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Dainik Bhaskar रेप केस में मलयालम एक्टर मुकेश और बाबू को जमानत:केरल कोर्ट ने कहा- अगर यह रेप होता तो पैसों की मांग नहीं की जाती
केरल की एक अदालत ने गुरुवार को मलयालम एक्टर और विधानसभा सदस्य (एमएलए) मुकेश और एक्टर तथा मलयालम मूवी आर्टिस्ट एसोसिएशन के पूर्व पदाधिकारी इडावेला बाबू को अग्रिम जमानत दे दी। इन दोनों पर एक्ट्रेस मीनू मुनीर ने रेप के आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया था। इसके बाद मुकेश और बाबू ने अग्रिम जमानत के लिए अलग-अलग याचिकाओं के साथ एर्नाकुलम सेशन कोर्ट का रुख किया जहां जज हनी. एम. वर्गीस ने उन्हें अग्रिम जमानत देने का फैसला सुनाया। जज बोले- रेप और आपसी सहमति में फर्क होता है सुनवाई के दौरान जज ने कहा, ‘रेप और आपसी सहमति से बनाए गए संबंध, दोनों के बीच काफी फर्क होता है। कोर्ट ने ऑब्जर्व किया है कि शिकायतकर्ता ने मुकेश से अपने बच्चे की स्कूल फीस भरने के लिए कहा और बाद में 1 लाख रुपए की भी मांग की। अगर यह रेप का मामला होता तो पैसों की मांग नहीं की जाती।’ दोनों एक्टर्स ने कहा- हमें ब्लैकमेल किया गया इससे पहले कोर्ट में मुकेश और बाबू दोनों ने दावा किया है कि मीनू ने उन्हें ब्लैकमेल करने लिए उन पर इस तरह के आरोप लगाए हैं। मुकेश ने अपनी बेगुनाही का दावा करते हुए कहा कि उनके खिलाफ यह शिकायत एक पॉलिटिशियन और एक एक्टर दोनों के रूप में उनका करियर खराब करने के गलत इरादे से की गई है। मुकेश बोले- एक्ट्रेस ने की थी 1 लाख रुपए की मांग मुकेश ने एक्ट्रेस द्वारा उन्हें भेजे गए मैसेज का एक स्क्रीनशॉट भी कोर्ट में शेयर किया जिसमें एक्ट्रेस ने उनसे 1 लाख रुपए की मांग की। वहीं बाबू ने अपने आवेदन में कहा कि इंडस्ट्री में कुछ एक्टर्स का स्टेट्स खराब करने के लिए एक साजिश रची गई है। यह शिकायत उसी साजिश का हिस्सा है। दोनों ने अपनी याचिका में यह कहा कि यह शिकायत कथित घटना के 15 साल बाद दर्ज की गई है। इसके बाद कोर्ट को जांच में सहयोग करने का आश्वासन देते हुए दोनों एक्टर्स ने अग्रिम जमानत की मांग की। मीनू ने मुकेश-बाबू समेत 7 लोगों पर लगाए थे आरोप मीनू ने जस्टिस के. हेमा कमेटी की रिपोर्ट जारी होने के बाद मलयालम फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े 7 कलाकारों पर गंभीर आरोप लगाए थे। एक्ट्रेस ने पहले फेसबुक पोस्ट के जरिए इन सभी पर फिल्म के सेट पर शारीरिक शोषण करने का आरोप लगाया और उसके बाद केरल पुलिस को लिखित शिकायत दी। इसके बाद केरल पुलिस ने इस मामले में 67 साल के एक्टर के अलावा साउथ एक्टर जयसूर्या समेत 7 लोगों के खिल
Dainik Bhaskar टिकट मिले बिना BJP उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भरा:बोले- RSS ने मुझे कहा, कैंडिडेट मैं ही रहूंगा; पूर्व हरियाणा अध्यक्ष बागी तेवर दिखा चुके
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े रिटायर्ड सरकारी टीचर ने हरियाणा BJP में हड़कंप मचा दिया है। असल में उन्होंने महेंद्रगढ़ विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भर दिया। हालांकि अभी तक भाजपा ने इस सीट से उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। यह टीचर कैलाश चंद्र पाली हैं। दैनिक भास्कर से बातचीत में उन्होंने दावा किया कि उन्हें RSS ने नामांकन भरने के लिए कहा है। यहां से टिकट उन्हें ही मिलेगी। उनका परिवार कराची (पाकिस्तान) से ही भाजपा से जुड़ा हुआ है। हालांकि नामांकन पत्र के साथ उन्होंने चुनाव आयोग को भाजपा की तरफ से औपचारिक कैंडिडेट होने का आधिकारिक पत्र जमा नहीं कराया है। उनके नामांकन भरने से सबसे बड़ा झटका पूर्व मंत्री और प्रदेश अध्यक्ष रह चुके राम बिलास शर्मा को लगा है। वह इस सीट से टिकट के सबसे बड़े दावेदार हैं। टिकट कटने के शक में उन्होंने कल शुक्रवार को ही घर में समर्थकों की भीड़ जुटाकर चुनौती तक दे डाली कि उन्हें कोई हरा नहीं सकता। सबसे पहले RSS से जुड़े कैलाश चंद्र पाली के नामांकन पत्र की कॉपी देखिए... कौन हैं कैलाश पाली, जिनके ताऊ मोदी संग काम कर चुके कैलाश पाली राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के पुराने कार्यकर्ता हैं। कैलाश पाली RSS के भिवानी विभाग के प्रचार प्रमुख रहे हैं। वह 2015 से 2023 तक यह दायित्व संभाल चुके हैं। कैलाश चंद मई 2023 में प्राचार्य के पद से रिटायर्ड हुए हैं। कैलाश चंद ने बताया कि उनके ताऊ पंडित हेतराम अहमदाबाद में संघ की शाखा लगाते थे। उस समय नरेंद्र मोदी महानगर प्रचारक थे। दोनों के बीच अच्छी मित्रता थी। राम मंदिर के निर्माण का चंदा एकत्र करने में कैलाश चंद्र पाली ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनको जिला का संयोजक भी बनाया गया था। वह 1991 में भी टिकट के लिए आवेदन कर चुके हैं। उस समय रामबिलास शर्मा अध्यक्ष थे। उनका परिवार पाकिस्तान के कराची से ही RSS से जुड़ा हुआ है। वह 1974 में संघ से जुड़े और शाखा जाना शुरू किया। कैलाश चंद ने बातचीत में क्या कहा... भास्कर : आपने भाजपा की तरफ से नामांकन भरा लेकिन टिकट अनाउंस नहीं हुई? कैलाश चंद : मैं पूरी तरह आश्वस्त हूं कि भाजपा का टिकट मुझे ही मिलेगा। मुझे संगठन ने कहा कि आप चुनाव लड़ो तो मैं चुनाव लड़ने मैदान में आ गया हूं। भास्कर : अगर आपको टिकट नहीं मिला और रामबिलास शर्मा का नाम आया तो? कैलाश चंद : इ
Dainik Bhaskar PM मोदी ने नेशनल टीचर अवार्ड विनर्स से बात की:तमिलनाडु टीचर से बोले- सभी को भ्रम है, वहां सब इंग्लिश जानते हैं; मातृभाषा भी जरूरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेशनल टीचर्स अवार्ड विनर्स से मुलाकात की। इस साल 82 शिक्षकों को यह अवार्ड दिया जाएगा। पीएम ने कहा- आज के युवाओं को विकसित भारत के लिए तैयार करने में टीचर्स की अहम जिम्मेदारी है। मोदी ने न्यू एजुकेशन पॉलिसी (NEP) पर भी चर्चा की। इस दौरान तमिलनाडु से आई एक टीचर ने बताया कि, उनके इलाके में कई लोग लोकल लैंग्वेज में पढ़ना चाहते हैं। इस पर पीएम ने कहा- हमारे बीच तो यही भ्रम है कि तमिलनाडु में सब इंग्लिश जानते होंगे। इसीलिए नई शिक्षा नीति में मातृ भाषा पर जोर दिया गया है। मोदी की टीचर्स से मुलाकात की 5 तस्वीरें... राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने टीचर्स को अवार्ड दिया था राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 5 सितंबर को देशभर के 82 शिक्षकों को यह अवार्ड दिया था। इस मौके पर राष्ट्रपति ने कहा था कि शिक्षकों को ऐसे नागरिक तैयार करने होंगे जो न केवल शिक्षित हों बल्कि संवेदनशील, ईमानदार और उद्यमी भी हों। उन्होंने कहा कि जीवन में आगे बढ़ना ही सफलता है, लेकिन जीवन की सार्थकता दूसरों के कल्याण में भी है। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, किसी को पढ़ाना केवल एक नौकरी नहीं है। यह मानव विकास का एक पवित्र मिशन है। अगर कोई बच्चा अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाता है, तो इसकी जिम्मेदारी एजुकेशन सिस्टम और टीचर्स को लेनी होती है। ये खबर भी पढ़ें... मोदी बोले- 10 साल में ग्लोबल इकोनॉमी 35% बढ़ी: भारतीय अर्थव्यवस्था में 90% इजाफा हुआ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में ईटी वर्ल्ड लीडर्स फोरम को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि जब लोकसभा चुनाव के नतीजे आए थे, तो मैंने कहा था कि तीसरे कार्यकाल में हमारी सरकार तीन गुना तेजी से काम करेगी। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि अब इरादे और मजबूत हैं और देश के हर नागरिक की तरह सरकार भी उम्मीद और विश्वास से भरी हुई है। पढ़ें पूरी खबर...
Dainik Bhaskar पंजाबी सिंगर करण औजला पर जूता मारा:चेहर पर लगा; गुस्साए सिंगर ने कहा- मंच पर आओ, एक-एक करते हैं
बॉलीवुड गाना तौबा-तौबा गाने वाले पंजाबी सिंगर करण औजला इन दिनों यूके टूर पर हैं। लंदन में उनका कॉन्सर्ट चल रहा था। इस दौरान किसी ने उन पर जूता फेंक दिया। गुस्साए करण औजला ने स्टेज से ही गाली-गलौज शुरू कर दी और जूता फेंकने वाले को स्टेज पर आने की चुनौती भी दी। आखिर में उन्होंने युवाओं से ऐसा न करने और सम्मान देने की अपील की। दरअसल लंदन शो के दौरान वह स्टेज पर परफॉर्म कर रहे थे। इस दौरान बाईं तरफ से एक सफेद रंग का जूता स्टेज की तरफ आया और सीधा करण औजला के चेहरे पर लगा। जिसके बाद करण औजला भड़क गए। घटना पर सिंगर ने क्या कहा? करण औजला ने पहले स्टेज से गाली देते हुए कहा- रुको... ये कौन था, मैं तुझे स्टेज पर आने के लिए कह रहा हूं। चलो अब एक-एक करके करते हैं। तुमने ऐसा क्यों किया। ऐसा मत करो, सम्मान दो। वर्ल्ड टूर पर हैं करण करण औजला इन दिनों वर्ल्ड टूर पर हैं। वे कुछ दिनों के लिए यूके में हैं और लाइव कॉन्सर्ट कर रहे हैं। लंदन और बर्मिंघम के अलावा आने वाले दिनों में उनके ब्राजील, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में शो हैं। वे इस साल के अंत में दिल्ली में भी 2 शो करने वाले हैं। जस्सी गिल की वजह से हुई थी म्यूजिक इंडस्ट्री में एंट्री करण औजला का असली नाम जसकरण सिंह औजला है। उन्होंने छोटी उम्र में ही अपने माता-पिता को खो दिया था। जस्सी गिल की वजह से औजला म्यूजिक इंडस्ट्री में आए थे। उन्होंने जस्सी गिल के लिए एक गाना लिखा था और वह गाना काफी हिट हुआ था। मूसेवाला के साथ रहा था विवाद मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, करण औजला और सिद्धू मूसेवाला के बीच काफी विवाद हुआ था। दोनों एक-दूसरे को गानों में जवाब देते थे। मूसेवाला की मौत के बाद करण औजला पर भी सवाल उठे थे। लेकिन करण ने कहा था कि उनके और सिद्धू मूसेवाला के बीच कोई कड़वाहट नहीं है। दोनों ने फोन पर बात करके मसला सुलझा लिया था।
Dainik Bhaskar मणिपुर में फिर हिंसा भड़की, जिरीबाम में 3 की मौत:इंफाल में मणिपुर राइफल्स हेडक्वार्टर पर भीड़ का हमला, सुरक्षाबलों ने फायरिंग की; 5 घायल
मणिपुर में शनिवार (7 सितंबर) को एक बार फिर हिंसा भड़क उठी है। जिरीबाम जिले में आज सुबह बंदूकधारियों ने एक बुजुर्ग की सोते समय सिर में गोली मारकर हत्या कर दी। जिरीबाम के ही पहाड़ी इलाके में दो समुदायों के बीच गोलीबारी हुई। इसमें दो लोगों की जान चली गई। दूसरी तरफ, इंफाल वेस्ट और इंफाल ईस्ट में देर रात भीड़ ने मणिपुर राइफल्स हेडक्वार्टर पर हमला कर दिया। गुस्साई भीड़ सुरक्षाबलों से हथियार छीनना चाहती थी। पुलिस ने CRPF जवानों के साथ मिलकर जवाबी कार्रवाई की। उन्होंने पैलेट गन से कई राउंड फायरिंग की। मॉक बम और आंसू गैस के गोले भी दागे। सुरक्षाबलों और भीड़ के बीच रात भर संघर्ष चला। 5 लोगों के घायल होने की खबर है। उन्हें JNIMS अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अभी तक हथियार या गोला-बारूद लूटे जाने की कोई पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि, दोनों जगहों पर हिंसा में मृतकों और घायलों की संख्या बढ़ सकती है। ताजा हिंसा के बाद राज्य में सभी स्कूल-कॉलेज बंद राज्य में तनाव को देखते हए सभी स्कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया गया है। कमेटी ऑन मणिपुर इंटीग्रिटी (COCOMI) ने कानून-व्यवस्था लागू करने में सरकार की विफलता के विरोध में काम बंद करने और जनता कर्फ्यू का आह्वान किया है। इंफाल में सुबह से सभी दुकानें बंद है। सड़कें और बाजार सुनसान पड़े हैं। एक दिन पहले पूर्व CM के घर पर रॉकेट से हमला हुआ, 1 की जान हुई मणिपुर के बिष्णुपुर जिला स्थित मोइरांग में शुक्रवार (6 सितंबर) को पूर्व मुख्यमंत्री मैरेम्बम कोइरेंग के घर पर हमला हुआ था। कुकी उग्रवादियों ने दोपहर 3 बजे पूर्व सीएम के घर पर रॉकेट बम फेंका। इस हमले में 1 एक बुजुर्ग की मौत हो गई, जबकि 5 लोग घायल हो गए। कांग्रेस नेता मैरेम्बम कोइरेंग राज्य के पहले मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वे 1963 से 1967, 1967 में 200 दिन और 1968 में 3 बार मणिपुर के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उनका निधन 27 दिसंबर 1994 को हो चुका है। इस घटना से कुछ घंटे पहले मोइरांग से 4 किमी दूर ट्रोंगलाओबी इलाके में रॉकेट बम से हमला हुआ था। इसमें 2 इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई थीं। मोइरांग में पहली बार बंदूक-बम से हमला हुआ है। 1 से 3 सितंबर के बीच दो ड्रोन हमले हुए, 2 की मौत; 12 घायल मणिपुर में पिछले एक साल से ज्यादा समय से जारी हिंसा के दौरान सितंबर 2024 में पहली बार ड्रोन हमला भी देखने को मिला। इंफाल व
Dainik Bhaskar CBI बोली- केजरीवाल आपराधिक साजिश में शामिल:शराब नीति की ड्रॉफ्टिंग के वक्त बोले थे- पार्टी को पैसों की जरूरत; करीबी को वसूली में लगाया
दिल्ली शराब नीति घोटाले में सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) ने अपनी जांच पूरी कर ली है। जांच एजेंसी ने कोर्ट में अपनी पांचवी और आखिरी चार्जशीट दाखिल कर दी है। CBI ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शराब नीति बनाने और उसे लागू करने के आपराधिक साजिश में शुरू से शामिल थे। वे पहले से ही शराब नीति के प्राइवेटाइजेशन का मन बना चुके थे। चार्जशीट के मुताबिक, मार्च 2021 में जब तत्कालीन डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की अध्यक्षता में शराब नीति तैयार की जा रही थी, तब केजरीवाल ने कहा था कि पार्टी को पैसों की जरूरत है। उन्होंने अपने करीबी और AAP के मीडिया और संचार प्रभारी विजय नायर को फंड जुटाने का काम सौंपा था। CBI का दावा- विजय नायर ने साउथ ग्रुप से 100 करोड़ वसूले नायर दिल्ली एक्साइज बिजनेस के स्टेकहोल्डर्स के संपर्क में थे। वे शराब नीति में उन्हें फायदा देने के बदले पैसों की मांग करते थे। नायर वो जरिया थे, जिन्होंने केजरीवाल के लिए BRS नेता के. कविता की अध्यक्षता वाले साउथ ग्रुप के लोगों से डील की। नायर ने ही शराब नीति में फायदा देने के बदले में साउथ ग्रुप के लोगों से 100 करोड़ रुपए वसूले थे। दो अन्य आरोपियों- विनोद चौहान और आशीष माथुर के माध्यम से इन पैसों को गोवा भेजा गया। एजेंसी बोली- CM के कहने पर गोवा विधानसभा चुनाव में पैसा खर्च हुआ CBI का आरोप है कि केजरीवाल ने ही साउथ ग्रुप से वसूले 100 करोड़ रुपए गोवा विधानसभा चुनाव में खर्च करने का निर्देश दिया था। इसलिए वे चुनाव के दौरान गलत तरीके से कमाए पैसों का इस्तेमाल करने के भी जिम्मेदार हैं, क्योंकि इसका फायदा आम आदमी पार्टी को ही मिला है। एजेंसी के मुताबिक, साउथ ग्रुप ने अपने हिसाब से शराब नीति बनवाने के लिए AAP को करीब 90 से 100 करोड़ रुपए दिए थे। इसमें से 44.5 करोड़ कैश चुनाव-संबंधी खर्चों को पूरा करने के लिए गोवा भेजे गए थे। दो पूर्व विधायकों ने चुनाव में पार्टी से पैसे मिलने का दावा किया CBI के अनुसार, AAP के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ने वाले गोवा के दो पूर्व विधायकों ने आरोप लगाया है कि उन्हें एक पार्टी वालंटियर ने चुनाव खर्चों के लिए कैश दिए थे। एजेंसी ने अवैध रुपए लेने और उसके इस्तेमाल के लिए AAP के गोवा प्रभारी दुर्गेश पाठक को भी जिम्मेदार ठहराया है। एजेंसी का दावा है कि शराब नीति के तीन स्टेकहोल्डर्स-
Dainik Bhaskar जालंधर में 135 साल पुराने चर्च बेचने की कोशिश:लुधियाना के नटवरलाल ने लिया 5 करोड़ बयाना, UCNT ने की शिकायत, DC ने रजिस्ट्री रुकवाई
पंजाब में जालंधर के सबसे पुरानी चर्च में से एक चर्च को लुधियाना के नटवर लाल ने बेच दिया। आरोपी ने चर्च की जगह दिलाने के बदले में करीब 5 करोड़ रुपए भी ले लिए। इसे लेकर कमिश्नरेट पुलिस को शिकायत दी गई है। वहीं, जालंधर के डीसी हिमांशु अग्रवाल ने उक्त रजिस्ट्री होने पर रोक लगा दी है और मामले में जांच के आदेश दिए हैं। जालंधर के मिशन कंपाउंड में स्थित गोलकनाथ चर्च के बाहर शुक्रवार को रात इसे लेकर जमकर हंगामा भी हुआ। मगर पुलिस ने किसी तरह सारा मामला शांत करवाया। 2 दिन बाद होनी की चर्च की रजिस्ट्री लुधियाना के ईसा नगर के रहने वाले नटवर लाल जॉर्डन मसीह ने 5 करोड़ रुपए जमा कराकर जालंधर के मिशन कंपाउंड स्थित 135 साल पुराने गोलकनाथ चर्च का सौदा किया था। 2 दिन बाद चर्च की जमीन की रजिस्ट्री होने वाली थी। लेकिन उससे पहले ही यूनाइटेड चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया ट्रस्ट के अधिकारियों को इस फर्जीवाड़े की जानकारी मिल गई। ट्रस्ट सचिव अमित के. प्रकाश ने कहा- पिछले मंगलवार को उन्हें पता चला कि जालंधर के आदर्श नगर स्थित ऐतिहासिक गोलकनाथ चर्च दो दिन में पंजीकृत होने जा रहा है। उन्हें चर्च की 24 कनाल से अधिक जमीन के लिए लिए गए 5 करोड़ रुपए के स्टेटमेंट की कॉपी मिली। पता चला कि लुधियाना के ईसा नगर निवासी जॉर्डन मसीह ने जालंधर के लाडोवाली रोड निवासी बाबा दत्त से चर्च का सौदा किया है। उन्होंने तुरंत जालंधर आकर तहसीलदार-1 मनिंदर सिंह को पूरा मामला बताया और चर्च की जमीन की रजिस्ट्री रुकवा दी। फिलहाल अभी मामला दर्ज नहीं किया गया है। फर्जी ट्रस्ट बनाकर की गई धोखाधड़ी अमित प्रकाश ने बताया कि जॉर्डन मसीह ने यूनाइटेड चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया ट्रस्ट के नाम से फर्जी ट्रस्ट बनाकर यह धोखाधड़ी की है। बयान में उन्होंने चर्च की जमीन का खसरा नंबर तक लिखा है। फिलहाल जॉर्डन मसीह और बाबा दत्त नाम के दो शख्स ही इस धोखाधड़ी में शामिल पाए गए हैं। मामले के खुलासे के बाद बताया जा रहा है कि जॉर्डन मसीह ने 2 साल पहले सहारनपुर में चर्च की जमीन बेचने की कोशिश की थी। वहां उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया। उसे और उसके साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। ट्रस्ट के पदाधिकारियों के मुताबिक उस मामले में वह जमानत पर थे। गोलकनाथ के निधन के बाद बना था चर्च गोलकनाथ चटर्जी पंजाब के रहने वाले नहीं थे। मूल रूप से वह बंगाल के थे। ब्राह्मण समा
Dainik Bhaskar गणेश चतुर्थी आज:सिद्धिविनायक मंदिर में गणपति की आरती, लालबाग के राजा ने 15 करोड़ रुपए का सोने का मुकुट पहना
गणेश चतुर्थी का पर्व पूरे देश में मनाया जा रहा है। मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर में सुबह गणपति की आरती की गई। उन्हें भोग लगाया गया। इसके बाद भक्तों ने दर्शन किए। वहीं देश के सबसे चर्चित गणपित पंडाल लालबाग के राजा के दर्शन करने सुबह से लोग लाइन में लगे रहे। लालबाग के राजा को 20 किलो वजन वाला सोने का मुकुट पहनाया गया। इसकी कीमत 15 करोड़ रुपए है।
Dainik Bhaskar कंगना की इमरजेंसी फिल्म की रिलीज अटकी:रनोट का फैंस को संदेश; बोली- सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट की कर रहे प्रतीक्षा
हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा सांसद व ऐक्ट्रस कंगना रनोट की फिल्म इमरजेंसी की रिलीज अटक गई है। फिल्म की रिलीज तारीख 6 सितंबर थी। लेकिन सिख संगठनों व शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के विरोध के बाद सेंसर बोर्ड की तरफ से सर्टिफिकेट ही नहीं दिया गया। जिसके बाद कंगना ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स पर अपने समर्थकों और फैंस के लिए संदेश दिया है। कंगना ने सोशल मीडिया पर संदेश में लिखा- भारी मन से मैं घोषणा करती हूं कि मेरी निर्देशित इमरजेंसी को स्थगित कर दिया गया है, हम अभी भी सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट की प्रतीक्षा कर रहे हैं, नई रिलीज की तारीख जल्द ही घोषित की जाएगी, आपकी समझ और धैर्य के लिए धन्यवाद। दरअसल, फिल्म इमरजेंसी के खिलाफ एडवोकेट ईमान सिंह खारा की तरफ से याचिका दायर की गई थी। जिसकी सुनवाई बीते सप्ताह हुई। कोर्ट में सेंसर बोर्ड ने अपना जवाब दाखिल किया कि इस फिल्म को अभी तक रिलीज के लिए सर्टिफिकेट जारी नहीं किया गया। जवाब के अनुसार फिल्म के खिलाफ कई शिकायतें हैं। शिकायतों को सुने जाने के बाद ही फिल्म को सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा। एसजीपीसी ने सीन डिलीट करने की मांग रखी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के सदस्य गुरचरण सिंह गरेवाल पहले ही कह चुके हैं कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने सूचना और प्रसारण मंत्री के साथ-साथ सेंसर बोर्ड को भी पत्र लिखा था। पत्र में कहा गया कि हमारा ऐसा कोई इरादा नहीं है। फिल्म का विरोध सिर्फ इसलिए नहीं कर रहे कि इसमें कंगना रनोट हैं। हमारा रुख हमारे तर्क पर आधारित है। गुरुद्वारा कमेटी ने भी एक कानूनी नोटिस जारी किया था। कई स्टेटस में याचिका दायर की गई हैं। कंगना अपनी फिल्म को प्रमोट करने के लिए बहुत कुछ करती हैं। उनका कहना है कि उन्हें रेप और जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। ये सब फिल्म प्रमोशन के स्टंट हैं, लेकिन अगर सेंसर बोर्ड ने यह (फिल्म को पास न करने का) फैसला किया है, तो यह एक अच्छी बात है, क्योंकि यह मामला सिर्फ सिखों से जुड़ा नहीं है, यह देश में सद्भाव की चिंताओं से भी जुड़ा है। कंगना सहित जी-स्टूडियो को भेजा जा चुका नोटिस इससे पहले SGPC प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी फिल्म अदाकारा कंगना रनोट के खिलाफ FIR की मांग कर चुके हैं। एडवोकेट धामी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा था कि कंगना रनोट अक्सर जानबूझकर सिखों क
Dainik Bhaskar हिमाचल में विवादित मस्जिद पर नहीं आया फैसला:लोकल रेजिडेंट ने पार्टी बनने को दी एप्लिकेशन; 5 अक्टूबर को अगली सुनवाई तय
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली में अवैध मस्जिद मामले में शनिवार को नगर निगम (MC) आयुक्त कोर्ट में सुनवाई हुई। इस मामले में संजौली के निवासियों की और से अदालत में पार्टी बनने को एप्लिकेशन दी गई। अब इस मामले की सुनवाई 5 अक्टूबर को तय हुई है। लोकल रेजिडेंट (हिंदू संगठन) के एडवोकेट जगत पाल ने कहा, जिस जमीन पर मस्जिद बनी है, वह सरकारी है। वक्फ बोर्ड इसमें एनक्रोचर है। उन्होंने बताया, लोकल रेजिडेंट की और से अदालत में एक और एप्लिकेशन देकर बताया कि कि मस्जिद के कारण उन्हें क्या परेशानी हो रही है। इस पर कोर्ट ने वक्फ बोर्ड से भी जवाब मांगा है। जगत पाल ने बताया, 14 साल से कोई भी अफैक्टिव कार्यवाही नहीं है, क्योंकि इससे पहले गलत आदमी के खिलाफ केस चल रहा था। बीच में लगभग साढ़े 13 साल बाद वक्फ बोर्ड की एंट्री होती है। उन्होंने बताया कि रेवेन्यू रिकॉर्ड में मालिक सरकार है। वक्फ बोर्ड ने जमीन का मालिक होने का दावा जरूर किया, लेकिन अदालत में ऐसा कोई रिकॉर्ड प्रस्तुत नहीं कर पाए। उन्होंने बताया कि जमाबंदी में खसरा नंबर 36 पर गैर मुमकिन मस्जिद दिखाई गई है। मतलब सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करके बनाई गई है। उन्होंने कहा, एप्लिकेशन में हमने कहीं भी हिंदू-मुस्लिम की बात नहीं की। केवल अवैध मस्जिद का जिक्र किया गया है। 2010 में शुरू हुआ विवाद मस्जिद मामले में पहली बार साल 2010 में नगर निगम के पास शिकायत पहुंची थी। यहां अवैध निर्माण करने के आरोप लगे थे। निगम प्रशासन के अनुसार, पहले मौके पर एक मंजिल और एटिक के रूप में मस्जिद थी, लेकिन साल 2024 तक यहां अब एटिक को मिलाकर 5 मंजिलें बन गई। साल 2010 से ही इस मामले में MC आयुक्त कोर्ट में केस चल रहा है। सुनवाई के दौरान भी अवैध निर्माण चलता रहा। MC ने कई बार काम रोकने के आदेश जारी किए। इस मामले में अब तक 44 पेशियां हो चुकी हैं। मल्याणा में मारपीट के बाद पकड़ा तूल दरअसल, मल्याणा क्षेत्र में 31अगस्त की शाम को एक व्यक्ति के साथ विशेष समुदाय के लोगों ने मारपीट की थी। इस मामले में पुलिस ने 6 आरोपी गिरफ्तार किए। आरोप लगा कि वारदात को अंजाम देकर आरोपी मस्जिद में छिपे। जिसके बाद हिंदू संगठनों ने संजौली मस्जिद के खिलाफ प्रदर्शन किया और अवैध बताकर मस्जिद को गिराने पर अड़ गए। अब यह मामला पूरी तरह तूल पकड़ चुका है।इस मामले में लोग संजौली में 2 बार और 1 बार व
Dainik Bhaskar राजस्थान में फाइटर प्लेन तेजस-प्रचंड ने आसमान में दिखाए करतब:सूर्यकिरण के 9 हॉक्स विमान ने धुएं से बनाया तिरंगा; 24 देशों के जवानों ने किया योग
भारतीय वायु सेना का सबसे बड़ा अभ्यास 'तरंग-शक्ति' (फेज 2) जोधपुर एयरफोर्स स्टेशन पर चल रहा है। शनिवार को ओपन-डे शो हुआ। आसमान में भारतीय लड़ाकू विमान सुखोई-30, तेजस और हेलिकॉप्टर प्रचंड ने करतब दिखाए। सूर्यकिरण के 9 हॉक्स विमान ने आसमान में तिरंगा बनाया और दर्शकों को रोमांचित किया। इससे पहले आज सुबह 6 बजे एयरफोर्स स्टेशन पर भारत सहित 24 देशों के 400 जवानों ने सामूहिक योग किया। एयरफोर्स स्टेशन पर हरक्यूलिस सी-130 विमान के सामने यूएई, सिंगापुर, ग्रीस, ऑस्ट्रेलिया, जापान, अमेरिका और श्रीलंका के जवानों ने प्राणायाम व आसन किए। आसमान में 10 मिनट तक रहा तेजस सुबह 11 बजे ओपन-डे शो की शुरुआत में अग्निवीर वायु की महिला जवानों ने प्रस्तुति दी। इसके बाद फाइटर जेट ने करतब दिखाना शुरू किया। सबसे पहले स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस आसमान में उड़ा। तेजस करीब 10 मिनट तक आसमान में रहा। तेजस के बाद सूर्यकिरण के हॉक्स विमान उड़े। ये दर्शकों के एकदम ऊपर से निकले तो सभी रोमांचित हो गए। सूर्यकिरण के 9 हॉक्स विमान ने लो लेवल फ्लाइंग की। धुएं से 'तिरंगा' बनाया। इन विमान में बैठे विंग कमांडर हवा में एक-दूसरे को क्रॉस करते हुए अपने-अपने विमान को लेकर गए। हॉक्स विमान 360 डिग्री राउंड लेते हुए हवा में उड़े। सूर्यकिरण के 9 हॉक्स विमान ने यूथ को डेडिकेट करते हुए 'Y' फॉर्मेशन बनाई। डीएनए और राइट एंड लेफ्ट फॉर्मेशन भी बनाई। इसके बाद सुखोई-30 एमकेआई ने उड़ान भरी। सुखोई-30 ने करीब 150 मीटर की ऊंचाई पर लूप और 180 डिग्री में उड़ते हुए वर्टिकल चार्ली फॉर्मेशन बनाया। फुल ड्रेस रिहर्सल में सुखोई-30 और जगुआर ने भरी थी उड़ान शुक्रवार को फुल ड्रेस रिहर्सल में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और ग्रीस के एयरक्राफ्ट के साथ ही भारत के तेजस, सुखोई-30 और जगुआर ने उड़ान भरी थी। जोधपुर के डोमेस्टिक एयरपोर्ट पर भी यात्रियों ने विमानों को अपने मोबाइल में कैद किया था। सूर्यकिरण के हॉक्स विमान भी उड़ने थे, लेकिन बादलों के कारण उड़ान नहीं हुई। तरंग-शक्ति 2024 का दूसरा फेज तरंग-शक्ति 2024 का ये दूसरा फेज है। इससे पहले 6 से 14 अगस्त तक तमिलनाडु के सुलार में इसका पहला फेज पूरा हुआ था। इसमें 30 देशों के वायुसेना के जवान शामिल हुए थे। जोधपुर में हो रही इस एक्सरसाइज के दूसरे चरण में भारत, अमेरिका, ग्रीस, यूएई, ऑस्ट्रेलिया, जापान, सिंगा
Dainik Bhaskar हाथरस हादसा...एक परिवार के 15 समेत 17 की मौत:जनरथ-मैक्स में भिड़ंत; उछलकर 20 फीट दूर गिरे लोग; खेतों में तड़प-तड़पकर तोड़ा दम
हाथरस में शुक्रवार शाम मैक्स वाहन और जनरथ बस की टक्कर हो गई। हादसे में 17 लोगों की मौत हो गई। इनमें 15 एक ही परिवार के हैं। 10 घायल हैं। मरने वालों में 4 बच्चे, 4 महिला और 9 पुरुष शामिल हैं। मैक्स सवार चालीसवें से लौट रहे थे, तभी सामने से रोडवेज आकर भिड़ गई। टक्कर के बाद मैक्स पलटी खाते हुए सड़क किनारे में गड्डे में जा गिरी। लोग उछलकर 20 फीट दूर जा गिरे। किसी का सिर फूटा तो किसी का हाथ कट कर अलग हो गया। लोगों ने खेतों में तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। हादसा गांव मीतई के पास हाईवे पर हुआ। मरने वालों में 16 लोग आगरा के सेमरा गांव के रहने वाले थे। एक फिरोजाबाद का रहने वाला था। देर रात तक शवों का पोस्टमॉर्टम चला। रात 1 बजे शवों को आगरा लाया गया। सुबह 11 बजे शवों का अंतिम संस्कार किया जाएगा। हादसे की 2 तस्वीरें.... 15 की मौके पर मौत, 2 ने अस्पताल में दम तोड़ा आगरा के सेमरा गांव निवासी हाथरस के सासनी में चालीसवें आए थे। कार्यक्रम में शामिल होकर 37 लोग मैक्स से आगरा लौट रहे थे। मीतई के पास पहुंचे थे, तभी आगरा से अलीगढ़ जा रही जनरथ ने टक्कर मार दी। मैक्स सवार 15 लोगों की मौके पर मौत हो गई। 2 लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वारदात के बाद बस ड्राइवर फरार हो गया। बस सवार लोगों को हल्की-फुल्की चोट आई है। पल-पल के अपडेट्स जानने के लिए लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए....
Dainik Bhaskar ओवरनाइट एक्सप्रेस के दो एसी कोच पटरी से उतरे:जबलपुर रेलवे स्टेशन के पास हुआ हादसा; यात्री सुरक्षित, ट्रैक की मरम्मत जारी
इंदौर से चलकर जबलपुर आने वाली ओवरनाइट एक्सप्रेस के दो डिब्बे शनिवार सुबह जबलपुर रेलवे स्टेशन के पास पटरी से उतर गए। हादसा उस समय हुआ जब ट्रेन रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 6 पहुंच रही थी। उसी समय दो एसी कोच ट्रैक से उतरे। घटना में किसी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। जानकारी मिलते ही WCR महाप्रबंधक शोभना बंदोपाध्याय भी मौके पर पहुंचीं और हादसे की जानकारी ली। दुर्घटना नियंत्रण ट्रेन के साथ पटरी से उतरे कोच को फिर से पटरी पर लाने का काम चल रहा है। अप ट्रैक जरूर बाधित है। मेन लाइन से जुड़े कोच को अलग कर दिया गया है। ट्रेन में 10 से 12 कोच थे। शुरुआती जांच में पता चला है कि प्लेटफार्म नंबर 6 आते समय यह हादसा हुआ है। उस समय ट्रेन की स्पीड 20 किलोमीटर प्रति घंटे थी। जनरल मैनेजर ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। एक पार्सल कोच है, जबकि एक एसी कोच है जो पटरी से उतरा हुआ है। जानकारी के मुताबिक इंदौर जबलपुर ओवरनाइट एक्सप्रेस ट्रेन सुबह करीब 5.35 बजे जबलपुर पहुंचती है। ट्रेन अपने तय समय पर आ गई थी। जैसे ही जबलपुर रेलवे स्टेशन ट्रेन पहुंची, तभी एसी कोच के दो डिब्बे पटरी से उतर गए। रेलवे ने हादसे की जांच भी शुरू कर दी है। PRO ने कहा- ट्रैक जल्द ठीक कर लिया जाएगा जबलपुर-इंदौर-जबलपुर ओवरनाइट एक्सप्रेस जब सुबह 6 बजे तक प्लेटफॉर्म नहीं पहुंची, तो यात्रियों ने कोच से उतरकर देखे तो ट्रेन ट्रैक पर खड़ी हुई थी। लोगों को कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि आखिरकार ट्रेन क्यों रुकी है। इसके बाद कुछ यात्री जब कोच से बाहर उतरकर थोड़ा आगे आए तो देखा कि एसी कोच के दो डिब्बे पटरी से उतरे हुए हैं। पश्चिम मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हर्षित श्रीवास्तव का कहना है कि जल्द ही ट्रैक को दुरुस्त कर लिया जाएगा। कुछ देर के लिए जरूर इटारसी से जबलपुर आने वाली ट्रेन को मदन महल स्टेशन पर रोका गया है। यात्री बोले- ऐसा लगा जैसे अचानक जोर से ब्रेक लगा हो एक यात्री संदीप कुमार ने बताया कि वह कोच पर आराम कर रहे थे। इसी दौरान कुछ इस तरह की झटके लगे जैसे बहुत तेजी से ब्रेक लगा हो। जब तक कुछ समझ में आता, तब तक ट्रेन खड़ी हो चुकी थी। हालांकि कुछ देर के लिए ऐसा भी लगा कि जैसे कोई हादसा हो गया है। इसके बाद ट्रेन काफी देर तक खड़ी रही। कुछ देर बाद जब कोच से उतरकर बाहर देखा तो एसी कोच के दो डिब्बे पटरी से उतर
Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:झारखंड सरकार वकीलों को पेंशन देगी, ऐसा करने वाला पहला राज्य
झारखंड सरकार 65 वर्ष से अधिक उम्र के वकीलों को हर महीने 7 हजार रुपए पेंशन देगी। लाइसेंस सरेंडर करने वाले ऐसे वकीलों को अब तक अधिवक्ता कल्याण कोष से 7 हजार रुपए मिलते थे। अब राज्य सरकार भी 7 हजार रुपए देगी। यानी इन्हें वकीलों को अब 14 हजार रुपए प्रति माह मिलेंगे। झारखंड कैबिनेट ने शुक्रवार को वकीलों के फायदे वाले दो और फैसले किए। सरकार अब नए वकीलों को स्टाइपेंड के रूप में पहले तीन साल तक हर महीने ढाई हजार रुपए देगी। आज की अन्य बड़ी खबरें... भाजपा के चुनाव चिह्न के खिलाफ लगी याचिका सुप्रीम कोर्ट से खारिज सुप्रीम कोर्ट ने भाजपा के चुनाव चिह्न कमल के खिलाफ दायर याचिका खारिज कर दी है। सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता को फटकार भी लगाई। कहा-आप अपने लिए नाम और प्रसिद्धि चाहते हैं। हमें भी फेम दिलाना चाहते हैं। मप्र हाई कोर्ट भी यह याचिका खारिज कर चुका है।
Dainik Bhaskar वक्फ बिल पर JPC की चौथी बैठक:ASI को पुराने कानून से 5 दिक्कतें; शिवसेना बोली- विपक्षी सांसद अपना वोट बैंक बचा रहे
वक्फ बिल में संशोधन के लिए शुक्रवार (6 सितंबर) को जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी की चौथी बैठक हुई। इसमें आर्केलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) की टीम भी शामिल हुई। टीम ने कमेटी को प्रेजेंटेशन के जरिए बताया कि नया संशोधन बिल पुराने स्मारक को संरक्षित रखने के लिए जरूरी है। चौथी बैठक में भी पक्ष और विपक्ष के सांसदों के बीच हंगामा हुआ। शिवसेना (शिंदे गुट) सांसद ने नरेश म्हास्के ने कहा- मीटिंग में विपक्ष सिर्फ विरोध कर रहा है। विपक्ष को सिर्फ विरोध करते आता है। विपक्षी सांसदों में कॉम्पिटिशन चल रहा है कि कौन कितना विरोध कर स्पीच दे सकता है। म्हास्के ने आगे कहा- ओवैसी के भाषण देने के बाद, अन्य मेंबर भी अपना वोट बैंक सुरक्षित रखने के लिए विरोध किया। मैं विपक्ष से देश और संविधान के हित के बारे में सोचने का आग्रह करता हूं। उन्हें लोगों के बीच भ्रम पैदा करना बंद करना चाहिए। दरअसल, संसदीय कार्य और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने 8 अगस्त को लोकसभा में वक्फ बिल 2024 पेश किया था। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी समेत विपक्षी दलों ने इस बिल को मुस्लिम विरोधी बताया था। विपक्ष के विरोध के बीच ये बिल लोकसभा में बिना किसी चर्चा के JPC को भेज दिया गया था। ASI को पुराने वक्फ कानून से 5 दिक्कतें वक्फ बोर्ड की पिछली बैठक में क्या-क्या हुआ? 5 सितंबर, तीसरी बैठक: विपक्ष ने कहा- मंत्रालय ने जानकारी छिपाई तीसरी बैठक में मंत्रालयों के अधिकारियों ने कमेटी को वक्फ बिल के बारे में प्रेजेंटेशन दिया। इस दौरान अधिकारियों की विपक्षी सांसदों से तीखी बहस हुई। विपक्षी सांसदों ने आरोप लगाया कि प्रेजेंटेशन के दौरान सरकारी अधिकारी कमेटी को बिल के बारे में पूरी जानकारी नहीं दे रहे।सबसे ज्यादा विरोध AAP सांसद संजय सिंह और TMC सांसद कल्याण बनर्जी ने किया। बैठक के बारे में जानने के लिए क्लिक करें... 30 अगस्त, दूसरी बैठक: विपक्षी सांसदों ने वॉक आउट किया JPC की दूसरी बैठक में विपक्षी सदस्यों ने कुछ देर के लिए बैठक से वॉक आउट किया। यह बैठक करीब 8 घंटे तक चली बैठक में ऑल इंडिया सुन्नी जमीयतुल उलेमा और इंडियन मुस्लिम्स फॉर सिविल राइट्स, राजस्थान मुस्लिम वक्फ, दिल्ली और यूपी सुन्नी वक्फ बोर्ड के विचारों को सुना। बैठक के बारे में जानने के लिए क्लिक करें... 22 अगस्त, पहली बैठक: समिति अध्यक्ष बोले- सभी हिस्सेदारों की ब