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Dainik Bhaskar बृजभूषण बोले-BJP कहेगी तो विनेश-बजरंग के खिलाफ प्रचार करूंगा:कांग्रेस ने पहलवानों को मोहरा बनाया, कुश्ती का सत्यानाश किया
हरियाणा विधानसभा चुनाव के 30 दिन पहले पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। विनेश और बजरंग उन पहलवानों में से हैं, जिन्होंने भाजपा के पूर्व सांसद और बाहुबली बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए और दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया। दोनों पहलवानों की नई पारी पर बृजभूषण शरण सिंह ने दैनिक भास्कर से एक्सक्लूसिव बातचीत की। उन्होंने कहा- यह लोग राजनीति को हवा समझते हैं। सोच रहे हैं कि हरियाणा से विधानसभा चुनाव जीत जाएंगे। हरियाणा में किसी भी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ जाएं, भाजपा का कोई भी प्रत्याशी इन पहलवानों को हरा देगा। पार्टी कहेगी तो मैं भी हरियाणा प्रचार करने जाऊंगा। अब पढ़िए बृजभूषण शरण सिंह के 8 बड़े बयान… 1. कुश्ती के दम पर नाम कमाया, अब खत्म हो जाएगा यह पहलवान किसी भी सीट से हरियाणा में चुनाव नहीं जीत पाएंगे, क्योंकि यह लोग अब राजनीति कर रहे हैं। इन दोनों पहलवानों ने कुश्ती के दम पर पूरे देश में अपना नाम रोशन किया था। अब कांग्रेस में शामिल होने के बाद इनका नाम वैसे ही खत्म हो जाएगा। 2. कांग्रेस ने पहलवानों को मोहरा बनाकर कुश्ती का किया सत्यानाश पहलवानों को न्याय दिलाने के नाम पर कांग्रेस नेता धरने में शामिल हुए। उन्होंने धीरे-धीरे एक के बाद एक कई पहलवानों को अपना मोहरा बना लिया। इस देश की कुश्ती का सत्यानाश भी कांग्रेस पार्टी के लोगों ने पहलवानों के साथ मिलकर किया है। कुश्ती का सत्यानाश करने में इन पहलवानों का भी बड़ा योगदान है, जो आज कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए हैं। कांग्रेस पार्टी की सरकार देश में थी तो कुश्ती का नाम-ओ-निशान नहीं था, लेकिन मेरे अध्यक्ष बनने के बाद भारत में लोग कुश्ती को जानने लगे और कई मेडल आए। 3. बीजेपी की आईटी सेल नहीं, बल्कि उनके ही लोग कर रहे ट्रोल इन जैसे पहलवानों को भाजपा की आईटी सेल ट्रोल नहीं करती है। जब इन लोगों ने आरोप लगाया था तो उनके ही लोगों ने हमें ट्रोल किया था। अब देश के लोग उनकी सच्चाई जान चुके हैं तो वह धीरे-धीरे उन्हें ट्रोल कर रहे हैं। इनके साथ हरियाणा में उनके परिवार के साथ कोई नहीं खड़ा होगा। 4. कांग्रेस के साथ मिलकर पहलवानों के भविष्य को किया बर्बाद जब यह लोग मेरे खिलाफ धरने पर बैठे थे, तो जूनियर और सीनियर पहलवानों की गोंडा में कुश्ती आयोजित की गई थी। इन लोगों ने आंदोलन करके उस
Dainik Bhaskar हरियाणा चुनाव में एकजुट हो सकता है देवीलाल परिवार:दिग्विजय बोले- ओपी चौटाला चुनाव लड़ें तो नामांकन वापस लूंगा; आदित्य की इनेलो में वापसी संभव
हरियाणा में देवीलाल परिवार फिर से एक हो सकता है। इसके संकेत भाजपा में फूट से हरियाणा की राजनीति में तेजी से बदल रहे समीकरण से मिल रहे हैं। 2019 विधानसभा चुनाव से पहले अलग हुआ चौटाला परिवार 2024 विधानसभा चुनाव से पहले एक हो सकता है। आज डबवाली में इसके संकेत दिग्विजय चौटाला ने दिए हैं। दिग्वजय चौटाला ने कहा कि अगर बड़े चौटाला साहब (ओम प्रकाश चौटाला) चुनाव लड़ते हैं तो मैं डबवाली से चुनाव नहीं लड़ूंगा। उनके सामने परिवार का कोई सदस्य चुनाव में नहीं उतरेगा। अगर वे डबवाली से लड़ेंगे तो मैं अपना नामांकन पत्र उसी दिन वापस ले लूंगा। ओपी चौटाला की तारीफ करते हुए दिग्विजय ने कहा कि वो शेर हैं। उनके जैसा हरियाणा में कोई दूसरा नहीं है। उनके सामने तो चुनाव लड़ने का तो मेरे दिमाग में विचार ही नहीं आ सकता। उधर, ओमप्रकाश चौटाला के छोटे भाई जगदीश चौटाला के बेटे आदित्य चौटाला भाजपा के बागी हो गए हैं। कहा जा रहा है कि वो भाजपा छोड़ इनेलो में आ सकते हैं। ओमप्रकाश चौटाला से उनकी बातचीत हो चुकी है। समर्थकों से 8 सितंबर को बैठक कर वह इसकी घोषणा कर सकते हैं। अर्जुन चौटाला ने कहा-कोर्ट से प्रचार की परमिशन मांगी वहीं अभय सिंह चौटाला के छोटे बेटे अर्जुन चौटाला ने कहा कि ओपी चौटाला चुनावी रण में उतरेंगे मगर उससे पहले कानूनी पहलुओं को देखा जा रहा है। कोर्ट से चुनाव प्रचार की परमिशन लेने के लिए अर्जी लगाई हुई है जैसे ही परमिशन मिलेगी वैसे ही वह प्रचार में आ जाएंगे। जजपा प्रत्याशी ने लोकसभा चुनाव में की थी भविष्यवाणी दरअसल, जननायक जनता पार्टी के भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा प्रत्याशी और पूर्व विधायक राव बहादुर ने चुनाव के दौरान 10 मई 2023 को मीडिया से बातचीत में दावा करते हुए कहा था कि लोकसभा चुनाव के बाद चौटाला परिवार एक होगा। उनका दावा है कि चौटाला परिवार मिलकर हरियाणा विधानसभा का चुनाव लड़ते हुए सरकार बनाएंगे। हालांकि जो दोनों परिवारों में मनमुटाव है, उसे दोनों परिवारों के बीच सकारात्मक भूमिका निभाकर दूर करते हुए एक करने की कोशिश हो रही है। बड़े चौटाला साहब का भी मामले को लेकर सकारात्मक रूख है। गोहाना रैली के बाद उभरे थे मतभेद अक्टूबर 2018 में इनेलो(INLD) की गोहाना में हुई रैली थी। दादा ओमप्रकाश चौटाला और चाचा अभय चौटाला के सामने दुष्यंत चौटाला को अगला मुख्यमंत्री बनाने के नारे लगे। इस पर ओमप्रकाश चौटाला ने
Dainik Bhaskar तमिलनाडु के सरकारी स्कूल में आध्यात्मिक क्लास:स्पीकर ने पाप, पुण्य, मंदिर पर स्पीच दी; प्रिंसिपल का ट्रांसफर; CM बोले- हमारी साइंटिफिक सोच
तमिलनाडु के दो सरकारी स्कूलों में आध्यात्मिक क्लास को लेकर विवाद हो गया। मामला 5 सितंबर (टीचर्स डे) का है। चेन्नई के दो स्कूलों सैदापेट हाई स्कूल और अशोक नगर गर्ल्स हाई स्कूल में एक स्प्रिचुअल अवेकनिंग क्लास आयोजित की गई। परमपोरुल फाउंडेशन (एनजीओ) से एक स्पीकर स्कूल आए। उन्होंने जाति, वर्ग, पुण्य, पाप, मंदिर पर स्पीच दी। उन्होंने कहा- हमें पिछले कर्मों की सजा इस जन्म में मिलती है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वीडियो सामने आते ही डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (DYFI) और स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। सरकार तक इसकी बात पहुंची। एजुकेशन मिनिस्ट्री ने अशोक नगर गर्ल्स हाई स्कूल की प्रिंसिपल का ट्रांसफर करवा दिया। वहीं CM एमके स्टालिन ने कहा- हमारे एजुकेशन सिस्टम में सिर्फ साइंस की जरूरत है। इसी से स्टूडेंट का विकास होगा। अब जानिए क्या है पूरा मामला... टीचर्स डे के मौके पर तमिलनाडु के सरकारी स्कूल में परमपोरुल फाउंडेशन के स्पीकर महाविष्णु को इनवाइट किया गया। स्पीकर ने कहा- हमें इस जीवन में जो कुछ मिला, वो पिछले जन्मों का फल है। स्पीकर ने आगे गुरुकुल सिस्टम को खत्म करने पर सवाल उठाए। महाविष्णु ने कहा- यह एक ऐसा सिस्टम था जो अनिवार्य रूप से जाति और लिंग के आधार पर शिक्षा की अनुमति देता था। अंग्रेजों ने इसे खत्म कर दिया। अपने भाषण में, महाविष्णु ने यह भी दावा किया कि ऐसे श्लोक हैं जो आग की बारिश कर सकते हैं, बीमारियों को ठीक कर सकते हैं। महाविष्णु ने, ये सभी हमारे पूर्वजों द्वारा शास्त्रों के रूप में लिखे गए थे, लेकिन अंग्रेजों ने उन्हें मिटा दिया। एजुकेशन मिनिस्टर बोले- जांच के लिए कमेटी बनाई तमिलनाडु के सरकारी स्कूल से जैसे ही यह वीडियो बाहर आया। विरोध शुरु हो गया। एजुकेशन मिनिस्टर अंबिल महेश शुक्रवार को स्कूल पहुंचे। उन्होंने कहा- इस कार्यक्रम की परमीशन किसने दी, इसकी जांच की जाएगी। कमेटी बनाई गई है। रिपोर्ट के आधार पर 2 दिनों में कार्रवाई की जाएगी। CM स्टालिन बोले- हमारी किताबों में साइंटिफिक बातें मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने भी आध्यात्मि क्लास की आलोचना की। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि हमारे स्कूल सिस्टम की किताबों में साइंटिफिक बातें हैं। स्टूडेंट को इसे ही पढ़ना और जानना चाहिए। टीचर भी नए-नए आइडियाज के साथ स्टूड
Dainik Bhaskar हरियाणा में AAP-कांग्रेस गठबंधन टूटने की कगार पर:सीट शेयरिंग पर सहमति नहीं, 50 पर अकेले लड़ेगी AAP; अखिलेश का चुनाव लड़ने से किनारा
हरियाणा में 90 विधानसभा सीटों पर हो रहे चुनाव को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) में बातचीत टूटने के कगार पर है। दोनों के बीच सीट शेयरिंग पर सहमति नहीं बन रही। ये दोनों पार्टियां नेशनल लेवल पर विपक्ष के I.N.D.I.A. ब्लॉक में सहयोगी हैं। सूत्रों के मुताबिक आम आदमी पार्टी 10 सीटें मांग रही है लेकिन कांग्रेस 3 सीटें देने पर राजी है। इसके बाद AAP 7 सीटों पर आ गई थी। कांग्रेस ने 3 सीटों में भी यह शर्त लगाई कि AAP शहरी क्षेत्रों की सीटों पर चुनाव लड़े। मगर, आम आदमी पार्टी कह रही थी कि उनकी पंजाब और दिल्ली में सरकार है। इसलिए उन्हें इनके बॉर्डर से सटी सीटें दी जाएं। जिस पर कांग्रेस राजी नहीं हुई। इसके अलावा पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा भी इसके पक्ष में नहीं हैं। कांग्रेस के रुख को देखते हुए आम आदमी पार्टी ने 50 सीटों पर लड़ने की पूरी तैयारी कर ली है। इसके लिए रविवार को उम्मीदवारों की सूची भी जारी कर दी जाएगी। वहीं अब इस मामले में अंतिम फैसला राहुल गांधी पर आकर टिक गया है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक इस पर आज शुक्रवार शाम को ही फैसला हो सकता है। दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी ने हरियाणा में चुनाव लड़ने से किनारा कर लिया है। अखिलेश यादव ने कहा कि सपा हरियाणा चुनाव नहीं लड़ेगी। अखिलेश यादव बोले- भाजपा को हराने वालों का देंगे साथ समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया X पर लिखा कि हरियाणा चुनाव में ‘I.N.D.I.A.’ की एकजुटता नया इतिहास लिखने में सक्षम है। हमने कई बार कहा है और एक बार फिर दोहरा रहे हैं व आगे भी दोहरायेंगे कि ‘बात सीट की नहीं जीत की है’। हरियाणा के विकास व सौहार्द की विरोधी ‘भाजपा की नकारात्मक, साम्प्रदायिक, विभाजनकारी राजनीति’ को हराने में ‘इंडिया अलायंस’ की जो भी पार्टी सक्षम होगी, हम उसके साथ अपने संगठन और समर्थकों की शक्ति को जोड़ देंगे। बात दो-चार सीटों पर प्रत्याशी उतारने की नहीं है, बात तो जनता के दुख-दर्द को समझते हुए उनको भाजपा की जोड़-तोड़ की भ्रष्टाचारी सियासत से मुक्ति दिलाने की है, साथ ही हरियाणा के सच्चे विकास और जनता के कल्याण की है। पिछले 10 सालों में भाजपा ने हरियाणा के विकास को बीसों साल पीछे ढकेल दिया है। हरियाणा के हित में त्याग-परित्याग को तैयार हम मानते हैं कि हमारे या इंडिया एलायंस के किसी भी दल के लिए, ये समय अपनी राजनीतिक संभावना
Dainik Bhaskar मुंबई के कमला मिल्स कंपाउंड में आग, VIDEO:5 सालों में तीसरी घटना; 2017 में 14 लोगों की दम घुटने से मौत हुई थी
मुंबई के लोअर परेल इलाके के कमला मिल्स कंपाउंड स्थित 14 मंजिला टाइम्स टावर बिल्डिंग में आग लग गई। घटना शुक्रवार सुबह 6:30 बजे की है। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की 9 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। करीब दो-तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया। नगर निकाय अधिकारियों ने बताया कि हादसे में किसी के घायल होने की खबर नहीं है। पहले कहा जा रहा था कि बिल्डिंग सात मंजिल की थी। बाद में बिल्डिंग के 14 मंजिला होने की जानकारी दी गई। कमला मिल्स मुंबई का एक कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स है। इसमें कई बड़े बड़े रेस्टोरेंट, पब, टीवी न्यूज चैनलों और कंपनियों के ऑफिस हैं। 5 साल के भीतर यहां आग लगने की यह तीसरी घटना है। कमला मिल्स में 29 दिसंबर 2017 को आग लगी थी। हादसे में 14 लोगों की दम घुटने से मौत हो गई थी। 55 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। दमकल कर्मी छेनी-हथौड़े से ताला तोड़कर अंदर गए शुक्रवार की घटना को लेकर अधिकारी ने बताया कि आग की लपटें बिल्डिंग के पीछे की तरफ तीसरी और सातवीं मंजिल के बीच एक इलेक्ट्रिक डक्ट तक सीमित थी। बिल्डिंग के मेन गेट पर बाहर से ताला लगा था। इसे तोड़ने के लिए दमकल कर्मियों ने छेनी और हथौड़े का इस्तेमाल किया। इसके बाद वे अंदर गए। कमला मिल्स पार्कसाइड रेसिडेंशियल बिल्डिंग के बगल में स्थित है। पार्कसाइड बिल्डिंग में रहने वाले लोगों ने बताया कि उन्हें अपने घरों से आग की लपटें और धुएं का गुबार उठता देखा। उनके लिए वह नजारा भयावह था। लोगों के अनुसार, दमकलकर्मियों के पहुंचने से पहले उनके सुरक्षा कर्मचारियों ने बिल्डिंग में लगे फायर इक्विपमेंट्स से आग पर काबू पाने की कोशिश की। बिल्डिंग की इमरजेंसी टीम ने आज बुझाने के लिए होज पाइप का भी इस्तेमाल किया।
Dainik Bhaskar हरियाणा में BJP की चुनावी रैलियों का बना शेड्यूल:मोदी-शाह करेंगे 7 रैलियां; कई केंद्रीय मंत्री और 4 राज्यों के CM भी करेंगे जनसभाएं
हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा 67 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी करने के बाद अब चुनावी रैलियों का शेड्यूल भी लगभग तय हो गया हैं। चंडीगढ़ में देर रात मुख्यमंत्री नायब सैनी और प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली सहित अन्य सीनियर नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित 4 राज्यों के सीएम की रैलियों के कार्यक्रम का खाका तैयार कर लिया हैं। स्टार प्रचारकों की सूची मंजूरी के लिए हाईकमान के पास भेज दी गई है। हरियाणा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह कुल 7 रैलियां कर ज्यादा से ज्यादा विधानसभा सीटों को कवर करेंगे। जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी 3 और गृहमंत्री अमित शाह 4 रैलियों को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी के गुरुग्राम, कुरुक्षेत्र और हिसार के अलावा फरीदाबाद में रैली करने की संभावना हैं। इसी तरह गृहमंत्री अमित शाह सिरसा, पंचकूला, करनाल, महेंद्रगढ़ और रेवाड़ी में रैली कर सकते है। प्रदेश के हर वर्ग को साधने के लिए अलग-अलग केंद्रीय मंत्रियों की भी रैली कराई जाएगी। इसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान फतेहाबाद, कैथल, मुलाना और नारायणगढ़ में चुनावी रैली करेंगे। चंडीगढ़ में 2 घंटे से ज्यादा हुआ मंथन चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री आवास पर करीब 2 घंटे से ज्यादा रैलियों को लेकर मंथन हुआ। जिसमें प्रदेश अध्यक्ष के अलावा संगठन मंत्री फणींद्र नाथ शर्मा, प्रदेश महामंत्री कृष्ण कुमार बेदी, डॉ. अर्चना गुप्ता और सुरेंद्र पुनिया शामिल हुए। इस बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, मध्यप्रदेश के सीएम मोहन यादव और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की रैलियों के भी कार्यक्रम तय किए गए हैं। इसके अलावा पार्टी प्रत्याशियों के नामांकन के दौरान कौन नेता उनके साथ रहेगा इसकी सूची भी तैयार हो चुकी है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने बताया कि सभी जिलों में केंद्रीय मंत्रियों और केंद्रीय नेताओं की रैलियों के कार्यक्रम तय हो चुके हैं। विधानसभा हलकों को कलस्टर में बांटकर रैलियों के आयोजन का कार्यक्रम बनाया गया है। रैलियों इस प्रकार से की जाएगी, जिससे सभी 90 विधानसभा सीटें कवर हो सकें। नामां
Dainik Bhaskar PM ने जल संचय जन भागीदार योजना की शुरुआत की:कहा- आने वाली पीढ़ियां हमारे कामों का आंकलन करेंगी तो पानी उनका पहला पैरामीटर होगा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से शुक्रवार को सूरत में ‘जल संचय जन भागीदारी’ पहल की शुरुआत की। इस कार्यक्रम का उद्देश्य जल संरक्षण में सामुदायिक भागीदारी को बढ़ाना है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, केन्द्रीय जल मंत्री सीआर पाटिल समेत कई मंत्री और सभी जिलों के कलेक्टर भी ऑनलाइन जुड़े। अपने संबोधन में पीएम ने कहा- जल संचय एक पॉलिसी नहीं है, प्रयास और पुण्य भी है। इसमें उत्तरदायित्व भी है। आने वाली पीढ़ियां जब हमारे कामों का आंकलन करेंगी तो पानी का आंकलन उनका पहला पैरामीटर होगा। क्योंकि, यह प्रश्न संसाधनों का नहीं, यह प्रश्न जीवन का है। इसलिए हमने हमारे 9 संकल्पों में जल संरक्षण को पहले नंबर पर रखा है। आज देश में कितनी सारी विशाल नदियां हैं, लेकिन इसके बावजूद हमारे एक भू-भाग को पानी की कमी से जूझना पड़ रहा है। कई जगह पानी का स्तर लगातार गिर रहा है। यह संकट पूरी दुनिया में और गहराता जा रहा है। एक भारत ही ऐसा देश है, जो अपने साथ-साथ पूरी दुनिया की इस समस्या के समाधान को खोज सकता है। क्योंकि यह हमारी संस्कृति की परंपरा रही है। रहिमन पानी रखिए, बिन पानी सब सून पीएम ने आगे कहा- हम उस संस्कृति के लोग हैं, जहां जल को ईश्वर का रूप कह गया गया है। नदियों को देवी, सरोवर, कुंड को देवालय का दर्जा दिया गया है। गंगा, नर्मदा गोदावरी जैसी सभी नदियां हमारी मां हैं। हमारा यह रिश्ता आज का नहीं, हजारों वर्षों पुराना है। हमारे ग्रंथों में कहा गया है कि सभी प्राणी जल से ही उत्पन्न हुए हैं। जल से ही जीते हैं। इसलिए जलदान यानी कि दूसरों के लिए पानी बचाना यह सबसे बड़ा दान है। यही बात सैकड़ों साल पहले रहीम दास ने भी कही थी- रहिमन पानी रखिए, बिन पानी सब सून। जल संरक्षण में गुजरात दुनिया के लिए उदाहरण पीएम मोदी ने गुजरात मे पानी की कमी की बात को उठाते हुए कहा- दो-ढाई दशक पहले तक सौराष्ट्र और उत्तर गुजरात की हालत क्या थी? यह हम सभी ने देखा है। मैं जब गुजरात का मुख्यमंत्री बना तो मेरा पहला संकल्प यही था कि गुजरात में पानी की समस्या खत्म कर दुनिया को बताकर रहूंगा कि जल संकट का भी समाधान हो सकता है। इसके लिए हमने गुजरात में सौनी यौजना शुरू की थी। इस प्रोजेक्ट के तहत जहां पानी अधिक था, वहां से पानी जल संकट वाले इलाकों में पुहंचाया गया। इसके लिए भी विपक्ष के लोग हमारा मजाक उड
Dainik Bhaskar हरियाणा में 4 सीटों पर उम्मीदवार बदल सकती है भाजपा:दिल्ली में इमरजेंसी मीटिंग बुलाई; गोपाल कांडा को पार्टी मर्ज करने को कहा
हरियाणा में टिकट वितरण के बाद बीजेपी में बगावत शुरू हो गई है। चुनाव के दौरान इस बगावत को लेकर भाजपा के दिल्ली में बैठे नेता भी अलर्ट हो गए हैं। इसको लेकर दिल्ली में शाम को इमरजेंसी मीटिंग बुला ली है। इस मीटिंग में जिन सीटों पर बगावत हो रही है, उन सीटों को लेकर चर्चा की जाएगी। पार्टी सूत्रों की मानें तो 4 विधानसभा सीटों पर पार्टी कैंडिडेट बदल सकती है। इसकी लिस्ट दूसरी लिस्ट के साथ जारी हो सकती है। भाजपा के प्रदेश स्तर के एक बड़े नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि यह पक्का नहीं है लेकिन बगावत का स्तर और उसमें शामिल नेताओं के ग्राउंड फीडबैक के आधार के हिसाब से पार्टी फैसला ले सकती है। सिरसा में मंत्री रणजीत चौटाला के बगावती सुर को देखते हुए पार्टी ने हरियाणा लोक हित पार्टी (HLP) के मुखिया गोपाल कांडा को दिल्ली में तलब कर लिया है। भाजपा सूत्रों के मुताबिक उनको पार्टी ने अपनी पार्टी का बीजेपी में विलय करने का ऑफर दिया है। 32 नेता बीजेपी छोड़ गए हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए BJP की पहली सूची जारी होने के साथ ही पार्टी में भगदड़ मच गई है। बुधवार शाम को 67 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने के कुछ ही मिनटों में सोशल मीडिया पर एक के बाद एक पार्टी पदाधिकारियों के इस्तीफे गिरने शुरू हो गए। यह सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा। 24 घंटे से भी कम समय में पार्टी के 32 बड़े चेहरों ने अलविदा कह दिया है। इनमें 1 मंत्री, 1 विधायक, 5 पूर्व विधायक भी शामिल हैं। प्रदेश में रानियां, महम, बाढड़ा, थानेसर, उकलाना, सफीदों, पृथला, रेवाड़ी, इसराना, हिसार, समालखा में बगावत दिखी। अब इन 4 सीटों पर बदलाव संभव 1. इंद्री विधानसभा: यहां से बीजेपी ने राम कुमार कश्यप को मैदान में उतारा है, जिससे नाराज होकर कर्णदेव कंबोज ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। कंबोज ने अपने इस्तीफे में लिखा है, मैं बीजेपी ओबीसी मोर्चा और सभी अन्य पदों से अपना त्यागपत्र देता हूं। क्योंकि भारतीय जनता पार्टी पंडित दीन दयाल उपाध्याय तथा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी वाली भाजपा नहीं रहीं। इसके बाद वीरवार को सीएम सैनी खुद कंबोज को मनाने के लिए पहुंचे। 2. सोनीपत विधानसभा: यहां से भाजपा ने खोई सीट को दोबारा पाने के लिए अपने पुराने नेताओं-वर्करों को किनारे कर दिया है। यहां से 2 माह पहले कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए निखिल मदान को
Dainik Bhaskar कर्नाटक की पूर्व BJP सरकार पर कोविड-फंड घोटाले का आरोप:कांग्रेस का दावा- एक हजार करोड़ रुपए की हेराफेरी हुई, कई फाइलें भी गायब
कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने पूर्व भाजपा सरकार पर कोविड फंड में करोड़ों रुपए के घोटाले का आरोप लगाया है। कांग्रेस का दावा है कि कोविड के दौरान राज्य को कुल 13 हजार करोड़ रुपए का फंड मिला था। इसमें लगभग 1000 करोड़ रुपए की हेराफेरी की गई। तब बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व में भाजपा की सरकार थी। कांग्रेस ने COVID-19 मैनेजमेंट पर जस्टिस जॉन माइकल कुन्हा कमीशन की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के हवाले से घोटाले का दावा किया है। कर्नाटक के मंत्री एच के पाटिल ने बताया कि गुरुवार (5 सितंबर) को कैबिनेट मीटिंग में रिपोर्ट पर चर्चा हुई। रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड फंड से जुड़ी कई फाइलें गायब हैं, जिन्हें बार-बार कहने के बावजूद उनके सामने नहीं रखा गया। कर्नाटक में पिछले साल मई में कांग्रेस की सरकार बनी थी। कांग्रेस ने सत्ता में आने पर कोविड फंड में घोटाले की जांच कराने का वादा किया था। पार्टी की जीत के बाद सिद्धारमैया सीएम बने और उन्होंने अगस्त, 2023 में घोटाले की न्यायिक जांच का आदेश दिए थे। सीएम ने जांच अधिकारियों को कोविड महामारी के दौरान दवाओं, उपकरणों की खरीद और ऑक्सीजन आपूर्ति में अनियमितताओं की जांच का काम सौंपा गया था। सूत्रों के मुताबिक, न्यायिक जांच की प्राथमिक रिपोर्ट को अभी पांच से छह हिस्सों में पेश किया गया है। अगले छह महीनों के भीतर इसके पूरे होने की उम्मीद है। इसे संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान भी पेश किया जा सकता है। सिद्धारमैया सरकार ने कमेटी का कार्यकाल छह महीने बढ़ा दिया है, ताकि वह अंतिम रिपोर्ट पेश कर सके। प्रारंभिक जांच रिपोर्ट को अधिकारियों की एक टीम को सौंपा गया है, जिसमें मुख्य सचिव शालिनी रजनीश, मुख्य सचिव के अतिरिक्त मुख्य सचिव और कुछ अन्य अधिकारी शामिल हैं।
Dainik Bhaskar छत्तीसगढ़ नक्सल संगठन में 60 प्रतिशत महिलाएं:फ्रंट लाइन में ये ही लड़ती हैं; 6 महीने में हुए बड़े एनकाउंटर में 36 से ज्यादा ढेर
छत्तीसगढ़ के नक्सल संगठन में महिला माओवादियों की संख्या पुरुषों से ज्यादा है। बस्तर संगठन में करीब 60 प्रतिशत महिलाएं हैं, जो मुठभेड़ के दौरान फ्रंट लाइन में रहकर लड़ती हैं। पिछले 6 महीने में हुए बड़े एनकाउंटर में 36 से ज्यादा महिलाएं मारी गईं। ये सभी 8 लाख तक की इनामी थीं। बस्तर आईजी सुंदरराज पी के मुताबिक नक्सल संगठन में पिछले कुछ सालों में बंदूक की नोंक पर युवतियों की भर्ती की गई। इन्हें साइकोलॉजिकल गुमराह किया जाता है, फिर लड़ाई की स्पेशल ट्रेनिंग देते हैं। कुछ एरिया कमेटी को महिला नक्सली ही लीड करती हैं। एनकाउंटर के दौरान उन्हें टॉप लीडर्स हमेशा फ्रंट लाइन में खड़ा कर मरने के लिए छोड़ देते हैं। इन डिवीजन में महिलाओं की ज्यादा संख्या नक्सलियों के उत्तर बस्तर डिवीजन कमेटी, माड़ डिवीजन, पश्चिम बस्तर डिवीजन कमेटी में महिलाओं की संख्या अधिक है। इसके अलावा नक्सली कमांडर हिड़मा और देवा की बटालियन नंबर 1 में 45 से 50 प्रतिशत महिलाएं ही हैं, जो इंसास, SLR जैसे राइफल चलाती हैं। माओवाद संगठन में सुजाता का नाम चर्चित है, जो DKSZC कैडर की है। इस पर 25 लाख रुपए का इनाम घोषित है। इस विषय पर भास्कर से बस्तर IG सुंदरराज पी ने खास बातचीत की, पढ़िए क्या कहा आईजी ने:- सवाल - अब तक हुए एनकाउंटर में कांकेर में 15, दंतेवाड़ा में 6, नारायणपुर की 2 अलग-अलग मुठभेड़ में 3 और 4 महिला माओवादियों को मारा गया है। क्या संगठन में इनकी संख्या ज्यादा है? इनकी स्ट्रैटजी कैसी होती है? जवाब - नक्सल संगठन के लोग परिजनों को धमका कर युवतियों को जबरदस्ती संगठन में शामिल करवाते हैं। जानकारी के मुताबिक नक्सल संगठन में करीब 60 प्रतिशत महिलाएं हैं। एक बार संगठन में वे भर्ती हो जाएं तो उन्हें कई तरह की कठिनाई होती है। उनके परिजनों से मिलने नहीं दिया जाता है। मौत हो जाए तो उन्हें अंतिम संस्कार में जाने नहीं दिया जाता। जब भी मुठभेड़ होती है तो सीनियर कैडर्स के नक्सली महिलाओं को फ्रंट लाइन पर लाकर खड़ा कर देते हैं। खुद को पीछे रखकर सुरक्षित रहने की कोशिश करते हैं। एनकाउंटर में महिला नक्सलियों का ही इस्तेमाल किया जाता है। सवाल - साइकोलॉजी के रूप में या ग्राउंड फाइटर्स के रूप में देखें तो नक्सली महिलाओं को ही क्यों आगे करते हैं? शारीरिक रूप से पुरुष ज्यादा स्ट्रांग होते हैं। फिर महिलाएं ही क्यों? जवाब - पिछले 40 सालों से
Dainik Bhaskar मणिपुर में पहली बार मीडियम मशीन गन का इस्तेमाल होगा:ड्रोन अटैक रोके जाएंगे; 3 दिन में दो हमले; 2 की मौत, 11 घायल हुए थे
केंद्र सरकार ने पहली बार मणिपुर में एंटी ड्रोन मीडियम मशीन गन के इस्तेमाल की मंजूरी दी है। यह फैसला 1-3 सितंबर के बीच राज्य में दो ड्रोन हमलों के बाद लिया गया। मणिपुर में इंफाल जिले के सेजम चिरांग गांव में 3 सितंबर की शाम उग्रवादियों ने ड्रोन अटैक किए थे। जिसमें में एक महिला समेत 3 लोग घायल हो गए थे। वहीं 1 सितंबर को सेजम चिरांग गांव में भी ड्रोन से हमला किया गया था। जिसमें दो की मौत और 9 घायल हुए थे। ये आशंका जताई जा रही है कि कुकी उग्रवादियों को ड्रोन वॉरफेयर के लिए म्यांमार से टेक्निकल सपोर्ट और ट्रेनिंग मिल रही है, या वे सीधे तौर पर इसमें शामिल हैं। मणिपुर सरकार ने इन ड्रोन अटैक की जांच करने के लिए हाई लेवल कमेटी का गठन किया था। पुलिस डीजी बोले- पहाड़ी इलाकों में केंद्र की तरफ से सुरक्षाबलों की 198 कंपनियां मौजूद पुलिस के डायरेक्टर जनरल राजीव सिंह ने कहा था कि यह ड्रोन हमला एक नई घटना है। हम इसे बहुत गंभीरता से ले रहे हैं। हमने दिल्ली में NSG के डायरेक्टर जनरल और उनकी टीम से बात की है। कई अन्य विशेषज्ञ भी आ रहे हैं और हमने ड्रोन हमलों की जांच और इन्हें रोकने के लिए एक समिति भी बनाई है। हमारे पास इन्हें रोकने के कुछ उपाय हैं, जिन्हें हम लागू करने की कोशिश कर रहे हैं। इसके अलावा जिन पहाड़ी इलाकों में हमले हुए हैं, वहां हमारे अभियान जारी हैं। मामले में हमें केंद्र भी पूरा समर्थन मिल रहा है। केंद्रीय बलों की लगभग 198 कंपनियां यहां मौजूद हैं। ड्रोन हमले के बाद गांव के सभी 17 परिवार भागे इंफाल वेस्ट जिले के कौत्रुक गांव में ड्रोन अटैक के बाद दहशत है। यहां के सभी 17 परिवार गांव छोड़कर भाग गए हैं। सभी अपनी जान बचाने के लिए घर छोड़कर सुरक्षित जगहों जैसे इंफाल, खुरखुल और सेक्माई चले गए हैं। लोगों में डर है। उन्हें अंदेशा है कि एक बार फिर बड़े स्तर पर हिंसा भड़क सकती है। कौत्रुक निवासी प्रियोकुमार ने बताया कि गांव में अब तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं हुए हैं, जिससे सभी ने डर कर गांव छोड़ दिया है। इस बीच, कौत्रुक और आसपास के क्षेत्रों के छात्रों को डर है कि हिंसा भड़कने के कारण कॉलेज फिर से बंद हो सकता है। कुकी-जो संगठनों की मणिपुर में कुकीलैंड की मांग कुकी-जो समुदाय के लोगों ने 31 अगस्त को मणिपुर के चुराचांदपुर, कांगपोकपी और टेंग्नौपाल में रैलियां निकालीं थी। इन संगठनों क
Dainik Bhaskar विनेश फोगाट-बजरंग पूनिया आज कांग्रेस जॉइन कर सकते हैं:जुलाना या दादरी से विनेश की टिकट पक्की; बजरंग को प्रचार का जिम्मा
हरियाणा की पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया आज कांग्रेस जॉइन कर सकते हैं। इसको लेकर नई दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में कार्यक्रम रखा गया है। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) की ओर से जारी एक मैसेज में लिखा गया है कि इस कार्यक्रम में बड़ी हस्तियां पार्टी में शामिल होंगी। इसमें पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल शामिल होंगे। विनेश फोगाट विधानसभा चुनाव लड़ेंगी। उनकी जींद के जुलाना या दादरी से टिकट तय है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि विनेश 11 सितंबर को नामांकन करेंगी। जबकि बजरंग पूनिया को उनके प्रचार का जिम्मा मिला है। वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। असल में बजरंग झज्जर की बादली सीट मांग रहे थे। कांग्रेस ने यहां से मौजूदा विधायक कुलदीप वत्स का टिकट काटने से इनकार कर दिया। वहीं इसको लेकर अब WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह का बयान भी वायरल हो रहा है। जिसमें वे कह रहे हैं कि जब मेरे खिलाफ आरोप लगाए गए तो मैंने तभी बोल दिया था कि यह साजिश कांग्रेस की है। दीपेंद्र हुड्डा और भूपेंद्र हुड्डा की है। मैंने पहले भी कहा था आज तो देश कह रहा है। अब मुझे इस बारे में कुछ कहने की जरूरत नहीं है। 2 दिन पहले राहुल गांधी से मिले थे दोनों रेसलर 4 सितंबर को विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात की थी। राहुल से मिलने के बाद वे कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल से भी मिले थे। इसके बाद मीटिंग में क्या चर्चा हुई, कांग्रेस ने इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी। अपने राजनीतिक दांव के बारे में भी दोनों पहलवानों ने चुप्पी साध रखी है। भूपेंद्र हुड्डा टिकट की कर रहे थे पैरवी कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय चुनाव समिति की मीटिंग में भूपेंद्र हुड्डा ने विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया को टिकट देने की पैरवी कर रहे थे। हुड्डा ने कहा था कि पहलवानों के साथ खड़े होने से हरियाणा में लोगों का समर्थन कांग्रेस के पक्ष में आएगा। केंद्रीय चुनाव समिति ने इसके लिए चर्चा के बाद हामी भर दी थी। हालांकि चुनाव लड़ने या न लड़ने और सीट चुनने का फैसला विनेश और बजरंग पर छोड़ दिया गया गया था। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक विनेश फोगाट को 3 सीटों का ऑफर दिया गया था, उनमें पहली 2 सीटें चरखी दादरी की दादरी और बाढड़ा थी। जबकि तीसरा ऑप्शन जींद की जुलाना सीट का दिया गया। जहां उनका ससुराल है। एयरपोर्ट पर दीपेंद्र
Dainik Bhaskar बाइक से आए बदमाश, फायरिंग कर बस लूटी:छतरपुर में यात्रियों से जेवर और कैश छीना; गाड़ी छोड़कर भाग निकले
छतरपुर में दो बदमाशों ने यात्री बस में लूट की वारदात को अंजाम दिया। उन्होंने हाथ देकर बस को रुकवाया। उसमें चढ़कर कट्टा लहराया और यात्रियों से पैसे-गहने छीन लिए। वारदात शुक्रवार सुबह करीब सवा 7 बजे राजनगर थाना क्षेत्र में कूटने डैम के पास की है। बस छतरपुर के लवकुश नगर से सतना जा रही थी। इसमें 20 यात्री थे। लूट के दौरान बदमाशों ने तीन हवाई फायर किए और मौके पर अपनी बाइक छोड़कर फरार हो गए। हाथ दिया तो सवारी समझकर बस रोकी ड्राइवर किशोरी कुशवाहा ने कहा- दोनों लुटेरों ने हाथ दिया तो हमने सवारी समझकर बस रोक दी। वे दोनों बस में चढ़ आए। अचानक एक ने कट्टा निकाल लिया। वे गाली-गलौज करते हुए फोन न करने की धमकी देने लगे। आगे की सीट पर बैठी महिलाओं से जेवर और कैश छीन लिया। विरोध करने पर कट्टे से हवाई फायर किए। कंडक्टर समीर अली ने बताया- आखिरी में लुटेरे मेरे पास आए और कैश लेकर खेत की तरफ भाग गए। हमने उतरकर देखा तो उनकी बाइक वहीं खड़ी थी। उसका नंबर नोट कर हम थाने में शिकायत करने पहुंचे। बच्चे के हाथ से 50 रुपए भी छीन लिए यात्रियों ने पुलिस को बताया- लुटेरे प्लेटिना बाइक पर आए थे। एक बदमाश ने कट्टा दिखाया जबकि दूसरा हमें धमकाकर जेवर, कैश और मोबाइल छीनने लगा। उसने एक बच्चे से हाथ से 50 रुपए भी छीन लिए। एक महिला यात्री ने कहा- मैं राजनगर जाने के लिए बस में चढ़ी थी। लुटेरों ने मेरा मंगलसूत्र, मेरी बेटी की सोने की चेन और मेरे पास रखे 20 हजार रुपए छीन लिए। रुपए मैंने बेटी के इलाज के लिए रखे थे। छतरपुर एसपी आगम जैन ने कहा- खजुराहो एसडीओपी सलिल शर्मा और राजनगर थाना प्रभारी सिद्धार्थ शर्मा मौके पर है। यात्रियों से पूछताछ कर रहे हैं। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। खबर लगातार अपडेट की जा रही है...
Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:TDP नेता ने अपनी ही पार्टी के विधायक पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए, MLA सस्पेंड
आंध्र प्रदेश में तेलुगु देशम पार्टी की एक महिला नेता ने अपने ही पार्टी के विधायक पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। नेता ने तिरुपति में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि चित्तूर जिले के सत्यवेदु विधानसभा क्षेत्र के विधायक कोनेटी आदिमुलम ने होटल में उनके साथ यौन उत्पीड़न किया। इसके बाद TDP के प्रदेश अध्यक्ष पल्ला श्रीनिवास राव ने कहा- विधायक को पार्टी से सस्पेंड कर दिया गया है। एक-दो दिन में आगे की कार्रवाई की जाएगी। आज की अन्य बड़ी खबरें... भाजपा की जम्मू-कश्मीर चुनाव के दूसरे फेज के लिए स्टार कैंपेनर की लिस्ट, मोदी-योगी और स्मृति इरानी का नाम भाजपा ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे फेज के लिए स्टार कैंपेनेर की लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में 40 लोगों का नाम है। लिस्ट में प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी का भी नाम है।
Dainik Bhaskar पूर्व मंत्री ने CM से नहीं मिलाया हाथ,VIDEO:नमस्ते कर बढ़ गए आगे, टिकट कटने से नाराज कंबोज को मनाने पहुंचे थे सैनी
हरियाणा में टिकट न मिलने पर पूर्व मंत्री कर्णदेव कंबोज ने BJP से इस्तीफा दे दिया। इसकी सूचना मिलते ही गुरुवार को सीएम नायब सैनी उन्हें मनाने के लिए यमुनानगर के रादौर पहुंचे। इस दौरान सीएम नायब सिंह सैनी ने जैसे ही हैंडशेक के लिए हाथ आगे बढ़ाया तो कंबोज हाथ जोड़कर आगे बढ़ गए। इसके बाद सीएम ने उनकी कलाई पकड़ी और पीठ पर सांत्वना वाला हाथ रख दिया। सीएम सैनी की कंबोज और उनके समर्थकों के साथ करीब डेढ़ घंटे तक मीटिंग हुई। जिसमें कंबोज समाज ने कर्ण देव के लिए टिकट की मांग की। समाज ने कहा कि कर्णदेव कंबोज को टिकट दिया जाए। चाहे वह रादौर से हो या फिर इंद्री से। आज सुबह तक कोई फैसला नहीं आता है तो कंबोज समाज बड़ा फैसला लेगा। कंबोज इंद्री के साथ रादौर से भी तैयारी कर रहे थे, लेकिन दोनों ही जगहों से टिकट काट दिया गया। ऐसे में उनके समर्थकों के बीच रोष है। इस्तीफे के बाद कंबोज ने कहीं 5 बड़ी बातें... 1. गद्दारों को तवज्जो दी जाती है गुरुवार सुबह सभी पदों से इस्तीफा देने के बाद कर्णदेव कंबोज ने कहा कि पार्टी में सच्ची नीयत से सेवा करने वालों को नहीं बल्कि गद्दारों को तवज्जो दी जाती है। ओबीसी समाज की अनदेखी की गई। 2. श्याम सिंह राणा को टिकट देने की क्या मजबूरी कंबोज ने कहा कि 2019 में मैं इंद्री से तैयारी कर रहा था, लेकिन आखिर समय पर टिकट रादौर से दे दिया गया। ऐसी क्या वजह थी कि 2019 में श्याम सिंह राणा का टिकट काटना पड़ा और ऐसी क्या मजबूरी आ गई कि इतनी गद्दारी करने के बावजूद भी इस बार श्याम सिंह राणा को टिकट देना पड़ गया। अगर संतोषजनक जवाब हुआ तो मैं पार्टी के साथ खड़ा होकर काम करूंगा। जिसने पार्टी के साथ गद्दारी की और पार्टी के उम्मीदवार को हराया, वह 5 साल हमें गालियां देता रहा, पीएम को भी नहीं बख्शा, लोकसभा चुनावों में उसको थोड़े से वोट आए और वह दोबारा भाजपा में शामिल हो गया, फिर भी उसे टिकट दे दिया गया। वह न सिर्फ पार्टी का गद्दार है, बल्कि सरकार का भी डिफाल्टर है। उसने 2014 में सरकार को चावल देने थे। इसकी जांच होनी चाहिए। 3. नायब सैनी रबड़ स्टांप कंबोज ने कहा मेरे पास सीएम का खुद ही कॉल आया था। वे गिड़गिड़ा रहे थे और इधर-उधर की बातें करते हुए कह रहे थे कि मुझे तो पता ही नहीं था कि ऐसा हो गया। कंबोज ने कहा कि जब आपको (नायब सैनी) पता ही नहीं है तो सीएम किस बात के हैं। जब सीएम इतनी