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Dainik Bhaskar महाकाल के गर्भगृह में पूजन करेंगी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू:महाकाल लोक देखेंगी, सिक्स लेन का भूमि पूजन भी करेंगी; उज्जैन में बिताएंगी 3 घंटे

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अब से कुछ देर में उज्जैन पहुंचेंगी। 3 घंटे के दौरे में राष्ट्रपति सफाई मित्र सम्मेलन में शामिल होंगी। उज्जैन-इंदौर सिक्स लेन हाईवे का वर्चुअल भूमि पूजन करेंगी। फिर वे महाकाल मंदिर के गर्भगृह में पूजन करेंगी। महाकाल लोक भी घूमेंगी। तय कार्यक्रम के मुताबिक राष्ट्रपति उज्जैन में डीआरपी लाइन हेलिपैड पर उतरेंगी। फिर 10.10 बजे होटल रुद्राक्ष में सफाई मित्रों से बातचीत करेंगी। स्वच्छता पखवाड़े पर आधारित प्रदर्शनी देखेंगी। इसके बाद सम्मेलन में शामिल होंगी। 11.05 बजे राष्ट्रपति कार्यक्रम को संबोधित करेंगी। सम्मेलन में राज्यपाल मंगूभाई पटेल, सीएम डॉ. मोहन यादव, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, तुलसी सिलावट मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम में इन सफाई मित्रों को सम्मानित भी किया जाएगा। प्रेसिडेंट की सुरक्षा का जिम्मा 9 आईपीएस, एडिशनल एसपी, डीएसपी, टीआई समेत 1500 पुलिसकर्मियों पर है। राष्ट्रपति मुर्मू मध्यप्रदेश के दो दिवसीय दौरे पर हैं। बुधवार को उन्होंने इंदौर में मृगनयनी एम्पोरियम में कलाकारों से मुलाकात की। 33 हजार रुपए की दो साड़ियां भी खरीदीं। महाकाल मंदिर परिसर में श्रमदान करेंगी सुबह 11.40 बजे राष्ट्रपति महाकाल लोक के नंदी द्वार पर पहुंचेंगी। स्वस्ति वाचन और शंख वादन से उनका स्वागत होगा। इसके बाद वे गर्भगृह में जाकर दर्शन - पूजन करेंगी। मंदिर परिसर में 'स्वच्छता ही सेवा पखवाड़े' के तहत श्रमदान करेंगी। शिखर दर्शन कर कोटि तीर्थ पर फोटो सेशन होगा। दोपहर 12.10 बजे महाकाल लोक देखेंगी। मूर्ति बना रहे शिल्पकारों से त्रिवेणी सभा-मंडपम में संवाद करेंगी। दोपहर 12.50 बजे उज्जैन हेलिपैड से देवी अहिल्याबाई होल्कर एयरपोर्ट, इंदौर के लिए रवाना होंगी। राष्ट्रपति के लिए सजा महाकाल मंदिर राष्ट्रपति पहली बार उज्जैन ज्योर्तिलिंग महाकालेश्वर के दर्शन को आ रही हैं। प्रवेश द्वार, महाकाल लोक, नंदी द्वार से मंदिर तक फूलों से सजावट की गई है। महाकाल लोक में लोकनृत्य दल भी प्रस्तुति देंगे। महाकाल के गर्भगृह, नंदी हॉल, कोटितीर्थ कुंड के आसपास भी सजावट की गई है। राष्ट्रपति के आने वाले मार्ग पर रेड कारपेट बिछाया गया है। मंदिर में नए बने शिखर दर्शन की छत के नीचे एक ग्रीन रूम तैयार किया गया है। यह सभी तैयारियां बुधवार देर रात तक पूरी की गईं। दो ई-कार्ट को फूलों से सजाया गया श्री महाकालेश्वर मंदि

Dainik Bhaskar हिमाचल में अब मुस्लिमों के आधार कार्ड पर विवाद:पुलिस के पास पहुंची शिकायत; गुम्मा बाजार में 88 में 46 की जन्मतिथि 1 जनवरी

हिमाचल प्रदेश में मस्जिद विवाद के बीच मुस्लिम समुदाय के आधार कार्ड को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। इसकी वजह बाहरी राज्यों से आए ज्यादातर मुस्लिम कारोबारियों की डेट ऑफ बर्थ है। शिमला जिला के गुम्मा बाजार में भी ऐसा ही मामला सामने आया है। गुम्मा व्यापार मंडल ने कोटखाई पुलिस थाना में शिकायत दी है, जिसमें 88 कारोबारियों के दस्तावेज पुलिस को दिए और इनकी जांच की मांग की गई। व्यापार मंडल का दावा है कि 88 में से 46 लोगों की जन्म तिथि एक जनवरी है। बर्थ ईयर अलग अलग है। इनमें बाहरी राज्यों के चार हिंदू कारोबारी भी शामिल हैं। एक जैसी डेट ऑफ बर्थ होना संदिग्ध: देवेंद्र गुम्मा व्यापार मंडल के प्रधान देवेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने बाहरी राज्यों से आए कारोबारियों के दस्तावेज की जांच की तो पता चला कि इनमें ज्यादातर प्रवासी कारोबारियों की डेट ऑफ बर्थ एक जनवरी है। उन्होंने बताया कि एक जैसी जन्म तिथि वाले ज्यादातर कारोबारी उत्तर प्रदेश के है। इससे मामला संदिग्ध लग रहा है। 13 से 23 साल के युवाओं को भी अपनी जन्म तिथि याद नहीं देवेंद्र सिंह ने बताया कि संभव है कि अ‌धैड़ लोगों को अपनी डेट ऑफ बर्थ याद न हो। इसलिए ज्यादातर ने अपनी जन्म तिथि एक जनवरी लिखा दी हो, लेकिन 2001 से 2009 के बीच जन्मे मुस्लिम युवाओं को भी अपनी जन्म तिथि याद नहीं है। इससे शक ओर गहरा जाता है। उन्होंने बताया कि गुम्मा बाजार में 16 ऐसे मुस्लिम लड़के हैं, जिनकी जन्म 2001 से 2009 के बीच हुआ है। लिहाजा इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने इसकी शिकायत कोटखाई पुलिस थाना और एसडीएम कोटखाई को दी है। संजौली मस्जिद के बाहर उठी बाहरी राज्यों से आए लोगों की वैरिफिकेशन की मांग शिमला के संजौली में मस्जिद विवाद के बाद प्रदेशभर में हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किए। इस दौरान बाहरी राज्यों से आए लोगों की वैरिफिकेशन की मांग की गई। जांच में सामने आ रहा है कि एक विशेष समुदाय के बहुत सारे लोगों की डेट ऑफ बर्थ एक जैसी है। मस्जिद विवाद शांत होने के बाद अब डेट ऑफ बर्थ को लेकर विवाद खड़ा हो रहा है।

Dainik Bhaskar गड्ढे में मासूम, मां ने माइक जरिए उसे पुकारा:दौसा में 35 फीट की गहराई में बच्ची; निकालने की 12 कोशिश फेल, केले-चॉकलेट पहुंचाए

दौसा के बांदीकुई में बोरवेल के पास हुए गड्ढे में करीब 15 घंटे से 2 साल की मासूम फंसी है। रातभर से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा, लेकिन मासूम को अब तक बाहर नहीं निकाला जा सका है। बच्ची के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। रेस्क्यू के दौरान आज सुबह माइक के जरिए मां ने बेटी से बात करने की कोशिश की। पिता बच्ची के लिए बिस्किट लाए और रोते हुए उसे पुकारते रहे। बच्ची लोहे के एंगल में हाथ फंसा सके इसलिए अलग-अलग प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं, रेस्क्यू टीमों ने गड्‌ढे के चारों और गहराई तक खुदाई कर ली है। यहां से गुरुवार सुबह तक 20 फीट लंबा एक पाइप लगभग 12 फीट अंदर डाला गया है। इसे 16 फीट तक और अंदर ले जाया जाएगा, उसके बाद बच्ची को निकालने के प्रयास शुरू किए जाएंगे। मासूम के मूवमेंट पर कैमरे से नजर रखी जा रही है। हादसा बुधवार शाम करीब 5 बजे जोधपुरिया गांव में हुआ। यहां खेत में खेलते हुए नीरू गुर्जर (2) करीब 35 फीट गहरे गड्ढे में गिर गई। सूचना मिलने पर नगर पालिका की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। 12 बार कोशिश, लेकिन हर बार फेल रात 2 बजे तक एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने गड्ढे से बच्ची को बाहर निकालने के लिए देसी जुगाड़ एंगल सिस्टम का उपयोग किया, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। इसके बाद लालसोट से आई टीम ने रात 2 बजे से सुबह 5 बजे तक लगभग 10 बार एंगल सिस्टम का इस्तेमाल करके बच्ची को गड्ढे से निकालने की कोशिश की, लेकिन फिर भी वे सफल नहीं हो पाए। रात 3 बजे रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान लालसोट से आई टीम ने बच्ची को बाहर निकालने के लिए बोरवेल के पास गड्ढे में एंगल डाला। बच्ची ने एक बार हाथ फंसाया, लेकिन जब टीम ने उसे निकालने का प्रयास किया, तो उसने तुरंत अपना हाथ बाहर निकाल लिया। बुधवार रात से गुरुवार सुबह तक 12 बार प्रयास किए गए, लेकिन सफलता नहीं मिली। रेस्क्यू ऑपरेशन की तस्वीरें...

Dainik Bhaskar 26 वर्षीय युवक 166 करोड़ की टैक्स चोरी का मास्टरमाइंड:फर्जी दस्तावेज से 3 कंपनियां खोलीं, घरवालों को लगा- जयपुर में कर रहा कोचिंग

राजस्थान में जीएसटी चोरी को लेकर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर तीन कंपनियां बनाई गईं। इसके बाद इन्हीं कंपनियों ने 54 कंपनियों से व्यापार के फर्जी बिल तैयार किए। महज एक से डेढ़ साल के भीतर इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) और जीएसटी रिफंड के नाम पर 166 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी की। जीएसटी खुफिया महानिदेशालय (DGGI) की रिपोर्ट के अनुसार, पूरा खेल बेहद शातिर तरीके से किया गया, जिसका मास्टरमाइंड एक 26 साल का वीरेंद्र उर्फ कल्पेश कुमार निकला। पूरे घटनाक्रम में उसके 2 साथी (कृष्ण कुमार और दिनेश कुमार) भी शामिल थे, लेकिन पूरा लेन-देन वीरेंद्र के खाते से हुआ। एक्सपर्ट की मानें तो 18 प्रतिशत जीएसटी के लिहाज से यह फर्जीवाड़ा करीब 1 हजार करोड़ तक पहुंचने की संभावना है। मामले की सत्यता जांचने भास्कर टीम बाड़मेर के मुरटाला गाला गांव स्थित वीरेंद्र के घर पहुंची। आरोपी के पिता हेमाराम ने बताया- महाबार स्थित एक बैंक से लोन लेकर ट्रैक्टर खरीदा है। दिन-रात उसे चलाकर लोन की किस्त भर रहा हूं। घर में ट्रैक्टर-ट्रॉली और पानी का टैंकर है। वीरेंद्र जयपुर में रहकर कॉम्पिटिशन की तैयारी कर रहा है। वो खुद पैसे घर से लेकर जाता है। वीरेंद्र और उसका साथी दिनेश कुमार जीएसटी खुफिया महानिदेशालय (DGGI) की पुणे इकाई की गिरफ्त में हैं। दोनों से पूछताछ जारी है। तीसरा साथी कृष्ण कुमार अभी तक फरार है। आखिर टैक्स चोरी का यह पूरा मामला क्या है, पढ़िए इस रिपोर्ट में... दिए पते पर नहीं मिलीं तीन फर्म, तो अलर्ट हुई एजेंसी जीएसटी मामलों के खुफिया महानिदेशालय (डीजीजीआई) ने फर्जी कंपनियां बनाकर टैक्स चुराने वाली कंपनियों के खिलाफ विशेष अभियान चला रखा है। विभाग की टीम ने अप्रैल 2024 में पुणे में कार्रवाई की। पता चला कि तीन फर्म काम तो पुणे में करती हैं लेकिन उनके बिजनेस का मूल पता (प्रिंसिपल प्लेस ऑफ बिजनेस) गोवा और महाराष्ट्र के किसी और लोकेशन का है। डीजीजीआई टीम मैसर्स एसके एंटरप्राइजेज के गोवा के एड्रेस पर पहुंची तो वहां फर्म का ऑफिस ही नहीं मिला। इसी तरह गोवा में ही मैसर्स आरके एंटरप्राइजेज का ऑफिस भी नहीं था। मैसर्स श्री महालक्ष्मी एंटरप्राइजेज का पता महाराष्ट्र के पुणे का था, वहां भी फर्म का कोई अस्तित्व नहीं मिला। तीनों फर्म नहीं मिलने पर जांच एजेंसी अलर्ट हुई और तीनों के रिकॉर्ड की छानबीन शुरू क

Dainik Bhaskar देश का मानसून ट्रैकर:राजस्थान-मध्य प्रदेश में अगले 4 दिन बारिश नहीं, हिमाचल में बर्फबारी, पहाड़ों पर ठंडी

मौसम विभाग ने आज देश के किसी भी राज्य में तेज बारिश का अलर्ट जारी नहीं किया है। राजस्थान में भी अगले चार दिन बारिश नहीं होगी। प्रदेश में इस मानसून सीजन अब तक 59 फीसदी से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। मध्यप्रदेश में बुधवार को ग्वालियर, इंदौर समेत 12 जिलों में बारिश हुई। हालांकि आज MP में भी बारिश की संभावना नहीं है। यहां अगले चार दिन सिर्फ बादल छाए रहेंगे। उधर बिहार में गंगा नदी के खतरे के निशान के ऊपर बहने से 76 सरकारी स्कूल अगले 3 दिन के लिए बंद किए गए हैं। वहीं हिमाचल प्रदेश में बीते तीन-चार दिनों में हुई बारिश से लाहौल-स्पीति और किन्नौर जिले की चोटियों पर बर्फबारी से तापमान में भारी गिरावट आई है। पहाड़ों पर ठंड का एहसास होने लगा है। हिमाचल प्रदेश में 50 सड़कें बंद हिमाचल प्रदेश में बारिश के कारण बुधवार को 50 सड़कें बंद रहीं। राज्य के कुछ हिस्सों में मीडियम बारिश हुई। 1 जून से 17 सितंबर तक चल रहे मानसून सीजन के दौरान बारिश में 18 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई। राज्य में 18 सितंबर तक औसत 698.3 mm बारिश के मुकाबले 569.3 mm बारिश हुई। इस दौरान बारिश से जुड़ी घटनाओं में 172 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 30 लोग अभी भी लापता हैं। पश्चिम बंगाल के कई जिलों में बाढ़ पश्चिम बंगाल के कई दक्षिणी जिलों में बाढ़ की स्थिति है। यहां के बैराज, डैम फुल हैं। इनका पानी छोड़ा जा रहा है। इसके कारण कई जिलों में बाढ़ आई हुई है। दामोदर घाटी निगम (DVC) ने अपने बैराजों से पानी छोड़ा है। इसके कारण अगले 2-3 दिन हालात खराब बने रहने की संभावना है। डीवीसी मैथन के चीफ इंजीनियर अंजनी के दुबे के मुताबिक, DVC से मंगलवार रात 2.1 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा। बुधवार सुबह इसमें कमी आई। इसका कारण यह रहा कि ऊपरी इलाकों में बारिश नहीं हुई। 1.5 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़े जाने पर रेड अलर्ट माना जाता है। राज्यों से बारिश और बाढ़ की तस्वीरें... राज्यों में मौसम का हाल... राजस्थान में कमजोर हुआ मानसून: 4 दिन तेज बरसात का अलर्ट नहीं, जयपुर में रातभर रिमझिम बारिश बंगाल की खाड़ी में बना वेदर सिस्टम अब कमजोर हो गया। इस कारण राजस्थान में मानसून की बारिश पर अब फिर से ब्रेक लग जाएंगे। पूर्वी स्थान के कुछ एरिया में आज छुटपुट बारिश हो सकती है, जबकि शेष जिलों में मौसम साफ रहने की संभावना है। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक राजस्थान

Dainik Bhaskar महाराष्ट्र के भाजपा सांसद अनिल बोंडे पर केस:आरक्षण विवाद पर कहा था- राहुल की जुबान काटनी नहीं, जला देनी चाहिए

नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के अमेरिका में आरक्षण पर दिए बयान पर विवाद बढ़ता जा रहा है। अब भाजपा के महाराष्ट्र से राज्यसभा सांसद अनिल बोंडे के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। बोंडे ने अमरावती में कहा था कि राहुल गांधी ने आरक्षण के खिलाफ जो कहा, वह खतरनाक है। राहुल की जीभ नहीं काटनी चाहिए, बल्कि जला देनी चाहिए। अमरावती से कांग्रेस सांसद बलवंत वानखेड़े व अन्य नेताओं ने अमरावती में दर्ज FIR में आरोप लगाया है कि बोंडे ने दंगे भड़काने की नीयत से बयान दिया था। दो दिन पहले बुलढाणा से विधायक संजय गायकवाड़ ने कहा था कि राहुल गांधी पिछड़ों, आदिवासियों का आरक्षण खत्म करना चाहते हैं। जो भी राहुल की जीभ काटेगा, उसे 11 लाख रुपए दिए जाएंगे। महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि वे बोंडे और संजय गायकवाड़ की टिप्पणियों का समर्थन नहीं करते हैं। हालांकि, उन्होंने गांधी को भारत विरोधी बयान देने से बचने की सलाह दी। राहुल ने कहा था- आरक्षण खत्म करने का अभी सही समय नहीं राहुल गांधी पिछले दिनों अमेरिका दौरे पर थे। उन्होंने वॉशिंगटन डीसी में कहा था- कांग्रेस आरक्षण खत्म करने के बारे में तब सोचेगी, जब सही समय होगा। जब आप वित्तीय आंकड़ों को देखते हैं, तो आदिवासियों को 100 रुपए में से 10 पैसे मिलते हैं, दलितों को 100 रुपए में से 5 रुपए मिलते हैं और OBC को भी लगभग इतनी ही रकम मिलती है। राहुल ने जातिगत जनगणना को लेकर भी कहा था- भारत के दलित, OBC, आदिवासी को उनका हक नहीं मिल रहा है। देश के 90% आबादी वाले OBC, दलित और आदिवासी इस खेल में ही नहीं हैं। जातिगत जनगणना यह जानने का आसान तरीका है कि निचली जातियां, पिछड़ी जातियां और दलित किस स्थिति में हैं। अजय माकन ने भाजपा और शिवसेना के 4 नेताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद अजय माकन ने बुधवार को दिल्ली के थाने में भाजपा और शिवसेना के 4 नेताओं के खिलाफ शिकायत की। उन्होंने FIR भी दर्ज करने की मांग की। शिकायत में केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू का भी नाम है। बिट्टू ने राहुल को ‘देश का नंबर एक आतंकी’ कहा था। प्रियंका गांधी बोलीं- क्या आदिवािसयों की आवाज उठाना अपराध है? कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और RSS-BJP नेतृत्व पर राहुल गांधी के खिलाफ हिंसा भड़काने वाल

Dainik Bhaskar 15 दिन चले इलाज के बाद RAS अफसर का निधन:जोधपुर में इलाज के बाद बिगड़ी थी तबीयत, अहमदाबाद ले गए थे परिवार वाले

जोधपुर की SDM रह चुकी प्रियंका बिश्नोई (33) का 15 दिन चले उपचार के बाद बुधवार देर रात अहमदाबाद के हॉस्पिटल में निधन हो गया। करीब 20 दिन पहले जोधपुर के वसुंधरा हॉस्पिटल में बच्चेदानी का ऑपरेशन किया गया था। इसके बाद उनकी हालत बिगड़ गई थी। इसके बाद उन्हें सिम्स (अहमदाबाद) ले जाया गया था। परिवार वालों ने हॉस्पिटल के डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया था। प्रियंका 2016 बैच की RAS (राजस्थान एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस) अफसर थीं। उनका तबादला नगर निगम उपायुक्त पद पर हुआ था। प्रियंका का अंतिम संस्कार गुरुवार दोपहर में फलोदी के सुरपुरा (ससुराल) में होगा। वसुंधरा अस्पताल पर हैं आरोप जानकारी के अनुसार, RAS अफसर प्रियंका बिश्नोई को पेट में दर्द होने की शिकायत थी। उन्हें डॉक्टरों ने बच्चेदानी में गांठ होना बताया था। इलाज के लिए ऑपरेशन करवाने की सलाह दी थी। इसी के चलते उनका जोधपुर के वसुंधरा हॉस्पिटल में ऑपरेशन करवाया गया था। बिश्नोई के परिवार वालों ने वसुंधरा हॉस्पिटल के डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया था। ससुर ने कलेक्टर से की थी शिकायत प्रियंका के ससुर सेईराम बिश्नोई ने कलेक्टर को पत्र लिखकर जांच की मांग की थी। आरोप है कि उन्हें एनेस्थिसिया (बेहोशी की दवा) ज्यादा दे दिया या खून ज्यादा बह गया। इसलिए हालत बिगड़ गई। सात सितंबर को उनका अहमदाबाद ले जाया गया था। जोधपुर जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने मंगलवार को मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल को एक कमेटी बनाकर इस संबंध में जांच करने और तीन दिन में रिपोर्ट देने के आदेश दिए थे। प्रिंसिपल डॉ. भारती सरस्वत ने बताया कि जांच कमेटी गठित कर दी गई है। कमेटी आज (गुरुवार) से जांच शुरू करने वाली थी। सीनियर डॉक्टरों की टीम का गठन एसएन मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. भारती सारस्वत ने बताया था कि कलेक्टर के आदेश पर पांच डॉक्टरों की टीम गठित की गई थी। टीम में गायनी विभाग से डॉ. रंजना देसाई, मेडिसिन से डॉ. इंदू थावानी, सर्जरी से डॉ. विजय शर्मा, न्यूरोलॉजी से डॉ.शुभकरण खींचड़, एनेस्थीसिया से डॉ. नवीन पालीवाल को शामिल किया गया था। कमेटी की रिपोर्ट आते ही कार्रवाई होगी जोधपुर जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने कहा था- एसडीएम प्रियंका के इलाज में लापरवाही को लेकर उनके परिजनों ने वसुंधरा हॉस्पिटल के खिलाफ शिकायत की थी। जांच कमेटी तीन दिन में अपनी रिपोर्ट देगी। उसी रिप

Dainik Bhaskar नायब सैनी को CM चेहरे का फायदा:पार्टी के बागी से खतरा; जाट वोट कांग्रेस के पक्ष में गए तो कड़ी टक्कर में फंसेंगे

हरियाणा में कुरुक्षेत्र जिले की लाडवा विधानसभा सीट हॉट बनी हुई है, क्योंकि यहां से भाजपा उम्मीदवार और कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी चुनाव लड़ रहे हैं। यह विधानसभा साल 2008 में हुए परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई। पहले लाडवा थानेसर हलके में आता था। इस सीट पर अभी तक 3 चुनाव हुए हैं। यहां कोई भी पार्टी 2 बार जीत दर्ज नहीं कर पाई है। 2019 विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने वाले मेवा सिंह को कांग्रेस ने दोबारा उम्मीदवार बनाया है। इनेलो-बसपा की सपना बड़शामी, आम आदमी पार्टी (AAP) से जोगा सिंह और जजपा-असपा गठबंधन के विनोद शर्मा उम्मीदवार हैं। लाडवा में गर्ल्स कॉलेज और यमुनानगर-पिपली हाईवे पर बाइपास के निर्माण के 2 मुख्य मुद्दे हैं। यहां कुल 1.96 लाख वोटर हैं। जातीय गणित देखें तो यहां सबसे ज्यादा सैनी समाज के वोट हैं। लोगों का मानना है कि मुख्यमंत्री चेहरा होने की वजह से नायब सैनी का माहौल है, लेकिन किसानों में भाजपा के प्रति नाराजगी भी है। दूसरा, भाजपा के बागी संदीप गर्ग निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। वैश्य समाज और अनुसूचित जाति के वोट अगर संदीप को गए तो इससे भाजपा को नुकसान होगा। वहीं, मेवा सिंह के सामने एंटी इनकंबेंसी है। लोग उन पर विकास कार्य न कराने का आरोप लगा रहे हैं। मेवा सिंह को प्रदेश में कांग्रेस के पक्ष में बन रही हवा का सहारा है। मेवा सिंह के सामने जाट समाज से आने वाली सपना बड़शामी हैं। अगर जाट वोटों में बराबर का बिखराव हुआ तो इससे भाजपा को फायदा होगा। 3 पॉइंट में समझिए लाडवा का समीकरण सैनी 10 साल के विकास और अपने कार्यकाल पर वोट मांग रहे नायब सैनी 2014 में नारायणगढ़ से विधायक बने थे। 2019 में वह कुरुक्षेत्र से सांसद बने। 2024 में लोकसभा चुनाव के पास भाजपा ने पहले उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया, इसके बाद मुख्यमंत्री बना दिया। चूंकि नायब सैनी कुरुक्षेत्र से सांसद रह चुके हैं, इसलिए लाडवा उनके लिए कोई नई जगह नहीं है। 14 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुरुक्षेत्र में रैली करके गए हैं। उनके चुनाव प्रचार के लिए केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्‌टर, प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली आ चुके हैं। मुख्यमंत्री चेहरा होने की वजह से वह खुद प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में प्रचार में जुटे हैं। इसलिए लाडवा में उनकी पत्नी सुमन सैनी ने प्रचार की बागडोर संभाली हुई है। सैनी भाजपा के 10 साल के

Dainik Bhaskar सैलजा की चुप्पी से हरियाणा कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ीं:टिकट वितरण और जातिगत टिप्पणी से नाराज; प्रचार में नहीं दिख रहीं, 21 सीटों पर प्रभाव

हरियाणा में सिरसा से कांग्रेस की सांसद कुमारी सैलजा की चुप्पी से इन दिनों पार्टी की टेंशन बढ़ गई है। उनके समर्थकों को विधानसभा टिकट बंटवारे में तवज्जो न मिलने और लगातार हुड्‌डा गुट के समर्थकों की ओर की गईं टिप्पणियों से वह आहत हैं, और अपने आपको हरियाणा चुनाव से दूर रखे हुए हैं। सैलजा की साइलेंस से हुड्‌डा खेमे में खलबली मची हुई है, क्योंकि उनकी चुप्पी का कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ सकता है, और हुड्‌डा खेमे को सत्ता पाने की चाहत से दूर कर सकता है। बता दें कि कुमारी सैलजा अनुसूचित जाति से आती हैं। वह हरियाणा में कांग्रेस का बड़ा दलित चेहरा हैं। हरियाणा में 17 रिजर्व सीटे हैं। इसके अलावा सिरसा और फतेहाबाद की विधानसभा सीटों पर भी सैलजा का प्रभाव है। ऐसे में करीब 21 विधानसभा सीटें हैं, जहां कुमारी सैलजा प्रभाव रखती हैं। हरियाणा में 12 सितंबर को नामांकन के अंतिम दिन कांग्रेस ने उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी की थी। तब से ही कुमारी सैलजा चुप हैं, और उन्होंने चुनावी कैंपेन से दूरी बना ली है। सैलजा के नाराज होने की 3 वजहें... 1. टिकट वितरण में अनदेखी : कुमारी सैलजा के नाराज होने की वजह टिकट वितरण को माना जा रहा है। सैलजा ने हरियाणा में 30 से 35 सीटें अपने समर्थकों के लिए मांगी थीं, लेकिन कांग्रेस हाईकमान ने हुड्‌डा समर्थकों को तवज्जो देते हुए 90 में से 72 सीटों पर उनके समर्थकों को टिकट दी। वहीं, सैलजा खेमे के हाथ केवल 4 सीटें लगीं। कांग्रेस महासचिव एवं सांसद कुमारी सैलजा अपने बेहद करीबी डॉ. अजय चौधरी को नारनौंद विधानसभा सीट से टिकट दिलाने में भी कामयाब नहीं हो पाईं। 2. जातिगत टिप्पणी : टिकट वितरण के अंतिम दिन नारनौंद में कांग्रेस उम्मीदवार जस्सी पेटवाड़ के नामांकन कार्यक्रम में एक समर्थक ने कुमारी सैलजा पर जातिगत टिप्पणी की थी। इस मामले ने तूल पकड़ा और जगह-जगह विरोध भी हुआ। दलित समाज सैलजा पर की गई टिप्पणी से आहत है। नारनौंद थाने में जस्सी पेटवाड़ समर्थक कांग्रेस कार्यकर्ता पर केस भी दर्ज हुआ है। 3. हुड्‌डा खेमे से तनातनी : हरियाणा कांग्रेस में दो गुट बने हुए हैं। एक गुट हुड्‌डा पिता-पुत्र का है, तो दूसरा गुट SRK से SRB हो गया है। किरण चौधरी भी हुड्‌डा की मनमानी से नाराज होकर भाजपा में चली गई हैं। इसके बाद बीरेंद्र सिंह सैलजा गुट के साथ नजर आने लगे हैं। चुनाव कैंपेन में पोस्टर से

Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:भिवंडी के बाद अकोला में गणेश विसर्जन जुलूस पर पथराव, पुलिस ने 68 लोगों को हिरासत में लिया

महाराष्ट्र के अकोला जिले के अकोट शहर में बुधवार को गणेश प्रतिमा के जुलूस पर अनजान लोगों ने पथराव किया। हादसे में कुछ पुलिसकर्मी और कुछ लोग घायल हो गए। पुलिस ने पथराव के आरोप में 68 लोगों को हिरासत में लिया है। घटना अकोट के नंदीपेठ इलाके में दोपहर 4 बजे हुई, जिसके बाद स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने अतिरिक्त बल तैनात किया। घटना को लेकर केस दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है। एक दिन पहले ही महाराष्ट्र के भिवंडी में गणेश विसर्जन के दौरान रैली पर पथराव किया गया था। इसके बाद लोगों ने पत्थरबाजों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर विसर्जन रोक दिया। आज की अन्य प्रमुख खबरें... वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियन निखत जरीन ने तेलंगाना पुलिस में डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस का पद संभाला वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियन और ओलंपिक एथलीट निखत जरीन ने बुधवार को तेलंगाना पुलिस में डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस (स्पेशल पुलिस) के तौर पर अपने कार्यकाल की शुरुआत की। जरीन ने अपनी जॉइनिंग रिपोर्ट तेलंगाना पुलिस के DGP को सौंपी।

Dainik Bhaskar हरियाणा में आज जारी होगा BJP का मेनिफेस्टो:रोहतक में अध्यक्ष जेपी नड्डा करेंगे रिलीज, किसान-गरीब वर्ग पर रहेगा फोकस

हरियाणा के लिए भाजपा आज रोहतक में अपना घोषणा पत्र जारी करेगी। जिसके लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री जेपी नड्‌डा रोहतक पहुंचेंगे। उनके साथ हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली, प्रदेश प्रभारी डॉ. सतीश पूनिया और मेनिफेस्टो कमेटी के अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ सहित अन्य नेता भी उपस्थित रहेंगे। इस बार भाजपा अपने घोषणा पत्र में युवाओं, किसानों और गरीब वर्ग के लिए विशेष घोषणाएं कर सकती है। मेनिफेस्टो को लेकर भाजपा ने कमेटी बनाई थी, जिसने लोगों से भी सुझाव मांगे गए। वहीं केंद्रीय नेतृत्व ने घोषणा पत्र को तैयार करने में विशेष फोकस किया है। बीपीएल परिवारों के लिए होंगी बड़ी घोषणाएं भाजपा पिछले 10 साल से सत्ता में हैं, इसलिए वह कराए गए विकास कार्य और मेरिट पर नौकरियों के दम पर वोट मांग रही है। इनके अलावा, पार्टी युवा, महिलाओं, किसानों के साथ-साथ व्यापारियों, मजदूरों और पिछड़ों को साधने की तैयारी में हैं। 1.80 लाख से कम आय वाले लोगों के लिए घोषणा पत्र में कई बड़े वादे हो सकते हैं। जारी नहीं हो सका था सीएमपी 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा और जजपा ने अलग-अलग घोषणा पत्र जारी किए थे। गठबंधन के बाद दोनों दलों ने वादों को पूरा कराने के लिए एक कॉमन मिनिमम प्रोग्राम (CMP) बनाने के लिए कमेटी गठित की। हालांकि साढ़े 4 साल बाद गठबंधन टूट गया, लेकिन सीएमपी जारी नहीं हो पाया। 2019 में बीजेपी ने संकल्प पत्र में ये किए थे वादे भाजपा के 2019 विधानसभा चुनाव के लिए जारी संकल्प पत्र में 15 प्रमुख एजेंडे थे। इसमें हरियाणा के लोगों के साथ 258 वादे किए गए थे। भाजपा के पास 1.70 लाख सुझाव आए थे। जिनमें से यह संकल्प पत्र तैयार किया गया था। 258 वादों में हर वर्ग को छूने का प्रयास किया गया था। युवा, किसान, उद्योग, खेल, स्वास्थ्य, दलितों और पर्यावरण पर विशेष ध्यान दिया गया था। 3 नए मंत्रालय युवा विकास और रोजगार मंत्रालय, अंत्योदय व मानव संपदा मंत्रालय के गठन की कल्पना की गई थी।

Dainik Bhaskar पिछले साल घर बनवाया...बाढ़ में तबाह हो गया:नदी की कटान में समाए घर-खेत, लखीमपुर में लोग तंबू में रहने को मजबूर

लखीमपुर जिले का बेला सिकटिया गांव। रिंकी को पिछले साल प्रधानमंत्री आवास मिला था। उनके पति सर्वेश मजदूरी करते हैं। दोनों ने मेहनत करके घर बनवाया। एक साल भी नहीं रह पाए और घर बर्बाद हो गया। रात में बाढ़ के चलते घर छोड़कर भागना पड़ा। कमरे की फर्श बाढ़ के पानी में बह गई। रिंकी अब दूसरे के घर में रह रही हैं। वह कहती हैं- थोड़ी सी जमीन थी उसे भी बेच दिया ताकि घर अच्छा बन जाए, लेकिन वह भी अब नहीं रहेगा। असल में रिंकी के घर से शारदा नदी सिर्फ 10 मीटर रह गई है। जिस गति से कटान हो रहा, उससे लग रहा कि अगले 15 दिन में यह घर भी नदी में समा जाएगा। रिंकी के घर के पड़ोस में बने 7 घर पहले ही बह चुके हैं। गन्ने लगे खेत नदी में समा चुके हैं। लोग पानी उतरने का इंतजार कर रहे ताकि कुछ फसल बच जाए, जिसे बेचकर पूरे साल के राशन का इंतजाम हो सके। ऐसा ही हाल बिजुआ ब्लॉक के गुजारा गांव का भी है। यहां करीब 15 परिवार टेंट बनाकर रह रहे हैं। बारिश होती है तो छोटे से तंबू में ही सभी मायूस होकर बैठ जाते हैं। महिलाएं अपने छोटे बच्चों को गोद में लेकर बारिश से बचाने का प्रयास करती हैं। लखीमपुर खीरी जिले में करीब 150 गांव शारदा, घाघरा, मोहाना नदी की बाढ़ की चपेट में हैं। 4 सितंबर तक करीब 563 कच्चे-पक्के मकान और झोपड़ियां शारदा नदी में समा चुकी हैं। दैनिक भास्कर की टीम प्रभावित क्षेत्रों में पहुंची। बाढ़ के बीच लोग कैसे जिंदगी गुजार रहे, उनकी जद्दोजहद को करीब से देखा। प्रशासन कितना एक्टिव है, सरकार की तरफ से क्या मदद मिल रही है, इसे भी जाना… हमारी टीम सबसे पहले बाढ़ प्रभावित बिजुआ ब्लॉक के बेला सिकटिया गांव पहुंची। यहां पिछले तीन दिन में पानी कुछ कम हुआ है। हालांकि, पूरे गांव में कीचड़ है। गन्ने और धान के खेत अभी भी पानी से लबालब हैं। हम गांव के एक छोर पर पहुंचे। यहां से शारदा नहर गुजरी है। नदी पूरे उफान पर है। कटान लगातार बढ़ रहा है। हमें नदी के किनारे इसी गांव के अवधेश शुक्ला मिले। वह कहते हैं- पिछले 3 साल से कटान हो रहा है। उसके पहले तो नदी गांव से दो किलोमीटर दूर बहती थी। लेकिन, इस साल कटान ज्यादा बढ़ गया। गांव के 7 मकान नदी में समा गए हैं। वह सभी लोग गांव में ही व्यवस्था करके रह रहे हैं। इसी गांव के परशुराम हमें मिले। बाढ़ में हुए अपने नुकसान को बताते हुए कहते हैं- तीन एकड़ जमीन थी। गन्ना लगाया था, लेकिन

Dainik Bhaskar बांग्लादेशी हिंदू बोले- कट्‌टरपंथियों के दबाव में जी रहे:1 महीने से माहौल खराब, निकल नहीं पाए; सोचा- पिंडदान कर लें, जो होगा देखा जाएगा

'बांग्लादेश में अब भी कई जगह दंगे हो रहे हैं। इन दिनों पुलिस नाम की कोई चीज नहीं है। सब सेना के हवाले है। हिंदुओं को लूटा जा रहा है। विरोध करने पर मारपीट भी की जा रही है। ढाका, बोरिसाल, नोवाखाली में हिंदू डरे हुए हैं। वे कट्‌टरपंथियों के दबाव में जी रहे हैं।' ये कहना है बांग्लादेश से गया पहुंचे आशीष धर का। वे चटगांव के अमीराबाद गांव से आए हैं। उनके साथ 40 महिला-पुरुष हैं। सभी टूरिस्ट वीजा पर अपने पूर्वजों का पिंडदान करने आए हैं। भास्कर ने बांग्लादेश से पिंडदान करने पहुंचे आशीष और पिंडदान कराने वाले पंडा से बातकर बांग्लादेश के हालातों को जाना। पढ़िए 2 महीने बीतने के बाद भी वहां के हालात कैसे हैं... आशीष ने कुछ-कुछ बातें तो हमें ऑन कैमरा बताई, लेकिन कुछ ऐसी बातें थीं, जिसके लिए वो कैमरे पर नहीं आए। आशीष बताते हैं कि 'बांग्लादेश में रहने वाले हिंदू अब भी अपनी सुरक्षा को लेकर तनाव में जी रहे हैं। कुछ इलाकों में अब भी हिंदुओं की स्थिति खराब है। वहां रहने वाले हिंदुओं ने खुद की सुरक्षा और अधिकार के लिए 13 सितंबर को चटगांव में महासम्मेलन बुलाया था। चटगांव में हिंदू कुछ हद तक सुरक्षित हैं, लेकिन उत्तरी बंगाल में नहीं हैं। सम्मेलन में तय किया गया कि यदि स्थिति विपरीत होती है तो वे भी सड़कों पर उतरकर आंदोलन लेंगे।' यहां आए हैं, लेकिन परिवार की चिंता बनी हुई है... आशीष कहते हैं, बांग्लादेश में हम डर के साए में जी रहे हैं। हम लोग भले ही गया पिंडदान करने आए हैं, लेकिन हमारा दिमाग बांग्लादेश में लगा हुआ है। क्योंकि, वहां बीवी-बच्चे, बुजुर्ग मां-बाप हैं। उनकी चिंता हर पल सताती रहती है। पता नहीं कब क्या हो जाए। अभी हमारे गांव में माहौल ठीक है, लेकिन आसपास के गांवों में स्थिति बहुत खराब है। हिंदुओं ने सुरक्षा के लिए कमेटी और क्लब बनाए आशीष के साथ आए वासुदेव भी कैमरा देखकर कुछ बोलने को तैयार नहीं हुए। कैमरा बंद करने पर उन्होंने हमसे बात की। उन्होंने बताया कि '13 सितंबर को चटगांव में हुए हिंदुओं के सम्मेलन में सभी ने अपनी इज्जत-आबरू, धन-संपत्ति के लिए मरते दम तक लड़ने की शपथ ली है। कई कमेटी और क्लब बनाए गए हैं। सभी की अलग-अलग जिम्मेदारी तय की गई है।' 'सच तो यह है कि सभी हिंदू भाइयों को अपने भविष्य की चिंता है। आने वाले दिनों में क्या होगा, इस बात को लेकर सभी भयभीत हैं।' 'एक महीने पहले से

Dainik Bhaskar नवादा में भू माफिया ने 80 घरों में लगाई आग:गांव वाले बोले- कई राउंड फायरिंग की, मारपीट भी हुई, 5 थानों की पुलिस तैनात

नवादा में बुधवार को भू माफिया ने 80 घरों में आग लगा दी। इसमें कई मवेशी जलकर मरे हैं। गांव वालों का आरोप है कि 'आगजनी से पहले माफिया ने कई राउंड फायरिंग की। गांव वालों से मारपीट भी की गई है।' घटना जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के देदौर कृष्णा नगर की है। शाम साढ़े 7 बजे घरों में आग लगाई गई। पुलिस और फायर बिग्रेड की मदद से आग पर काबू पा लिया गया है। पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। गांव में भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। सदर एसडीओ अखिलेश कुमार, एसडीपीओ अनोज कुमार, एसडीपीओ सुनील कुमार समेत मुफस्सिल, नगर, बुंदेलखंड सहित 5 थानों की पुलिस तैनात की गई है। SDPO सदर- 2 सुनील कुमार ने बताया कि '20 से 25 घरों में आग लगाई गई है। किसी से मरने की सूचना नहीं है। घटना का मूल कारण जमीन विवाद बताया जा रहा है। पूछताछ में जिन लोगों का नाम सामने आया है, उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। पुलिस दोषियों को नहीं छोड़ेगी।' गांव पर हमला कर दिया... गांव वालों का आरोप है कि 'प्राण बिगहा के नंदू पासवान सहित सैकड़ों लोगों ने एक साथ बुधवार की शाम करीब 7:30 बजे गांव पर हमला कर दिया। इसके साथ ही ताबड़तोड़ गोलियां बरसाना भी शुरू कर दिया। इस बीच कई ग्रामीणों के साथ मारपीट भी की गई। इसके बाद 80-85 घरों में आग लगा दी गई।' जमीन पर कब्जा करना चाहते थे माफिया गांव वालों ने बताया कि 'वे लोग कई साल से इस जगह पर रह रहे थे। जमीन बिहार सरकार की है। इस पर भू माफिया की नजर थी। वे कुछ दिनों से जमीन को बेच भी रहे थे। हम लोग इसका विरोध कर रहे थे।' डीएम ने बताया कि '10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ग्रामीणों के बयान के आधार पर लोगों की पहचान की जा रही है। बड़ी संख्या में जिला प्रशासन और पुलिस की टीम कैंप कर रही है। सुरक्षा के मद्देनजर मजिस्ट्रेट और भारी संख्या में पुलिस की तैनाती कर दी गई है। अब इस मामले में सियासी बयानबाजी पढ़िए

Dainik Bhaskar मोहन भागवत बोले- यह सनातन धर्म के उदय का समय:लोगों को वैदिक जीवन अपनाना चाहिए; दुनिया का नजरिया भी इनके प्रति बदल रहा

RSS प्रमुख मोहन भागवत ने बुधवार को कहा कि सनातन धर्म के उदय का वक्त आ चुका है और यही समय है जब लोगों को वैदिक जीवन अपना लेना चाहिए। दुनिया का दृष्टिकोण भी सनातन धर्म और वैदिक जीवन प्रति बदल रहा है। भागवत ने ये बातें नई दिल्ली में चारों वेदों के वेद भाष्य के तीसरे संस्करण के विमोचन के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि धर्म जीवन की नींव है और इसके कई अर्थ हैं। इसलिए जो कर्तव्य हमें जीवन को व्यवस्थित रखने के लिए करने चाहिए, उन्हें भी धर्म कहा जाता है। जैसे राजा का धर्म, पुत्र का धर्म। जीवन को सही ढंग से से चलाने और एक साथ रहने के लिए हमें एक-दूसरे की प्रकृति को समझकर व्यवहार करना चाहिए। इसलिए प्रकृति को भी धर्म कहा जाता है। हालांकि धर्म का ज्ञान वेदों से आता है क्योंकि वेद सत्य पर आधारित हैं। भागवत बोले- वेद और भारत अलग नहीं हैं भागवत ने कहा कि वेदों पर बोलना मेरा अधिकार नहीं है। वेद और भारत अलग नहीं हैं। वेदों में ज्ञान है और यह ज्ञान भौतिक और आध्यात्मिक दोनों प्रकार का है। हम जानते हैं कि वेद लिखे नहीं गए, वे सोचे नहीं गए, बल्कि देखे गए थे। उन्होंने कहा कि कृष्ण मंत्र-दृष्टा थे और उन्होंने यह सब देखा। पूरी दुनिया मानती है कि सभी धर्मों में परंपराएं हैं। विज्ञान भी इस बात को स्वीकार करता है कि सृष्टि का पहला रूप ध्वनि था। बाइबिल में भी कहा गया है कि पहला शब्द ईश्वर था। पूरी दुनिया इन ध्वनियों से बनी है, जिसे परंपरा में शब्देश्वर कहा जाता है, जिसका मतलब है कि उन्होंने ध्वनियों को खुद देखा। ये खबरें भी पढ़ें... RSS प्रमुख बोले- देश में अच्छे-बुरे के जिम्मेदार हिंदू: क्योंकि वही राष्ट्र के कर्ताधर्ता; नई पीढ़ी संस्कार भूल रही, यह चिंता का विषय चार दिन पहले रविवार को मोहन भागवत ने राजस्थान के अलवर में कहा था- देश में कुछ अच्छा होता है तो हिंदू समाज की कीर्ति बढ़ती है। कुछ गड़बड़ होता है तो हिंदू समाज पर आता है, क्योंकि वही इस देश के कर्ताधर्ता हैं। उन्होंने हिंदू धर्म की परिभाषा बताते हुए कहा- जिसे हम हिंदू धर्म कहते हैं, यह वास्तव में मानव धर्म है। विश्व धर्म है और सबके कल्याण की कामना लेकर चलता है। उन्होंने पारिवारिक संस्कारों को लेकर भी चिंता जताई। कहा- देश में परिवार के संस्कारों को खतरा है। मीडिया के दुरुपयोग से नई पीढ़ी बहुत तेजी से अपने संस्कार भूल रही है। यह चिंता का विषय ह

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