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Dainik Bhaskar हरियाणा BJP की कांडा पर कुर्बानी की इनसाइड स्टोरी:3 चुनाव बाद पहली बार 89 सीटों पर लड़ेगी; इसकी 3 वजहें- कांडा, कंडीशन और कांग्रेस

हरियाणा में 3 विधानसभा चुनाव के बाद BJP पहली बार 89 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। भाजपा ने 1 सीट गोपाल कांडा के लिए छोड़ दी है। भाजपा के अचानक लिए गए फैसले से हर कोई हैरान है। एक दिन पहले खुद को नेशनल डेमोक्रेटिक अलाइंस (NDA) का हिस्सा बताने वाले गोपाल कांडा भी भाजपा के इस कदम से हैरान हैं। जहां गोपाल कांडा दो दिन पहले तक यह कहते नहीं थक रहे थे कि आने वाली सरकार भाजपा की होगी और हम उसके साथ समझौता करेंगे। वहीं, कल कांडा यह कहते नजर आए थे कि सिरसा की जनता कांग्रेस और भाजपा दोनों से ही परेशान हो चुकी है। वह ऐसी पार्टी को जिताना चाहती है जो सिरसा में राज ला सके। कांडा ने भाजपा के समर्थन मांगने से भी इनकार कर दिया। कहा कि वह भाजपा का समर्थन नहीं चाहते। कांडा ने इससे पहले खुद का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़ाव भी बताया था। कयास लगाए जा रहे थे कि भाजपा ने सिरसा सीट पर डमी कैंडिडेट इसलिए उतारा है, ताकि कांडा की मदद की जा सके, लेकिन अचानक नामांकन वापसी के ठीक 2 दिन पहले भाजपा कांडा के लिए दोबारा एक्टिव हो गई और सोमवार को सिरसा सीट से अपने उम्मीदवार रोहताश जांगड़ा का नामांकन वापस ले लिया। कांडा को समर्थन देने की भाजपा की 3 वजहें कांग्रेस : भाजपा नहीं चाहती कि सिरसा सीट कांग्रेस जीते। भाजपा हर सीट को खास मानकर चुनाव लड़ रही है। लोकसभा चुनाव के दौरान सिरसा में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर रहा था। इसलिए, भाजपा नहीं चाहती कि सीट पर कांग्रेस विरोधी वोट बंटे। कंडीशन : गोकुल सेतिया की उम्मीदवारी से कांग्रेस की राह आसान होती दिख रही है। अचानक कांग्रेस से बागी हुए नेता भी गोकुल का समर्थन करते नजर आए। इससे भाजपा एक्टिव हो गई। कांडा : कांडा के लिए मुकाबला टफ हो गया है। भाजपा जानती है कि सिरसा सीट कांडा ही निकाल सकते हैं। उनके पास ऐसा कोई चेहरा नहीं जो कांडा से बड़ा हो। कांडा सिरसा बेल्ट में प्रभावशाली नेता हैं। लोकसभा चुनाव में कांडा ने भाजपा की मदद भी की थी। कांडा के इकरार से इनकार तक की वजह इनेलो-बसपा गठबंधन : भाजपा ने नामांकन प्रक्रिया के शुरू होने के एक दिन पहले तक कांडा से गठबंधन पर कोई फैसला नहीं लिया गया। कांडा ने 12 सितंबर को इनेलो और बसपा से गठबंधन कर लिया। बसपा और इनेलो भाजपा के खिलाफ हैं। भाजपा-कांग्रेस विरोधी वोट मिलें : शुरुआत से ही भाजपा का समर्थन लेने से पार्टी विरोधी वोट

Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:मणिपुर के चार जिलों में सुबह 5 बजे से शाम 6 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई

मणिपुर के बिष्णुपुर, इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व और थोउबल जिलों में आज सुबह 5 बजे से शाम 6 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई है ताकि लोग जरूरी सामान खरीद सकें। हालांकि किसी भी प्रकार की गैरकानूनी सभा, बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही, धरना या रैली के लिए अब भी कर्फ्यू लागू रहेगा। इंफाल पूर्व के जिलाधिकारी ने आदेश में कहा कि जिले में 1 सितंबर से कर्फ्यू लागू है, लिहाजा लोगों को दवाइयां और खाद्य सामग्री जैसी जरूरी वस्तुओं की खरीदारी के लिए प्रतिबंध में ढील देना जरूरी है। वहीं, मणिपुर सरकार ने सोमवार को 5 हिंसा प्रभावित जिलों में मोबाइल इंटरनेट बैन बढ़ा दिया। मणिपुर के गृह सचिव ने रविवार को बताया कि इंफाल वेस्ट, इंफाल ईस्ट, थौबल, बिष्णुपुर और काकचिंग के लोग 20 सितंबर तक मोबाइल इंटरनेट नहीं चला सकेंगे। दरअसल, मणिपुर में अचानक बढ़ी हिंसक घटनाओं के बाद राज्य सरकार ने 10 सितंबर को 5 दिन के लिए इंटरनेट पर बैन लगाया था। हालांकि, 12 सितंबर को ब्रॉडबेन्ड इंटरनेट से बैन हटा लिया गया था। आज की अन्य प्रमुख खबरें... नवी मुंबई में नाबालिग का यौन शोषण करने के आरोप में 73 साल का शख्स गिरफ्तार नवी मुंबई के पंचशील नगर में पुलिस ने 73 साल के एक शख्स को नाबालिग लड़की के यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी और विक्टिम दूर के रिश्तेदार हैं और कटकरी पाड़ा इलाके में एक-दूसरे के पड़ोस में रहते हैं। जब विक्टिम के परिवार को मामले के बारे में पता चला तो उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इसके आधार पर POCSO के तहत केस दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया।

Dainik Bhaskar देश का मानसून ट्रैकर:मध्य प्रदेश समेत 4 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट; UP के 22 जिले बाढ़ की चपेट में, 2 हजार मंदिर डूबे

मौसम विभाग ने मंगलवार को छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, झारखंड और उत्तर प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा राजस्थान में भी बारिश का अलर्ट है। सोमवार को उत्तर प्रदेश में बीते 5 दिन से जारी बारिश के कारण 21 जिलों में बाढ़ आई है। यहां 200 से ज्यादा गांव पानी में डूबे हुए हैं। बारिश के जुड़ी घटनाओं में बीते 24 घंटे में 4 लोगों की मौत हुई। वाराणसी में 85 घाट और 2 हजार छोटे-बड़े मंदिर गंगा में डूब गए। घाट किनारे बसी कॉलोनियों में पानी भर गया। 25 हजार लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है। मध्य प्रदेश में इस सीजन 40.5 इंच बारिश हो चुकी है। यह सामान्य से 8% ज्यादा है। 35 जिलों में बारिश का कोटा फुल हो चुका है। यहां 100 से 195% तक पानी गिर चुका है। श्योपुर सबसे अव्वल है। यहां सामान्य की दोगुनी यानी 195% तक बारिश हो चुकी है। हिमाचल प्रदेश के 6 जिलों में मौसम विज्ञान बुधवार को गरज के साथ बारिश और बिजली का येलो अलर्ट जारी किया है। अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को सोलन जिले के कुमारहट्टी के लैंडस्लाइड हुआ। इसके कारण NH 5 बंद हो गया। राज्य में भारी बारिश के कारण 74 सड़कें बंद हैं। 18 सितंबर को 11 राज्यों में बारिश का अलर्ट देश भर से मौसम की तस्वीरें... इस बार मानसून सामान्य से 16 अधिक दिन एक्टिव रहेगा मानसून के 16 अधिक दिन एक्टिव रहने की वजह राज्यों की मौसम की खबरें...

Dainik Bhaskar हरियाणा चुनाव में खाप पॉलिटिक्स:निर्दलीय को समर्थन देकर पूर्व CM चौटाला को हराया था, इस बार 4 उम्मीदवार

हरियाणा के विधानसभा चुनाव में खाप पॉलिटिक्स की चर्चा तेज है। इसका कारण खापों के 4 बड़े चेहरे चुनावी मैदान में होना है। खाप पॉलिटिक्स की चर्चा इसलिए भी अहम है कि राज्य में खापों का सामाजिक से लेकर राजनीतिक फैसलों में गहरा नाता रहा है। चाहे बात किसान आंदोलन की हो या फिर खिलाड़ियों के विरोध-प्रदर्शन की। इन दोनों ही घटनाक्रम में खापों ने अहम रोल निभाया था। ऐसे में इस बार खाप से जुड़े बड़े चेहरे चुनावी रण में उतरकर अपना भाग्य आजमा रहे हैं। अहलावत खाप से जुड़ीं सोनू अहलावत को आम आदमी पार्टी (AAP) ने झज्जर की बेरी सीट से टिकट दी है। वहीं, पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के खिलाफ उचाना कलां सीट पर 66 गांवों के प्रतिनिधियों की बैठक के बाद खाप ने आजाद पालवा को उतारा है। इसी तरह बेरी सीट पर ही अहलावत खाप से जुड़े अमित अहलावत भी निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। साथ ही 360 महरौली के प्रमुख गोवर्धन सिंह भी इसी सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।​​​​​ बेरी में कांग्रेस-बीजेपी दोनों के लिए खतरा बेरी सीट पर कुल वोटर्स की संख्या 1,82,798 है। जाट बाहुल्य इस सीट पर कांग्रेस ने कद्दावर नेता और 6 बार के विधायक रघुबीर कादियान को फिर से चुनाव मैदान में उतारा हैं। वहीं बीजेपी ने संजय कबलाना के रूप में नया चेहरा दिया है। जेजेपी ने इस सीट पर सुनील दुजाना को टिकट दी हैं। तीनों ही नेता जाट हैं। वहीं खाप की तरफ से ताल्लुक रखने वाले अमित अहलावत, आप कैंडिडेट सोनू अहलावत और गोवर्धन सिंह भी जाट ही हैं। यहां बीजेपी और कांग्रेस में सीधा मुकाबला माना जा रहा है, लेकिन खाप उम्मीदवारों के आने से कांग्रेस के लिए कुछ मुश्किल हो सकती है। अब पढ़िए खापों की पॉलिटिक्स हरियाणा में कितनी असरदार है? खाप का इतिहास और उनके विवादित फैसले 2014 में कांग्रेस को दिया था समर्थन हरियाणा की राजनीति में खाप और डेरे का फैक्टर हमेशा से हावी रहा है। 2014 से पहले डेरे और खाप के समर्थन को एक तरह से जीत की गारंटी माना जाता था, लेकिन 2014 में कई बड़े चेहरों की हार के बाद सवाल भी खड़े होने लगे। उस वक्त खापों ने कांग्रेस का समर्थन किया था, लेकिन राज्य में कांग्रेस की सरकार नहीं बन पाई। इतना ही नहीं उस वक्त गठवाला के चौधरी बलजीत सिंह और खाप से जुड़ीं संतोष दहिया चुनाव हार गईं थीं। हालांकि 2019 के चुनाव में खाप का राज्य में बड़ा असर देखने को मिला। चरखी

Dainik Bhaskar केंद्रीय मंत्री अमित शाह आज हरियाणा में:2 जगह रैलियां करेंगे, पहले भिवानी पहुंचेंगे, जेपी दलाल के लिए वोट मांगेंगे

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज हरियाणा के दौरे पर रहेंगे। वह 2 जगह रैली करेंगे। पहली भिवानी के लोहारू और दूसरी फरीदाबाद में करेंगे। सबसे पहले अमित शाह लोहारू के बहल के राजीव गांधी खेल ग्राउंड में 2 बजे आएंगे। जिसमें प्रशासन की तरफ से पूरी तैयारी कर ली गई है। यहां वह लोहारू से भाजपा प्रत्याशी जेपी दलाल के पक्ष में रैली को संबोधित करेंगे। इसके बाद फरीदाबाद के सेक्टर 12 में रैली करेंगे। यहां उनके पहुंचने का टाइम शाम 4 बजे है। इस मौके पर उनके साथ प्रदेश चुनाव प्रभारी एवं केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, प्रदेश चुनाव सह प्रभारी बिप्लब देब, प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली, केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर और भाजपा के उम्मीदवार मौजूद रहेंगे। पार्टी के जिला अध्यक्ष राजकुमार ने बताया कि रैली स्थल में 20 हजार कुर्सियां लगाई गई हैं। करीब 25 हजार लोगों की भीड़ इसमें जुटने वाली है। 14 सिंतबर को पीएम मोदी ने कुरुक्षेत्र में की थी रैली हरियाणा में 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुरुक्षेत्र में 14 सितंबर को पहली रैली की थी। यहां उन्होंने कहा था कि कांग्रेस का शाही (गांधी) परिवार आरक्षण को खत्म करने वाला है। मगर, जब तक मोदी है, आरक्षण की रत्ती भर भी लूट नहीं होने दूंगा। पीएम ने हरियाणा के लोगों को चेताया कि अगर यहां कांग्रेस की सरकार आई तो इसकी हालत भी हिमाचल जैसी हो जाएगी। जहां सरकार के पास कर्मचारियों को सैलरी देने के पैसे नहीं हैं। यहां तक कि सीएम और मंत्रियों को अपनी सैलरी छोड़नी पड़ रही है। इस रैली में हरियाणा की जीटी रोड बेल्ट पर लगते 6 जिलों की 23 विधानसभा सीटों के उम्मीदवार भी मौजूद रहे। ये करनाल, कुरूक्षेत्र, अंबाला, पंचकूला, यमुनानगर और कैथल के थे। हरियाणा चुनाव को लेकर 12 सितंबर को नामांकन खत्म हो चुके हैं। अब 5 अक्टूबर को वोटिंग और 8 अक्टूबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे।

Dainik Bhaskar इमरजेंसी में मोदी सरदार बनकर जेल पहुंच गए थे:PM मोदी के 74वें जन्मदिन पर पढ़िए उनके जीवन के 10 अनसुने किस्से

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर को अपना 74वां जन्मदिन मनाएंगे और जीवन के 75वें साल में प्रवेश करेंगे। गुजरात के वडनगर से दिल्ली पहुंचने तक के सफर में उन्हें कई संघर्षों का सामना करना पड़ा। एक चाय की दुकान से संघ प्रचारक तक और भाजपा कार्यकर्ता से देश के प्रधानमंत्री बनने तक उन्होंने कई उतार-चढ़ाव का सामना किया है। मोदी के 75वें साल में प्रवेश के मौके पर भास्कर ने एक खास रिपोर्ट तैयार की है। इसमें मोदी के जीवन के विभिन्न पड़ावों, संघ से लेकर संसद के सहयोगियों, पत्रकारों से लेकर अधिकारियों तक से बातचीत की। इनमें पीएम मोदी के ऐसे किस्से शामिल हैं, जिनके बारे में आपने आज तक सुना या पढ़ा नहीं होगा। नीचे पढ़ें, ऐसे ही 10 किस्से...

Dainik Bhaskar हरियाणा की सीट, जहां मतगणना के बाद कोर्ट से फैसला:हारने के बाद भी कैंडिडेट विधायक बने रहे; एक ने तो कार्यकाल भी पूरा किया

हरियाणा में करनाल की एक विधानसभा सीट ऐसी है, जिसकी चर्चा चुनावों के रिजल्ट पर हुए कोर्ट केस को लेकर की जाती है। इस सीट पर मतगणना में गड़बड़ी के बाद हारे नेता 2 बार विधायक बने। इसके बाद जब तक कोर्ट का फैसला आया, तब तक एक का तो कार्यकाल भी पूरा हो चुका था। इन चुनावों में हार-जीत का अंतर इतना छोटा था कि रीकाउंटिंग के बाद अदालत भी जल्दी फैसला नहीं सुना सकी। इनमें से एक केस को टाइम निकलने की बात कहकर कोर्ट ने रफा-दफा कर दिया। वहीं, दूसरे चुनाव के रिजल्ट पर कोर्ट में स्टे लिया गया था, जिसके बाद विनिंग कैंडिडेट को केवल 6 महीने के लिए विधायक की कुर्सी मिल पाई। यह करनाल की घरौंडा सीट है। 1996 में आया पहला मामला पहला विवादित चुनाव 1996 का था जब विधानसभा चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार रमेश कश्यप ने इनेलो कैंडिडेट रमेश राणा को मात्र 11 वोटों से हराया था। रिकॉर्ड के अनुसार, 1996 में हारने के बाद रमेश राणा वोटों की रीकाउंटिंग के लिए हाईकोर्ट पहुंच गए थे। इस मामले में 3 साल बाद हाईकोर्ट ने रमेश राणा के पक्ष में फैसला सुना दिया, लेकिन इस फैसले को रमेश कश्यप ने सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज कर दिया। उन्होंने रीकाउंटिंग में कम वोटों की गिनती को आधार बनाते हुए रिजल्ट पर स्टे ले लिया और विधानसभा भंग होने तक विधायक बने रहे। पूर्व विधायक रमेश राणा की पत्नी पूर्व विधायक रेखा राणा का कहना है कि रमेश राणा हाईकोर्ट से केस जीत गए थे। फिर उन्होंने विधायक पद की शपथ भी ली थी। इसके प्रमाण विधानसभा में भी मिल जाएंगे। जबकि, रमेश कश्यप का दावा है कि वह विधानसभा भंग होने तक विधायक रहे और रमेश राणा ने कोई शपथ नहीं ली। 6 महीने तक हम विधानसभा में रहे रेखा राणा ने बताया है कि 1996 में केंद्र में समता पार्टी व इनेलो का समझौता था। 1996 में बैलेट पेपर से चुनाव होते थे। भाजपा और इनेलो के उम्मीदवारों का नाम भी एक जैसा था। रेखा राणा का आरोप है कि एक प्रभावशाली नेता के बेटे ने वोटों की गिनती में गड़बड़ी करवाई और रमेश कश्यप के पक्ष में रिजल्ट करवा दिया। रेखा ने यह भी आरोप लगाया कि उस प्रभावशाली नेता ने 500 वोट भी कैंसिल करवा दिए थे। इसके बाद हम हाईकोर्ट में गए। वहां वोटों की गिनती दोबारा करवाई गई तो रमेश राणा 157 वोटों से जीते थे। उन्हें शपथ के लिए 20 दिन का समय मिला था। इस समय में शपथ लेनी थी, लेकिन उनकी फाइल को कहीं दब

Dainik Bhaskar प्रियंका के बाद आज शिमला पहुंचेगी सोनिया गांधी:छराबड़ा में बेटी के घर पर रुकेंगी; हरियाणा-जम्मू कश्मीर के चुनाव पर रखेगी नजर

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी आज शिमला आ सकती हैं। प्रदेश के पड़ोसी राज्य हरियाणा और जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव के बीच 2 दिन पहले ही AICC की महासचिव प्रियंका गांधी भी शिमला पहुंची हैं। आज उनकी माता के भी छराबड़ा पहुंचने की उम्मीद है। सूचना के अनुसार, दिल्ली से सोनिया गांधी चंडीगढ़ तक फ्लाइट में आएंगी। चंडीगढ़ से सड़क मार्ग से सीधे शिमला के छराबड़ा पहुंचेगी, जहां पर प्रियंका गांधी बीते रविवार से ठहरी हुई हैं। बताया जा रहा है कि दोनों कांग्रेस नेताओं का यह निजी दौरा है। इस दौरान हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू दोनों नेताओं से शिष्टाचार भेंट कर सकते हैं। अभी तक दोनों का कोई सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं है। दोनों नेता छराबड़ा में छुट्टियां बिताएंगे। सोनिया और प्रियंका अगले 4-5 दिन तक छराबड़ा से ही देश की राजनीति पर नजर रखेगी। शिमला के छराबड़ा में है प्रियंका गांधी का घर बता दें कि शिमला से लगभग 13 किलोमीटर दूर छराबड़ा में कल्याणी हेलिपेड के साथ प्रियंका गांधी का अपना घर बना रखा हैं। प्रियंका गांधी साल में 4-5 बार यहां आती रहती हैं। इस बार लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भी प्रियंका गांधी 5 दिन छराबड़ा में रुकी थीं। तब उन्होंने चारों लोकसभा सीटों के साथ साथ 6 विधानसभा उप चुनाव के प्रचार का मोर्चा भी छराबड़ा से ही संभाला था।

Dainik Bhaskar भास्कर ओपिनियन:कश्मीर घाटी में लोकतंत्र की महक, 24 सीटों पर वोटिंग 18 को

हरियाणा में वोटिंग अभी दूर है लेकिन जम्मू कश्मीर की 24 सीटों पर चुनाव प्रचार बंद हो चुका है। 18 सितंबर को साउथ कश्मीर की 16 और जम्मू रीजन की आठ सीटों पर वोटिंग होने वाली है। चूँकि इस पहले चरण की वोटिंग में जम्मू क्षेत्र की सीटें कम हैं, इसलिए समझा जा रहा है कि यह चरण भाजपा के लिए ज़्यादा उत्साहजनक नहीं रहने वाला है। हालाँकि साउथ कश्मीर में पीडीपी की पकड़ ज़्यादा मज़बूत मानी जाती है लेकिन कहा यह जा रहा है कि इस बार यहाँ भी पीडीपी की दाल पतली है। यही वजह है कि पहले दौर की वोटिंग वाली सीटों पर नेशनल कान्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन आगे दिखाई दे रहा है। हालाँकि धारा 370 का मुद्दा काफ़ी चल रहा है लेकिन वह किसके पक्ष या विपक्ष में जाएगा, यह कहना फ़िलहाल मुश्किल है। इतना तय है कि जम्मू रीजन की 43 सीटों पर हर हाल में भाजपा को ही बढ़त मिलने वाली है। घाटी किसके पक्ष में जाएगी, यह बड़ा पेचीदा सवाल है? यहाँ वोटिंग परसेंटेज भी जम्मू रीजन के मुक़ाबले कम ही रह सकता है। क्योंकि यह वर्षों का ट्रेंड रहा है कि कश्मीर घाटी में अमूमन वोटिंग प्रतिशत जम्मू के मुक़ाबले कम ही रहा है। हालाँकि पिछले लोकसभा चुनाव में बहुत हद तक कम वोटिंग की यह परम्परा टूट गई थी लेकिन तुलनात्मक रूप से देखा जाए तो जम्मू रीजन ही वोटिंग प्रतिशत के मामले में आगे रहता है। वैसे इसके लिए कश्मीर घाटी की भौगोलिक परिस्थिति भी जिम्मेदार है लेकिन चुनाव आयोग ने फिर भी ज़्यादा से ज़्यादा वोटिंग के लिए इस बार पूरे प्रयास किए हैं। निश्चित रूप से पहले के मुक़ाबले इस बार ज़्यादा वोटिंग की उम्मीद की जा रही है। वोटिंग प्रतिशत जितना ज़्यादा होगा, लोकतंत्र उतना ही सुदृढ़, सरल और मज़बूत होगा। बहरहाल, पहले दौर में शांतिपूर्ण चुनाव होने जा रहे हैं। यहाँ दूसरे दौर की वोटिंग 25 सितम्बर को होने वाली है जिसमें 26 सीटों के लिए वोट डाले जाएँगे। वोटिंग का तीसरा और अंतिम दौर एक अक्टूबर को होगा। इस दौर में सर्वाधिक चालीस सीटों को लिए मतदान होगा। यही दौर निर्णायक समझा जा रहा है। वोटों की गिनती आठ अक्टूबर को होगी।

Dainik Bhaskar जम्मू-कश्मीर विधानसभा की 24 सीटों पर कल वोटिंग:फर्स्ट फेज में महबूबा की बेटी इल्तिजा समेत 219 कैंडिडेट्स, 110 करोड़पति, 36 पर क्रिमिनल केस

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के फर्स्ट फेज में कल 18 सितंबर को 7 जिलों की 24 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी। जिसमें 23.27 लाख वोटर्स शामिल होंगे। फर्स्ट फेज की 24 में से 8 सीटें जम्मू डिवीजन और 16 सीटें कश्मीर घाटी में है। सबसे ज्यादा 7 सीटें अनंतनाग और सबसे कम 2-2 सीटें शोपियां और रामबन जिले की हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक, पहले फेज में 219 कैंडिडेट्स मैदान में हैं। इनमें 9 महिलाएं और 92 निर्दलीय उम्मीदवार हैं। 110 कैंडिडेट्स करोड़पति हैं जबकि 36 पर क्रिमिनल केस दर्ज हैं। इस फेज में मुफ्ती परिवार का गढ़ रही बिजबेहरा सीट भी है। यहां PDP चीफ महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा पहली बार चुनाव लड़ रही हैं। महबूबा और उनके पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद CM रह चुके हैं। जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों पर 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को तीन फेज में वोटिंग होगी। नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। दरअसल, जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। 2014 चुनाव में PDP ने सबसे ज्यादा 28 और भाजपा ने 25 सीटें जीती थी। दोनों पार्टियों ने मिलकर सरकार बनाई थी। अनंतनाग की सबसे ज्यादा 7 सीटों पर वोटिंग पहले फेज में अनंतनाग की 7, पुलवामा की 4, कुलगाम, किश्तवाड़ और डोडा की 3-3, शोपियां और रामबन की 2-2 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। डोडा, रामबान और किश्तवाड़ जिले जम्मू डिवीजन जबकि अनंतनाग, पुलवामा, कुलगाम और शोपियां कश्मीर डिवीजन में आते हैं। पुलवामा की पंपोर सीट पर सबसे ज्यादा 14 कैंडिडेट हैं। वहीं अनंतनाग की बिजबेहरा सीट पर केवल 3 उम्मीदवारों के बीच में चुनावी लड़ाई है। PDP के सबसे ज्यादा 18 कैंडिडेट्स करोड़पति एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के फेज 1 के 219 उम्मीदवारों के हलफनामे के आधार पर एक रिपोर्ट तैयार की। ADR की रिपोर्ट के अनुसार, फेज-1 के 219 कैंडिडेट्स की एवरेज संपत्ति 3 करोड़ रुपए है। 219 में से 50% यानी 110 कैंडिडेट करोड़पति हैं। इनके पास एक करोड़ या उससे ज्यादा की संपत्ति है। महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) के 21 में 18 कैंडिडेट करोड़पति हैं। 36 कैंडिडेट्स पर क्रिमिनल केस दर्ज, 5 रेड अलर्ट सीटें ADR की रिपोर्ट के अनुसार, 219 में से 16% यानी 36 उम्मीदवारों पर क्रिमिनल केस दर्ज हैं। वहीं 11% यानी 25 कैंडिडेट

Dainik Bhaskar मोदी 6 साल की उम्र में कांग्रेस में काम किए:8 साल में RSS से जुड़े; 4 बार गुजरात के मुख्यमंत्री, 3 बार प्रधानमंत्री बने

74 साल पहले आज ही के दिन नरेंद्र मोदी का जन्म हुआ था। इस खास मौके पर आज पीएम मोदी ओडिशा जाएंगे। यहां वे सुभद्रा योजना लॉन्च करेंगे। समाज सेवा के जुनून के चलते 68 साल पहले मोदी 6 साल की उम्र में ही कांग्रेस की ओर से महागुजरात आंदोलन का हिस्सा बने। फिर 8 साल की उम्र में RSS से जुड़े। 7 अक्टूबर 2001 को 51 साल की उम्र में बिना विधायक बने ही मोदी गुजरात के 14वें मुख्यमंत्री बने। 24 सालों में 14 साल गुजरात के मुख्यमंत्री रहे और अब तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री हैं। आज पीएम मोदी के 74वें जन्मदिन पर बचपन से लेकर तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने तक की पूरी जीवन यात्रा… यह खबर भी पढ़ें... राममंदिर या राफेल-डील, मोदी के अफसर निपटाते हैं बड़े प्रोजेक्ट:नेहरू-इंदिरा के मुकाबले कहां हैं PM मोदी, 74वें जन्मदिन पर विरासत की कहानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर को अपना 74वां जन्मदिन मनाएंगे और जीवन के 75वें साल में प्रवेश करेंगे। मोदी लगातार 3 बार भारत के प्रधानमंत्री बनने वाले पहले गैर-कांग्रेसी नेता हैं। उनकी लीडरशिप में BJP पहली बार 303 सीटें जीतने में कामयाब हुई। इसी दौरान एक वक्त 21 राज्यों में ‌BJP या उसके गठबंधन की सरकार बनाने में भी कामयाब हुए। पूरी खबर पढ़ें...

Dainik Bhaskar अरविंद केजरीवाल आज मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे:11 बजे विधायक दल की बैठक, शाम 4.30 बजे LG से मिलकर इस्तीफा सौंपेंगे

अरविंद केजरीवाल आज दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे। सुबह 11 बजे उन्होंने CM हाउस में विधायक दल की बैठक बुलाई है। इसमें नए CM का नाम तय होगा। शाम 4:30 बजे वे उपराज्यपाल (LG) विनय सक्सेना से मिलकर इस्तीफा सौपेंगे। खास बात यह है कि आज ही PM मोदी का 74वां जन्मदिन है। LG से मुलाकात के दौरान ही केजरीवाल दिल्ली के नए मुख्यमंत्री का नाम भी सौपेंगे। सूत्रों के मुताबिक आतिशी, कैलाश गहलोत, गोपाल राय और सुनीता केजरीवाल में से कोई एक दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री बन सकता है। इसी हफ्ते नए CM और कैबिनेट का शपथ ग्रहण भी होगा। 13 सितंबर को शराब नीति केस में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद केजरीवाल ने 15 सितंबर को मुख्यमंत्री पद छोड़ने का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि, 'अब जनता तय करे कि मैं ईमानदार हूं या बेईमान। जनता ने दाग धोया और विधानसभा चुनाव जीता तो फिर से कुर्सी पर बैठूंगा।' केजरीवाल ने इस्तीफा क्यों दिया, 3 बातें... 1. मुख्यमंत्री तो हैं, लेकिन पावर नहीं दिल्ली शराब नीति केस में अरविंद केजरीवाल 177 दिन बाद जमानत पर जेल से बाहर आए। सुप्रीम कोर्ट ने शर्त रखी कि वे CM ऑफिस नहीं जाएंगे और न ही किसी फाइल पर साइन करेंगे। यानी जेल से बाहर आने और मुख्यमंत्री रहते हुए भी उनके पास पावर नहीं रहा। 2. सिर्फ 5 महीने का कार्यकाल बचा दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल फरवरी 2025 में खत्म हो रहा है। यानी सरकार के पास चुनाव में सिर्फ 5 महीने ही बचे हैं। इस दौरान सरकारें लोक-लुभावन चुनावी फैसले लेती हैं। केजरीवाल कोर्ट की शर्तों में बंधे हैं। जेल से छूटने के बाद केजरीवाल के साथ सहानुभूति है। दो-तीन महीने पहले दिल्ली में चुनाव की मांग कर केजरीवाल इसे भुनाना चाहेंगे। 3. ईमानदार नेता की छवि को मजबूत करेंगे दिल्ली शराब नीति केस में नाम आने और गिरफ्तारी के बाद से ही भाजपा के नेता अरविंद केजरीवाल से मुख्यमंत्री पद छोड़ने की मांग कर रहे थे। केजरीवाल ने अब इस्तीफे का ऐलान कर दिया है। अब वे भाजपा नेताओं को सीधे कह सकेंगे कि सिर्फ आरोप रहते मैंने मुख्यमंत्री पद छोड़ दिया। अब मेरी ईमानदारी का फैसला जनता करेगी। केजरीवाल इस्तीफे के बाद क्या करेंगे केजरीवाल मुख्यमंत्री पद से भले हट जाएं, लेकिन वे आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक बने रहेंगे। इस्तीफे के बाद उनका पूरा फोकस हरियाणा विधानसभा चुनाव पर

Dainik Bhaskar मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:केजरीवाल शाम 4:30 बजे इस्तीफा देंगे; ममता बोलीं- हमने डॉक्टर्स की 3 मांगें मानी; ट्रम्प पर जानलेवा हमले की कोशिश

नमस्कार, कल की बड़ी खबर दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल से जुड़ी रही, वे आज शाम राज्यपाल को इस्तीफा सौपेंगे। एक खबर कोलकाता रेप केस की रही, पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदर्शनकारी डॉक्टर्स की 3 मांगें मान ली है। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. केजरीवाल आज LG को इस्तीफा सौपेंगे, विधायक दल की मीटिंग में नया CM चुना जाएगा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज शाम साढ़े 4 बजे उपराज्यपाल (LG) विनय सक्सेना से मिलेंगे। वह पद से इस्तीफा देंगे और CM के लिए नया नाम सौंपेंगे। इससे पहले सुबह 11:30 बजे केजरीवाल के आवास पर AAP विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें नए CM के नाम पर चर्चा होगी और सर्वसम्मति से फैसला लिया जाएगा। कौन होगा नया CM:​​​​​ 16 सितंबर को केजरीवाल ने पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी (PAC) की बैठक बुलाई थी। इसमें सभी सीनियर नेता और सरकार के कैबिनेट मंत्री शामिल थे। केजरीवाल ने नए CM को लेकर वन-टु-वन चर्चा की। आतिशी, कैलाश गहलोत, गोपाल राय और सुनीता केजरीवाल में से कोई एक दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री बन सकता है। केजरीवाल क्या करेंगे: 5 अक्टूबर को हरियाणा में वोटिंग है। राज्य में कांग्रेस से AAP का गठबंधन नहीं हुआ है। इसके बाद यहां सभी 90 सीटों पर पार्टी ने प्रत्याशी उतारे हैं। केजरीवाल का पूरा फोकस अब हरियाणा में चुनाव प्रचार पर होगा। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में भी केजरीवाल प्रचार कर सकते हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. ममता बोलीं- हमने डॉक्टर्स की 3 मांगें मानी, पुलिस कमिश्नर समेत 4 अधिकारी हटाए जाएंगे कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर को लेकर प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच मीटिंग हुई। ममता ने कहा कि हमने डॉक्टर्स की 5 में से तीन मांगें मान ली हैं। हमारी डॉक्टरों से अपील है कि वे काम पर लौट आएं। ममता ने कहा, ‘पहली मांग जांच की थी, CBI केस की जांच कर रही है और सुप्रीम कोर्ट इसकी निगरानी कर रहा है। दूसरा- रेप केस के आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। तीसरी- कोलकाता पुलिस कमिश्नर को पद से हटा दिया गया है। इसके इसके साथ हेल्थ सर्विस के डायरेक्टर, मेडिकल एजुकेशन के डायरेक्टर और उत्तरी कोलकाता के डिप्टी कमिश्नर को भी हटाया जाएगा।' डॉक्टर्स की हड़ताल कब खत

Dainik Bhaskar कोलकाता रेप-मर्डर केस में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई:पिछली सुनवाई में CJI ने डॉक्टरों को काम पर लौटने का आदेश दिया था, डॉक्टर नहीं माने

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज रेप-मर्डर केस में मंगलवार (17 सितंबर) को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। 9 सितंबर को हुई पिछली सुनवाई में CJI डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और मनोज मिश्रा की बेंच ने तीन मुद्दों - CBI जांच रिपोर्ट, डॉक्टरों की हड़ताल और CISF जवानों की सुविधाओं पर सुनवाई की थी। CBI की स्टेटस रिपोर्ट में कई बातें सामने आईं। कोर्ट ने कहा कि, FIR में 14 घंटे की देरी हुई है। वहीं कुछ जरूरी दस्तावेज भी गायब हैं। ऐसे में मामला गड़बड़ लगता है। कोर्ट ने राज्य सरकार को मिसिंग डॉक्यूमेंट कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया। वहीं हड़ताल को लेकर कोर्ट ने डॉक्टरों से तुरंत काम पर लौटने को कहा था। CJI ने कहा, 'अगर 10 सितंबर शाम 5 बजे तक डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं लौटें तो उनके खिलाफ राज्य सरकार को कार्रवाई करने से नहीं रोका जा सकता। डॉक्टरों का पेशा ही मरीजों की सेवा करना है।' CISF जवानों की सुविधाओं पर कोर्ट ने राज्य के गृह सचिव को आदेश दिया था कि सभी जवानों को रहने के लिए घर मुहैया कराया जाए। ये जवान अस्पताल की सुरक्षा के लिए आए हैं। उनको अतिरिक्त सुरक्षा उपकरण भी दिए जाएं। कोर्ट के आदेश के बावजूद जूनियर डॉक्टर्स काम पर नहीं लौटे। डॉक्टर्स ने यह कहकर प्रदर्शन जारी रखा कि ममता सरकार उनकी मांगें पूरी नहीं कर रही है। हालांकि, एक दिन पहले ही ममता सरकार ने डॉक्टरों की तीन मांगें पूरी करने की बात कही है। डॉक्टर्स आधिकारिक आदेश का इंतजार कर रहे हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2 मुद्दों पर कोर्ट रूम LIVE... पहला मुद्दा- ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर पर CBI जांच की स्टेटस रिपोर्ट CJI: आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के प्रिंसिपल के घर के बीच कितनी दूरी है? SG: 15 से 20 मिनट CJI: अननैचुरल डेथ का केस कितने बजे रजिस्टर्ड हुआ। SG: कृपया चार्ट देखें। आखिर वह हम सभी की बेटी है। सिब्बल: डेथ सर्टिफिकेट दोपहर 1:47 बजे दिया गया। पुलिस स्टेशन में अननैचुरल डेथ की एंट्री दोपहर 2:55 बजे की गई। CJI: क्या अननैचुरल डेथ नंबर 861 है? सिब्बल: हां CJI: घटनास्थल की जांच और सबूत कब जुटाए गए? सिब्बल: सुबह 8:30 बजे से 10:45 बजे तक। यह शव को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाने के बाद की बात है। SG: लेकिन यह किसके द्वारा की गई? यह भी ध्यान रखने वाली बात है। CJI: देखिए सीसीटीवी फुटेज से साफ पता चलता है कि आरोपी किस समय से

Dainik Bhaskar कोलकाता रेप-केस, ममता बोलीं- हमने डॉक्टर्स की 3 मांगें मानी:पुलिस कमिश्नर समेत 4 अधिकारी हटाए गए; डॉक्टर्स से काम पर लौटने की अपील

कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर का विरोध कर रहे डॉक्टरों और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच सोमवार (16 सितंबर) को बैठक हुई। रात करीब 11:50 बजे ममता बनर्जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बैठक के बारे में जानकारी दी। ममता ने कहा कि कोलकाता पुलिस कमिश्नर को हटा दिया गया है। कल शाम 4 बजे नए कमिश्नर पद संभालेंगे। इसके साथ हेल्थ सर्विस के डायरेक्टर, मेडिकल एजुकेशन के डायरेक्टर और उत्तरी कोलकाता के डिप्टी कमिश्नर को भी हटाया गया है। ममता ने कहा कि हमने डॉक्टरों की पांच मांगों में से तीन मांगें मान ली हैं। अब हमारी डॉक्टरों से अपील है कि वे काम पर लौट आएं। किसी प्रदर्शनकारी डॉक्टर के खिलाफ एक्शन नहीं लिया जाएगा। ममता ने बताया कि जूनियर डॉक्टरों के साथ हमने 6 घंटे बातचीत की है। डॉक्टर्स की तरफ से 42 लोगों ने मिनिट्स ऑफ मीटिंग पर साइन किया, जबकि सरकार की तरफ से मुख्य सचिव मनोज पंत ने साइन किया है। एक महीने से ज्यादा समय से चल रहे गतिरोध को हल करने के लिए चार असफल प्रयासों के बाद 35 जूनियर डॉक्टरों का एक प्रतिनिधिमंडल बैठक के लिए पहुंचा था। बैठक पहले शाम 5 बजे होनी थी, लेकिन शाम 6.50 बजे शुरू हुई और रात करीब 9 बजे तक चली। बातचीत रिकॉर्ड करने के लिए स्टेनोग्राफर्स साथ ले गए थे डॉक्टर्स सोमवार की बातचीत को रिकॉर्ड करने के लिए डॉक्टर अपने साथ दो स्टेनोग्राफर्स भी ले गए थे। इससे पहले बंगाल सरकार डॉक्टर्स को मीटिंग के लिए 4 बार बुलाया, लेकिन लाइव टेलीकास्ट और वीडियोग्राफी जैसी मांगों के चलते बातचीत नहीं हो सकी। आरजी कर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर के रेप-मर्डर के बाद लगातार 38 दिन से जूनियर डॉक्टर्स प्रदर्शन कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा था कि डॉक्टर्स प्रदर्शन खत्म कर काम पर लौटें तो उन पर एक्शन नहीं होगा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था- हड़ताल खत्म करें, नहीं तो कार्रवाई होगी सुप्रीम कोर्ट ने 9 सितंबर को कोलकाता रेप-मर्डर केस की सुनवाई के दौरान जूनियर डॉक्टरों को 10 सितंबर की शाम 5 बजे तक काम पर लौटने का आदेश दिया था। कोर्ट ने आदेश न मानने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी थी। हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, वे ड्यूटी पर नहीं लौटेंगे। ट्रेनी डॉक्टर की मां बोलीं- CM ममता डॉक्टर्स की मांगों को मानें ट्रेनी डॉक्टर की मां ने उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्र