Dainik Bhaskar Dainik Bhaskar

Dainik Bhaskar मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:वन नेशन वन इलेक्शन प्रस्ताव और चंद्रयान-4 को मंजूरी; बच्चों की पेंशन स्कीम शुरू; लेबनान में अब वॉकी-टॉकी विस्फोट, 14 की मौत

नमस्कार, कल की बड़ी खबरें केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में लिए गए फैसलों से जुड़ी रहीं। एक खबर लेबनान में हुए वॉकी-टॉकी विस्फोट की रही, जिनमें 14 लोगों की मौत हुई है। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज का प्रमुख इवेंट, जिस पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. वन नेशन वन इलेक्शन प्रस्ताव कैबिनेट में मंजूर, विधानसभा-लोकसभा चुनाव साथ होंगे केंद्रीय कैबिनेट ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इससे जुड़ा बिल संसद के शीतकालीन सत्र (नवंबर-दिसंबर) में पेश होगा। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि 'पहले फेज में विधानसभा और लोकसभा चुनाव साथ होंगे। इसके बाद 100 दिन के भीतर दूसरे फेज में निकाय चुनाव।' क्या है वन नेशन वन इलेक्शन: फिलहाल देश में लोकसभा चुनाव और राज्यों के विधानसभा चुनाव अलग-अलग समय पर होते हैं। वन नेशन वन इलेक्शन का मतलब है कि पूरे देश में एक साथ लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव। यानी वोटर्स लोकसभा और राज्य के विधानसभाओं के सदस्यों को चुनने के लिए एक ही दिन, एक ही समय पर या चरणबद्ध तरीके से वोट डालेंगे। क्या ये देश में पहली बार होगा: नहीं, आजादी के बाद 1952, 1957, 1962 और 1967 में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ हुए थे, लेकिन 1968 और 1969 में कई विधानसभाएं समय से पहले ही भंग कर दी गईं। इसके बाद 1970 में लोकसभा भी भंग कर दी गई। इस वजह से एक देश-एक चुनाव की परंपरा टूट गई। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. चंद्रयान- 4 मिशन को कैबिनेट की मंजूरी; 2028 में अंतरिक्ष स्टेशन और वीनस मिशन भी लॉन्च होगा केंद्रीय कैबिनेट ने चंद्रयान-4 मिशन को मंजूरी दी है। इसका उद्देश्य स्पेसक्राफ्ट को चांद पर उतारना और सैंपल कलेक्ट कर धरती पर लौटना है। कैबिनेट ने वीनस ऑर्बिटर मिशन और भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (BAS) की स्थापना को भी मंजूरी दी है। तीनों मिशन साल 2028 तक लॉन्च करने की योजना है। पूरी खबर यहां पढ़ें... 3. JK चुनाव के पहले फेज में 58.85% वोटिंग, किश्तवाड़ में सबसे ज्यादा 77.23% वोट डाले गए जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के पहले फेज में 7 जिलों की 24 विधानसभा सीटों पर 58.85% वोटिंग हुई। चुनाव आयोग के मुताबिक, किश्तवाड़ में सबसे ज्यादा 77.23% और पुलवामा में सबसे कम 46.03% वोट डाले गए। दूसरे नंबर पर डोडा 69.33%, तीसरे नंबर पर रामबन 67.71% रहा। कश्मीरी

Dainik Bhaskar जम्मू-कश्मीर में PM मोदी की जनसभा आज:चुनाव लड़ रहे भाजपा उम्मीदवारों से मिलेंगे; 6 दिन बाद में यह दूसरा दौरा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज एक बार फिर जम्मू-कश्मीर का दौरा करेंगे। वह श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में दोपहर 12 बजे एक चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगे। वे चुनाव लड़ रहे भाजपा उम्मीदवारों से भी मिलेंगे। PM मोदी इससे पहले 14 सितंबर को डोडा पहुंचे थे। उन्होंने परिवारवाद, आतंकवाद, पत्थरबाजी, कश्मीरी पंडित और आर्टिकल 370 जैसे मुद्दों पर जनता को संबोधित किया। PM ने कहा था- जम्मू-कश्मीर को कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी खानदान ने बर्बाद किया। इन तीन खानदानों ने मिलकर आपके साथ जो किया, वो किसी पाप से कम नहीं है। तीनों खानदान जम्मू-कश्मीर को दशकों तक बर्बादी देने के जिम्मेदार हैं। हम और आप मिलकर एक सुरक्षित कश्मीर का निर्माण करेंगे, ये मोदी की गारंटी है। बुधवार को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के पहले फेज में 7 जिलों की 24 विधानसभा सीटों पर वोटिंग हुई। इस दौरान मतदान का प्रतिशत 58.85 रहा। चुनाव आयोग के मुताबिक, किश्तवाड़ में सबसे ज्यादा 77.23% और पुलवामा में सबसे कम 46.03% वोटिंग हुई। दूसरे नंबर पर डोडा 69.33%, तीसरे नंबर पर रामबन 67.71% रहा। मोदी बोले- एक तरफ तीन खानदान, उनके सामने कश्मीर के नौजवान पीएम मोदी ने परिवारवाद को लेकर कहा- जम्मू-कश्मीर का विधानसभा चुनाव 3 खानदानों और जम्मू-कश्मीर के नौजवानों के बीच में है। एक तरफ तीन खानदान हैं, दूसरी तरफ सपने लेकर निकल पड़े नौजवान हैं। इन तीन खानदानों ने मिलकर आपके साथ जो किया, वो किसी पाप से कम नहीं है। तीनों खानदान जम्मू-कश्मीर को दशकों तक बर्बादी देने के जिम्मेदार हैं। इन तीन खानदानों ने यहां करप्शन को बढ़ावा दिया। जमीन कब्जा करने वाले गिरोहों को बढ़ावा दिया। छोटी-छोटी सुविधाओं के लिए आपको तरसाया गया। शाह बोले- कश्मीर में आतंक को पाताल में दफन करेंगे केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने 16 सितंबर को जम्मू-कश्मीर का दौरा किया। उन्होंने पाड्डर नागसेनी, किश्तवाड़ और रामबन ​​में जनसभा की। उन्होंने धारा 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में हुए विकास और केंद्र सरकार की योजनाओं का यहां के लोगों को मिले लाभ गिनाए। शाह ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस के गठबंधन में आतंकवादी पोषित हुआ। ये पार्टियां धारा 370 वापस लाना चाहती हैं। लेकिन बीजेपी के रहते हुए ऐसा कभी नहीं होगा। शाह ने कहा कि जिस कांग्रेस पार्टी ने इस अब्दुल्ला प

Dainik Bhaskar कोलकाता रेप-मर्डर, डॉक्टरों का हड़ताल खत्म करने से इनकार:चीफ सेक्रेटरी के साथ ढाई घंटे चली बैठक, प्रदर्शनकारी बोले- हम बातचीत से संतुष्ट नहीं

कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर केस को लेकर प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टरों और बंगाल सरकार के बीच बुधवार को दूसरे दौर की बातचीत हुई। डॉक्टरों ने अपनी मांगों को लेकर बंगाल के चीफ सेक्रेटरी मनोज पंत के साथ ढाई घंटे बैठक की, लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला। डॉक्टरों ने कहा कि वे सरकार से हुई बातचीत से असंतुष्ट हैं और अपनी हड़ताल जारी रखेंगे। डॉक्टरों ने यह आरोप लगाया कि बैठक में डॉक्टरों राज्य सरकार ने बैठक की लिखित कार्यवाही (मिनट्स ऑफ मीटिंग) मांगे थे, जिसे देने से सरकार ने इनकार कर दिया। इससे पहले 16 सितंबर को जूनियर डॉक्टर और ममता के बीच मीटिंग हुई थी। इसमें ममता ने डॉक्टरों की 5 में से 3 मांगें मान ली थीं। उन्होंने मंगलवार को पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल को पद से हटाया था। उनकी जगह मनोज वर्मा को कमिश्नर बनाया गया। लेकिन डॉक्टर राज्य के हेल्थ सेक्रेटरी एनएस निगम को हटाने की मांग पर अड़े हुए हैं। साथ ही अस्पतालों में थ्रेट कल्चर खत्म करने की मांग कर रहे हैं। इन मांगों पर चर्चा करने को लेकर डॉक्टरों ने मनोज पंत को ईमेल भेजकर एक और मीटिंग की मांग की थी। इस पर पंत ने 30 डॉक्टरों को शाम 6:30 बजे मिलने के लिए बुलाया था। बैठक 7:30 बजे शुरू हुई और 10 बजे तक चली। डॉक्टर आज भी अपने साथ स्टेनोग्राफर को ले गए थे, ताकि बैठक की डिटेल रिकॉर्ड की जा सके। डॉक्टर बोले- हमें प्रदर्शन जारी रखने के लिए मजबूर किया जा रहा एक डॉक्टर ने बताया कि जब हमने बैठक की मांग की, तो हमें बताया गया कि हमें अपनी सभी जरूरतें ईमेल के जरिए भेजनी होंगी। सरकार हमारी मांगों की जांच करेगी और फिर हमसे संपर्क करेगी। जब हम बैठक में गए थे, तो हमें बहुत उम्मीदें थीं, लेकिन अब हम बेहद निराश हैं। हम भी चाहते हैं कि यह प्रदर्शन खत्म हो। लेकिन हमें इसे जारी रखने के लिए मजबूर किया जा रहा है। प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक हमारी सभी मांगें पूरी नहीं होतीं। ममता-डॉक्टरों की मीटिंग को लेकर 7 दिन तक टकराव डॉक्टरों और ममता की मीटिंग को लेकर कोलकाता में 7 दिन तक टकराव चला था। 4 कोशिशें नाकाम होने के बाद 16 सितंबर को ममता और डॉक्टरों के डेलिगेशन की CM हाउस में बैठक हुई। इस बैठक में ममता ने डॉक्टरों की 5 में से 3 मांगें मानी थीं और कहा था कि काम पर वापस लौटें। डॉक्टरों और CM की 16 सितंबर की मीटिंग के बाद स्वास्थ्य विभाग के

Dainik Bhaskar चंद्रबाबू का दावा- तिरुपति लड्‌डूओं में एनिमल फैट मिलाया गया:बोले- जगन सरकार ने मंदिर की शुद्धता खंडित की; अब शुद्ध घी इस्तेमाल हो रहा

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार को पिछली जगन मोहन सरकार पर तिरुपति मंदिर के लड्‌डुओं में जानवरों का वसा मिलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पिछले 5 साल में, YSR कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने तिरुमाला की पवित्रता को धूमिल किया है। उन्होंने 'अन्नदानम' (मुफ्त भोजन) की गुणवत्ता से समझौता किया। यहां तक कि तिरुमाला के पवित्र लड्डू में घी की जगह जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया। इस खुलासे ने चिंता पैदा कर दी है। हालांकि, अब हम शुद्ध घी का उपयोग कर रहे हैं। हम तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) की पवित्रता की रक्षा के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। YSR कांग्रेस के नेता बोले- चंद्रबाबू ने हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाई इस पर YSR कांग्रेस के सीनियर नेता और राज्यसभा सांसद YV सुब्बा रेड्‌डी ने कहा कि चंद्रबाबू नायडू ने तिरुमाला के पवित्र मंदिर और करोड़ों हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाकर बड़ा पाप किया है। तिरुमाला प्रसाद पर चंद्रबाबू की टिप्पणियां बहुत ही निंदनीय हैं। कोई इंसान ऐसे शब्द नहीं कह सकता या ऐसे आरोप नहीं लगा सकता। उन्होंने आगे कहा कि यह एक बार फिर साबित हो गया है कि चंद्रबाबू राजनीतिक फायदे के लिए कुछ भी बुरा करने से नहीं हिचकिचाते। भक्तों की आस्था को मजबूत करने के लिए मैं और मेरा परिवार तिरुमाला प्रसाद के मामले में भगवान को साक्षी मानकर शपथ लेने के लिए तैयार हैं। क्या चंद्रबाबू भी अपने परिवार के साथ शपथ लेने के लिए तैयार हैं?

Dainik Bhaskar दरोगा ने जज से कहा था-बड़े-बड़े जज ठीक कर दिए:पटरी पर लेटने वाले दरोगा के खिलाफ जज ने लिखा पत्र; धमकाया था FIR करा देंगे

अलीगढ़ में दरोगा और जज के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है। जज ने दरोगा पर बदसलूकी का आरोप लगाया है। जज ने कहा- दरोगा सचिन कुमार ने कोर्ट में कहा, 'पुलिस ने बड़े-बड़े जज ठीक कर दिए हैं। अभी एक रिपोर्ट लिख देंगे, तो होश ठिकाने आ जाएंगे।' दरोगा ने उनके सामने केस डायरी फेंक दी और कहा- यह कागज आप ही रखो, हम मुलजिमों को लेकर जा रहे हैं। दरोगा (SI) ने मेरे खिलाफ मुकदमा लिखाने की धमकी दी और इसके बाद कोर्ट से चले गए। रिमांड मजिस्ट्रेट ने CJM और अलीगढ़ SSP को शिकायती पत्र भेजा है। तीन दिन पहले, दरोगा ने जज पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था और सुसाइड करने के लिए रेलवे ट्रैक पर लेट गया था। हालांकि, पुलिस कर्मियों ने उसे बचा लिया था। जज ने क्या कुछ आरोप लगाए। केस से जुड़े क्या फैक्ट बताए, जो दरोगा ने नहीं दिए, पढ़िए पूरी रिपोर्ट... दरोगा सचिन कुमार बन्नादेवी थाने में तैनात है। उसने बताया कि मैंने वाहन चोरी गैंग को पकड़ा था। 16 सितंबर को मैं न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने आरोपियों की रिमांड के लिए पेश हुआ। मजिस्ट्रेट शाम 5 बजे आए, लेकिन उन्होंने रिमांड नहीं दी। मुझे रात 10 बजे तक कोर्ट में रोके रखा। मजिस्ट्रेट ने कहा कि रिमांड के लिए पर्याप्त सबूत नहीं हैं। इसके बाद दरोगा रेलवे ट्रैक पर सुसाइड करने पहुंच गए। मामले का वीडियो पुलिसकर्मियों ने बनाया। 17 सितंबर को इसका वीडियो सामने आया। इसमें दिख रहा था कि दरोगा सुसाइड करने रेलवे पटरी पर लेटा है। ट्रेन का इंतजार कर रहा। तभी साथी पुलिसकर्मी पहुंच गए। किसी तरह से समझाकर उसे वहां से हटाया। इस दौरान दरोगा ने कहा- न्यायिक मजिस्ट्रेट ने मेरे साथ अभद्रता की, अपशब्द कहे। इससे परेशान होकर मैं मरने जा रहा हूं। मजिस्ट्रेट मुझे हर 10 मिनट में अपने केबिन में बुलाते हैं और जलील करते हैं। कहते हैं हमने फर्जी आरोपियों की पकड़ा है, जबकि सभी आरोपी शातिर अपराधी हैं। उनका पुराना आपराधिक इतिहास है। मजिस्ट्रेट के खिलाफ शिकायत की 17 सितंबर को दरोगा ने बन्नादेवी थाने में न्यायिक मजिस्ट्रेट के खिलाफ शिकायत देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की। दरोगा ने मांग की है कि उसके मामले में कानूनी कार्रवाई की जाए। हालांकि, अब मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। अब जानते हैं, जज ने क्या कहा... 18 सितंबर को जज ने दरोगा के खिलाफ 2 पेज का लेटर लिखा। उन्होंने बताया- 16 सितंबर को अदीब, शारिक, आमिर, अरब

Dainik Bhaskar नवादा में फायरिंग के बाद 80 घरों को लगाई आग:जमीन खाली नहीं करने पर माफिया ने मारपीट भी की, कई मवेशी जले, भारी फोर्स तैनात

नवादा में बुधवार को भू माफिया ने 80 घरों में आग लगा दी। इसमें कई मवेशी जलकर मरे हैं। गांव वालों का आरोप है कि आगजनी से पहले माफिया ने कई राउंड फायरिंग की। गांव वालों से मारपीट भी की गई है।' घटना जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के देदौर कृष्णा नगर की है। शाम साढ़े 7 बजे घरों में आग लगाई गई। पुलिस और फायर बिग्रेड की मदद से आग पर काबू पा लिया गया है। पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। गांव में भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। सदर एसडीओ अखिलेश कुमार, एसडीपीओ अनोज कुमार, एसडीपीओ सुनील कुमार समेत मुफस्सिल, नगर, बुंदेलखंड सहित कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची है। गांव पर हमला कर दिया... गांव वालों का आरोप है कि 'प्राण बिगहा के नंदू पासवान सहित सैकड़ों लोगों ने एक साथ बुधवार की शाम करीब 7:30 बजे गांव पर हमला कर दिया। इसके साथ ही ताबड़तोड़ गोलियां बरसाना भी शुरू कर दी। इस बीच कई ग्रामीणों के साथ मारपीट भी की गई। इसके बाद 80-85 घरों में आग लगा दी गई।' जमीन पर कब्जा करना चाहते थे माफिया गांव वालों ने बताया कि 'वे लोग कई साल से इस जगह पर रह रहे थे। जमीन बिहार सरकार की है। इस पर भू माफिया की नजर थी। वे कुछ दिनों से जमीन को बेच थी रहे थे। हम लोग इसका विरोध कर रहे थे।' डीएम ने बताया कि '10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और ग्रामीणों के बयान के आधार पर लोगों की पहचान की जा रही है। बड़ी संख्या में जिला प्रशासन और पुलिस की टीम कैंप कर रही है। सुरक्षा के मद्देनजर मजिस्ट्रेट और भारी संख्या में पुलिस की तैनाती कर दी गई है।

Dainik Bhaskar केरल में मंकीपॉक्स का मरीज मिला, UAE से लौटा था:9 सितंबर को Mpox के स्ट्रेन वेस्ट अफ्रीकन क्लेड 2 का मरीज मिला था

केरल के स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को राज्य में मंकीपॉक्स (MPox) के मरीज की पुष्टि की है। विभाग के मुताबिक, 38 साल का व्यक्ति हाल ही में यूएई से लौटा है। 17 सितंबर को मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने पर उसने खुद को क्वारंटीन कर लिया था। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने फेसबुक पोस्ट में कहा- उत्तरी मलप्पुरम जिले के मंजेरी मेडिकल कॉलेज में मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने पर व्यक्ति को भर्ती करा गया था। नमूने लेकर जांच कराई गई थी। मंत्री ने विदेश से आने वाले लोगों सहित राज्य की जनता से मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने पर तुरंत इलाज लेने और स्वास्थ्य विभाग को सूचना देने की अपील की है। इससे पहले 9 सितंबर को देश में मंकीपॉक्स के पहले मरीज मिलने की पुष्टि हुई थी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया था कि विदेश से लौटे एक व्यक्ति को 8 सितंबर को मंकीपॉक्स के संदेह में आइसोलेशन में रखा गया था। सैंपल लेकर जांच कराई गई, जिसमें मंकीपॉक्स के स्ट्रेन वेस्ट अफ्रीकन क्लेड 2 की पुष्टि हुई थी, लेकिन ये स्ट्रेन WHO की ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी में शामिल स्ट्रेन क्लेड1 नहीं है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की राज्यों को एडवाइजरी 9 सितंबर को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने मंकीपॉक्स को लेकर सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एडवाइजरी जारी की थी। चंद्रा ने कहा था कि मंकीपॉक्स के खतरे को रोकने के लिए सभी राज्यों को हेल्थ एक्शन लेना चाहिए। राज्यों को मंकीपॉक्स पर स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए। राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) के मंकीपॉक्स पर जारी सीडी-अलर्ट (कम्यूनिकेवल डिजीज अलर्ट) पर एक्शन लेना चाहिए। इसके अलावा राज्यों को अपनी स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारियों की समीक्षा करनी चाहिए। सीनियर अधिकारियों को जिलों की स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लेना चाहिए। WHO के मुताबिक, मंकीपॉक्स के ज्यादातर मामले युवा पुरुषों में सामने आए हैं, जिनकी औसत आयु 34 वर्ष (सीमा 18-44 वर्ष) है। सबसे ज्यादा मामले सेक्सुअल कॉन्टेक्ट से संक्रमण के हैं। इसके बाद जिसके बाद पर्सन-टू-पर्सन नॉन सेक्सुअल कॉन्टेक्ट के मामले हैं। WHO ने मंकीपॉक्स को हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 14 अगस्त को मंकीपॉक्स को ग्लोबल पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया था। भारत ने 20 अगस्त को देश के सभी

Dainik Bhaskar दिल्ली में 2 मंजिला इमारत गिरने से 3 की मौत:14 लोग घायल, रेस्क्यू जारी; 8 घंटे तक मलबे में दबा युवक जिंदा निकला

दिल्ली के करोलबाग इलाके में बुधवार सुबह 9 बजे दो मंजिला इमारत गिर गई। इसमें 3 लोगों की मौत हो गई, जबकि 14 घायल हैं। फायर ब्रिगेड ने 8 घंटे की मशक्कत के बाद मलबे में दबे एक युवक को जिंदा निकाला। फायर ब्रिगेड के अधिकारी ने बताया- सुबह 9.10 बजे करोल बाग के प्रसाद नगर में एक घर गिरने की सूचना मिली, जिसके बाद फायर ब्रिगेड की 5 गाड़ियों को घटनास्थल पर भेजा गया। उन्होंने कहा कि बिल्डिंग भीड़भाड़ वाले इलाके में है। यहां की गलियां संकरी हैं। इसकी वजह से भारी मशीनरी (क्रेन,जेसीबी) का इस्तेमाल मुश्किल हो रहा था। इस वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में देरी हुई। डीसीपी हर्षवर्धन ने कहा कि हम लोगों को बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। शुरुआती जांच से पता चला कि इमारत में कुछ किरायेदार रहते थे, जो दिल्ली के नहीं हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म होने के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी। आतिशी ने जिलाधिकारी से कहा- ​​पीड़ितों की हर संभव मदद करें दिल्ली की होनी वाली सीएम आतिशी ने घटना पर दुख जताया। उन्होंने X पोस्ट में लिखा- करोल बाग इलाके में मकान गिरने का ये हादसा बेहद दुखद है। मैंने जिलाधिकारी को आदेश दिए हैं कि वहां रहने वाले लोगों और पीड़ितों की हर संभव मदद करें। कोई घायल है तो उसका इलाज कराएं और इस हादसे के कारणों का पता लगाएं। हादसे को लेकर निगम मेयर से भी बात हुई है।

Dainik Bhaskar कांग्रेस के हरियाणा में 7 वादों का एनालिसिस:यूथ-महिलाओं समेत डेढ़ करोड़ वोटर्स साधे, 30 हजार करोड़ का बोझ, बजट का 15% पैसा लगेगा

कांग्रेस ने हरियाणा में 7 वादे कर करीब 1.5 करोड़ वोटरों काे साधने का प्रयास किया है। अगर कांग्रेस की सरकार बनती है तो इन वादों को पूरा करने के लिए खजाने पर अच्छा खासा बोझ पड़ेगा। अनुमान के मुताबिक कांग्रेस के इन वादों से करीब 30 हजार करोड़ रुपए सालाना का वित्तीय बोझ पड़ेगा। फरवरी में खट्‌टर सरकार की तरफ से साल 2024-25 के लिए कुल 1 लाख 89 हजार 876 करोड़ बजट पेश किया गया था। ऐसे में अगर कांग्रेस की सरकार बनती है तो बजट का लगभग 15% पैसा किए गए वादों पर खर्च होगा। हालांकि मेनिफेस्टो जारी करते वक्त कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमने सारे वादे बजट को देखते हुए किए हैं। अब पढ़िए 7 गारंटियों का एनालिसिस... 60 लाख महिला वोटरों पर फोकस हरियाणा कांग्रेस ने महिलाओं पर फोकस किया है। पहले वादे के तहत हरियाणा में 18 से 60 साल उम्र की महिलाओं को हर महीने 2000 रुपए दिए जाएंगे। इस ऐलान से कांग्रेस ने प्रदेश की करीब 60 लाख महिला वोटरों को साधने की कोशिश की है। इस पर करीब 1440 करोड़ रुपए का सालाना खर्च आएगा। इसी गारंटी के दूसरे पॉइंट में कांग्रेस ने 500 रुपए में महिलाओं को सिलेंडर देने का वादा किया है। अभी हरियाणा में करीब 46 लाख ऐसे परिवार हैं, जिन्हें सरकार 500 रुपए में घरेलू गैस का सिलेंडर दे रही है। इस पर करीब 230 करोड़ रुपए का हर महीने खर्च आ रहा है। इसका सालाना खर्च 2 हजार 700 करोड़ रुपए है। यानी पहली गारंटी को पूरा करने पर 4140 करोड़ रुपए का बोझ पड़ेगा। 2. पेंशन बढ़ाने पर 20 हजार करोड़ ​​​​​बोझ पड़ेगा दूसरी गारंटी में कांग्रेस ने बुढ़ापा, दिव्यांग और विधवा पेंशन 6000 रुपए हर महीने देने का वादा किया है। अभी वर्तमान में सामाजिक सुरक्षा पेंशन का लाभ 35 लाख से भी अधिक लोग ले रहे हैं। अभी इस योजना के तहत पेंशन लाभार्थियों को 3000 रुपए मासिक दिए जा रहे हैं। जिस पर करीब 10 हजार करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं। कांग्रेस ने पेंशन को दोगुना यानी 6000 रुपए मासिक देने का वादा किया है। ऐसे में कांग्रेस की सरकार आने पर पेंशन पर करीब 20 हजार करोड़ रुपए बोझ पड़ेगा। 3. हिमाचल की तरह OPS देने का वादा कांग्रेस ने ढाई लाख कर्मचारियों को भी साधने की कोशिश की है। ये कर्मचारी ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) को लेकर पिछले एक साल से आंदोलनरत हैं। इसके लिए कर्मचारियों के एक गुट ने OPS संघर्ष मोर्चा भी बनाया हुआ है।

Dainik Bhaskar खेत में 35 फीट गहरे गड्‌ढे में गिरी बच्ची:कैमरे में दिखा मूवमेंट; जेसीबी से कर रहे खुदाई, बारिश से रेस्क्यू में आ रही दिक्कत

दौसा में बांदीकुई के जोधपुरिया में बुधवार शाम ढाई साल की बच्ची बोरवेल के पास गड्‌ढे में गिर गई। बच्ची गड्‌ढे में करीब 35 फीट नीचे फंसी हुई है। प्रशासन बच्ची को निकालने की कोशिश में जुट गया है। तीन जेसीबी से गड्‌ढे के पास में खुदाई करवाई जा रही है। हालांकि बारिश के कारण रेस्क्यू में दिक्कत आ रही है। दौसा से आई एसडीआरएफ टीम भी रेस्क्यू में जुटी है। अजमेर से एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है। पाइप के जरिए बच्ची के पास ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही है। यही नहीं, गड्‌ढे में कैमरा भी उतारा गया है, जिसमें बच्ची मूवमेंट करती नजर आ रही है। जानकारी के अनुसार, नीरू पिता राहुल गुर्जर के घर के पास ही खेत है। खेत में बाजरे की फसल हो रही है। खेत के एक कोने में करीब 600 फीट गहरा बोरवेल है। बोरवेल के पास बारिश से गहरा गड्ढा हो गया। शाम 5 बजे तीन-चार बच्चे बोरवेल के पास खेल रहे थे। इसी दौरान नीरू गड्‌ढे में गिर गई। रेस्क्यू ऑपरेशन से जुड़ीं तस्वीरें...

Dainik Bhaskar चंद्रयान-4 मिशन को कैबिनेट की मंजूरी:इसमें चंद्रमा से मिट्टी लाई जाएगी, अंतरिक्ष स्टेशन और वीनस मिशन 2028 में लॉन्च होगा

कैबिनेट ने चंद्रयान -4 मिशन को मंजूरी दे दी है। इस मिशन का उद्देश्य स्पेसक्राफ्ट को चंद्रमा पर उतारना, सैंपल कलेक्ट करना और उन्हें सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाना है। कैबिनेट ने वीनस ऑर्बिटर मिशन और भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (BAS) की स्थापना को भी मंजूरी दे दी। दोनों मिशन्स को साल 2028 तक लॉन्च करने का प्लान बनाया गया है। 1. चंद्रयान -4 मिशन: 2104 करोड़ रुपए के इस मिशन में चंद्रमा की चट्टानों और मिट्टी को पृथ्वी पर वापस लाया जाएगा। मिशन में दो अलग-अलग रॉकेट का इस्तेमाल होगा। हेवी-लिफ्टर LVM-3 और इसरो का रिलायबल वर्कहॉर्स PSLV अलग-अलग पेलोड लेकर जाएंगे। स्टैक 1 में लूनर सैंपल कलेक्शन के लिए एसेंडर मॉड्यूल और सतह पर लूनर सैंपल कलेक्शन के लिए डिसेंडर मॉड्यूल शामिल हैं। स्टैक 2 में थ्रस्ट के लिए एक प्रोपल्शन मॉड्यूल, सैंपल होल्ड के लिए ट्रांसफर मॉड्यूल और सैंपल को पृथ्वी पर लाने के लिए री-एंट्री मॉड्यूल शामिल है। 2. वीनस ऑर्बिटर मिशन: 1,236 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया गया है। इसे मार्च 2028 में लॉन्च किया जाना है। VOM का प्राइमरी ऑब्जेक्टिव शुक्र की सतह और वायुमंडल के साथ-साथ शुक्र के वायुमंडल पर सूर्य के प्रभाव के बारे में हमारी समझ को बढ़ाना है। 3. भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन: कैबिनेट ने गगनयान प्रोग्राम का दायरा बढ़ाकर भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (बीएएस-1) के पहले मॉड्यूल के विकास को भी मंजूरी दे दी है। रिवाइज्ड गगनयान प्रोग्राम में BAS-1 यूनिट सहित आठ मिशन शामिल हैं। इसे दिसंबर 2028 तक पूरा किया जाना है। गगनयान प्रोग्राम की टोटल फंडिंग को 11,170 करोड़ रुपए बढ़ाकर 20,193 करोड़ रुपए कर दिया गया है। 'गगनयान' में 3 दिनों के मिशन के लिए 3 गगनयात्री को 400 KM ऊपर पृथ्वी की कक्षा में भेजा जाएगा। इसके बाद क्रू मॉड्यूल को सुरक्षित रूप से समुद्र में लैंड कराया जाएगा। भारत अपने मिशन में कामयाब रहा तो वो ऐसा करने वाला चौथा देश बन जाएगा। इसे पहले अमेरिका, चीन और रूस ऐसा कर चुके हैं। PM मोदी ने 2018 में गगनयान मिशन की घोषणा की थी साल 2018 में, PM मोदी ने स्वतंत्रता दिवस भाषण में गगनयान मिशन की घोषणा की थी। 2022 तक इस मिशन को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था। हालांकि, कोविड महामारी के कारण इसमें देरी हुई। अब 2024 के अंत या 2025 की शुरुआत तक इसके पूरा होने की संभावना है। गगनयान मिशन के लिए

Dainik Bhaskar पंजाब में कंगना पर भड़के पूर्व केंद्रीय मंत्री:​​​​​​​सोमप्रकाश बोले- शांति भंग करने की इजाजत किसी को नहीं; भिंडरावाले को आतंकी बताया था

कंगना रनोट इस वक्त देश में अपनी नई फिल्म 'इमरजेंसी' को लेकर चर्चा में हैं। सिखों ने फिल्म के ट्रेलर पर आपत्ति जताई है और इतिहास से छेड़छाड़ के आरोप लगाए हैं। मगर, बीते दिन कंगना ने एक न्यूज चैनल के इवेंट में दिए गए बयान ने पंजाब में एक और विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा था कि जो लोग जरनैल सिंह भिंडरावाले का बचाव कर रहे हैं, उन्हें मैं बता दूं कि वो संत नहीं आतंकवादी था। इस बयान पर बीजेपी पंजाब के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश ने कड़ा एतराज जताया है। कंगना को पंजाब की शांति भंग न करने की नसीहत दी कंगना रनोट द्वारा दिए गए इस बयान पर पंजाब बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सोम प्रकार ने कहा कि, कंगना रनोट को संत जरनैल सिंह और सिख समुदाय के खिलाफ अनावश्यक टिप्पणी करने से बचना चाहिए। ऐसी टिप्पणियों से सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचती है। उन्हें अनुशासन में रहना चाहिए। किसी को भी पंजाब में शांति भंग करने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए। बता दें कि कंगना रनोट बीजेपी की मंडी लोकसभा सीट से सांसद हैं। ऐसे में उनके बयान को बीजेपी में कलह के तौर पर देखा जा रहा है। कंगना ने कहा था- इतिहास को छिपाया गया कंगना ने इंटरव्यू में कहा था कि ये हमारा इतिहास है, जिसे जानबूझकर छुपाया गया। हमें इसके बारे में नहीं बताया गया। भले लोगों का जमाना नहीं है। मेरी फिल्म रिलीज होने को तैयार है। मुझे सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट मिल गया है। 4 इतिहासकारों ने मेरी फिल्म को सुपरवाइज किया है। हमारे पास सारे डॉक्यूमेंट्स हैं। मेरी फिल्म में कुछ भी गलत नहीं है, लेकिन कुछ लोग भिंडरावाले को संत, लीडर और क्रांतिकारी कह रहे हैं। उन्होंने मेरी फिल्म को बैन करवाने की धमकी दी है। मुझे भी धमकियां मिली हैं। पिछली सरकारों ने खालिस्तानियों को आतंकवादी कहा था। वो (भिंडरावाले) कोई संत नहीं जो मंदिर में AK47 लेकर बैठा हो। मेरी फिल्म पर बस कुछ लोगों को आपत्ति है जो कि दूसरों को भी भड़का रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि पंजाब के 99% लोगों को भिंडरावाले संत लगता होगा। वो एक आतंकी था और अगर वो आतंकी था तो मेरी फिल्म रिलीज होनी चाहिए। सिख समुदाय ने किया था प्रदर्शन फिल्म के खिलाफ पिछले दिनों मुंबई के 4 बंगला स्थित गुरुद्वारे के बाहर सिख समुदाय ने प्रदर्शन किया था। उनका आरोप है कि फिल्म में ऐतिहासि

Dainik Bhaskar बेंगलुरु में शख्स ने कंपनी के 50 लैपटॉप बेचे:पुलिस ने अरेस्ट किया, 5 लैपटॉप बरामद; आरोपी को खेती से ₹25 लाख का घाटा हुआ था

बेंगलुरु पुलिस ने मंगलवार को टेक्नीकलर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में काम करने वाले 29 साल के मुरुगेश एम को गिरफ्तार किया है। वह कंपनी में सिस्टम एडमिन था। पुलिस ने बताया कि उसने फर्म से 50 लैपटॉप चुराए और उन्हें सस्ते दामों पर बेच दिया। उसे अरेस्ट कर लिया गया है। मुरुगेश एम तमिलनाडु के होसुर का रहने वाला है। कोविड के समय उसने टमाटर की खेती की थी। इसमें उसे 25 लाख रुपए का घाटा हुआ था। इसका कर्ज चुकाने के लिए उसने लैपटॉप चुराए। पुलिस ने चुराए गए 50 लैपटॉप में से पांच बरामद कर लिए हैं। मुरुगेश कंपनी में लैपटॉप की इन्वेंट्री को मेंनेज करने का काम किया करता था। दरअसल कंपनी पुराने लैपटॉप बेचकर नए लैपटॉप खरीदने वाली थी। इसके बाद मुरुगेश ने लैपटॉप चुराकर बैचना शुरू कर दिया। मुरुगेश ने बताया कि उसने एक बार में एक या दो लैपटॉप चुराए और उन्हें होसुर की एक दुकान को बेच दिया। एक-एक करके चोरी किए लैपटॉप मुरुगेश कंपनी में लैपटॉप की इन्वेंट्री को मैनेज करने का काम किया करता था। कंपनी पुराने लैपटॉप बेचकर नए लैपटॉप खरीदने वाली थी। इसके बाद मुरुगेश ने लैपटॉप चुराकर बेचना शुरू कर दिया। मुरुगेश ने बताया कि उसने एक बार में एक या दो लैपटॉप चुराए और उन्हें होसुर की एक दुकान को बेच दिया। ऑडिट के समय कंपनी को पता चला कंपनी को लैपटॉप चौरी होने की खबर का पता ऑडिट के समय हुआ। फर्म ने जब सीसीटीवी फुटेज चेक किया तो उन्होंने पाया की मुरुगेश लैपटॉप ले जा रहा है। इसके बाद कंपनी ने 30 अगस्त को मामला दर्ज करवाया। हालांकि, 22 अगस्त से ही आरोपी ने ऑफिस आना बंद कर दिया था। पुलिस की एक टीम मुरुगेश की तलाश में होसुर गई और एक दिन तक उसका पीछा किया। बाद में उसे एक फिल्म थिएटर से अरेस्ट कर लिया गया। यहां वो फिल्म देखने आया था। फिलहाल उससे पूछताछ जारी है। यह खबर भी पढ़ें...... 53 लाख रुपए की चोरी मामले में एक और गिरफ्तारी:आरोपी को दिल्ली से पकड़ा, 20 हजार का इनामी था; अब तक 9 अरेस्ट झुंझुनूं में सदर थाना इलाके के नयासर गांव में 28 जुलाई की रात 53 लाख की चोरी के मामले में पुलिस ने 9वें आरोपी की गिरफ्तारी की है। आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी पर 20 हजार का इनाम रखा गया था। इस मामले में पुलिस पहले ही 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी थी। एसपी शरद चौधरी ने बताया- आरोपी विकास जांगिड़ पुत्र ओमप्रकाश (नि

Dainik Bhaskar खड़गे बोले- हरियाणा में कांग्रेस का कोई CM चेहरा नहीं:हमारा सिस्टम, विधायक दल नेता चुनेगा; हुड्‌डा बगल में बैठे थे, सैलजा-सुरजेवाला गैरहाजिर

हरियाणा चुनाव के बीच कांग्रेस में CM कुर्सी को लेकर मची खींचतान पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। बुधवार को खड़गे ने दिल्ली में कांग्रेस का मेनिफेस्टो जारी किया। जिसके बाद उनसे पूछा गया कि भूपेंद्र हुड्‌डा आपके साथ बैठे हैं तो क्या कांग्रेस CM फेस लेकर चुनाव में जाएगी?। इसके जवाब में खड़गे ने कहा- '' कांग्रेस पार्टी में चुनाव के बाद विधायक दल की मीटिंग में सीएम फेस तय किया जाता है। वैसे जो काम करता है, उसे मिल ही जाता है। ये हमारा पहले से ही सिस्टम है।'' जिस वक्त खड़गे ने यह बात कही, उस वक्त सिर्फ भूपेंद्र हुड्‌डा वहां मौजूद थे। हालांकि खड़गे ने सवाल में हुड्‌डा का नाम होने के बावजूद उनके नाम पर कुछ नहीं कहा। कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला मेनिफेस्टो रिलीज के मौके पर हाजिर नहीं थे। बता दें कि कांग्रेस में 3 चेहरों में CM कुर्सी की लड़ाई चल रही है। इनमें सबसे मजबूत दावेदार भूपेंद्र हुड्‌डा माने जा रहे हैं। जो 2 बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। बाकी 2 दावेदारों में सिरसा सांसद कुमारी सैलजा और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला हैं। सैलजा लगातार दलित CM की पैरवी कर रही हैं। वहीं सुरजेवाला भी मीडिया से बातचीत में सीएम बनने की ख्वाहिश जता चुके हैं। खट्‌टर पर बोले खड़गे- जो साढ़े 9 साल CM रहे, वह दिखाई नहीं दे रहे खड़गे केंद्र की मोदी 3.0 सरकार में मंत्री बन चुके मनोहर लाल खट्‌टर को भी घेरने से नहीं चूके। खड़गे ने कहा- जो हरियाणा के 9.5 साल तक सीएम रहे, वह आजकल दिखाई नहीं दे रहे हैं। उनको इसलिए हटाया गया क्योंकि वह अच्छा काम नहीं कर रहे थे। कोई 6 महीने में आकर तीर नहीं मारता। मोदी जी के यहां उन्हीं को आशीर्वाद मिलता है, जो वहां झुकता है। बता दें कि खट्‌टर को भाजपा लगातार 2 टर्म में सीएम बनाया। 2014 से लेकर वे 2024 तक सीएम रहे। हालांकि मार्च महीने में भाजपा ने लोकसभा चुनाव से पहले उन्हें हटा दिया। इसके बाद खट्‌टर ने करनाल से लोकसभा चुनाव लड़ा। यहां से चुनाव जीतकर वे पहली बार सांसद होने के बावजूद केंद्र में मंत्री बन गए। भाजपा ने उनकी जगह ओबीसी वर्ग से आते नायब सैनी को मुख्यमंत्री बना दिया। सैनी को ही भाजपा ने इस चुनाव में CM चेहरा भी बना रखा है। डबल इंजन की जगह एक्सप्रेस इंजन लगाएंगे खड़गे ने भाजपा के प्रदेश व केंद्र के डबल इंजन सरकार

Dainik Bhaskar वन नेशन वन इलेक्शन प्रस्ताव कैबिनेट में मंजूर:शीतकालीन सत्र में बिल पेश होगा, घोषणा पत्र में भाजपा का वादा था

वन नेशन वन इलेक्शन प्रस्ताव को बुधवार को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। रिपोर्ट के मुताबिक, शीतकालीन सत्र में बिल पेश किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में वन नेशनल वन इलेक्शन का वादा किया था। 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से दी गई स्पीच में भी प्रधानमंत्री ने वन नेशन-वन इलेक्शन की वकालत की थी। उन्होंने कहा था कि बार-बार चुनाव देश की प्रगति में बाधा पैदा कर रहे हैं। वन नेशन वन इलेक्शन पर विचार के लिए बनाई गई पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली कमेटी ने 14 मार्च को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी। रिपोर्ट 18 हजार 626 पन्नों की है। पैनल का गठन 2 सितंबर 2023 को किया गया था। यह रिपोर्ट स्टेकहोल्डर्स-एक्सपर्ट्स से चर्चा के बाद 191 दिन की रिसर्च का नतीजा है। कमेटी ने सभी विधानसभाओं का कार्यकाल 2029 तक करने का सुझाव दिया है। पैनल के 5 सुझाव... कोविंद कमेटी ने 7 देशों की चुनावी प्रक्रिया पर रिसर्च करके रिपोर्ट तैयार की कमेटी में 8 सदस्य, सितंबर 2023 में बनी थी पूर्व राष्ट्रपति कोविंद की अगुआई में 8 मेंबर की कमेटी पिछले साल 2 सितंबर को बनी थी। 23 सितंबर 2023 को दिल्ली के जोधपुर ऑफिसर्स हॉस्टल में वन नेशन वन इलेक्शन कमेटी की पहली बैठक हुई थी। इसमें पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, गृह मंत्री अमित शाह और पूर्व सांसद गुलाम नबी आजाद समेत 8 मेंबर हैं। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल कमेटी के स्पेशल मेंबर बनाए गए हैं। अभी ऐसी है वन नेशन-वन इलेक्शन की संभावना एक देश-एक चुनाव लागू करने के लिए कई राज्य विधानसभाओं का कार्यकाल घटेगा। जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव 2023 के आखिर में हुए हैं, उनका कार्यकाल बढ़ाया जा सकता है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि विधि आयोग के प्रस्ताव पर सभी दल सहमत हुए तो यह 2029 से ही लागू होगा। साथ ही इसके लिए दिसंबर 2026 तक 25 राज्यों में विधानसभा चुनाव कराने होंगे। पहला चरणः 6 राज्य, वोटिंगः नवंबर 2025 में दूसरा चरणः 11 राज्य, वोटिंगः दिसंबर 2026 में इन दो चरणों के बाद देश की सभी विधानसभाओं का कार्यकाल जून 2029 में समाप्त होगा। सूत्रों के अनुसार, कोविंद कमेटी विधि आयोग से एक और प्रस्ताव मांगेगी, जिसमें स्थानीय निकायों के चुनावों को भी शामिल करने की बात कही जाएगी। क्या है वन नेशन वन इलेक्शन भारत मे

AD
AD