जानकारी लेने के निर्देश प्रशासनिक अधिकारियों को दिए हैं। कलेक्टर ने नोटिस जारी कर मांगा जवाब दरअसल, पूर्व सांसद स्वर्गीय डॉक्टर बंसीलाल महतो की धर्मपत्नी के दशगात्र में शामिल होने सभी नेता पहुंचे थे। इसी दौरान बड़ा हादसा होने से टल गया। कोरबा कलेक्टर ने अब बालको प्रबंधन और छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी (सीएसईबी) को नोटिस जारी कर दिया है और जवाब मांगा है। बालको प्रबंधन ने शुरू कराया मरम्मत का काम कलेक्टर अजीत वसंत ने बताया कि जवाब आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं इस घटना के बाद ही बालको प्रबंधन की टीम एयर स्ट्रिप पर पहुंची, जहां बालको की ओर से एयर स्ट्रिप की साफ सफाई और मरम्मत काम शुरू किया गया। हवाई पट्‌टी का संचालन बालको के जिम्मे 80 के दशक में बिजली कंपनी के अधिकारियों और विदेशी इंजीनियरों की आवाजाही चार्टर प्लेन से होती थी। इसके लिए बालको नगर के रूमगरा में CSEB कंपनी ने हवाई पट्टी बनाई थी। प्लांट बनने के बाद बिजली कंपनी को हवाई पट्टी की उपयोगिता नहीं रही। बालको प्लांट का विस्तार प्रोजेक्ट शुरू होने पर बालको प्रबंधन ने इसे अपने उपयोग में लेना शुरू कर दिया। इसका संचालन बालको CSEB के साथ करता है। इससे जुड़ी और खबर दरिमा एयरपोर्ट पर 72 सीटर विमान का ट्रायल रन:एलाइंस एअर सरगुजा-बिलासपुर से शुरू करेगी हवाई सेवा, वाराणसी-कोलकाता और दिल्ली-हैदराबाद की भी बढ़ेगी कनेक्टिविटी सरगुजा जिले के दरिमा एयरपोर्ट से हवाई सेवा शुरू करने की डीजीसीए

AD
AD