Dainik Bhaskar Dainik Bhaskar

Dainik Bhaskar दिल्ली LG की आतिशी को चिट्ठी:लिखा- केजरीवाल के आपको अस्थायी CM कहने से आहत हूं; ढाई साल में पहली बार मुख्यमंत्री काम करते दिखा

दिल्ली के उप राज्यपाल (LG) विनीत कुमार सक्सेना ने सोमवार को मुख्यमंत्री आतिशी को चिट्ठी लिखकर नए साल की बधाई दी। उन्होंने लिखा कि अपने ढाई साल के कार्यकाल में पहली बार मुख्यमंत्री को काम करते देखा। आपसे पहले के CM (अरविंद केजरीवाल) के पास एक भी विभाग नहीं था जबकि आप कई विभागों की जिम्मेदारी संभाल रही हैं। LG ने लिखा कि कुछ दिन पहले पूर्व CM अरविंद केजरीवाल ने आपको सार्वजनिक रूप से अस्थाई और काम चलाऊ मु्ख्यमंत्री कहा। यह मुझे बहुत आपत्तिजनक लगा और मैं इससे आहत हूं। यह न केवल आपका बल्कि आपकी नियुक्त करने वाली भारत की राष्ट्रपति और उनके प्रतिनिधि के रूप में मेरा भी अपमान है। पढ़िए, LG ने अपनी चिट्ठी में क्या लिखा... 1 हफ्ते पहले केजरीवाल को चिट्ठी लिखी थी LG ने करीब एक हफ्ते पहले 22 दिसंबर को दिल्ली के कई इलाकों में गंदगी और बदइंतजामी पर सवाल उठाते हुए वीडियो शेयर किया था। इसके अगले दिन AAP सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने X पोस्ट में इलाकों में साफ-सफाई का काम शुरू होने की जानकारी दी थी। इस पर कटाक्ष करते हुए LG ने केजरीवाल को चिट्ठी लिखी थी। LG ने लिखा था कि बेहतर होता कि यह मुस्तैदी किराड़ी, संगम विहार, मुंडका जैसे इलाकों में भी दिखाई जाती। मुझे खुशी होती, अगर उन स्कूलों की तरफ भी ध्यान दिया जाता जहां एक कमरे में दो क्लास के बच्चे बैठते हैं। मोहल्ला क्लीनिक की व्यवस्था भी ठीक की जाती। पिछले ढाई सालों में मैंने कई बार दिल्लीवासियों की समस्याओं के बारे में आपको बताया, लेकिन उन पर आज-तक कोई काम नहीं हुआ। यमुना में बढ़ते प्रदूषण पर LG ने लिखा कि इसका जिम्मेवार मैं आपको ठहराऊंगा, क्योंकि आपने ही सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाकर यमुना के सफाई कार्य पर रोक लगवाई थी। मैं अनुरोध करता हूं कि आप खुद सड़कों पर निकलें और हालात का जायजा लें। LG ने कहा था- लाखों लोग बेबसी में जी रहे LG ने 21 दिसंबर को दक्षिण दिल्ली के कुछ इलाकों का दौरा किया था। इसके अगले दिन उन इलाकों में फैली गंदगी का वीडियो शेयर किया था। उन्होंने पोस्ट में लिखा था- लाखों लोगों की बेबसी और दयनीय जीवन फिर से देखना बेहद निराशाजनक और परेशान करने वाला रहा। इन इलाकों में भी बुनियादी सुविधाओं की कमी है। पीने के पानी की कमी है, महिलाएं 7-8 दिन में एक बार आने वाले टैंकर से बाल्टियों में पानी ढोने को मजबूर हैं। LG ने दिल्ली सरक

Dainik Bhaskar सूरत में मांझे से बाइक सवार युवक का गला कटा:20 टांके लगाने पड़े, सांस नली को नुकसान न पहुंचने से जान बची

गुजरात में सूरत के गलेमंडी के पास रविवार शाम को पतंग के मांझे की चपेट में आने से एक बाइक सवार युवक का गला कट गया। युवक को लहूलुहान हालत में स्मीमेर अस्पताल ले जाया गया। वहां से निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों को घायल युवक की गर्दन पर 20 टांके लगाने पड़े। घायल होकर बीच सड़क पर गिरा प्राप्त जानकारी के अनुसार कतारगाम के मीनाक्षी वाड़ी निवासी 34 वर्षीय राकेश मनोजभाई परमार की बेगमपुरा में स्पोर्ट्स की दुकान है। रविवार की शाम वह दुकान से अपने घर जाने के लिए बाइक लेकर निकला था। वह जब गलेमंडी के पास से गुजर रहे थे। तभी अचानक पतंग के मांझे की चपेट में आ गया। घायल होककर राकेश बीच सड़क पर गिर गया। खुशकिस्मती से वह किसी अन्य वाहन की चपेट में नहीं आया। सांस नली को नुकसान नहीं पहुंचा मांझे से राकेश का गला कट गया था और गला कटने से खून बहने लगा। घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने राकेश को तुरंत 108 एंबुलेंस की मदद से स्मीमेर अस्पताल पहुंचाया गया। जहां कुछ देर इलाज के बाद परिजन उसे एक निजी अस्पताल ले गए। पता चला है कि डॉक्टरों ने उनकी गर्दन पर 20 से ज्यादा टांके लगाए हैं। उसकी सांस नली को कोई चोट नहीं आई।

Dainik Bhaskar दिल्ली में वोटर आईडी के लिए पाकिस्तानी हिंदुओं का आवेदन:CAA के तहत इसी साल नागरिकता मिली थी; बेरोजगारी और स्थायी निवास अहम मुद्दे

सिटीजनशिप अमेंडमेट एक्ट (CAA) के तहत नागरिकता मिलने के बाद करीब 300 पाकिस्तानी हिंदुओं ने दिल्ली चुनाव में वोटर आईडी कार्ड बनाने का आवेदन किया है। इन्हें इसी साल मई में नागरिकता दी गई थी शहर में मजनू का टीला और आदर्शनगर इलाकों में पाकिस्तान छोड़कर आए हिंदुओं की बस्तियां हैं। ऐसी ही एक बस्ती के प्रधान धर्मवीर सोलंकी ने बताया कि बस्ती में 217 परिवार हैं, जिनमें लगभग 1000 लोग हैं। ऐसी ही एक बस्ती के प्रधान धर्मेंद्र सोलंकी ने बताया कि करीब 300 लोगों ने वोटर आईडी कार्ड के लिए अप्लाई किया है। हमारे पास आधार कार्ड है और जल्द ही राशन कार्ड मिलने की उम्मीद है। वहीं, दिल्ली के मुख्य निर्वाचन कार्यालय ने सोमवार को बताया कि 29 नवंबर से अब तक 4.8 लाख लोगों ने वोटर के रूप में रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन किया है। वोटर लिस्ट अपडेट करने के बाद 6 जनवरी, 2025 को अंतिम मतदाता सूची जारी की जाएगी। बेरोजगारी बड़ा मुद्दा, खेती के लिए जमीन की मांग बस्ती के लोग नागरिकता मिलने से खुश हैं, लेकिन बेराजगारी बड़ा मुद्दा है। लोग मजदूरी या मोबाइल एक्सेसरीज बेचने जैसे काम करते हैं। इसके अलावा स्थायी निवास भी का मामला भी अहम है। निवासियों की मांग है कि सरकार यमुना के किनारे पट्टे पर जमीन उपलब्ध कराए ताकि वे सम्मानजनक जीवन बिता सकें। ऐसे ही एक निवासी नानकी ने कहा- मुझे घर या मुफ्त चीजें नहीं चाहिए। उम्मीद है कि सरकार हमें पट्टे पर जमीन देगी ताकि हम काम कर सकें और कमा सकें। अगर हम कमाएंगे, तो हम खुद घर बना सकते हैं। अगस्त, 2024 में जारी हुआ था CAA का नया नोटिफिकेशन केंद्र सरकार ने इसी साल अगस्त में CAA के तहत नागरिकता के लिए जरूरी कागजातों पर स्पष्टीकरण जारी किया था। इस कानून के तहत नागरिकता लेने के लिए ऐसा कागजात पेश करना जरूरी है, जो साबित करता हो कि आवेदक के माता-पिता, दादा-दादी, या परदादा-परदादी पाकिस्तान, अफगानिस्तान या बांग्लादेश के रहने वाले थे। हालांकि यह तय नहीं था कि इसके प्रूफ के लिए किस तरह के कागजात की जरूरत होगी। नए नोटिफिकेशन में यह साफ किया गया कि केंद्र सरकार, राज्य सरकार या किसी ज्यूडीशियल बॉडी से जारी कोई आदेश जैसै लैंड रिकॉर्ड, ज्यूडीशियल ऑर्डर आदि सभी इसके लिए मान्य होगें। केंद्र सरकार ने 11 मार्च 2024 को देशभर में CAA लागू किया था। CAA के तहत 31 दिसंबर 2014 से पहले पाकिस्तान, बांग्ल

Dainik Bhaskar केरल में सेना के अधिकारी के साथ मारपीट:सीपीआईएम और भाजपा नेता पर आरोप, NCC कैंप में फुड पॉइजनिंग के संदेह में हाथापाई

केरल में सेना के एक अधिकारी के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक त्रिक्ककारा में केएमएम कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस में एनसीसी (NCC) प्रशिक्षण शिविर के दौरान फूड पॉइजनिंग को लेकर कुछ स्थानीय नेताओं ने सैन्य अफसर के साथ मारपीट की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक शिविर में शामिल 80 कैडेट्स ने उल्टी और फूड पॉइजनिंग के लक्षण दिखे। इसके बाद 23 दिसंबर को रात करीब 11:30 बजे दो लोगों ने ड्यूटी पर मौजूद एक वर्दीधारी अधिकारी पर हमला किया। इन लोगों ने सेना के अधिकारी के साथ मारपीट और धक्कामुक्की की। हालांकि सैन्य अफसर इस दौरान खुद को बचाता रहा। मारपीट का आरोप सीपीआई (M) की स्टूडेंट्स विंग SFI की जिला प्रमुख भाग्य लक्ष्मी, भाजपा के स्थानीय पार्षद प्रमोद और उनके समर्थकों पर है। पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। सेना अधिकारी के मारपीट की 3 तस्वीरें... फूड पॉइजनिंग की जांच के लिए सैंपल लिए गए फूड पॉइजनिंग की आशंका के बीच स्वास्थ्य विभाग ने शिविर से भोजन, पानी के सैंपल लिए हैं। हालांकि अब तक कोई रिपोर्ट सामने नहीं आई है। रिपोर्ट्स के बाद ही फूड पॉइजनिंग की पुष्टि हो पाएगी। कैंप कमांडेंट ने पुलिस के रवैये पर नाराजगी जताई कैंप कमांडेंट लेफ्टिनेंट कर्नल करनैल सिंह ने मामले में पुलिस के रवैये पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा- थ्रीक्काकारा पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की है। उन्होंने कहा, 'मेडिकल रिपोर्ट और वीडियो फुटेज सहित स्पष्ट सबूतों के बावजूद हमलावरों को पकड़ने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई है।' ..............................................

Dainik Bhaskar नितेश राणे बोले-केरल मिनी पाकिस्तान इसलिए राहुल-प्रियंका वहां चुनाव जीते:कहा-आतंकी उन्हें वोट देते हैं; कांग्रेस ने नितेश को मंत्री पद से हटाने की मांग की

महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नितेश राणे ने राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा के केरल से चुनाव जीतने को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया है। उन्होंने कहा कि केरल मिनी पाकिस्तान है और राहुल व प्रियंका मुस्लिमों की वजह से वहां से चुनाव जीतते हैं। राणे ने रविवार को पुणे जिले के पुरंदर की एक रैली में कहा- 'केरल मिनी पाकिस्तान है, इसीलिए राहुल गांधी और उनकी बहन वहां से चुनाव जीतते हैं। सभी आतंकवादी उन्हें वोट देते हैं। यह सच है, आप पूछ सकते हैं। वे आतंकवादियों को अपने साथ लेकर सांसद बने हैं।' कांग्रेस ने नितेश को मंत्रिमंडल से बाहर करने की मांग की कांग्रेस प्रवक्ता अतुल लोंधे पाटिल ने पीएम नरेंद्र मोदी और महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस से नितेश को मंत्रिमंडल से बाहर करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि राणे से और क्या उम्मीद की जा सकती है? उन्हें यही करने के लिए चुना गया है। अतुल ने कहा- 'मैं पीएम मोदी और देवेंद्र फडणवीस से पूछना चाहता हूं कि राणे मंत्री हैं,उन्होंने देश की संप्रभुता और एकता को बनाए रखने के लिए संविधान की शपथ ली है। अब वह देश के एक राज्य को पाकिस्तान बता रहे हैं। वहां के मतदाताओं को 'आतंकवादी' कह रहे हैं। क्या उन्हें मंत्री पद पर बने रहने का अधिकार है? सुबह से शाम तक नितेश सिर्फ नफरत भरे बयान देते हैं। यदि मोदी और फडणवीस देशभक्त हैं, तो नितेश अभी भी कैबिनेट में कैसे है?' नितेश ने महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार में 15 दिसंबर को मंत्री पद की शपथ ली थी। उन्हें मत्स्य पालन और बंदरगाह विकास मंत्रालय दिया गया है। नितेश के पिता नारायण राणे महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वह पहले भी अपने बयानों को लेकर विवादों में रहे हैं। उनके खिलाफ हेट स्पीच के पहले से कई मामले दर्ज हैं। नितेश के विवादित बयान... राहुल और प्रियंका केरल की वायनाड सीट से जीत चुके हैं महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के साथ लोकसभा की दो सीटों नांदेड़ और वायनाड में उप चुनाव हुआ था। वायनाड से कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने 4 लाख 10 हजार 931 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी। जबकि राहुल 2 बार ( 2019 और 2024) से वायनाड से जीत चुके हैं। 2024 में राहुल वायनाड सीट से 3.64 लाख वोटों के अंतर से जीते थे। कम्युनिस्ट नेता बोले- प्रियंका-राहुल को सांप्रदायिक मुस्लिमों का सपोर्ट इन्हीं की वजह से दोनों वायनाड मे

Dainik Bhaskar भाजपा बोली- राहुल नए साल का जश्न मनाने वियतनाम गए:मनमोहन के अस्थि विसर्जन से भी गायब रहे, कांग्रेस बोली- परिवार की प्राइवेसी का ध्यान रखा

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। भाजपा IT सेल प्रमुख अमित मालवीय ने सोमवार को कहा कि देश पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर शोक मना रहा है, जबकि राहुल गांधी नए साल का जश्न मनाने विदेश चले गए हैं। मालवीय ने X पर लिखा, 'जब पूरा देश पूर्व PM के निधन पर शोक मना रहा है, तब राहुल नए साल का जश्न मनाने वियतनाम चले गए। राहुल ने डॉ. सिंह की मौत का राजनीतिकरण किया और राजनीति के लिए उसका फायदा उठाया। गांधी परिवार और कांग्रेस सिखों से नफरत करते हैं। यह कभी न भूलें कि इंदिरा गांधी ने दरबार साहिब को अपवित्र किया था।' इस पर कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा, 'संघी लोग ध्यान भटकाने की राजनीति कब बंद करेंगे? जिस तरह से मोदी ने डॉ. साहब को यमुना तट पर अंतिम संस्कार के लिए जगह देने से इनकार कर दिया और उनके मंत्रियों ने डॉ. साहब के परिवार को किनारे लगाया, वह शर्मनाक है। अगर राहुल निजी यात्रा पर हैं ,तो आपको क्या परेशानी है। नए साल में सब ठीक हो जाएगा।' पवन खेड़ा बोले- परिवार की प्राइवेसी के लिए अस्थि विसर्जन में नहीं गए इससे पहले रविवार को अमित मालवीय ने आरोप लगाया कि डॉ. मनमोहन सिंह के अस्थि विसर्जन में कांग्रेस और गांधी परिवार का कोई भी नेता नहीं पहुंचा। इस पर पवन खेड़ा ने कहा- परिवार की प्राइवेसी का ध्यान रखते हुए कांग्रेस पार्टी का कोई भी नेता अस्थि विसर्जन में शामिल नहीं हुआ। खेड़ा ने कहा, 'हमने डॉ. मनमोहन सिंह के परिवार से चर्चा की थी। अंतिम संस्कार के दौरान परिवार को कोई प्राइवेसी नहीं मिली। परिवार के कुछ सदस्य चिता स्थल पर भी नहीं पहुंच सके। अस्थि विसर्जन भावनात्मक रूप से कठिन समय होता है, इसलिए हमने परिवार की प्राइवेसी का ख्याल रखा।' मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार और स्मारक विवाद से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... कांग्रेस बोली–मनमोहन को गन सैल्यूट के दौरान मोदी बैठे रहे; कांग्रेस के 9 आरोपों का भाजपा ने जवाब दिया पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के स्मारक विवाद के बाद कांग्रेस ने अब उनके उनके अंतिम संस्कार की व्यवस्था को लेकर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह के राजकीय अंतिम संस्कार में सरकार की तरफ से अव्यवस्था और अनादर देखकर हैरानी हुई। खेड़ा ने 9 पॉइंट में अंतिम संस्कार से

Dainik Bhaskar मणिपुर में सुरक्षा बलों ने 4 बंकर नष्ट किए:5 दिनों से सेना-पुलिस का जॉइंट सर्च ऑपरेशन; 9 हथियार, गोला-बारूद बरामद

मणिपुर में हिंसा की बढ़ती घटनाओं के बाद सुरक्षाबलों ने इंफाल ईस्ट और कांगपोकपी जिलों में बने बंकरों को नष्ट कर दिया है। मणिपुर पुलिस ने सोमवार को इसकी जानकारी दी। ये बंकर थम्नापोकपी और सनसाबी गांवों की सीमा से लगे इलाकों में बनाए गए थे। जहां से पहाड़ियों पर रहने वाले बंदूकधारी निचले इलाकों के गांवों पर हमला कर रहे थे। इसके अलावा 5 दिनों से सेना-पुलिस का जॉइंट सर्च ऑपरेशन भी चल रहा था। सेना ने 23 दिसंबर से 27 दिसंबर तक इंफाल ईस्ट, टेंग्नौपाल, यांगियांगपोकपी और चूराचांदपुर से 9 हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया। कब-कब हथियार बरामद किए 23 दिसंबर- एक लाइट मशीन गन, एक 12 बोर सिंगल बैरल गन, एक 9 मिमी पिस्तौल, दो ट्यूब लांचर, विस्फोटक, गोला-बारूद। 27 दिसंबर- 0.303 राइफल, इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) और ग्रेनेड बरामद हुए। 28 दिसंबर- दो वाहनों से दो डबल बैरल और एक सिंगल बोर राइफल बरामद की। मणिपुर में पिछले 2 महीने की घटनाएं 28 दिसंबर: थामनपोकपी और सानासबी में गोलबारी में एक महिला और वीडियो जर्नलिस्ट घायल हो गए। 27 दिसंबर: सनसाबी इलाके में उग्रवादियों से मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी और एक स्थानीय युवक घायल। 15 दिसंबर: बिहार के 2 मजदूरों की गोली मारकर हत्या। थौबल एनकाउंटर में 1 उग्रवादी ढेर, 6 गिरफ्तार। 17 नवंबर: जिरिबाम जिले में पुलिस की गोली से मैतेई प्रदर्शनकारी की मौत, जिसके बाद हालात और बिगड़ गए। 11 नवंबर: सुरक्षाबलों ने जिरीबाम में 10 कुकी उग्रवादियों को मार गिराया था। इन्होंने 6 मैतेई को किडनैप किया था। सीएम ने कहा था- कुकी-मैतेई आपसी समझ बनाएं मणिपुर के सीएम बिरेन सिंह ने 25 दिंसबर को कहा था- मणिपुर को तत्काल शांति की जरूरत है। दोनों समुदायों (कुकी-मैतेई) आपसी समझ बनाएं। बीजेपी ही मणिपुर को बचा सकती है, क्योंकि वो 'एक साथ रहने' के विचार में विश्वास करती है। उन्होंने कहा था कि आज मणिपुर में जो कुछ हो रहा है उसके कई कारण हैं। आज जो लोग राज्य को बांटने की कोशिश कर रहे हैं, वे पूछ रहे हैं कि सरकार क्या कर रही है। लोग सत्ता के भूखे हैं। हम किसी खास समुदाय के खिलाफ नहीं हैं। भाजपा का रुख स्पष्ट है। हमने पुलिस और लोगों के बीच संबंध बनाने शुरू कर दिए हैं। मणिपुर में जम्मू-कश्मीर जैसा ऑपरेशन 'क्लीन' जम्मू-कश्मीर की तरह मणिपुर में सुरक्षाबल ऑपरेशन क्लीन चला रहे हैं। इसी

Dainik Bhaskar दिल्ली में इमामों को 17 महीने से सैलरी नहीं:केजरीवाल के घर के बाहर प्रदर्शन; पूर्व CM का नया ऐलान- पुजारी-ग्रंथी को हर महीने ₹18000 देंगे

आम आदमी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को ऐलान किया कि अगर उनकी पार्टी दिल्ली में दोबारा सरकार बनाती है, तो वह पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना शुरू करेगी। इसके तहत मंदिर के पुजारियों और गुरुद्वारों के ग्रंथियों को 18 हजार हर महीने भत्ता दिया जाएगा। केजरीवाल ने कहा कि योजना के लिए रजिस्ट्रेशन कल से शुरू होगा। केजरीवाल मंगलवार को कनॉट प्लेस के हनुमान मंदिर जाएंगे। जहां वे रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया की जांच करेंगे। इधर, दिल्ली वक्फ बोर्ड के इमामों ने केजरीवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया। इमामों का दावा है कि उन्हें 17 महीने से सैलरी नहीं मिली है। इसके लिए वे CM, LG समेत सभी से शिकायत कर चुके हैं। केजरीवाल बोले- BJP वाले इस योजना को न रोंके, वरना पाप लगेगा योजना के ऐलान के बाद केजरीवाल ने कहा कि पुजारी और ग्रंथी समाज का अहम हिस्सा हैं, लेकिन उनकी समस्याओं की अक्सर अनदेखी की जाती है। BJP वालों ने महिला सम्मान और संजीवनी योजना के रजिस्ट्रेशन को रोकने की असफ़ल कोशिश की थी। अब ये लोग पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना के रजिस्ट्रेशन न रोकें वरना इन्हें पाप लगेगा। प्रदर्शन कर रहे इमाम बोले- 50 बार अधिकारियों से मिले, वेतन नहीं मिला केजरीवाल के घर के बाहर प्रदर्शन कर रहे ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के चेयरमैन साजिद रशीदी ने कहा कि वेतन में देरी को लेकर पिछले 6 महीनों से अधिकारियों और नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। रशीदी का कहना है कि उन्होंने मुख्यमंत्री, LG समेत हर छोटे-बड़े अधिकारी से लगभग 50 बार मुलाकात की है। रशीदी ने दिल्ली सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनकी सैलरी जल्द नहीं दी गई, तो वे धरने पर बैठेंगे और जब तक वेतन नहीं मिलेगा, वहां से हटेंगे नहीं। --------------------------- केजरीवाल की चुनावी योजनाओं से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें.... AAP की महिला सम्मान योजना की जांच होगी, दिल्ली LG बोले- नागरिकों की निजी जानकारी जुटा रहे दिल्ली के पूर्व CM अरविंद केजरीवाल ने 12 दिसंबर को दिल्ली में 18 साल से ज्यादा उम्र की महिला को 1 हजार रुपए देने और चुनाव जीतने के बाद इसे बढ़ाकर 2100 रुपए प्रतिमाह करने की घोषणा की। दिल्ली LG वीके सक्सेना ने आम आदमी पार्टी की महिला सम्मान योजना की जांच के निर्देश दिए हैं। LG के प्रधान सचिव ने दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी और पुलिस कमिश्नर को चिट्‌ठी

Dainik Bhaskar बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ अहमदाबाद में प्रदर्शन:हिंदू संगठनों, संत समिति और बीजेपी ने बनाई विशाल मानव श्रृंखला, चिन्मयदास की रिहाई की मांग

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर भारत में काफी समय से विरोध प्रदर्शन और आंदोलन हो रहे हैं। वहीं, आज अहमदाबाद शहर में हिंदू हितरक्षक समिति, भारतीय जनता पार्टी और अहमदाबाद नगर निगम ने संयुक्त रूप से वल्लभ सदन रिवरफ्रंट पर एक विशाल मानव श्रृंखला का आयोजन किया। सुबह 8.30 बजे से 9.15 बजे तक वल्लभ सदन से उस्मानपुरा रिवरफ्रंट पार्क तक मानव श्रृंखला बनाई गई। यहां एक विशेष बैठक का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जगन्नाथ मंदिर के महंत भी शामिल हुए साथ ही अहमदाबाद शहर के विभिन्न मंडलों के कम से कम 150 लोग और भारतीय जनता पार्टी की संत समिति के सदस्य भी रिवरफ्रंट पर मौजूद थे। मानव श्रृंखला बनाकर बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार बंद करो जैसे कई तरह के नारे लगाए गए। मानव श्रृंखला में अहमदाबाद जगन्नाथ मंदिर के महंत दिलीपदासजी महाराज, स्वामीनारायण संप्रदाय के साधु-संत और अहमदाबाद नगर निगम के अधिकारी, बोर्ड अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी के विधायक भी मौजूद रहे। हाथों में बैनर लेकर उन्होंने हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए विरोध प्रदर्शन किया। इसके साथ ही चिन्मयदासजी महाराज की रिहाई की भी मांग की। बांग्लादेश में हिंदू समाज की स्थिति हमारे लिए शर्मनाक है: दिलीपदासजी अहमदाबाद जगन्नाथ मंदिर के महंत दिलीपदासजी महाराज ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू समाज की स्थिति हमारे लिए शर्मनाक है। मंदिरों में मूर्तियां तोड़ी जा रही हैं। मांग है कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार के प्रयासों से बांग्लादेश में शांति स्थापित की जाए। इसके साथ ही मंदिरों के जिन स्वामी को कैद किया गया है, उन्हें शीघ्र रिहा किया जाए। हम सभी हिंदू एक साथ हैं और हमेशा साथ रहेंगे। सभी इस्कॉन समर्थकों में आक्रोश है: श्यामचरण दासजी भाडज हरे कृष्ण मंदिर के श्यामचरण दासजी ने कहा कि आज हम एक महत्वपूर्ण बैठक के लिए एकत्र हुए हैं। कुछ महीनों से नहीं बल्कि, कई सालों से बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है। मूर्तियां खंडित की जा रही हैं। पुजारी मारे जा रहे हैं। किसी भी देश में अपने धर्म का पालन करने की आजादी दी जानी चाहिए और इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। कल मोक्षदा एकादशी है उन्होंने आगे कहा कि बांग्लादेश सरकार से अनुरोध है कि वह सनातन धर्म को मानने वाले लोगों की रक्षा करें

Dainik Bhaskar अन्ना यूनिवर्सिटी रेप केस-महिला आयोग की कमेटी की जांच शुरू:टीम विश्वविद्यालय पहुंची; FIR पर सवाल उठे थे, पीड़ित के कपड़ों को आपत्तिजनक बताया था

चेन्नई की अन्ना यूनिवर्सिटी रेप केस की जांच शुरू हो गई है। महिला आयोग की तरफ से गठित फैक्ट फाइंडिंग टीम सोमवार को विश्वविद्यालय पहुंची। टीम यूनिवर्सिटी के अधिकारियों, पीड़ित, उसके परिवार और गैर सरकारी संगठनों से बातचीत करेगी। 23 दिसंबर की रात 8 बजे अन्ना यूनिवर्सिटी में इंजीनियरिंग की सेकेंड ईयर स्टूडेंट के साथ रेप हुआ था। इस मामले पर मद्रास हाईकोर्ट में 28 दिसंबर को सुनवाई हुई थी। जस्टिस एस एम सुब्रमण्यम और जस्टिस वी लक्ष्मीनारायण की वेकेशन बेंच ने 2 जनहित याचिकाओं पर सुनवाई की। कोर्ट ने कहा था कि पुलिस की FIR में लिखा है कि पीड़ित ने ऐसे कपड़े पहने थे जिससे अपराध हो सके। इसके अलावा अन्य जो बातें लिखी हैं कि उसमें पीड़ित के सम्मान के अधिकार और निजता के अधिकार का उल्लंघन किया गया है। पुलिस को थोड़ा संवेदनशील होने की जरूरत है। अन्ना यूनिवर्सिटी रेप केस में अब तक क्या-क्या हुआ... 28 दिसंबर: मद्रास हाईकोर्ट में सुनवाई, कोर्ट ने पुलिस को फटकार लगाई मद्रास हाईकोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा था कि पीड़ित एक छात्रा है और उसकी उम्र केवल 19 साल है। क्या FIR दर्ज करने में पीड़ित की सहायता करना SHO का कर्तव्य नहीं है। FIR में ऐसी बातें लिखी हैं जैसी लड़के हॉस्टल में छुपकर पढ़ते हैं। हाईकोर्ट ने FIR लीक होने की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। बेंच ने कहा इससे पीड़ित को शर्मिंदा होना पड़ा। उसे और अधिक मानसिक पीड़ा हुई है। बेंच ने राज्य सरकार को इसके बदले पीड़ित को 25 लाख रुपए मुआवजा देने का भी आदेश दिया। मद्रास हाईकोर्ट ने जांच के लिए 3 महिला IPS अधिकारियों की कमेटी बनाई। 27 दिसंबर: भाजपा अध्यक्ष ने खुद को कोड़े मारकर प्रोटेस्ट किया तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष अन्नामलाई ने शुक्रवार सुबह राज्य सरकार के खिलाफ प्रोटेस्ट किया। प्रदर्शन के लिए उन्होंने खुद को 6 बार कोड़े मारे। उन्होंने कहा कि आरोपी DMK का नेता है। उसे बचाया जा रहा है। उन्होंने कोयंबटूर में कहा- जब तक DMK सत्ता से बाहर नहीं हो जाती, मैं कोई फुटवियर नहीं पहनूंगा। उन्होंने भगवान मुरुगन के सभी 6 धामों में जाने के लिए 48 दिनों के उपवास की भी घोषणा की। 26 दिसंबर: आरोपी की डिप्टी CM उदयनिधि के साथ की फोटो वायरल हुई आरोपी की तस्वीरें डिप्टी CM स्टालिन के साथ सामने आने के बाद सियासत शुरू हो गई है। भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने CM एमके स्टाल

Dainik Bhaskar डल्लेवाल को अस्पताल में भर्ती कराने की कोशिश:पुलिस खनौरी बॉर्डर पहुंची, कल SC में सुनवाई; किसान नेता बोले– मोर्चे पर हमले की तैयारी

खनौरी बॉर्डर पर 35 दिन से आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत डल्लेवाल को अस्पताल में भर्ती कराने के लिए पंजाब सरकार कोशिश में जुटी है। ADGP जसकरन सिंह की अगुआई में पुलिस टीम खनौरी बॉर्डर पहुंची है। उनके साथ पटियाला रेंज के DIG मनदीप सिद्धू और पटियाला के SSP नानक सिंह भी मौजूद हैं। सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार को 31 दिसंबर से पहले डल्लेवाल को अस्थायी अस्पताल में शिफ्ट करने को कहा है। ऐसा न हुआ तो चीफ सेक्रेटरी और डीजीपी पर कोर्ट की अवमानना का केस चल सकता है। कल ही यानी 31 दिसंबर को इसकी फिर सुनवाई भी है। ऐसे में कल(29 दिसंबर) को भी प्रशासन की टीमों ने खनौरी बॉर्डर पहुंचकर किसान नेताओं और डल्लेवाल से बात की लेकिन उनकी वार्ता फेल रही। वहीं डल्लेवाल ने कल रात अरोप लगाया कि पंजाब सरकार मोर्चे पर हमले की तैयारी में है। यह मोर्चे को कुचलने की कोशिश है। डल्लेवाल फसलों की न्यूनतम खरीद मूल्य (MSP) की गारंटी के कानून की मांग कर रहे हैं। कल के 2.36 मिनट के वीडियो में डल्लेवाल की 3 अहम बातें... 1. अंग्रेज सरकार भी सत्याग्रह को मानती थी सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के मुताबिक पंजाब सरकार भी मोर्चे पर हमला करने की तैयारी में है। दुख की बात है कि जब हमने अनशन शुरू किया है तो हमारा यह मानना था कि गांधीवादी तरीके से पीसफुली तरीके से सत्याग्रह करेंगे। अंग्रेज सरकार भी सत्याग्रह को मानती रही है। मगर, यह सरकार हमारी बात सुनने की बजाए हमारे मोर्चे को कुचलने की कोशिश कर रही है। 2. केंद्र के इशारे पर चल रही पंजाब सरकार हमें आज सूचना मिल रही है कि भारी संख्या में फोर्स लेकर पंजाब सरकार केंद्र सरकार के इशारे पर सब मिलकर आंदोलन पर हमला करने की तैयारी कर आ रहे हैं। यह लड़ाई आपकी है। हमारा काम लड़ाई लड़ना है। इसको जीतना आपका काम है। जहां तक हमारी ऑडियो वीडियो जाती है। मैं सभी से निवेदन करता हूं कि सभी मोर्चे पर पहुंचे, ताकि मोर्चे को बचाया जा सकें। डल्लेवाल को लेकर सुप्रीम कोर्ट में 4 अहम सुनवाई में क्या–क्या हुआ… 1. पंजाब सरकार ढिलाई नहीं बरत सकती इस सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट में पंजाब सरकार ने कहा कि डल्लेवाल को अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उनसे भावनाएं जुड़ी हुई हैं। राज्य को कुछ करना चाहिए। ढिलाई नहीं बरती जा सकती है। आपको हालात संभालने होंगे। 2. बिना टेस्ट कौन 70 साल

Dainik Bhaskar राहुल बोले-देवास पुलिस की कस्टडी में हुई दलित की हत्या:भाजपा शासित राज्यों में मनुवादी सोच के कारण हो रहीं ऐसी घटनाएं; सरकार की शह

देवास में 28 दिसंबर को पुलिस कस्टडी में युवक की संदिग्ध हालत में मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अपने X अकाउंट पर लिखा-देवास में दलित युवक की पुलिस कस्टडी में हत्या की गई, जो दुखद, शर्मनाक और अत्यंत निंदनीय है। BJP की मनुवादी सोच के कारण उनके शासन वाले राज्यों में एक के बाद एक इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। सरकार की शह के बिना ये संभव नहीं है। दरअसल, मालागांव के रहने वाले मुकेश (35) पिता गबूलाल लोंगरे के खिलाफ एक महिला ने 26 दिसंबर को मारपीट और गाली-गलौज की शिकायत की थी। इसी मामले में पुलिस ने शनिवार दोपहर में मुकेश को हिरासत में लिया था। शाम को ही उसकी मौत हो गई। परिवार वालों ने एक पुलिसकर्मी पर 6 हजार रुपए रिश्वत मांगने और हत्या करने का आरोप लगाया। आखिर युवक की मौत से पहले क्या हुआ था? किस हालत में पुलिस उसे पकड़कर लाई थी? ऐसा क्या हुआ कि उसकी जान चली गई? जवाब जानने के लिए दैनिक भास्कर ने मृतक मुकेश लोंगरे के भांजे शिवराम और भाई गरीब लोंगरे से बात की। राहुल गांधी का X पर पोस्ट- घटना निंदनीय परिजन ने 12 घंटे धरना दिया रविवार को करीब 12 घंटे तक परिजन थाने के बाहर बैठे रहे। उनके साथ पीसीसी चीफ जीतू पटवारी और भीम आर्मी के कार्यकर्ता भी अड़े रहे। मांगों को शासन तक भेजने के आश्वासन के बाद परिजन माने। इससे पहले सतवास थाना प्रभारी आशीष राजपूत को सस्पेंड कर दिया गया था। हम रुपए लेने गए तब मामा ठीक थे: शिवराम मुकेश के भांजे शिवराम ने बताया, ‘शनिवार शाम को करीब 4 बजे दो पुलिसकर्मी सरदार मोहल्ले से मामा मुकेश को पिटाई करते हुए ले गए। कुछ मिनट बाद दूसरे मामा गरीब लोंगरे के साथ पीछे-पीछे मैं भी थाने पहुंच गया। हमने सोचा कि रविवार को कुछ होगा नहीं। यहां बात की, तो एएसआई सिद्धनाथ सिंह बैस साहब बोले कि धाराएं गंभीर लग रही हैं, तू 6 हजार रुपए लेकर आ, तो धाराएं कम कर देंगे। उस वक्त करीब 6 बजे थे। मामा (मुकेश) थाने में एक कमरे में सही-सलामत बैठे थे। हम दोनों रुपयों का इंतजाम करने चले गए। करीब 6:45 बजे थाने लौटे। यहां देखा कि पुलिसकर्मी मामा को चुपके से गाड़ी में डाल रहे थे। मैंने पहचान लिया। पूछा, तो कोई जवाब नहीं दिया। वे गाड़ी लेकर चले गए। हम भी पीछे-पीछे चल दिए। वे मामा को सिविल अस्पताल ले गए। यहां एक कमरे में पटका और ताला लगा दिया। पुलिस ने गेट तक

Dainik Bhaskar हिंसा के बाद पहली बार संभल पहुंचे सांसद बर्क:सपा डेलीगेशन ने पीड़ितों से की मुलाकात, मृतकों के परिवार को 5-5 लाख का चेक सौंपा

सपा का 11 सदस्यीय डेलिगेशन संभल पहुंच चुका है। संभल में 24 नवंबर को हुई हिंसा के बाद पहली बार सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क भी पहुंचे हैं। डेलिगेशन यहां जामा मस्जिद हिंसा में मारे गए युवकों के परिजनों से मुलाकात कर रहा है। उन्हें 5-5 लाख रुपए का चेक दिया जा रहा है। इसमें विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय, विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव समेत 5 सांसद और 3 विधायक शामिल हैं। नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद लाल बिहारी यादव कैराना की संसद इकरा हसन, संभल विधायक इकबाल महमूद, असमोली सपा विधायक पिंकी यादव, गुन्नौर सपा विधायक राम खिलाड़ी यादव, सपा जिलाध्यक्ष असगर अली अंसारी, पूर्व जिलाध्यक्ष फिरोज खान भी मौजूद हैं। संभल से जुड़े अपडेट्स के लिए लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए...

Dainik Bhaskar राजनाथ बोले- सुरक्षा मामले में भारत भाग्यशाली देश नहीं:दुश्मन अंदर भी हैं, बाहर भी, उनकी गतिविधियों पर पैनी नजर रखना जरूरी

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, सुरक्षा के मोर्चे पर भारत बहुत भाग्यशाली देश नहीं है। हमारी उत्तरी और पश्चिमी सीमा लगातार चुनौतियों का सामना कर रही है। हम शांत, बेफिक्र होकर नहीं बैठ सकते। हमारे दुश्मन, चाहे अंदर हों या बाहर, वे हमेशा एक्टिव रहते हैं। राजनाथ ने आगे कहा कि इन परिस्थितियों में, हमें उनकी गतिविधियों पर पैनी नजर रखनी चाहिए। उनके खिलाफ सही समय पर बेहतर और प्रभावी कदम उठाने चाहिए। रक्षा मंत्री ने ये बातें मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में सेना के जवानों को संबोधित करते हुए कहीं। राजनाथ महू छावनी में दो दिन के दौरे पर आए थे। अब जानिए भारत और चीन के बीच क्या है विवाद... विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 3 दिसंबर को भारत-चीन सीमा विवाद पर संसद को जानकारी दी थी। विदेश मंत्री ने सदन में कहा था कि भारत और चीन बातचीत और कूटनीति के जरिए सीमा विवाद सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं। पूर्वी लद्दाख में पूरी तरह से डिसइंगेजमेंट हो चुका है। हालांकि LAC पर अभी भी कई इलाकों में विवाद है। भारत का मकसद ऐसा समाधान निकालना है, जो दोनों देशों को मंजूर हो। उन्होंने कहा, '2020 के बाद से भारत और चीन के रिश्ते सामान्य नहीं हैं। बॉर्डर पर शांति भंग हुई थी, तब से दोनों देशों के रिश्ते ठीक नहीं हैं। हालांकि हाल ही में हुई बातचीत से स्थिति में कुछ सुधार हुआ है।' भारत-चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में चार साल से सीमा विवाद को लेकर तनाव था। दो साल की लंबी बातचीत के बाद इसी साल अक्टूबर में दोनों देशों के बीच एक समझौता हुआ, जिसके बाद दोनों देशों की सेनाएं देपसांग और डेमचोक से पीछे हट गई हैं। समझौते के मुताबिक दोनों सेनाएं अप्रैल 2020 से पहली की स्थिति में वापस लौट गई हैं। सेनाएं अब उन्हीं क्षेत्रों में गश्त कर रही हैं, जहां अप्रैल 2020 से पहले किया करती थीं। इसके अलावा कमांडर लेवल मीटिंग अब भी जारी है। 2020 में भारत-चीन के सैनिकों के बीच गलवान झड़प के बाद से देपसांग और डेमचोक में तनाव बना हुआ था। करीब 4 साल बाद 21 अक्टूबर को दोनों देशों के बीच नया पेट्रोलिंग समझौता हुआ। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया था कि इसका मकसद लद्दाख में गलवान जैसी झड़प को रोकना और पहले जैसे हालात बनाना है। 2020 में गलवान में हुआ था चीन-भारत की सेना में टकराव

Dainik Bhaskar रामलला के जो सबूत किशोर कुणाल ने दिए,SC ने माना:आज उसी जगह राम मंदिर; ट्रांसफर के खिलाफ कोर्ट गए, मंत्री को सीट गंवानी पड़ी थी

आचार्य किशोर कुणाल अब हमारे बीच में नहीं हैं। लेकिन, उन्होंने धर्म और समाज के क्षेत्र में जो काम किए हैं। वह हमेशा रहेगा। महावीर मंदिर में दलित पुजारी देकर उन्होंने सामाजिक बदलाव का काम किया था। इसकी काफी आलोचना हुई थी। लेकिन, तर्कों से वे अपने फैसले पर अडिग रहे। 1972 बैच के (गुजरात कैडर) के आईपीएस थे, बाद में पुलिस सेवा छोड़ सामाजिक-धार्मिक कार्यों को अपने जीवन का मिशन बनाया और अंतिम सांस तक इसी में लगे रहे। राम मंदिर की लड़ाई में उनकी अहम भूमिका रही थी। रामलला के जन्म स्थान को लेकर उन्होंने जो साक्ष्य दिए थे उसे सुप्रीम कोर्ट ने भी माना। अयोध्या में राम मंदिर के लिए शुरू से लगे रहने वाले किशोर कुणाल की किताबों को भी सुप्रीम कोर्ट में रखा गया था। उनके बनाए नक्शे को भी देखा गया था। फैसला आने के बाद महावीर मंदिर की ओर से सबसे ज्यादा दान राम मंदिर को दिया। महावीर कैंसर अस्पताल , महावीर नेत्रालय समेत उनके ट्रस्ट की ओर से बनवाए गए कई अस्पतालों में हजारों मरीजों को नई जिंदगी मिली। पहले किशोर कुणाल के बैचमेट और साथियों से जानिए कुछ अनकहे किस्से किशोर कुणाल की बैचमेट और देश की पहली महिला आईपीएस रहीं किरण बेदी ने उन्हें याद करते हुए कहा- 'चले गए, मैं सुनते ही स्तब्ध रह गई। मैं और शाही जी बैचमेट हैं। बहुत ही शर्मीले थे। अपने बारे में कुछ भी बात करना नहीं चाहते थे। कालांतर में उनकी पहचान आचार्य किशोर कुणाल के रूप में हो गई।' पूर्व IPS किरण बेदी ने आगे कहा राम मंदिर आंदोलन में दिए गए उनके साक्ष्य का काफी प्रभाव पड़ा। एक साल पहले वे दिल्ली में हमसे मिले थे। पटना में बनाए मंदिरों, चैरिटेबल अस्पताल देखने को कहा था। मेरी यह हसरत पूरी नहीं हुई। शाही जी का जाना देश के लिए बड़ी क्षति है। वे पुलिस सेवा में आ गए पर उनमें सेवा भाव, समाज को बदलने और उसके कल्याण की ललक थी। वे एक गहरे आध्यात्मिक व्यक्ति थे। हनुमान जी का दर्शन कर ही कुछ खाया पूर्व डीजीपी डीएन गौतम ने अपने मित्र किशोर कुणाल के निधन को अपने जीवन की अपूरणीय क्षति बताया। पूर्व डीजीपी डीएन गौतम ने पुराने किस्से को याद करते हुए बताया- 'बात 1988 की है, जब मैं और कुणाल किशोर जी दोनों पुलिस एकेडमी हैदराबाद जा रहे थे। पहले हैदराबाद की सीधी फ्लाइट नहीं थी और दिल्ली होकर जाने में पूरा दिन लग जाता था। दिन मंगलवार था। कुणाल जी और मैं फ्ल

AD
AD