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Dainik Bhaskar उपराष्ट्रपति बोले-2017 से पहले यूपी डर की चपेट में था:योगी की तारीफ की, कहा-नजर गिद्ध जैसी, मेरे ससुर से ज्यादा मुझ पर होमवर्क किया
गोरखपुर में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सीएम योगी की तारीफ की। कहा-वैसे तो योगी की दृष्टि पैनी है, लेकिन मेरे मामले में गिद्ध जैसी रही है। मेरी पढ़ाई के बारे में इतना बड़ा होमवर्क कर लिया, जितना मेरे ससुर ने भी नहीं किया था। धनखड़ ने कहा- 2017 से पहले उत्तर प्रदेश डर की चपेट में था। आम आदमी परेशान था। कानून का राज नजर नहीं आता था। उपराष्ट्रपति ने शनिवार को 176 करोड़ की लागत से तैयार सैनिक स्कूल का इनॉगरेशन किया। इस दौरान सीएम योगी भी उनके साथ मौजूद रहे। सीएम और धनखड़ ने स्कूल की शूटिंग रेंज में पिस्टल से निशान लगाया। दोनों ने कई राउंड निशाना लगाया। सीएम योगी ने स्कूल में रखी मशीनगन और हाईटेक हथियारों को उठाकर देखा। योगी ने कहा कि देश का पहला सैनिक स्कूल 1960 में लखनऊ में स्थापित किया गया था। इसके बाद 1961 में 5 और सैनिक स्कूल स्थापित हुए। इन्हीं पांच सैनिक स्कूलों में चित्तौड़गढ़ का भी स्कूल था, जिसमें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ जी ने पढ़ाई की। योगी ने कहा- मैं देख रहा था कि उपराष्ट्रपति ने स्कूल की एक-एक सुविधाओं का बारीकी से देखा। जब वह स्कूल के मुख्य भवन का उद्घाटन करने गए तो ऐसा लगा जैसे वे स्वयं सीनियर छात्र के रूप में छात्रों का मार्गदर्शन कर रहे हों, ये सब भावनात्मक क्षण था। योगी के इसी बयान पर धनखड़ ने कहा कि योगी की नजर मेरे मामले में गिद्ध जैसी रही। 3 तस्वीरें देखिए.... उपराष्ट्रपति की 3 बड़ी बातें पढ़िए... 1- 2017 से पहले यूपी डर की चपेट में था उपराष्ट्रपति ने कहा- 2017 से पहले देश का सबसे बड़ा प्रदेश (उत्तर प्रदेश) किस चपेट में था। डर की चपेट में था। शासन शिथिल था। आम आदमी परेशान था। कानून का राज नजर नहीं आता था। आपने पहचान बदलकर ख्याति प्राप्त की है। तब भारत की स्थिति क्या थी? मैं मंत्री था। मैंने तो खुद देखा है। सोने की चिड़िया कहलाने वाले देश का सोना हवाई जहाज से स्विटजरलैंड के दो बैंकों में गिरवी रखा गया। 2- मैं बहुत भावुक हो गया... जब देश के सबसे बड़े राज्य के मुख्यमंत्री मेरे आवास पर आए, कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया, तब मैं भावुक हो गया। योगी ने आमंत्रित कर ज्ञान कराया कि शिक्षा वह माध्यम है, जिससे समाज में बदलाव आता है। समानता पैदा होती है। असमानताओं पर कुठाराघात होता है। योगी ने ये मौका देकर मेरे जीवन में एक अध्याय जोड़ दिया है, जिसे मैं कभी भूल नहीं पाऊंगा। 3-
Dainik Bhaskar हरियाणा में खिलाड़ियों के लिए आसान नहीं राजनीतिक दंगल:पिछले चुनाव में सिर्फ 1 खिलाड़ी विधानसभा पहुंचा, इस बार 2 को मिल चुका टिकट
हरियाणा के चुनावी मैदान में साल 2019 की तरह इस बार भी कुछ खिलाड़ी उतरे हैं। बीजेपी द्वारा जारी की गई 67 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट में महम से कबड्डी खिलाड़ी दीपक हुड्डा का नाम है तो वहीं कांग्रेस ने पहलवान विनेश फोगाट को जुलाना से मैदान में उतारा है। इसके अलावा पहलवान योगेश्वर दत्त और महिला बॉक्सर स्वीटी बूरा ने भी दावेदारी ठोकी, लेकिन टिकट मिला नहीं है। हरियाणा विधानसभा के आंकड़े खिलाड़ियों के मामले में काफी दिलचस्प हैं। हरियाणा में खिलाड़ियों के लिए राजनीतिक दंगल बिल्कुल भी आसान नहीं रहा है। ग्राउंड से विधानसभा तक पहुंचने का सपना तो कई खिलाड़ियों ने देखा, लेकिन सफल केवल हॉकी खिलाड़ी संदीप सिंह हो पाए। चुनाव जीतने के मामले में अन्य खिलाड़ियों की किस्मत के सितारे फीके ही नजर आए। कितने खिलाड़ियों ने 2019 में लड़ा चुनाव? 2019 में भाजपा की टिकट पर पहलवान बबीता फोगाट, पहलवान योगेश्वर दत्त और हॉकी खिलाड़ी संदीप सिंह चुनावी मैदान में थे, लेकिन तीनों में से केवल संदीप को ही जीत मिली। बबीता और योगेश्वर को हार का सामना करना पड़ा था। ये तीनों खिलाड़ी 21 अक्तूबर 2019 को हुए चुनाव से कुछ ही हफ्ते पहले भाजपा में शामिल हुए थे। इसके बाद भाजपा ने इन्हें टिकट दी। योगेश्वर दत्त: ओलिंपिक पदक विजेता और पद्मश्री योगेश्वर दत्त ने सोनीपत जिले की बरोदा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। वह कांग्रेस प्रत्याशी श्रीकृष्ण हुड्डा से हार गए थे। श्रीकृष्ण हुड्डा ने उन्हें 4,840 मतों के अंतर से हराया था। बबीता फोगाट: कॉमनवेल्थ गोल्ड मेडल विजेता बबीता ने चरखी दादरी से उम्मीदवारी पेश की थी। लेकिन वह निर्दलीय उम्मीदवार सोमवीर सांगवान से 14,272 मतों के अंतर से हार गई थी। संदीप सिंह: वह कुरुक्षेत्र जिले की पिहोवा सीट से चुनावी मैदान में उतरे थे। संदीप सिंह ने कांग्रेस के मंदीप सिंह चिट्ठा को 5,314 मतों से हराया था। जीत के बाद उन्हें खट्टर सरकार में खेल मंत्री बनाया गया था। बाद में संदीप विवादों में फंस गए थे। जूनियर महिला कोच ने करीब दो साल पहले पूर्व मंत्री के खिलाफ छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद संदीप ने खेल मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। ये खबर भी पढ़ें... विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने कांग्रेस जॉइन की:कहा- बुरे वक्त में BJP छोड़ दूसरी पार्टियों ने साथ दिया; बजरंग किसान कांग्रेस के चे
Dainik Bhaskar कांग्रेस के 32 उम्मीदवारों का एनालिसिस:हरियाणा में BJP जैसी बगावत-भगदड़ से बचने की कोशिश; सांसदों को दोटूक मैसेज- हाईकमान सबसे ऊपर
कांग्रेस हाईकमान सेफ गेम खेलते हुए हरियाणा चुनाव के लिए जारी 32 उम्मीदवारों की दो लिस्टों में BJP में मची भगदड़-बगावत जैसे हालात से बचने की कोशिश करता नजर आया। कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की 4 मीटिंग हुईं। उसके बाद 3 मीटिंग केंद्रीय चुनाव समिति की हुईं। आखिरी बैठक में राहुल गांधी की जगह खुद सोनिया गांधी पहुंचीं। इसके बवजूद पार्टी बड़ी लिस्ट जारी करने की हिम्मत नहीं दिखा पाई। 32 उम्मीदवारों की जो 2 लिस्ट जारी की, उनमें 28 नाम तो मौजूदा विधायकों के ही रहे। इन सबके टिकट पहले से तय थे और इनकी सीटों पर दूसरा कोई बड़ा दावेदार भी नहीं था। पार्टी ने सिर्फ 4 सीटों पर चेहरे बदले। दरअसल वह ये असेस्मेंट करना चाह रही है कि उसके यहां भी BJP जैसा कोई बवाल होता है या नहीं? कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने दोनों लिस्टों में सभी गुटों को साधने की कोशिश भी की। उसने पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा खेमे के 24 और सांसद कुमारी सैलजा के समर्थक चारों विधायकों को टिकट दे दी। हुड्डा-सैलजा कैंप से अलग चल रहे पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव के बेटे चिरंजीव राव की टिकट भी नहीं रोकी। कांग्रेस हाईकमान हरियाणा में सिर्फ जीत चाहता है। इसीलिए ED जांच और नूंह हिंसा के केस फंसे अपने चारों विधायकों और दूसरे दलों से आए 2 नेताओं के नाम भी पहली लिस्ट में क्लियर कर दिए। सभी मौजूदा विधायकों को टिकट देने के 3 कारण 1. कांग्रेस का मानना है कि हरियाणा में 10 साल से राज कर रही BJP के प्रति गहरी एंटी इनकंबेंसी है। ऐसे में अगर वह अपने किसी MLA का टिकट काटती तो विरोधी उसे मुद्दा बना सकते थे। पार्टी फिलहाल विरोधियों को ऐसा कोई मुद्दा नहीं थमाना चाहती। 2. कांग्रेस ने मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े केसों में फंसे अपने तीनों विधायकों को टिकट दे दी। इनमें सोनीपत से सुरेंद्र पंवार, समालखा से धर्म सिंह छौक्कर और महेंद्रगढ़ से राव दान सिंह शामिल रहे। सुरेंद्र पंवार तो लगभग डेढ़ महीने से जेल में है। कांग्रेस ने अपने नेताओं, कैडर और वर्करों को यह मैसेज देने की कोशिश की है कि अगर उसका कोई नेता किसी मुश्किल में फंस गया हो तो पार्टी उसका साथ नहीं छोड़ती। टिकट पाने वाले कांग्रेसी नेता अब लोगों के बीच खुद को विक्टिम बताते हुए भाजपा पर हमला भी बोल सकेंगे। 3. पार्टी जानती है कि यदि किसी सिटिंग विधायक का टिकट काटा तो वह बगावत कर सकता है। अभी BJP के साथ
Dainik Bhaskar देश का मानसून ट्रैकर:मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ सहित देश के 19 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट; राजस्थान में बारिश ने 13 साल का रिकॉर्ड तोड़ा
मौसम विभाग ने शनिवार (7 सितंबर) को मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ सहित देश के 19 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और गोवा में बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है। राजस्थान में बारिश ने 13 साल रिकॉर्ड तोड़ा। इस सीजन में 1 जून से 6 सितंबर तक 615.5 mm बारिश हो चुकी है। यहां औसत बरसात 394.9 mm ही होती है। अजमेर में बारिश के कारण 7-8 सितंबर को स्कूलों की छुट्टी घोषित है। राज्य में शुक्रवार को 4 लोगों की मौत हुई। इसमें दादा-पोती भी शामिल हैं। उन पर बिजली गिरी थी। मध्य प्रदेश में शुक्रवार को बारिश का असर ज्यादा नहीं रहा। केवल 7 जिलों में ही बारिश देखने को मिली। मौसम विभाग के मुताबिक, 10 सितंबर तक बारिश नहीं होगी, लेकिन इसके बाद फिर से बारिश के लौटने की संभावना है। मौसम विभाग ने अगले सात दिनों तक गुजरात के 7 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। देशभर से बारिश और बाढ़ की तस्वीरें... आंध्र प्रदेश-तेलंगाना की हर संभव मदद की जा रही- गृह मंत्रालय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार (6 सितंबर) को कहा कि बाढ़ प्रभावित राज्य आंध्र प्रदेश-तेलंगाना की हर संभव मदद की जा रही है। मंत्रालय की एक टीम जल्द ही दोनों राज्यों का दौरा करेगी। गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव संजीव कुमार जिंदल ने बताया कि आंध्र प्रदेश में NDRF की 26 टीमें, एयरफोर्स के 8 हेलिकॉप्टर, नेवी के 3 हेलिकॉप्टर और एक डोर्नियर विमान से रेस्क्यू जारी है। तेलंगाना में एयरफोर्स के 2 हेलिकॉप्टर तैनात हैं। आंध्र प्रदेश में अबतक 32 लोगों की मौत हुई है। हेलिकॉप्टरों ने 65 उड़ानें भरी और 71 हजार किलोग्राम खाद्य और राहत सामग्री बाढ़ पीड़ितों तक पहुंचाई। NDRF की टीमों ने अबतक आंध्र प्रदेश में 350 लोगों को बचाया है। लगभग 15 हजार लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया। तेलंगाना में 68 लोगों को बचाया गया और लगभग 3200 लोगों राहत शिवरों में पहुंचाया। 8 सितंबर को 18 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग ने 8 सितंबर को राजस्थान, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, गुजरात, गोवा, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, करेल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, झारखंड में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। राज्यों में आज मौसम की स्थिति...
Dainik Bhaskar भाला फेंकना सीखकर सास को भाला मारेगी क्या:लड़कियों को स्पोर्ट्स टूर्नामेंट लाई तो पेरेंट्स लड़ने आ गए; 80 बाल विवाह रोक चुकी हूं
'2014 की बात है। मैं अपने स्कूल की लड़कियों को लेकर डिस्ट्रिक्ट बैडमिंटन टूर्नामेंट में पहुंची थी। कुछ लड़कियां काफी अच्छा खेलती थीं, स्कूल में हमने प्रैक्टिस भी काफी की थी। लड़कियां मैच शुरू होने का इंतजार ही कर रही थी कि बाहर से लोगों के चिल्लाने की आवाज आने लगी। मैं बाहर पहुंची। कई लड़कियों के पेरेंट्स आए और मुझे घेर लिया। चिल्लाने लगे- हमारे घर की लड़कियां ये सब नहीं करतीं, किससे पूछकर इन्हें यहां लेकर आईं? हमने तो इन्हें पढ़ने के लिए भेजा था, हमसे पूछना तो चाहिए था कि हम बच्चियों को खिलवाना चाहते हैं भी कि नहीं। पेरेंट्स इतने ताव में थे कि मुझे लगा ये लोग किसी भी वक्त मेरे साथ मारपीट कर सकते हैं। मैंने तुरंत खेल अधिकारी और प्रशासन के दूसरे लोगों को वहां बुला लिया। उन्हीं लोगों ने भीड़ से मुझे बचाया। गेम सेंटर से ज्यादातर लोग अपनी बच्चियों को वापस घर ले गए और फिर कई दिन तक स्कूल नहीं भेजा।’ आज मास्साब के तीसरे एपिसोड में कहानी बिहार के मधुबनी की टीचर मीनाक्षी कुमारी की। इन्होंने अपने स्कूल की लड़कियों को न सिर्फ शिक्षित करने की बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की ठानी है। मीनाक्षी ने अपने स्कूल की लड़कियों के लिए पीरियड्स हाईजीन, बाल विवाह, रक्तदान, खेल-कूद जैसी कई मुहिम छेड़ी हैं जिसके लिए उन्हें शिक्षक दिवस पर नेशनल अवॉर्ड दिया गया है। ‘सास को भाला मारेगी क्या, जो भाला फेंकना सिखा रहीं हैं’ दैनिक भास्कर से बात करते हुए मीनाक्षी बताती हैं, 'उस साल मुझे अपनी लड़कियों को लेकर वापस लौटना पड़ा। अगले दिन से ही मैंने लड़कियों के घर जाकर उनके पेरेंट्स से बात करनी शुरू की। कुछ ने तो दरवाजे से ही लौटा दिया, मगर कुछ को बात समझ आई। स्कूल में फिर लड़कियों की प्रैक्टिस शुरू हुई। मेरी एक स्टूडेंट गुड़िया जैवलिन थ्रो (भाला फेंक) में काफी अच्छी थी। उसकी मां घरों में झाडू-पोंछे का काम करती थी। जब गुड़िया ने डिस्ट्रिक्ट लेवल पर गोल्ड जीता तो स्कूल में हम बहुत खुश हुए। उसे आगे स्टेट लेवल भेजने की तैयारी में लग गई। अगले दिन वो स्कूल ही नहीं आई। मैं समझ गई कि कुछ गड़बड़ है। गुड़िया के घर पहुंची तो उसकी मां ने उसे आगे खिलाने से साफ मना कर दिया। मुझसे बोलीं, 'हमारी बच्ची नहीं खेलेगी, हमें कहीं नहीं भेजना। पहले आपने कहा कि पढ़ाना चाहिए, अब उसको खेल में उतार रही हो।
Dainik Bhaskar मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ- रेसलर विनेश-बजरंग ने कांग्रेस जॉइन की:शाह बोले- 370 की वापसी कभी नहीं होगी, मणिपुर में पूर्व सीएम के घर पर हमला
नमस्कार, कल की बड़ी खबर रेसलर विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया से जुड़ी रही। दोनों ने कांग्रेस पार्टी जॉइन कर ली है। उधर, जम्मू-कश्मीर में बीजेपी ने घोषणा पत्र जारी कर दिया है। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि धारा 370 की वापसी कभी नहीं होगी। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज का प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. हरियाणा में कांग्रेस की पहली लिस्ट जारी, विनेश फोगाट जुलाना से लड़ेंगी, बजरंग किसान कांग्रेस के चेयरमैन बने हरियाणा विधानसभा चुनाव के 30 दिन पहले रेसलर विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया कांग्रेस में शामिल हो गए। विनेश जुलाना सीट से चुनाव लड़ेंगी। वहीं, बजरंग को ऑल इंडिया किसान कांग्रेस का वर्किंग चेयरमैन बनाया गया है। पार्टी में शामिल होने से पहले विनेश और बजरंग ने रेलवे की नौकरी छोड़ दी। दोनों ओएसडी स्पोर्ट्स के पद पर थे। हरियाणा में कांग्रेस की पहली लिस्ट जारी: राज्य की 90 विधानसभा सीटों के लिए कांग्रेस ने 31 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। पहली लिस्ट में भूपेंद्र सिंह हुड्डा समेत 28 विधायकों को टिकट दिया गया है। जेल में बंद सोनीपत से विधायक सुरेंद्र पंवार को भी उम्मीदवार बनाया गया है। इससे पहले भाजपा 67 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर चुकी है। राज्य में 5 अक्टूबर को वोटिंग और 8 अक्टूबर को वोटों की गिनती होनी है। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. जम्मू-कश्मीर चुनाव, बीजेपी का घोषणा पत्र जारी, 5 लाख रोजगार, हर साल 2 फ्री सिलेंडर देने का वादा भाजपा ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का घोषणा पत्र जारी किया। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि कॉलेज छात्रों को हर साल 3 हजार रुपए यातायात भत्ता दिया जाएगा। 10वीं क्लास में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को टैबलेट और लैपटॉप मिलेगा। उन्होंने कहा, '5 लाख रोजगार दिए जाएंगे। उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को हर साल 2 फ्री LPG सिलेंडर दिए जाएंगे। अटल आवास योजना के जरिए भूमिहीन लोगों को एक बीघा जमीन मुफ्त दी जाएगी।' शाह बोले- अब 370 की वापसी कभी नहीं होगी: शाह ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर भारत का है, था और रहेगा। 10 साल में राज्य का विकास हुआ है और हो रहा है। धारा 370 और 35 (A) बीते दौरे की बात बन गई है। अब ये हमारे संविधान का हिस्सा नहीं है। ये सब पीएम नरेंद्र मोदी के ताकतवर फैसले से हुआ। धारा 370 इतिहास बन गई है। हम इसे कभ
Dainik Bhaskar कोलकाता रेप-मर्डर केस, गैंगरेप के सबूत नहीं मिले:संजय ने अकेले वारदात को अंजाम दिया, CBI की जांच लगभग पूरी, चार्जशीट फाइल होगी
कोलकाता रेप-मर्डर केस में CBI की जांच लगभग पूरी हो गई है। NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, जांच एजेंसी को ट्रेनी डॉक्टर के साथ गैंगरेप के सबूत नहीं मिले हैं। 10 पॉलीग्राफ टेस्ट, 100 लोगों से पूछताछ और अबतक की जांच में CBI का मानना है कि वारदात को आरोपी संजय रॉय ने अकेले अंजाम दिया है। ट्रेनी डॉक्टर की बॉडी और क्राइम सीन से मिले सैंपल से आरोपी संजय का DNA भी मैच कर गया है। CBI ने DNA रिपोर्ट, मडिकल रिपोर्ट और अन्य सबूतों को AIIMS दिल्ली के डॉक्टरों को भेजा है। डॉक्टरों के फाइनल ओपिनियन के बाद एजेंसी जांच खत्म कर संजय के खिलाफ चार्जशीट फाइल करेगी। दरअसल, आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 9 अगस्त को ट्रेनी डॉक्टर का रेप-मर्डर हुआ था। अस्पताल के सेमिनार हॉल में उनकी अर्धनग्न बॉडी मिली थी। उनकी आंखें, मुंह और प्राइवेट पार्ट से खून बह रहा था। गर्दन की हड्डी भी टूटी थी। CBI कोआशंका थी कि गिरफ्तार किया गया सिविक वॉलेंटियर संजय के अलावा वारदात में और भी लोग शामिल हैं, लेकिन अब तक इसके सबूत नहीं मिले हैं। 3 घंटे तक चले पॉलीग्राफ टेस्ट में संजय ने जुर्म कबूला, 3 बाते कहीं... 1. CBI और सेंट्रल फोरेंसिक टीम के मेंबर्स ने 25 अगस्त को 3 घंटे संजय का पॉलिग्राफ टेस्ट किया। संजय ने कबूला कि उसी ने ट्रेनी डॉक्टर का रेप करने के बाद हत्या की थी। 2. संजय ने पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान CBI को बताया कि उसने 8 अगस्त को अपने एक दोस्त के साथ शराब पी थी। इसके बाद वह रेड लाइट एरिया गया। रास्ते में उसने एक लड़की को मॉलेस्ट किया। इसके बाद संजय ने देर रात अपनी गर्लफ्रेंड से वीडियो कॉल पर बात की न्यूड तस्वीरें मांगीं। 3. संजय ने बताया कि सुबह करीब 4 बजे संजय हॉस्पिटल के सेमिनार हॉल पहुंचा, जहां ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर के बाद वह सुबह अपने दोस्त के घर गया। उसका दोस्त कोलकाता पुलिस में ऑफिसर था। संजय के साइकोलॉजिकल टेस्ट की रिपोर्ट- पोर्न देखने का आदी था पॉलीग्राफ टेस्ट से पहले संजय रॉय के साइकोएनालिटिकल प्रोफाइल से कुछ बातें सामने आई। CBI के अधिकारी ने बताया कि वह विकृत मानसिकता का व्यक्ति और पोर्नोग्राफी का आदी था। उसके फोन में कई अश्लील वीडियो भी मिले हैं। CFSL की रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि कोलकाता पुलिस में वॉलेंटियर संजय की प्रवृत्ति जानवरों जैसी है। पूछताछ के दौरान भी उसे कोई पछतावा नहीं था।
Dainik Bhaskar बंगाल गवर्नर ने अपराजिता बिल राष्ट्रपति को भेजा:कहा- इसमें कई खामियां, ममता सरकार जल्दबाजी में काम न करें, आराम से पछताएं
बंगाल गवर्नर ने अपराजिता बिल राष्ट्रपति को भेजा कहा- इसमें कई खामियां, ममता सरकार जल्दबाजी में काम न करें, आराम से पछतावा करें पश्चिम बंगाल के गवर्नर आनंद बोस ने बंगाल विधानसभा से पास हुआ अपराजिता बिल को राष्ट्रपति के पास लिए भेज दिया है। इसकी जानकारी उन्होंने शुक्रवार (6 सितंबर) को X पर पोस्ट कर दी। गवर्नर ने कहा- बिल में कई खामियां थीं। पहले तो बिल के साथ भेजे जाने वाली टेक्निकल रिपोर्ट नहीं दी गई थी। मेरी आपत्ति के बाद मुख्य सचिव ने टेक्निकल रिपोर्ट सौंपी, लेकिन विधानसभा में डिबेट का टेक्स्ट और उसका ट्रांसलेशन अभी भी नहीं पहुंचाया है। ममता सरकार को जल्दबाजी नहीं करना चाहिए। उन्हें आराम से पछतावा करना चाहिए। दरअसल, 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर से रेप-मर्डर के बाद राज्य सरकार पर महिला सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे थे। ममता सरकार ने 3 सितंबर को पश्चिम बंगाल विधानसभा में एंटी-रेप बिल पेश किया था। इसके तहत पुलिस को रेप केस की 21 दिन में जांच पूरी करनी होगी। विधानसभा से पास होने के बाद बिल को राज्यपाल के पास भेजा गया। गवर्नर ने बिल में कई खामियों का हवाला देते हुए इसे राष्ट्रपति के पास भेज दिया। राष्ट्रपति की मुहर लगने के बाद ही बिल कानून में बदल सकेगा। बंगाल गवर्नर के ममता पर 3 आरोप राज्यपाल ने 8 बिल रोके गवर्नर बोले- अपराजिता बिल आंध्र-महाराष्ट्र के बिल का कॉपी पेस्ट बोस ने 5 सितंबर को को रेप- मर्डर केस को लेकर कहा- गलत काम करने वालों के खिलाफ FIR होनी चाहिए। उन्हें सजा मिलनी चाहिए। आज बंगाल में कानून तो है, लेकिन उसका ठीक से पालन नहीं हो रहा है। कुछ लोगों को कानून के तहत सुरक्षा प्रदान की जा रही है। पुलिस का एक हिस्सा भ्रष्ट है, जबकि एक हिस्से का अपराधीकरण हो चुका है और एक हिस्से का राजनीतिकरण हो चुका है। पीड़ित के माता-पिता ने मुझे कुछ ऐसी बातें बताईं हैं, जो दिल दहलाने वाली हैं। वो इस मामले में न्याय चाहते हैं। पूरा बंगाली समाज न्याय चाहता है। न्याय होना चाहिए। बंगाल सरकार का रुख बद से बदतर होते जा रहा है। यह वही जगह है, जहां लोगों ने बढ़-चढ़कर सामाजिक आंदोलनों में हिस्सा लिया है। मुझे यकीन है कि लोगों की आवाज भगवान की आवाज है। लोग कार्रवाई चाहते हैं, कार्रवाई के लिए कोई बहाना नहीं बनाया जाना चाहिए। बिल से जुड़े 10 सवाल-जवाब... 1. बिल का न
Dainik Bhaskar कांग्रेस की पहली लिस्ट के 32 उम्मीदवारों की डिटेल प्रोफाइल:1 हारे-1 दलबदलू को टिकट, 80 साल के कादियान सबसे बुजुर्ग, विनेश सबसे यंग
हरियाणा में कांग्रेस ने 32 नामों की जो पहली लिस्ट जारी की है, उसमें सिर्फ 3 नए चेहरे हैं। इस लिस्ट में पिछला चुनाव हारे हरियाणा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष उदयभान को टिकट मिली है। 32 सीटों में 9-9 टिकटें जाट और SC उम्मीदवारों को मिली हैं। SC के लिए 17 सीटें रिजर्व हैं। पहली लिस्ट में केवल 5 महिलाएं हैं। इस लिस्ट में 1 दलबदलू को टिकट दी है। सबसे उम्रदराज डॉ रघुवीर कादियान (80) हैं, जिन्हें बेरी से मैदान में उतारा है। वहीं सबसे युवा विनेश फोगाट (30) को जुलाना से टिकट मिली है। उम्मीदवारों की डिटेल प्रोफाइल.... ये खबर भी पढ़ें... हरियाणा में कांग्रेस की पहली लिस्ट जारी, 31 नाम:विनेश फोगाट जुलाना से लड़ेंगी, हुड्डा समेत 27 विधायकों को दोबारा टिकट दी हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 6 सितंबर की देर रात 31 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की। पार्टी ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा समेत 27 विधायकों पर फिर से भरोसा जताया है। एक विधायक की टिकट होल्ड की गई है। 5 महिलाओं और 3 मुस्लिम चेहरों को टिकट दी गई है। उधर, कांग्रेस में आज दोपहर को शामिल हुईं पूर्व रेसलर विनेश फोगाट को जुलाना से टिकट दिया है। (पूरी खबर पढ़ें)
Dainik Bhaskar हरियाणा में कांग्रेस की 2 लिस्टें जारी, 32 नाम:विनेश फोगाट अपनी ससुराल जुलाना से लड़ेंगी; हुड्डा समेत सभी 28 विधायकों को दोबारा टिकट
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 6 सितंबर की देर रात दो लिस्टों में 32 उम्मीदवारों का ऐलान किया। पहली लिस्ट में 31 टिकटों का ऐलान किया गया। इसके डेढ़ घंटे बाद दूसरी लिस्ट में एक कैंडिडेट का नाम घोषित किया गया। पार्टी ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा समेत अपने सभी 28 सिटिंग विधायकों पर फिर से भरोसा जताया है। पहली लिस्ट में 5 महिलाओं और 3 मुस्लिम चेहरों को टिकट दिए गए। पार्टी ने पहली लिस्ट में पानीपत की इसराना सीट के मौजूदा विधायक बलबीर सिंह वाल्मीकि के नाम का ऐलान नहीं किया था। डेढ़ घंटे बाद उनके टिकट की घोषणा अलग से की गई। शुक्रवार दोपहर 3.13 बजे कांग्रेस में शामिल हुईं पूर्व रेसलर विनेश फोगाट को जुलाना से उम्मीदवार बनाया गया है। बता दें कि विनेश फोगाट का ससुराल जींद जिले के बख्ता खेड़ा गांव में है जो जुलाना विधानसभा सीट के तहत ही आता है। ये जाट बहुल सीट मानी जाती है। भाजपा ने दो दिन पहले जारी अपनी पहली लिस्ट में 67 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए थे। राज्य में 5 अक्टूबर को मतदान होगा। रिजल्ट 8 अक्टूबर को आएगा। कांग्रेस की पहली लिस्ट की 6 खास बातें 6 जिलों में एक भी टिकट का ऐलान नहीं कांग्रेस ने अपनी पहली लिस्ट में प्रदेश के 22 में से 6 जिलों के लिए एक भी उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया। इन जिलों में कैथल, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, चरखी-दादरी और गुरुग्राम शामिल है। कैथल में 4, फतेहाबाद में 3, हिसार में 7, भिवानी में 4, चरखी-दादरी में 2 और गुरुग्राम जिले में 4 विधानसभा सीटें हैं। इन जिलों में 2019 में कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। झज्जर-नूंह की सभी सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कांग्रेस ने पहली लिस्ट में झज्जर जिले की चारों और नूंह जिले की तीनों सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया। 2019 के विधानसभा चुनाव में झज्जर जिले की चारों और नूंह जिले की तीनों सीटें कांग्रेस ने ही जीती थी। पार्टी ने यहां पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा गुट से ताल्लुक रखने वाले मौजूदा विधायकों पर ही भरोसा जताया है। हुड्डा के गढ़ रोहतक की एक, सोनीपत की 2 सीटें भी होल्ड कांग्रेस अपने वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गृह जिले रोहतक की एक और सोनीपत की दो सीटों पर कैंडिडेट्स का ऐलान पहली लिस्ट में नहीं कर पाई। पार्टी ने रोहतक जिले की चार में से उन्हीं 3 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान किया जह
Dainik Bhaskar हरियाणा में कांग्रेस की पहली लिस्ट जारी, 31 नाम:विनेश फोगाट जुलाना से लड़ेंगी, हुड्डा समेत 28 विधायकों को दोबारा टिकट दी
हरियाणा कांग्रेस ने शुक्रवार देर रात 31 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की। पार्टी ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा समेत 28 विधायकों पर फिर से भरोसा जताया है। उधर, कांग्रेस में दोपहर को शामिल हुईं पूर्व रेसरल विनेश फोगाट को जुलाना से टिकट दिया गया है। वहीं जेल में बंद सोनीपत से विधायक सुरेंद्र पंवार को भी उम्मीदवार बनाया गया है। भाजपा की पहली लिस्ट में 67 उम्मीदवारों का नाम था। राज्य में 5 अक्टूबर को मतदान होगा। 8 अक्टूबर को रिजल्ट आएगा। पहली लिस्ट की 3 खास बातें कांग्रेस की पहली लिस्ट 2 बार केंद्रीय चुनाव समिति की मीटिंग हुई हरियाणा में उम्मीदवारों के सिलेक्शन के लिए कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की 2 बार मीटिंग हो चुकी है। पहली मीटिंग 2 सितंबर को हुई थी। जिसमें 49 सीटों पर चर्चा हुई। जिसमें 34 उम्मीदवारों के नाम फाइनल हुए। 15 नाम स्क्रीनिंग कमेटी को लौटा दिए हैं। जो 34 नाम फाइनल हुए हैं, उनमें 22 विधायक शामिल थे। इसके बाद 3 सितंबर को दूसरी मीटिंग हुई। जिसमें 34 सीटों पर चर्चा हुई। जिनमें 32 सीटें फाइनल कर ली गई। इसके बाद 24 सीटें बची हुई थीं। जिन पर फाइनल चर्चा से पहले स्क्रीनिंग कमेटी को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। कांग्रेस को 90 सीटों पर मिले थे 2,556 आवेदन कांग्रेस ने हरियाणा में 90 सीटों के लिए दावेदारों से आवेदन मांगे गए थे। जिसमें 2,556 नेताओं ने टिकट का आवेदन किया था। इसमें से कई सीटों पर 40 से ज्यादा नेताओं ने तक आवेदन कर रखे थे। हरियाणा कांग्रेस में चल रही CM चेहरे की लड़ाई हरियाणा कांग्रेस में चुनाव से पहले सीएम के चेहरे को लेकर लड़ाई चल रही है। फिलहाल पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा इसके सबसे बड़े दावेदार हैं। हालांकि सिरसा सांसद कुमारी सैलजा भी कह चुकी हैं कि वह सीएम क्यों नहीं बन सकतीं। इसके लिए उन्होंने अनुसूचित जाति का सीएम बनाने की पैरवी की है। वहीं राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने भी शुक्रवार को बयान दिया कि मैं मुख्यमंत्री बनना चाहता हूं।
Dainik Bhaskar SC बोला- क्या केजरीवाल जेल से साइन नहीं कर सकते:ऐसा कोई प्रतिबंध है; दोषी की याचिका- साइन न होने से सजा माफ नहीं हो रही
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार (6 सितंबर) को एक मामले में दोषी करार होने के बाद सजा काट रहे व्यक्ति की दायर याचिका पर सुनवाई की। याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार उसकी सजा माफ करने में देरी लगा रही है। जस्टिस अभय एस ओका और जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की बेंच को दिल्ली सरकार ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल जेल में हैं। ऐसे में उनकी गैरमौजूदगी के चलते सजा माफ वाली फाइलों पर उनके साइन नहीं हो पा रहे हैं। इस पर बेंच ने दिल्ली सरकार से पूछा कि क्या दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जेल से अपने कर्तव्यों का पालन करने से रोकने के लिए कोई प्रतिबंध आदेश है? बेंच ने कहा हम इसकी जांच करना चाहते हैं क्योंकि इससे सैकड़ों मामले प्रभावित होंगे। अरविंद केजरीवाल को दिल्ली शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामल में ED ने 21 मार्च और भ्रष्टाचार के मामले में CBI ने ने 26 जून को गिरफ्तार किया था। 12 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अंतरिम जमानत दी है, लेकिन भ्रष्टाचार मामले में वे जेल में हैं। ASG बोलीं- निर्देश लेकर कोर्ट को बताऊंगी बेंच ने पूछा- सीएम केजरीवाल सें जुड़े कोर्ट के पारित कई आदेशों के चलते बहुत सारी फाइलें होंगी। क्या मुख्यमंत्री को इन महत्वपूर्ण फाइलों पर साइन करने पर कोई प्रतिबंध है? इस सवाल पर एडिशनल सॉलिसिटर जनरल ऐश्वर्या भाटी ने कहा कि वे इस मुद्दे पर निर्देंश लेंगी। इसके बाद कोर्ट को बताएंगी। सुप्रीम कोर्ट ने पहले के आदेश में दिल्ली सरकार को 2 महीने के अंदर दोषियों की सजा माफ करने के सवाल पर फैसला लेने का निर्देश दिया था। हालांकि, जुलाई में समय सीमा एक महीने के लिए बढ़ा दी गई थी। एक्सपर्ट बोले- जेल से सरकार चलाना व्यवहारिक रूप से असंभव लॉ एक्सपर्ट के मुताबिक, संविधान या कानून में जेल में बंद मुख्यमंत्री के पद पर बने रहने पर कोई रोक नहीं है। लेकिन जेल से सरकार चलाना व्यावहारिक रूप से असंभव है। इसी साल 28 मार्च दिल्ली हाईकोर्ट ने केजरीवाल को सीएम पद से हटाने की मांग वाली जनहित याचिका को खारिज कर दिया था। हालांकि, कोर्ट का मानना था कि जेल से कैबिनेट फैसले, ऑफिशियल दस्तावेजों पर साइन, ट्रांसफर ऑडर्स पर साइन करना असंभव होगा, क्योंकि ये काम जेल में रहते हुए नहीं किए जा सकते हैं। शराब नीति केस- केजरीवाल की जमानत पर फैसला सुरक्षित द
Dainik Bhaskar रेलवे ट्रैक पर शेरों के लिए बॉर्डर जैसी सुरक्षा:ट्रेनों की टक्कर से गिर फॉरेस्ट के शेरों की मौत रोकने के लिए 45 रेलवे कर्मचारी तैनात
गुजरात में अमरेली जिले के राजुला-पीपावाव रेलवे ट्रैक पर मालगाड़ियों की आवाजाही लगातार होती है। इसके चलते चलते ट्रैक पर अक्सर जंगली जानवर खासतौर से गिर फॉरेस्ट के एशियाटिक लायंस ट्रेन की चपेट में आ जाते हैं। पिछले कुछ महीनों के दौरान इस रेलवे ट्रैक पर 18 शेरों की मौत हो गई थी। शेरों की मौत को लेकर गुजरात हाई कोर्ट ने भी वन विभाग और रेलवे विभाग को जमकर फटकार लगाई थी। इसी के चलते वन विभाग और रेलवे विभाग ने अलग-अलग उपाय किए हैं। राजुला-पिपावाव के बीच शेरों को दुर्घटनाओं से बचाने के लिए 45 रेलवे कर्मचारी अलग-अलग शिफ्ट में 24 घंटें यहां तैनात रहते हैं। ये ट्रेन आने से 15 मिनट पहले ही अलर्ट होकर पटरियों की जांच शुरू कर देते हैं। इसके अलावा बैटन लाइट दिखाकर ट्रेन को रुकने का इशारा भी करते हैं। रेलवे ट्रैक पर रात-दिन तैनात रहते हैं कर्मचारी राजुला-पिपावाव रेलवे ट्रैक पर पैनी नजर रखते हैं। रेलवे ट्रैक पर शेरों से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए वन विभाग के ट्रैकर से लेकर रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर तक अलर्ट पर हैं। वन विभाग के राजुला रेंज क्षेत्र में राजुला-पिपावा रेलवे ट्रैक सहित 48 किमी का लंबा क्षेत्र है। यहां बड़ी संख्या में शेर रहते हैं। जो सूखी जगह होने के चलते अक्सर रेलवे ट्रैक पर आकर बैठ जाते हैं। रेलवे पटरियों के चारों ओर 12 वॉच टावर बनाए गए रेलवे ट्रैक पर आने वाले शेरों को हटाने के लिए रेलवे कर्मचारी पैदल गश्त करते रहते हैं। इसके साथ ही रेलवे ट्रैक की निगरानी के लिए बनाए गए 12 वॉच टावरों पर भी रेलवे कर्मचारी मौजूद रहते हैं और वहीं से शेरों और ट्रेनों की आवाजाही पर नजर रखते हैं। ट्रेन आने के समय अगर रेलवे ट्रैक पर या उसके आसपास शेर होता है तो वॉच टावर पर ड्यूटी पर तैनात गार्ड तुरंत इसकी सूचना रेलवे विभाग को देता है। सेंसर सोलर लाइट कर्मियों को करती है अलर्ट रेलवे ट्रैक पर शेरों या अन्य जंगली जानवरों की आवाजाही को रोकने के लिए वन-विभाग द्वारा लगभग 40 सेंसर सोलर लाइटें भी लगाई गई हैं। जो ट्रैक पर शेर या किसी अन्य जानवर के आ जाने पर अपने आप जल जाती हैं। इससे रेलवे कर्मचारी भी अलर्ट हो जाता है। ट्रेन आने से 15 मिनट पहले हरकत में आती है टीम राजुला-पीपावाव रेलवे ट्रैक पर लगातार मालगाड़ियों की आवाजाही रहती है. इस ट्रैक पर ट्रेन कब गुजरने वाली है, इसकी जानकारी रेलवे कर्मचारियों
Dainik Bhaskar हरियाणा में आज कांग्रेस कैंडिडेट लिस्ट आने की संभावना:71 सीटों पर उम्मीदवार फाइनल; सोनिया गांधी ने लगाई आखिरी मुहर
हरियाणा में बीजेपी के बाद कांग्रेस में भी टिकटों को लेकर मंथन जारी है। पहली लिस्ट के नामों को फाइनल करने के लिए दिल्ली में फिर से केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की मीटिंग हुई। इस मीटिंग में राहुल गांधी की जगह सोनिया गांधी शामिल हुई। हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी इस मंथन में मौजूद रहे। अब तक 71 सीटों पर CEC की मीटिंग में उम्मीदवारों के नाम तय हो गए हैं। बचे नामों को लेकर आगे मंथन किया जाएगा। हरियाणा के नामों की पहली लिस्ट पार्टी कभी भी जारी कर सकती है। पहली लिस्ट में 30 से 40 या सभी 71 नाम भी हो सकते हैं। 3 बार केंद्रीय चुनाव समिति की मीटिंग हुई हरियाणा में उम्मीदवारों के सिलेक्शन के लिए कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की 3 बार मीटिंग हो चुकी है। पहली मीटिंग 2 सितंबर को हुई थी। जिसमें 49 सीटों पर चर्चा हुई। जिसमें 34 उम्मीदवारों के नाम फाइनल हुए। 15 नाम स्क्रीनिंग कमेटी को लौटा दिए हैं। जो 34 नाम फाइनल हुए हैं, उनमें 22 विधायक शामिल थे। इसके बाद 3 सितंबर को दूसरी मीटिंग हुई। जिसमें 34 सीटों पर चर्चा हुई। जिनमें 32 सीटें फाइनल कर ली गई। इसके बाद 24 सीटें बची हुई थीं। जिन पर फाइनल चर्चा से पहले स्क्रीनिंग कमेटी को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इसके बाद आज यानी 6 सितंबर को तीसरी मीटिंग हुई। कांग्रेस को 90 सीटों पर मिले थे 2,556 आवेदन कांग्रेस ने हरियाणा में 90 सीटों के लिए दावेदारों से आवेदन मांगे गए थे। जिसमें 2,556 नेताओं ने टिकट का आवेदन किया था। इसमें से कई सीटों पर 40 से ज्यादा नेताओं ने तक आवेदन कर रखे थे। हरियाणा कांग्रेस में चल रही CM चेहरे की लड़ाई हरियाणा कांग्रेस में चुनाव से पहले सीएम के चेहरे को लेकर लड़ाई चल रही है। फिलहाल पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा इसके सबसे बड़े दावेदार हैं। हालांकि सिरसा सांसद कुमारी सैलजा भी कह चुकी हैं कि वह सीएम क्यों नहीं बन सकतीं। इसके लिए उन्होंने अनुसूचित जाति का सीएम बनाने की पैरवी की है। वहीं राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने भी शुक्रवार को बयान दिया कि मैं मुख्यमंत्री बनना चाहता हूं।
Dainik Bhaskar फाइटर प्लेन तेजस ने हवा में दिखाए करतब:अमेरिका-ऑस्ट्रेलिया के एयरक्राफ्ट भी गरजे; राइफल के साथ म्यूजिक परफॉर्मेंस देगी एयर वॉरियर ड्रिल टीम
भारतीय वायु सेना का सबसे बड़ा अभ्यास 'तरंग-शक्ति' जोधपुर एयरफोर्स स्टेशन पर चल रहा है। एक्सरसाइज के 8वें दिन शुक्रवार को फुल ड्रेस रिहर्सल किया गया। आसमान में छाए काले बादल के कारण रिहर्सल अपने शेड्यूल टाइम से आधा घंटा देरी से शुरू हुई। मौसम साफ होने पर अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और ग्रीस के एयरक्राफ्ट के साथ ही भारत के तेजस, सुखोई-30 और जगुआर ने उड़ान भरी। जोधपुर के डोमेस्टिक एयरपोर्ट पर भी यात्रियों ने विमानों को अपने मोबाइल में कैद किया। सूर्यकिरण के हॉक्स विमान भी उड़ने थे, लेकिन बादलों के कारण उड़ान नहीं हुई। 7 सितंबर को ओपन डे रखा गया है। इस दिन वायुसेना की इवेंट टीम एयर वॉरियर ड्रिल टीम हाथ में राइफल लेकर म्यूजिक पर परफॉर्मेंस देगी। भारतीय हेलिकॉप्टर प्रचंड और ध्रुव भी आए नजर एक्सरसाइज में शुक्रवार को फुल डे रिहर्सल के दौरान अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और ग्रीस के एयरक्राफ्ट के साथ ही भारत के तेजस, सुखोई-30 और जगुआर ने उड़ान भरी। विदेशी विमानों को देखकर लोग काफी रोमांचित हुए। इसके अलावा स्वदेशी लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर प्रचंड और ध्रुव ने कलाबाजी दिखाई। वहीं लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस ने भी हवा में रोटेट होकर अलग-अलग फॉर्मेशन में कलाबाजियां दिखाकर रोमांचित किया। तेजस करीब 10 मिनट तक आसमान में रहा। आंधे घंटे देरी से शुरू हुई रिहर्सल फुल ड्रेस रिहर्सल को देखने आज एयरफोर्स के अधिकारियों व कर्मचारियों के परिवार के अलावा स्कूली बच्चे भी मौजूद पहुंचे थे। कार्यक्रम के लिए एयरफोर्स स्टेशन की ओर से 1 हजार पास बांटे गए थे, लेकिन इससे भी ज्यादा लोग कार्यक्रम देखने पहुंचे। आसमान में बादल छाए रहने से रिहर्सल करीब आधे घंटे देरी से शुरू हुई। सूर्यकिरण के हॉक्स विमान नहीं उड़े एक्सरसाइज में सूर्यकिरण के हॉक्स विमानों को भी शामिल होना था, लेकिन मौसम साफ नहीं होने से ऐसा नहीं हुआ। आसमान में छाए काले बादलों के कारण सूर्यकिरण विमानों ने उड़ान नहीं भरी। मौसम साफ होने पर सूर्यकिरण विमानों ने उड़ान भरी और आसमान में तिरंगा बनाया। तब तक रिहर्सल पूरी हो चुकी थी। रिहर्सल के बाद रूटीन प्रैक्टिस के दौरान सूर्यकिरण विमानों ने उड़ान भरी थी। एयरपोर्ट पर यात्रियों ने बनाया वीडियो जोधपुर डोमेस्टिक एयरपोर्ट डिफेंस एयरबेस का ही हिस्सा है। ऐसे में एयरपोर्ट पर आए यात्रियों ने लड़ाकू विमानों के करतब का नजारा देखा। दोपह