Dainik Bhaskar
Dainik Bhaskar दिल्ली में चाचा-भतीजे की हत्या:नाबालिग ने पहले पैर छुए, फिर शूटर से 5 राउंड फायरिंग करवाई; 10 साल का बच्चा घायल
दिल्ली के शाहदरा इलाके में दिवाली सेलिब्रेशन के दौरान 40 साल के शख्स आकाश शर्मा और उनके भतीजे की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसमें उनके 10 साल का बेटा भी घायल हुआ, जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। घटना का CCTV फुटेज भी सामने आया है। इसके मुताबिक, एक 16 साल का लड़का स्कूटी से एक शूटर के साथ आकाश के घर पहुंचा। उसने पहले आकाश के पैर छुए फिर दिवाली की बधाई दी। इसके बाद नाबालिग आरोपी के साथ स्कूटी पर आए शख्स ने आकाश पर 5 राउंड फायरिंग की। इस गोलीबारी में आकाश, उनका भतीजा ऋषभ शर्मा (16) और उनका बेटा कृष शर्मा (10) घायल हुआ। अस्पताल में डॉक्टरों ने आकाश और भतीजे ऋषभ को मृत घोषित कर दिया। बेटे कृष का फिलहाल इलाज चल रहा है। गोलीबारी के बाद दोनों आरोपी स्कूटी से भाग गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नाबालिग आरोपी ने आकाश को पैसे उधार दिए थे, जिसे आकाश लौटा नहीं रहा था। पुलिस ने केस दर्ज कर नाबालिग को हिरासत में ले लिया है। CCTV के कारण पकड़ाया नाबालिग आरोपी घटना की पूरी फुटेज CCTV में कैद हुई, इसी सबूत के आधार पर पुलिस ने नाबालिग आरोपी को गुरुवार देर रात को हिरासत में लिया। पुलिस ने बताया कि आरोपी 17 दिन से हत्या की प्लानिंग कर रहा था। हिरासत में लिए गए नाबालिग और के खिलाफ पहले भी क्राइम के मामले दर्ज है। आकाश की पत्नी बोलीं- जमीन का विवाद था आकाश की पत्नी ने कहा कि वह हमलावरों को जानती है। उनके बीच कई सालों से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। वहीं, आकाश के भाई योगेश ने दावा किया कि पिछले इस नाबालिग आरोपी के घर पर फायरिंग हुई थी, जिसमें हमें फंसाया गया था। पुलिस ने उस मामले की CCTV फुटेज डिलीट कर दी थी और हम पर झगड़े का आरोप लगाया था। -------------------------------------------- दिल्ली में क्राइम से जुड़ी ये खबरें भी पढ़े... गर्लफ्रेंड की डंडे ,से कमर-पसलियां तोड़ीं, मर्डर कर दफनाया; मां बोली- संजू नाम बताया था, सलीम निकला दिल्ली के नांगलोई में एक पुराना सा मकान है। आते-जाते लोग मकान के सामने ठहरते हैं, कुछ बात करते हैं और आगे बढ़ जाते हैं। ये घर सोनिया का है, जिसे उसके कथित बॉयफ्रेंड संजू उर्फ सलीम ने मारकर दफना दिया। 19 साल की सोनिया सात महीने की प्रेग्नेंट थी। संजू से शादी करना चाहती थी, लेकिन उसका परिवार राजी नहीं था। पूरी खबर पढ़े... दिल्ली के हॉस्पिटल में डॉक्टर की गोली मारकर
Dainik Bhaskar पप्पू यादव बोले- लॉरेंस को जिसे मारना है, मारे:फिर चाहे सलमान हो या कोई और; कई परिस्थितियां देखीं, हिफाजत की चिंता छोड़ दीजिए
एक्टर सलमान खान पर जब से काला हिरण मारने का आरोप लगा, तब से लॉरेंस बिश्नोई गैंग के निशाने पर हैं। हाल ही में लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने सलमान खान के करीबी और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी। मुंबई में बाबा सिद्दीकी की हत्या हुई, इधर बिहार में पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने लॉरेंस बिश्नोई को लेकर जो बयान दिया, वो अब उनके गले की हड्डी बन गया है। सांसद को लॉरेंस गैंग की तरफ से जान से मारने की धमकी भी मिली। थ्रेट के बाद पप्पू यादव लगातार बयान दे रहे हैं। उन्होंने शुक्रवार को कहा, 'लॉरेंस बिश्नोई, आपको जिसे मारना है, मारिए। मुझे कोई मतलब नहीं है। मेरा कोई लेना-देना नहीं है। सलमान को या फिर किसी और को मारिए, हमें क्या लेना-देना है। सलमान को बचाना है या नहीं ये सरकार का दायित्व है। हमारी हिफाजत की चिंता आप लोग मत करिए। पप्पू यादव ने कहा कि 'हम 1984 से कई परिस्थितियों का सामना करके आज यहां तक पहुंचे हैं। जो लोग जात-पात की बात करते हैं। जब कोई आज मेरी आलोचना करते हैं, तो वो लोग कोरोना दौर याद कर लीजिए।' मेरी किसी से निजी लड़ाई नहीं पप्पू यादव ने कहा कि 'बाबा सिद्दीकी से मेरा कोई संबंध नहीं है। मेरा संबंध संविधान, कानून और देश से। जब कोई समाज टूटने लगता है, तब मैं बोलता हूं। देश का संविधान कमजोर पड़ने लगता है तब मैं बोलता हूं। जब पप्पू यादव डर ही गए तो आप लोगों को इस बात की खुशी क्यों है और इसमें आनंद क्यों आ जाता है। धमकी के बावजूद हम मुंबई गए थे। 3 तारीख के बाद से हम 20 दिन तक झारखंड में रहेंगे। मैं बहुत ही विनम्रता से कहूंगा कि मेरी निजी दुश्मनी, निजी लड़ाई किसी से भी नहीं है।' लॉरेंस के मैटर से मुझे कोई मतलब नहीं पप्पू यादव ने कहा कि 'मैं डर के कारण तो कुछ नहीं करूंगा, जिसको जो मन में है करें। डरकर जीने की आदत मुझे नहीं है। सब कुछ छोड़ देना पड़ेगा तो छोड़ देंगे, लेकिन अपनी जिंदगी और के लिए अपने आईडियोलॉजी से कोई समझौता नहीं करेंगे। मैं कह रहा हूं मेरी लड़ाई किसी से नहीं है। ना कभी मैंने लॉरेंस को भी कहा कि भैया तुमको किसे मारना है, किसे क्या करना है, तुम्हारा मैटर है। करणी सेना के अध्यक्ष को जब उन्होंने मारा था तब हमने यह बात सदन में उठाई थी।' उन्होंने आगे कहा कि 'मैं हर दिन लोगों के बीच होते हैं। लोगों के बीच चलते हैं। रात के 3 बज
Dainik Bhaskar देशभर में दिवाली सेलिब्रेशन- 10 तस्वीरें:भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर जवानों ने पटाखे चलाए, मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया पर लाइट शो
31 अक्टूबर की शाम देशभर में दिवाली मनाई गई। श्रीनगर से लेकर कन्याकुमारी तक दिवाली के मौके पर लोगों ने अपने घरों, मंदिरों और ऑफिस को दीयों और लाइट से रोशन किया। गणेश और लक्ष्मी पूजन के बाद लोगों ने पटाखें जलाए। भारत बांग्लादेश बॉर्डर पर तैनात महिला जवानों ने बॉर्डर के तारों पर मोमबत्ती सजाई। वहीं मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर लाइट शो ऑर्गेनाइज किया गया। केरल के कोझिकोड में दिवाली के मौके पर पूर्वजों को याद किया गया। केरल के कुछ लोग इस प्रथा को हर साल निभाते हैं। देशभर से दिवाली की 10 तस्वीरें... ---------------------- दिवाली से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें... दुनियाभर में नेताओं ने मनाई दिवाली, कमला हैरिस ने फुलझड़ी जलाई, ब्रिटिश PM ने आरती की फेस्टिवल ऑफ लाइट्स यानी दिवाली के त्योहार को लेकर भारत समेत दुनिया भर में जश्न मनाया गया। इस दौरान दुनिया के प्रमुख नेताओं ने दिवाली का त्योहार मनाया और शुभकामनाएं दीं। अमेरिका में राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी कमला हैरिस ने पेंसिल्वेनिया के एक मंदिर में दिवाली मनाई। पूरी खबर पढ़ें...
Dainik Bhaskar पद्मश्री अर्थशास्त्री डॉ. बिबेक देबरॉय का निधन:PM मोदी की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष थे; सभी पुराणों का अंग्रेजी में अनुवाद किया
अर्थशास्त्री और प्रधानमंत्री मोदी की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष बिबेक देबरॉय का शुक्रवार काे निधन हो गया। वे 69 साल के थे। एम्स दिल्ली की ओर से जारी बयान में कहा गया उन्हें आंतों से जुड़ी बीमारी (इंटेस्टाइन इन्फेक्शन) था। सुबह करीब 7 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित श्री देबरॉय नीति आयोग के सदस्य रह चुके हैं। उन्होंने नई पीढ़ी के लिए सभी पुराणों का अंग्रेजी में आसान अनुवाद लिखा था। डॉ.देबरॉय की प्रारंभिक शिक्षा कोलकाता के नरेन्द्रपुर में रामकृष्ण मिशन स्कूल में हुई। इसके बाद उच्च शिक्षा उन्होंने कोलकाता के प्रेसीडेंसी कॉलेज, दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स और कैम्ब्रिज के ट्रिनिटी कॉलेज से पूरी की। PM ने X पर लिखा- देबरॉय ने भारत के बौद्धिक परिदृश्य पर एक अमिट छाप छोड़ी प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा- डॉ. बिबेक देबरॉय जी एक प्रखर विद्वान थे। वे अर्थशास्त्र, इतिहास, संस्कृति, राजनीति, अध्यात्म और अन्य विविध क्षेत्रों में पारंगत थे। अपने कार्यों के माध्यम से उन्होंने भारत के बौद्धिक परिदृश्य पर एक अमिट छाप छोड़ी। सार्वजनिक नीति में अपने योगदान के अलावा उन्हें हमारे प्राचीन ग्रंथों पर काम करने और उन्हें युवाओं के लिए सुलभ बनाने में भी आनंद आता था। खबर अपडेट हो रही है।
Dainik Bhaskar आंध्र में पटाखों में ब्लास्ट, 1 की मौत, 6 घायल:स्कूटी सवार के हाथों से पटाखों का कार्टून गिरा, ब्लास्ट हुआ; IED बम जितनी तेज आवाज आई
आंध्र प्रदेश के एलुरु में स्कूटी से जा रहे 3 लोगों के पास पटाखों में अचानक ब्लास्ट हुआ। इसमें 1 शख्स की मौत हो गई। ब्लास्ट के समय सड़क पर खड़े 3 लोग समेत कुल 6 घायल हुए। इनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। घटना दीवाली के दिन घटी, लेकिन इसका CCTV वीडियो गुरुवार देर रात सामने आया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एक सफेद स्कूटी पर 2 लोग एक संकरी गली से तेज गति से स्कूटी से जा रहे हैं। समय दोपहर 12.17 बजे का था। स्कूटी सवार के हाथ में 'ऑनियन बम' का कार्टून था। गली की सड़क आगे जाकर चौड़ी हो जाती है और मेन सड़क से मिल जाती है, स्कूटी जब वहां पहुंचती है तभी वहां अचानक एक गड्ढा आया, जिसकी वजह से कार्टून नीचे गिर गया और तेज ब्लास्ट हुआ। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस धमाके की आवाज IED बम जितनी तेज थी। विस्फोट के बाद इलाके में धुआं उठा। चारों ओर कागज के टुकड़े उड़े। जैसे ही धुआं साफ हुआ, दो लोग किसी तरह विस्फोट से बचकर सुरक्षित स्थान की ओर भागे। CCTV फुटेज में स्कूटी के कुछ टुकड़ों को दूर तक बिखरे हुए देखा जा सकता है। पटाखों से इतना बड़ा ब्लास्ट कैसे, पुलिस जांच में जुटी पुलिस ने बताया कि स्कूटी चलाने वाली की पहचान सुधाकर के रूप में हुई है। हादसे में जो छह लोग जख्मी हुई हैं उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिसमें से दो की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। फिलहाल घायलों और मृतक के नाम और उम्र की जानकारी नहीं दी गई है। पुलिस जांच कर रही है कि पटाखों के कारण अचानक इतना बड़ा ब्लास्ट कैसे हुआ। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
Dainik Bhaskar कानपुर में बिजनेसमैन पति-पत्नी जिंदा जले:मंदिर के दीये से लगी आग; गर्म होकर दरवाजा ऑटोमैटिक लॉक हुआ, बचाने गई नौकरानी की भी मौत
कानपुर में दिवाली पर मंदिर के दीये से घर में भीषण आग लग गई। हादसे में बिजनेसमैन पति-पत्नी समेत नौकरानी की जिंदा जलकर मौत हो गई। पूजा करने के बाद मंदिर में दीया जलाकर पति-पत्नी सो गए थे। मंदिर में दीये से आग लग गई। थोड़ी ही देर में आग ने विकराल रूप ले लिया। पति-पत्नी बेडरूम से बाहर नहीं निकल पाए। बचाने गई नौकरानी की भी मौत हो गई। बेटा पार्टी कर लौटा तो देखा घर से धुआं निकल रहा था। उसने चिल्लाकर आसपास के लोगों को बुलाया। सूचना पर फायर ब्रिगेड की टीम भी पहुंच गई। आग बुझाकर पति-पत्नी और नौकरानी को निकाला और अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। पूरा मामला काकादेव इलाके का है। पुलिस ने बताया- मरने वालों की पहचान संजय श्याम दासानी (48), पत्नी कनिका दासानी (42) और नौकरानी छवि चौहान 24) के रूप में हुई है। इनके पास पारले बिस्किट फैक्ट्री की फ्रेंचाइजी है। 4 तस्वीरें देखिए... 3 मंजिला घर में रहता था परिवार पांडू नगर में बिजनेसमैन संजय श्याम दासानी, पत्नी, बेटे और मेड के साथ रहते थे। घर तीन मंजिला है। गुरुवार रात में बिजनेसमैन ने पत्नी के साथ दिवाली की पूजा की। खाना खाया। फिर रूम में सोने चले गए। नौकरी भी अपने कमरे में जाकर सो गई, लेकिन मंदिर का दीया जल रहा था। देर रात दीये से आग लग गई। पत्नी-पत्नी को बचाने के लिए नौकरी रूम के अंदर गई। लेकिन आग ने भीषण रूप में लिया। तीनों की मौत हो गई। घरवालों ने बताया कि बिजनेसमैन का बेटा हर्ष हादसे के वक्त घर पर मौजूद नहीं था। वह दिवाली के चलते दोस्तों के साथ पार्टी करने गया था। देर रात लौटा, देखा तो घर से धुआं निकल रहा था। उसने आसपास के लोगों और पुलिस को सूचना दी। ऑटोमैटिक दरवाजा हो गया था लॉक फोरेंसिक टीम एक्सपर्ट ने बताया कि फर्स्ट फ्लोर पर जहां पर आग लगी है, बेडरूम से लेकर पूरे हिस्से में वुडन वर्क हुआ था। इसके चलते आग ने पूरे कमरे को पलभर में ही चपेट में ले लिया। दूसरी तरफ, ऑटोमैटिक दरवाजा लगा था, जो गर्म होने के बाद लॉक हो गया था, इसलिए पति-पत्नी बाहर नहीं निकल सके। उनकी कमरे के भीतर ही मौत हो गई। 6 महीने से नौकरी कर रही थी मेड मेड छवि की दिव्यांग मां सुनीता रोते बिलखते अस्पताल पहुंची। वह बार-बार कह रही थी कि मेरी बेटी को वापस लौटा दो। सुनीता ने बताया कि हम लोग नानकारी में रहते हैं। छवि के 2 भाई और 1 बहन है। बि
Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:जम्मू-कश्मीर के नगरोटा से भाजपा विधायक देवेंद्र सिंह का निधन, केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह के भाई थे
जम्मू-कश्मीर भाजपा के नेता और नगरोटा सीट से विधायक देवेंद्र सिंह राणा का 31 अक्टूबर को देर रात निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार थे। फरीदाबाद के अस्पताल में 59 साल की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली। देवेंद्र सिंह राणा, केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह के भाई थे। उनके निधन पर CM उमर अब्दुल्ला और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी शोक जताया है। आज की अन्य बड़ी खबरें... जम्मू-कश्मीर के डोडा में आतंकियों के 2 ग्रुप एक्टिव, सर्च ऑपरेशन जारी जम्मू-कश्मीर के डोडा में आतंकियों के 2 ग्रुप एक्टिव हैं। डोडो के SSP ने गुरुवार को बताया कि डोडा के रहने वाले लोगों से कुछ हद तक मदद मिल रही है। फिलहाल सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। आतंकियों को जल्द ढूंढ लिया जाएगा।
Dainik Bhaskar ब्राह्मण से ठाकुर बने शियाबोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी:बोले- योगी की वजह से नहीं बना, नरसिंहानंद संघ को गाली देते हैं...यह पसंद नहीं
शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने एक बार फिर से अपना नाम बदल लिया। उन्होंने जितेंद्र नारायण त्यागी से अपना नाम बदलकर ठाकुर जितेंद्र सिंह सेंगर कर लिया है। उन्होंने अपना नया नाम दीवाली के मौके पर मोबाइल से भेजे गए बधाई संदेश में लिखा है। इससे पहले रिजवी ने साल 2021 में इस्लाम छोड़कर सनातन धर्म अपनाया था। धर्म बदलने के बाद उनका नया नाम जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी हो गया था। जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर नरसिंहानंद गिरि ने उन्हें सनातन धर्म ग्रहण कराया था। जितेंद्र नारायण को अपनी जाति बदलने की क्यों जरूरत पड़ी? इस बारे में दैनिक भास्कर ने जितेंद्र नारायण से सवाल किया। इस पर उन्होंने कहा कि वह गाजियाबाद के यति नरसिंहानंद के माध्यम से हिंदू धर्म में शामिल हुए थे। इसके बाद से आईडी में नाम सही न होने के कारण उन्हें कई मौकों पर दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था। उन्होंने कहा- यति नरसिंहानंद, जो खुद त्यागी परिवार से आते हैं, उन्होंने मुझे एडाप्ट करने का लेटर देने का वादा किया था। लेकिन, उन्होंने लेटर नहीं दिया। वह टालते रहे और बहाने बनाते रहे। इसी के चलते 2 साल पहले हमने यति नरसिंहानंद से अपने संबंध तोड़ लिए। जितेंद्र उर्फ वसीम बताते हैं- यति की कई बातें मेरे विचारों से मेल नहीं खातीं। मसलन वह आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद को गालियां देते थे, जिसके लिए मैं उन्हें मना करता था। कौन हैं प्रभात कुमार सिंह सेंगर? जितेंद्र का कहना है- कानपुर देहात के रहने वाले प्रभात सिंह सेंगर से मेरी पुरानी जान-पहचान है। प्रभात सिंह हरिद्वार स्थित गुरुकुल कांगरी यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और डीन हैं। प्रभात ने अपने परिवार में शामिल करने का प्रस्ताव दिया। इसके लिए मैंने उन्हें अपनी सहमति दे दी। जितेंद्र ने कहा- प्रभात की मां यशवंत कुमारी सेंगर ने अपनी ओर से हलफनामा देकर मुझे अपना बेटा बनाया है। उन्होंने कहा है कि उनकी संपत्ति में मेरा कोई अंश या हस्तक्षेप नहीं होगा। यानी प्रभात, जो अभी तक मेरे मित्र थे, अब मेरे भाई हो गए हैं। इस बारे में जब प्रभात कुमार सिंह सेंगर से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि हां, उनके परिवार ने जितेंद्र नारायण को अपने परिवार में शामिल किया है। 11 अक्टूबर को उनके बेटे की रिंग सेरेमनी थी। उसमें जितेंद्र को भी आमंत्रित किया गया था। वहीं पर परिवार के सभी लोगों के सामने जितेंद
Dainik Bhaskar कनाडा में AP ढिल्लों फायरिंग केस में पहली गिरफ्तारी:RCMP का दावा- अपराध करने के बाद भारत भागा साथी, लॉरेंस के सहयोगी गोदारा ने ली थी जिम्मेदारी
कनाडा में पंजाब के फेमस सिंगर अमृतपाल सिंह ढिल्लों उर्फ एपी ढिल्लों के घर पर फायरिंग करने वाले 1 संदिग्ध को कनाडा की आरसीएमपी की टीम ने पकड़ा है। दूसरे की पहचान हो गई है। इस वारदात को इसी साल 2 सितंबर को अंजाम दिया गया था। गायक एपी ढिल्लों के ब्रिटिश कोलंबिया स्थित घर पर ये फायरिंग हुई थी। वैंकूवर प्रांत की आरसीएमपी (पुलिस) द्वारा दावा किया गया है कि पंजाबी संगीतकार एपी ढिल्लों के विक्टोरिया-क्षेत्र स्थित घर पर गोलीबारी के बाद 1 संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया है और दूसरे के कनाडा से भारत भाग आने की आशंका है। बुधवार को ओंटारियो में गिरफ्तारी की गई। जिसकी पहचान 25 वर्षीय विन्निपेग के रहने वाले अबजीत किंगरा और विक्रम शर्मा निवासी विन्निपैग के रूप में हुई है। अबजीत पर जानबूझकर बंदूक चलाने और आगजनी करने का आरोप लगाया गया है। दूसरा संदिग्ध 23 वर्षीय विक्रम शर्मा वारदात के बाद भारत भाग गया था। शर्मा उक्त वारदात में किंगरा के साथ था। वारदात के बाद वह भारत आ गया था। फायरिंग का वीडियो हुआ था वायरल एपी ढिल्लों का घर वैंकूवर इलाके में है। उनके घर पर हुई फायरिंग का एक एक वीडियो वायरल हुआ था। वायरल वीडियो के अनुसार एक शूटर ने गेट के बाहर से 11 गोलियां चलाईं। उसने काले रंग के कपड़े पहने हुए थे। इसकी जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग ने ली थी। गैंग के गैंगस्टर रोहित गोदारा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट भी डाली थी। 9 अगस्त को सिंगर एपी ढिल्लों का बॉलीवुड स्टार सलमान खान के साथ गाना 'ओल्ड मनी' रिलीज हुआ था। फायरिंग को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। घटना के बाद भारतीय और कनाडाई एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। रोहित गोदारा ने लिखा- सलमान के साथ बड़ी फीलिंग ले रहा था सिंगर के घर पर फायरिंग करने के बाद लॉरेंस गैंग के कुख्यात गैंगस्टर रोहित गोदारा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली। जिसमें लिखा, 'राम राम जी सभी भाइयों को। 1 सितंबर की रात कनाडा में दो जगह पर फायरिंग हुई है। एक विक्टोरिया आइलैंड और वुडब्रिज टोरंटो में। दोनों वारदातों की जिम्मेदारी मैं रोहित गोदारा (लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप) लेता हूं।' गैंगस्टर की पोस्ट.. कौन है गैंगस्टर रोहित गोदारा टरोहित गोदारा पर 35 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं। सबसे ज्यादा केस राजस्थान में है। गोदारा के खिलाफ राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ में केस दर्ज हैं। रोहित लॉर
Dainik Bhaskar हरियाणा के 10 शहरों में AQI 500 पार:हिसार, गुरुग्राम और कुरुक्षेत्र गैस चैंबर में तब्दील, एडवाइजरी के बावजूद जमकर फोड़े गए पटाखे
दिवाली की रात हरियाणा में खूब आतिशबाजी हुई। सरकार ने सिर्फ दो घंटे आतिशबाजी की एडवाइजरी जारी की थी, लेकिन शाम 7 बजे से 12 बजे तक जमकर पटाखे फोड़े गए। इससे हरियाणा में पहले से खराब प्रदूषण की स्थिति और खराब हो गई। हरियाणा पूरी तरह से गैस चैंबर में तब्दील हो चुका है। हिसार और कुरुक्षेत्र में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं। यहां पीएम 2.5 और पीएम 10 500 के पार पहुंच गए हैं। यह इतना खतरनाक है कि इस जहरीली हवा में बाहर निकलने पर स्वस्थ व्यक्ति भी बीमार पड़ सकता है। इसके अलावा हरियाणा के 10 शहरों अंबाला, फरीदाबाद, गुरुग्राम, जींद, पंचकूला, रोहतक, यमुनानगर, हिसार और कुरुक्षेत्र में AQI 500 के पार पहुंच गया है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद हरियाणा सरकार भी कुछ हरकत में नजर आई। सरकार ने पराली जलाने की घटनाओं को रोकने में नाकाम रहने पर 26 कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया। 11 अधिकारियों को चार्जशीट किया गया जबकि 383 अधिकारियों को नोटिस जारी किए गए। इसके अलावा अब तक 186 किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है जबकि 34 को गिरफ्तार किया गया है। क्या होता है पीएम 2.5 पीएम 2.5 का मतलब है, हवा में मौजूद छोटे कण या बूंदें जिनका व्यास 2.5 माइक्रोमीटर या उससे कम होता है। ये कण कई स्रोतों से आते हैं, जैसे कि वाहनों का धुआं, औद्योगिक उत्सर्जन, जंगल की आग, और धूल। पीएम 2.5, वायु प्रदूषण के मुख्य योगदानकर्ताओं में से एक है। पीएम 2.5 के कुछ सामान्य निर्माणों में सल्फेट, नाइट्रेट, अमोनिया, ब्लैक कार्बन, और खनिज धूल शामिल हैं। पीएम 2.5 के संपर्क में आने से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, समय से पहले मृत्यु दर में वृद्धि, हृदय या फेफड़ों के रोगों के लिए अस्पताल में भर्ती होने की संख्या में वृद्धि, तीव्र और जीर्ण ब्रोंकाइटिस, अस्थमा के दौरे श्वसन संबंधी लक्षण। कितना खतरनाक है PM 10 PM10 में निर्माण स्थलों, लैंडफिल और कृषि, जंगल की आग और ब्रश,कचरा जलाने, औद्योगिक स्रोतों, खुली जमीन से हवा में उड़ने वाली धूल, पराग और बैक्टीरिया के टुकड़े भी शामिल होते हैं। पीएम 10 कण इतने छोटे होते हैं कि वे आपके गले और फेफड़ों में जा सकते हैं। पीएम 10 का उच्च स्तर आपको खांसी, नाक बहना और आंखों में जलन पैदा कर सकता है। PM 10 का स्तर अधिक होने पर हृदय या फेफड़ों की बीमारी वाले लोगों में अधिक लक्षण
Dainik Bhaskar 13 घंटे में दिल्ली की हवा जहरीली हुई:दीपावली की शाम AQI 186 था, देर रात 400 के पार पहुंचा; बैन के बावजूद आतिशबाजी हुई
राजधानी दिल्ली की हवा एक बार फिर जहरीली हो गई है। दीपावली के दिन (31 अक्टूबर) शाम 5 बजे रियल टाइम एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 186 रिकॉर्ड किया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह देर रात 400 के पार चला गया। 1 नवबंर को सुबह दिल्ली AQI 391 दर्ज किया गया। महज 13 घंटे में दिल्ली की हवा सामान्य कैटेगिरी से बहुत खराब कैटेगिरी में चले गई। दिवाली से पहले दिल्ली में वायु प्रदूषण को नियंत्रण में रखने के लिए दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) ने 1 जनवरी 2025 तक पटाखों को बैन कर दिया था। सरकार के आदेश के मुताबिक पटाखे बनाने, उन्हें स्टोर करने, बेचने और इस्तेमाल पर बैन है। इतना ही नहीं पटाखों की ऑनलाइन डिलीवरी भी प्रतिबंधित की गई थी। पंजाब में केवल ग्रीन पटाखे फोड़ने की परमिशन पंजाब सरकार ने करीब 15 दिन पहले कहा था कि दिवाली, गुरुपर्व, क्रिसमस और नए साल के जश्न के दौरान केवल ग्रीन पटाखे फोड़ने की परमिशन दी जाएगी। ग्रीन पटाखे, जो बेरियम लवण या एंटीमनी, लिथियम, पारा, आर्सेनिक, सीसा या स्ट्रोंटियम क्रोमेट के कम्पाउंड्स से मुक्त हैं। केवल उनके इस्तेमाल की परमिशन है। दिल्ली में 14 अक्टूबर को ग्रैप-1 लागू किया गया था दिल्ली का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 200 पार होने के बाद 14 अक्टूबर को दिल्ली NCR में ग्रैप-1 लागू कर दिया गया था। इसके तहत होटलों और रेस्तरां में कोयला और जलाऊ लकड़ी के उपयोग पर बैन है। कमीशन ऑफ एयर क्वॉलिटी मैनेजमेंट ने एजेंसियों को पुराने पेट्रोल और डीजल गाड़ियों (बीएस -III पेट्रोल और बीएस-IV डीजल) के संचालन पर सख्त निगरानी के आदेश दिए हैं। आयोग ने एजेंसियों से सड़क बनाने, रेनोवेशन प्रोजेक्ट और मेन्टेनेन्स एक्टिविटीज में एंटी-स्मॉग गन, पानी का छिड़काव और डस्ट रिपीलेंट तकनीकों के उपयोग को बढ़ाने के लिए भी कहा है। AQI क्या है और इसका हाई लेवल खतरा क्यों AQI एक तरह का थर्मामीटर है। बस ये तापमान की जगह प्रदूषण मापने का काम करता है। इस पैमाने के जरिए हवा में मौजूद CO (कार्बन डाइऑक्साइड ), OZONE, (ओजोन) NO2 (नाइट्रोजन डाइऑक्साइड) , PM 2.5 (पार्टिकुलेट मैटर) और PM 10 पोल्यूटेंट्स की मात्रा चेक की जाती है और उसे शून्य से लेकर 500 तक रीडिंग में दर्शाया जाता है। हवा में पोल्यूटेंट्स की मात्रा जितनी ज्यादा होगी, AQI का स्तर उतना ज्यादा होगा। और जितना ज्यादा AQI, उतनी खतरनाक ह
Dainik Bhaskar राजस्थान में एक टूरिस्ट 13 लोगों को रोजगार देगा:इस साल 20 करोड़ आएंगे, आलीशान महलों की बजाय क्या देखने आ रहे हैं सैलानी?
राजस्थान…नाम सुनकर सबसे पहले आपके दिमाग में क्या तस्वीर आती है? बड़े-बड़े किले…आलीशान महल…रेगिस्तान में चलता ऊंट…सोने-चांदी से जड़ी शानदार नक्काशी वाली हवेलियां। यही न? लेकिन हम आपसे कहें कि राजस्थान में अब इसे देखने आने वाले टूरिस्ट कम हो रहे हैं, तो आपका सवाल होगा, फिर टूरिस्ट की संख्या क्यों बढ़ रही है? इसका जवाब है, भगवान के दर्शन करने। पर्यटन विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक 2023 में राजस्थान आने वाला तीसरा पर्यटक यहां मौजूद बड़े मंदिरों और दरगाह पर मत्था टेकने आता है। एक और इंट्रेस्टिंग फैक्ट ये है कि राजस्थान में हर सातवां व्यक्ति खाटूश्याम बाबा के दर्शन के लिए आ रहा है और इन सबके लिए अब माैसम अच्छा होने का इंतजार नहीं करता। भट्टी की तरह तपते मौसम में राजस्थान आने वाले पर्यटकों की संख्या एक साल में दोगुनी हो गई है। यानी अब टूरिस्ट सीजन हो या ऑफ सीजन, पर्यटकों की संख्या करोड़ों में ही रहती है। सिर्फ डोमेस्टिक ही नहीं, इन दिनों में विदेशी पर्यटक भी दो से चार गुना तक बढ़ गए हैं। विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस साल पर्यटकों की संख्या सारे रिकॉर्ड तोड़ेगी और इनकी संख्या 20 करोड़ के आसपास पहुंच जाएगी। एक पर्यटक से प्रदेश में 13 लोगों को रोजगार मिलेगा और ये सेक्टर राजस्थान की जीडीपी में सवा 2 लाख करोड़ रुपए का योगदान देगा। एक दिलचस्प तथ्य और है कि टूरिज्म मैप पर पूरी दुनिया में अलग स्थान रखने वाला उदयपुर और जोधपुर पर्यटकों की संख्या के मामले में राजस्थान में टॉप-10 में भी नहीं है। दीपावली से राजस्थान में नए टूरिस्ट सीजन की शुरुआत मानी जाती है, पिछले कुछ सालों से राजस्थान में पर्यटन का ट्रेंड बदल गया है, पढ़िए स्पेशल रिपोर्ट... पर्यटन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक 2024 की पहली छमाही में राजस्थान में पर्यटकों में 7% की वृद्धि हुई है। पिछले साल राज्य में 18 करोड़ पर्यटकों के आगमन के साथ 66% की वृद्धि देखी गई थी। वहीं बीते छह महीनों में विदेशी पर्यटकों की संख्या में भी 37% की बढ़त देखी गई है। सीजन के खत्म होते-होते इसमें 10% की वृद्धि हो सकती है। पिछले 50 सालों का रिकॉर्ड देखें तो राजस्थान में साल भर में पर्यटकों की संख्या में सबसे ज्यादा गिरावट कोरोना के वक्त 2020 में आई। इस दौरान 71 फीसदी पर्यटक कम आए। इससे पहले 1994 में 14 फीसदी पर्यटक कम पहुंचे। वहीं, 2002 में विदेशी पर्यटकों की संख
Dainik Bhaskar जंगल-पहाड़ों में मिलेगी होटल जैसी सुविधा:हिमाचल सरकार बना रही इको टूरिज्म साइट; 800 से किराया शुरू, हरियाणा-पंजाब के टूरिस्टों को फायदा
देश-दुनिया से हिमाचल प्रदेश पहुंचने वाले पर्यटक अब नजदीक से प्रकृति की खूबसूरती को निहार सकेंगे। राज्य सरकार जल्द 6 इको-टूरिज्म साइट आवंटित करने जा रही है। वन विभाग ने इसके लिए 12 नवंबर को एग्जीक्यूटिव काउंसिल (EC) की मीटिंग बुलाई है। इसमें साइट के आवंटन का फैसला होगा। इसका सबसे ज्यादा फायदा साथ लगते राज्य हरियाणा और पंजाब होगा। दरअसल, वन विभाग ने इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के मकसद से पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मोड पर कुल्लू की केसधार, कसौल, खीरगंगा, सुमारोपा, बिंद्रवणी और कांगड़ा जिले में बीड़ बिलिंग साइट के लिए एप्लीकेशन इनवाइट किए हैं। इन 6 जगहों पर 16 बिडर ने इको-टूरिज्म यूनिट खोलने में दिलचस्पी दिखाई है। इको टूरिज्म स्थलों पर होटलों की तर्ज पर खाने-पीने और रहने की सुविधा होगी। इन स्थलों पर इको फ्रेंडली संरचनाएं और टेंट हाउस बनाए जाएंगे। ऑफ टूरिस्ट सीजन के दौरान प्रति कमरा किराया 800-1500 रुपए और जब टूरिस्ट सीजन अपने चरम पर होगा तो किराया 1500 से 3000 रुपए होगा। जंगलों में पक्का स्ट्रक्चर बनाने की इजाजत नहीं होगी इन साइट का एरिया एक हैक्टेयर या इससे कम होगा। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की शर्त के अनुसार, प्रकृति से छेड़छाड़ की किसी को भी इजाजत नहीं दी जाएगी। जंगलों में पक्के स्ट्रक्चर नहीं बनाए जा सकेंगे। स्थानीय लोगों को इन साइट पर अनिवार्य रूप से रोजगार देना होगा। इन साइट को 10 साल के लिए दिया जा रहा है। शहरों की चकाचौंध से दूर भाग रहे पर्यटक पिछले एक दशक के दौरान पर्यटक सुकून की तलाश में शहरों की चकाचौंध से दूर भागने लगा है। वह प्रकृति की खूबसूरती निहारना चाहता है। इसी उम्मीद के साथ पर्यटक पहाड़ों पर पहुंच रहे हैं। प्रकृति की गोद में इन साइट के बनने के बाद पर्यटक सीधे हरे भरे जंगलों, झर-झर बहते झरनों, ऊंचे पहाड़ों और बहती नदियों के किनारे पहुंच सकेंगे। इको-टूरिज्म को बढ़ावा दे रही सरकार इसे देखते हुए राज्य सरकार पर्यटन के नए कॉन्सेप्ट इको-टूरिज्म को बढ़ावा देने जा रही है। प्रकृति की गोद में बनी प्रस्तावित साइटों पर टूरिस्ट ट्रैकिंग का भी आनंद उठा सकेंगे। इन साइटों के लिए बीते फरवरी माह में भी टेंडर निकाले गए थे, लेकिन तब इन साइटों के लिए आवेदन नहीं मिल पाए। हालांकि, शिमला की पोटरहिल और शोघी साइट मार्च में ही अलॉट कर दी गई थी। फर्म को खुद तैयार करना होगा इ
Dainik Bhaskar हरियाणा में प्रेमी संग मिलकर सास को मारा:परिजनों ने बहू पर लगाए आरोप, बोले- 8 साल पहले देवर को भी इसने मारा
हरियाणा के करनाल में दिवाली के दिन महिला की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। घटना ऊंचा समाना गांव की है। मृतका की पहचान सीनो (50) के रूप में हुई है। महिला के मायके पक्ष का आरोप है कि महिला की बहू ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर गला दबाकर उसकी हत्या की है। इसके बाद बहू प्रेमी संग फरार हो गई। उनका यह भी आरोप है कि महिला के देवर की भी 8 साल पहले मौत हुई थी, उसका शक भी परिजनों ने बहू पर ही जताया है। महिला की मौत की सूचना के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और शव कब्जे में ले लिया। गुरुवार को पोस्टमॉर्टम कराने के बाद पुलिस ने शव परिजनों के हवाले कर दिया। बच्चों के साथ गायब हुई बहू सीनो के भतीजे असमत ने बताया है कि गुरुवार सुबह साढ़े 4 बजे उसकी बुआ नमाज पढ़ रही थी। बुआ की बहू अलीशा ने अपने प्रेमी को घर बुलाकर उसकी हत्या करवा दी। अलीशा का पति प्राइवेट नौकरी करता है और उसकी रात की डयूटी होती है। सुबह जब वह काम खत्म कर घर आया तो उसकी मां घर में मृत पड़ी हुई थी। जबकि अलीशा अपने दोनों बच्चों के साथ घर से गायब थी। तबीयत खराब होने की जानकारी दी असमत ने बताया कि हमें सुबह बताया गया कि बुआ की तबीयत खराब हो गई है। जब हम मौके पर पहुंचे तो मेरी बुआ का शरीर पूरी तरह से नीला पड़ गया। उनके गले पर निशान थे और चेहरे पर मारपीट के निशान थे। हमें पूरा शक है कि उसकी बहू अलीशा ने ही उसके साथ यह किया है। बहू का पड़ोस के किसी युवक के साथ अफेयर है और वह युवक भी घटना के बाद से ही गायब है। पहले भी कई बार कर चुकी मारपीट असमत ने आगे बताया कि अलीशा ने पहले भी सास के साथ मारपीट की थी। एक बार बहू ने अपनी सास के हाथ पर डंडा मारकर उसका हाथ तोड़ दिया था। जिसके बाद पुलिस को शिकायत भी दी गई थी। फिर बहू को बेदखल भी कर दिया गया था, लेकिन उसके बावजूद भी बहू की हरकतें कम नहीं हुई। 8 साल पहले अलीशा के देवर की मौत हो गई थी। तब उसका शरीर भी नीला मिला था। हमें पूरा पूरा शक है कि उसे भी अलीशा ने दूध में जहर दिया था। अब अलीशा ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपनी सास को मौत के घाट उतार दिया और अपने दोनों बच्चों का लेकर भी फरार हो चुकी है। पुलिस बोली- नमाज पढ़ते हुए गिरी मधुबन थाना प्रभारी गौरव पूनिया ने बताया कि सीनो की मौत की सूचना मिली थी। मृतका के पति ने बताया था कि नमाज पढ़ते पढ़ते ही सीनो बेहोश होकर गिर गई थी। मायका पक्ष ने हत्या
Dainik Bhaskar कनाडा-भारत विवाद से इमिग्रेशन बिजनेस में 70% गिरावट:एक्सपर्ट बोले- वीजा में कमी नहीं, आवेदक कम हुए; ऑस्ट्रेलिया बना विकल्प
भारत और कनाडा के रिश्तों में आई खटास के कारण कई भारतीय इस बात को लेकर असमंजस में हैं कि कूटनीतिक विवाद का इमिग्रेशन, वर्क और स्टूडेंट वीजा पर क्या असर होगा। क्या भविष्य में कनाडा के भारत से रिश्ते सुधरेंगे? क्या कनाडा फिर से उसी शिद्दत से वीजा देगा, जैसे पहले देता था या फिर कनाडा जाकर पढ़ाई करना भारतीय बच्चों के लिए सपना ही बना रहेगा? इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए दैनिक भास्कर ने देश के कई प्रमुख वीजा विशेषज्ञों से बात की और सभी तथ्यों को समझा। विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा कूटनीतिक विवाद का सीधा असर वीजा नीतियों पर पड़ने की संभावना थी। लेकिन ऐसा नहीं है कि कनाडा वीजा नहीं दे रहा, कनाडा वीजा दे रहा है। लेकिन कनाडा जाने वाले बच्चे और उनके अभिभावक इस समय अपने बच्चों को कनाडा नहीं भेज रहे हैं। इसका एक बड़ा कारण इस समय कनाडा और भारत के बीच चल रहा विवाद है। कनाडा में स्टडी वीजा अनुपात में 70 प्रतिशत की गिरावट पिछले साल कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत सरकार पर कनाडा की धरती पर खालिस्तान समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया था। जिसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। भारत ने इन आरोपों का जोरदार खंडन किया है और लगातार कर रहा है। जिसके बाद दोनों देशों के बीच कूटनीतिक मतभेद पैदा हो गए। इसका सबसे बड़ा असर इमिग्रेशन इंडस्ट्री पर पड़ा है। कनाडा जाने वाले छात्रों की संख्या में करीब 70 प्रतिशत की गिरावट आई है। कनाडा जाने वाले लोगों में सबसे ज्यादा पंजाबी हैं। जिसके बाद हरियाणवी और गुजराती भी इस लिस्ट में सबसे ऊपर हैं। ऐसे में दोनों देशों के बीच विवाद के चलते कनाडा जाकर अपना भविष्य बनाने की चाहत रखने वाले छात्र कनाडा के बजाय कोई दूसरा विकल्प तलाशने लगे हैं। कनाडा के विकल्प के तौर पर कौन से देश छात्रों की पहली पसंद हैं? विशेषज्ञों के अनुसार कनाडा के वीज़ा में गिरावट सिर्फ़ दोनों देशों के बीच की कड़वाहट की वजह से है। साथ ही, दूसरी सबसे बड़ी वजह यह है कि कनाडा ने अपने विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में एडमिशन के लिए जीआईसी अकाउंट की राशि को दोगुना कर दिया है। ऐसे में भारतीय छात्र फिलहाल कनाडा के बजाय दूसरे विकल्प तलाश रहे हैं। लेकिन विशेषज्ञों की इस पर बिल्कुल अलग राय है। विशेषज्ञों का कहना है कि किसी भी तरह के वीज़ा के मामले