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Dainik Bhaskar प्रियंका के बाद आज शिमला पहुंचेगी सोनिया गांधी:छराबड़ा में बेटी के घर पर रुकेंगी; हरियाणा-जम्मू कश्मीर के चुनाव पर रखेगी नजर

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी आज शिमला आ सकती हैं। प्रदेश के पड़ोसी राज्य हरियाणा और जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव के बीच 2 दिन पहले ही AICC की महासचिव प्रियंका गांधी भी शिमला पहुंची हैं। आज उनकी माता के भी छराबड़ा पहुंचने की उम्मीद है। सूचना के अनुसार, दिल्ली से सोनिया गांधी चंडीगढ़ तक फ्लाइट में आएंगी। चंडीगढ़ से सड़क मार्ग से सीधे शिमला के छराबड़ा पहुंचेगी, जहां पर प्रियंका गांधी बीते रविवार से ठहरी हुई हैं। बताया जा रहा है कि दोनों कांग्रेस नेताओं का यह निजी दौरा है। इस दौरान हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू दोनों नेताओं से शिष्टाचार भेंट कर सकते हैं। अभी तक दोनों का कोई सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं है। दोनों नेता छराबड़ा में छुट्टियां बिताएंगे। सोनिया और प्रियंका अगले 4-5 दिन तक छराबड़ा से ही देश की राजनीति पर नजर रखेगी। शिमला के छराबड़ा में है प्रियंका गांधी का घर बता दें कि शिमला से लगभग 13 किलोमीटर दूर छराबड़ा में कल्याणी हेलिपेड के साथ प्रियंका गांधी का अपना घर बना रखा हैं। प्रियंका गांधी साल में 4-5 बार यहां आती रहती हैं। इस बार लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भी प्रियंका गांधी 5 दिन छराबड़ा में रुकी थीं। तब उन्होंने चारों लोकसभा सीटों के साथ साथ 6 विधानसभा उप चुनाव के प्रचार का मोर्चा भी छराबड़ा से ही संभाला था।

Dainik Bhaskar भास्कर ओपिनियन:कश्मीर घाटी में लोकतंत्र की महक, 24 सीटों पर वोटिंग 18 को

हरियाणा में वोटिंग अभी दूर है लेकिन जम्मू कश्मीर की 24 सीटों पर चुनाव प्रचार बंद हो चुका है। 18 सितंबर को साउथ कश्मीर की 16 और जम्मू रीजन की आठ सीटों पर वोटिंग होने वाली है। चूँकि इस पहले चरण की वोटिंग में जम्मू क्षेत्र की सीटें कम हैं, इसलिए समझा जा रहा है कि यह चरण भाजपा के लिए ज़्यादा उत्साहजनक नहीं रहने वाला है। हालाँकि साउथ कश्मीर में पीडीपी की पकड़ ज़्यादा मज़बूत मानी जाती है लेकिन कहा यह जा रहा है कि इस बार यहाँ भी पीडीपी की दाल पतली है। यही वजह है कि पहले दौर की वोटिंग वाली सीटों पर नेशनल कान्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन आगे दिखाई दे रहा है। हालाँकि धारा 370 का मुद्दा काफ़ी चल रहा है लेकिन वह किसके पक्ष या विपक्ष में जाएगा, यह कहना फ़िलहाल मुश्किल है। इतना तय है कि जम्मू रीजन की 43 सीटों पर हर हाल में भाजपा को ही बढ़त मिलने वाली है। घाटी किसके पक्ष में जाएगी, यह बड़ा पेचीदा सवाल है? यहाँ वोटिंग परसेंटेज भी जम्मू रीजन के मुक़ाबले कम ही रह सकता है। क्योंकि यह वर्षों का ट्रेंड रहा है कि कश्मीर घाटी में अमूमन वोटिंग प्रतिशत जम्मू के मुक़ाबले कम ही रहा है। हालाँकि पिछले लोकसभा चुनाव में बहुत हद तक कम वोटिंग की यह परम्परा टूट गई थी लेकिन तुलनात्मक रूप से देखा जाए तो जम्मू रीजन ही वोटिंग प्रतिशत के मामले में आगे रहता है। वैसे इसके लिए कश्मीर घाटी की भौगोलिक परिस्थिति भी जिम्मेदार है लेकिन चुनाव आयोग ने फिर भी ज़्यादा से ज़्यादा वोटिंग के लिए इस बार पूरे प्रयास किए हैं। निश्चित रूप से पहले के मुक़ाबले इस बार ज़्यादा वोटिंग की उम्मीद की जा रही है। वोटिंग प्रतिशत जितना ज़्यादा होगा, लोकतंत्र उतना ही सुदृढ़, सरल और मज़बूत होगा। बहरहाल, पहले दौर में शांतिपूर्ण चुनाव होने जा रहे हैं। यहाँ दूसरे दौर की वोटिंग 25 सितम्बर को होने वाली है जिसमें 26 सीटों के लिए वोट डाले जाएँगे। वोटिंग का तीसरा और अंतिम दौर एक अक्टूबर को होगा। इस दौर में सर्वाधिक चालीस सीटों को लिए मतदान होगा। यही दौर निर्णायक समझा जा रहा है। वोटों की गिनती आठ अक्टूबर को होगी।

Dainik Bhaskar जम्मू-कश्मीर विधानसभा की 24 सीटों पर कल वोटिंग:फर्स्ट फेज में महबूबा की बेटी इल्तिजा समेत 219 कैंडिडेट्स, 110 करोड़पति, 36 पर क्रिमिनल केस

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के फर्स्ट फेज में कल 18 सितंबर को 7 जिलों की 24 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी। जिसमें 23.27 लाख वोटर्स शामिल होंगे। फर्स्ट फेज की 24 में से 8 सीटें जम्मू डिवीजन और 16 सीटें कश्मीर घाटी में है। सबसे ज्यादा 7 सीटें अनंतनाग और सबसे कम 2-2 सीटें शोपियां और रामबन जिले की हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक, पहले फेज में 219 कैंडिडेट्स मैदान में हैं। इनमें 9 महिलाएं और 92 निर्दलीय उम्मीदवार हैं। 110 कैंडिडेट्स करोड़पति हैं जबकि 36 पर क्रिमिनल केस दर्ज हैं। इस फेज में मुफ्ती परिवार का गढ़ रही बिजबेहरा सीट भी है। यहां PDP चीफ महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा पहली बार चुनाव लड़ रही हैं। महबूबा और उनके पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद CM रह चुके हैं। जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों पर 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को तीन फेज में वोटिंग होगी। नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। दरअसल, जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। 2014 चुनाव में PDP ने सबसे ज्यादा 28 और भाजपा ने 25 सीटें जीती थी। दोनों पार्टियों ने मिलकर सरकार बनाई थी। अनंतनाग की सबसे ज्यादा 7 सीटों पर वोटिंग पहले फेज में अनंतनाग की 7, पुलवामा की 4, कुलगाम, किश्तवाड़ और डोडा की 3-3, शोपियां और रामबन की 2-2 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। डोडा, रामबान और किश्तवाड़ जिले जम्मू डिवीजन जबकि अनंतनाग, पुलवामा, कुलगाम और शोपियां कश्मीर डिवीजन में आते हैं। पुलवामा की पंपोर सीट पर सबसे ज्यादा 14 कैंडिडेट हैं। वहीं अनंतनाग की बिजबेहरा सीट पर केवल 3 उम्मीदवारों के बीच में चुनावी लड़ाई है। PDP के सबसे ज्यादा 18 कैंडिडेट्स करोड़पति एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के फेज 1 के 219 उम्मीदवारों के हलफनामे के आधार पर एक रिपोर्ट तैयार की। ADR की रिपोर्ट के अनुसार, फेज-1 के 219 कैंडिडेट्स की एवरेज संपत्ति 3 करोड़ रुपए है। 219 में से 50% यानी 110 कैंडिडेट करोड़पति हैं। इनके पास एक करोड़ या उससे ज्यादा की संपत्ति है। महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) के 21 में 18 कैंडिडेट करोड़पति हैं। 36 कैंडिडेट्स पर क्रिमिनल केस दर्ज, 5 रेड अलर्ट सीटें ADR की रिपोर्ट के अनुसार, 219 में से 16% यानी 36 उम्मीदवारों पर क्रिमिनल केस दर्ज हैं। वहीं 11% यानी 25 कैंडिडेट

Dainik Bhaskar मोदी 6 साल की उम्र में कांग्रेस में काम किए:8 साल में RSS से जुड़े; 4 बार गुजरात के मुख्यमंत्री, 3 बार प्रधानमंत्री बने

74 साल पहले आज ही के दिन नरेंद्र मोदी का जन्म हुआ था। इस खास मौके पर आज पीएम मोदी ओडिशा जाएंगे। यहां वे सुभद्रा योजना लॉन्च करेंगे। समाज सेवा के जुनून के चलते 68 साल पहले मोदी 6 साल की उम्र में ही कांग्रेस की ओर से महागुजरात आंदोलन का हिस्सा बने। फिर 8 साल की उम्र में RSS से जुड़े। 7 अक्टूबर 2001 को 51 साल की उम्र में बिना विधायक बने ही मोदी गुजरात के 14वें मुख्यमंत्री बने। 24 सालों में 14 साल गुजरात के मुख्यमंत्री रहे और अब तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री हैं। आज पीएम मोदी के 74वें जन्मदिन पर बचपन से लेकर तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने तक की पूरी जीवन यात्रा… यह खबर भी पढ़ें... राममंदिर या राफेल-डील, मोदी के अफसर निपटाते हैं बड़े प्रोजेक्ट:नेहरू-इंदिरा के मुकाबले कहां हैं PM मोदी, 74वें जन्मदिन पर विरासत की कहानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर को अपना 74वां जन्मदिन मनाएंगे और जीवन के 75वें साल में प्रवेश करेंगे। मोदी लगातार 3 बार भारत के प्रधानमंत्री बनने वाले पहले गैर-कांग्रेसी नेता हैं। उनकी लीडरशिप में BJP पहली बार 303 सीटें जीतने में कामयाब हुई। इसी दौरान एक वक्त 21 राज्यों में ‌BJP या उसके गठबंधन की सरकार बनाने में भी कामयाब हुए। पूरी खबर पढ़ें...

Dainik Bhaskar अरविंद केजरीवाल आज मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे:11 बजे विधायक दल की बैठक, शाम 4.30 बजे LG से मिलकर इस्तीफा सौंपेंगे

अरविंद केजरीवाल आज दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे। सुबह 11 बजे उन्होंने CM हाउस में विधायक दल की बैठक बुलाई है। इसमें नए CM का नाम तय होगा। शाम 4:30 बजे वे उपराज्यपाल (LG) विनय सक्सेना से मिलकर इस्तीफा सौपेंगे। खास बात यह है कि आज ही PM मोदी का 74वां जन्मदिन है। LG से मुलाकात के दौरान ही केजरीवाल दिल्ली के नए मुख्यमंत्री का नाम भी सौपेंगे। सूत्रों के मुताबिक आतिशी, कैलाश गहलोत, गोपाल राय और सुनीता केजरीवाल में से कोई एक दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री बन सकता है। इसी हफ्ते नए CM और कैबिनेट का शपथ ग्रहण भी होगा। 13 सितंबर को शराब नीति केस में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद केजरीवाल ने 15 सितंबर को मुख्यमंत्री पद छोड़ने का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि, 'अब जनता तय करे कि मैं ईमानदार हूं या बेईमान। जनता ने दाग धोया और विधानसभा चुनाव जीता तो फिर से कुर्सी पर बैठूंगा।' केजरीवाल ने इस्तीफा क्यों दिया, 3 बातें... 1. मुख्यमंत्री तो हैं, लेकिन पावर नहीं दिल्ली शराब नीति केस में अरविंद केजरीवाल 177 दिन बाद जमानत पर जेल से बाहर आए। सुप्रीम कोर्ट ने शर्त रखी कि वे CM ऑफिस नहीं जाएंगे और न ही किसी फाइल पर साइन करेंगे। यानी जेल से बाहर आने और मुख्यमंत्री रहते हुए भी उनके पास पावर नहीं रहा। 2. सिर्फ 5 महीने का कार्यकाल बचा दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल फरवरी 2025 में खत्म हो रहा है। यानी सरकार के पास चुनाव में सिर्फ 5 महीने ही बचे हैं। इस दौरान सरकारें लोक-लुभावन चुनावी फैसले लेती हैं। केजरीवाल कोर्ट की शर्तों में बंधे हैं। जेल से छूटने के बाद केजरीवाल के साथ सहानुभूति है। दो-तीन महीने पहले दिल्ली में चुनाव की मांग कर केजरीवाल इसे भुनाना चाहेंगे। 3. ईमानदार नेता की छवि को मजबूत करेंगे दिल्ली शराब नीति केस में नाम आने और गिरफ्तारी के बाद से ही भाजपा के नेता अरविंद केजरीवाल से मुख्यमंत्री पद छोड़ने की मांग कर रहे थे। केजरीवाल ने अब इस्तीफे का ऐलान कर दिया है। अब वे भाजपा नेताओं को सीधे कह सकेंगे कि सिर्फ आरोप रहते मैंने मुख्यमंत्री पद छोड़ दिया। अब मेरी ईमानदारी का फैसला जनता करेगी। केजरीवाल इस्तीफे के बाद क्या करेंगे केजरीवाल मुख्यमंत्री पद से भले हट जाएं, लेकिन वे आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक बने रहेंगे। इस्तीफे के बाद उनका पूरा फोकस हरियाणा विधानसभा चुनाव पर

Dainik Bhaskar मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:केजरीवाल शाम 4:30 बजे इस्तीफा देंगे; ममता बोलीं- हमने डॉक्टर्स की 3 मांगें मानी; ट्रम्प पर जानलेवा हमले की कोशिश

नमस्कार, कल की बड़ी खबर दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल से जुड़ी रही, वे आज शाम राज्यपाल को इस्तीफा सौपेंगे। एक खबर कोलकाता रेप केस की रही, पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदर्शनकारी डॉक्टर्स की 3 मांगें मान ली है। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. केजरीवाल आज LG को इस्तीफा सौपेंगे, विधायक दल की मीटिंग में नया CM चुना जाएगा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज शाम साढ़े 4 बजे उपराज्यपाल (LG) विनय सक्सेना से मिलेंगे। वह पद से इस्तीफा देंगे और CM के लिए नया नाम सौंपेंगे। इससे पहले सुबह 11:30 बजे केजरीवाल के आवास पर AAP विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें नए CM के नाम पर चर्चा होगी और सर्वसम्मति से फैसला लिया जाएगा। कौन होगा नया CM:​​​​​ 16 सितंबर को केजरीवाल ने पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी (PAC) की बैठक बुलाई थी। इसमें सभी सीनियर नेता और सरकार के कैबिनेट मंत्री शामिल थे। केजरीवाल ने नए CM को लेकर वन-टु-वन चर्चा की। आतिशी, कैलाश गहलोत, गोपाल राय और सुनीता केजरीवाल में से कोई एक दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री बन सकता है। केजरीवाल क्या करेंगे: 5 अक्टूबर को हरियाणा में वोटिंग है। राज्य में कांग्रेस से AAP का गठबंधन नहीं हुआ है। इसके बाद यहां सभी 90 सीटों पर पार्टी ने प्रत्याशी उतारे हैं। केजरीवाल का पूरा फोकस अब हरियाणा में चुनाव प्रचार पर होगा। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में भी केजरीवाल प्रचार कर सकते हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. ममता बोलीं- हमने डॉक्टर्स की 3 मांगें मानी, पुलिस कमिश्नर समेत 4 अधिकारी हटाए जाएंगे कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर को लेकर प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच मीटिंग हुई। ममता ने कहा कि हमने डॉक्टर्स की 5 में से तीन मांगें मान ली हैं। हमारी डॉक्टरों से अपील है कि वे काम पर लौट आएं। ममता ने कहा, ‘पहली मांग जांच की थी, CBI केस की जांच कर रही है और सुप्रीम कोर्ट इसकी निगरानी कर रहा है। दूसरा- रेप केस के आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। तीसरी- कोलकाता पुलिस कमिश्नर को पद से हटा दिया गया है। इसके इसके साथ हेल्थ सर्विस के डायरेक्टर, मेडिकल एजुकेशन के डायरेक्टर और उत्तरी कोलकाता के डिप्टी कमिश्नर को भी हटाया जाएगा।' डॉक्टर्स की हड़ताल कब खत

Dainik Bhaskar कोलकाता रेप-मर्डर केस में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई:पिछली सुनवाई में CJI ने डॉक्टरों को काम पर लौटने का आदेश दिया था, डॉक्टर नहीं माने

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज रेप-मर्डर केस में मंगलवार (17 सितंबर) को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। 9 सितंबर को हुई पिछली सुनवाई में CJI डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और मनोज मिश्रा की बेंच ने तीन मुद्दों - CBI जांच रिपोर्ट, डॉक्टरों की हड़ताल और CISF जवानों की सुविधाओं पर सुनवाई की थी। CBI की स्टेटस रिपोर्ट में कई बातें सामने आईं। कोर्ट ने कहा कि, FIR में 14 घंटे की देरी हुई है। वहीं कुछ जरूरी दस्तावेज भी गायब हैं। ऐसे में मामला गड़बड़ लगता है। कोर्ट ने राज्य सरकार को मिसिंग डॉक्यूमेंट कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया। वहीं हड़ताल को लेकर कोर्ट ने डॉक्टरों से तुरंत काम पर लौटने को कहा था। CJI ने कहा, 'अगर 10 सितंबर शाम 5 बजे तक डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं लौटें तो उनके खिलाफ राज्य सरकार को कार्रवाई करने से नहीं रोका जा सकता। डॉक्टरों का पेशा ही मरीजों की सेवा करना है।' CISF जवानों की सुविधाओं पर कोर्ट ने राज्य के गृह सचिव को आदेश दिया था कि सभी जवानों को रहने के लिए घर मुहैया कराया जाए। ये जवान अस्पताल की सुरक्षा के लिए आए हैं। उनको अतिरिक्त सुरक्षा उपकरण भी दिए जाएं। कोर्ट के आदेश के बावजूद जूनियर डॉक्टर्स काम पर नहीं लौटे। डॉक्टर्स ने यह कहकर प्रदर्शन जारी रखा कि ममता सरकार उनकी मांगें पूरी नहीं कर रही है। हालांकि, एक दिन पहले ही ममता सरकार ने डॉक्टरों की तीन मांगें पूरी करने की बात कही है। डॉक्टर्स आधिकारिक आदेश का इंतजार कर रहे हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2 मुद्दों पर कोर्ट रूम LIVE... पहला मुद्दा- ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर पर CBI जांच की स्टेटस रिपोर्ट CJI: आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के प्रिंसिपल के घर के बीच कितनी दूरी है? SG: 15 से 20 मिनट CJI: अननैचुरल डेथ का केस कितने बजे रजिस्टर्ड हुआ। SG: कृपया चार्ट देखें। आखिर वह हम सभी की बेटी है। सिब्बल: डेथ सर्टिफिकेट दोपहर 1:47 बजे दिया गया। पुलिस स्टेशन में अननैचुरल डेथ की एंट्री दोपहर 2:55 बजे की गई। CJI: क्या अननैचुरल डेथ नंबर 861 है? सिब्बल: हां CJI: घटनास्थल की जांच और सबूत कब जुटाए गए? सिब्बल: सुबह 8:30 बजे से 10:45 बजे तक। यह शव को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाने के बाद की बात है। SG: लेकिन यह किसके द्वारा की गई? यह भी ध्यान रखने वाली बात है। CJI: देखिए सीसीटीवी फुटेज से साफ पता चलता है कि आरोपी किस समय से

Dainik Bhaskar कोलकाता रेप-केस, ममता बोलीं- हमने डॉक्टर्स की 3 मांगें मानी:पुलिस कमिश्नर समेत 4 अधिकारी हटाए गए; डॉक्टर्स से काम पर लौटने की अपील

कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर का विरोध कर रहे डॉक्टरों और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच सोमवार (16 सितंबर) को बैठक हुई। रात करीब 11:50 बजे ममता बनर्जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बैठक के बारे में जानकारी दी। ममता ने कहा कि कोलकाता पुलिस कमिश्नर को हटा दिया गया है। कल शाम 4 बजे नए कमिश्नर पद संभालेंगे। इसके साथ हेल्थ सर्विस के डायरेक्टर, मेडिकल एजुकेशन के डायरेक्टर और उत्तरी कोलकाता के डिप्टी कमिश्नर को भी हटाया गया है। ममता ने कहा कि हमने डॉक्टरों की पांच मांगों में से तीन मांगें मान ली हैं। अब हमारी डॉक्टरों से अपील है कि वे काम पर लौट आएं। किसी प्रदर्शनकारी डॉक्टर के खिलाफ एक्शन नहीं लिया जाएगा। ममता ने बताया कि जूनियर डॉक्टरों के साथ हमने 6 घंटे बातचीत की है। डॉक्टर्स की तरफ से 42 लोगों ने मिनिट्स ऑफ मीटिंग पर साइन किया, जबकि सरकार की तरफ से मुख्य सचिव मनोज पंत ने साइन किया है। एक महीने से ज्यादा समय से चल रहे गतिरोध को हल करने के लिए चार असफल प्रयासों के बाद 35 जूनियर डॉक्टरों का एक प्रतिनिधिमंडल बैठक के लिए पहुंचा था। बैठक पहले शाम 5 बजे होनी थी, लेकिन शाम 6.50 बजे शुरू हुई और रात करीब 9 बजे तक चली। बातचीत रिकॉर्ड करने के लिए स्टेनोग्राफर्स साथ ले गए थे डॉक्टर्स सोमवार की बातचीत को रिकॉर्ड करने के लिए डॉक्टर अपने साथ दो स्टेनोग्राफर्स भी ले गए थे। इससे पहले बंगाल सरकार डॉक्टर्स को मीटिंग के लिए 4 बार बुलाया, लेकिन लाइव टेलीकास्ट और वीडियोग्राफी जैसी मांगों के चलते बातचीत नहीं हो सकी। आरजी कर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर के रेप-मर्डर के बाद लगातार 38 दिन से जूनियर डॉक्टर्स प्रदर्शन कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा था कि डॉक्टर्स प्रदर्शन खत्म कर काम पर लौटें तो उन पर एक्शन नहीं होगा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था- हड़ताल खत्म करें, नहीं तो कार्रवाई होगी सुप्रीम कोर्ट ने 9 सितंबर को कोलकाता रेप-मर्डर केस की सुनवाई के दौरान जूनियर डॉक्टरों को 10 सितंबर की शाम 5 बजे तक काम पर लौटने का आदेश दिया था। कोर्ट ने आदेश न मानने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी थी। हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, वे ड्यूटी पर नहीं लौटेंगे। ट्रेनी डॉक्टर की मां बोलीं- CM ममता डॉक्टर्स की मांगों को मानें ट्रेनी डॉक्टर की मां ने उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्र

Dainik Bhaskar शिवराज के घर की बड़ी बहू बनेगी अमानत:बड़े बेटे कार्तिकेय की सगाई तय; 17 अक्टूबर को होगी इंगेजमेंट की रस्म

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बडे़ बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान की सगाई तय हो गई है। एक महीने बाद 17 अक्टूबर को कार्तिकेय की सगाई अमानत बंसल के साथ होगी। खुद पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने लिखा- एक पिता के रूप में आज मेरे लिए बहुत खुशी का अवसर है। मैं, मेरी धर्मपत्नी साधना और पूरे परिवार को आप सभी से यह शुभ समाचार साझा करते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि मेरे बड़े बेटे कार्तिकेय की सगाई अनुपम बंसल और रुचिता बंसल की सुपुत्री अमानत बंसल से तय हुई है। शिवराज सिंह ने बताया- 17 अक्टूबर को कार्तिकेय और अमानत की सगाई की रस्म होगी। बच्चों को भावी जीवन के लिए आप सभी शुभकामनाएं और आशीर्वाद देकर दोनों परिवारों को अनुगृहित करें। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से साइकोलॉजी में की है एमएससी अमानत बंसल ने हाल ही में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से साइकोलॉजी में एमएससी की है। पिता का नाम अनुपम बंसल और मां का नाम रुचिता बंसल है। पिता अनुपम बंसल लिबर्टी शूज कंपनी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं। मां रुचिता बंसल कन्फेडरेशन ऑफ वूमेन एंटरप्रेन्योर्स ऑफ इंडिया के हरियाणा चैप्टर की फाउंडर हैं। चार महीने पहले हो चुकी है छोटे बेटे की सगाई चार महीने पहले ही शिवराज सिंह चौहान के छोटे बेटे कुणाल सिंह चौहान की सगाई हुई थी। भोपाल के जाने माने डॉक्टर इंद्रमल जैन की पोती रिद्धि जैन से कुणाल का रिश्ता हुआ है। रिद्धि के पिता का नाम संदीप जैन है। कुणाल और रिद्धि साथ में पढ़े हैं। शिवराज सिंह के दो बेटे हैं कार्तिकेय और कुणाल बता दें कि शिवराज सिंह चौहान के दो बेटे हैं। बड़े बेटे का नाम कार्तिकेय है, जबकि छोटे बेटे का नाम कुणाल है। कुणाल राजनीति से दूर रहते हैं। जबकि बड़े बेटे कार्तिकेय चौहान अपने पिता की तरह राजनीति में काफी सक्रिय हैं।

Dainik Bhaskar CBI को पिंजरे का तोता बताने पर उपराष्ट्रपति की नसीहत:बोले- अहम संस्थानों पर टिप्पणी से उनका मनोबल गिर सकता है, सचेत रहें

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि राज्य के सभी अंगों को मिलकर काम करने की जरूरत है। देश की संस्थाएं कठिन परिस्थितियों में काम करती हैं। किसी को भी अहम संस्थानों के बारे में टिप्पणी करने को लेकर सचेत रहना चाहिए। उनका इशारा सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के संदर्भ में था। सुप्रीम कोर्ट पिछले दिनों कहा था कि CBI को पिंजरे के तोते की छवि से बाहर आना चाहिए। उपराष्ट्रपति ने मुंबई के एक स्कूल में संविधान मंदिर के उद्घाटन समारोह में रविवार को यह टिप्पणी की। धनखड़ ने कहा कि चुनाव आयोग और जांच एजेंसियां मुश्किल हालातों में काम करते हैं। इनके बारे में कोई भी टिप्पणी करना उनका मनोबल गिरा सकता है। इन संस्थाओं को हर तरह की गड़बड़ियों पर नजर रखनी होती है। सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा था दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल को CBI ने गिरफ्तार किया था। इस मामले में सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि सीबीआई को किसी भी दबाव से मुक्त होकर काम करना चाहिए। बेंच में शामिल जस्टिस उज्जल भुइयां ने कहा था कि CBI को निष्पक्ष दिखना चाहिए और हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए ताकि गिरफ्तारी में मनमानी न हो। जांच एजेंसी को पिंजरे में बंद तोते की धारणा को दूर करना चाहिए। राज्य के सभी अंगों का एक ही उद्देश्य उपराष्ट्रपति ने कहा कि राज्य के सभी अंगों - न्यायपालिका, विधायिका और कार्यपालिका का एक ही उद्देश्य है-संविधान की मूल भावना की सफलता सुनिश्चित करना, आम लोगों को सभी अधिकारों की गारंटी देना और भारत को समृद्ध और फलने-फूलने में मदद करना। धनखड़ ने कहा कि सभी संस्थाओं को लोकतांत्रिक और संवैधानिक मूल्यों का पालन करते हुए साथ मिलकर काम करना होता है। इन पवित्र मंचों को राजनीतिक भड़काऊ बहस को बढ़ावा नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग और जांच एजेंसियों को कठिन माहौल और दबाव में काम करना होता है। इसलिए ऐसी कोई भी विपरीत टिप्पणी उनका मनोबल गिरा सकती है। धनखड़ ने कहा कि ऐसी टिप्पणियां राजनीतिक बहस पैदा कर सकती हैं। एक नरेटिव बना सकती हैं। हमें अपने संस्थानों को लेकर बेहद सचेत रहना होगा। ये संस्थाएं मजबूत हैं, वे स्वतंत्र रूप से काम कर रही हैं। वे कानून के शासन के तहत काम करती हैं। ऐसे में अगर हम सिर्फ कुछ सनसनी पैदा करने के लिए, किसी राजनीतिक बहस या धारणा बनाने का काम करते हैं तो मैं संबंधित लोगों से अपील करूंगा

Dainik Bhaskar जम्मू-कश्मीर के लिए कांग्रेस ने मेनिफेस्टो जारी किया:भूमिहीन किसानों को ₹4000 और युवाओं को ₹3500 बेरोजगारी भत्ते का वादा; आर्टिकल 370 का जिक्र नहीं

जम्मू-कश्मीर के लिए कांग्रेस ने सोमवार शाम मेनिफेस्टो जारी किया है। इसमें जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस दिलाने की बात कही गई गई है। पूरे मेनिफेस्टों में आर्टिकल 370 का जिक्र नहीं है। पार्टी ने भूमिहीन किसानों को हर साल 4 हजार रुपए की अतिरिक्त आर्थिक सहायता देने और बेरोजगार युवाओं को एक साल तक हर महीने 3500 रुपए का बेरोजगारी भत्ता देने का ऐलान किया है। पार्टी ने वादा किया है कि गरीब परिवारों को मिलने वाले 5 किलो राशन को बढ़ाकर 11 किलो किया जाएगा। वहीं, सरकारी विभागों में खाली 1 लाख पदों को भरने के लिए सरकार बनने के 30 दिन के भीतर नौकरी कैलेंडर बनाने का वादा किया है। इसके अलावा महिला सम्मान योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की मुखिया महिला को हर महीने 3 हजार रुपए की सहायता देना का ऐलान किया है। कांग्रेस के मेनिफेस्टो में किसके लिए क्या... युवाओं के लिए महिलाओं के लिए

Dainik Bhaskar कोलकाता रेप-मर्डर केस, CFSL रिपोर्ट- संदीप घोष ने गुमराह किया:पॉलीग्राफ टेस्ट में जरूरी सवालों के जवाब भटकाने वाले, CBI ने लगाए 6 आरोप

कोलकाता रेप-मर्डर केस में आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के जवाब गुमराह करने वाले पाए गए हैं। संदीप घोष का पॉलीग्राफ टेस्ट और वॉइस एनालिसिस किया गया था। सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (CFSL) की रिपोर्ट में जब घोष के बयानों की जांच की गई तो बयान भटकाने वाले मिले। न्यूज एजेंसी पीटीआई ने केस से जुड़े अफसरों के हवाले से यह जानकारी दी। हालांकि, पॉलीग्राफ टेस्ट में सामने आई जानकारी को सबूत के तौर पर नहीं पेश किया जा सकता है। जांच एजेंसियां पॉलीग्राफ टेस्ट के आधार पर सबूत जुटा सकती हैं। CBI ने घोष को 14 सितंबर को गिरफ्तार किया था। उनके साथ ताला पुलिस स्टेशन के ऑफिसर इन चार्ज (OC) अभिजीत मंडल को भी गिरफ्तार किया गया था। 15 सितंबर को दोनों को कोर्ट में पेश किया गया। एजेंसी को 3 दिन तक दोनों की कस्टडी दी गई है। पूर्व प्रिंसिपल और पुलिस अफसर पर CBI के आरोप 5 सितंबर: जांच में खुलासा- घोष ने घटना के अगले दिन रेनोवेशन का ऑर्डर दिया 5 सितंबर को CBI की जांच में सामने आया था कि ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर के अगले दिन ही संदीप घोष ने सेमिनार हॉल से लगे कमरों के रेनोवेशन का ऑर्डर दिया था। ट्रेनी डॉक्टर का शव 9 अगस्त की सुबह सेमिनार हॉल में ही मिला था। सूत्रों के मुताबिक, CBI को ऐसे डॉक्यूमेंट मिले हैं, जिनमें इस बात की पुष्टि हुई है कि संदीप घोष ने 10 अगस्त को लेटर लिखकर स्टेट पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट (PWD) को सेमिनार हॉल से लगे कमरे और टॉयलेट का रेनोवेशन करने को कहा था। इस परमिशन लेटर पर घोष के साइन भी हैं। PWD स्टाफ ने सेमिनार हॉल से लगे कमरे का रेनोवेशन शुरू कर दिया था। हालांकि, कॉलेज स्टूडेंट्स ने इस केस को लेकर बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था, जिसके चलते रेनोवेशन के काम को वहीं रोक दिया गया। जांच अधिकारियों का कहना है कि रेनोवेशन लेटर से यह साफ हो रहा है कि घोष को यह काम कराने की जल्दी थी, लिहाजा यह डॉक्यूमेंट रेप-मर्डर केस और आरजी कर कॉलेज में वित्तीय गड़बड़ी के केस के बीच कड़ी जोड़ने में मदद कर सकता है। 14 सितंबर: आरजी कर हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंसिपल को CBI ने अरेस्ट किया कोलकाता रेप-मर्डर केस मामले में 14 सितंबर को CBI ने आरजी कर कॉलेज एंड हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और एक थाने के SHO अभिजीत मंडल को गिरफ्तार कर लिया। सूत्रों के मुताबिक, दोन

Dainik Bhaskar MP हाईकोर्ट ने कहा- नाबालिग अपराधियों से नरमी बरतना दुर्भाग्यपूर्ण:निर्भया कांड से भी सबक नहीं लिया; रेप केस में आरोपी की सजा रखी बरकरार

मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर बेंच ने चार साल की मासूम से दुष्कर्म के आरोपी की सजा के खिलाफ दायर अपील को खारिज कर दिया। कोर्ट ने सुनवाई के दौरान अफसोस जताते हुए कहा कि देश में नाबालिग अपराधियों के साथ नरमी बरती जा रही हैं। ऐसे अपराधों के पीड़ितों का दुर्भाग्य है कि विधानमंडल ने 2012 के निर्भया कांड की भयावहता से अभी तक कोई सबक नहीं सीखा। कोर्ट ने जिस मामले में ये टिप्पणी की वो घटना 29 दिसंबर 2017 की है। 17 साल के नाबालिग आरोपी ने मासूम से दुष्कर्म किया था। निचली अदालत ने उसे 10 साल की सजा सुनाई थी। इस फैसले के खिलाफ आरोपी ने हाईकोर्ट में अपील की थी। जिस पर 11 सितंबर को जस्टिस सुबोध अभ्यंकर ने सुनवाई करते हुए अपील खारिज कर ये टिप्पणी की। कोर्ट ने कहा कि आरोपी अभी 23 साल का है। जब उसने अपराध किया था तब उम्र 17 साल 3 महीने और 27 दिन थी। उसे निचली अदालत ने 2019 में रेप और पॉक्सो एक्ट में 10-10 साल की सजा सुनाई थी। जुवेनाइल एक्ट में कोर्ट ने माना था दोषी हाई कोर्ट में यह बात भी आई कि यह घटना 29 दिसंबर 2017 को हुई थी, जब पीड़िता की मां ने अपनी चार वर्षीय बेटी को बेहोश पाया और उसके गुप्तांगों से खून बह रहा था। आरोपी ने 17 साल की उम्र में अपराध किया था। दो साल के भीतर मई 2019 में जिला अदालत ने उसे जुवेनाइल एक्ट में दोषी मानते हुए 10 साल की सजा सुनाई थी। जिला कोर्ट ने कहा था कि आरोपी की उम्र 21 साल होने तक उसे बाल सुधारगृह में रखा जाए। उसके बाद जेल में शिफ्ट कर दें। बालगृह से भागने का मामला भी उठा इसी बीच, आरोपी जिला कोर्ट के फैसले के चार महीने के भीतर सितंबर 2019 में बाल सुधार गृह से सात अन्य के साथ फरार हो गया था। कोर्ट में उसकी इस हरकत को लेकर भी जानकारी दी गई कि आरोपी ने न सिर्फ अपराध किया, बल्कि 18 साल की आयु होने के बाद पुन: बालगृह से भागकर एक और अपराध किया। आरोपी के वकील के तर्क खारिज किए आरोपी के वकील ने तर्क दिया था कि किराए के विवाद के कारण मामला गढ़ा गया है। वकील ने पीड़िता की उम्र के दस्तावेजों पर सवाल उठाया। इस पर अदालत ने कहा कि पीड़िता की मां जो खुद घटना के तुरंत बाद मौके पर पहुंची थी, जहां उसने आरोपी को अपनी बेटी के पास खड़ा पाया था। पहले से ही खून बह रहा था। आरोपी के खिलाफ झूठा मामला दर्ज करने और असली अपराधी को बचाने का कोई कारण नहीं था। अपीलकर्ता को सही तरीके

Dainik Bhaskar जनगणना में जाति का कॉलम जोड़ सकती है सरकार:कांग्रेस के साथ भाजपा की साथी JDU-LJP ने भी की मांग, 2021 में होनी थी जनगणना

केंद्र सरकार जनगणना के दौरान जाति का कॉलम जोड़ने का विचार कर ही है। यह खबर तब आई है, जब कांग्रेस और विपक्ष के अलावा भाजपा की साथी जेडीयू और एलजेपी भी जातिगत जनगणना की मांग कर रही हैं। इंडिया टुडे को सरकार के सूत्रों ने सोमवार को बताया कि राजनीतिक मांग के चलते सरकार जनगणना में कास्ट कॉलम जोड़ सकती है। जनगणना हर 10 साल में होती है। पिछली बार ये 2011 में हुई थी। इसके बाद 2021 में यह कोरोना महामारी के चलते नहीं हो पाई। जातिगत जनगणना पर किसका क्या स्टैंड केंद्र सरकार: उद्धव ठाकरे सरकार ने जब सुप्रीम कोर्ट में पिटिशन लगाई कि महाराष्ट्र में बैकवर्ड क्लास ऑफ सिटिजंस (BCC) का डेटा जुटाने का निर्देश दिया जाए, तब केंद्र सरकार ने अपना स्टैंड साफ किया था। केंद्र ने कहा था कि यह पॉलिसी का मामला है और अदालतों को इसमें नहीं पड़ना चाहिए। जातिगत जनगणना को एडमिनिस्ट्रेटिव लेवल पर कराने में बहुत दिक्कतें आएंगी और यह व्यावहारिक भी नहीं है। विपक्षी पार्टियां: कांग्रेस समेत BJD, SP, RJD, BSP, NCP शरद पवार देश में जातिगत जनगणना की मांग कर रही हैं। TMC का रुख अभी साफ नहीं है। राहुल गांधी हाल में ही अमेरिका दौरे पर गए थे, वहां उन्होंने जातिगत जनगणना को सही बताया था। NDA: भाजपा का स्टैंड जातिगत जनगणना के पक्ष में नहीं है। NDA कांग्रेस समेत दूसरी विपक्षी पार्टियों पर आरोप लगा रही हैं कि ये जातिगत जनगणना के जरिए देश को बांटने की कोशिश कर रही हैं। हालांकि, बिहार में भाजपा ने ही जातिगत जनगणना का सपोर्ट किया था।सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, निषाद पार्टी, अपना दल, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा सेकुलर, PMK भी कास्ट सेंसस का सपोर्ट कर रही हैं। अब चिराग पासवान की LJP और नीतीश की JDU भी देश में जातिगत जनगणना की मांग कर रही हैं। 2 बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: कांग्रेस सामाजिक-आर्थिक और जातिगत जनगणना की बात कर रही है, यह एक नक्सली विचारधारा है। हमारी राजनीतिक विपक्षी कांग्रेस समाज को जाति के आधार पर बांटने का पाप कर रही है। हमारे लिए गरीबों को सबसे पहले हक मिलना चाहिए, क्योंकि देश में यही सबसे ज्यादा वंचित पॉपुलेशन है। नेता विपक्ष राहुल गांधी: भारत के दलित, OBC, आदिवासी को उनका हक नहीं मिल रहा है। देश के 90% आबादी वाले OBC, दलित और आदिवासी इस खेल में ही नहीं हैं। जातिगत जनगणना यह जानने का आसान तरीका है कि नि

Dainik Bhaskar हरियाणा BJP नेता कुलदीप बिश्नोई की सुरक्षा बढ़ाई:प्रचार के वक्त ग्रामीणों से बहस-धक्कामुक्की; काफिले के पीछे दौड़े लोग, SP ने रिपोर्ट मांगी

हरियाणा के हिसार जिले के आदमपुर विधानसभा क्षेत्र में प्रचार करने गए कुलदीप बिश्नोई और विधायक के बेटे भव्य बिश्नोई को भारी विरोध का सामना करना पड़ा। विरोध के दौरान धक्का-मुक्की तक की नौबत आ गई। कहासुनी के दौरान गांव के लड़कों की भव्य बिश्नोई से तीखी नोकझोंक हो गई और बात हाथापाई तक पहुंच गई। गांव के ही एक लड़के ने इस पूरी घटना का वीडियो बना लिया तो बिश्नोई समर्थकों ने उसका फोन तक तोड़ दिया। ग्रामीणों ने भव्य बिश्नोई पर गांव की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि यहां कोई काम नहीं हुआ। बिश्नोई परिवार ने गांव के साथ सौतेला व्यवहार किया है। ग्रामीणों ने खुद बीच-बचाव कर भव्य-कुलदीप के काफिले को गांव से बाहर निकाला। यह घटना आदमपुर के कुतियावाली गांव में की है। वहीं इस मामले के बाद प्रशासन सक्रिय हो गया है। एसपी ने आदमपुर थाने से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। उधर, आदमपुर थाना प्रभारी अमित कुंडू ने कहा है कि अभी हमारे पास कोई जानकारी नहीं है। डीसी ने एसपी से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी आदमपुर क्षेत्र के गांव कुतियावाली का मामला डीसी प्रदीप दहिया तक पहुंच गया है। उन्होंने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एसपी दीपक सहारण से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने आदमपुर में विशेष निगरानी रखने की सलाह भी दी है। कुलदीप व भव्य बिश्नोई की सुरक्षा बढ़ाई घटना के बाद प्रशासन व पुलिस ने पूरे मामले का संज्ञान लिया है और आदमपुर में भव्य बिश्नोई व कुलदीप बिश्नोई की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। कुलदीप व भव्य को अतिरिक्त सुरक्षा दी जाएगी। प्रशासन अन्य प्रत्याशियों को भी सुरक्षा देने पर विचार कर रहा है। एसपी दीपक सहारण पूरे मामले पर नजर रखे हुए हैं और प्रत्याशियों की सुरक्षा के इंतजाम और पुख्ता कर रहे हैं। बिश्नोई समर्थकों ने कहा- कुछ लोग थे नशे में बिश्नोई समर्थकों का कहना है कि कुलदीप बिश्नोई व भव्य गांव में प्रचार के लिए गए थे। जब वे गांव में पहुंचे तो कुछ लोगों ने बहसबाजी शुरू कर दी। भव्य और कुलदीप उनकी बातों का जवाब दे रहे थे लेकिन भीड़ में कुछ लोग नशे में थे और उनकी बात सुनने के बजाय बहस करने लगे। स्थिति को और बिगड़ने से बचाने के लिए वे गांव से चले गए। बताया जा रहा है कि गांव से जाने के बाद कुलदीप ने अपनी टीम को गांव वालों से बात करने के लिए वहां भेज दिया है। इस तरह बिगड़ी बात भव्य और कुलदी

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