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Dainik Bhaskar कंगना की इमरजेंसी फिल्म की रिलीज अटकी:रनोट का फैंस को संदेश; बोली- सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट की कर रहे प्रतीक्षा

हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा सांसद व ऐक्ट्रस कंगना रनोट की फिल्म इमरजेंसी की रिलीज अटक गई है। फिल्म की रिलीज तारीख 6 सितंबर थी। लेकिन सिख संगठनों व शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के विरोध के बाद सेंसर बोर्ड की तरफ से सर्टिफिकेट ही नहीं दिया गया। जिसके बाद कंगना ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स पर अपने समर्थकों और फैंस के लिए संदेश दिया है। कंगना ने सोशल मीडिया पर संदेश में लिखा- भारी मन से मैं घोषणा करती हूं कि मेरी निर्देशित इमरजेंसी को स्थगित कर दिया गया है, हम अभी भी सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट की प्रतीक्षा कर रहे हैं, नई रिलीज की तारीख जल्द ही घोषित की जाएगी, आपकी समझ और धैर्य के लिए धन्यवाद। दरअसल, फिल्म इमरजेंसी के खिलाफ एडवोकेट ईमान सिंह खारा की तरफ से याचिका दायर की गई थी। जिसकी सुनवाई बीते सप्ताह हुई। कोर्ट में सेंसर बोर्ड ने अपना जवाब दाखिल किया कि इस फिल्म को अभी तक रिलीज के लिए सर्टिफिकेट जारी नहीं किया गया। जवाब के अनुसार फिल्म के खिलाफ कई शिकायतें हैं। शिकायतों को सुने जाने के बाद ही फिल्म को सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा। एसजीपीसी ने सीन डिलीट करने की मांग रखी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के सदस्य गुरचरण सिंह गरेवाल पहले ही कह चुके हैं कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने सूचना और प्रसारण मंत्री के साथ-साथ सेंसर बोर्ड को भी पत्र लिखा था। पत्र में कहा गया कि हमारा ऐसा कोई इरादा नहीं है। फिल्म का विरोध सिर्फ इसलिए नहीं कर रहे कि इसमें कंगना रनोट हैं। हमारा रुख हमारे तर्क पर आधारित है। गुरुद्वारा कमेटी ने भी एक कानूनी नोटिस जारी किया था। कई स्टेटस में याचिका दायर की गई हैं। कंगना अपनी फिल्म को प्रमोट करने के लिए बहुत कुछ करती हैं। उनका कहना है कि उन्हें रेप और जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। ये सब फिल्म प्रमोशन के स्टंट हैं, लेकिन अगर सेंसर बोर्ड ने यह (फिल्म को पास न करने का) फैसला किया है, तो यह एक अच्छी बात है, क्योंकि यह मामला सिर्फ सिखों से जुड़ा नहीं है, यह देश में सद्भाव की चिंताओं से भी जुड़ा है। कंगना सहित जी-स्टूडियो को भेजा जा चुका नोटिस इससे पहले SGPC प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी फिल्म अदाकारा कंगना रनोट के खिलाफ FIR की मांग कर चुके हैं। एडवोकेट धामी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा था कि कंगना रनोट अक्सर जानबूझकर सिखों क

Dainik Bhaskar हिमाचल में विवादित मस्जिद पर नहीं आया फैसला:लोकल रेजिडेंट ने पार्टी बनने को दी एप्लिकेशन; 5 अक्टूबर को अगली सुनवाई तय

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली में अवैध मस्जिद मामले में शनिवार को नगर निगम (MC) आयुक्त कोर्ट में सुनवाई हुई। इस मामले में संजौली के निवासियों की और से अदालत में पार्टी बनने को एप्लिकेशन दी गई। अब इस मामले की सुनवाई 5 अक्टूबर को तय हुई है। लोकल रेजिडेंट (हिंदू संगठन) के एडवोकेट जगत पाल ने कहा, जिस जमीन पर मस्जिद बनी है, वह सरकारी है। वक्फ बोर्ड इसमें एनक्रोचर है। उन्होंने बताया, लोकल रेजिडेंट की और से अदालत में एक और एप्लिकेशन देकर बताया कि कि मस्जिद के कारण उन्हें क्या परेशानी हो रही है। इस पर कोर्ट ने वक्फ बोर्ड से भी जवाब मांगा है। जगत पाल ने बताया, 14 साल से कोई भी अफैक्टिव कार्यवाही नहीं है, क्योंकि इससे पहले गलत आदमी के खिलाफ केस चल रहा था। बीच में लगभग साढ़े 13 साल बाद वक्फ बोर्ड की एंट्री होती है। उन्होंने बताया कि रेवेन्यू रिकॉर्ड में मालिक सरकार है। वक्फ बोर्ड ने जमीन का मालिक होने का दावा जरूर किया, लेकिन अदालत में ऐसा कोई रिकॉर्ड प्रस्तुत नहीं कर पाए। उन्होंने बताया कि जमाबंदी में खसरा नंबर 36 पर गैर मुमकिन मस्जिद दिखाई गई है। मतलब सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करके बनाई गई है। उन्होंने कहा, एप्लिकेशन में हमने कहीं भी हिंदू-मुस्लिम की बात नहीं की। केवल अवैध मस्जिद का जिक्र किया गया है। 2010 में शुरू हुआ विवाद मस्जिद मामले में पहली बार साल 2010 में नगर निगम के पास शिकायत पहुंची थी। यहां अवैध निर्माण करने के आरोप लगे थे। निगम प्रशासन के अनुसार, पहले मौके पर एक मंजिल और एटिक के रूप में मस्जिद थी, लेकिन साल 2024 तक यहां अब एटिक को मिलाकर 5 मंजिलें बन गई। साल 2010 से ही इस मामले में MC आयुक्त कोर्ट में केस चल रहा है। सुनवाई के दौरान भी अवैध निर्माण चलता रहा। MC ने कई बार काम रोकने के आदेश जारी किए। इस मामले में अब तक 44 पेशियां हो चुकी हैं। मल्याणा में मारपीट के बाद पकड़ा तूल दरअसल, मल्याणा क्षेत्र में 31अगस्त की शाम को एक व्यक्ति के साथ विशेष समुदाय के लोगों ने मारपीट की थी। इस मामले में पुलिस ने 6 आरोपी गिरफ्तार किए। आरोप लगा कि वारदात को अंजाम देकर आरोपी मस्जिद में छिपे। जिसके बाद हिंदू संगठनों ने संजौली मस्जिद के खिलाफ प्रदर्शन किया और अवैध बताकर मस्जिद को गिराने पर अड़ गए। अब यह मामला पूरी तरह तूल पकड़ चुका है।इस मामले में लोग संजौली में 2 बार और 1 बार व

Dainik Bhaskar राजस्थान में फाइटर प्लेन तेजस-प्रचंड ने आसमान में दिखाए करतब:सूर्यकिरण के 9 हॉक्स विमान ने धुएं से बनाया तिरंगा; 24 देशों के जवानों ने किया योग

भारतीय वायु सेना का सबसे बड़ा अभ्यास 'तरंग-शक्ति' (फेज 2) जोधपुर एयरफोर्स स्टेशन पर चल रहा है। शनिवार को ओपन-डे शो हुआ। आसमान में भारतीय लड़ाकू विमान सुखोई-30, तेजस और हेलिकॉप्टर प्रचंड ने करतब दिखाए। सूर्यकिरण के 9 हॉक्स विमान ने आसमान में तिरंगा बनाया और दर्शकों को रोमांचित किया। इससे पहले आज सुबह 6 बजे एयरफोर्स स्टेशन पर भारत सहित 24 देशों के 400 जवानों ने सामूहिक योग किया। एयरफोर्स स्टेशन पर हरक्यूलिस सी-130 विमान के सामने यूएई, सिंगापुर, ग्रीस, ऑस्ट्रेलिया, जापान, अमेरिका और श्रीलंका के जवानों ने प्राणायाम व आसन किए। आसमान में 10 मिनट तक रहा तेजस सुबह 11 बजे ओपन-डे शो की शुरुआत में अग्निवीर वायु की महिला जवानों ने प्रस्तुति दी। इसके बाद फाइटर जेट ने करतब दिखाना शुरू किया। सबसे पहले स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस आसमान में उड़ा। तेजस करीब 10 मिनट तक आसमान में रहा। तेजस के बाद सूर्यकिरण के हॉक्स विमान उड़े। ये दर्शकों के एकदम ऊपर से निकले तो सभी रोमांचित हो गए। सूर्यकिरण के 9 हॉक्स विमान ने लो लेवल फ्लाइंग की। धुएं से 'तिरंगा' बनाया। इन विमान में बैठे विंग कमांडर हवा में एक-दूसरे को क्रॉस करते हुए अपने-अपने विमान को लेकर गए। हॉक्स विमान 360 डिग्री राउंड लेते हुए हवा में उड़े। सूर्यकिरण ​​​​​​​के 9 हॉक्स ​​​​​​​विमान ने यूथ को डेडिकेट करते हुए 'Y' फॉर्मेशन बनाई। डीएनए और राइट एंड लेफ्ट फॉर्मेशन भी बनाई। इसके बाद सुखोई-30 एमकेआई ने उड़ान भरी। सुखोई-30 ने करीब 150 मीटर की ऊंचाई पर लूप और 180 डिग्री में उड़ते हुए वर्टिकल चार्ली फॉर्मेशन बनाया। फुल ड्रेस रिहर्सल में सुखोई-30 और जगुआर ने भरी थी उड़ान शुक्रवार को फुल ड्रेस रिहर्सल में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और ग्रीस के एयरक्राफ्ट के साथ ही भारत के तेजस, सुखोई-30 और जगुआर ने उड़ान भरी थी। जोधपुर के डोमेस्टिक एयरपोर्ट पर भी यात्रियों ने विमानों को अपने मोबाइल में कैद किया था। सूर्यकिरण के हॉक्स विमान भी उड़ने थे, लेकिन बादलों के कारण उड़ान नहीं हुई। तरंग-शक्ति 2024 का दूसरा फेज तरंग-शक्ति 2024 का ये दूसरा फेज है। इससे पहले 6 से 14 अगस्त तक ​तमिलनाडु के सुलार में इसका पहला फेज पूरा हुआ था। इसमें 30 देशों के वायुसेना के जवान शामिल हुए थे। जोधपुर में हो रही इस एक्सरसाइज के दूसरे चरण में भारत, अमेरिका, ग्रीस, यूएई, ऑस्ट्रेलिया, जापान, सिंगा

Dainik Bhaskar हाथरस हादसा...एक परिवार के 15 समेत 17 की मौत:जनरथ-मैक्स में भिड़ंत; उछलकर 20 फीट दूर गिरे लोग; खेतों में तड़प-तड़पकर तोड़ा दम

हाथरस में शुक्रवार शाम मैक्स वाहन और जनरथ बस की टक्कर हो गई। हादसे में 17 लोगों की मौत हो गई। इनमें 15 एक ही परिवार के हैं। 10 घायल हैं। मरने वालों में 4 बच्चे, 4 महिला और 9 पुरुष शामिल हैं। मैक्स सवार चालीसवें से लौट रहे थे, तभी सामने से रोडवेज आकर भिड़ गई। टक्कर के बाद मैक्स पलटी खाते हुए सड़क किनारे में गड्‌डे में जा गिरी। लोग उछलकर 20 फीट दूर जा गिरे। किसी का सिर फूटा तो किसी का हाथ कट कर अलग हो गया। लोगों ने खेतों में तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। हादसा गांव मीतई के पास हाईवे पर हुआ। मरने वालों में 16 लोग आगरा के सेमरा गांव के रहने वाले थे। एक फिरोजाबाद का रहने वाला था। देर रात तक शवों का पोस्टमॉर्टम चला। रात 1 बजे शवों को आगरा लाया गया। सुबह 11 बजे शवों का अंतिम संस्कार किया जाएगा। हादसे की 2 तस्वीरें.... 15 की मौके पर मौत, 2 ने अस्पताल में दम तोड़ा आगरा के सेमरा गांव निवासी हाथरस के सासनी में चालीसवें आए थे। ​​​​कार्यक्रम में शामिल होकर 37 लोग मैक्स से आगरा लौट रहे थे। मीतई के पास पहुंचे थे, तभी आगरा से अलीगढ़ जा रही जनरथ ने टक्कर मार दी। मैक्स सवार 15 लोगों की मौके पर मौत हो गई। 2 लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वारदात के बाद बस ड्राइवर फरार हो गया। बस सवार लोगों को हल्की-फुल्की चोट आई है। पल-पल के अपडेट्स जानने के लिए लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए....

Dainik Bhaskar ओवरनाइट एक्सप्रेस के दो एसी कोच पटरी से उतरे:जबलपुर रेलवे स्टेशन के पास हुआ हादसा; यात्री सुरक्षित, ट्रैक की मरम्मत जारी

इंदौर से चलकर जबलपुर आने वाली ओवरनाइट एक्सप्रेस के दो डिब्बे शनिवार सुबह जबलपुर रेलवे स्टेशन के पास पटरी से उतर गए। हादसा उस समय हुआ जब ट्रेन रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 6 पहुंच रही थी। उसी समय दो एसी कोच ट्रैक से उतरे। घटना में किसी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। जानकारी मिलते ही WCR महाप्रबंधक शोभना बंदोपाध्याय भी मौके पर पहुंचीं और हादसे की जानकारी ली। दुर्घटना नियंत्रण ट्रेन के साथ पटरी से उतरे कोच को फिर से पटरी पर लाने का काम चल रहा है। अप ट्रैक जरूर बाधित है। मेन लाइन से जुड़े कोच को अलग कर दिया गया है। ट्रेन में 10 से 12 कोच थे। शुरुआती जांच में पता चला है कि प्लेटफार्म नंबर 6 आते समय यह हादसा हुआ है। उस समय ट्रेन की स्पीड 20 किलोमीटर प्रति घंटे थी। जनरल मैनेजर ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। एक पार्सल कोच है, जबकि एक एसी कोच है जो पटरी से उतरा हुआ है। जानकारी के मुताबिक इंदौर जबलपुर ओवरनाइट एक्सप्रेस ट्रेन सुबह करीब 5.35 बजे जबलपुर पहुंचती है। ट्रेन अपने तय समय पर आ गई थी। जैसे ही जबलपुर रेलवे स्टेशन ट्रेन पहुंची, तभी एसी कोच के दो डिब्बे पटरी से उतर गए। रेलवे ने हादसे की जांच भी शुरू कर दी है। PRO ने कहा- ट्रैक जल्द ठीक कर लिया जाएगा जबलपुर-इंदौर-जबलपुर ओवरनाइट एक्सप्रेस जब सुबह 6 बजे तक प्लेटफॉर्म नहीं पहुंची, तो यात्रियों ने कोच से उतरकर देखे तो ट्रेन ट्रैक पर खड़ी हुई थी। लोगों को कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि आखिरकार ट्रेन क्यों रुकी है। इसके बाद कुछ यात्री जब कोच से बाहर उतरकर थोड़ा आगे आए तो देखा कि एसी कोच के दो डिब्बे पटरी से उतरे हुए हैं। पश्चिम मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हर्षित श्रीवास्तव का कहना है कि जल्द ही ट्रैक को दुरुस्त कर लिया जाएगा। कुछ देर के लिए जरूर इटारसी से जबलपुर आने वाली ट्रेन को मदन महल स्टेशन पर रोका गया है। यात्री बोले- ऐसा लगा जैसे अचानक जोर से ब्रेक लगा हो एक यात्री संदीप कुमार ने बताया कि वह कोच पर आराम कर रहे थे। इसी दौरान कुछ इस तरह की झटके लगे जैसे बहुत तेजी से ब्रेक लगा हो। जब तक कुछ समझ में आता, तब तक ट्रेन खड़ी हो चुकी थी। हालांकि कुछ देर के लिए ऐसा भी लगा कि जैसे कोई हादसा हो गया है। इसके बाद ट्रेन काफी देर तक खड़ी रही। कुछ देर बाद जब कोच से उतरकर बाहर देखा तो एसी कोच के दो डिब्बे पटरी से उतर

Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:झारखंड सरकार वकीलों को पेंशन देगी, ऐसा करने वाला पहला राज्य

झारखंड सरकार 65 वर्ष से अधिक उम्र के वकीलों को हर महीने 7 हजार रुपए पेंशन देगी। लाइसेंस सरेंडर करने वाले ऐसे वकीलों को अब तक अधिवक्ता कल्याण कोष से 7 हजार रुपए मिलते थे। अब राज्य सरकार भी 7 हजार रुपए देगी। यानी इन्हें वकीलों को अब 14 हजार रुपए प्रति माह मिलेंगे। झारखंड कैबिनेट ने शुक्रवार को वकीलों के फायदे वाले दो और फैसले किए। सरकार अब नए वकीलों को स्टाइपेंड के रूप में पहले तीन साल तक हर महीने ढाई हजार रुपए देगी। आज की अन्य बड़ी खबरें... भाजपा के चुनाव चिह्न के खिलाफ लगी याचिका सुप्रीम कोर्ट से खारिज सुप्रीम कोर्ट ने भाजपा के चुनाव चिह्न कमल के खिलाफ दायर याचिका खारिज कर दी है। सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता को फटकार भी लगाई। कहा-आप अपने लिए नाम और प्रसिद्धि चाहते हैं। हमें भी फेम दिलाना चाहते हैं। मप्र हाई कोर्ट भी यह याचिका खारिज कर चुका है।

Dainik Bhaskar वक्फ बिल पर JPC की चौथी बैठक:ASI को पुराने कानून से 5 दिक्कतें; शिवसेना बोली- विपक्षी सांसद अपना वोट बैंक बचा रहे

वक्फ बिल में संशोधन के लिए शुक्रवार (6 सितंबर) को जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी की चौथी बैठक हुई। इसमें आर्केलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) की टीम भी शामिल हुई। टीम ने कमेटी को प्रेजेंटेशन के जरिए बताया कि नया संशोधन बिल पुराने स्मारक को संरक्षित रखने के लिए जरूरी है। चौथी बैठक में भी पक्ष और विपक्ष के सांसदों के बीच हंगामा हुआ। शिवसेना (शिंदे गुट) सांसद ने नरेश म्हास्के ने कहा- मीटिंग में विपक्ष सिर्फ विरोध कर रहा है। विपक्ष को सिर्फ विरोध करते आता है। विपक्षी सांसदों में कॉम्पिटिशन चल रहा है कि कौन कितना विरोध कर स्पीच दे सकता है। म्हास्के ने आगे कहा- ओवैसी के भाषण देने के बाद, अन्य मेंबर भी अपना वोट बैंक सुरक्षित रखने के लिए विरोध किया। मैं विपक्ष से देश और संविधान के हित के बारे में सोचने का आग्रह करता हूं। उन्हें लोगों के बीच भ्रम पैदा करना बंद करना चाहिए। दरअसल, संसदीय कार्य और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने 8 अगस्त को लोकसभा में वक्फ बिल 2024 पेश किया था। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी समेत विपक्षी दलों ने इस बिल को मुस्लिम विरोधी बताया था। विपक्ष के विरोध के बीच ये बिल लोकसभा में बिना किसी चर्चा के JPC को भेज दिया गया था। ASI को पुराने वक्फ कानून से 5 दिक्कतें वक्फ बोर्ड की पिछली बैठक में क्या-क्या हुआ? 5 सितंबर, तीसरी बैठक: विपक्ष ने कहा- मंत्रालय ने जानकारी छिपाई तीसरी बैठक में मंत्रालयों के अधिकारियों ने कमेटी को वक्फ बिल के बारे में प्रेजेंटेशन दिया। इस दौरान अधिकारियों की विपक्षी सांसदों से तीखी बहस हुई। विपक्षी सांसदों ने आरोप लगाया कि प्रेजेंटेशन के दौरान सरकारी अधिकारी कमेटी को बिल के बारे में पूरी जानकारी नहीं दे रहे।सबसे ज्यादा विरोध AAP सांसद संजय सिंह और TMC सांसद कल्याण बनर्जी ने किया। बैठक के बारे में जानने के लिए क्लिक करें... 30 अगस्त, दूसरी बैठक: विपक्षी सांसदों ने वॉक आउट किया JPC की दूसरी बैठक में विपक्षी सदस्यों ने कुछ देर के लिए बैठक से वॉक आउट किया। यह बैठक करीब 8 घंटे तक चली बैठक में ऑल इंडिया सुन्नी जमीयतुल उलेमा और इंडियन मुस्लिम्स फॉर सिविल राइट्स, राजस्थान मुस्लिम वक्फ, दिल्ली और यूपी सुन्नी वक्फ बोर्ड के विचारों को सुना। बैठक के बारे में जानने के लिए क्लिक करें... 22 अगस्त, पहली बैठक: समिति अध्यक्ष बोले- सभी हिस्सेदारों की ब

Dainik Bhaskar उपराष्ट्रपति बोले-2017 से पहले यूपी डर की चपेट में था:योगी की तारीफ की, कहा-नजर गिद्ध जैसी, मेरे ससुर से ज्यादा मुझ पर होमवर्क किया

गोरखपुर में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सीएम योगी की तारीफ की। कहा-वैसे तो योगी की दृष्टि पैनी है, लेकिन मेरे मामले में गिद्ध जैसी रही है। मेरी पढ़ाई के बारे में इतना बड़ा होमवर्क कर लिया, जितना मेरे ससुर ने भी नहीं किया था। धनखड़ ने कहा- 2017 से पहले उत्तर प्रदेश डर की चपेट में था। आम आदमी परेशान था। कानून का राज नजर नहीं आता था। उपराष्ट्रपति ने शनिवार को 176 करोड़ की लागत से तैयार सैनिक स्कूल का इनॉगरेशन किया। इस दौरान सीएम योगी भी उनके साथ मौजूद रहे। सीएम और धनखड़ ने स्कूल की शूटिंग रेंज में पिस्टल से निशान लगाया। दोनों ने कई राउंड निशाना लगाया। सीएम योगी ने स्कूल में रखी मशीनगन और हाईटेक हथियारों को उठाकर देखा। योगी ने कहा कि देश का पहला सैनिक स्कूल 1960 में लखनऊ में स्थापित किया गया था। इसके बाद 1961 में 5 और सैनिक स्कूल स्थापित हुए। इन्हीं पांच सैनिक स्कूलों में चित्तौड़गढ़ का भी स्कूल था, जिसमें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ जी ने पढ़ाई की। योगी ने कहा- मैं देख रहा था कि उपराष्ट्रपति ने स्कूल की एक-एक सुविधाओं का बारीकी से देखा। जब वह स्कूल के मुख्य भवन का उद्घाटन करने गए तो ऐसा लगा जैसे वे स्वयं सीनियर छात्र के रूप में छात्रों का मार्गदर्शन कर रहे हों, ये सब भावनात्मक क्षण था। योगी के इसी बयान पर धनखड़ ने कहा कि योगी की नजर मेरे मामले में गिद्ध जैसी रही। 3 तस्वीरें देखिए.... उपराष्ट्रपति की 3 बड़ी बातें पढ़िए... 1- 2017 से पहले यूपी डर की चपेट में था उपराष्ट्रपति ने कहा- 2017 से पहले देश का सबसे बड़ा प्रदेश (उत्तर प्रदेश) किस चपेट में था। डर की चपेट में था। शासन शिथिल था। आम आदमी परेशान था। कानून का राज नजर नहीं आता था। आपने पहचान बदलकर ख्याति प्राप्त की है। तब भारत की स्थिति क्या थी? मैं मंत्री था। मैंने तो खुद देखा है। सोने की चिड़िया कहलाने वाले देश का सोना हवाई जहाज से स्विटजरलैंड के दो बैंकों में गिरवी रखा गया। 2- मैं बहुत भावुक हो गया... जब देश के सबसे बड़े राज्य के मुख्यमंत्री मेरे आवास पर आए, कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया, तब मैं भावुक हो गया। योगी ने आमंत्रित कर ज्ञान कराया कि शिक्षा वह माध्यम है, जिससे समाज में बदलाव आता है। समानता पैदा होती है। असमानताओं पर कुठाराघात होता है। योगी ने ये मौका देकर मेरे जीवन में एक अध्याय जोड़ दिया है, जिसे मैं कभी भूल नहीं पाऊंगा। 3-

Dainik Bhaskar हरियाणा में खिलाड़ियों के लिए आसान नहीं राजनीतिक दंगल:पिछले चुनाव में सिर्फ 1 खिलाड़ी विधानसभा पहुंचा, इस बार 2 को मिल चुका टिकट

हरियाणा के चुनावी मैदान में साल 2019 की तरह इस बार भी कुछ खिलाड़ी उतरे हैं। बीजेपी द्वारा जारी की गई 67 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट में महम से कबड्‌डी खिलाड़ी दीपक हुड्डा का नाम है तो वहीं कांग्रेस ने पहलवान विनेश फोगाट को जुलाना से मैदान में उतारा है। इसके अलावा पहलवान योगेश्वर दत्त और महिला बॉक्सर स्वीटी बूरा ने भी दावेदारी ठोकी, लेकिन टिकट मिला नहीं है। हरियाणा विधानसभा के आंकड़े खिलाड़ियों के मामले में काफी दिलचस्प हैं। हरियाणा में खिलाड़ियों के लिए राजनीतिक दंगल बिल्कुल भी आसान नहीं रहा है। ग्राउंड से विधानसभा तक पहुंचने का सपना तो कई खिलाड़ियों ने देखा, लेकिन सफल केवल हॉकी खिलाड़ी संदीप सिंह हो पाए। चुनाव जीतने के मामले में अन्य खिलाड़ियों की किस्मत के सितारे फीके ही नजर आए। कितने खिलाड़ियों ने 2019 में लड़ा चुनाव? 2019 में भाजपा की टिकट पर पहलवान बबीता फोगाट, पहलवान योगेश्वर दत्त और हॉकी खिलाड़ी संदीप सिंह चुनावी मैदान में थे, लेकिन तीनों में से केवल संदीप को ही जीत मिली। बबीता और योगेश्वर को हार का सामना करना पड़ा था। ये तीनों खिलाड़ी 21 अक्तूबर 2019 को हुए चुनाव से कुछ ही हफ्ते पहले भाजपा में शामिल हुए थे। इसके बाद भाजपा ने इन्हें टिकट दी। योगेश्वर दत्त: ओलिंपिक पदक विजेता और पद्मश्री योगेश्वर दत्त ने सोनीपत जिले की बरोदा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। वह कांग्रेस प्रत्याशी श्रीकृष्ण हुड्डा से हार गए थे। श्रीकृष्ण हुड्डा ने उन्हें 4,840 मतों के अंतर से हराया था। बबीता फोगाट: कॉमनवेल्थ गोल्ड मेडल विजेता बबीता ने चरखी दादरी से उम्मीदवारी पेश की थी। लेकिन वह निर्दलीय उम्मीदवार सोमवीर सांगवान से 14,272 मतों के अंतर से हार गई थी। संदीप सिंह: वह कुरुक्षेत्र जिले की पिहोवा सीट से चुनावी मैदान में उतरे थे। संदीप सिंह ने कांग्रेस के मंदीप सिंह चिट्ठा को 5,314 मतों से हराया था। जीत के बाद उन्हें खट्‌टर सरकार में खेल मंत्री बनाया गया था। बाद में संदीप विवादों में फंस गए थे। जूनियर महिला कोच ने करीब दो साल पहले पूर्व मंत्री के खिलाफ छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद संदीप ने खेल मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। ये खबर भी पढ़ें... विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने कांग्रेस जॉइन की:कहा- बुरे वक्त में BJP छोड़ दूसरी पार्टियों ने साथ दिया; बजरंग किसान कांग्रेस के चे

Dainik Bhaskar कांग्रेस के 32 उम्मीदवारों का एनालिसिस:हरियाणा में BJP जैसी बगावत-भगदड़ से बचने की कोशिश; सांसदों को दोटूक मैसेज- हाईकमान सबसे ऊपर

कांग्रेस हाईकमान सेफ गेम खेलते हुए हरियाणा चुनाव के लिए जारी 32 उम्मीदवारों की दो लिस्टों में BJP में मची भगदड़-बगावत जैसे हालात से बचने की कोशिश करता नजर आया। कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की 4 मीटिंग हुईं। उसके बाद 3 मीटिंग केंद्रीय चुनाव समिति की हुईं। आखिरी बैठक में राहुल गांधी की जगह खुद सोनिया गांधी पहुंचीं। इसके बवजूद पार्टी बड़ी लिस्ट जारी करने की हिम्मत नहीं दिखा पाई। 32 उम्मीदवारों की जो 2 लिस्ट जारी की, उनमें 28 नाम तो मौजूदा विधायकों के ही रहे। इन सबके टिकट पहले से तय थे और इनकी सीटों पर दूसरा कोई बड़ा दावेदार भी नहीं था। पार्टी ने सिर्फ 4 सीटों पर चेहरे बदले। दरअसल वह ये असेस्मेंट करना चाह रही है कि उसके यहां भी BJP जैसा कोई बवाल होता है या नहीं? कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने दोनों लिस्टों में सभी गुटों को साधने की कोशिश भी की। उसने पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्‌डा खेमे के 24 और सांसद कुमारी सैलजा के समर्थक चारों विधायकों को टिकट दे दी। हुड्‌डा-सैलजा कैंप से अलग चल रहे पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव के बेटे चिरंजीव राव की टिकट भी नहीं रोकी। कांग्रेस हाईकमान हरियाणा में सिर्फ जीत चाहता है। इसीलिए ED जांच और नूंह हिंसा के केस फंसे अपने चारों विधायकों और दूसरे दलों से आए 2 नेताओं के नाम भी पहली लिस्ट में क्लियर कर दिए। सभी मौजूदा विधायकों को टिकट देने के 3 कारण 1. कांग्रेस का मानना है कि हरियाणा में 10 साल से राज कर रही BJP के प्रति गहरी एंटी इनकंबेंसी है। ऐसे में अगर वह अपने किसी MLA का टिकट काटती तो विरोधी उसे मुद्दा बना सकते थे। पार्टी फिलहाल विरोधियों को ऐसा कोई मुद्दा नहीं थमाना चाहती। 2. कांग्रेस ने मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े केसों में फंसे अपने तीनों विधायकों को टिकट दे दी। इनमें सोनीपत से सुरेंद्र पंवार, समालखा से धर्म सिंह छौक्कर और महेंद्रगढ़ से राव दान सिंह शामिल रहे। सुरेंद्र पंवार तो लगभग डेढ़ महीने से जेल में है। कांग्रेस ने अपने नेताओं, कैडर और वर्करों को यह मैसेज देने की कोशिश की है कि अगर उसका कोई नेता किसी मुश्किल में फंस गया हो तो पार्टी उसका साथ नहीं छोड़ती। टिकट पाने वाले कांग्रेसी नेता अब लोगों के बीच खुद को विक्टिम बताते हुए भाजपा पर हमला भी बोल सकेंगे। 3. पार्टी जानती है कि यदि किसी सिटिंग विधायक का टिकट काटा तो वह बगावत कर सकता है। अभी BJP के साथ

Dainik Bhaskar देश का मानसून ट्रैकर:मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ सहित देश के 19 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट; राजस्थान में बारिश ने 13 साल का रिकॉर्ड तोड़ा

मौसम विभाग ने शनिवार (7 सितंबर) को मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ सहित देश के 19 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और गोवा में बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है। राजस्थान में बारिश ने 13 साल रिकॉर्ड तोड़ा। इस सीजन में 1 जून से 6 सितंबर तक 615.5 mm बारिश हो चुकी है। यहां औसत बरसात 394.9 mm ही होती है। अजमेर में बारिश के कारण 7-8 सितंबर को स्कूलों की छुट्टी घोषित है। राज्य में शुक्रवार को 4 लोगों की मौत हुई। इसमें दादा-पोती भी शामिल हैं। उन पर बिजली गिरी थी। मध्य प्रदेश में शुक्रवार को बारिश का असर ज्यादा नहीं रहा। केवल 7 जिलों में ही बारिश देखने को मिली। मौसम विभाग के मुताबिक, 10 सितंबर तक बारिश नहीं होगी, लेकिन इसके बाद फिर से बारिश के लौटने की संभावना है। मौसम विभाग ने अगले सात दिनों तक गुजरात के 7 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। देशभर से बारिश और बाढ़ की तस्वीरें... आंध्र प्रदेश-तेलंगाना की हर संभव मदद की जा रही- गृह मंत्रालय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार (6 सितंबर) को कहा कि बाढ़ प्रभावित राज्य आंध्र प्रदेश-तेलंगाना की हर संभव मदद की जा रही है। मंत्रालय की एक टीम जल्द ही दोनों राज्यों का दौरा करेगी। गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव संजीव कुमार जिंदल ने बताया कि आंध्र प्रदेश में NDRF की 26 टीमें, एयरफोर्स के 8 हेलिकॉप्टर, नेवी के 3 हेलिकॉप्टर और एक डोर्नियर विमान से रेस्क्यू जारी है। तेलंगाना में एयरफोर्स के 2 हेलिकॉप्टर तैनात हैं। आंध्र प्रदेश में अबतक 32 लोगों की मौत हुई है। हेलिकॉप्टरों ने 65 उड़ानें भरी और 71 हजार किलोग्राम खाद्य और राहत सामग्री बाढ़ पीड़ितों तक पहुंचाई। NDRF की टीमों ने अबतक आंध्र प्रदेश में 350 लोगों को बचाया है। लगभग 15 हजार लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया। तेलंगाना में 68 लोगों को बचाया गया और लगभग 3200 लोगों राहत शिवरों में पहुंचाया। 8 सितंबर को 18 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग ने 8 सितंबर को राजस्थान, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, गुजरात, गोवा, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, करेल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, झारखंड में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। राज्यों में आज मौसम की स्थिति...

Dainik Bhaskar भाला फेंकना सीखकर सास को भाला मारेगी क्‍या:लड़कियों को स्‍पोर्ट्स टूर्नामेंट लाई तो पेरेंट्स लड़ने आ गए; 80 बाल विवाह रोक चुकी हूं

'2014 की बात है। मैं अपने स्‍कूल की लड़कियों को लेकर डिस्ट्रिक्ट बैडमिंटन टूर्नामेंट में पहुंची थी। कुछ लड़‍कियां काफी अच्‍छा खेलती थीं, स्‍कूल में हमने प्रैक्टिस भी काफी की थी। लड़कियां मैच शुरू होने का इंतजार ही कर रही थी कि बाहर से लोगों के चिल्लाने की आवाज आने लगी। मैं बाहर पहुंची। कई लड़कियों के पेरेंट्स आए और मुझे घेर लिया। चिल्‍लाने लगे- हमारे घर की लड़कियां ये सब नहीं करतीं, किससे पूछकर इन्हें यहां लेकर आईं? हमने तो इन्हें पढ़ने के लिए भेजा था, हमसे पूछना तो चाहिए था कि हम बच्चियों को खिलवाना चाहते हैं भी कि नहीं। पेरेंट्स इतने ताव में थे कि मुझे लगा ये लोग किसी भी वक्त मेरे साथ मारपीट कर सकते हैं। मैंने तुरंत खेल अधिकारी और प्रशासन के दूसरे लोगों को वहां बुला लिया। उन्हीं लोगों ने भीड़ से मुझे बचाया। गेम सेंटर से ज्यादातर लोग अपनी बच्चियों को वापस घर ले गए और फिर कई दिन तक स्कूल नहीं भेजा।’ आज मास्साब के तीसरे एपिसोड में कहानी बिहार के मधुबनी की टीचर मीनाक्षी कुमारी की। इन्‍होंने अपने स्कूल की लड़कियों को न सिर्फ शिक्षित करने की बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की ठानी है। मीनाक्षी ने अपने स्‍कूल की लड़कियों के लिए पीरियड्स हाईजीन, बाल विवाह, रक्तदान, खेल-कूद जैसी कई मुहिम छेड़ी हैं जिसके लिए उन्‍हें शिक्षक दिवस पर नेशनल अवॉर्ड दिया गया है। ‘सास को भाला मारेगी क्‍या, जो भाला फेंकना सिखा रहीं हैं’ दैनिक भास्‍कर से बात करते हुए मीनाक्षी बताती हैं, 'उस साल मुझे अपनी लड़कियों को लेकर वापस लौटना पड़ा। अगले दिन से ही मैंने लड़कियों के घर जाकर उनके पेरेंट्स से बात करनी शुरू की। कुछ ने तो दरवाजे से ही लौटा दिया, मगर कुछ को बात समझ आई। स्‍कूल में फिर लड़कियों की प्रैक्टिस शुरू हुई। मेरी एक स्‍टूडेंट गुड़‍िया जैवलिन थ्रो (भाला फेंक) में काफी अच्‍छी थी। उसकी मां घरों में झाडू-पोंछे का काम करती थी। जब गुड़‍िया ने डिस्ट्रिक्‍ट लेवल पर गोल्‍ड जीता तो स्‍कूल में हम बहुत खुश हुए। उसे आगे स्‍टेट लेवल भेजने की तैयारी में लग गई। अगले दिन वो स्‍कूल ही नहीं आई। मैं समझ गई कि कुछ गड़बड़ है। गुड़‍िया के घर पहुंची तो उसकी मां ने उसे आगे खिलाने से साफ मना कर दिया। मुझसे बोलीं, 'हमारी बच्‍ची नहीं खेलेगी, हमें कहीं नहीं भेजना। पहले आपने कहा कि पढ़ाना चाहिए, अब उसको खेल में उतार रही हो।

Dainik Bhaskar मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ- रेसलर विनेश-बजरंग ने कांग्रेस जॉइन की:शाह बोले- 370 की वापसी कभी नहीं होगी, मणिपुर में पूर्व सीएम के घर पर हमला

नमस्कार, कल की बड़ी खबर रेसलर विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया से जुड़ी रही। दोनों ने कांग्रेस पार्टी जॉइन कर ली है। उधर, जम्मू-कश्मीर में बीजेपी ने घोषणा पत्र जारी कर दिया है। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि धारा 370 की वापसी कभी नहीं होगी। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज का प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. हरियाणा में कांग्रेस की पहली लिस्ट जारी, विनेश फोगाट जुलाना से लड़ेंगी, बजरंग किसान कांग्रेस के चेयरमैन बने हरियाणा विधानसभा चुनाव के 30 दिन पहले रेसलर विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया कांग्रेस में शामिल हो गए। विनेश जुलाना सीट से चुनाव लड़ेंगी। वहीं, बजरंग को ऑल इंडिया किसान कांग्रेस का वर्किंग चेयरमैन बनाया गया है। पार्टी में शामिल होने से पहले विनेश और बजरंग ने रेलवे की नौकरी छोड़ दी। दोनों ओएसडी स्पोर्ट्स के पद पर थे। हरियाणा में कांग्रेस की पहली लिस्ट जारी: राज्य की 90 विधानसभा सीटों के लिए कांग्रेस ने 31 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। पहली लिस्ट में भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा समेत 28 विधायकों को टिकट दिया गया है। जेल में बंद सोनीपत से विधायक सुरेंद्र पंवार को भी उम्मीदवार बनाया गया है। इससे पहले भाजपा 67 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर चुकी है। राज्य में 5 अक्टूबर को वोटिंग और 8 अक्टूबर को वोटों की गिनती होनी है। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. जम्मू-कश्मीर चुनाव, बीजेपी का घोषणा पत्र जारी, 5 लाख रोजगार, हर साल 2 फ्री सिलेंडर देने का वादा भाजपा ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का घोषणा पत्र जारी किया। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि कॉलेज छात्रों को हर साल 3 हजार रुपए यातायात भत्ता दिया जाएगा। 10वीं क्लास में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को टैबलेट और लैपटॉप मिलेगा। उन्होंने कहा, '5 लाख रोजगार दिए जाएंगे। उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को हर साल 2 फ्री LPG सिलेंडर दिए जाएंगे। अटल आवास योजना के जरिए भूमिहीन लोगों को एक बीघा जमीन मुफ्त दी जाएगी।' शाह बोले- अब 370 की वापसी कभी नहीं होगी: शाह ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर भारत का है, था और रहेगा। 10 साल में राज्य का विकास हुआ है और हो रहा है। धारा 370 और 35 (A) बीते दौरे की बात बन गई है। अब ये हमारे संविधान का हिस्सा नहीं है। ये सब पीएम नरेंद्र मोदी के ताकतवर फैसले से हुआ। धारा 370 इतिहास बन गई है। हम इसे कभ

Dainik Bhaskar कोलकाता रेप-मर्डर केस, गैंगरेप के सबूत नहीं मिले:संजय ने अकेले वारदात को अंजाम दिया, CBI की जांच लगभग पूरी, चार्जशीट फाइल होगी

कोलकाता रेप-मर्डर केस में CBI की जांच लगभग पूरी हो गई है। NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, जांच एजेंसी को ट्रेनी डॉक्टर के साथ गैंगरेप के सबूत नहीं मिले हैं। 10 पॉलीग्राफ टेस्ट, 100 लोगों से पूछताछ और अबतक की जांच में CBI का मानना है कि वारदात को आरोपी संजय रॉय ने अकेले अंजाम दिया है। ट्रेनी डॉक्टर की बॉडी और क्राइम सीन से मिले सैंपल से आरोपी संजय का DNA भी मैच कर गया है। CBI ने DNA रिपोर्ट, मडिकल रिपोर्ट और अन्य सबूतों को AIIMS दिल्ली के डॉक्टरों को भेजा है। डॉक्टरों के फाइनल ओपिनियन के बाद एजेंसी जांच खत्म कर संजय के खिलाफ चार्जशीट फाइल करेगी। दरअसल, आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 9 अगस्त को ट्रेनी डॉक्टर का रेप-मर्डर हुआ था। अस्पताल के सेमिनार हॉल में उनकी अर्धनग्न बॉडी मिली थी। उनकी आंखें, मुंह और प्राइवेट पार्ट से खून बह रहा था। गर्दन की हड्डी भी टूटी थी। CBI कोआशंका थी कि गिरफ्तार किया गया सिविक वॉलेंटियर संजय के अलावा वारदात में और भी लोग शामिल हैं, लेकिन अब तक इसके सबूत नहीं मिले हैं। 3 घंटे तक चले पॉलीग्राफ टेस्ट में संजय ने जुर्म कबूला, 3 बाते कहीं... 1. CBI और सेंट्रल फोरेंसिक टीम के मेंबर्स ने 25 अगस्त को 3 घंटे संजय का पॉलिग्राफ टेस्ट किया। संजय ने कबूला कि उसी ने ट्रेनी डॉक्टर का रेप करने के बाद हत्या की थी। 2. संजय ने पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान CBI को बताया कि उसने 8 अगस्त को अपने एक दोस्त के साथ शराब पी थी। इसके बाद वह रेड लाइट एरिया गया। रास्ते में उसने एक लड़की को मॉलेस्ट किया। इसके बाद संजय ने देर रात अपनी गर्लफ्रेंड से वीडियो कॉल पर बात की न्यूड तस्वीरें मांगीं। 3. संजय ने बताया कि सुबह करीब 4 बजे संजय हॉस्पिटल के सेमिनार हॉल पहुंचा, जहां ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर के बाद वह सुबह अपने दोस्त के घर गया। उसका दोस्त कोलकाता पुलिस में ऑफिसर था। संजय के साइकोलॉजिकल टेस्ट की रिपोर्ट- पोर्न देखने का आदी था पॉलीग्राफ टेस्ट से पहले संजय रॉय के साइकोएनालिटिकल प्रोफाइल से कुछ बातें सामने आई। CBI के अधिकारी ने बताया कि वह विकृत मानसिकता का व्यक्ति और पोर्नोग्राफी का आदी था। उसके फोन में कई अश्लील वीडियो भी मिले हैं। CFSL की रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि कोलकाता पुलिस में वॉलेंटियर संजय की प्रवृत्ति जानवरों जैसी है। पूछताछ के दौरान भी उसे कोई पछतावा नहीं था।

Dainik Bhaskar बंगाल गवर्नर ने अपराजिता बिल राष्ट्रपति को भेजा:कहा- इसमें कई खामियां, ममता सरकार जल्दबाजी में काम न करें, आराम से पछताएं

बंगाल गवर्नर ने अपराजिता बिल राष्ट्रपति को भेजा कहा- इसमें कई खामियां, ममता सरकार जल्दबाजी में काम न करें, आराम से पछतावा करें पश्चिम बंगाल के गवर्नर आनंद बोस ने बंगाल विधानसभा से पास हुआ अपराजिता बिल को राष्ट्रपति के पास लिए भेज दिया है। इसकी जानकारी उन्होंने शुक्रवार (6 सितंबर) को X पर पोस्ट कर दी। गवर्नर ने कहा- बिल में कई खामियां थीं। पहले तो बिल के साथ भेजे जाने वाली टेक्निकल रिपोर्ट नहीं दी गई थी। मेरी आपत्ति के बाद मुख्य सचिव ने टेक्निकल रिपोर्ट सौंपी, लेकिन विधानसभा में डिबेट का टेक्स्ट और उसका ट्रांसलेशन अभी भी नहीं पहुंचाया है। ममता सरकार को जल्दबाजी नहीं करना चाहिए। उन्हें आराम से पछतावा करना चाहिए। दरअसल, 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर से रेप-मर्डर के बाद राज्य सरकार पर महिला सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे थे। ममता सरकार ने 3 सितंबर को पश्चिम बंगाल विधानसभा में एंटी-रेप बिल पेश किया था। इसके तहत पुलिस को रेप केस की 21 दिन में जांच पूरी करनी होगी। विधानसभा से पास होने के बाद बिल को राज्यपाल के पास भेजा गया। गवर्नर ने बिल में कई खामियों का हवाला देते हुए इसे राष्ट्रपति के पास भेज दिया। राष्ट्रपति की मुहर लगने के बाद ही बिल कानून में बदल सकेगा। बंगाल गवर्नर के ममता पर 3 आरोप राज्यपाल ने 8 बिल रोके गवर्नर बोले- अपराजिता बिल आंध्र-महाराष्ट्र के बिल का कॉपी पेस्ट बोस ने 5 सितंबर को को रेप- मर्डर केस को लेकर कहा- गलत काम करने वालों के खिलाफ FIR होनी चाहिए। उन्हें सजा मिलनी चाहिए। आज बंगाल में कानून तो है, लेकिन उसका ठीक से पालन नहीं हो रहा है। कुछ लोगों को कानून के तहत सुरक्षा प्रदान की जा रही है। पुलिस का एक हिस्सा भ्रष्ट है, जबकि एक हिस्से का अपराधीकरण हो चुका है और एक हिस्से का राजनीतिकरण हो चुका है। पीड़ित के माता-पिता ने मुझे कुछ ऐसी बातें बताईं हैं, जो दिल दहलाने वाली हैं। वो इस मामले में न्याय चाहते हैं। पूरा बंगाली समाज न्याय चाहता है। न्याय होना चाहिए। बंगाल सरकार का रुख बद से बदतर होते जा रहा है। यह वही जगह है, जहां लोगों ने बढ़-चढ़कर सामाजिक आंदोलनों में हिस्सा लिया है। मुझे यकीन है कि लोगों की आवाज भगवान की आवाज है। लोग कार्रवाई चाहते हैं, कार्रवाई के लिए कोई बहाना नहीं बनाया जाना चाहिए। बिल से जुड़े 10 सवाल-जवाब... 1. बिल का न