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Dainik Bhaskar गुजरात में दुष्कर्म की शिकार 10 वर्षीय बच्ची की मौत:आरोपी ने रेप के बाद प्राइवेट पार्ट में रॉड डाल दी थी, 8 दिन तक चला इलाज

गुजरात में भरूच जिले के जांगिया जीआईडीसी में दुष्कर्म और उसके बाद हैवानियत की शिकार हुई 10 वर्षीय बच्ची आखिरकार जिंदगी की जंग हार गई। बच्ची को बीते मंगलवार को भरूच से वडोदरा के एसएसजी अस्पताल स्थानांतरित किया गया था। आंतरिक अंगों में गंभीर चोट आने से उसकी तीन सर्जरी की गई। बच्ची से यह हैवानियत उसके पड़ोस में रहने वाले 36 वर्षीय शख्स ने की थी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। एक महीने पहले भी बच्ची से रेप कर चुका था आरोपी, दूसरी बार की हैवानियत भरूच शहर के इंडस्ट्रियल एरिया जीआईडीसी के पास झघडिया एक वीरान इलाका है, जहां कच्चे छोटे-छोटे मकानों में काफी संख्या में मजूदर वर्ग रहता है। यहां रहने वाले ज्यादातर मजदूर दूसरे राज्यों के हैं। आरोपी और पीड़ित परिवार भी झारखंड का रहने वाला है। पीड़ित परिवार करीब 7 महीने पहले ही झारखंड से यहां मजदूरी के लिए आया था। पड़ोस के ही एक कमरे में आरोपी विजय पासवान भी रहता था। आरोपी एक महीने पहले भी बच्ची से दुष्कर्म कर चुका था। बच्ची ने यह बात अपने माता-पिता को बताई थी, लेकिन बदनामी के डर से माता-पिता ने चुप्पी साथे रखी और इसी का नतीजा था कि आरोपी ने दूसरी बार मौका पाते ही हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं। आरोपी ने न सिर्फ बच्ची के मुंह पर वार किए, बल्कि दुष्कर्म के बाद उसके प्राइवेट पार्ट में लोहे की रॉड भी डाल दी थी। बच्ची को गंभीर आंतरिक चोटें आई थीं, जिससे उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी। अगर माता-पिता ने पहले ही आरोपी को सलाखों पीछे पहुंचा दिया होता तो आज बच्ची जिंदा होती। बच्ची की हालत देखकर मैं स्तब्ध हूं: डॉक्टर भरूच में बच्ची का इलाज करने वाली डॉ. झील सेठ ने कहा- बच्ची की हालत देखकर मैं स्तब्ध हूं। बेसुध अवस्था में उसके साथ हैवानियत की गई। उसके गंभीर जख्म देखकर ‘निर्भया केस’ की याद आ गई। मैंने सात साल के अपने करियर में ऐसा गंभीर केस नहीं देखा था। बच्ची की सेहत और इलाज का लगातार अपडेट ले रही थी। काफी ब्लीडिंग होने से शुरुआत से ही उसकी हालत नाजुक बनी हुई थी। आरोपी भी झारखंड का रहने वाला है वारदात का खुलासा होने पर लड़की के माता-पिता ने विजय पासवान का नाम लिया। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो विजय पासवान इलाके में ही मौजूद था। पुलिस ने उसे पकड़ लिया और पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। आरोपी लड़की के कमरे के ठीक पीछे एक कमरे

Dainik Bhaskar आतंकवादी लखबीर का साथी गिरफ्तार:एनआईए ने मुंबई से पकड़ा, बब्बर खालसा गैंग के गुर्गों को हथियारों का सप्लाई करता था

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को खालिस्तानी आतंकवादी लखबीर सिंह उर्फ ​​लांडा और गैंगस्टर बचितर सिंह उर्फ ​​पवित्र बटाला के एक प्रमुख सहयोगी को गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारी मुंबई से की गई है। पकड़े गए आतंकी की पहचान गुरदासपुर जिले के जतिंदर सिंह उर्फ ​​ज्योति के तौर पर हुई है। ये आरोपी जुलाई 2024 में हथियार तस्कर बलजीत सिंह उर्फ ​​राणा भाई की गिरफ्तारी के बाद से फरार था। NIA ने जतिंदर की पहचान प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के विदेश स्थित लांडा द्वारा गठित आतंकवादी गिरोह के सदस्य और बटाला के एक सहयोगी के रूप में की है, जो लांडा का करीबी सहयोगी है। एनआईए की जांच के अनुसार, जतिंदर सिंह पंजाब के लांडा और बटाला के जमीनी गुर्गों को हथियार मुहैया करा रहा था। वह मध्य प्रदेश (एमपी) स्थित सप्लायर बलजीत सिंह उर्फ ​​राणा भाई से हथियार खरीद रहा था, जिसके खिलाफ हाल ही में इस मामले में आरोप पत्र दाखिल किया गया है। मध्य-प्रदेश से आते थे हथियार जांच में यह भी पता चला है कि जतिंदर सिंह ने मध्य प्रदेश से दस पिस्टल लाकर पंजाब के लांडा और बटाला के गुर्गों को दी थी। उसने एमपी से पंजाब में और भी हथियार तस्करी करने की योजना बनाई थी। लेकिन पिछले कई महीनों से एनआईए के लगातार सर्च ऑपरेशन की वजह से उसकी योजना नाकाम हो गई। जतिंदर की गिरफ्तारी, हथियारों, गोला-बारूद, विस्फोटकों आदि की तस्करी और भारतीय धरती पर आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने के लिए धन जुटाने को रोककर आतंकवादी-गैंगस्टर गठजोड़ को खत्म करने के एनआईए के प्रयासों में एक बड़ा कदम है।

Dainik Bhaskar पत्नी के रिश्तेदार-दोस्त घर पर पड़े रहते थे, तलाक मिला:कोर्ट ने कहा- इच्छा के खिलाफ ऐसा होने पर पति की जिंदगी मुश्किल हो गई, ये क्रूरता

कलकत्ता हाईकोर्ट ने एक पति का इस आधार पर तलाक मंजूर किया है कि उसकी पत्नी की दोस्त और परिवार उनके घर में पड़े रहते हैं और उस पर बोझ बने हुए हैं। साथ ही पत्नी ने उस पर क्रूरता के झूठे आरोप लगाए हैं। जस्टिस सब्यसाची भट्‌टाचार्य और जस्टिस उदय कुमार की डिविजन बेंच ने ट्रायल कोर्ट के आदेश को पलट दिया है। ट्रायल कोर्ट ने पति की याचिका पर तलाक देने से इनकार कर दिया था। जस्टिस भट्‌टाचार्य ने अपने आदेश में कहा कि पीड़ित ने अपनी याचिका में इस बात के सबूत दिए हैं कि उसकी पत्नी उसे प्रताड़ित कर रही थी। इसलिए उसकी तलाक की अर्जी मंजूर की जाती है। पति ने पत्नी के खिलाफ मानसिक क्रूरता का केस दर्ज कराया था 19 दिसंबर को अपने फैसले में कोर्ट ने कहा- याचिकाकर्ता के मना करने के बावजूद ईस्ट मिदनापुर जिले के कोलाघाट स्थित उसके घर में पत्नी की दोस्त और उसके रिश्तेदारों की लगातार मौजूदगी बनी रही। इसके चलते पति काफी परेशान हुआ। कई बार पत्नी के घर में न होने के बाद भी उसकी दोस्त और रिश्तेदार घर में पड़े रहते थे। इसके चलते याचिकाकर्ता के लिए सामान्य जीवन जीना मुश्किल हो गया था, जिसे क्रूरता माना जाएगा। कोर्ट ने यह भी कहा कि इस केस में पत्नी मनमाने ढंग से लंबे समय तक पति से शारीरिक संबंध बनाने से इनकार करती रही। साथ ही दोनों के बीच कई बार लंबे समय के लिए अलगाव हुआ, जिससे संकेत मिलता है कि दोनों के वैवाहिक जीवन में आई दरार अब ठीक नहीं हो सकती है। 2005 में हुई शादी, 2008 में पति ने लगाई तलाक की अर्जी पति के वकील ने बताया कि याचिकाकर्ता ने दिसंबर, 2005 में शादी की थी। शादी के तुरंत बाद से ही पत्नी ने अपना सारा समय अपनी दोस्त के साथ बिताना शुरू कर दिया। जिसके बाद 25 सितंबर 2008 को पति ने तलाक की याचिका लगाई। एक महीने बाद 27 अक्टूबर 2008 में पत्नी ने पति और उसके परिवार के खिलाफ IPC के सेक्शन 498A के तहत शिकायत दर्ज कराई। पति के वकील ने बेंच के सामने क्रिमिनल कोर्ट के जजमेंट का भी जिक्र किया, जिसमें कोर्ट ने पति और उसके परिवार पर लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया था। वकील ने कहा कि केस दर्ज कराने का समय और केस खारिज होने से यह पता चलता है कि यह शिकायत बिल्कुल झूठी थी। ऐसे झूठे आरोप भी क्रूरता की श्रेणी में आते हैं।

Dainik Bhaskar सीटी रवि की शिकायत राष्ट्रपति से करेंगी कर्नाटक की मंत्री:रवि ने लक्ष्मी हेब्बालकर को अपशब्द कहे थे, विधानपरिषद अध्यक्ष बोले- सबूत नहीं है

कर्नाटक विधान परिषद में महिला कांग्रेस नेता को कथित तौर से प्रॉस्टिट्यूट कहे जाने के मामले में विधान परिषद के अध्यक्ष बसवराज होराट्टी ने कहा कि उन्हें ऐसी किसी घटना का कोई सबूत नहीं मिला है। दरअसल, 19 दिसंबर को कर्नाटक कांग्रेस नेता लक्ष्मी हेब्बालकर ने भाजपा MLC सीटी रवि पर उन्हें 'प्रॉस्टिट्यूट' कहने का आरोप लगाया था। इसे लेकर उन्होंने कर्नाटक विधान परिषद के अध्यक्ष के पास शिकायत दर्ज कराई थी। इसे लेकर बसवराज होराट्टी ने कहा कि हमने परिषद के सचिव और अन्य अधिकारियों से बात की, किताबों का अध्ययन किया, लेकिन हमें इस आरोप को प्रमाणित करने वाला सबूत नहीं मिला है। इसके आधार पर हमने फैसला दिया है। विधानसभा अध्यक्ष के इस फैसले पर लक्षमी हेब्बलकर ने कहा कि वह किसी भी कीमत पर रवि को माफ नहीं करेंगी। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी न्याय की मांग करेंगी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को एक पत्र लिखेंगी। पूरा मामला सिलसिलेवार पढ़ें... 1. गृहमंत्री शाह के खिलाफ कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान दोनों नेताओं के बीच बहस हुई 19 दिसंबर को कर्नाटक विधानसभा में कांग्रेस विधायक गृहमंत्री अमित शाह की बाबा साहेब पर टिप्पणी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान बीजेपी MLC रवि ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को 'ड्रग एडिक्ट' कहा। इसके बाद हेब्बालकर ने चिल्लाते हुए रवि को बताया और कहा कि उन्होंने कार से एक आदमी को कुचल कर मारा है। कथित रूप से इस बात से गुस्साए रवि ने हेब्बलकर को कई बार 'प्रॉस्टिट्यूट' कहा। 2. लक्ष्मी हब्बालकर ने सीटी रवि के खिलाफ FIR दर्ज कराई लक्ष्मी हेब्बलकर ने 19 दिसंबर को ही सीटी रवि के खिलाफ बेलगावी के हिरेबागीवाड़ी पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराई, जिसके बाद रवि को पूछताछ के लिए खानापुरा पुलिस स्टेशन में लाया गया। इसके बाद उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया। भाजपा नेता रवि ने मंत्री लक्ष्मी के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं बोला है। कांग्रेस झूठे आरोप लगाकर उन्हें फंसा रही है। उन्होंने कभी महिला मंत्री के लिए इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया। 3. रवि ने आरोप लगाया- पुलिस ने अब तक 3 जिलों में ट्रांसफर किया 19 दिसंबर को लक्ष्मी हेब्बालकर के समर्थकों ने रवि पर हमला किया। इसमें उनके सिर पर चोट लगी। 20 दिसंबर की सुबह पुलिस उन्हें हिरासत में लेने

Dainik Bhaskar रोहतक का जवान मणिपुर में शहीद:नक्सलियों ने किया हमला, दो बेटियों के पिता, पूर्व सीएम ने जताया दुख

हरियाणा के रोहतक जिले का जवान मणिपुर में नक्सलियों के हमले में शहीद हो गया। जिसकी सूचना मिलते ही परिवार और गांव में गमगीन माहौल है। शहीद जवान दो बेटियों के पिता थे और तीन भाइयों में सबसे बड़े थे। उनका पार्थिव शरीर मंगलवार को गांव में पहुंचेगा। जहां पर सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। रोहतक के गांव किलोई निवासी करीब 45 वर्षीय सुनील पहलवान बीएसएफ में तैनात थे। जिन्होंने करीब 17-18 साल पहले बीएसएफ में भर्ती हुए थे। जिसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की। वहीं सुनील बचपन से ही पहलवानी करते थे। अच्छी तैयारी करके वे बीएसएफ में नौकरी पर लग गए। फिलहाल उनकी ड्यूटी मणिपुर में थी। 15 दिन पहले छुट्‌टी से गया था ड्यूटी पर सुनील पहलवान के दोस्त गांव किलोई निवासी धर्मबीर ने बताया कि उसका दोस्त कुछ दिन पहले छुट्‌टी पर आया हुआ था। वहीं करीब 15 दिन पहले ही छुट्‌टी खत्म करके वापस ड्यूटी पर गया था। 22 दिसंबर को उन्हें सूचना मिली कि सुनील पहलवान शहीद हो गया। सूचना के अनुसार वह सुबह के समय ड्यूटी पर था। इसी दौरान नक्सलियों ने हमला कर दिया, जिसमें और सुनील पहलवान शहीद हो गया। इसकी सूचना मिलते ही परिवार व गांव में मातम छाया हुआ है। 2 बेटियों के पिता थे सुनील धर्मबीर ने बताया कि सुनील पहलवान दो बेटियों के पिता थे। वे जब भी गांव आते थे तो उससे (धर्मबीर से) मिलते थे। हमेशा खुशमिजाज रहते थे। वहीं पहलवानी भी करते थे। अब सुनील पहलवान का पार्थिव शरीर मंगलवार को गांव में पहुंचेगा। इसके बाद राजकीय सम्मान के साथ सुनील के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया जाएगा। पूर्व सीएम ने संवेदना की व्यक्त पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि "किलोई के वीर सपूत सुनील पहलवान (BSF) की मणिपुर में शहादत की खबर से मन व्यथित है। कर्तव्यपालन करते हुए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले शहीद को सादर श्रद्धांजलि व उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।" सांसद बोले- पूरा देश शहीद के परिवार के साथ रोहतक से कांग्रेस के सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्‌डा ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा "मणिपुर में BSF के सुनील (किलोई) ने मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। उनकी शहादत को विनम्र श्रद्धांजलि व परिवार के प्रति गहरी शोक संवेदनाएं प्रकट करता हूं। दुःख की इस घड़ी में पूरा देश अपने

Dainik Bhaskar 5वीं-8वीं में फेल होने वाले बच्चे प्रमोट नहीं होंगे:2 महीने में दोबारा एग्जाम होगा, फिर फेल हुए तो भी स्कूल से नहीं निकाला जाएगा

5वीं और 8वीं क्लास के एग्जाम में फेल होने वाले स्टूडेंट्स को अब पास नहीं किया जाएगा। केंद्र सरकार ने सोमवार को ‘नो डिटेंशन पॉलिसी’ खत्म कर दी है। पहले इस नियम के तहत फेल होने वाले स्टूडेंट्स को दूसरे क्लास में प्रमोट कर दिया जाता था। सरकार के नए नोटिफिकेशन के मुताबिक फेल होने वाले स्टूडेंट्स को 2 महीने के अंदर दोबारा परीक्षा देने का मौका दिया जाएगा। अगर वे दोबारा फेल होते हैं, तो उन्हें प्रमोट नहीं किया जाएगा, बल्कि जिस क्लास में वो पढ़ रहा था उसी में दोबारा पढ़ेगा। सरकार ने इसमें एक प्रावधान भी जोड़ा है कि 8वीं तक के ऐसे बच्चे को स्कूल से निकाला नहीं जाएगा। 16 राज्यों में पहले से ही लागू है नो-डिटेंशन पॉलिसी केंद्र सरकार की नई पॉलिसी का असर केंद्रीय विद्यालयों, नवोदय विद्यालयों और सैनिक स्कूलों सहित करीब 3 हजार से ज्यादा स्कूलों पर होगा। 16 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों (दिल्ली और पुडुचेरी) ने पहले ही नो-डिटेंशन पॉलिसी को खत्म कर दिया है। शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक स्कूली शिक्षा राज्य का विषय है, इसलिए राज्य इस संबंध में अपना निर्णय ले सकते हैं। शिक्षा मंत्रालय के सचिव संजय कुमार ने कहा... नए फैसले से स्टूडेंट्स की सीखने की क्षमता बेहतर होगी और एकेडमिक परफॉर्मेंस में सुधार होगा। टीचर उस फेल होने वाले स्टूडेंट पर खास ध्यान देंगे साथ ही समय-समय पर पेरेंट्स को भी गाइड करेंगे। सरकार ने पॉलिसी में बदलाव क्यों किया साल 2010-11 से 8वीं क्लास तक परीक्षा में फेल होने के प्रावधान पर रोक लगा दी गई थी। मतलब यह कि बच्चों के फेल होने के बावजूद अगली क्लास में प्रमोट कर दिया जाता था। लेकिन इससे देखा गया कि शिक्षा के लेवल में धीरे धीरे गिरावट आने लगी। जिसका असर 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं पर पड़ने लगा। काफी लंबे समय से इस मामले पर विचार विमर्श के बाद नियमों में बदलाव कर दिया गया। नॉ डिटेंशन पॉलिसी क्या है शिक्षा के अधिकार अधिनियम की नो-डिटेंशन पॉलिसी के मुताबिक किसी भी छात्र को तब तक फेल या स्कूल से निकाला नहीं जा सकता, जब तक वह क्लास 1 से 8 तक की प्राथमिक शिक्षा पूरी नहीं कर लेता। क्लास 8 तक के सभी स्टूडेंट्स को परीक्षा मे फेल होने के बाद भी अगले क्लास में प्रमोट करने का प्रावधान है। 2018 में लोक सभा में बिल पास हुआ था जुलाई 2018 में लोक सभा में राइट टू एजुकेशन को संशोधि

Dainik Bhaskar UP में मारे गए पंजाब के खालिस्तानी आतंकियों की कहानी:ज्यादा पैसों के लालच में टेररिस्ट बने, एक की 3 महीने पहले हुई थी शादी

पंजाब पुलिस और उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने आज पीलीभीत में 3 खालिस्तानी आतंकियों का एनकाउंटर किया। आतंकी वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि, गुरविंदर सिंह और जसनप्रीत सिंह गुरदासपुर जिले के रहने वाले थे। तीनों आतंकी खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (KZF) के एक्टिव मेंबर थे। इन्होंने पंजाब के गुरदासपुर में थानों पर अटैक किए। तीनों का परिवार मजदूरी करता है। पुलिस के मुताबिक, ज्यादा पैसे कमाने के लालच में तीनों ने आतंकवाद का रास्ता चुना। तीनों में सबसे ज्यादा गुरविंदर पढ़ा हुआ था, जिसने सरकारी स्कूल से 12वीं की थी। वहीं जसनप्रीत की 3 महीने पहले ही शादी हुई थी। आतंकियों ने 19 दिसंबर को पंजाब के गुरदासपुर जिले में पुलिस चौकी पर ग्रेनेड से हमला किया था। रवि ने सारा प्लान बनाया। उसी ने UK में बैठे सरगना जगजीत सिंह के जरिए इस प्लान को एग्जीक्यूट किया। इसके बाद UP निकल गए। वह UP क्यों आए, इस पर पंजाब पुलिस जांच कर रही है। गुरदासपुर पुलिस के 4 कर्मचारी फिलहाल उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में मौजूद हैं, जोकि सारे दस्तावेज तैयार कर रहे हैं, जिससे उनके फोन सहित अन्य सामान टीम को मिल सकें। अब पढ़िए तीनों आतंकियों की कहानी... रवि मास्टरमाइंड​,​​​ UK में बैठे आतंकी के टच में था पंजाब पुलिस के रिकॉर्ड के मुताबिक मारे गए आतंकियों में गुरदासपुर के गांव अगवान का रहने वाला रवि मास्टरमाइंड था। रवि के दोनों साथी उसी के इशारों पर काम कर रहे थे। रवि आगे सरगना के साथ संपर्क करता था। जिसके बाद उन्हें पैसे सहित अन्य चीजें मिलती थी। रवि UK आर्मी में काम करने वाले खालिस्तानी आतंकी जगजीत सिंह उर्फ फतेह सिंह बागी के पैतृक गांव के रहने वाला था। जिसके जरिए ही वह खालिस्तानी ग्रुप के लिए काम करने लगा था। रवि की 5 बहने हैं और 2 भाई है। रवि ही ट्रक ड्राइवरी कर परिवार को पाल रहा था। उसके खिलाफ कोई भी FIR या फिर कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। दैनिक भास्कर की टीम जब उसके घर पहुंची तो वहां ताला लगा मिला। परिवार कहां है किसी को कुछ पता नहीं है। पड़ोसियों ने बताया कि रवि की मां बीमार रहती है। पूरा परिवार मजदूरी करता था। तीन पहले हुई थी जसनप्रीत की शादी, घर से दिहाड़ी के लिए निकला था जसनप्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह का परिवार सरहदी गांव कलानौर में रहता है। परिवार काफी गरीब है। परिजन मजदूरी कर गुजारा कर रहे हैं। जसनप्रीत की

Dainik Bhaskar अंबेडकर के फोटो को घुटने पर रखा, पीछे कुछ लिखा:बीजेपी ने जारी किया जीतू पटवारी का वीडियो; कहा-ये बाबा साहेब का अपमान, कांग्रेस माफी मांगें

मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी पर बाबा साहेब अंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगा है। बीजेपी ने एक वीडियो जारी किया है। जिसमें जीतू पटवारी डॉ. अंबेडकर का फोटो अपने घुटने पर रखकर उसके पीछे कुछ लिखते नजर आ रहे हैं। बीजेपी ने ये वीडियो शेयर करते हुए लिखा- जीतू पटवारी ने दिखाया कि वो और कांग्रेस बाबा साहेब का कितना सम्मान करते हैं। ये वीडियो इंदौर में सोमवार का बताया जा रहा है। जब जीतू पटवारी के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस कमिश्नर कार्यालय का घेराव किया था। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस दफ्तर पर हमला किया था, पुलिस इस मामले में आरोपियों पर नामजद रिपोर्ट दर्ज करें। इसी दौरान पटवारी ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को तड़ीपार कहा। इस पर पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि पटवारी ने इटालियन मवालियों की तरह अमर्यादित बयान बयान दिया है। वीडियो में ये दिख रहा जीतू पटवारी बाबा साहेब अंबेडकर का फोटो अपने घुटने पर रखे हुए हैं और उसके पीछे कुछ लिख रहे हैं। कुछ देर बार कोई कार्यकर्ता उन्हें कुछ कहता है। जिसके बाद पटवारी बाबा साहेब अंबेडकर के फोटो को सीधा कर पकड़ लेते हैं। नरोत्तम मिश्रा ने कहा- ये कभी नहीं सुधरेंगे जीतू पटवारी का वीडियो सामने आने के बाद पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सोशल मीडिया X पर लिखा- ये कभी नहीं सुधरेंगे.. कांग्रेसियों ने नेहरू जी से सीखा अंबेडकर जी को नीचा दिखाने का खेल, जीतू पटवारी ने अंबेडकर जी की तस्वीर को सरेआम सबके सामने पैरों पर रखकर साबित किया कि अंबेडकर जी की तस्वीर उनके लिए सिर्फ एक कागज का टुकड़ा है। नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि हिंदुस्तान की पवित्र भूमि पर नेहरू जी और उनकी कांग्रेस ने हमेशा अंबेडकर जी और दलितों को राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल किया है। कांग्रेस माफी मांगे, पटवारी को पद से हटाए भाजपा प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा- अब मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बाबा साहेब का अपमान किया है। वे उनकी तस्वीर के पीछे भाषण का संदेश लिखते रहे। एक कार्यकर्ता के कहने के बाद जीतू पटवारी ने गलती सुधारी है। कांग्रेस को इसके लिए माफी मांगना चाहिए और जीतू पटवारी को पद से हटाना चाहिए। कांग्रेस ने किया पुलिस कमिश्नर कार्यालय का घेराव इससे पहले इंदौर में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी

Dainik Bhaskar पूर्व IAS पूजा खेडकर की अग्रिम जमानत याचिका खारिज:UPSC एग्जाम में धोखाखड़ी का आरोप; फर्जी दस्तावेज लगाए थे

दिल्ली हाईकोर्ट ने सोमवार को पूर्व IAS पूजा खेडकर की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी। पूजा पर UPSC एग्जाम में धोखाधड़ी और अवैध रूप से OBC और विकलांगता कोटे का लाभ लेने का आरोप है। UPSC की शिकायत के बाद दिल्ली पुलिस ने पूजा खेडकर के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी का केस दर्ज किया था। पूजा ने गिरफ्तारी से बचने के लिए अग्रिम जमानत याचिका लगाई थी। जस्टिस चंदर धारी सिंह की बेंच ने 27 नवंबर को मामले में अपना आदेश सुरक्षित रख लिया था। इससे पहले दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने 1 अगस्त को पूजा की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी। कोर्ट ने कहा था कि पूजा पर लगे आरोप गंभीर हैं। पूरी साजिश का खुलासा करने और इसमें अन्य लोगों के शामिल होने की पुष्टि के लिए उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की जरूरत है। UPSC ने मामला वापस लिया, नया केस दायर करेगी इस बीच UPSC ने झूठी गवाही का केस वापस ले लिया और कहा कि वह अलग से केस दायर करेगा। UPSC ने पूजा पर जस्टिस सिस्टम में हेरफेर की कोशिश करने और गलत हलफनामा देकर झूठी गवाही देने का आरोप लगाया है। UPSC ने कहा- यह दावा कि आयोग ने उनके बायोमेट्रिक्स इकट्ठे किए, पूरी तरह से झूठा है। यह अपने फेवर में ऑर्डर लेने के लिए कोर्ट को धोखा देने के उद्देश्य से किया गया था। इस दावे को खारिज किया जाता है क्योंकि आयोग ने उनके निजी परीक्षण के दौरान कोई बायोमेट्रिक डेटा (आंखों और उंगलियों के निशान) नहीं लिया और न ही इसके आधार पर वैरिफिकेशन की कोशिश की। आयोग ने अब तक किसी भी उम्मीदवार का बायोमेट्रिक डेटा नहीं लिया है। हाल ही में UPSC ने पूजा के खिलाफ दायर FIR में आरोप लगाया था कि उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट में अपनी याचिका में गलत दावा किया है कि उन्हें उनकी उम्मीदवारी रद्द करने का उन्हें कोई आदेश नहीं दिया गया था। UPSC ने कहा कि उनकी उम्मीदवारी रद्द करने के बारे में उनकी रजिस्टर्ड मेल आईडी पर सूचित किया गया था, इसलिए उन्होंने हाईकोर्ट के सामने झूठा दावा किया। जानिए, पूजा का फर्जीवाड़ा सामने कैसे सामने आया... पूजा पुणे में ट्रेनी अफसर की ट्रेनिंग ले रही थीं। इस दौरान उन पर सुविधाएं मांगने का आरोप लगा। एक वरिष्ठ अधिकारी के चैंबर पर कब्जा करने की शिकायत भी सामने आई। वे अपनी निजी ऑडी कार में लाल बत्ती और ‘महाराष्ट्र सरकार’ की प्लेट लगवाई। पुणे के डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर सुहास दिव

Dainik Bhaskar 3 साल की बच्ची बोरवेल में गिरी:अंदर से आ रही रोने की आवाज, रेस्क्यू में जुटी टीमें; 2 दिन पहले ही निकाला था पाइप

कोटपूतली में सोमवार दोपहर 1:50 बजे 3 साल की बच्ची बोरवेल में गिर गई। शुरुआत में बच्ची करीब 15 फीट की गहराई में थी, लेकिन अचानक फिसल कर और नीचे चली गई। घटना किरतपुरा क्षेत्र के बढ़ियाली ढाणी की है। चेतना चौधरी पुत्री भूपेंद्र चौधरी के बोरवेल घर के पास खेल रही थी। इसी दौरान उसका पैर फिसल गया और वह बोरवेल में गिर गई। लोगों ने बच्ची बोरवेल में गिरने की सूचना तुरंत पुलिस को दी। सरुण्ड थाना पुलिस और प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू कर दिया है। जानकारी के अनुसार- बोरवेल से दो दिन पहले ही प्लास्टिक का पाइप निकाला गया था। ऐसे में बोरवेल खुला पड़ा था। बोरवेल के अंदर से बच्ची की रोने की आवाज सुनाई दे रही है। घटना स्थल पर लोग जुट गए हैं। बोरवेल 700 फीट गहरा है, लेकिन 150 फीट पर पत्थर होने की वजह से उसका व्यास कम है। बच्ची की उससे ऊपर होने की संभावना जताई जा रही है। खबर को अपडेट किया जा रहा है... ... यह खबर भी पढ़ें... बोरवेल में फंसे 5 साल के आर्यन की मौत:57 घंटे बाद देसी जुगाड़ से बाहर निकाला, थम गई थी सांसें; मां रोने लगी, बेसुध हुई राजस्थान के दौसा जिले में 3 दिन से बोरवेल में फंसे 5 साल के मासूम आर्यन की मौत हो गई है। आर्यन को करीब 57 घंटे बाद देसी जुगाड़ से बोरवेल से बाहर निकाला गया था। उसे एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम से लैस एंबुलेस से हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां उसे मृत घोषित कर दिया। (पूरी खबर पढ़ें)

Dainik Bhaskar स्टीयरिंग और थ्रॉटल में खराबी से हुआ मुंबई नाव हादसा:नेवी सूत्रों का दावा- क्रू को बोट में खराबी की जानकारी थी, दुर्घटना में 15 लोगों की मौत हुई थी

18 दिसंबर को मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा जा रही नीलकमल बोट नेवी के जहाज से टकराने के बाद समुद्र में डूब गई थी। इस हादसे में 15 लोगों की जान चली गई। नेवी सूत्रों ने बताया कि ये घटना स्टीयरिंग असेंबली और थ्रॉटल क्वाड्रंट (बोट की स्पीड कंट्रोलिंग) में तकनीकी खराबी के कारण हुई। जिससे बोट की रफ्तार को काबू में नहीं लाया जा सका। हादसे में जिंदा बचने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि, दुर्घटना से पहले बोट की जांच की गई थी और क्रू को बोट में खराबी की जानकारी दी गई थी। हादसे से जुड़े वीडियो में भी साफ तौर पर देखा गया कि नेवी बोट की रफ्तार तेज थी। इसी के चलते बोट सही समय पर मुड़ नहीं पाई। नौसेना ने 11 बोट और 4 हेलिकॉप्टर की मदद से रेस्क्यू किया था 18 दिसंबर को दोपहर करीब 3:30 बजे नेवी की स्पीड बोट पैसेंजर बोट से टकराई, जिसके बाद पैसेंजर बोट डूबने लगी थी। नौसेना ने 11 बोट और 4 हेलिकॉप्टर की मदद से रेस्क्यू किया। महाराष्ट्र मरीन बोर्ड (MMB) के मुताबिक 90 यात्रियों की क्षमता वाली बोट में करीब 107 लोग सवार थे। नेवी की बोट पर 6 लोग थे, जिनमें से सिर्फ 2 को बचाया जा सका। नेवी बोट के ड्राइवर के खिलाफ कोलाबा पुलिस स्टेशन में केस दर्ज वहीं, MMB ने फेरी का लाइसेंस रद्द करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है। इसके साथ ही नेवी बोट के ड्राइवर के खिलाफ कोलाबा पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है। जिसमें लापरवाही, लोगों की जान खतरे में डालने और तेज रफ्तार से नाव चलाना शामिल हैं। हादसे के बाद प्रशासन ने गेटवे ऑफ इंडिया के आसपास बोटिंग के दौरान लाइफ जैकेट पहनना अनिवार्य कर दिया है। ------------------------------------------- मुंबई नाव हादसे से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें.... मुंबई नाव हादसा-पैरेंट्स बच्चों को समुद्र में फेंकना चाहते थे:ताकि डूबने से पहले रेस्क्यू टीम उन्हें बचा ले मुंबई में 18 दिसंबर को हुए नाव हादसे में मौत का आंकड़ा 15 पहुंच गया। हादसे के चौथे दिन शनिवार को 7 साल के बच्चे का शव मिला। सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो गया है। रेस्क्यू टीम में शामिल एक CISF कॉन्स्टेबल ने शनिवार को बताया कि बोट में सवार कुछ पैरेंट्स अपने बच्चों को समुद्र में फेंकना चाहते थे। उन्हें लग रहा था कि बोट डूब रही है, पानी में फेंकने से बच्चे शायद बच जाएं। पढ़ें पूरी खबर... गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा जा रही ब

Dainik Bhaskar मणिशंकर अय्यर बोले-कांग्रेस INDIA ब्लॉक की अगुआई करना न सोचे:ममता बनर्जी में क्षमता है; जो भी विपक्षी गठबंधन को लीड करना चाहे, उसे करने दें

कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा कि कांग्रेस को विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. ब्लॉक को लीड करने के बारे में नहीं सोचना चाहिए। अय्यर ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में यह बात कही। उन्होंने कहा, "ममता बनर्जी में क्षमता है, दूसरे नेता भी हैं, जो गठबंधन को लीड कर सकते हैं। जो भी इसकी अगुआई करना चाहे, उसे करने देना चाहिए।" मणिशंकर अय्यर ने कहा कि इससे फर्क नहीं पड़ता कि विपक्षी गठबंधन को कौन लीड करता है। वजह यह कि कांग्रेस और उनके नेताओं का स्थान हमेशा ही अहम रहेगा। जरूरी नहीं कि वो अकेली अहम पार्टी हो। वह विपक्षी गठबंधन में अहम पार्टी रहेगी। अय्यर के इंटरव्यू की 3 बातें.... ममता बनर्जी ने कहा था- बंगाल से गठबंधन चला सकती हूं हरियाणा और महाराष्ट्र चुनाव के बाद टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी ने कहा था, "भाजपा की सरकार के खिलाफ विपक्ष में सभी को साथ लेकर चलना होगा। अगर मुझे जिम्मेदारी दी जाती है तो मैं इसे सही तरह से चलाने की कोशिश करूंगी। मैं बंगाल के बाहर नहीं जाना चाहती, लेकिन मैं विपक्षी गठबंधन को यहां से चला सकती हूं।" पहले भी बयानों पर विवादों में घिरे अय्यर, ऐसे 4 स्टेटमेंट... -------------------------------------------------- मणिशंकर अय्यर से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... 1. अय्यर ने कहा था- पाकिस्तान को इज्जत दे भारत, उनके पास परमाणु बम मणिशंकर अय्यर ने 15 अप्रैल को कहा था कि भारत को पाकिस्तान को इज्जत देनी चाहिए। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि उसके पास भी परमाणु बम है। कोई सिरफिरा आया तो हम पर इसका इस्तेमाल कर सकता है। नरेंद्र मोदी सरकार ये क्यों कहती है कि हम पाकिस्तान से बात नहीं करेंगे, क्योंकि वहां आतंकवाद है। पूरी खबर पढ़ें... 2. मणिशंकर अय्यर लाहौर में बोले- भारत 'हिंदू राष्ट्र' में तब्दील होना चाहता है मणिशंकर अय्यर इसी साल फरवरी में पाकिस्तान गए थे। वे यहां लाहौर के अलहमरा में फैज महोत्सव में शामिल हुए थे। कांग्रेस नेता ने कहा था- धार्मिक कट्टरवाद में पाकिस्तान की नकल करने की कोशिश कर रहा भारत, खुद को 'हिंदू राष्ट्र' बनाना चाहता है। पूरी खबर पढ़ें...

Dainik Bhaskar जयपुर में जिस LPG टैंकर में ब्लास्ट,उसका ड्राइवर जिंदा बचा:गैस लीक होते ही भाग गया था; घायलों के परिवार से मिलीं वसुंधरा राजे

जयपुर में एलपीजी ब्लास्ट मामले में पुलिस को टैंकर के ड्राइवर की जानकारी मिल गई है। एसएचओ भांकरोडा मनीष कुमार शर्मा ने बताया- टैंकर ड्राइवर टक्कर के दौरान गैस लीक होने पर जयपुर की तरफ दौड़ा था। इससे उसकी जान बच गई। ड्राइवर ने ही टैंकर मालिक को फोन कर घटना की जानकारी दी थी। इसके बाद से उसका फोन बंद आ रहा था। अब पुलिस ने टैंकर ड्राइवर जयवीर निवासी मथुरा (UP) को जयपुर बुलाया है। सोमवार सुबह पूर्व सीएम वसुंधरा राजे घायलों के परिवार वालों से मिलने एसएमएस हॉस्पिटल पहुंचीं। राजे ने उनसे बात की और हिम्मत दी। सीनियर डॉक्टरों से इलाज के बारे में पूछा। अजमेर रोड पर क्लोवर लीफ का काम शुरू एनएचएआई के परियोजना निदेशक अजय आर्य ने बताया- अजमेर रोड पर क्लोवर लीफ का काम शुरू कर दिया गया है। मार्च 2026 तक इसका काम पूरा करने का समय है। साल 2023 में काम नहीं करने के चलते एक फर्म को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया था। इससे काम रुका हुआ था। तय समय से पहले काम को पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। एक शव का डीएनए होना बाकी एफएसएल डॉयरेक्टर अजय शर्मा ने बताया- हमारे पास कुल पांच शव आए थे। जांच की गई को पता चला कि चार ही बॉडी हैं। इसके बाद परिजनों से लिए गए सैंपल के आधार पर हम लोगों ने तीन बॉडी के डीएनए मैच कर बॉडी सौंप दी। एक बॉडी हमारे पास है। परिवार आए तो सैंपल लेकर डीएनए मैच कराएंगे। इसके बाद बॉडी दे देंगे। 20 दिसंबर को जयपुर-अजमेर हाईवे पर हुआ था हादसा जयपुर के अजमेर रोड पर 20 दिसंबर को हुए हादसे में 4 लोग मौके पर ही जिंदा जल गए थे। 8 लोगों ने सवाई मानसिंह हॉस्पिटल में इलाज के दौरान दम तोड़ा। 1 मौत जयपुरिया हॉस्पिटल में हुई थी। एक्सीडेंट में झुलसे 23 लोग अब भी हॉस्पिटल में एडमिट हैं। इनमें 7 वेंटिलेटर पर हैं। इस हादसे में 25 लोग 75 फीसदी तक झुलसे हैं। 20 दिसंबर की सुबह भारत पेट्रोलियम का टैंकर अजमेर से जयपुर की तरफ आ रहा था। सुबह करीब 5:44 बजे दिल्ली पब्लिक स्कूल के सामने (भांकरोटा) टैंकर ने यू-टर्न लिया। इस दौरान जयपुर से अजमेर जा रहा ट्रक उससे भिड़ गया था। सबसे पहले देखिए कैसे हुआ एक्सीडेंट.. 18 टन गैस लीक हुई गेल इंडिया लिमिटेड के DGM (फायर एंड सेफ्टी) सुशांत कुमार सिंह ने बताया कि टक्कर से टैंकर के 5 नोजल टूट गए और 18 टन (180 क्विंटल) गैस लीक हो गई। इससे इतना जोरदार धमाका हुआ कि पूरा इलाका आग

Dainik Bhaskar बेंगलुरु में सॉफ्टवेयर इंजीनियर डिजिटल अरेस्ट, 11 करोड़ वसूले:TRAI अधिकारी बन कॉल की; आधार-सिम के फर्जी इस्तेमाल की जानकारी देकर डराया

बेंगलुरु के हेब्बल में 39 साल के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर डिजिटल अरेस्ट का शिकार हुए। ठगों ने उन्हें डरा-धमकाकर 11.8 करोड़ रुपये वसूल लिए। बाद में शक होने पर इंजीनियर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। मामला एक महीने पुराना है। पुलिस को दिए बयान के मुताबिक शख्स ने 25 नवंबर से 12 दिसंबर के बीच पैसे गंवाए। ठगों ने इंजीनियर को TRAI (टेलिकॉम रेगुलेरिटी ऑफ इंडिया) अधिकारी बनकर कॉल किया था और आधार-सिम के फर्जी इस्तेमाल की जानकारी देकर डराया था। जानिए पूरा मामला क्या है 11 नवंबर को पहली कॉल आई, TRAI अधिकारी बनकर धमकाया सॉफ्टवेयर इंजीनियर विक्रम (बदला हुआ नाम) को 11 नवंबर को सुबह करीब 10.30 बजे मोबाइल नंबर 8791120931 से कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को TRAI का अधिकारी बताया और विक्रम से कहा कि उसके नाम से खरीदे गए सिम कार्ड का इस्तेमाल अवैध विज्ञापनों और धमकी भरे मैसेजों के लिए किया जा रहा है। जालसाज ने उन्हें बताया कि इसके लिए उनके आधार का इस्तेमाल किया गया है। फिलहाल अब उनके सिम को ब्लॉक करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और मुंबई के कोलाबा साइबर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। दूसरी कॉल फर्जी पुलिस अधिकारी ने की, मनी लॉन्ड्रिंग के केस में डराया कुछ दिनों बाद एक दूसरे ठग ने मोबाइल नंबर 7420928275 से इंजीनियर से संपर्क किया और खुद को पुलिस अधिकारी बताया। उसने विक्रम से कहा कि उसके आधार का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग के लिए बैंक अकाउंट खोलने में किया गया है। उन्होंने विक्रम को चेतावनी दी कि वह अपने परिवार सहित किसी को भी कॉल के बारे में न बताएं, क्योंकि धोखाधड़ी में प्रभावशाली व्यक्ति शामिल हैं, जो पहले से ही मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में गिरफ्तार हैं। ठगों ने इंजीनियर को वर्चुअल जांच में सहयोग न करने पर फिजिकली अरेस्ट करने की धमकी दी थी। इंजीनियर को स्काइप ऐप डाउनलोड करने को कहा गया इंजीनियर को आखिर में तीसरी बार एक और कॉल आया। जालसाजों ने उससे स्काइप ऐप डाउनलोड करवाया। इसके बाद, पुलिस की वर्दी में एक व्यक्ति ने वीडियो कॉल किया, जिसमें उसने मुंबई पुलिस से होने का दावा किया। उसने आरोप लगाया कि व्यवसायी नरेश गोयल ने विक्रम के आधार का उपयोग करके केनरा बैंक में खाता खोला और लगभग 6 करोड़ रुपये का लेनदेन किया। 25 नवंबर को, एक अन्य नकली पुलिस अधिकारी ने विक्रम से स्काइप पर संपर्क किय

Dainik Bhaskar सौरभ शर्मा-चेतन गौर के खिलाफ ईडी ने दर्ज किया केस:डीआरआई ने शुरू की कार में मिले गोल्ड-कैश की जांच; विदेश से सोना लाने की आशंका

आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा की बेहिसाबी संपत्ति के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की भी एंट्री हो गई है। ईडी ने सोमवार को सौरभ और उसके सहयोगी चेतन गौर के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के अंतर्गत प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज की है। दूसरी ओर, केंद्रीय राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने भोपाल में मेंडोरी के जंगल में कार से गोल्ड-कैश मिलने के मामले की जांच शुरू कर दी है। इस गोल्ड के विदेश से आयात किए जाने की आशंका के मद्देनजर डीआरआई आयकर विभाग के पैरेलल जांच करेगा। इस संबंध में निदेशालय के अधिकारी एक होटल और स्कूल से जुड़े निवेश की भी जांच कर रहे हैं। 19 दिसंबर को लोकायुक्त और आयकर विभाग के छापों में सौरभ शर्मा के ठिकानों से 235 किलो चांदी सहित कुल 8 करोड़ की नकदी और आभूषण मिले हैं। वहीं, आयकर विभाग को भोपाल के मेंडोरी के जंगल में 19 दिसंबर की देर रात एक कार से 52 किलो सोना मिला। 11 करोड़ रुपए कैश भी बरामद हुए। कार एक मकान के बाहर लावारिस हालत में मिली। सोने की कीमत करीब 40 करोड़ 47 लाख रुपए आंकी गई है। कार का मालिक चेतन सिंह गौर सौरभ का करीबी है। सौरभ जल्द ही शाहपुरा के बी सेक्टर में जयपुरिया स्कूल की फ्रेंचाइजी खोलने वाला था। चेतन स्कूल की समिति में सचिव है जबकि चेयरपर्सन सौरभ की मां और डायरेक्टर पत्नी हैं। 7 करोड़ के बंगले में रहता है सौरभ जहां सौरभ फिलहाल रह रहा था, अरेरा कॉलोनी स्थित वह बंगला E-7/78 उसने 2015 में सवा दो करोड़ रुपए में खरीदा था। हालांकि, सौरभ इसे अपने बहनोई का बंगला बताता है। बंगले की वर्तमान कीमत लगभग 7 करोड़ रुपए है। सूत्रों के मुताबिक, नौकरी करते समय खरीदा गया ये बंगला सौरभ ने किसी अन्य के नाम से खरीदा था। दिवाली पर रिश्तेदारों-दोस्तों को LED टीवी बांटी थी लोकायुक्त टीम को जयपुरिया स्कूल की बन रही बिल्डिंग से 40 पेटी पैक एलईडी टीवी मिलीं। सभी 43 इंच की हैं। सूत्रों के अनुसार, सौरभ शर्मा ने दिवाली के दौरान सैकड़ों टीवी अपने संबंधियों को गिफ्ट के तौर पर बांटी थीं। बाकी टीवी उसने स्कूल की इमारत में छिपाकर रखी थीं। आरक्षक से बिल्डर बना सौरभ शर्मा परिवहन विभाग में पदस्थ सीनियर अफसर बताते हैं कि सौरभ के पिता स्वास्थ्य विभाग में थे। साल 2016 में उनकी अचानक मृत्यु के बाद उनकी जगह अनुकंपा नियुक्ति के लिए सौरभ की तरफ से आवे

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