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Dainik Bhaskar महादेव सट्टा ऐप के प्रमोटर के साथ पं. प्रदीप मिश्रा:दुबई बुलाकर कराया कथा, बरसाए फूल; सौरभ चंद्राकर को पंडित ने कहा- भाई
दुबई में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप के मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल नजर आए। कथा के दौरान पंडित मिश्रा ने सौरभ चंद्राकर को भाई कहा और आयोजन के लिए उनके परिवार का धन्यवाद भी किया। इस दौरान सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने कथावाचक मिश्रा पर फूल बरसाए। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। प्रदीप मिश्रा ने पहली बार भारत के बाहर जाकर कथा वाचन किया। दुबई के ली मेरिडियन होटल एंड कॉन्फ्रेंस सेंटर रोड गरहौद में 9 दिसंबर से 11 दिसंबर तक आयोजित इस कथा को महादेव सट्टा ऐप के मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और उसके परिवार ने आयोजित किया था। डबल इंजन की सरकार क्या कर रही- बैज इस पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने केंद्र और राज्य सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि अब डबल इंजन की सरकार है, डबल इंजन की सरकार क्या कर रही है? सिर्फ मीडिया में बयान देने से डबल इंजन की सरकार नहीं हो जाती। इनके पास सारी ताकत है, फिर भी कुछ नहीं कर रहे। पत्नी के साथ बैठे नजर आ रहा सौरभ चंद्राकर ये वीडियो दुबई के ले मेरेडियन होटल एंड कॉन्फ्रेंस सेंटर एयरपोर्ट रोड के गरहौद का बताया जा रहा है। वायरल वीडियो में सौरभ चंद्राकार अपने परिवार के साथ बैठे हुए नजर आया। वहीं रवि उप्पल कथावचक से मिलते दिखा। इस दौरान रवि उप्पल ने फूल बरसाने के बाद पंडित प्रदीप मिश्रा के पैर भी छुए। प्रदीप मिश्रा ने उसे उठाकर आशीर्वाद दिया। दुबई में भी पंडित मिश्रा की कथा में भीड़ पंडित प्रदीप मिश्रा को सुनने दुबई में भी भारी भीड़ रही। कथा के दौरान उन्होंने कहा कि होटल भीड़ बढ़ गई थी। भीतर लोग सुन रहे थे उससे तीन गुना ज्यादा लोगों को वापस लौटाया गया। 11 अक्टूबर को गिरफ्तारी की खबर, लेकिन भारत नहीं पहुंचा बता दें कि 11 अक्टूबर को खबर आई थी कि दुबई में महादेव सट्टा ऐप का संचालन करने वाले सौरभ चंद्राकर को इंटरपोल के अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया है। दुबई की पुलिस और स्थानीय फोर्स के साथ मिलकर CBI और ED के अधिकारियों ने सौरभ चंद्राकर से जुड़ी हर डिटेल इंटरपोल को दी थी। गिरफ्तारी के बाद इंटरपोल के अफसरों ने भारतीय विदेश मंत्रालय को खबर दी थी। साथ ही दावा किया गया था कि 7 दिन के अंदर भारत लाया जा सकता है, लेकिन अब तक लाया नहीं जा सका। गिरफ्तारी की खबर के 2 महीने बाद सार्वजनिक कार्यक्र
Dainik Bhaskar शाह के दौरे से पहले अबूझमाड़ में 7 नक्सली ढेर:1 हजार से ज्यादा जवानों ने नक्सलियों को घेरा, फायरिंग जारी; अब-तक 215 मारे गए
बस्तर में अमित शाह के दौरे से पहले अबूझमाड़ इलाके में सुरक्षाबलों ने 7 नक्सलियों को मार गिराया है। इनके शव भी बरामद कर लिए गए हैं। बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने इसकी पुष्टि की है। अभी भी दोनों तरफ से गोलीबारी हो रही है। नारायणपुर, दंतेवाड़ा, जगदलपुर और कोंडागांव जिले की DRG, STF और CRPF की टीम ने माओवादियों को घेर रखा है। बता दें कि, 1 जनवरी से अब तक 215 नक्सली मारे गए हैं। 1 हजार से अधिक जवान ऑपरेशन पर 15 दिसंबर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बस्तर के दौरे पर रहेंगे। शाह के बस्तर दौरे से पहले फोर्स एक्टिव हो गई है। पुलिस को सूचना मिली थी कि माड़ इलाके में भारी संख्या में नक्सली मौजूद हैं। इसी सूचना के आधार पर 4 जिलों से करीब 1 हजार से ज्यादा जवानों को ऑपरेशन के लिए निकाला गया था। इसी बीच, गुरुवार तड़के सुबह 3 बजे जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। बस्तर IG सुंदरराज पी ने कहा कि, जवानों से संपर्क कर रहे हैं जो भी जानकारी मिलेगी दी जाएगी। एक नक्सली ढेर, 2 जवान घायल इससे पहले बीजापुर में बुधवार की सुबह पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। जवानों ने एक माओवादी को ढेर कर दिया। वहीं, नक्सलियों ने IED ब्लास्ट किया, जिसमें DRG के 2 जवान घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए बीजापुर जिला अस्पताल लाया गया। हालांकि, दोनों की स्थिति ठीक है। मामला जिले के गंगालूर थाना क्षेत्र का है। पढ़ें पूरी खबर... नक्सलियों ने बीजेपी नेता समेत 5 लोगों को मारा दो दिन पहले बीजापुर जिले में नक्सलियों ने बीजेपी नेता की हत्या कर दी थी। मांडो राम कुड़ियाम को घर से उठाकर जंगल ले गए और गला घोंट कर मार डाला। नक्सलियों ने मुखबिरी का आरोप लगाया है। सप्ताहभर के अंदर 3 भाजपा नेता, आंगनबाड़ी सहायिका और ग्रामीण महिला समेत 5 लोगों को नक्सलियों ने हत्या की है। पढ़ें पूरी खबर ............................ छत्तीसगढ़ में नक्सल वारदातों से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें 1. अमित शाह के दौरे से पहले 7 नक्सली ढेर:छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर TSCM, DVCM और ACM मेंबर मारे गए, AK-47 समेत अन्य हथियार बरामद छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर ग्रेहाउंड्स फोर्स ने महिला नक्सली समेत 7 नक्सलियों को मार गिराया है। जवानों ने मौके से एक-47 समेत अन्य हथियार भी बरामद किए हैं। बताया जा रहा है कि सुबह से दोनों तरफ से गोलीबारी हो रही थी। मामला तेल
Dainik Bhaskar झांसी में NIA को घेरा...भीड़ मुफ्ती को छुड़ा ले गई:छापे के बाद हिरासत में लिया था; मस्जिद से अनाउंसमेंट के बाद उग्र हुए लोग
झांसी में शहर काजी के भतीजे मुफ्ती खालिद नदवी को उग्र भीड़ NIA की हिरासत से छुड़ाकर ले गई। यूपी ATS के साथ NIA ने विदेशी फडिंग मामले में बुधवार रात 2.30 बजे सुपर कॉलोनी में मुफ्ती के घर छापा मारा। टीम ने 8 घंटे तक घर में सर्च और पूछताछ की। गुरुवार सुबह जब मुफ्ती को हिरासत में लेकर टीम घर से बाहर निकलने लगी तो समर्थकों ने विरोध शुरू कर दिया। टीम ने समझाने की कोशिश की, लेकिन मुफ्ती के समर्थक बहस करने करते हुए उग्र हो गए। देखते ही देखते वहां 200 से अधिक लोगों की भीड़ जमा हो गई। भीड़ मुफ्ती को छुड़ाकर ले जाने लगी। NIA ने लोगों को खदेड़ने की कोशिश की। इस बीच, झड़प और धक्का-मुक्की हुई। लोग मुफ्ती को खींचकर साथ ले गए। पूरी घटना कोतवाली थाना क्षेत्र के अलीगोल खिड़की के पास सलीम बाग की है। 3 घंटे के हंगामे के बाद पुलिस टीम मुफ्ती को ले गई करीब 3 घंटे के हंगामे के बाद पुलिस टीम मुफ्ती खालिद को अपने साथ एसएसपी दफ्तर ले गई। इस दौरान हंगामा कर रहे लोगों और परिवार के लोगों को समझाया। फिर सभी माने और मुफ्ती के ले जाने पर राजी हुए। 5 तस्वीरें देखिए.... मस्जिद से अनाउंसमेंट के बाद जुटी भीड़ जिस सुपर कॉलोनी में मुफ्ती का घर है। वह इलाका मुस्लिम बाहुल है। स्थानीय लोगों ने बताया कि NIA टीम जब मुफ्ती को लेकर जाने लगी तो मस्जिद से अनाउंसमेंट करके भीड़ को बुलाया गया। इसके बाद अचानक बड़ी संख्या में महिलाएं भी पहुंच गई। फातिमा मस्जिद के अंदर मुफ्ती को ले गई भीड़ NIA की हिरासत से छुड़ाकर भीड़ मुफ्ती खालिद को उनके घर से 50 मीटर दूर बनी फातिमा मस्जिद में ले गई। मुफ्ती को अंदर कर दिया। 200 की संख्या में महिलाएं और पुरुष मस्जिद के बाहर खड़े हो गए। भीड़ को देखकर NIA और यूपी ATS की टीम वहां से हट गई है। विदेशी बच्चों को भी ऑनलाइन तालीम देते हैं मुफ्ती NIA सूत्रों ने बताया- मुफ्ती के घर विदेशी फंडिंग के मामले में छापा मारा गया। मुफ्ती खालिद मदरसे में पढ़ाने के साथ ही विदेशी बच्चों को दीनी तालीम यानी धार्मिक शिक्षा देते हैं। वह उर्दू और अरबी भी पढ़ाते हैं। विदेशी फंडिंग मामले की जांच कर रही NIA को मुफ्ती को लेकर इनपुट मिला था। इसके बाद टीम ने यहां छापेमारी की। मुफ्ती खालिद झांसी शहर के काजी सांवेर अंसारी का भतीजा है। ऐसे में उनकी अपने समुदाय में अच्छी पकड़ है। मुफ्ती खालिद ने कहा- NIA पासपोर्ट जब्त कर लिया, कि
Dainik Bhaskar राहुल ने अचानक बनाया हाथरस आने का कार्यक्रम:सुबह घर से निकले, चर्चित गैंगरेप केस में पीड़ित के परिवार से मिलेंगे
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी यूपी के हाथरस आ रहे हैं। राहुल ने अचानक यह दौरा बनाया। सुबह तक इसकी किसी को कोई जानकारी नहीं थी। राहुल हाथरस के बूलगढ़ी में गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मुलाकात करेंगे। राहुल के संभावित दौरे को देखते हुए गांव में सुरक्षा बढ़ा दी गई। पुलिस तैनात कर दी गई है। हाथरस में 4 साल पहले 14 सितंबर 2020 को दलित युवती के साथ दरिंदगी हुई थी। 29 सितंबर 2020 को युवती ने दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में दम तोड़ दिया था। पुलिस ने घरवालों की सहमति के बिना युवती का रात में ही अंतिम संस्कार दिया। मामला देशभर में सुर्खियों में रहा है। यूपी पुलिस की जांच पर सवाल खड़े हुए तो इसकी जांच सीबीआई को सौंपी गई थी। राहुल के हाथरस दौरे को देखते हुए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा- राहुल हताशा हैं। हाथरस मामले की जांच CBI ने कर दी है। मामला कोर्ट में चल रहा है। राहुल यूपी को अराजकता की आग में दंगों की आग में झोंकना चाहते हैं। राहुल सुबह दिल्ली में घर से रवाना हुए। राहुल के हाथरस दौरे से जुड़ी अपडेट्स के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए...
Dainik Bhaskar इंजीनियर सुसाइड केस- ससुराल वाले घर छोड़कर भागे, VIDEO:जौनपुर में पुलिस पहुंचने से पहले रात 1.30 बजे बाइक से गए, सास हाथ जोड़ती रही
बेंगलुरु पुलिस के जौनपुर पहुंचने से पहले सुसाइड करने वाले AI इंजीनियर अतुल सुभाष की सास और साला घर छोड़कर भाग गए। देर रात तक 12 बजे इंजीनियर की ससुराल के घर के बाहर मीडियाकर्मियों का जमावड़ा रहा। ,जैसे ही मीडियाकर्मी वहां से हटे, बुधवार रात डेढ़ बजे सास निशा और साला अनुराग सिंघानिया ने घर पर ताला लगाया। गली से भागते हुए सास मेन सड़क पर पहुंची। बेटा बाइक लेकर वहां खड़ा हुआ था। इसके बाद मां-बेटे फरार हो गए। कहां गए? यह बात पता नहीं चली है। बेंगलुरु पुलिस जांच के सिलसिले में बुधवार को जौनपुर पहुंचने वाली थी, लेकिन नहीं आई। अब पुलिस आज पहुंचेगी। अतुल सुभाष का शव बेंगलुरु में उनके फ्लैट से मिला था। इस मामले में 4 लोगों पर FIR दर्ज की गई है। FIR में अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, साले अनुराग सिंघानिया और चाचा ससुर सुशील सिंघानिया का नाम है। इधर, मां-बेटे के भागने का एक वीडियो सामने आया है। इसमें सास मीडियाकर्मी के सामने हाथ जोड़ रही है। मीडियाकर्मी ने उनसे पूछा कि कहां जा रही हैं? लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। अतुल सुभाष की ससुराल शहर के पॉश इलाके रुहट्टा में है। 3 मंजिला बिल्डिंग में ससुराल वाले रहते हैं। कल मीडिया वालों पर भड़के थे सास-साले कल दैनिक भास्कर का रिपोर्टर उनके घर पहुंचा था। बेल बजाई और आवाज दी, लेकिन कोई बाहर नहीं आया था। इसके बाद आसपास के लोगों से पूछताछ करने लगे। तभी दूसरी मंजिल से आवाज आई। छत पर इंजीनियर के साला और सास खड़े थे। वो गुस्से में थे। वीडियो बनाने की कोशिश की, तो मां-बेटे ने वीडियो बनाने से रोका। साले अनुराग ने कहा- पहले आप फोन बंद कीजिए। उसने कहा- आप वीडियो कैसे बना रहे हैं? फोटो मत लीजिए। हम लोग खुद आपके पास आकर जवाब देंगे, लेकिन आप लोग इस तरह का काम करेंगे, तो भाईसाहब गलत हो जाएगा। अब पढ़िए इंजीनियर की पत्नी के वकील ने क्या कहा.... वकील विजय मिश्रा ने बताया- निकिता ने इंजीनियर के खिलाफ मेंटेनेंस केस किया था। इंजीनियर की 84 हजार हर महीने सैलरी थी। लड़की भी दिल्ली में अच्छा पैसा कमा रही थी। दोनों का एक बेटा है। कोर्ट ने सभी चीजों को देखते हुए इंजीनियर को 40 हजार महीने मेंटेनेंस देने की बात कही थी। 40 हजार रुपए इंजीनियर को ज्यादा लग रहा था। उसने इन सबकी वजह से सुसाइड करने की बात कही है। इसमें कोर्ट की कोई गलती नहीं है
Dainik Bhaskar 5 नदियों को जोड़ने दो प्रोजेक्ट की शुरुआत इसी महीने:एमपी में बुंदेलखंड और चंबल से मालवा तक पानी मिलेगा; 22 जिले कवर होंगे
नदियों को जोड़ने वाले दो बड़े प्रोजेक्ट्स की शुरुआत इसी महीने से होने जा रही है। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में फैले बुंदेलखंड में केन और बेतवा को जोड़ा जाएगा। इस प्रोजेक्ट से एमपी में बुंदेलखंड हिस्से के 10 जिलों को पानी मिलेगा। दूसरा पार्वती-कालीसिंध-चंबल (पीकेसी) लिंक प्रोजेक्ट है। इन तीन नदियों को जोड़ने से एमपी के चंबल से लेकर मालवा तक फायदा होगा। पीकेसी प्रोजेक्ट से प्रदेश के 12 जिलों में सिंचाई और पीने के लिए पानी मिलेगा। दोनों ही प्रोजेक्ट का भूमिपूजन इसी महीने होने की संभावना है। पीकेसी परियोजना का भूमिपूजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 दिसंबर को जयपुर से करेंगे। कार्यक्रम में राजस्थान के सीएम भजन लाल शर्मा, एमपी के सीएम डॉ. मोहन यादव, दोनों राज्यों के जल संसाधन विभागों के मंत्री, केंद्र और राज्य सरकारों के अफसर मौजूद रहेंगे। इन परियोजनाओं की खास बात यह है कि केन-बेतवा लिंक देश का इस तरह का पहला तो पीकेसी दूसरा प्रोजेक्ट है। पहले बात केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट की 22 साल बाद पूरा होगा पूर्व पीएम वाजपेयी का सपना केन और बेतवा बुंदेलखंड की दो सबसे बड़ी नदियां हैं। दोनों अलग-अलग छोरों पर बहती हैं। यमुना की इन दो सहायक नदियों को एक लिंक कैनाल से जोड़ने की योजना है। बुंदेलखंड लगभग 23733 स्क्वायर किलोमीटर एरिया में फैला है। केन और बेतवा नदी यहां की लाइफलाइन हैं। इसके बावजूद इस क्षेत्र में जल संकट बड़ी चुनौती है। साल 2002 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने केन और बेतवा नदियों को आपस में जोड़कर बर्बाद होते पानी को रोकने के प्रयास शुरू किए थे। 2003 में एमपी की तत्कालीन सीएम उमा भारती ने भी इस परियोजना को अमल में लाने का प्रयास किया था। अब 22 साल बाद पूर्व पीएम वाजपेयी का सपना साकार होने जा रहा है। सीएम डॉ. मोहन यादव ने वाजपेयी के जन्मदिन के मौके पर 25 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस परियोजना के भूमिपूजन के लिए समय मांगा है। अगर मंजूरी मिली तो 25 दिसंबर से इस प्रोजेक्ट की शुरुआत हो सकती है। छतरपुर जिले में दौधन बांध पर निर्माण का भूमिपूजन किया जाएगा। कहां से कहां जुडे़ंगी केन और बेतवा नदियां छतरपुर और पन्ना जिले के बॉर्डर पर खजुराहो के करीब केन नदी पर दौधन बांध बनाया जाएगा। इस बांध से 230 किलोमीटर लंबी नहर के जरिए केन नदी का पानी निवाड़ी और उत्तर प्रदेश
Dainik Bhaskar CM के बाद उपराष्ट्रपति के काफिले में ट्रक घुसा:एक दिन में दो बार VIP सुरक्षा में चूक, 1 एएसआई की मौत, 4 पुलिसकर्मी घायल
जयपुर में एक दिन में वीआईपी सुरक्षा में दो बड़ी चूक हुईं। बुधवार को सीएम भजनलाल शर्मा के काफिले की गाड़ियों को एक टैक्सी ने टक्कर मार दी। दोपहर तीन बजे अक्षयपात्र सर्किल पर हुए एक्सीडेंट में एएसआई सुरेंद्र सिंह की मौत हो गई। वहीं, 4 पुलिसकर्मी घायल हो गए। एक घंटे बाद इसी सर्किल से निकले रहे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की कारों के बीच एक सिलेंडर से भरा ट्रक घुस गया। उपराष्ट्रपति लघु उद्योग भारती द्वारा सोहन सिंह स्मृति कौशल विकास केंद्र के लोकार्पण कार्यक्रम में आए थे। वहीं, सीएम भी इस कार्यक्रम में जा रहे थे। पहली चूक: सोमवार दोपहर 3 बजे अक्षयपात्र चौराहे पर ट्रैफिक रोका गया था। रॉन्ग साइड से एक टैक्सी नंबर की कार आई, उसी समय वहां से सीएम का काफिला निकल रहा था। वहां तैनात ASI सुरेंद्र सिंह ने टैक्सी को रोकने की कोशिश की तो ड्राइवर ने उन्हें टक्कर मार दी। इसके बाद टैक्सी सीएम के काफिले की 2 और गाड़ियों से टकरा गई। घायलों में एसीपी अमीर हसन के साथ पुलिसकर्मी बलवान सिंह, देवेंद्र सिंह भी घायल हुए हैं। एएसआई की इलाज के दौरान मौत: सुरेंद्र सिंह के सिर में गंभीर चोट लगी थी। जयपुर के वैशाली नगर के रहने वाले सिंह ने जीवन रेखा हॉस्पिटल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। उनके परिवार में पत्नी, एक बेटा और बेटी हैं। उनके पिता आर्मी से रिटायर्ड हैं। एएसआई का अंतिम संस्कार गुरुवार को नीमराणा (अलवर) में उनके पैतृक गांव काठ के माजरा में किया जाएगा। टक्कर मारने वाली गाड़ी का ड्राइवर पवन और उसका साथी भी घायल है। दोनों का महात्मा गांधी हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। कार मालिक ने बताया कि पवन आज छुट्टी पर था, पता नहीं कैसे गाड़ी लेकर पहुंच गया। दूसरी चूक: सोमवार दोपहर 4.10 मिनट पर उपराष्ट्रपति कार्यक्रम में भाग लेने के बाद वे अक्षय पात्र चौराहे से शाम 4.11 मिनट पर वापस एयरपोर्ट लौट रहे थे। काफिला सीतापुरा से आ रहा था और सिलेंडरों से भरा ट्रक भी सीतापुरा से आ रहा था, जो काफिले के बीच चलता रहा। काफिला ट्रक को पार करता हुआ एयरपोर्ट के लिए निकला। चौराहे से कुछ दूर पहले काफिले के साइड में डिवाइडर के पास ट्रक को चलता हुआ देख पुलिसकर्मियों ने उसे रामनगरिया की तरफ घुमा दिया। .... सीएम के काफिले के एक्सीडेंट से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए... मुख्यमंत्री के काफिले में घुसी टैक्सी, 2-गाड़ियों से भिड़ी:रोकने वाले AS
Dainik Bhaskar बोरवेल में फंसे 5 साल के आर्यन की मौत:57 घंटे बाद देसी जुगाड़ से बाहर खींचा, 3 दिन से भूखा-प्यासा था; मां रोते-रोते बेहोश हुई
राजस्थान के दौसा जिले में 3 दिन से बोरवेल में फंसे 5 साल के मासूम आर्यन की मौत हो गई है। आर्यन को करीब 57 घंटे बाद बुधवार रात 11:45 बजे बोरवेल से बाहर निकाला गया था। उसे एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम से लैस एम्बुलेंस से हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां उसे मृत घोषित कर दिया। एनडीआरएफ की टीम ने अम्ब्रेला और रिंग उपकरण के साथ रस्सी बंधी हुई रॉड को एक साथ हिलाना शुरू किया, जिसमें बच्चे के फंसते ही उसे बाहर निकाला था। कालीखाड़ गांव में बोरवेल से बाहर आने के दौरान ही आर्यन बेहोशी की हालत में था। वह तीन दिन से भूखा-प्यासा भी था। दौसा जिला हॉस्पिटल के डॉ. दीपक शर्मा के अनुसार- बच्चे को अस्पताल लाते ही ईसीजी समेत सभी जांच की गईं, लेकिन उसकी सांसें थम चुकी थीं। दिनभर सुरंग खोदने में लगा रहा प्रशासन दो दिन में आर्यन को बोरवेल से निकालने के 6 देसी जुगाड़ फेल होने के बाद बुधवार सुबह से पाइलिंग मशीन के जरिए एक और गड्ढा किया जा रहा था। एनडीआरएफ के अनुसार से इसके जरिए पाइप डालकर आर्यन को बाहर निकालने की योजना थी, लेकिन मशीन बुधवार दोपहर को खराब हो गई। इसके बाद एक और मशीन बुलाने और फिर से खुदाई शुरू करने में टाइम लगा गया। इस बीच आर्यन की मां गुड्डी देवी ने प्रशासन पर लापरवाही के आरोप भी लगाए। करीब 57 घंटे तक बोरवेल में फंसे आर्यन तक प्रशासन और रेस्क्यू की टीमें खाना-पानी पहुंचाने में नाकाम रही थीं। मां के सामने ही बोरवेल में गिरा था आर्यन आर्यन सोमवार (9 दिसंबर) को दोपहर तीन बजे घर से करीब 100 फीट दूर बोरवेल में गिर गया था। वह मां के साथ ही खेल रहा था, लेकिन जब तक उसकी मां उसे पकड़ पाती वह बोरवेल में फिसल गया। परिवार ने ये बोरवेल करीब तीन साल पहले खुदवाया था। हालांकि, इसमें मोटर फंसने के कारण यह काम नहीं आ रहा था, लेकिन इसे बंद नहीं करवाया गया। अब देखिए कहां हुआ हादसा और रेस्क्यू की तस्वीरें... बोरवेल में गिरे आर्यन से जुड़ी ये खबरें भी पढ़िए... 1. 'पता नहीं था बेटे के लिए मुसीबत बन जाएगा बोरवेल':पिता बोले-खेती छोड़ देता, दूसरा काम कर लेता; मां बोली-मेरा बच्चा मुझे सलामत लौटा दो पिता की आंखें टकटकी लगाए बोरवेल को देख रही हैं। उनका कहना है- पता नहीं था यह बोरवेल एक दिन मेरे बेटे के लिए मुसीबत बन जाएगा। अगर ये पता होता तो खेती करना ही छोड़ देता। कुछ और काम कर लेता। पिता बार-बार दूध की बोतल लेकर
Dainik Bhaskar हरियाणा में 800 मेगावाट थर्मल प्लांट का काम लटका:अफसरों ने नहीं ली क्लीयरेंस; खट्टर की नाराजगी के बाद कंसल्टेंट हायर किया
हरियाणा के यमुनानगर में 800 मेगावाट यूनिट की क्षमता के नए दीनबंधु छोटू राम थर्मल पावर प्लांट को लेकर लापरवाही सामने आई है। जनवरी में मंजूरी मिलने के बाद भी अभी तक प्लांट के निर्माण को लेकर एनवायरनमेंट क्लीयरेंस नहीं ली गई। इससे फरवरी में टेंडर अलॉट हो जाने के बाद भी निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। पिछले महीने चंडीगढ़ में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ऊर्जा विभाग के अधिकारियों के साथ मीटिंग की थी। इसमें ये मुद्दा उठा था। इस पर उन्होंने नाराजगी जताई। इसके बाद अब अब क्लीयरेंस के लिए ऊर्जा विभाग की ओर से एक कंसल्टेंट हायर किया गया है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही NOC मिल जाएगी। फरवरी में टेंडर अलॉट किया था इस प्लांट का निर्माण 57 महीने में पूरा होना था। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने फरवरी में भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) को निर्माण के लिए 6900 करोड़ रुपए का टेंडर अलॉट किया था। पूर्व सीएम ने यह मंजूरी हाई पावर वर्कर्स परचेज कमेटी (HPGCL) की मीटिंग में दी थी। इस मीटिंग में पूर्व बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला भी मौजूद थे। ये हैं प्लांट की विशेषताएं इस प्लांट में अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल यूनिट लगेगी। जबकि अभी तक सब-क्रिटिकल यूनिट लगी हुई हैं। यह पहले लगी यूनिट से 8 प्रतिशत ज्यादा क्षमता की हैं। इसमें कोयले की खपत कम होगी और बिजली सस्ती बनेगी। साथ ही प्रदूषण को नियंत्रण करने के लिए सभी उपकरण लगाने का प्रावधान किया गया है। मेक इन इंडिया की तर्ज पर बननी है यूनिट 800 मेगावाट की नई यूनिट मेक इन इंडिया की तर्ज पर होगी, यानी प्लांट पूर्णरूप से स्वदेशी होगा। मौजूदा समय में 300-300 मेगावाट की जो इकाई लगी हैं, उसमें चाइना में बनी मशीनों का उपयोग हो रहा है। नई यूनिट की मशीनें स्वदेशी और आधुनिक होंगी। इसकी चिमनियां व कूलिंग टावर छोटे होंगे। इस कारण तेजी से बिजली बनेगी और प्रदूषण भी कम होगा। इसके लिए 400 केवी लाइन अलग से बिछाई जाएगी। इसके बनने से युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। नया प्लांट लगने से जिले से 1400 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। निदेशक बोले- क्लीयरेंस के लिए तेजी से काम चल रहा हरियाणा बिजली उत्पादन निगम के प्रबंधक निदेशक IAS अशोक मीणा ने बताया कि यमुनानगर में प्रस्तावित 800 मेगावाट यूनिट के नए थर्मल प्लांट निर्माण की एनवायरनमेंट क्लीयरेंस हासिल करने के
Dainik Bhaskar किसान नेता डल्लेवाल की किडनी फेल होने का खतरा:खनौरी बॉर्डर से आज संदेश जारी करेंगे; पंजाबी सिंगर ने समर्थन में गाना रिलीज किया
फसलों की MSP की लीगल गारंटी समेत 13 मांगों को लेकर किसान पिछले 10 महीनों से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर बैठे हुए हैं। खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल मरणव्रत पर बैठे हुए हैं। उनके मरणव्रत का 16वां दिन है। आज वह संदेश जारी करेंगे। सूत्रों के मुताबिक 13 दिसंबर को किसान आंदोलन को 10 महीने पूरे होने वाले हैं, डल्लेवाल का संदेश इसी को लेकर हो सकता है। वह किसानों से इस मौके पर ज्यादा से ज्यादा संख्या में एकत्रित होने का संदेश दे सकते हैं। वहीं किसान आंदोलन को लेकर पंजाबी सिंगर हैरी धनोआ का गाना भी सामने आया है। सिंगर ने गाने को टाइटल दिया है- उस देश के हालात दस्सों की होणगे, अन्नदाता जिदा भूख हड़ताल पर है। (उस देश के हालात क्या होंगे, जिसका किसान भूख हड़ताल पर हैं) किडनी फेल होने का खतरा डल्लेवाल की सेहत पर नजर रखने वाले निजी डॉक्टरों ने मेडिकल बुलेटिन जारी करते हुए बताया है कि उनका वजन 12 किलो से अधिक कम हो चुका है। उनकी कि़डनी कभी भी फेल हो सकती है और दिल का दौरा भी पड़ सकता है। इतना ही नहीं डॉक्टरों के मुताबिक ज्यादा दिनों तक भूख हड़ताल पर रहने के कारण उनके लीवर में भी दिक्कतें हो सकती हैं। बीते कल किसानों ने सरकारी डॉक्टरों की उस टीम को भी रोक दिया था जो डल्लेवाल का चेकअप करने आई थी। किसानों का कहना है कि डॉक्टरों को पहले डल्लेवाल की अभी तक की गई जांच की रिपोर्ट देनी होगी, उसके बाद ही सरकारी डॉक्टरों को डल्लेवाल की जांच करने देंगे। आज शाम को खाना न खाने की अपील जगजीत सिंह डल्लेवाल के मरणव्रत के समर्थन में किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने लोगों से अपील की है कि अपने घरों में शाम का खाना न बनाएं और अपने परिवार के साथ फोटो सोशल मीडिया पर #WeSupportJagjeetSinghDallewal के साथ साझा करें। उन्होंने कहा कि 13 दिसंबर को लोग अपने गांवों में केंद्र और राज्य सरकारों के पुतले जरूर जलाएं, क्योंकि किसानों के मुद्दों पर कोई भी राजनीतिक पार्टी गंभीर नहीं है। बुधवार (11 दिसंबर) को केंद्रीय राज्यमंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि वह किसानों के मुद्दे पर बातचीत के लिए तैयार हैं। दूसरी तरफ किसानों ने कहा कि उनकी तरफ से भी बातचीत के लिए हमेशा रास्ते खुले रखें गए हैं। किसान नेताओं का कहना है कि बिट्टू मीटिंग की तारीख व समय तय कर बताएं। वहीं, जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि डल्ले
Dainik Bhaskar प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट- संवैधानिकता पर SC में सुनवाई आज:CJI की स्पेशल बेंच सुनेगी; हिंदू पक्ष बोला– यह कानून हिंदू–सिख, बौद्ध–जैन के खिलाफ
सुप्रीम कोर्ट में पूजास्थल कानून (प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट- 1991) की संवैधानिकता को चुनौती देने वाली याचिकाओं की आज 3.30 बजे सुनवाई होगी इसके लिए स्पेशल बेंच बनाई गई है। इसमें CJI संजीव खन्ना, जस्टिस पीवी संजय कुमार और जस्टिस केवी विश्वनाथन हैं। पहले 5 दिसंबर को ही यह सुनवाई होनी थी। उस दिन CJI संजीव खन्ना, जस्टिस पीवी संजय कुमार और जस्टिस मनमोहन की बेंच सुनवाई से पहले ही उठ गई थी। याचिका दायर करने वालों में भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी, कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर, भाजपा नेता और एडवोकेट अश्विनी उपाध्याय समेत कई अन्य शामिल हैं। हिंदू पक्ष की तरफ से लगाई गई याचिकाओं में तर्क दिया गया है कि यह कानून हिंदू, जैन, बौद्ध और सिख समुदाय के खिलाफ है। इस कानून के चलते वे अपने ही पूजा स्थलों और तीर्थ स्थलों को अपने अधिकार में नहीं ले पाते हैं। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की याचिकाएं खारिज करने की मांग जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने इन याचिकाओं के खिलाफ याचिका दायर की है। जमीयत का तर्क है कि एक्ट के खिलाफ याचिकाओं पर विचार करने से पूरे देश में मस्जिदों के खिलाफ मुकदमों की बाढ़ आ जाएगी। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और ज्ञानवापी मस्जिद का रखरखाव करने वाली अंजुमन इंतजामिया मस्जिद मैनेजमेंट कमेटी ने भी इन याचिकाओं को खारिज करने की मांग की है। तीन मौलिक अधिकारों का उल्लंघन... 1. अनुच्छेद 25 इसके तहत सभी नागरिकों और गैर-नागरिकों को अपने धर्म को मानने, उसके अनुसार आचरण करने और प्रचार करने का समान अधिकार है। याचिकाओं में कहा गया है कि एक्ट हिंदुओं, जैनियों, बौद्धों और सिखों से यह अधिकार छीनता है 2. अनुच्छेद 26 यह हर धार्मिक समुदाय को उनके पूजा स्थलों और तीर्थयात्राओं के प्रबंधन, रखरखाव और प्रशासन करने का अधिकार देता है। याचिकाओं में कहा गया है कि एक्ट धार्मिक संपत्तियों (अन्य समुदायों द्वारा दुरुपयोग) के स्वामित्व/अधिग्रहण से वंचित करता है। उनके पूजा स्थलों, तीर्थ यात्राओं और देवता से संबंधित संपत्ति वापस लेने के अधिकार को भी छीनता है। 3. अनुच्छेद 29 यह सभी नागरिकों को अपनी भाषा, लिपि या संस्कृति को संरक्षित करने और बढ़ावा देने का अधिकार देता है। इन समुदायों के सांस्कृतिक विरासत से जुड़े पूजा स्थलों और तीर्थ स्थलों को वापस लेने का अधिकार छीनता है। UP, MP, राजस्थान समेत कई राज्यों में मंदिर-मस्जिद मामले सुप्री
Dainik Bhaskar मोदी कैबिनेट की आठवीं बैठक आज:पिछली मीटिंग में PAN कार्ड में QR कोड लगाने और स्टूडेंट्स को वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन का फैसला लिया था
मोदी कैबिनेट की आठवीं बैठक में गुरुवार को होगी। इसमें सदन में पेश होने वाले बिलों पर चर्चा होगी। कुछ बिलों को पेश करने की मंजूरी भी दी जा सकती है। पिछली मीटिंग में पैन कार्ड QR कोड लगाने और छात्रों के लिए वन नेशन, वन सब्सक्रिप्शन स्कीम का ऐलान किया गया था। अब जानिए पिछली कैबिनेट बैठकों के फैसले 25 नवंबर की बैठक में PAN 2.0 प्रोजेक्ट में 1435 करोड़ रुपए खर्च को मंजूरी PAN 2.0 प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई। केंद्रीय मंत्री अश्विवी वैष्णव ने बताया कि इसके लिए सरकार 1435 करोड़ रुपए खर्च करेगी। मौजूदा पैन के नंबर को बदले बिना कार्ड एडवांस किए जाएंगे। वैष्णव ने कहा- नए पैन कार्ड QR कोड वाले होंगे। इसके लिए पेपरलेन यानी ऑनलाइन प्रोसेस अपनाई जाएगी। लोगों को QR कोड वाले पैन के लिए अलग से खर्च करने की जरूरत नहीं होगी। नए पैन में डेटा पूरी तरह सुरक्षित रहेगा। किसी भी शिकायत के सॉल्यूशन के लिए ग्रेविएंस रेफरल सिस्टम तैयार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि पैन कार्ड को कॉमन बिजनेस आइडेंटिफायर बनाया जा सके। उन्होंने बताया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में तीन नए रेलवे प्रोजेक्ट, किसानों के लिए राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन, युवाओं-छात्रों के लिए 'वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन' और अटल इनोवेशन मिशन 2.0 को मंजूरी को भी मंजूरी दी गई है। पूरी खबर पढ़ें... 6 नवंबर की बैठक में हायर एजुकेशन लोन पर 75% क्रेडिट को मंजूरी दी थी मोदी कैबिनेट की 6 नवंबर की बैठक में पीएम विद्यालक्ष्मी योजना को मंजूरी दे दी गई थी। इसमें हायर एजुकेशन के लिए 7.5 लाख रुपए तक के लोन पर भारत सरकार 75% क्रेडिट गारंटी देगी। 8 लाख रुपए सालाना आय वाले परिवार के बच्चों को 10 लाख रुपए तक के लोन पर 3% ब्याज अनुदान भी दिया जाएगा। 4.5 लाख रुपए तक की सालाना आय वाले छात्रों को पहले से पूर्ण ब्याज अनुदान मिल रहा है। इस योजना के दायरे में देश के प्रमुख 860 हायर एजुकेशन सेंटर्स के 22 लाख से अधिक छात्र आएंगे। केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में कहा गया था कि इस योजना का उद्देश्य मेधावी छात्रों को सहायता प्रदान करना है, ताकि उनकी पढ़ाई में पैसा बाधा न बने। पीएम विद्यालक्ष्मी योजना राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 का ही विस्तार है। पूरी खबर पढ़ें... 24 अक्टूबर: स्पेस सेक्टर में स्टार्ट अप पर 1,000 करोड़ खर्च करेगी सरकार भारत सरकार स्पेस सेक्टर
Dainik Bhaskar हरियाणा BJP नेता कुलदीप बिश्नोई को झटका:मुकाम पीठाधीश्वर ने बिश्नोई महासभा का संरक्षक पद ठुकराया; इससे पहले प्रधान भी इनकार कर चुके
हरियाणा के BJP नेता कुलदीप बिश्नोई की राजनीति के बाद बिश्नोई समाज पर पकड़ भी कमजोर होती जा रही है। मुकाम धाम के पीठाधीश्वर स्वामी रामानंद जी ने कुलदीप के अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के संरक्षक पद के ऑफर को ठुकरा दिया है। उनका एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह बिश्नोई समाज के लोगों से कह रहे हैं कि उन्हें संरक्षक पद नहीं चाहिए। कुलदीप ने इस बारे में उनसे कोई बात भी नहीं की। इस पद पर किसी और की नियुक्ति होनी चाहिए। इससे पहले कुलदीप बिश्नोई ने देवेंद्र बूड़िया की जगह पर परसराम बिश्नोई को प्रधान बनाया था लेकिन परसराम ने भी पद लेने से इनकार कर दिया। मुकाम पीठाधीश्वर का यह फैसला इसलिए भी अहम है क्योंकि कुलदीप ने बूड़िया पर दबाव बनाने के लिए ही यह घोषणा की थी। यही नहीं, उन्हीं के संरक्षण में चुनाव कराने की भी सिफारिश की और 29 मेंबरी कमेटी की घोषणा भी कर दी थी। 7 दिसंबर को की थी संरक्षक पद पर नियुक्ति कुलदीप बिश्नोई ने 7 दिसंबर को एक लेटर जारी किया था। उसमें उन्होंने कहा था कि समाज के भाईचारे और एकजुटता के लिए वह बिश्नोई समाज के सिरमौर मुकाम पीठाधीश्वर स्वामी रामानंद जी को महासभा का संरक्षक मनोनीत कर रहे हैं। स्वामी जी सबके लिए पूजनीय हैं। उनका संरक्षक बनना समाज के लिए गौरव का क्षण है। संरक्षक पद ठुकराने से कुलदीप बिश्नोई के लिए 3 बड़े संदेश.... 1. मुकाम धाम साथ नहीं स्वामी रामानंद जी ने संरक्षक पद लेने से मना कर दिया है और वह मुकाम धाम के बड़े पीठाधीश्वर हैं। वह ऐसे संत हैं जिनकी बात बिश्नोई समाज में हर कोई मानता है। ऐसे में यह संदेश गया है कि कुलदीप बिश्नोई की वैल्यू अब समाज में पहले जैसी नहीं रही। संत ने पद ठुकरा कर इस बात को सिद्ध कर दिया है। 2. चुनाव के लिए बनाई समिति बनी डमी कुलदीप बिश्नोई ने बिश्नोई महासभा का चुनाव करवाने के लिए 29 सदस्यीय कमेटी बनाई थी। इस कमेटी को संरक्षक के नेतृत्व में काम करना था। ऐसे में रामानंद स्वामी के पद ठुकराने के बाद यह समिति अब किसके दिशा निर्देश पर काम करेगी, यह बड़ा सवाल बना हुआ है। 3. प्रधान देवेंद्र बूड़िया का वर्चस्व प्रधान के बाद अब संरक्षक पद ठुकराए जाने के बाद कुलदीप बिश्नोई का वर्चस्व अब धीरे-धीरे समाज में खत्म हो रहा है। आदमपुर में हार के बाद समाज की नजरों में अब उनकी वैल्यू कम हो रही है। मौजूदा प्रधान देवेंद्र बूड़िया ने कुलदीप के खिलाफ
Dainik Bhaskar संसद के शीतकालीन सत्र का 13वां दिन:इलाहाबाद हाईकोर्ट जज के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने के लिए विपक्षी सांसद नोटिस पर साइन करेंगे
संसद के शीतकालीन सत्र का आज 13वां दिन है। बुधवार को विपक्षी दलों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज शेखर यादव के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पेश करने के लिए नोटिस देने की प्रक्रिया शुरू कर दी। जज शेखर यादव ने विश्व हिंदू परिषद के कार्यक्रम में विवादित बयान दिया था। सूत्रों के मुताबिक, नोटिस के लिए राज्यसभा के 50 सांसदों के साइन की जरूरत है, जिसमें से 38 सांसदों ने इस नोटिस पर साइन किए हैं। राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित होने के चलते बाकी सांसदों के साइन नहीं कराए जा सके। ये साइन आज करा लिए जाएंगे। इसके बाद अगले कुछ दिन में नोटिस पेश किया जाएगा। कांग्रेस सांसद विवेक तनखा ने कहा कि जस्टिस यादव के खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया शुरू करने का नोटिस इस सत्र में पेश किया जाएगा। यह बेहद गंभीर मामला है। राहुल गांधी बोले- हम अडाणी पर चर्चा नहीं छोड़ेंगे बुधवार की कार्यवाही में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि हम अडाणी मुद्दे पर चर्चा नहीं छोड़ेंगे। राहुल ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से भी मुलाकात की और कार्यवाही से अपमानजनक बातें हटाने की मांग की। राहुल ने कहा- हमारा मकसद है कि संसद चले, सदन में चर्चा हो। वे (सत्ता पक्ष) मुझे क्या कहते हैं, ये मायने नहीं रखता। हम चाहते हैं कि 13 दिसंबर को संविधान पर चर्चा हो। इधर, राज्यसभा में सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर हंगामा हुआ। राज्यसभा पहले 12 बजे तक, फिर 12 दिसंबर तक स्थगित कर दी गई। राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि जॉर्ज सोरोस और सोनिया गांधी का क्या संबंध है, ये सामने आना चाहिए। विपक्ष ने 10 दिसंबर को राज्यसभा के सेक्रेटरी को धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का नोटिस दिया था। इसमें 60 सांसदों के दस्तखत थे। विपक्ष का आरोप है कि धनखड़ सदन में बोलने नहीं देते। उनका रवैया पक्षपातपूर्ण है। नड्डा बोले- कांग्रेस मुद्दे को भटकाने की कोशिश करती है भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राज्यसभा में कहा कि दो दिन से हमारे लोग इस बात को उठा रहे हैं कि जॉर्ज सोरोस और सोनिया गांधी का क्या संबंध है। देश की आंतरिक और बाह्य सुरक्षा का सवाल है। यह देश की संप्रभुता पर भी प्रश्नचिह्न है। हम सोरोस पर इसलिए बात करना चाहते हैं, क्योंकि हम आम आदमी के लिए प्रतिबद्ध हैं। चेयर पर आरोप लगाकर अविश्वास प्रस्ताव लाने का प्रया
Dainik Bhaskar मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:खड़गे बोले- सभापति धनखड़ का बर्ताव हेडमास्टर जैसा; AI इंजीनियर सुसाइड, पत्नी-सास पर FIR, कंगना बोलीं- 99% मामलों में गलती पुरुषों की
नमस्कार, कल की बड़ी खबर राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ पर विपक्ष के लगाए आरोपों की रही। एक खबर बेंगलुरु के AI इंजीनियर सुसाइड केस से जुड़ी रही। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. खड़गे बोले- सभापति धनखड़ सरकार की तारीफ करते हैं, विपक्ष को विरोधी समझते हैं राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ लाए अविश्वास प्रस्ताव पर INDIA ब्लॉक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, 'सभापति राज्यसभा में स्कूल के हेडमास्टर की तरह व्यवहार करते हैं। कभी सरकार की तारीफ के कसीदे पढ़ते हैं, कभी खुद को RSS का एकलव्य बताते हैं। सदन के अंदर प्रतिपक्ष के नेताओं को अपने विरोधी के तौर पर देखते हैं। इन्हीं वजहों से हम अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए मजबूर हुए।' TMC सांसद सिंधिया से बोले- आप लेडी किलर हैं: TMC सांसद कल्याण बनर्जी ने लोकसभा में BJP सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेडी किलर कहा। इसके बाद सदन में हंगामा हुआ और कार्यवाही स्थगित कर दी गई। भाजपा ने बनर्जी को सस्पेंड करने की मांग की है। सिंधिया ने बनर्जी पर निजी टिप्पणी करने का आरोप लगाया। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. AI इंजीनियर सुसाइड पत्नी समेत 4 पर FIR; सुसाइड को लेकर NCRB के आंकड़े अब चर्चा में बेंगलुरु में AI इंजीनियर अतुल सुभाष की खुदकुशी मामले में उसकी पत्नी और सास समेत 4 लोगों पर FIR हुई है। अतुल ने इन पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए 9 दिसंबर को सुसाइड किया था। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट के मुताबिक, 2022 में 1 लाख 71 हजार सुसाइड केस सामने आए। इनमें 1.22 लाख पुरुष और 48 हजार महिलाएं थीं। 83 हजार शादीशुदा पुरुषों ने सुसाइड किया था, जो कि कुल सुसाइड का 67% है। इस साल 30 हजार शादीशुदा महिलाओं ने भी आत्महत्या की थी। कंगना का बयान: इंजीनियर सुसाइड केस पर सांसद कंगना रनोट ने लोकसभा के बाहर कहा, 'सुभाष का वो वीडियो दिल दहलाने वाला है। ऐसी घटना से निपटने के लिए एक अलग बॉडी बनानी चाहिए। एक गलत महिला का उदाहरण लेकर जितनी महिलाओं को हर दिन प्रताड़ित किया जा रहा है, हम उसे नहीं झुठला सकते। 99% शादियों में पुरुषों का ही दोष होता है। इसीलिए ऐसी गलतियां भी हो जाती हैं।' SC ने कहा- घरेलू प्रताड़ना की धारा पत्नी के लिए हथियार बनी: स