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Dainik Bhaskar राज्यसभा में संविधान पर चर्चा का पहला दिन:गृह मंत्री अमित शाह शुरुआत कर सकते हैं; लोकसभा में एक देश-एक चुनाव बिल टला
शीतकालीन सत्र के 16वें दिन राज्यसभा में संविधान पर विशेष चर्चा की शुरुआत होगी। 'वन नेशन, वन इलेक्शन' बिल लोकसभा में सोमवार, यानी 16 दिसंबर को पेश नहीं किया जाएगा। इससे जुड़े दोनों बिल को लोकसभा की रिवाइज्ड लिस्ट से हटा दिया गया है। इससे पहले 13 दिसंबर के कैलेंडर में कहा गया था कि सोमवार को बिल लोकसभा में रखा जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, अब फाइनेंशियल बिजनेस के पूरा होने के बाद बिल सदन में पेश किया जाएगा। हालांकि, सरकार बिल को आखिरी समय में भी लोकसभा स्पीकर की परमिशन के बाद सप्लीमेंट्री लिस्टिंग के जरिए सदन में पेश कर सकती है। कैबिनेट ने 12 दिसंबर को बिल की मंजूरी दी थी। लोकसभा में 13 और 14 दिसंबर को संविधान पर चर्चा हुई थी। अब तक प्रधानमंत्री मोदी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और राजनाथ सिंह इस पर बोल चुके हैं। 16 और 17 दिसंबर को अब राज्यसभा में संविधान पर चर्चा होगी। संसद का शीतकालीन सत्र 25 नवंबर को शुरू हुआ था, जो 20 दिसंबर को खत्म होगा। रामनाथ कोविंद ने 14 मार्च को रिपोर्ट सौंपी थी एक देश-एक चुनाव पर विचार के लिए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में 2 सितंबर 2023 को एक कमेटी बनाई गई थी। कमेटी ने करीब 191 दिनों में 14 मार्च 2024 को अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंपी थी। संविधान संशोधन से क्या बदलेगा, 2 पॉइंट... कोविंद कमेटी की 5 सिफारिशें... एक देश-एक चुनाव क्या है... भारत में लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के लिए अलग-अलग समय पर चुनाव होते हैं। एक देश-एक चुनाव का मतलब लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने से है। यानी मतदाता लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के सदस्यों को चुनने के लिए एक ही दिन, एक ही समय वोट डालेंगे। आजादी के बाद 1952, 1957, 1962 और 1967 में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ ही हुए थे, लेकिन 1968 और 1969 में कई विधानसभाएं समय से पहले ही भंग कर दी गईं। उसके बाद दिसंबर, 1970 में लोकसभा भी भंग कर दी गई। इस वजह से एक देश-एक चुनाव की परंपरा टूट गई। ------------------------------------------------- वन नेशन, वन इलेक्शन से जुड़ी खबर... 1. वन नेशन-वन इलेक्शन- 3 बिल ला सकती है सरकार, दो संविधान संशोधन करने होंगे देश में एक साथ चुनाव कराने की अपनी योजना को अमल में लाने के लिए 3 विधेयक लाए जाने की संभावना है, जिनमें दो संविधान संशोधन से
Dainik Bhaskar तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन का निधन:73 साल के थे; 2023 में मिला था पद्म विभूषण, तीन ग्रैमी अवॉर्ड विनर भी रहे
विश्व विख्यात तबला वादक और पद्म विभूषण उस्ताद जाकिर हुसैन का निधन हो गया है। सैन फ्रांसिस्को में उनका इलाज चल रहा था। वहीं उन्होंने आखिरी सांस ली। उनका जन्म 9 मार्च 1951 को मुंबई में हुआ था। उस्ताद जाकिर हुसैन को 1988 में पद्म श्री, 2002 में पद्म भूषण और 2023 में पद्म विभूषण से नवाजा गया था। जाकिर हुसैन को तीन ग्रैमी अवॉर्ड भी मिल चुके थे। उनके पिता का नाम उस्ताद अल्लाह रक्खा कुरैशी और मां का नाम बीवी बेगम था। जाकिर के पिता अल्लाह रक्खा भी तबला वादक थे। जाकिर हुसैन की प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के माहिम स्थित सेंट माइकल स्कूल से हुई थी। इसके अलावा उन्होंने ग्रेजुएशन मुंबई के ही सेंट जेवियर्स कॉलेज से किया था। जाकिर हुसैन ने सिर्फ 11 साल की उम्र में अमेरिका में पहला कॉन्सर्ट किया था। 1973 में उन्होंने अपना पहला एल्बम 'लिविंग इन द मैटेरियल वर्ल्ड' लॉन्च किया था। सपाट जगह देखकर उंगलियों से धुन बजाने लगते थे उस्ताद जाकिर हुसैन जाकिर हुसैन के अंदर बचपन से ही धुन बजाने का हुनर था। वे कोई भी सपाट जगह देखकर उंगलियों से धुन बजाने लगते थे। यहां तक कि किचन में बर्तनों को भी नहीं छोड़ते थे। तवा, हांडी और थाली, जो भी मिलता उस पर हाथ फेरने लगते थे। तबले को अपनी गोद में रखते थे जाकिर हुसैन शुरुआती दिनों में उस्ताद जाकिर हुसैन ट्रेन में यात्रा करते थे। पैसों की कमी की वजह से जनरल कोच में चढ़ जाते थे। सीट न मिलने पर फर्श पर अखबार बिछाकर सो जाते थे। इस दौरान तबले पर किसी का पैर न लगे, इसलिए उसे अपनी गोद में लेकर सो जाते थे। 12 साल की उम्र में 5 रुपए मिले, जिसकी कीमत सबसे ज्यादा रही जब जाकिर हुसैन 12 साल के थे तब अपने पिता के साथ एक कॉन्सर्ट में गए थे। उस कॉन्सर्ट में पंडित रविशंकर, उस्ताद अली अकबर खान, बिस्मिल्लाह खान, पंडित शांता प्रसाद और पंडित किशन महाराज जैसे संगीत की दुनिया के दिग्गज पहुंचे थे। जाकिर हुसैन अपने पिता के साथ स्टेज पर गए। परफॉर्मेंस खत्म होने के बाद जाकिर को 5 रुपए मिले थे। एक इंटरव्यू में उन्होंने इस बात का जिक्र करते हुए कहा था- मैंने अपने जीवन में बहुत पैसे कमाए, लेकिन वो 5 रुपए सबसे ज्यादा कीमती थे। जाकिर हुसैन का सम्मान अमेरिका भी करता था जाकिर हुसैन का सम्मान दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका भी करता था। 2016 में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उन्
Dainik Bhaskar पद्मश्री से सम्मानित बैगा चित्रकार जोधइया अम्मा का निधन:उमरिया में 86 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस; राष्ट्रपति ने किया था सम्मान
मध्यप्रदेश की प्रसिद्ध बैगा चित्रकार और पद्मश्री अवॉर्ड से सम्मानित जोधइया अम्मा का निधन हो गया है। वे उमरिया जिले की रहने वाली थीं। रविवार शाम करीब 6 बजे उन्होंने 86 वर्ष की उम्र में अपने गांव में अंतिम सांस ली। जोधइया अम्मा लंबे समय से बीमार थीं। जबलपुर में भी उनका इलाज चला था। जोधइया अम्मा की पेंटिंग विदेशों में भी मशहूर है। उन्होंने राष्ट्रपति ने सम्मानित किया था। सीएम बोले- मध्यप्रदेश ने बड़े कलाकार को खो दिया मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जोधइया अम्मा के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया X पर लिखा कि मध्यप्रदेश ने ऐसी कलाकार को खो दिया, जिन्होंने पूरा जीवन जनजातीय संस्कृति, कला व परंपराओं पर आधारित चित्रकला को देश-विदेश में एक पहचान दिलाई। सीएम ने सोशल मीडिया पर ये लिखा- दो साल पहले मिला था पद्मश्री सम्मान अम्मा की बनाई पेंटिंग विदेशों में भी प्रसिद्ध हैं। उनकी इस प्रसिद्धि के पीछे लंबा संघर्ष था। पति की मौत बाद अम्मा ने बच्चों के लालन पालन के लिए मजदूरी की, फिर जनजातीय कला की बारीकियां सीखकर यह मुकाम हासिल किया था। जोधइया बाई को दो साल पहले पद्मश्री सम्मान मिला था। 22 मार्च, 2023 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कला क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए जोधइया बाई बैगा को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया था। जानिए अम्मा के संघर्ष की कहानी... 14 साल की उम्र में हुई शादी जोधइया अम्मा की शादी करीब 14 साल की उम्र में ही हो गई थी। कुछ वर्षों बाद उनके पति की मौत हो गई। उस समय अम्मा गर्भवती थी। दो बेटों के पालन पोषण की जिम्मेदारी उन पर आ गई। इसके लिए अम्मा मजदूरी करने लगी। कुछ महीने बाद उन्होंने एक बेटी को जन्म दिया। उन्होंने पत्थर भी तोड़े। जो काम मिलता उसे कर बच्चों का पालन करने लगी। करीब 15 साल पहले वे आशीष स्वामी से मिली थी। उन्होंने कहा था कि कब तक आप पत्थर तोड़ेंगी, मजदूरी करेंगी। उनके कहने पर 2008 में चित्रकारी शुरू की थी। उन्हें अपनी कला के लिए कई सम्मान मिल चुके हैं। 2008 में शुरू की चित्रकारी जोधइया अम्मा का चित्रकारी का सफर 2008 में जनगण तस्वीर खाना से शुरू हुआ। अम्मा यहां चित्र बनाने लगी थी। उनके द्वारा बनाई गई पेटिंग राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित होने लगी। वे शांति निकेतन विश्व भारती विश्वविद्यालय, नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, आदिरंग
Dainik Bhaskar शादी के चार दिन बाद करवा दी पति की हत्या:चचेरे भाई के प्यार में हत्यारिन बनी गुजरात की पायल, चार गिरफ्तार
गुजरात के गांधीनगर में एक नवविवाहिता पत्नी ने चार दिन बाद ही पति का मर्डर करवा दिया। दरअसल, पत्नी अपने चचरे भाई से प्यार करती थी। चचेरे भाई ने अपने दो दोस्तों की मदद से पति का अपहरण किया और गला घोंटकर उसका मर्डर कर दिया। इसके बाद लाश नर्मदा कैनाल के पास फेंक दी। पुलिस ने पत्नी समेत चारों आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है। पहली विदाई पर पत्नी को लेने आ रहा था पति अहमदाबाद के रहने वाले भाविक की शादी गांधीनगर की पायल से हुई थी। शादी के चार दिन बाद यानी कि बीते शनिवार को पहली विदाई पर पत्नी को लेने भाविक बाइक से अहमदाबाद से गांधीनगर जा रहा था। इसी दौरान सुनसान रास्ते पर आरोपियों ने पहले बाइक को एसयूपी कार से टक्कर मार दी। इसके बाद घायल भाविक को कार में उठाकर ले गए और रास्ते में गला घोंटकर उसे मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद आरोपी उसकी लाश नर्मदा कैनाल में फेंककर फरार हो गए। रास्ते में पड़ी दिखाई दी बाइक भाविक जब काफी देर तक गांधीनगर नहीं पहुंचा तो ससुराल वालों ने उसके माता-पिता को फोन किया। इस पर जवाब मिला कि भाविक तो सुबह ही गांधीनगर के लिए निकल गया था। वहीं, भाविक का फोन भी बंद आ रहा था। अनहोनी की आशंका से दोनो परिवार उसकी तलाश में निकले। इसी दौरान सड़क किनारे उसकी बाइक पड़ी हुई नजर आई। पुलिस को पहले से ही पत्नी पर शक था पुलिस को यह सुनकर संदेह हुआ कि भाविक का उसकी शादी के चार दिन बाद ही अपहरण कर लिया गया था। पुलिस ने सबसे पहले पायल से ही पूछताछ शुरू की। पुलिस के कुछ सवाल सुनकर ही पत्नी घबराने लगी। जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया कि उसने अपने प्रेमी कल्पेश के साथ मिलकर भाविक के अपहरण और हत्या की साजिश रची थी। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत हत्या, हत्या की साजिश और अपहरण का मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
Dainik Bhaskar सांसद ने दीपेंद्र हुड्डा बने बेस्ट बॉलर:झटके 3 विकेट, 2 खिलाड़ियों को किया रन आउट, बल्लेबाजी में टीम को किया निराश
हरियाणा के रोहतक से कांग्रेस के सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने रविवार को दिल्ली के ध्यानचंद स्टेडियम में क्रिकेट मैच खेला। इस दौरान भाजपा सांसद किरेन रिजजू ने दीपेंद्र सिंह हुड्डा को 6 के निजी स्कोर पर एलबीडब्ल्यू आउट कर दिया। जबकि गेंदबाजी में दीपेंद्र हुड्डा का बेहतर प्रदर्शन रहा। बता दें कि रविवार को संसद द्वारा टीबी और स्वास्थ के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए एक क्रिकेट मैच का आयोजन किया गया था। जिसमें लोकसभा स्पीकर इलेवन और राज्यसभा चेयरमैन इलेवन टीम के बीच शानदार क्रिकेट मुकाबला हुआ। जिसमें दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने लोकसभा स्पीकर इलेवन की टीम की तरफ से खेल रहे थे। 6 रन पर आउट हुए हुड्डा क्रिकेट मैच के दौरान लोकसभा स्पीकर इलेवन टीम की तरफ से दीपेंद्र सिंह हुड्डा और मनोज तिवारी की जोड़ी ओपनिंग के लिए उतरी। इस दौरान दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने 7 गेंद खेली और 6 रन का स्कोर बनाया। वहीं भाजपा सांसद किरेन रिजिजू ने दीपेंद्र सिंह हुड्डा को 6 रन के स्कोर पर एलबीडब्ल्यू आउट कर दिया। दीपेंद्र हुड्डा ने झटके 3 विकेट क्रिकेट मैच में दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने गेंदबाजी में अपना कमाल दिखाया। दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने लोकसभा स्पीकर इलेवन टीम की ओर से सबसे ज्यादा 3 विकेट लिए। दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कुल 4 ओवर की गेंदबाजी की। वहीं 4 ओवर में 31 रन देकर 3 विकेट झटके। इस दौरान उन्होंने 9 डाट बॉल भी फेंकी। फील्डिंग के दौरान दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने 2 बल्लेबाजों को रन आउट भी करवाया। जिसकी बदौलत दीपेंद्र सिंह हुड्डा को बेस्ट बॉलर के पुरस्कार से सम्मानित किया।
Dainik Bhaskar मणिशंकर अय्यर बोले- गांधी परिवार ने मेरा करियर बर्बाद किया:10 साल में सोनिया-राहुल से एक बार मिला, प्रणब मुखर्जी PM होते तो 2014 नहीं हारते
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने खुलासा किया कि पिछले 10 साल में उन्हें सोनिया गांधी से सिर्फ एक बार मिलने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि गांधी परिवार ने ही मेरा पॉलिटिकल करियर बनाया है और बर्बाद भी किया है। लेकिन वह कभी भाजपा में शामिल नहीं होंगे। न्यूज एजेंसी PTI को दिए इंटरव्यू में अय्यर ने दो किस्से बताए- एक बार राहुल गांधी को शुभकामनाएं भिजवाने के लिए उन्हें प्रियंका गांधी को फोन करना पड़ा था। साथ ही एक बार उन्होंने सोनिया गांधी को मेरी क्रिसमस की शुभकामनाएं दीं तो मैडम ने कहा- 'मैं क्रिश्चियन नहीं हूं'। मणिशंकर अय्यर ने अपनी किताब (Mani Shankar Aiyar A Maverick in Politics) में बताया कि 2024 के चुनाव में उन्हें राहुल गांधी ने टिकट नहीं दी थी और राहुल ने कहा था- हरगिज मणिशंकर अय्यर को टिकट नहीं देंगे क्योंकि वो बहुत बुड्ढे हो गए हैं। अय्यर तमिलनाडु के मयिलादुथुराई से तीन बार लोकसभा चुनाव जीते चुके हैं और राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं। अय्यर बोले- प्रणब मुखर्जी प्रधानमंत्री होते तो चुनाव बुरी तरह नहीं हारते अय्यर ने बताया कि प्रणब मुखर्जी को उम्मीद थी कि उन्हें देश का प्रधानमंत्री और मनमोहन सिंह को राष्ट्रपति बनाया जाएगा। यदि मुखर्जी प्रधानमंत्री होते तो कांग्रेस 2014 के लोकसभा चुनाव में बुरी तरह नहीं हारती। उन्होंने कहा कि 2012 से ही कांग्रेस की स्थिति खराब थी। सोनिया गांधी बहुत बीमार पड़ गईं और मनमोहन सिंह को 6 बार बाईपास कराना पड़ा था, जिससे चुनाव में पार्टी अध्यक्ष और प्रधानमंत्री एक्टिव नहीं थे। ऐसी स्थिति प्रणब मुखर्जी बखूबी संभाल सकते थे। 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने पहली बार पूर्ण बहुमत हासिल किया था। इस चुनाव में भाजपा को 282 सीटों पर जीत मिली थी और कांग्रेस सिर्फ 44 सीटों पर सिमट गई थी। मणिशंकर अय्यर से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... अय्यर ने कहा था- पाकिस्तान को इज्जत दे भारत, उनके पास परमाणु बम मणिशंकर अय्यर ने 15 अप्रैल को कहा था कि भारत को पाकिस्तान को इज्जत देनी चाहिए। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि उसके पास भी परमाणु बम है। कोई सिरफिरा आया तो हम पर इसका इस्तेमाल कर सकता है। नरेंद्र मोदी सरकार ये क्यों कहती है कि हम पाकिस्तान से बात नहीं करेंगे, क्योंकि वहां आतंकवाद है। पूरी खबर पढ़ें...
Dainik Bhaskar केजरीवाल नई दिल्ली, आतिशी कालकाजी से चुनाव लड़ेंगी:सत्येंद्र जैन शकूर बस्ती, अमानतुल्ला खान ओखला से कैंडीडेट; दिल्ली चुनाव के लिए AAP की चौथी लिस्ट
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) की चौथी और आखिरी लिस्ट आ गई है। इसमें 38 नाम हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली से चुनाव लड़ेंगे। CM आतिशी को कालकाजी से उम्मीदवार बनाया गया है। सौरभ भारद्वाज ग्रेटर कैलाश, सत्येंद्र जैन शकूर बस्ती से चुनाव लड़ेंगे। आप ने सभी 70 सीटों पर कैंडिडेट घोषित कर दिया है। पहली लिस्ट में 11, दूसरी लिस्ट में 20, तीसरी लिस्ट में एक कैंडीडेट का नाम था। 9 दिसंबर: दूसरी लिस्ट में 20 नाम, 17 मौजूदा विधायकों के टिकट काटे 9 दिसंबर को 20 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट में 17 मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए गए थे। 3 प्रत्याशियों की सीट बदली गई थी। पूर्व डिप्टी CM मनीष सिसोदिया जंगपुरा से चुनाव लड़ेंगे। पहले वे पटपड़गंज से चुनाव लड़ते थे। AAP ने UPSC टीचर अवध ओझा को पटपड़गंज से उतारा है। ओझा ने 2 दिसंबर को ही पार्टी जॉइन की थी। चर्चित चेहरे में AAP ने तिमारपुर से मौजूदा विधायक दिलीप पांडेय का टिकट काट दिया है। उनकी जगह दो दिन पहले भाजपा से AAP में शामिल हुए सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू को उम्मीदवार बनाया गया है। AAP की पहली लिस्ट 21 नवंबर को आई थी, जिसमें 11 उम्मीदवारों के नाम थे। इसमें भाजपा-कांग्रेस से आए 6 लोगों को टिकट दिया गया है। इनमें भाजपा के 3 और कांग्रेस के 3 चेहरे शामिल हैं। 21 नवंबर: पहली लिस्ट में 11 नाम, कांग्रेस से आए 3 नेताओं को टिकट AAP ने 21 नवंबर को उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी। लिस्ट में 11 नाम हैं। इनमें से छह नेता ऐसे हैं, जो BJP या कांग्रेस छोड़कर आप में शामिल हुए हैं। ब्रह्म सिंह तंवर, बीबी त्यागी और अनिल झा ने हाल ही में BJP छोड़ी थी। वहीं जुबैर चौधरी, वीर सिंह धींगान और सुमेश शौकीन कांग्रेस से आप में आए हैं। दिल्ली विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 23 फरवरी 2025 को खत्म हो रहा है। इलेक्शन कमीशन मौजूदा सदन के पांच साल के कार्यकाल के खत्म होने की तारीख से पहले चुनाव की प्रक्रिया पूरी कराता है। दिल्ली सरकार में पिछले एक साल में 3 बड़ी हलचल... 1. केजरीवाल जेल से 156 दिन बाद रिहा: शराब नीति केस में ED ने केजरीवाल को 21 मार्च को अरेस्ट किया था। केजरीवाल ने करीब 156 दिन जेल में बिताए। फिलहाल जमानत पर बाहर हैं। उनके खिलाफ 2 जांच एजेंसी (ED और CBI) ने केस दर्ज किया है। केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने 13 सितंबर को CBI क
Dainik Bhaskar नक्सल पीड़ितों का दर्द...कहा- उल्टा लटकाया, कुल्हाड़ी से काटा:बस्तर-ओलिंपिक खिलाड़ी बोले-आंखों के सामने पिता की जीभ और कान काटे, सिर धड़ से अलग किया
'मैं रोता रहा, हाथ-पैर जोड़कर पिता को छोड़ने के लिए कहता रहा, लेकिन नक्सलियों ने एक न सुनी। चंद मिनट के अंदर परिवार के सामने पिता के हाथ-पैर बांधकर पहले कान काटा, फिर जीभ काट ली। कुल्हाड़ी से वारकर सिर धड़ से अलग कर दिया। कटे हुए कान और जीभ को अपने साथ लेकर चले गए। ' 'मेरे पिता को बांधकर पेड़ पर उल्टा लटका दिया। नीचे आग लगाई, शरीर को चाकू से गोद दिया। सड़क बनवा रहा है..पुलिस का मुखबिर है कहकर पहले पिता और दादा को परिवार के सामने तड़पा-तड़पा कर मार डाला।' ये दर्द नक्सल हिंसा पीड़ित और बस्तर ओलिंपिक के खिलाड़ियों का है। विस्तार से पढ़िए नक्सल पीड़ितों की कहानी इन्हीं की जुबानी... आदिवासी युवा बस्तर ओलिंपिक में हुए हैं शामिल आंखों में आंसू, दिल में दर्द और फौलाद सा हौसला लेकर आज ये आदिवासी युवा बस्तर ओलिंपिक में शामिल हुए हैं। अपनी प्रतिभा का जौहर दिखा रहे हैं। ये सभी नक्सल हिंसा पीड़ित युवा बस्तर के बीजापुर, सुकमा, नारायणपुर समेत अलग-अलग जिलों के हैं। जो रस्साकसी, खो-खो, कबड्डी, तीरंदाजी समेत अन्य खेलों में हिस्सा लिए हैं। विनोद वाचम ने बताया कि मैं बीजापुर जिले का रहने वाला हूं। नक्सलियों की क्रूरता का शिकार हुआ हूं। साल 2007 में नक्सली गांव पहुंचे थे। पिता को घर से उठा लिया था। मेरे पिता की नक्सलियों ने हत्या कर दी थी। उन पर आरोप लगाया था कि वे पुलिस के मुखबिर हैं, हालांकि ऐसा कुछ नहीं था। परिवार वालों के सामने पहले पिता को बेदम पीटा। वाचम ने बताया कि पिता के हाथ-पैर को बांध दिए। मैं और मेरे परिवार के सदस्य नक्सलियों से विनती करते रहे कि पिता को छोड़ दो। उन्हें कुछ मत करो, लेकिन नक्सलियों ने हमारी नहीं सुनी। फिर कुछ ही देर में चाकू से पहले कान काट दिया। फिर जब पिता चीख-चीखकर रोने लगे तो माओवादियों ने उनकी जीभ भी चाकू से काट दी। नक्सली गांव से भगाने के लिए फरमान जारी कर रहे वाचम ने बताया कि पिता खून से सने तड़पते रहे। हम भी कुछ नहीं कर पाए। कुछ देर के बाद नक्सलियों ने पिता के गले पर कुल्हाड़ी से वार कर दिया। सिर धड़ से अलग हो गया, उनकी मौत हो गई। जीभ और कान को अपने साथ लेकर चले गए। मैं अब बीजापुर में रहता हूं। मां और भाई गांव में रहते हैं। अब ऐसी खबर आ रही है कि नक्सली उनको भी गांव से भगाने के लिए फरमान जारी कर रहे हैं। राजू पुनेम ने बताया कि मैं बीजापुर जिले का रहने वाला हूं।
Dainik Bhaskar पंजाब में 8 इंटरनेशनल ड्रग तस्कर गिरफ्तार:UK में बैठा धर्मा संधू देता था टास्क, 4 किलो हेरोइन, ड्रग मनी समेत हथियार मिले
अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने एक सफल सीक्रेट ऑपरेशन चला कर यूके स्थित हैंडलर धर्मा संधू से जुड़े 8 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। इस ऑपरेशन में पुलिस ने भारी मात्रा में हेरोइन, हथियार और ड्रग मनी को भी जब्त किया है। फिलहाल पुलिस सभी आरोपियों को हिरासत में लेकर उनके बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंकेज की जानकारियां हासिल कर रही है। डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने जानकारी दी कि इस ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने 4.5 किलोग्राम हेरोइन, 2 ग्लॉक पिस्तौल (9mm), 2 पिस्तौल (30 बोर), 1 पिस्तौल (32 बोर), 1 ज़िगाना पिस्तौल (30 बोर), 16 जिंदा कारतूस और ₹1.5 लाख की ड्रग्स से जुड़ी नकदी बरामद की गई है। इस मामले में एनडीपीएस एक्ट और आर्म्स एक्ट के तहत एफआईआर थाने घरिंडा में दर्ज की गई है। पुलिस ने बताया कि इस ऑपरेशन के तहत न केवल ड्रग्स और हथियारों की तस्करी पर बड़ा प्रहार किया गया है, बल्कि इनकी आपूर्ति से जुड़े पिछले और संभावित नेटवर्क का भी पता लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यूके से आ रहे थे टास्क पुलिस का कहना है कि यह गिरोह अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्करी और हथियारों की सप्लाई में सक्रिय था। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के जरिए नशे और हथियारों की तस्करी में शामिल अन्य लिंक का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। जांच के दौरान यह भी पता लगाया जाएगा कि बरामद हथियार किन घटनाओं में इस्तेमाल हुए और इनका स्रोत क्या था। पुलिस का फोकस इस गिरोह के बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंकेज पर है, ताकि पूरे नेटवर्क को ध्वस्त किया जा सके।
Dainik Bhaskar वन नेशन, वन इलेक्शन बिल सोमवार को पेश नहीं होगा:लोकसभा की रिवाइज्ड लिस्ट से हटाया; शीतकालीन सत्र का 20 दिसंबर को आखिरी दिन
लोकसभा में सोमवार को 'वन नेशन, वन इलेक्शन' बिल पेश नहीं होगा। इससे जुड़े दोनों बिल को लोकसभा की रिवाइज्ड लिस्ट से हटा दिया गया है। शुक्रवार को कार्यसूची में कहा गया था कि सोमवार को बिल लोकसभा में रखा जाएगा। अब फाइनेंशियल बिजनेस के पूरा होने के बाद बिल सदन में पेश किया जाएगा। सोमवार और मंगलवार को राज्यसभा में संविधान पर चर्चा होगी। संभावना है कि बिल मंगलवार या बुधवार को लोकसभा में पेश किया जा सकता है। संसद का शीतकालीन सत्र 20 दिसंबर को खत्म होगा। हालांकि, सरकार बिल को आखिरी समय में भी लोकसभा स्पीकर की परमिशन के बाद सप्लीमेंट्री लिस्टिंग के जरिए सदन में पेश कर सकती है। मोदी कैबिनेट ने बिल को 12 दिसंबर को मंजूरी दी थी। सरकार एक देश-एक चुनाव मुद्दे पर आम सहमति बनाना चाहती है, इसलिए बिल को जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (JPC) को भेजे जाने की संभावना है। इन बिलों में संशोधन किए जाएंगे रामनाथ कोविंद ने 14 मार्च को रिपोर्ट सौंपी थी एक देश-एक चुनाव पर विचार के लिए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में 2 सितंबर 2023 को एक कमेटी बनाई गई थी। कमेटी ने करीब 191 दिनों में 14 मार्च 2024 को अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंपी थी। संविधान संशोधन से क्या बदलेगा, 3 पॉइंट... कोविंद कमेटी की 5 सिफारिशें... एक देश-एक चुनाव क्या है... भारत में लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के लिए अलग-अलग समय पर चुनाव होते हैं। एक देश-एक चुनाव का मतलब लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने से है। यानी मतदाता लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के सदस्यों को चुनने के लिए एक ही दिन, एक ही समय वोट डालेंगे। आजादी के बाद 1952, 1957, 1962 और 1967 में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ ही हुए थे, लेकिन 1968 और 1969 में कई विधानसभाएं समय से पहले ही भंग कर दी गईं। उसके बाद दिसंबर, 1970 में लोकसभा भी भंग कर दी गई। इस वजह से एक देश-एक चुनाव की परंपरा टूट गई। ------------------------------------------------- वन नेशन, वन इलेक्शन से जुड़ी खबर... 1. वन नेशन-वन इलेक्शन- 3 बिल ला सकती है सरकार, दो संविधान संशोधन करने होंगे देश में एक साथ चुनाव कराने की अपनी योजना को अमल में लाने के लिए 3 विधेयक लाए जाने की संभावना है, जिनमें दो संविधान संशोधन से संबंधित होंगे। प्रस्तावित संविधान संशोधन विधेयकों में से एक स्
Dainik Bhaskar अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के अध्यक्ष को नोटिस:कुलदीप को पद से हटाने पर रजिस्ट्रार सोसाइटी ने मांगा जवाब, 2 हफ्ते का दिया समय
अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा में पद को लेकर छिड़ा विवाद थमने का नाम नहीं ले रही है। मौजूदा प्रधान देवेंद्र बुड़िया और पूर्व सरंक्षक कुलदीप बिश्नोई का मामला तूल पकड़ा जा रहा है। अब इस विवाद में रजिस्ट्रार सोसाइटी की भी एंट्री हो गई है। मुरादाबाद रजिस्ट्रार सोसाइटी ने मौजूदा प्रधान देवेंद्र बुड़िया को नोटिस जारी किया है। मुरादाबाद के सहायक रजिस्ट्रार आनंद विक्रम सिंह ने कुलदीप बिश्नोई और देवेंद्र बुड़िया के विवाद के बाद मुकाम धाम में हुई बैठक की प्रोसेडिंग रिपोर्ट तलब की है। सहायक रजिस्ट्रार ने संस्था के कार्रवाई रजिस्टर, सदस्यता रजिस्टर, एजेंडा रजिस्टर, सदस्यता रसीद और बैंक स्टेटमेंट दो सप्ताह के अंदर देने के आदेश दिए हैं। रजिस्ट्रार सोसाइटी को शक है कि महासभा के कागजों के साथ छेड़छाड़ की गई है। बता दें कि कुलदीप बिश्नोई को संरक्षक पद से हटाने और बिश्नोई रत्न वापस लेने के बाद अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा की कार्यकारिणी के 11 सदस्यों ने सहायक रजिस्ट्रार सोसाइटी को शपथ पत्र भेजकर मुकाम धाम में हुई बैठक को असंवैधानिक बताया था। इसके बाद यह नोटिस जारी किया गया है। सहायक रजिस्ट्रार की ओर से बुड़िया को दिया गया नोटिस... विस्तार से पढ़ें सहायक रजिस्ट्रार ने नोटिस पत्र में क्या लिखा... "देवेंद्र बुड़िया, प्रधान, अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा, आप अपने पत्र दिनांक 27.06.2024 का संदर्भ ग्रहण करने का कष्ट करें, जिसके माध्यम से आपके द्वारा बैठक दिनांक 09.02.2024 में प्रस्ताव पारित किया गया है। इस प्रस्ताव में साधारण बैठक दिनांक 25.07.2021 में संरक्षक को अधिकार दिए गए हैं। यदि संस्था के किसी पदाधिकारी या सदस्य द्वारा अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं किया जाता है, एवं संस्था के उद्देश्यों के विपरीत कार्य किया जाता है, तो ऐसी स्थिति में संरक्षक महोदय को अधिकार होगा। कार्यकाल के माध्य में किसी भी प्रबंध कार्यकारिणी के पदाधिकारी या सदस्य को हटाकर नए पदाधिकारी या सदस्य को प्रबंध कार्यकारिणी के रिक्त स्थान पर नियुक्त कर सकते हैं। इसको लेकर प्रस्ताव पारित किया गया है"। 13 नवंबर, स्थान मुकाम धाम ... बिश्नोई समाज के धार्मिक स्थल मुकाम धाम पर एक बैठक हुई। जिसमें समाज के लोगों ने 5 बड़े फैसले लिए। करीब 2 घंटे तक चली इस बैठक में सबसे बड़ा फैसला संरक्षक का पद खत्म करना था। साथ ही कुलदीप बिश्नोई से बिश्नोई रत्न वा
Dainik Bhaskar मणिपुर में बिहार के 2 मजदूरों की गोली मारकर हत्या:थौबल एनकाउंटर में 1 उग्रवादी ढेर, 6 गिरफ्तार, पुलिस से लूटे गए हथियार बरामद
मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़की है। काकचिंग में शमिवार शाम को उग्रवादियों ने 2 मजदूरों की गोली मारकर हत्या कर दी है। दोनों मजदूर बिहार के गोपालगंज के रहने वाले थे। पुलिस ने बताया कि शनिवार शाम करीब 5.20 बजे काकचिंग-वाबागई रोड पर केराक में पंचायत कार्यालय के पास दोनों काम करके साइकिल से घर लौट रहे थे, तभी उन्हें गोली मार दी गई। सूचना मिलने पर पुलिस ने उन्हें हॉस्पिटल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। मजदूरों की पहचान राजवाही गांव के रहने वाले सुनालाल कुमार (18) और दशरथ कुमार (17) के रूप में हुई है। उधर, मणिपुर के ही थौबल में एक उग्रवादी गुट की पुलिस से मुठभेड़ हुई। इसमें एक उग्रवादी की मौत हो गई। वहीं, 6 उग्रवादियों को पुलिस गिरफ्तार किया। घटनास्थल से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया गया है। ये हथियार पुलिस के शास्त्रागार से ही कुछ दिनों पहले लूटे गए थे। कार सवार 7 उग्रवादियों ने पहले गोली चलाई थी... 4 पॉइंट में एनकाउंटर की डिटेल्स
Dainik Bhaskar राजस्थान में पहली बार हेलिकॉप्टर से आ रहे ऑर्गन:जयपुर SMS कॉलेज में होगी लैंडिंग; हार्ट और लंग एक ही मरीज के होंगे ट्रांसप्लांट
राजस्थान में पहली बार सवाई मानसिंह हॉस्पिटल (जयपुर) में हार्ट और लंग्स का ट्रांसप्लांट एक साथ किया जाएगा। इसके लिए हेलिकॉप्टर से झालावाड़ से जयपुर ऑर्गन लाए जा रहे हैं। हेलिकॉप्टर एसएमएस के मेडिकल कॉलेज में उतरेगा। जहां से ग्रीन कोरिडॉर बनाकर एसएमएस अस्पताल तक ऑर्गन पहुंचाए जाएंगे। एक लीवर और एक किडनी को जोधपुर एम्स ले जाया जाएगा। झालावाड़ के एक युवक विष्णु (33) का मेडिकल कॉलेज में ब्रेनडेड के बाद अंगदान हुआ है।
Dainik Bhaskar AI इंजीनियर सुसाइड केस- पत्नी, सास और साला गिरफ्तार:बेंगलुरु पुलिस की कार्रवाई; ससुराल वाले जौनपुर का घर छोड़कर फरार थे
AI इंजीनियर अतुल सुभाष सुसाइड केस में बेंगलुरु पुलिस ने उनकी पत्नी, सास और साले को गिरफ्तार किया है। बेंगलुरु पुलिस के DCP शिवाकुमार ने कहा-अतुल सुभाष की सास निशा सिंघानिया और साले अनुराग को प्रयागराज से जबकि पत्नी निकिता को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया। शनिवार को गिरफ्तारी के बाद इन सभी को कोर्ट के सामने पेश किया, जहां से न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। अतुल सुभाष ने 9 दिसंबर को बेंगलुरु के फ्लैट में सुसाइड किया था।आत्महत्या से पहले 1.20 घंटे का वीडियो बनाया। इसमें पत्नी निकिता और उनकी फैमिली पर हैरेसमेंट का आरोप लगाया। अतुल के भाई की एप्लीकेशन पर बेंगलुरु में 4 लोगों पर FIR दर्ज हुई। इसमें पत्नी, सास, साले और चाचा ससुर सुशील सिंघानिया का नाम है। जौनपुर में ताला लगाकर फरार हो गए थे सभी FIR के बाद शुक्रवार 13 दिसंबर को बेंगलुरु पुलिस जौनपुर पहुंची। अतुल सुभाष के ससुराल पहुंची तो वहां ताला बंद था। टीम ने नोटिस चस्पा कर दिया। पुलिस के पहुंचने से पहले ही अतुल की सास, साला फरार हो गए। पुलिस ने पड़ोसियों से पूछताछ की थी लेकिन परिवार के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। बुधवार-गुरुवार की रात 1.30 बजे सुभाष की सास और साले का घर से भागते का वीडियो सामने आया था। इसमें ताला बंद करके बाइक से भाग रहे थे। वहां मौजूद मीडियाकर्मियों ने पूछा तो सास ने कोई जवाब नहीं दिया और हाथ जोड़ लिया। घर से भागकर वह जौनपुर के ही एक होटल में पहुंची थीं। वहां थोड़ी देर रुकी। फिर वहां से फरार हो गईं। होटल का भी सीसीटीवी सामने आया था, जिसमें दोनों नजर आए थे। फ्लैट में मिला था AI इंजीनियर का शव मूल रूप से बिहार के रहने वाले अतुल सुभाष ने 24 पेज का सुसाइड लेटर लिखा और अपनी जिंदगी खत्म कर ली। उनका शव बेंगलुरु के मंजूनाथ लेआउट में उनके फ्लैट से बरामद हुआ था। मरने से पहले उन्होंने 1 घंटे 20 मिनट का वीडियो बनाया। अतुल ने पत्नी निकिता और उनकी फैमिली पर हैरेसमेंट और पैसे वसूलने का आरोप लगाया है। सुसाइड से पहले उन्होंने कोर्ट के सिस्टम और पुरुषों के खिलाफ झूठे केस पर भी सवाल उठाए। अतुल के सुसाइड नोट की अहम बातें… सुसाइड नोट की शुरुआत 'जस्टिस इज ड्यू' यानी 'इंसाफ बाकी है' से होती है। इसमें अतुल अपने बारे में बताते हुए लिखते हैं- मेरी पत्नी ने मेरे खिलाफ 9 केस दर्ज करवाए। इसमें से 2022 में दर्ज हत्या और अननेचुरल
Dainik Bhaskar बंगाल मिनिस्टर बोले- अल्लाह की रहमत से हम बहुसंख्यक होंगे:न्याय मांगना नहीं पड़ेगा; बीजेपी बोली- ये शरिया कानून की तरफ इशारा
पश्चिम बंगाल में ममता सरकार के मंत्री फिरहाद हकीम के एक बयान पर विवाद हो गया है। एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए फिरहाद ने कहा कि, आज मुस्लिम भले ही अल्पसंख्यक हो। लेकिन समय आएगा जब हम भी बहुसंख्यक होंगे। हमें न्याय के लिए मोमबत्ती नहीं जलानी पड़ेगी। फिरहाद के इस बयान पर भाजपा ने आपत्ति जताई है। भाजपा के आईटी सेल प्रभारी अमित मालवीय ने हकीम के बयान की आलोचना की। अमित ने कहा- हकीम का यह बयान शरिया कानून के समर्थन की तरफ इशारा कर रहा है। अब पढ़िए फिरहाद हकीम का पूरा बयान... 13 दिसंबर को फिरहाद हकीम कोलकाता में अल्पसंख्यक छात्रों से जुड़े एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। नगर निगम मामलों और शहरी विकास मंत्री हकीम ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा- पश्चिम बंगाल में, हम 33 प्रतिशत हैं और पूरे देश में हम 17 प्रतिशत हैं। हम संख्यात्मक रूप से अल्पसंख्यक हो सकते हैं, लेकिन अल्लाह की रहमत से, हम इतने सशक्त हो सकते हैं कि हमें न्याय के लिए मोमबत्ती जलाने की जरूरत नहीं होगी। हम ऐसी स्थिति में होंगे जहां हमारी आवाजें अपने आप सुनी जाएंगी और न्याय के लिए हमारी पुकार सुनी जाएगी। फिरहाद बोले- ज्यूडिशियरी में मुसलमान जजों की संख्या बढ़े कार्यक्रम में फिरहाद ने न्यायपालिका में मुसलमानों के कम प्रतिनिधित्व पर भी अपनी बात रखी। कलकत्ता हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में चुनिंदा मुस्लिम जस्टिस की ओर इशारा करते हुए हकीम ने सुझाव दिया कि सशक्तिकरण और कड़ी मेहनत से इस अंतर को पाटा जा सकता है। हकीम ने कहा- हम मानते हैं कि अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्य राष्ट्र की प्रगति को सुविधाजनक बनाने के लिए अन्य समुदायों के साथ मिलकर काम करते हैं। बीजेपी सांसद बोले- ये भाषण बांग्लादेश जैसी स्थिति पैदा करने जैसा TMC नेता फिरहाद हकीम खुलेआम सांप्रदायिक नफरत भड़काने और एक खतरनाक एजेंडे को आगे बढ़ाने का काम कर रहा है। यह सिर्फ नफरत फैलाने वाला भाषण नहीं है। यह भारत में बांग्लादेश जैसी स्थिति पैदा करने जैसा है। इंडी अलायंस चुप क्यों है? मैं उन्हें इस पर अपनी राय व्यक्त करने की चुनौती देता हूं। हमारा देश अपनी एकता और अखंडता के लिए इस तरह के खतरों को बर्दाश्त नहीं करेगा। भाजपा बोली- हकीम चाहते हैं मुसलमान न्याय अपने हाथ में लेंगे भाजपा के आईटी सेल प्रभारी अमित मालवीय ने फिरहाद के बयान की आलोचना की। उन्होंने सोशल मीडिया पर