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Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आतंकी छिपे होने का शक, थानामंडी में सुरक्षाबलों का सर्च ऑपरेशन जारी
जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में थानामंडी पुलिस स्टेशन के अंतर्गत मनैल गली में कल संदिग्ध गतिविधि देखे जाने के बाद सुरक्षा बल तलाशी अभियान चला रहे हैं। एक दिन पहले कठुआ जिले में बिलावर तहसील की कोग-मंडली में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में एक आतंकी को मार गिराया था। आज की अन्य बड़ी खबरें... सड़क पर उतरी दिल्ली सरकार, CM आतिशी समेत कई मंत्री कर रहे गड्ढ़ों की जांच दिल्ली की CM आतिशी सोमवार सुबह अपनी कैबिनेट और कई नेताओं के साथ मिलकर दिल्ली की सड़कों की जांच करने निकलीं। मंत्रियों का कहना है कि वे जांच करने के बाद सड़कों की हालत सुधारने के लिए कदम उठाएंगे।
Dainik Bhaskar हरियाणा चुनाव में उम्मीदवार की गाड़ी का एक्सीडेंट:ट्रक ने टक्कर मारी, लेखराम मेहरा और गनमैन बाल-बाल बचे, आरोपी ड्राइवर फरार
हरियाणा के रेवाड़ी में दिल्ली-जयपुर हाईवे पर बावल से लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के प्रत्याशी डॉ. लेखराम मेहरा की कार को ट्रक ने टक्कर मार दी। हादसे के वक्त कार में डॉ. मेहरा और उनके गनमैन अंकित के अलावा एक-दो लोग और बैठे थे। टक्कर लगने से कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। प्रत्याशी और गनमैन बाल-बाल बच गए। हादसे में स्विफ्ट डिजायर कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। रेवाड़ी जिले के भटसाना गांव निवासी डॉ. लेखराम मेहरा लंबे समय से लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी से जुड़े हुए हैं। पार्टी ने उन्हें लगातार दूसरी बार बावल सीट से चुनाव मैदान में उतारा है। डॉ. मेहरा ने बताया कि रविवार शाम करीब छह बजे वह अपने गनमैन अंकित के साथ कार में सवार होकर धारूहेड़ा से बावल आ रहे थे। हादसे के बाद आरोपी चालक फरार दिल्ली-जयपुर हाईवे स्थित आसलवास के पास यह हादसा हुआ। हादसे में वह और उसका गनमैन बाल-बाल बच गए, लेकिन उनकी कार का पिछला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। आरोपी चालक मौके से फरार हो गया। लेकिन इससे पहले ट्रक का रजिस्ट्रेशन नंबर नोट कर लिया गया। सूचना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची गई और मामला दर्ज कर आरोपी चालक की तलाश शुरू कर दी है। 2014 में रिटायरमेंट के बाद राजनीति में कदम रखा लेखराम मेहरा ने 2014 में रिटायरमेंट के बाद राजनीति में कदम रखा। पहले वे इंडियन नेशनल लोकदल में शामिल हुए और बाद में लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी में शामिल हो गए। 2019 के चुनाव में भी लेख राम मेहरा ने एलएसपी के टिकट पर बावल सीट से चुनाव लड़ा था। लेकिन वे बुरी तरह हार गए।
Dainik Bhaskar लखनऊ में नसरल्लाह की मौत पर आधी रात मातम:शिया समुदाय के 10 हजार लोग सड़क पर उतरे; महिलाएं-बच्चे भी शामिल; 3 दिन शोक मनाएंगे
लखनऊ में हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत पर शिया समुदाय के 10,000 लोग सड़कों पर उतर आए। आधी रात 1 किलोमीटर तक कैंडल मार्च निकाला। महिलाएं और बच्चे भी हाथ में मोमबत्तियां लेकर साथ-साथ चले। प्रदर्शनकारियों ने अपने घरों पर काले झंडे लगाए। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के पोस्टर जलाए और नारेबाजी की। मजलिस पढ़कर नसरल्लाह की मौत पर मातम मनाया। शिया समुदाय ने 3 दिन शोक मनाने का ऐलान किया है। इस दौरान बड़ा इमामबाड़ा से लेकर छोटा इमामबाड़ा तक दुकानों को बंद रखा जाएगा। लखनऊ में प्रदर्शन की तस्वीरें... लखनऊ में 300 दुकानें रहेंगी बंद छोटा इमामबाड़ा के सामने मुगलई खाने की दुकान के मालिक हामिद ने कहा- नसरल्लाह की मौत हमारे लिए बेहद अफसोस जनक है। 3 दिन तक शिया समुदाय शोक मनाएगा। हम लोग शांति पूर्ण तरीके से विरोध दर्ज करवा रहे हैं। 3 दिन तक बड़े इमामबाड़ा से लेकर छोटे इमाम बाड़ा तक करीब 300 दुकानें बंद रहेंगी। हमारी भावनाओं से बढ़कर कारोबार नहीं है। हम सच का साथ देने के लिए हर कीमत चुकाने को तैयार हैं। नसरुल्लाह ने ISIS के खिलाफ लड़ाई लड़ी हामिद ने कहा- नसरुल्लाह के प्रति भ्रामक खबरें फैलाई जा रही हैं। वो ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने ISIS के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ी। आतंक से पीड़ित मुल्कों का साथ दिया। फिलस्तीन की मदद किया। नसरुल्लाह इजराइल के रास्ते का रोड़ा थे। इजराइल ने बेगुनाहों का लहू बहाने के लिए नसरुल्लाह की हत्या की। 3 दिनों तक होगी नसरुल्लाह के नाम मजलिस तालकटोरा कब्रिस्तान के मुतावल्ली सय्यद फैजी ने कहा- नसरल्लाह हमेशा दूसरे देश की मदद करते थे। मौत के बाद शिया समुदाय की तमाम दरगाहों और मस्जिदों में काला झंडा लगा दिया गया है। बड़ी संख्या में शिया समुदाय नसरल्लाह के नाम पर मजलिस कर रहे हैं। हम लोग कैंडल मार्च निकालकर श्रद्धांजलि दे रहे हैं। हमने अपने परिवार के सदस्य को खो दिया... हुसैनी टाइगर्स के सदस्य जरी जैदी ने कहा- ये हमारे लिए बहुत ही मुश्किल समय है। ऐसा लग रहा है कि जैसे हमने अपने परिवार के सदस्य को खो दिया। अपने घर में मौत के बाद जिस तरह से शोक मनाते हैं, उसी तरह ये दुख भी हमारे लिए है। 3 दिन तक हम लोग कोई खुशी नहीं मनाएंगे। काला कपड़ा पहनेंगे और घरों में काला झंडा लगा रहेगा। आज पूरी दुनिया का शिया मुसलमान ब्लैक-डे मना रहा है। इजराइली हुकूमत नसरल्लाह की मौत के लिए
Dainik Bhaskar हरियाणा में आज होम वोटिंग का आखिरी दिन:85 आयु के 10 हजार वोटर करेंगे घर बैठे वोट; 2600 दिव्यांगजनों को भी मिलेगी ये सुविधा
हरियाणा विधानसभा आम चुनावों के लिए 5 अक्टूबर को होने वाले मतदान को लेकर होम वोटिंग का आज आखिरी दिन है। इस वोटिंग प्रक्रिया के तहत सूबे के 85 वर्ष से अधिक और दिव्यांग वोटर की होम वोटिंग की प्रक्रिया में शामिल होंगे। 85 वर्ष आयु से अधिक तथा दिव्यांगजन मतदाताओं द्वारा संबंधित रिटर्निंग अधिकारी के पास आवेदन दिए गए थे। इसके बाद रिटर्निंग अधिकारियों द्वारा प्रस्ताव देने पर 85 वर्ष से अधिक आयु के 9596 तथा 2600 दिव्यांग वोटरों को होम वोटिंग की सुविधा दी जा रही है। 20 हजार से अधिक बने हैं मतदान केंद्र हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) पंकज अग्रवाल ने बताया कि विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश में कुल 20,632 मतदान केंद्र बनाये गए हैं। इनमें से 144 आदर्श मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। 115 मतदान केंद्र ऐसे हैं जो पूरी तरह से महिला कर्मचारियों द्वारा संचालित किए जाएंगे। इसके अलावा, 114 मतदान केंद्र यूथ कर्मचारियों तथा 87 मतदान केंद्र दिव्यांग कर्मचारियों द्वारा संचालित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि मतदान के दिन सभी केंद्रों की वेबकास्टिंग की जाएगी। चुनाव में 27,866 EVM का होगा यूज पंकज अग्रवाल ने कहा कि इन चुनावों के लिए रिजवर्ड ईवीएम सहित कुल 27,866 ईवीएम (बैलेट यूनिट) का उपयोग होगा। इसके साथ ही, 24,719 कंट्रोल यूनिट तथा 26,774 वीवीपैट मशीनों का उपयोग किया जाएगा। वीवीपैट में मतदाता अपने द्वारा दिए गए वोट को देख सकता है। उन्होंने कहा कि चुनावों में सुरक्षा की दृष्टि से केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की 225 कंपनियों की तैनाती की जा चुकी है। इसके अलावा, फ्लाइंग स्कवॉड की 500 टीमें तथा 461 स्टेट सरविलेंस टीमें भी तैनात हैं। लोकसभा चुनाव में आयोग ने बांटे थे कार्ड हरियाणा में लोकसभा चुनाव में पहली बार वोटरों को चुनाव आयोग शादी जैसा स्नेह निमंत्रण दिया गया था। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) की ओर से यह निमंत्रण सूबे के 50 लाख घरों में बांटा गया था। यह निमंत्रण पत्र लोगों को वोट डालने की याद दिलाने के लिए दिया गया था। सबसे अहम बात यह है कि इन्विटेशन पर जो भी वोटर वोट डालने के लिए जाएगा उसका पोलिंग बूथ में पोलिंग अधिकारी स्वागत भी किया था। हर घर में इन विशेष निमंत्रण पत्र को बांटने की जिम्मेदारी बूथ लेवल अधिकारी (BLO) को दी गई थी, जिन्होंने घर-घर जाकर और उनसे पोलिंग बूथ पर पहुंचने की अप
Dainik Bhaskar मायावती की हरियाणा रैली:बोलीं- आरक्षण खतरे में; अभय बोले- बिजली मीटर उखाड़ेंगे, नमक-मिर्च के 1100 देंगे
हरियाणा की असंध विधानसभा सीट में रैली करने के लिए बहुजन समाज पार्टी (BSP) की सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती पहुंची हैं। उनके साथ इनेलो के प्रधान सचिव अभय सिंह चौटाला भी मौजूद हैं। दोनों नेता इनेलो-बसपा के संयुक्त उम्मीदवार गोपाल राणा के लिए वोटों की अपील कर रहे हैं। गोपाल राणा 2019 में बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ चुके नरेंद्र राणा के बेटे हैं। नरेंद्र राणा पिछले चुनाव में कांग्रेस के शमशेर सिंह गोगी से मामूली अंतर से चुनाव हारे थे। गोपाल राणा काे इस चुनाव में अपने पिता की छवि का लाभ मिल सकता है।
Dainik Bhaskar MP में इस बार 18% बारिश ज्यादा:राजस्थान में आज से बारिश रुकेगी; बिहार में 12 जिलों में बाढ़, एक लाख लोग प्रभावित
मध्यप्रदेश में इस साल मानसून कोटे से 18% ज्यादा बारिश हो चुकी है। सामान्य 37.3 इंच के मुकाबले 43.9 इंच पानी गिर चुका है। 10 जिले तो ऐसे हैं, जहां बारिश का आंकड़ा 50 इंच के पार हो चुका है। राजस्थान में रविवार को झालावाड़, बारां, राजसमंद, सिरोही, उदयपुर के कई हिस्सों में बारिश हुई। प्रदेश में तापमान भी 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। राजस्थान में सोमवार से बारिश रुक जाएगी। नेपाल में हुई भारी बारिश के बाद बिहार के 12 जिलों में बाढ़ का खतरा बन गया है। इन जिलों के 20 प्रखंडों के करीब 2 लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित है। यहां हालात और भी गंभीर हो सकते हैं, क्योंकि नेपाल की ओर से छोड़ा गया पानी बिहार के मैदानी इलाकों में फैलने की संभावना बढ़ गई है। बाढ़ की 3 तस्वीरें... 30 सितंबर को 13 राज्यों में बारिश का अलर्ट मानसून की वापसी में देरी मौसम विभाग (IMD) ने बताया कि 17 सितंबर को राजस्थान से दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई शुरू होती है। इस बार 23 सितंबर यानी एक हफ्ते की देरी से हुई। इसके कारण पुणे और मुंबई में 10-12 अक्टूबर से पहले मानसून खत्म होने की संभावना नहीं है। आमतौर पर महाराष्ट्र से मानसून की वापसी 5 अक्टूबर के आसपास होती है। IMD वैज्ञानिक एस डी सनप ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव के क्षेत्र बनने और इसके उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना के कारण 26 सितंबर से महाराष्ट्र में अच्छी बारिश होगी। महाराष्ट्र और गोवा में 28 सितंबर तक भारी बारिश होने की संभावना है। IMD के मुताबिक, महाराष्ट्र में इस मानसून सीजन में लंबे अंतराल के बाद बारिश शुरू हुई है। ऐसे में अक्टूबर में महाराष्ट्र से मानसून खत्म होने की भविष्यवाणी करना अभी जल्दबाजी होगी। राज्यों में मौसम का हाल... मध्य प्रदेश में 10 जिलों में 50 इंच से ज्यादा पानी गिरा; आज 37 जिलों में बूंदाबांदी के आसार मध्यप्रदेश में इस साल मानसून कोटे से 18% ज्यादा बारिश हो चुकी है। सामान्य 37.3 इंच के मुकाबले 43.9 इंच पानी गिर चुका है। 10 जिले तो ऐसे हैं, जहां बारिश का आंकड़ा 50 इंच के पार हो चुका है। आने वाले दिनों में तेज बारिश के आसार कम ही हैं। सोमवार को भोपाल, इंदौर समेत 37 जिलों में बूंदाबांदी हो सकती है, लेकिन कहीं भी भारी बारिश का अलर्ट नहीं है। बाकी जिलों में धूप निकलेगी। पढ़ें पूरी खबर... बिहार में 12 जिलों में बाढ़, 5 में ब
Dainik Bhaskar संसद हमले के मास्टरमाइंड अफजल गुरू के भाई का इंटरव्यू:बोले- अफजल गुरू की कब्र पर फातिहा पढ़ना और बाल ठाकरे की समाधि पर फूल चढ़ाना चाहता हूं
सीन 1ः तारीख- 13 दिसंबर 2001, समय- दोपहर 11.40 बजे, जगह- भारत की संसद। संसद के गेट नंबर 12 से एक तेज रफ्तार सफेद एम्बेसडर कार दाखिल हुई। उससे 5 आतंकी निकले और एके-47 से अंधाधुंध फायरिंग करने लगे। इस हमले में कुल 14 लोगों की मौत हुई। पांचों आतंकियों को भी ढेर कर दिया गया। सीन 2: तारीख- 15 दिसंबर 2001, जगह- श्रीनगर का सोपोर बस अड्डा। बेलगाम की रोडवेज बस में बैठने जा रहे एक आतंकी को STF ने पकड़ लिया। पूछताछ के बाद खुलासा हुआ कि गिरफ्तार शख्स अफजल गुरु है, जिसने संसद पर हमला करने वाले आतंकियों की मदद की। पुलिस को अफजल के दिल्ली स्थित घर से हथियार और गोला-बारूद भी मिले। सीन 3: 9 फरवरी 2013, समय- सुबह 8 बजे, जगह- दिल्ली की तिहाड़ जेल। अफजल गुरु ने सुबह चाय पी फिर नमाज पढ़ी। आखिरी इच्छा पूछी गई तो उसने इनकार कर दिया। डॉक्टरी जांच और औपचारिकताओं के बाद उसे फांसी देकर तिहाड़ में ही दफना दिया गया। आप सोच रहे होंगे कि इतने साल फिर से अफजल गुरू के नाम पर चर्चा क्यों हो रही है? दरअसल आज जम्मू-कश्मीर ऐतिहासिक दौर से गुजर रहा है। आर्टिकल 370 हटने के बाद 90 विधानसभा सीटों (43 जम्मू से और 47 कश्मीर से) पर चुनाव हो रहे हैं। इस तरह राज्य के भविष्य का फैसला अब बम या बंदूक नहीं, बल्कि मतपेटियां हैं। इस ऐतिहासिक चुनाव में शामिल एक चेहरे का नाम है एजाज अहमद, जो पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। सोपोर सीट से निर्दलीय उम्मीदवार एजाज अहमद की सबसे बड़ी पहचान यह है कि वह संसद हमले के मास्टरमाइंड अफजल गुरु के बड़े भाई हैं! भाई अफजल की तरह अलगाववाद का रास्ते पर न चलते हुए एजाज अहमद ने लोकतांत्रिक रास्ता क्यों अपनाया? 370 हटने के बाद कश्मीर के हालात को वे कैसे देखते हैं? भाई अफजल गुरु की विचारधारा से उनका कितना संबंध है? अफजल गुरु के नाम पर राजनीति पर क्या कहते हैं? बाला साहेब ठाकरे को एजाज अहमद आदरणीय क्यों मानते हैं? इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए भास्कर ने एजाज अहमद से फोन पर टेलीफोनिक बातचीत की है। पढ़िए, उनसे हुई बातचीत के अंश... 370 हटने के बाद पहला विधानसभा चुनाव एजाज अहमद पशुपालन विभाग में कार्यरत थे। कुछ सालों पहले उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद इस चुनाव के बारे में बातचीत शुरू करते हुए वे कहते हैं- कश्मीरी अब अपने राज्य को वापस पाने के लिए वोट
Dainik Bhaskar मुलाना में सत्ता विरोधी लहर, चौधरी परिवार से भी नाराजगी:कांग्रेस-भाजपा में मुकाबला कड़ा; कुनबे की साख बचाने में जुटी बहू पूजा, इनेलो बिगाड़ सकती है समीकरण
हरियाणा की 90 महत्वपूर्ण विधानसभा सीटों में से मुलाना सीट इस बार सुर्खियों में है। यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। इस सीट पर पिछले 50 सालों से चौधरी परिवार का दबदबा रहा है। 2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के वरुण चौधरी ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी। वरुण चौधरी फिलहाल सांसद हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव में अंबाला सीट से भाजपा प्रत्याशी बंतो कटारिया को 49,036 वोटों से हराया था। इसके चलते यह सीट फिलहाल खाली है। यहां मौजूदा सांसद वरुण चौधरी की पत्नी और पूर्व मंत्री फूलचंद की पुत्रवधू पूजा चौधरी कांग्रेस के टिकट पर मैदान में हैं। इसलिए यह सीट जीतना दोनों नेताओं के लिए प्रतिष्ठा का विषय बन गया है। इस सीट पर दो लाख 25 हजार 332 मतदाता हैं। चौधरी परिवार के 50 साल के राजनीतिक इतिहास में 9 चुनाव फूलचंद मुलाना और पिछले 2 चुनाव वरुण चौधरी लड़ चुके हैं। यहां इस परिवार ने 11 बार चुनाव लड़ा और 6 बार हार का सामना करना पड़ा। पांच बार जीत भी हासिल की। वरुण चौधरी के सांसद बनने के बाद यह सीट खाली हुई थी। दूसरी ओर, भाजपा ने पूर्व विधायक और हरियाणा में तैनात आईएएस सुशील सरवन की मां संतोष सरवन पर भरोसा जताया है। 2014 में मोदी लहर में संतोष सरवन पहली बार मुलाना से विधायक बनी थीं, लेकिन 2019 में भाजपा ने संतोष का टिकट काटकर इनेलो से पूर्व विधायक राजबीर सिंह को चुनाव लड़ा दिया। कांग्रेस के वरुण चौधरी से राजबीर कड़े मुकाबले में हार गए। आम आदमी पार्टी ने चुनाव में गुरतेज सिंह को मैदान में उतारा है। गुरतेज 26 साल के हैं। जननायक पार्टी ने डॉ. रविंदर धीन पर भरोसा जताया है। इंडियन नेशनल लोकदल ने प्रकाश भारती को टिकट दिया है। लोगों का कहना है कि यहां भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर है। कांग्रेस प्रत्याशी पूजा चौधरी चुनाव जीतने के लिए पूरा जोर लगा रही हैं। लेकिन इस बार ऐसा लग रहा है कि शायद बदलाव हो। ग्रामीण इलाकों में कुछ लोग बताते हैं कि कोई विकास नहीं हुआ है। वरुण चौधरी के बारे में ज्यादातर लोगों का कहना है कि वे ग्रामीण इलाकों में कम ही आते हैं। इलाके के कुछ लोगों ने महंगाई और स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दे भी उठाए हैं। मुलाना में सीवरेज की व्यवस्था नहीं है। लोगों को रोजगार भी ज्यादा नहीं मिला है। लोगों का कहना है कि इस बार वे सोच-समझकर वोट करेंगे। इन 4 पॉइंट्स में समझें मुलाना सीट का समीक
Dainik Bhaskar राहुल-प्रियंका का आज से हरियाणा में रोड शो:पहले दिन GT रोड बेल्ट के 3 जिलों में माहौल बनाएंगे; 2019 में यहां 5 सीटें जीतीं
हरियाणा में चल रहे चुनावी मौसम के बीच आज कांग्रेस अंबाला से हरियाणा विजय संकल्प यात्रा का आगाज करने वाली है। इस यात्रा में शामिल होने के लिए नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के साथ-साथ कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी के भी पहुंचने की संभावना है। तय कार्यक्रम के मुताबिक करीब साढ़े 10 बजे राहुल गांधी अंबाला पहुंचेंगे, जहां हुड्डा ग्राउंड में वह एक जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद राहुल रोड शो करते हुए शाम करीब 5 बजे थानेसर पहुंचेंगे। यहां भी वह एक जनसभा को संबोधित करंगे। राहुल गांधी की यह यात्रा 3 जिलों अंबाला, कुरुक्षेत्र और यमुनानगर से होकर गुजरेगी। इस यात्रा के सहारे राहुल इन जिलों में आने वाली कुल 12 विधानसभाओं में कांग्रेस का माहौल बनाने का प्रयास करेंगे। 2019 के विधानसभा चुनाव के परिणामों को देखें तो कांग्रेस ने इन 12 सीटों में से 5 सीटों पर जीत दर्ज की थी। जबकि, 6 सीटों पर भाजपा जीती थी, वहीं एक सीट जजपा के खाते में गई थी। हरियाणा में यह राहुल गांधी का तीसरा चुनावी कार्यक्रम होगा। इससे पहले वह 26 सितंबर को करनाल के असंध में और हिसार के बरवाला में चुनावी सभा को संबोधित कर चुके हैं। वहीं, हरियाणा चुनाव में प्रियंका गांधी का यह पहला चुनावी कार्यक्रम होगा। भाजपा के गढ़ से यात्रा की शुरूआत के पीछे क्या वजह? राहुल गांधी अपनी यात्रा की शुरुआत जीटी रोड बेल्ट से कर रहे हैं। इसका खास कारण यह है कि भाजपा को सत्ता दिलाने में सबसे बड़ा योगदान इसी बेल्ट का रहा है लेकिन इस बेल्ट पर भाजपा का प्रदर्शन लगातार खराब हुआ है और कांग्रेस ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। 2014 में जहां कांग्रेस इस बेल्ट से एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। वहीं, कांग्रेस ने 2019 में यहां से 9 सीटें जीती थी। वहीं भाजपा ने 2014 में पार्टी की 47 में से 21 सीटें और 2019 में 40 में से 12 सीटें इसी इलाके से आईं थी। लेकिन इस बार कई जगहों पर एंटी इनकम्बेंसी के कारण बीजेपी कमजोर नजर आ रही है, और राहुल गांधी इसी मौके को भुनाने के लिए और भाजपा के सारे नाराज वोटरों को अपने पाले में करने के लिए इसी क्षेत्र से यात्रा को शुरू कर रहे हैं। सैलजा और हुड्डा दिख सकते हैं साथ सीएम फेस को लेकर कांग्रेस काफी समय से दो गुटों में बंटी हुई नजर आ रही है। कई मौकों पर सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा और पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा भी एक-दूसरे से दूर-
Dainik Bhaskar दुष्यंत चौटाला के सामने जमानत बचाने की चुनौती:उचाना में किसानों की नाराजगी भारी; कांग्रेस-भाजपा-निर्दलीय में टक्कर; जाट बंटे तो BJP को फायदा
हरियाणा की उचाना कलां विधानसभा सीट हॉट बनी हुई है, क्योंकि यहां से पूर्व डिप्टी सीएम और जननायक जनता पार्टी (JJP) के उम्मीदवार दुष्यंत चौटाला चुनाव लड़ रहे हैं। 2019 में दुष्यंत चौटाला इसी सीट से करीब साढ़े 47 हजार वोटों से चुनाव जीते थे। तब उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह की पत्नी भाजपा उम्मीदवार प्रेमलता को हराया था। इस चुनाव में बीरेंद्र सिंह के बेटे पूर्व भाजपा सांसद बृजेंद्र सिंह कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। इनके अलावा, भाजपा ने देवेंद्र अत्री, आम आदमी पार्टी (AAP) ने पवन फौजी, इनेलो-बसपा ने विनोद पाल सिंह को उम्मीदवार बनाया है। इसके अलावा कांग्रेस के बागी दिलबाग संडील और वीरेंद्र घोघड़ियां निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। इस विधानसभा सीट पर करीब 2.17 लाख वोटर हैं। यहां सबसे ज्यादा 1.7 लाख जाट वोटर हैं। जाट समाज से ही आने वाले दुष्यंत चौटाला और बीरेंद्र सिंह के बीच उचाना सीट को लेकर खींचतान चली आ रही है। यहां दोनों परिवारों की प्रतिष्ठा दांव पर है। दैनिक भास्कर की टीम ने उचाना में जाकर लोगों से बातचीत कर चुनावी माहौल जाना। ऑफ कैमरा अधिकतर लोगों में दुष्यंत के प्रति नाराजगी दिखी। उनका कहना था कि किसान आंदोलन और भाजपा के साथ गठबंधन करने की वजह से दुष्यंत की इस बार जमानत जब्त होगी। जिस बड़ी लीड से वह पिछला चुनाव जीते थे, इस बार उन्हें उतनी ही बड़ी हार का सामना करना पड़ेगा। वहीं बृजेंद्र सिंह को कांग्रेस की लहर और किसानों का साथ मिल सकता है। अगर जाट वोट बंटे तो सीधा फायदा भाजपा को होगा। इनके अलावा निर्दलीय वीरेंद्र घोघड़ियां के नाम की भी फील्ड में बहुत चर्चाएं है। ये चर्चाएं उचाना सीट पर दूसरी बार किसी निर्दलीय को सत्ता सौंपने बराबर है। लेकिन मुकाबला कड़ा है। 3 पॉइंट्स में समझें उचाना विधानसभा सीट के समीकरण लगातार चौथे चुनाव में चौटाला और बीरेंद्र परिवार आमने-सामने उचाना कलां विधानसभा सीट साल 1977 में अस्तित्व में आई थी। पहले ही चुनाव में चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इस सीट से बीरेंद्र सिंह 5 बार विधायक बन चुके हैं। 2009 में बीरेंद्र सिंह ओमप्रकाश चौटाला से केवल 621 वोट से चुनाव हार गए। उचाना के इतिहास में ये सबसे छोटी हार है। इसके बाद बीरेंद्र सिंह ने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा। 2014 में बीरेंद्र सिंह का परिवार भ
Dainik Bhaskar कोलकाता रेप केस- सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज:वर्कप्लेस सेफ्टी को लेकर जवाब दाखिल करेगी ममता सरकार; फिर हड़ताल का फैसला ले सकते हैं डॉक्टर
कोलकाता में 8-9 अगस्त को ट्रेनी डॉक्टर से रेप-मर्डर मामले को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। इस सुनवाई में राज्य सरकार की तरफ से वर्कप्लेस पर सेफ्टी और सिक्योरिटी को लेकर जवाब दाखिल किया जाना है। जूनियर डॉक्टर्स का कहना है कि अगर वे राज्य सरकार के जवाब से संतुष्ट नहीं हुए, तो वे दोबारा हड़ताल शुरू करेंगे। इससे पहले डॉक्टर्स से 10 अगस्त से 21 सितंबर के बीच 42 दिन तक हड़ताल की थी। दरअसल, कोलकाता के सागोर दत्ता हॉस्पिटल में 27 सितंबर को एक मरीज की मौत के बाद 3 डॉक्टरों और 3 नर्सों से पिटाई का मामला सामने आया था। इसी घटना से जूनियर डॉक्टर्स नाराज हैं। डॉक्टर्स ने अस्पताल में प्रदर्शन भी किया। इस मामले में 4 प्रदर्शनकारी डॉक्टरों को हिरासत में लिया गया है। डॉक्टर्स की मांग है कि उन्हें अस्पतालों में सुरक्षा मुहैया कराई जाई, ताकि वे बिना डर के ड्यूटी कर सकें। डॉक्टर बोले- सरकार के साथ हमारी बैठक को गंभीरता से नहीं लिया गया शनिवार को एक डॉक्टर ने कहा कि राज्य सरकार हमें सुरक्षा देने पूरी तरह से विफल रही है। इसलिए शुक्रवार को सगोर दत्ता हॉस्पिटल में हमला हुआ। हम ममता सरकार को कुछ समय दे रहे हैं। सोमवार को सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के बाद शाम 5 बजे हम फैसला लेंगे। ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव के साथ हमारी बैठकों को गंभीरता से नहीं लिया गया। मरीजों के परिवार के सदस्य हमारी एक महिला सहकर्मी को धमका रहे हैं। वे कह रहे हैं कि आरजी कर अस्पताल में जो हुआ, वही दोहराएंगे। ये लोग ऐसी धमकी कैसे दे सकते हैं। ममता-डॉक्टरों की मीटिंग को लेकर 7 दिन टकराव चला डॉक्टरों और ममता की मीटिंग को लेकर कोलकाता में 7 दिन तक टकराव चला था। 4 कोशिशें नाकाम होने के बाद 16 सितंबर को ममता और डॉक्टरों के डेलिगेशन की CM हाउस में बैठक हुई। इस बैठक में ममता ने डॉक्टरों की 5 में से 3 मांगें मानी थीं और कहा था कि काम पर वापस लौटें। डॉक्टरों की मांग पर बंगाल सरकार ने कोलकाता के पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल को पद से हटा दिया था। उनकी जगह मनोज वर्मा ने पद संभाला। स्वास्थ्य विभाग के भी 4 और अधिकारियों का ट्रांसफर किया गया है। इसके अलावा 5 और पुलिस अधिकारियों के पद भी बदले गए। 19 सितंबर को डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म करने का फैसला लिया था। जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि हमारी मांग पर कोलकाता पुलिस कमिश्नर, मेडिकल
Dainik Bhaskar मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:खड़गे मंच पर बेहोश, बोले- मोदी को हटाने तक जिंदा रहूंगा; हिजबुल्लाह चीफ का शव मिला; तमिलनाडु CM ने बेटे को डिप्टी बनाया
नमस्कार, कल की बड़ी खबर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के जम्मू-कश्मीर में दिए चुनावी बयान की रही। एक खबर हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह से जुड़ी रही, इजराइल हमले के 2 दिन बाद उसकी डेडबॉडी मिली है। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. जम्मू में भाषण के दौरान बेहोश हुए कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे, बोले- 83 का हूं, लेकिन इतना जल्दी मरने वाला नहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जम्मू-कश्मीर के कठुआ में रैली को संबोधित करते हुए बेहोश हो गए। तबीयत ठीक होने के बाद खड़गे वापस मंच पर आए। उन्होंने कहा, '83 साल का हो गया हूं, लेकिन इतना जल्दी मरने वाला नहीं हूं। जब तक मोदी को नहीं हटाएंगे, तब तक मैं जिंदा ही रहूंगा। आपकी बात सुनूंगा, आपके लिए लड़ता रहूंगा। जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के लिए बात रखता रहूंगा।' खड़गे की तबीयत बिगड़ने की जानकारी मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे फोन पर बात की और उनकी स्वास्थ्य की जानकारी ली। कांग्रेस 90 में से 32 सीटों पर चुनाव लड़ रही: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) और कांग्रेस गठबंधन में हैं। केंद्र शासित प्रदेश की 90 सीटों में से 51 पर नेशनल कॉन्फ्रेंस और 32 सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ रही है। 5 सीटों पर फ्रेंडली फाइट होगी। 2 सीटें CPI (M) और पेंथर्स पार्टी को मिली हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. तमिलनाडु के CM ने बेटे को डिप्टी CM बनाया, जेल से बाहर आए सेंथिल बालाजी भी मंत्री बने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने बेटे उदयनिधि स्टालिन को डिप्टी सीएम बनाया है। साथ ही कैबिनेट में फेरबदल किया। वी सेंथिल बालाजी, आर राजेंद्रन, डॉ. गोवी चेझियान और एसएम नासर को मंत्री बनाया गया है। राजभवन में गवर्नर आरएन रवि ने सेंथिल बालाजी समेत चारों DMK नेताओं को शपथ दिलाई। सेंथिल बालाजी की स्टालिन कैबिनेट में वापसी हुई है। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उन्हें 27 सितंबर को जमानत मिली है। उदयनिधि ने शपथ नहीं ली क्योंकि वे राज्य सरकार में पहले से मंत्री थे। उदयनिधि ने सनातन धर्म को डेंगू-मलेरिया कहा था: उदयनिधि पिछले साल सनातन धर्म पर अपने बयान को लेकर चर्चा में रहे थे। उन्होंने सनातन धर्म की तुलना डेंगू-मलेरिया से की थी। तमिलनाडु में ऐसा दूसरी बार हुआ
Dainik Bhaskar वन नेशन-वन इलेक्शन:3 बिल ला सकती है सरकार, दो संविधान संशोधन कराने होंगे; नवंबर-दिसंबर में बिल आएगा
देश में एक साथ चुनाव कराने की अपनी योजना को अमल में लाने के लिए सरकार द्वारा 3 विधेयक लाए जाने की संभावना है, जिनमें दो संविधान संशोधन से संबंधित होंगे। प्रस्तावित संविधान संशोधन विधेयकों में से एक स्थानीय निकाय चुनावों को लोकसभा और विधानसभाओं के साथ कराए जाने से संबंधित है। इसके लिए कम से कम 50% राज्यों के अनुसमर्थन की आवश्यकता होगी। ‘एक देश, एक चुनाव’ योजना के साथ आगे बढ़ते हुए, सरकार ने इस महीने की शुरुआत में देशव्यापी सहमति बनाने की कवायद के बाद चरणबद्ध तरीके से लोकसभा, राज्य विधानसभाओं और स्थानीय निकायों के लिए एक साथ चुनाव कराने की उच्च-स्तरीय समिति की सिफारिशों को स्वीकार कर लिया। तीन संशोधनों से क्या होगा... पहला संविधान संशोधन विधेयक- लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनाव एक साथ कराने का प्रावधान करने से संबंधित होगा। इसमें विधानसभाओं को भंग करने और ‘एक साथ चुनाव’ शब्द को शामिल करने के लिए अनुच्छेद 327 में संशोधन करने से संबंधित प्रावधान भी हैं। इस को 50% राज्यों द्वारा अनुसमर्थन की आवश्यकता नहीं होगी। दूसरा संविधान- स्थानीय निकायों के चुनावों के लिए राज्य निर्वाचन आयोगों के परामर्श से निर्वाचन आयोग द्वारा वोटर सूची तैयार करने से संबंधित संवैधानिक प्रावधानों में संशोधन करने का प्रस्ताव करेगा। तीसरा संशोधन- यह बिल केंद्र शासित प्रदेशों से संबंधित तीन कानूनों के प्रावधानों में संशोधन करने वाला एक सामान्य विधेयक होगा। 18 सितंबर को कैबिनेट की मंजूरी, नवंबर-दिसंबर में आएगा बिल देश में लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव (वन नेशन वन इलेक्शन) करवाने के प्रस्ताव को 18 सितंबर को केंद्रीय कैबिनेट ने मंजूरी दे दी। बिल शीतकालीन सत्र यानी नवंबर-दिसंबर में संसद में पेश किया जाएगा। 17 सितंबर को गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि सरकार इसी कार्यकाल में 'वन नेशन वन इलेक्शन' लागू करेगी। 15 अगस्त को प्रधानमंत्री ने कहा था कि बार-बार चुनाव देश की प्रगति में बाधा पैदा कर रहे हैं। वन नेशन वन इलेक्शन पर विचार के लिए बनाई गई पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली कमेटी ने 14 मार्च को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी। रिपोर्ट 18 हजार 626 पन्नों की है। पैनल 2 सितंबर 2023 को बनाया गया था। यह रिपोर्ट स्टेकहोल्डर्स-एक्सपर्ट्स से चर्चा के बाद 191 दिन की रिसर्च का नतीजा है।
Dainik Bhaskar तिरुपति लड्डू विवाद- SC में 5 याचिकाओं पर आज सुनवाई:याचिकाकर्ता सुब्रमण्यम स्वामी का सवाल- मंदिर कमेटी ने क्यों नहीं दिखाई जांच रिपोर्ट
आंध्र प्रदेश के श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर (तिरुपति मंदिर) में प्रसादम (लड्डुओं) में जानवरों की चर्बी मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। जस्टिस बीआर गवई और केवी विश्वनाथन की बेंच 5 याचिकाओं पर सुनवाई करेगी। इनमें से दो मुख्य याचिकाएं भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी और तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के पूर्व अध्यक्ष वाईवी सुब्बा रेड्डी की तरफ से लगाई गई हैं। एक अन्य याचिका एडवोकेट सत्यम सिंह की तरफ से लगाई गई। कोर्ट सभी याचिकाओं पर एक साथ सुनवाई करेगा। TTD के पूर्व अध्यक्ष वाईवी सुब्बा रेड्डी की तरफ से याचिका में कहा गया कि, चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी ने जानबूझकर दस्तावेज जारी किए ताकि भक्तों में भ्रम फैले। याचिका में मंदिर की परंपराओं की रक्षा के महत्व पर जोर दिया गया है, क्योंकि प्रसाद के रूप में लड्डू बनाना भारतीय संविधान के आर्टिकल 25 के तहत संरक्षित एक धार्मिक प्रथा है। याचिकाकर्ता सुब्रमण्यम स्वामी ने याचिका में पूछे 5 सवाल... डिप्टी CM का 11 दिन का प्रायश्चित, पूर्व CM जगन को मंदिर जाने की इजाजत नहीं तिरुपति मंदिर के प्रसाद में एनीमल फैट की बात सामने आने के बाद से लगातार राजनीति हो रही है। डिप्टी CM पवन कल्याण ने रविवार (22 सितंबर) से 11 दिनों की प्रायश्चित दीक्षा की शुरुआत की। इस दौरान वह उपवास करेंगे। पवन ने कहा- मुझे अफसोस है कि मैं मिलावट के बारे में पहले क्यों नहीं पता लगा पाया। मुझे दुख हो रहा है। इसके लिए प्रायश्चित करूंगा। वहीं आंध्र प्रदेश के पूर्व CM जगन मोहन रेड्डी को मंदिर जाने की इजाजत नहीं दी गई। जगन 28 सितंबर को तिरुपति के भगवान वेंकटेश्वर मंदिर में विशेष अनुष्ठान करने वाले थे। एक दिन पहले ही उन्हें नोटिस जारी किया गया। नोटिस में कहा गया है कि YSRCP पार्टी के कार्यकर्ताओं को तिरुमाला मंदिर जाने की इजाजत नहीं है पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के खिलाफ केस दर्ज आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी और अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। उन पर श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर की पवित्रता को नुकसान पहुंचाने और प्रसिद्ध तिरुपति लड्डू प्रसादम में इस्तेमाल किए जाने वाले घी में मिलावट के आरोपों के बाद हिंदू धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया गया है। हैदराबाद के सैदाबाद पुलिस स्टेशन में एक वकील ने यह शिकायत दर्
Dainik Bhaskar राफेल मरीन जेट डील- फ्रांस ने रकम घटाई:फाइनल प्राइस भारत को ऑफर किया; भारत 26 जेट खरीदकर हिंद महासागर में तैनात करेगा
भारत और फ्रांस के बीच 26 राफेल मरीन जेट खरीदने की डील लगभग फाइनल हो गई है। फ्रांस ने डील को लेकर फाइनल प्राइस भारत को ऑफर कर दिया है। इस बार फ्रांस ने रकम में कटौत की है। दोनों देशों के बीच 26 राफेल मरीन जेट की खरीद को लेकर कई महीनों से बातचीत चल रही थी। हालांकि फाइनल डील कितने में होगी, इसकी जानकारी सामने नहीं आई है। भारत नौसेना के लिए राफेल-M की डील के लिए बेस प्राइज वहीं रखना चाहता है, जो 2016 में वायु सेना के लिए 36 विमान खरीदते समय रखा था। इस सौदे की कीमत 50 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा होने की उम्मीद है। पहले दौर की चर्चा जून 2024 में हुई थी 26 राफेल-एम फाइटर जेट खरीदने की डील पर पहले दौर की चर्चा पिछले महीने शुरू हुई थी। तबफ्रांस सरकार और दसॉ कंपनी के अधिकारियों ने रक्षा मंत्रालय की कॉन्ट्रेक्ट नेगोशिएशन कमेटी से चर्चा की थी। 50 हजार करोड़ की यह डील फाइनल होने पर फ्रांस राफेल-एम जेट के साथ हथियार, सिमुलेटर, क्रू के लिए ट्रेनिंग और लॉजिस्टक सपोर्ट भी मुहैया कराएगा। इस डील की जानकारी सबसे पहले PM मोदी की पिछले साल की फ्रांस यात्रा के दौरान सामने आई थी। इसके बाद रक्षा मंत्रालय ने लेटर ऑफ रिक्वेस्ट जारी किया था, जिसे फ्रांस ने दिसंबर 2023 में स्वीकार किया। इस डील में और क्या-क्या रहेगा शामिल फ्रांसीसी ऑफर में फाइटर जेट पर भारतीय हथियारों को असेंबल करने के लिए पैकेज शामिल हैं। इन हथियारों में अस्त्र एयर-टू-एयर मिसाइल, एयरक्राफ्ट कैरियर से ऑपरेट करने के लिए जेट में इंडियन स्पेसिफिक इन्हैंस्ड लैंडिंग इक्विपमेंट्स और जरूरी इक्विपमेंट्स शामिल किए हैं। फ्रांस ने ट्रायल्स के दौरान इंडियन एयरक्राफ्ट कैरियर्स से राफेल जेट की लैंडिंग और टेक-ऑफ स्किल का प्रदर्शन किया है, लेकिन रियल टाइम ऑपरेशन के लिए कुछ और इक्विपमेंट्स का इस्तेमाल करना होगा। यह भी भारत की डील का हिस्सा होगा। हिंद महासागर में होगी राफेल मरीन जेट की तैनाती नेवी के लिए खरीदे जा रहे 22 सिंगल सीट राफेल-एम जेट और 4 डबल ट्रेनर सीट राफेल-एम जेट हिंद महासागर में चीन से मुकाबले के लिए INS विक्रांत पर तैनात किए जाएंगे। भारतीय नौसेना इन विमानों को आंध्र प्रदेश के विशाखापटट्नम में INS डेगा में अपने होम बेस के रूप में तैनात करेगी। नौसेना के दोहरे इंजन वाले जेट आमतौर पर दुनिया भर की वायु सेनाओं द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे स