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Dainik Bhaskar AAP का दिल्ली चुनाव में कांग्रेस के साथ अलायंस नहीं:केजरीवाल बोले- आम आदमी पार्टी अपने दम पर चुनाव लड़ेगी, गठबंधन की खबरें गलत

दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के बीच गठबंधन की अटकलों को अरविंद केजरीवाल ने खारिज कर दिया। AAP प्रमुख केजरीवाल ने कहा है कि आम आदमी पार्टी अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। उसके कांग्रेस के साथ किसी भी तरह के गठबंधन की संभावना नहीं है। बुधवार को यह खबर सामने आई थी कि AAP दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 15 सीट देने पर विचार कर रही है। लेकिन केजरीवाल ने X पर पोस्ट के जरिए गठबंधन की बात को नकार दिया है। राघव चड्ढा ने भी अलायंस की खबरों को निराधार बताया AAP राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि आने वाला दिल्ली चुनाव आम आदमी पार्टी अपने संगठन की ताकत और राजनीतिक बलबूते पर लड़ेगी। कांग्रेस और AAP के बीच अलायंस की खबरें निराधार हैं। AAP पिछले तीन दिल्ली चुनाव अपने बलबूते पर लड़ती, जीतती और सरकार बनाकर उसे चलाती आई है। AAP के 31 प्रत्याशी घोषित, 24 के टिकट कटे AAP ने अब तक 31 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए हैं। 2020 चुनाव में 27 सीटों पर AAP जबकि 4 पर भाजपा के विधायक थे। AAP ने इस बार 27 विधायकों में से 24 के यानी 89% टिकट काट दिए हैं। पहली लिस्ट में 11 उम्मीदवार घोषित AAP की पहली लिस्ट 21 नवंबर को आई थी, जिसमें 11 उम्मीदवारों के नाम थे। इसमें भाजपा-कांग्रेस से आए 6 लोगों को टिकट दिया गया है। इनमें भाजपा के 3 और कांग्रेस के 3 चेहरे शामिल हैं। AAP ने 20 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) ने सोमवार को 20 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की। इसमें 17 मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए गए हैं। 3 प्रत्याशियों की सीट बदली गई है। मनीष सिसोदिया को जंगीपुरा से, राखी बिड़लान को मादीपुर सीट दी गई है। जबकि हाल ही में शामिल हुए अवध ओझा पटपड़गंज से चुनाव लड़ेंगे। -------------------------------------- टिकट कटने से भड़के विधायक, AAP में बगावत के आसार दिल्ली के विधानसभा चुनाव में अभी करीब दो महीने बाकी हैं। आम आदमी पार्टी दो बार में 31 कैंडिडेट्स की लिस्ट जारी कर चुकी है। बड़ी बात ये है कि कैंडिडेट की लिस्ट में 24 मौजूदा विधायकों के नाम नहीं है। ये विधायक टिकट कटने से नाराज हैं और पार्टी के फैसले के खिलाफ लामबंद हो रहे हैं। पढ़िए पूरी खबर...

Dainik Bhaskar हरियाणा-पंजाब में खालिस्तानी नेटवर्क खंगाल रही NIA:5 शहरों में 10 ठिकानों पर छापेमारी, नाभा जेल में बंद गैंगस्टर के घर पहुंची टीम

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने हरियाणा और पंजाब में खालिस्तानी आतंकियों के नेटवर्क का पता लगाने के लिए छापेमारी की है। यह छापेमारी आज सुबह 5 बजे से करीब 10 बजे तक चली। पंजाब के मुक्तसर, बठिंडा और मोगा फिरोजपुर सेंट्रल जेल में यह छापेमारी की गई। जेल में बंद एक गैंगस्टर से पूछताछ की भी खबर है। साथ ही हरियाणा में पंजाब की सीमा से सटे डबवाली के इलाकों में भी छापेमारी की गई। एजेंसी के अधिकारियों की सुरक्षा के लिए पंजाब पुलिस की टीमें भी भेजी गई थीं। मिली जानकारी के अनुसार गैंगस्टरों और आतंकियों के कनेक्शन को लेकर यह छापेमारी की गई है। मानसा में एनआईए को विशाल सिंह (पटियाला जेल में बंद) और मेहशी बॉक्सर (पूर्व खिलाड़ी) के आतंकी अर्श डल्ला और ड्रग तस्करों से संबंध होने का शक है। बठिंडा में एनआईए ने संदीप सिंह ढिल्लों निवासी गांव कोठा गुरु, बॉबी निवासी मोड़ मंडी और एक अन्य के घर पर छापेमारी की। यह छापेमारी मलोट रोड बाईपास पर अमनदीप नामक व्यक्ति के घर पर की गई। अमनदीप नाभा जेल में बंद है। डबवाली में दो स्थानों पर छापेमारी NIA ने डबवाली शहर और गांव लोहगढ़ में दो स्थानों पर छापेमारी की है। एनआईए ने यहां सुबह साढ़े आठ बजे तक जांच की है। नगर निगम कर्मचारी से अमृतपाल उर्फ ​​राजू और आतंकी अर्श डल्ला के बारे में पूछताछ की। जानकारी के अनुसार, राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने डबवाली के धालीवाल नगर और लोहगढ़ में आधे घंटे तक पूछताछ की है। एनआईए की टीम सुबह-सुबह डबवाली के धालीवाल नगर में बलराज नामक व्यक्ति के घर पहुंची। टीम ने बलराज से अमृतपाल उर्फ ​​राजू और अर्श दल्ला के बारे में पूछताछ की। एनआईए की टीम ने उससे 20 मिनट तक पूछताछ की। दूसरी ओर, लोहगढ़ में आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति अमृतपाल उर्फ ​​राजू के घर एनआईए की टीम पहुंची। सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में एनआईए की टीम राजू से पहले भी दो बार पूछताछ कर चुकी है। लॉरेंस गैंग से संबंध होने के कारण उससे पूछताछ की जा रही है। हालांकि, जब एनआईए की टीम राजू के घर पहुंची तो उस समय घर पर केवल उसके परिवार के सदस्य ही मौजूद थे। जानकारी के अनुसार राजू फिलहाल बठिंडा जेल में बंद है। नहीं जानता, कौन है अर्श डल्ला धालीवाल नगर निवासी बलराज ने बताया कि वह नगर पालिका में कर्मचारी है। लोहगढ़ के अमृतपाल सिंह उर्फ राजू के घर पर उसका आना है। राजू के पिता के साथ उनके

Dainik Bhaskar हिमाचल की सरकारी बसों में वसूला प्रेशर कुकर-हीटर का किराया:23 और 264 रुपए की टिकट काटी; HRTC अधिकारी की सफाई- कंडक्टर की गलती

हिमाचल की सरकारी बसों में घरेलू सामान का अलग से किराया वसूला जा रहा है। हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (HRTC) की बस में प्रेशर कुकर के 23 रुपए और डेढ़ किलो के हीटर का 264 रुपए किराया वसूला गया। इसकी टिकट सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गई। इससे सरकार की किरकिरी हुई तो HRTC के अधिकारी सफाई दे रहे हैं। उनका कहना है कि कंडक्टर से गलती हुई है। HRTC के महाप्रबंधक पवन महाजन ने कहा कि निगम की बसों में घरेलू उपयोग के 30 किलो तक के सामान पर टिकट लेने का कोई नियम नहीं है। कंडक्टर की इस गलती को देखते हुए सभी मंडलीय प्रबंधक और क्षेत्रीय प्रबंधक को निर्देश दे दिए गए है कि कंडक्टरों को लगेज पॉलिसी के बारे में एजुकेट किया जाए, ताकि वे यात्रियों से घरेलू उपयोग की वस्तुओं पर किराया न वसूलें। हिमाचल सरकार की लगेज पॉलिसी, 30 किलो से कम का किराया नहीं 8 दिसंबर को काटा प्रेशर कुकर का टिकट प्रेशर कुकर का टिकट काटने का मामला 8 दिसंबर का है। जिस बस के कंडक्टर ने यह टिकट काटा, वह मंडी से ओट जा रही थी। यह बस HRTC के केलांग डिपो की थी। बस में बैठी एक सवारी इस प्रेशर कुकर को लेकर जा रही थी। तब कंडक्टर ने सरकारी नियमों का हवाला देते हुए इसका टिकट काट दिया। कुकर के बाद हीटर की टिकट सामने आई कुकर की टिकट के सामने आने के बाद हीटर की टिकट काटने का भी मामला सामने आ गया। इसमें पता चला है कि मंडी जिले के सराज के गाड़ागुसैणी के एक व्यक्ति से डेढ़ किलो वजन वाले हीटर का 264 रुपए किराया काटा गया। यह व्यक्ति मंडी से धर्मशाला जा रहा था। इस दौरान कंडक्टर ने उससे हीटर का टिकट काट कर उसका किराया वसूल किया है। पूर्व CM ठाकुर बोले- इससे शर्मनाक और क्या हो सकता है हिमाचल प्रदेश के पूर्व सीएम और भाजपा नेता जयराम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि शादी के एलबम, बुजुर्गों की दवाई, बच्चों के बस्ते और खिलौने के बाद अब खाना बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले प्रेशर कुकर भी अपने स्थानीय बाजार से खरीदकर घर तक ले जाने के लिए भी हिमाचलवासियों को एचआरटीसी की बसों में किराया देना पड़ रहा है। इससे शर्मनाक कृत्य और क्या हो सकता है? उपमुख्यमंत्री रोज मीडिया और विपक्ष को कोसते हैं और मातृशक्ति से कुकर, तवे, चिमटे का किराया भी वसूल रहे हैं। इससे पहले इन 4 मुद्दों पर घिर चुकी कांग्रेस सरकार इससे पहले सुक्खू सरकार टॉयलेट टैक्स, HR

Dainik Bhaskar AI इंजीनियर की खुदकुशी, पत्नी-सास समेत 4 पर FIR:1.20 घंटे के वीडियो में आपबीती, कहा- आरोपी छूटें तो अस्थियां गटर में बहा देना

बेंगलुरु में AI इंजीनियर अतुल सुभाष की खुदकुशी मामले में चार लोगों पर FIR दर्ज की गई है। FIR में अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, साले अनुराग सिंघानिया और चाचा ससुर सुशील सिंघानिया का नाम है। अतुल के भाई बिकास कुमार ने बेंगलुरु के मराठाहल्ली पुलिस स्टेशन में शिकायत की थी। इसी के आधार पर पुलिस ने पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना), धारा 3(5) (जब दो या ज्यादा लोग शामिल हों तो सामूहिक जिम्मेदारी बनती है) ने केस दर्ज किया है। अतुल ने 1 घंटे 20 मिनट का वीडियो जारी किया था। इसमें उन्होंने अपनी आपबीती बताई थी। अतुल ने ये भी मांग की थी कि अगर मुझे प्रताड़ित करने वाले बरी हो जाएं तो अस्थियां कोर्ट के बाहर गटर में बहा दी जाएं। कमरे में तख्ती मिली थी, लिखा था- अभी न्याय बाकी है अतुल ने उत्तर प्रदेश के जौनपुर की एक जज पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने अपने लेटर में लिखा है कि जज ने मामले को रफा-दफा करने के नाम पर 5 लाख रुपए मांगे थे। अतुल ने यह भी लिखा कि उनकी पत्नी और सास ने उन्हें सुसाइड करने को कहा था। मूल रूप से बिहार के अतुल सुभाष का शव बेंगलुरु के मंजूनाथ लेआउट में उनके फ्लैट से बरामद हुआ। पड़ोसियों ने उनके घर का दरवाजा तोड़ा तो उनकी बॉडी फंदे पर लटकी मिली। कमरे में ‘जस्टिस इज ड्यू’ यानी ‘न्याय बाकी है’ लिखी एक तख्ती मिली। अतुल के परिवार की शिकायत पर पुलिस ने अतुल की पत्नी और पत्नी के परिवार पर आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया है। अतुल ने अपने लेटर में राष्ट्रपति के नाम भी नोट लिखा अतुल सुभाष ने 24 पेज के लेटर में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम भी एक लेटर लिखा है। इसमें उन्होंने देश के क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम की खामियों के बारे में लिखा और पुरुषों के खिलाफ झूठे केस दर्ज कराने के ट्रेंड के बारे में बताया। एक अन्य नोट में उन्होंने लिखा कि वे अपनी पत्नी की तरफ से दायर कराए गए सभी मामलों के लिए खुद को निर्दोष बता रहे हैं। इनमें दहेज प्रतिरोध कानून और महिलाओं के खिलाफ अत्याचार का केस शामिल हैं। उन्होंने कहा कि मैं कोर्ट से रिक्वेस्ट करता हूं कि इन झूठे केसों में मेरे माता-पिता और भाई को परेशान करना बंद करें। अतुल की जुबानी जानिए पूरा मामला... दो साल साथ रहने के बाद पत्नी घर छोड़कर चली गई सुसाइड से पहले रिकॉर्ड कि

Dainik Bhaskar मध्यप्रदेश-राजस्थान में पारा 10° से नीचे:हिमाचल और उत्तराखंड में पाला पड़ने का अलर्ट; माउंट आबू में कार की छतों पर बर्फ जमी

हिमालय में हो रही बर्फबारी और मैदानों की तरफ चलने वाली हवाओं से पूरा उत्तर भारत शीतलहर की चपेट में है। मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली में कोल्ड डे का अलर्ट जारी किया गया है। इन राज्यों में पारा 10° से नीचे चला गया है। राजस्थान के हिल स्टेशन माउंट आबू में पारा 0° सेल्सियस पर पहुंच गया है। यहां कार की छतों पर पड़ी ओस की बूंदें जम गईं। सीकर के फतेहपुर में -1° रिकॉर्ड किया गया। IMD ने हिमाचल और उत्तराखंड में पाला पड़ने का अलर्ट जारी किया है। यानी यहां जमीन, हवा से भी ठंडी हो सकती है। जबकि जम्मू-कश्मीर, लद्दाख में तापमान एक हफ्ते से माइनस में चल रहा है। दक्षिण भारत के तमिलनाडु, पुडुचेरी, आंध्र प्रदेश और रायलसीमा में एक बार फिर तेज बारिश का दौर शुरू हो गया है। 12 दिसंबर तक केरल और कर्नाटक में भी भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। देशभर में मौसम की तस्वीरें... राज्यों से मौसम की खबरें... मध्य प्रदेश : पारा 6° तक पहुंचा, पचमढ़ी देश का 10वां सबसे ठंडा शहर बर्फीली हवाओं की वजह से पूरा मध्यप्रदेश ठिठुर गया है। इससे दिन और रात का टेम्प्रेचर 6 डिग्री तक गिर गया है। बुधवार को भोपाल, इंदौर, जबलपुर-उज्जैन समेत प्रदेश के 16 जिलों में शीतलहर का अलर्ट जारी किया गया है। इनमें भोपाल, इंदौर, उज्जैन और शाजापुर में कोल्ड डे रह सकता है। मंगलवार को पचमढ़ी देश का 10वां सबसे सर्द शहर रहा। राजस्थान: 17 जिलों में आज शीतलहर का अलर्ट; सीकर के फतेहपुर में पारा माइनस 1 डिग्री ​​​​​​राजस्थान में शीतलहर चलने और टेम्परेचर गिरने से सुबह-शाम कड़ाके की सर्दी पड़नी शुरू हो गई। मंगलवार को प्रदेश के तीन शहरों को छोड़कर बाकी सभी जगहों पर पारा 10° से नीचे पहुंच गया है। जयपुर, जोधपुर, अजमेर, कोटा और बीकानेर संभाग के जिलों में कोल्ड वेव का सबसे ज्यादा असर रहा। सीकर के फतेहपुर में तापमान माइनस 1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। इसी के साथ पूरे प्रदेश में सबसे ठंडा फतेहपुर रहा।

Dainik Bhaskar संत सियाराम बाबा का 110 वर्ष की आयु में निधन:सुबह 6.10 बजे ली अंतिम सांस; 10 साल खड़े रहकर की थी मौन तपस्या

संत सियाराम बाबा का 110 वर्ष की आयु में निधन हो गया। बाबा ने बुधवार मोक्षदा एकादशी पर बुधवार सुबह 6:10 बजे अंतिम सांस ली। देश भर में उनके अनुयायियों में शोक की लहर है। बाबा पिछले 10 दिन से निमोनिया से पीड़ित थे। शाम 4 बजे नर्मदा नदी किनारे भटयान आश्रम क्षेत्र में अंत्येष्टि होगी। इसमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी शामिल होंगे। डॉक्टरों ने की थी 24 घंटे की निगरानी कसरावद ब्लॉक के बीएमओ डॉ. संतोष बडोले ने बताया, संत सियाराम बाबा के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए 24 घंटे डॉक्टरों की एक टीम तैनात थी। उनके स्वास्थ्य में आंशिक सुधार हो रहा था। एक दिन पहले बाबा को सलाईन लगाया गया था और ऑक्सीजन भी दी जा रही थी। उनकी पल्स और बीपी सामान्य थे, लेकिन बुधवार सुबह 6 बजे के करीब उनके शरीर में हलचल बंद हो गई। डॉक्टरों ने तुरंत उनकी स्वास्थ्य जांच की। इसी दौरान बाबा को अचानक हिचकी आई और उनकी पल्स रुक गई। डॉक्टरों ने काफी प्रयास किया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। 1933 से नर्मदा किनारे रहकर की तपस्या संत सियाराम बाबा के अनुयायियों ने बताया, बाबा का असली नाम कोई नहीं जानता। वे 1933 से नर्मदा किनारे रहकर तपस्या कर रहे थे। 10 साल तक खड़े रहकर मौन तपस्या की। अपने तप और त्याग से लोगों के हृदय में जगह बनाई। पहली बार उनके मुंह से सियाराम का उच्चारण हुआ था। तभी से लोग उन्हें संत सियाराम बाबा के नाम से पुकारते हैं। बाबा पिछले 7 दशक से लगातार श्री रामचरितमानस का पाठ कर रहे हैं। उनके आश्रम में श्रीराम धुन 24 घंटे चल रही है। वे अपने शिष्यों से महज ₹10 भेंट ही लेते हैं। सियाराम बाबा ने नागलवाड़ी धाम और खारघर इंदौर की सीमा स्थित जामगेट के पास स्थित विंध्यवासिनी मां पार्वती मंदिर में 25 लाख रुपए से ज्यादा की रकम मंदिर निर्माण में भेंट की है। अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण में भी 2 लाख रुपए भेंट भेज चुके हैं। क्षेत्र में उनके अनुयायियों के लिए यात्री प्रतीक्षालय भी बनवा चुके हैं। गुजरात के कठियावाड़ से नर्मदा किनारे तक का सफर सेवादार आत्माराम बिरला ने बताया, संत सियाराम बाबा मूलतः गुजरात के कठियावाड़ क्षेत्र के निवासी थे। उन्होंने 17 वर्ष की आयु में घर त्यागकर वैराग्य का मार्ग अपना लिया था। 22 वर्ष की आयु में वे तेली भट्टाण आए और मौन धारण कर लिया। बाबा नियमित रूप से रामायण पाठ करते थे। जब वे अस्वस्

Dainik Bhaskar एमपी में बना गीता पाठ का वर्ल्ड रिकॉर्ड:7 हजार से ज्यादा प्रतिभागियों ने एक साथ पढ़ा तीसरा अध्याय; उज्जैन में 5108 स्टूडेंट हुए शामिल

भोपाल में गीता जयंती के मौके पर बुधवार को 7 हजार प्रतिभागियों ने सामूहिक गीता पाठ किया। इनमें 3721 आचार्य और बटुक शामिल थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी मौजूद रहे। मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित राज्यस्तरीय कार्यक्रम में गीता के तीसरे अध्याय 'कर्म योग' का सस्वर पाठ सुबह करीब साढे़ 11 बजे शुरू होकर 9 मिनट तक चला। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के एजुकेटर विश्वनाथ ने विश्व रिकार्ड की घोषणा की। जिसके बाद सीएम यादव को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट सौंपा गया। इस दौरान सीएम ने प्रदेश की 1.28 करोड़ लाड़ली बहनों के बैंक खातों में सिंगल क्लिक से 1250 रुपए डाले। 55 लाख सामाजिक सुरक्षा पेंशन हितग्राहियों को भी 334 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए। उज्जैन में भी अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के चौथे दिन बुधवार को कॉलेज, स्कूल और संस्कृत विद्यालय के बटुक, आचार्य और विद्यार्थियों ने सामूहिक गीता पाठ किया। 5108 बच्चों ने सुबह 11 बजे गीता का पाठ शुरू किया, जो दोपहर 12 बजे तक चला। सीएम बोले-किसी पूजा पद्धति से हमारा विरोध नहीं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा, 'किसी पूजा पद्धति से हमारा विरोध नहीं है। हमने इंद्र का दरबार नहीं देखा लेकिन आज उसका लघु रूप यहां दिखाई दे रहा है। 10 हजार श्लोक यहां पढ़े गए। 5 हजार साल पहले जो रिकॉर्ड बना था, उस समय गिनीज बुक नहीं थी। लेकिन उस समय भगवान के मुखारबिंद से निकले एक-एक शब्द लिपिबद्ध हुए थे। आज एमपी नहीं, दुनिया के अंदर पहली बार भगवान के मुंह से निकली गीता के पाठ का रिकॉर्ड बना है। आने वाले समय में इससे बड़ा कार्यक्रम कोई और करे तो हम आनंद में डूबेंगे।' गूगल पर गीता के बारे में सबसे ज्यादा सर्च मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के दिन हमने गीता जयंती का उत्सव मनाया, आज के दिन ही भगवान ने स्वयं को सांदीपनि आश्रम में शिक्षार्थी के रूप में रखकर शिक्षा ग्रहण की थी। चारों वेद, 18 पुराण, 64 कलाएं...सबका निचोड़ समाज को देने का प्रयास किया। आजकल गूगल के सर्च इंजन के माध्यम से दुनिया में सबसे ज्यादा जिस पुस्तक के बारे में लोग जानकारी जानना चाहते हैं, वह हमारी पवित्र गीता जी हैं। भगवान श्रीकृष्ण ने जन्म से लेकर मृत्यु तक अपनी लीलाओं और आदर्शों के माध्यम से समूचे समाज को प्रेरणा दी है। उनके जीवन और पवित्र धर्मग्रंथ गीता की शिक्षा से प्रदेशवासियों के जीवन को आलोकित

Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:एक्टर मोहन बाबू मंचू ने मीडियाकर्मियों से मारपीट की, शिकायत दर्ज

टॉलीवुड एक्टर मोहन बाबू मंचू और उनके बेटे मंचू मनोज के बीच संपत्ति को लेकर विवाद जारी है। बुधवार को मीडियाकर्मी इसे कवर करने उनके घर पहुंचे तो मोहन बाबू ने मीडियाकर्मियों का माइक छीनकर उनपर हमला कर दिया। घटना हैदराबाद स्थित उनके घर की है।

Dainik Bhaskar स्कूली बच्चों को बर्फ में खड़े कर प्रार्थना कराई:बर्फबारी से सड़कें-गाड़ियां बंद; 3-4 घंटे में 15KM पैदल चले, बर्फ जमी छत के नीचे परीक्षा दिलाई

हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में बच्चों को स्कूल की परीक्षा से पहले बर्फ की परीक्षा देनी पड़ी। दरअसल, 6 से 12 साल की उम्र के 143 बच्चों को स्कूल पहुंचने के लिए न सिर्फ 3 से 4 घंटे बर्फ में 15 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा, बल्कि उन्हें बर्फ में खड़े होकर सुबह की प्रार्थना भी कराई गई। इतना ही नहीं, जिस कमरे में उन्हें 3 घंटे बैठाकर परीक्षा दिलवाई गई, उसकी छत भी बर्फ से ढकी हुई थी। ऐसे में कई बच्चे ठंड के कारण बीमार पड़ने लगे। इसके बाद परिजनों ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। परिजनों का कहना है कि बर्फबारी के बावजूद स्कूलों में परीक्षा का समय क्यों नहीं बदला गया। इस मामले में हिमाचल के शिक्षा निदेशक ने कहा कि अगर कोई प्रस्ताव आता है तो हम यहां बच्चों की वार्षिक परीक्षा का शेड्यूल बदलने पर विचार करेंगे। सिलसिलेवार ढंग से जानिए पूरा मामला... मंगलवार से शुरू हुए तीसरी-पांचवीं के एग्जाम हिमाचल स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला की तरफ से तीसरी और पांचवी कक्षा के बोर्ड एग्जाम मंगलवार से शुरू हो गए है। पहली, दूसरी और चौथी क्लास के एग्जाम भी चल रहे हैं। इस बीच हिमाचल की ऊंची चोटियों पर 8 व 9 दिसंबर को ताजा बर्फबारी हुई। इससे सिरमौर जिला के ऊंचाई वाले कुछेक क्षेत्रों में तापमान माइनस 7 से माइनस 8 डिग्री तक गिर गया। बर्फबारी की वजह से गाड़ियां बंद सिरमौर का हरिपुरधार सेंटर प्राइमरी स्कूल 8003 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यहां 143 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। आम दिनों में बच्चे बस से स्कूल पहुंचते थे। मगर, 8 और 9 दिसंबर को यहां बर्फबारी हुई। जिसके बाद सड़कों पर बर्फ जम गई। इस वजह से यहां गाड़ियां चलनी बंद हो गईं। गाड़ियां बंद तो पैदल गए बच्चे बर्फबारी के कारण सड़कें-गाड़ियां बंद होने से पेपर देने के लिए बच्चों को पैदल जाना पड़ा। बच्चे कड़ाके की सर्दी में सुबह 6 से 7 बजे घरों से पैदल निकले। 3 से 4 घंटे के पैदल सफर के बाद वह किसी तरह स्कूल पहुंचे। कुछ बच्चों के माता-पिता उन्हें पीठ पर उठाकर तो कुछ हाथ पकड़कर स्कूल तक लेकर आए। स्कूल में पहले बर्फ में खड़े कर प्रार्थना कराई एग्जाम से पहले पैदल आने से थके बच्चों से पहले बर्फ के ऊपर खड़े कर प्रार्थना कराई गई। इसके बाद 10 बजे उनका पेपर शुरू हुआ। 1 बजे तक बच्चों ने 3 घंटे का पेपर दिया। इसके बाद वह पैदल ही घर लौटे। जिस कमरे में परीक्षा, वहां माइनस 2 डिग्री

Dainik Bhaskar हरियाणा CMO में एंट्री के लिए दिग्गजों की लॉबिंग:4 पूर्व मंत्रियों के नाम शामिल; 2 सीएम सैनी के करीबी, विधानसभा चुनाव हार चुके

हरियाणा मुख्यमंत्री ऑफिस (CMO) में पॉलिटिकल नियुक्तियां दिग्गजों की लॉबिंग के कारण अटकी हुई हैं। सूत्रों का कहना है कि बड़े चेहरों की मौजूदगी के कारण फैसला नहीं हो पा रहा है। इनमें चार पूर्व मंत्रियों के नाम भी शामिल हैं। 2 पूर्व मंत्री मुख्यमंत्री नायब सैनी के करीबी हैं। इन सभी दिग्गजों को हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है। अब वे राजनीतिक रूप से सक्रिय रहने के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय में काम करना चाहते हैं। सूत्रों का कहना है कि सीएम सैनी CMO को लेकर किसी भी तरह के विवाद से बचना चाहते हैं, इसलिए फिलहाल इन नियुक्तियों को टाल दिया गया है। संभावना है कि दिसंबर के लास्ट और जनवरी के फर्स्ट वीक में इसको लेकर फैसला किया जाए। डेढ़ घंटे खट्‌टर के साथ सीएम सैनी की चर्चा केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्‌टर 9 दिसंबर को पीएम नरेंद्र मोदी के साथ पानीपत आए थे। पानीपत के बाद केंद्रीय मंत्री चंडीगढ़ भी रहे। जहां उनकी सीएम सैनी से हरियाणा भवन में करीब डेढ़ घंटा वन टू वन मीटिंग हुई। इस मीटिंग को लेकर हरियाणा सचिवालय में खूब चर्चा हो रही है। हालांकि मीटिंग में क्या हुआ इसके बारे में कोई कुछ भी नहीं बता रहा है, लेकिन यह जरूर कहा जा रहा है कि इस मीटिंग में सीएमओ की नियुक्तियों के साथ दूसरे अन्य मुद्दों को लेकर दोनों दिग्गजों के बीच चर्चा हुई है। ये दिग्गज कर रहे लॉबिंग... 1. असीम गोयल: ये सीएम नायब सैनी के करीबी माने जाते हैं। सैनी के फर्स्ट टर्म में इन्हें राज्य मंत्री बनाया गया था। ट्रांसपोर्ट विभाग की जिम्मेदारी दी गई थी। हालांकि चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। बताया जा रहा है कि गोयल सीएम के पॉलिटिकल एडवाइजर बनने के इच्छुक हैं। यह भी संभावना है कि पूर्व राज्य मंत्री को सीएमओ के बजाय भाजपा संगठन में भी बड़ी जिम्मेदारी दे दी जाए। 2. कंवर पाल गुर्जर: पूर्व सीएम मनोहर लाल और नायब सैनी के पहले कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। इस बार चुनाव हार जाने के बाद वह सीएमओ में रहकर राजनीति में एक्टिव रहना चाहते हैं। सीनियर नेता होने के कारण संगठन से लेकर सरकार तक उनकी अच्छी पकड़ है। CMO में अन्य नियुक्तियां लगभग हो चुकी हैं, लेकिन पॉलिटिकल एडवाइजर की एक पोस्ट खाली है, जिसके लिए ये एक्टिव हैं। 3. सुभाष सुधा: थानेसर के पूर्व विधायक हैं। इस बार उन्हें

Dainik Bhaskar भास्कर ओपिनियन:वन नेशन, वन इलेक्शन आख़िर कितना कारगर!

कहते हैं मौजूदा संसद सत्र में ही केंद्र सरकार वन नेशन, वन इलेक्शन विधेयक पेश कर सकती है। सरकार का कहना है कि वह इस विधेयक पर आम सहमति बनाना चाहती है। हो सकता है यह विधेयक जेपीसी यानी ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी को भेजा जाए ताकि इस पर व्यापक विचार-विमर्श हो सके। विचार अच्छा है और किफ़ायती भी। क्योंकि बार- बार के चुनावों से लोग तंग आ चुके हैं और बेपनाह चुनाव खर्च से मुक्ति का ज़रिया भी यही है। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली कमेटी को यह काम सौंपा गया था। उन्होंने सिफ़ारिश की है कि सभी विधानसभाओं का कार्यकाल 2029 तक बढ़ा-घटा दिया जाए और लोकसभा के साथ फिर सभी विधानसभाओं के एक साथ चुनाव करवा लिए जाएँ। इसी तरह बाद में नगरीय निकायों के चुनावों की भी तारीख़ निश्चित करके वन नेशन, वन इलेक्शन की अवधारणा को पूरा किया जाए। सीधा - सवाल यह है कि जिन दलों को सरकारें गिराने की आदत सी है, उनका क्या होगा? बीच कार्यकाल जो सरकारें गिर जाएंगी, उन राज्यों में मध्यावधि चुनाव होंगे या नहीं? नहीं होंगे तो क्या वहाँ शेष अवधि में राष्ट्रपति शासन क़ायम रहेगा क्या? अगर मध्यावधि चुनाव की नौबत आती है तो फिर वन नेशन, वन इलेक्शन की धारणा का क्या होगा? क्या मध्यावधि चुनाव होने की स्थिति में नई सरकार पूरे पाँच साल के लिए चुनी जाएगी या पिछली विधानसभा के शेष कार्यकाल के लिए? वैसे भी अभी लोकसभा और विधानसभा सीटों के परिसीमन का कार्य बाक़ी है। संसद और विधान मंडलों की सीटें बढ़ने की स्थिति में क्या होगा? कितनी सीटें बढ़ेंगी? दक्षिणी राज्यों में कितनी और शेष भारत में कितनी, यह गिनती लगाना अभी बाक़ी है। भारत जैसे देश में ये वन नेशन, वन इलेक्शन का नारा कितना कारगर साबित होता है, यह तो भविष्य ही बताएगा, लेकिन ऐसा होता है तो देश को बेतहाशा चुनाव खर्च से छुटकारा तो मिलेगा ही, रोज- रोज के चुनावी हल्ले से भी निश्चित तौर पर मुक्ति मिल जाएगी।

Dainik Bhaskar मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:लालू बोले- ममता INDIA का नेतृत्व करें, कांग्रेस को छोड़िए; CM भजनलाल शो छोड़कर निकले, सोनू निगम बोले- आप आया ही मत करो

नमस्कार, कल की बड़ी खबर INDIA ब्लॉक के नेतृत्व से जुड़ी रही, RJD चीफ लालू यादव ने भी ममता बनर्जी की दावेदारी का समर्थन कर दिया है। एक खबर राइजिंग राजस्थान समिट से जुड़ी रही, मशहूर सिंगर सोनू निगम ने CM भजनलाल शर्मा से नाराजगी जताई है। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. लालू बोले- INDIA ब्लॉक का नेतृत्व ममता करें, कांग्रेस के विरोध का कोई मतलब नहीं लालू यादव का कहना है कि पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी को INDIA ब्लॉक का नेतृत्व करना चाहिए। लालू ने कहा, 'कांग्रेस के विरोध का कोई मतलब नहीं है। नेतृत्व ममता जी को दे देना चाहिए।' ममता ने 7 दिसंबर को एक बयान में INDIA ब्लॉक के नेतृत्व की इच्छा जताई थी। गठबंधन में शामिल शिवसेना (UBT), सपा और NCP शरद पवार भी ममता का समर्थन कर चुके हैं। लोकसभा चुनाव में INDIA को 234 सीटें मिली थीं: लोकसभा चुनाव में I.N.D.I.A को 234 सीटें मिली थीं। इसमें कांग्रेस की 99, समाजवादी पार्टी की 37 और तृणमूल कांग्रेस की 29 सीटें हैं। बहुमत का आंकड़ा 272 है। वहीं, महाराष्ट्र चुनाव में कांग्रेस INDIA ब्लॉक को लीड कर रही थी। महाविकास अघाड़ी (MVA) 288 में से सिर्फ 45 सीटें जीत सकी। BJP गठबंधन को 230 सीटें मिलीं। इस चुनावी नतीजे के बाद से ही कांग्रेस की अगुआई पर सवाल उठ रहे हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस, विपक्ष का आरोप- धनखड़ हमें बोलने नहीं देते विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया। प्रस्ताव पेश करने 14 दिन पहले नोटिस देना जरूरी होता है। आरोप है कि धनखड़ पक्षपातपूर्ण तरीके से सदन चलाते हैं और विपक्ष को बोलने नहीं देते। नोटिस में कांग्रेस, TMC, AAP, सपा, DMK, CPI, CPI-M और RJD समेत 60 सांसदों के दस्तखत हैं। विपक्ष के हंगामे के चलते राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। अब आगे क्या होगा: अगर प्रस्ताव राज्यसभा में पेश होता है, तो इसे पास कराने के साधारण बहुमत की आवश्यकता होगी, लेकिन 243 सांसदों वाली राज्यसभा में विपक्ष के पास जरूरी संख्या नहीं है। उपसभापति को हटाने के लिए लोकसभा में भी प्रस्ताव पास कराना जरूरी होता है। लोकसभा में NDA के 293 और I.N.D.I.A के 236 सदस्य हैं। बहुमत 272 पर है।

Dainik Bhaskar आंदोलनकारी किसानों पर डिजिटल स्ट्राइक:किसान बोले- सोशल मीडिया पेज बंद किए जा रहे, हरियाणा पुलिस ने लोहे के एंगल लगाए

हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर पिछले 10 महीनों से प्रदर्शन कर रहे किसानों ने एक बार फिर दिल्ली कूच का ऐलान किया है। इसके लिए 14 दिसंबर का दिन तय किया है। इससे पहले किसान 2 बार दिल्ली के लिए रवाना हुए, लेकिन हरियाणा पुलिस ने उन्हें बॉर्डर से खदेड़ दिया। किसान आंदोलन से जुड़े फोटो-वीडियो अपने सोशल मीडिया अकाउंटों (X, फेसबुक और इंस्टाग्राम) पर शेयर करते हैं। किसानों ने आरोप लगाया है कि अब उनके सोशल मीडिया पेज बंद किए जा रहे हैं। इसके साथ रीच भी घटा दी गई है। किसान नेता तेजबीर सिंह ने कहा कि मंगलवार को वह अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट डालने लगे तो वह अपलोड नहीं हुई। तब उन्हें पता लगा कि फेसबुक पेज बंद हो गया है। इसके साथ भारतीय किसान यूनियन शहीद भगत सिंह का पेज बंद हुआ है। केंद्र सरकार ही सब कर रही है। मंगलवार को ही लोगों को कहा था कि वह किसानों के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करें। हरियाणा पुलिस ने शेड पर लगाए लोहे के एंगल दूसरी तरफ किसानों के पंडाल से करीब 500 मीटर की दूरी पर पुल पर बनाए गए शेड को हरियाणा पुलिस मजबूत कर रही है। छत के ऊपर लोहे के एंगल लगाए गए हैं। ताकि कोई ऊपर न चढ़ पाए। इसी जगह से 8 दिसंबर को पुलिस ने किसानों पर पहले फूलों की बारिश और बाद में आंसू गैस के गोले छोड़े थे। डल्लेवाल की तबीयत बिगड़ी खनौरी बॉर्डर पर मरणव्रत पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के वाइटल पैरामीटर्स पर अब डॉक्टरों ने लगातार नजर बनाए रखने के लिए मशीनें इस्तेमाल करनी शुरू कर दी हैं। डॉक्टरों का कहना है कि डल्लेवाल की तबीयत कभी भी कंट्रोल से बाहर हो सकती है। क्योंकि बीपी और शुगर एक दम अधिक और कम हो रही है। दूसरा वह कोई दवाई भी नहीं ले रहे हैं। जबकि वह कैंसर जैसे घातक रोग का सामना कर रहे हैं। अभिमन्यु बोले- 12 दिसंबर की शाम काे खाना न बनाएं किसान नेता अभिमन्यु सिंह कोहाड़ ने कहा कि जगजीत सिंह डल्लेवाल के आमरण अनशन के समर्थन में 12 दिसंबर को सभी देशवासी शाम का भोजन न बनाएं। साथ ही #WeSupportJagjeetSinghDallewal के हैशटैग के साथ सोशल मीडिया पर परिवार सहित तस्वीर साझा करें। 13 तारीख को मोर्चे को 10 महीने हो जाएंगे। ऐसे में वहां पर बड़े समागम होंगे। जबकि 14 को 101 किसानों का तीसरा जत्था दिल्ली के लिए कूच करेगा। किसानों ने 2 बार दिल्ली कूच ती कोशिश की, दोनों बार पीछे हटे... 6 दिसंबर को ढ

Dainik Bhaskar हरियाणा के झोटे की चीन में डिमांड:4 साल से मांग रहा सीमन; एक डोज की कीमत ₹500; डाइटीशियन रहता है खाने का ध्यान

हरियाणा में हिसार गौरव नाम का क्लोन मुर्रा झोटा सुर्खियों में है। बीते कल यानी मंगलवार (10 दिसंबर) को उसका हिसार स्थित केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान (CIRB) में जन्मदिन मनाया गया। वैज्ञानिकों ने केक काटा। इस क्लोन झोटे को CIRB ने ही तैयार किया है। उसकी उम्र 10 साल हो गई है। इसके सीमन की काफी डिमांड है। क्लोन प्रोजेक्ट इंचार्ज PS यादव के मुताबिक चीन भी उसके सीमन को खरीदने के लिए 2019 से प्रयास कर रहा है, लेकिन रिश्ते ठीक न होने पर केंद्र सरकार ने अप्रूवल नहीं दी है। झोटे का वजन 1 टन यानी 1 हजार किलो है। इसे रोजाना रिवर्स ऑस्मोसिस (RO) के पानी से नहाया जाता है। उसे खाने में दलिया, चना, बाजरा और जौ आदि दिए जाते हैं। 2015 में जन्म, 22000 डोज का उत्पादन जानकारी के मुताबिक हिसार गौरव का जन्म 11 दिसंबर 2015 को हिसार में हुआ। अब तक इस भैंसे ने सीमन की 22000 डोज का उत्पादन किया है। इन डोज का इस्तेमाल कृत्रिम गर्भाधान के लिए किया गया। हिसार गौरव के सीमन से पैदा हुए 2 भैंसों ने अब तक 2 लाख से ज्यादा डोज उपलब्ध करवाई हैं। वहीं, इसकी डोज से पैदा हुईं भैंसों ने दूध उत्पादन में अच्छी खासी बढ़ोतरी की है। भैंसों ने प्रति ब्यांत 300 से 600 लीटर तक दूध दिया है। इसके सीमन से 45 प्रतिशत से अधिक गर्भाधान गौरव के सीमन से भैसों का 45 प्रतिशत से अधिक गर्भाधान हुआ, जोकि ब्रीडिंग बुल के बराबर है। हिसार गौरव के सीमन का उपयोग करने वाले किसानों ने भी बताया है कि उनके यहां दूध उत्पादन में सुधार हुआ है। किसानों ने इसके और भी लाभ गिनाए, जैसे- सीमन से आनुवंशिक सुधार को बढ़ावा मिला, पशुधन उत्पादकता बढ़ी और पशुओं की अगली पीढ़ी में उच्च प्रजनन क्षमता में सुधार हुआ। खाने का ध्यान रखने को डाइटीशियन, RO के पानी से नहाता है झोटे को वजन के हिसाब से दाना-पानी दिया जाता है। उसका वजन 1000 किलो है। इस हिसाब से इसे एक बार में 5 किलो दाना और हरा चारा दिया जाता है। इसके अलावा प्रोटीन की मात्रा का भी डाइटीशियन ध्यान रखता है। CIRB में एक न्यूट्रिशन डिपार्टमेंट है, जहां के डाइटीशियन हिसार गौरव का खास ख्याल रखते हैं। झोटे को दिन में एक बार RO के पानी से नहलाया जाता है। इसके पानी के टीडीएस का विशेष ध्यान रखते हैं। एक सीमन डोज की कीमत 500 रुपए हिसार गौरव के एक सीमन डोज की कीमत 500 रुपए है। एक डोज में 0.25 एमएल का स्ट्रॉ हो

Dainik Bhaskar मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:लालू बोले- ममता INDIA का नेतृत्व करें, कांग्रेस को छोड़िए; CM भजनलाल शो छोड़कर निकले, सोनू निगम बोले- आप आया ही मत करो

नमस्कार, कल की बड़ी खबर INDIA ब्लॉक के नेतृत्व से जुड़ी रही, RJD चीफ लालू यादव ने भी ममता बनर्जी की दावेदारी का समर्थन कर दिया है। एक खबर राइजिंग राजस्थान समिट से जुड़ी रही, मशहूर सिंगर सोनू निगम ने CM भजनलाल शर्मा से नाराजगी जताई है। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. लालू बोले- INDIA ब्लॉक का नेतृत्व ममता करें, कांग्रेस के विरोध का कोई मतलब नहीं लालू यादव का कहना है कि पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी को INDIA ब्लॉक का नेतृत्व करना चाहिए। लालू ने कहा, 'कांग्रेस के विरोध का कोई मतलब नहीं है। नेतृत्व ममता जी को दे देना चाहिए।' ममता ने 7 दिसंबर को एक बयान में INDIA ब्लॉक के नेतृत्व की इच्छा जताई थी। गठबंधन में शामिल शिवसेना (UBT), सपा और NCP शरद पवार भी ममता का समर्थन कर चुके हैं। लोकसभा चुनाव में INDIA को 234 सीटें मिली थीं: लोकसभा चुनाव में I.N.D.I.A को 234 सीटें मिली थीं। इसमें कांग्रेस की 99, समाजवादी पार्टी की 37 और तृणमूल कांग्रेस की 29 सीटें हैं। बहुमत का आंकड़ा 272 है। वहीं, महाराष्ट्र चुनाव में कांग्रेस INDIA ब्लॉक को लीड कर रही थी। महाविकास अघाड़ी (MVA) 288 में से सिर्फ 45 सीटें जीत सकी। BJP गठबंधन को 230 सीटें मिलीं। इस चुनावी नतीजे के बाद से ही कांग्रेस की अगुआई पर सवाल उठ रहे हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस, विपक्ष का आरोप- धनखड़ हमें बोलने नहीं देते विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया। प्रस्ताव पेश करने 14 दिन पहले नोटिस देना जरूरी होता है। आरोप है कि धनखड़ पक्षपातपूर्ण तरीके से सदन चलाते हैं और विपक्ष को बोलने नहीं देते। नोटिस में कांग्रेस, TMC, AAP, सपा, DMK, CPI, CPI-M और RJD समेत 60 सांसदों के दस्तखत हैं। विपक्ष के हंगामे के चलते राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। अब आगे क्या होगा: अगर प्रस्ताव राज्यसभा में पेश होता है, तो इसे पास कराने के साधारण बहुमत की आवश्यकता होगी, लेकिन 243 सांसदों वाली राज्यसभा में विपक्ष के पास जरूरी संख्या नहीं है। उपसभापति को हटाने के लिए लोकसभा में भी प्रस्ताव पास कराना जरूरी होता है। लोकसभा में NDA के 293 और I.N.D.I.A के 236 सदस्य हैं। बहुमत 272 पर है।

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