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Dainik Bhaskar इल्तिजा मुफ्ती बोलीं- हिंदुत्व एक बीमारी है:इसने भगवान के नाम को कलंकित किया, जय श्री राम का नारा लगाकर लिचिंग हो रही
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा ने कहा कि हिंदुत्व एक बीमारी है जिसने लाखों भारतीयों को बीमार किया है। यह भगवान के नाम को भी कलंकित कर रही है। जय श्री राम का नारा अब राम राज्य के बारे में नहीं है। इसका इस्तेमाल भीड़ द्वारा हत्या के दौरान किया जाता है। पीडीपी नेता ने ये बातें एक कथित वायरल वीडियो सामने आने के बाद कहीं। दरअसल 6 दिसंबर को एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें कुछ लोग नाबालिग मुस्लिम लड़कों को 'जय श्री राम' का नारा लगाने के लिए मजबूर कर रहे हैं। इल्तिजा बोलीं- हिंदुत्व और हिंदू धर्म में बड़ा अंतर इल्तिजा ने हिंदुत्व की आलोचना करते हुए कहा कि यह 1940 के दशक में वीर सावरकर द्वारा प्रचारित नफरत की विचारधारा है। लेकिन मेरा मानना है कि इस्लाम की तरह, हिंदू धर्म भी धर्मनिरपेक्षता, प्रेम और करुणा को बढ़ावा देने वाला धर्म है। इसलिए, हमें इसे जानबूझकर बिगाड़ना नहीं चाहिए। इससे पहले शनिवार को भी इल्तिजा ने कहा था कि भगवान राम को शर्म से अपना सिर झुका लेना चाहिए और असहाय होकर देखना चाहिए कि कैसे नाबालिग मुस्लिम लड़कों को सिर्फ इसलिए चप्पलों से पीटा जा रहा है क्योंकि उन्होंने उनका नाम लेने से इनकार कर दिया है। भाजपा बोली- पीडीपी नेता को माफी मांगनी चाहिए भाजपा नेता रविंदर रैना ने कहा कि पीडीपी नेता ने हिंदू धर्म के लिए बहुत अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया है और उनसे माफी मांगने की मांग की। रैना ने कहा, "पीडीपी नेता ने बहुत अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया है। इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। राजनीति में मतभेद हो सकते हैं, लेकिन अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। इसके बाद इल्तिजा मुफ्ती ने एक और पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने कहा कि इस्लाम के नाम पर की गई "बेवजह हिंसा" ने 'इस्लामोफोबिया' को जन्म दिया है और हिंदू धर्म के साथ भी ऐसी ही स्थिति हो रही है। आज इसका इस्तेमाल अल्पसंख्यकों को मारने और उन पर अत्याचार करने के लिए किया जा रहा है। इल्तिजा चुनाव हार चुकीं, बिजबेहरा मुफ्ती परिवार का गढ़ था जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में इस बार महबूबा मुफ्ती चुनाव नहीं लड़ीं। उन्होंने बेटी इल्तिजा को चुनावी मैदान में उतारा। बिजबेहरा सीट पर इल्तिजा अपना पहला ही चुनाव हार गईं। 25 साल तक बिजबेहरा मुफ्ती परिवार का गढ़ रहा था। इस बार नेशनल कां
Dainik Bhaskar BJP बोली- सोनिया अलग कश्मीर समर्थक संगठन से जुड़ीं:भारत विरोधी सोरोस कांग्रेस को फंडिंग कर रहे, दोनों मिलकर इकोनॉमी को तबाह करना चाहते हैं
भाजपा ने रविवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ऐसे संगठन से जुड़ी हैं, जो कश्मीर को भारत से अलग करने की वकालत करता है। भाजपा का कहना है कि इस संगठन को जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन की तरफ से फंडिंग मिलती है। इस संगठन का नाम फोरम ऑफ डेमोक्रेटिक लीडर्स इन एशिया पेसिफिक (FDL-AP) है। सोनिया इसकी सह-अध्यक्ष (CO) हैं। कांग्रेस पर BJP के 2 गंभीर आरोप... पहला आरोप: कांग्रेस के राजीव गांधी फाउंडेशन को भी जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन से फंड मिला है। इस फंड का इस्तेमाल भारत को बदनाम करने के लिए किया जा रहा है। दूसरा आरोप: राहुल गांधी कई बार ऑर्गनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (OCCRP) की रिपोर्ट का हवाला देकर केंद्र सरकार पर हमला करते हैं। OCCRP को जॉर्ज सोरोस से फंडिग मिलती है। ये दोनों कांग्रेस के साथ मिलकर भारत की अर्थव्यवस्था को कमजोर करने और मोदी सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। अब पूरा मामला 3 पॉइंट्स में समझिए… 1. राहुल ने OCCRP रिपोर्ट्स का हवाला देकर केंद्र को घेरा OCCRP खोजी पत्रकारों का एक संगठन है। इसी संस्था ने साल 2023 में अपनी रिपोर्ट में बिजनेसमैन गौतम अडाणी पर स्टॉक मैनिपुलेशन और कई तरह की अनियमितताओं के आरोप लगाए थे। इसके अलावा इसी संस्था ने पेगासस मुद्दे को लेकर भी रिपोर्ट पब्लिश की थी। राहुल गांधी कई बार OCCRP की रिपोर्ट के आधार पर PM मोदी और केंद्र सरकार पर निशाना साध चुके हैं। 2. BJP बोली- OCCRP और राहुल मिलकर भारत को तोड़ने की कोशिश में 5 दिसंबर को बीजेपी सांसद संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने फ्रांसीसी मीडिया की एक रिपोर्ट के हवाले से बताया कि OCCRP को अमेरिकी सरकार की तरफ काफी फंडिंग मिलती है। साथ ही इस संगठन को अमेरिकी उद्योगपति जॉर्ज सोरोस से भी पैसा मिलता है। ताकि भारत विरोधी अभियान चलाया जा सका। भाजपा का कहना है कि संसद सत्र से पहले जानबूझकर भारतीय उद्योगपतियों के खिलाफ रिपोर्ट लाई जाती हैं। ताकि संसद न चल सके। इससे भारत का नुकसान हो और भारत के उद्योगपति न पनपे। यही राहुल गांधी की कोशिश है। संबित पात्रा ने कहा;- गांधी परिवार एक ऐसा परिवार है, जो अपनी कुर्सी के लिए देश को बेचने से भी गुरेज नहीं करेगा। राहुल गांधी देशद्रोही हैं और मुझे ये कहने में कोई संकोच नहीं है। 3. अमेरिका का BJP के आरोपों से इनकार बीज
Dainik Bhaskar 12 PHOTOS में किसानों के दिल्ली कूच की कोशिश:पुलिस ने चाय-बिस्किट ऑफर किए, फूल बरसाए, आंसू गैस के गोले-वाटर कैनन से खदेड़े
पंजाब के 101 किसान रविवार, 8 दिसंबर को दोपहर 12 बजे दिल्ली कूच के लिए रवाना हुए। किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़ दी और पुलिस के पास पहुंच गए। हरियाणा पुलिस ने परमिशन न होने की बात कहकर उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया। इस पर किसानों और पुलिस में बहस हुई। जवाब में पुलिस ने पेपर स्प्रे किया और आंसू गैस के गोले दागे। पहली बार कोई किसान घायल नहीं हुआ। दूसरी बार जब आंसू गैस के गोले दागे तो 8 किसान घायल हो गए। जिसमें एक ही हालत गंभीर है। पुलिस ने शेड पर चढ़कर किसानों पर फूल बरसाए। किसानों ने पुलिस की तरफ से दागे बम शेल भी दिखाए। फिर पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। किसानों के घायल होने के बाद किसान नेताओं ने जत्थे को वापस बुला लिया। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि कल (9 दिसंबर) मीटिंग के बाद अगली रणनीति बनाई जाएगी। अब 12 तस्वीरों में देखिए किसानों के दिल्ली कूच की कोशिश। तस्वीर 1...12 बजे रवाना हुए किसान तस्वीर 2...पुलिस और किसानों में बहस तस्वीर 3...पुलिस ने किसानों काे चाय-बिस्किट ऑफर किए तस्वीर 4...किसानों पर पेपर स्प्रे किया तस्वीर 5.....खेतों में किसानों की भीड़ तस्वीर 6...पहली बार आंसू गैस के गोले दागे तस्वीर 7...दूसरी बार आंसू गैस के गोले से किसान घायल तस्वीर 8...पुलिस ने फूल बरसाए तस्वीर 9...किसानों ने बम शेल दिखाए तस्वीर 10...पुलिस ने पानी की बौछार की तस्वीर 11...किसानों का जत्था वापस लौटा तस्वीर 12...किसान नेता बोले- रणनीति बनाएंगे **************************** किसानों के दिल्ली मार्च की ये खबर भी पढ़ें :- किसानों ने शंभू बॉर्डर से दिल्ली मार्च टाला, हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले दाग खदेड़े पंजाब के 101 किसान रविवार (8 दिसंबर) को दोपहर 12 बजे पैदल शंभू बॉर्डर से दिल्ली के लिए रवाना हुए, लेकिन पुल पर हरियाणा पुलिस ने उन्हें रोक लिया। करीब पौने 4 घंटे बाद जत्थे को वापस लौटना पड़ा। शुरुआत में पुलिस और किसानों के बीच बहस हुई। पढ़ें पूरी खबर
Dainik Bhaskar गुजरात कोर्ट ने पूर्व IPS संजीव भट्ट को बरी किया:गुजरात दंगों में मोदी की भूमिका होने का लगा चुके हैं आरोप
गुजरात के पोरबंदर की एक कोर्ट ने पूर्व IPS अधिकारी संजीव भट्ट को 1997 के कस्टडी में टॉर्चर करने के मामले में बरी कर दिया है। कोर्ट ने माना कि याचिकाकर्ता साबित नहीं कर सके कि संजीव भट्ट ने शिकायतकर्ता को अपराध कबूल करने के लिए मजबूर किया था। साथ ही कोर्ट ने कहा कि भट्ट उस समय पुलिस अधिकारी थे और उन पर केस चलाने के लिए जरूरी मंजूरी भी नहीं ली गई थी। हालांकि, संजीव फिलहाल कोर्ट से बाहर नहीं आ पाएंगे क्योंकि वे 1990 के एक और मामले में जेल में उम्र-कैद की सजा काट रहे हैं। क्या है पूरा मामला... 1994 के हथियार बरामदगी मामले के 22 आरोपियों में से एक नारन जादव ने 6 जुलाई 1997 को मजिस्ट्रेट कोर्ट में भट्ट के खिलाफ शिकायत की थी। उसने कहा था कि उसे पुलिस कस्टडी में संजीव भट्ट और कांस्टेबल वजुभाई चौ ने टेररिस्ट एंड डिसरप्टिव एक्टिविटीज (प्रिवेंशन) एक्ट (TADA) और आर्म्स एक्ट के मामले में कबूलनामा करने के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से टॉर्चर किया था। उसने भट्ट पर आरोप लगाया कि पोरबंदर पुलिस की टीम 5 जुलाई 1997 को ट्रांसफर वारंट पर अहमदाबाद की साबरमती सेंट्रल जेल से जादव को पोरबंदर में भट्ट के घर ले गई थी। जादव को उसके गुप्तांगों और शरीर के अन्य हिस्सों पर बिजली के झटके दिए गए। उसके बेटे को भी बिजली के झटके दिए गए। जादव ने कोर्ट में टॉर्चर की जानकारी दी, जिसके बाद जांच के आदेश दिए गए। अदालत ने 31 दिसंबर 1998 को मामला दर्ज कर भट्ट और चौ को समन जारी किया। 15 अप्रैल 2013 को अदालत ने भट्ट और चौ के खिलाफ FIR दर्ज करने का आदेश दिया। चौ की मौत के बाद मामला रफा-दफा कर दिया गया। मोदी की रिकॉर्डिंग और कोर्ट में हलफनामा भी दिया भट्ट तब सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने 2002 के गुजरात दंगों में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका का आरोप लगाते हुए शीर्ष अदालत में एक हलफनामा दायर किया था। बाद में एसआईटी ने इन आरोपों को खारिज कर दिया था। संजीव भट्ट दिसंबर 1999 से सितंबर 2002 तक गांधीनगर में स्टेट इंटेलिजेंस ब्यूरो में बतौर डिप्टी कमिश्नर थे। जब गोधरा कांड हुआ, उस समय वह तत्कालीन सीएम नरेंद्र मोदी की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी संभाल रहे थे। गोधरा कांड के बाद पूरे गुजरात में व्यापक दंगे भड़क उठे। सितंबर 2002 में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग को मोदी के भाषण की रिकॉर्डिंग देने के आरोप में भट्ट का
Dainik Bhaskar पंजाब के पूर्व CM की जयंती पर गाना रिलीज:हरियाणा के सिंगर ने गाया, कहा- प्रकाश बादल ने पंजाब को दिखाई नई राह
पंजाब के दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के जन्मदिन के मौके पर प्रसिद्ध गायक रॉकी मित्तल ने उनके जीवन और योगदान को समर्पित एक विशेष गीत जारी किया। चंडीगढ़ प्रेस क्लब में रविवार आयोजित कार्यक्रम में गीत की प्रस्तुति ने श्रोताओं को भावुक कर दिया और बादल के प्रति श्रद्धांजलि व्यक्त की। रॉकी मित्तल ने कहा, "प्रकाश सिंह बादल जैसे नेता विरले ही होते हैं। यह गीत उनके प्रति मेरी सच्ची श्रद्धांजलि है, जिन्होंने पंजाब को स्थिरता और विकास का नया मार्ग दिखाया।" गीत की खासियत गीत की पंक्तियां, जैसे “ਤੇਰਾ ਪੰਜਾਬ ਤਾਂ ਬਾਦਲ ਹੁਣ ਪਿਛੜ ਗਿਆ” और “ਬਿਨਾਂ ਅਕਾਲੀ ਪੰਜਾਬ ਖਾਲੀ ਲੱਗਦਾ ਏ,” ने दर्शकों के दिलों को छू लिया। गीत में बादल के जीवन, संघर्ष और पंजाब के प्रति उनके अटूट समर्पण को दर्शाया गया। चंडीगढ़ में आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में दर्शकों के साथ पंजाब की प्रमुख हस्तियां भी मौजूद रहीं। रॉकी मित्तल ने इस गीत को उनके योगदान और पंजाब की धरती के प्रति उनके प्यार की याद के रूप में समर्पित किया। उन्होंने कहा कि यह गीत पंजाब के उस दौर को दर्शाता है, जब बादल ने अपनी नीतियों से राज्य को विकास और स्थिरता का मार्ग दिखाया था। प्रधानमंत्री और योगी के लिए गा चुके गीत उन्होंने बताया कि वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यना और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के लिए भी वह अब तक 200 गीत गा चुके हैं। रॉकी मित्तल मूल रूप से हरियाणा के रहने वाले हैं। गीत प्रस्तुत करते हुए मित्तल ने कहा, “प्रकाश सिंह बादल जैसे नेता विरले ही होते हैं। उनका जीवन और कार्य हमें प्रेरणा देते हैं। यह गीत मेरी ओर से उन्हें श्रद्धांजलि है और पंजाब के लिए उनके सपनों को साकार करने की प्रेरणा है।” रॉकी मित्तल का संदेश "बादल ने पंजाब को जो दिया, वह कभी भुलाया नहीं जा सकता। यह गीत उनकी स्मृतियों को जीवित रखने का मेरा प्रयास है।"
Dainik Bhaskar आदित्य ठाकरे बोले- सपा महाराष्ट्र में BJP की बी-टीम:सपा नेता अबु आजमी ने कहा था- भाजपा और शिवसेना UBT में कोई फर्क नहीं
समाजवाद पार्टी (सपा) के महाविकास अघाड़ी (MVA) से अलग होने के बाद विधानमंडल में शिवसेना (UBT) विधायक दल के नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि सपा महाराष्ट्र में भाजपा की बी-टीम है। सपा के प्रदेश अध्यक्ष अबु आजमी ने शनिवार को MVA से अलग होने की घोषणा की थी। शिवसेना (UBT) ने 6 दिसंबर को बाबरी विध्वंस की बरसी पर अखबार में एड छपवाकर बधाई दी थी। उद्धव ठाकरे के करीबी मिलिंद नार्वेकर ने इसे लेकर X पर पोस्ट भी किया था। इससे नाराज अबु आजमी ने कहा था- भाजपा और शिवसेना (UBT) में कोई फर्क नहीं है। उन्होंने बाबरी मस्जिद गिराने वालों को बधाई दी। उद्धव के करीबी ने सोशल मीडिया पर मस्जिद ढहाए जाने की तारीफ की। हम MVA से अलग हो रहे हैं। इस पर जवाब देते हुए आदित्य ने रविवार को कहा कि मैं समाजवादी पार्टी के बारे में बात नहीं करना चाहता। अखिलेश यादव अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं, लेकिन महाराष्ट्र में उनके कुछ नेता भाजपा की मदद करते हैं। उनकी बी-टीम बनकर काम करते हैं। आजमी ने कहा था- सपा अकेले चल लेगी सोशल मीडिया पोस्ट में मिलिंद नार्वेकर ने बाबरी मस्जिद ढहाए जाने की तस्वीर के साथ शिवसेना संस्थापक बालासाहेब ठाकरे का कोट लगाया, जिसमें उन्होंने कहा था- जिन्होंने ये किया, मुझे उन पर गर्व है। इस पोस्ट में उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे और खुद मिलिंद नार्वेकर की तस्वीर भी लगाई गई। अबु आजमी ने इस पोस्ट को लेकर कहा कि अगर MVA में कोई इस तरह की बात कर सकता है, तो उसमें और BJP में क्या फर्क रह गया? हम उनके साथ गठबंधन में क्यों रहें? आजमी ने X पोस्ट पर लिखा था कि सपा अकेले चल लेगी, लेकिन शिवसेना UBT की सांप्रदायिक विचारधारा का हिस्सा बनना हमें गवारा नहीं। समाजवादी पार्टी सांप्रदायिकता के खिलाफ थी, है और हमेशा रहेगी। अबु आजमी बोले- बाबरी मस्जिद ढहाने में संविधान को नहीं माना गया अबु आजमी ने 6 दिसंबर को बाबासाहेब अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर कहा था- 'हम खुद को बहुत खुशनसीब मानते हैं कि हम बाबासाहेब के बनाए संविधान पर चलते हैं। हालांकि, बाबरी मस्जिद के मामले में संविधान को नहीं माना गया। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि मेजॉरिटी चाहती है कि बाबरी मस्जिद की जगह पर मंदिर बने। मेजॉरिटी चाहती है, संविधान नहीं। अगर मेजॉरिटी से फैसला होगा, तो हम तो हमेशा माइनॉरिटी में रहेंगे। हमेशा हमारे खिलाफ ही फैसला होगा और 6 दि
Dainik Bhaskar कनाडा में भारतीय छात्र की गोली मारकर हत्या:पंजाब का रहने वाला मृतक, 2 संदिग्ध गिरफ्तार, घटना CCTV में कैद
कनाडा के एडमोंटन में सिक्योरिटी गार्ड के तौर पर काम करने वाले 20 वर्षीय भारतीय छात्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक छात्र की पहचान पंजाब राज्य के हर्षनदीप सिंह के रूप में हुई है। उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई और पुलिस ने दो संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया है। अभी यह पता नहीं चल पाया है कि हर्षनदीप पंजाब के किस गांव या शहर का रहने वाला है। पता चला है कि जिस अपार्टमेंट में हर्षनदीप सिक्योरिटी गार्ड के तौर पर तैनात था, उसके बाहर कुछ लोगों में झड़प हो गई। कुछ लोग अपार्टमेंट में घुस गए जिसके बाद यह गोलीबारी की घटना हुई। प्रारंभिक जांच में दो संदिग्धों पर हत्या का आरोप लगाया गया है। घटना सीसीटीवी में भी कैद हो गई है। सीसीटीवी में हमलावर पीड़ित को सीढ़ियों से नीचे फेंकते हुए दिखाई दे रहा है। दो संदिग्ध पुलिस ने दबोचे कनाडा के अधिकारियों ने मीडिया से कहा कि शुक्रवार को कनाडा के एडमोंटन के एक अपार्टमेंट में 20 वर्षीय भारतीय छात्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले में दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया और उन पर फर्स्ट-डिग्री हत्या का आरोप लगाया गया। मृतक हर्षनदीप सिंह, जो एक सुरक्षा गार्ड के रूप में भी काम करता था, शुक्रवार को लगभग 12.30 बजे गोलीबारी के बाद मृत पाया गया। पुलिस को बेहोशी हालत में मिला था हर्षनदीप कनाडाई पुलिस ने कहा कि उन्होंने दो आरोपियों-इवान रेन और जूडिथ सॉल्टो को उम्र में गिरफ्तार किया है। उन पर प्रथम-डिग्री हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस के अनुसार, वे एक अपार्टमैंट इमारत में गोलीबारी की सूचना मिलने के बाद 107वें एवेन्यू क्षेत्र में पहुंचे और देखा हर्षनदीप सिंह बेहोश पाया गया। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई घटना कथित घटना सीसीटीवी वीडियो में कैद हो गई। तीन सदस्यीय गिरोह के एक हमलावर हर्षनदीप सिंह को सीढ़ियों से नीचे फेंकते और पीछे से गोली मारते हुए दिख रहा है। वीडियो में एक पुरुष और एक महिला को गलियारे से नीचे जाते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में किसी शख्स को चिल्लाते हुए सुना जा सकता है। फिर वह ऑफ-कैमरा किसी पर हथियार से कई बार वार करता हुआ दिखाई देता है, जबकि महिला और एक अन्य व्यक्ति पास में खड़े होते हैं। फ़ुटेज के दूसरे भाग में एक व्यक्ति को सीढ़ियों से नीचे फेंकते हुए देखा जा सकता है। ह
Dainik Bhaskar पंजाब में सुखबीर बादल के हमलावर नारायण चौड़ा की पेशी:आज खत्म हो रही रिमांड, पुलिस ने दोनों वकील बेटों से की पूछताछ
पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल पर हमला करने वाले नारायण सिंह चौड़ा को आज अमृतसर कोर्ट में पेश किया जाएगा। 5 दिसंबर को गिरफ्तारी के बाद चौड़ा को अमृतसर कोर्ट में पेश किया गया था। जहां उन्हें 3 दिन के लिए पुलिस रिमांड पर भेजा गया। ये समय आज खत्म हो रहा है। वहीं, पुलिस ने इस मामले में अपनी जांच को भी तेज कर दिया है। मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने नारायण सिंह चौड़ा के दोनों बेटों जगजीत सिंह बाजवा और बलजिंदर सिंह बाजवा के साथ भी पूछताछ की है। बीते दिन दोनों के बेटों से भी घंटों तक पूछताछ की गई है। गौरतलब है कि नारायण सिंह चौड़ा के दोनों ही बेटे पेशे से वकील हैं और दोनों की तरफ से ही नारायण सिंह चौड़ा के हक में एप्लिकेशन भी मूव की गई थी। सेवादार बने सुखबीर पर करीब आकर चलाई थी गोली, सुरक्षाकर्मी ने बचाया अमृतसर स्थित गोल्डन टेंपल में बीते बुधवार को पंजाब के पूर्व डिप्टी CM सुखबीर सिंह बादल पर खालिस्तानी आतंकी नारायण सिंह चौड़ा ने फायरिंग की थी। सुखबीर गोल्डन टेंपल के गेट पर सेवादार बनकर बैठे थे। डेरा सच्चा सौदा के मुखी राम रहीम को माफी और श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी जैसी गलतियों पर सिखों की सर्वोच्च अदालत अकाल तख्त ने उन्हें यह सजा दी है। वारदात के वक्त हमलावर ने जैसे ही चंद कदमों की दूरी से सुखबीर पर गोली चलाई, उसी समय सिविल वर्दी में तैनात उनके सुरक्षाकर्मियों ने उसका हाथ पकड़कर ऊपर उठा दिया। जिससे गोली गोल्डन टेंपल की दीवार पर जा लगी। इससे सुखबीर बादल बाल-बाल बच गए। इसके बाद हमलावर ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ लिया। सुखबीर बादल को तुरंत सुरक्षा घेरे में ले लिया गया। गोल्डन टेंपल के बाहर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। अब नारायण सिंह चौड़ा के बारे में पढ़िए.... पाकिस्तान से हथियारों की तस्करी करने लगा नारायण सिंह चौड़ा का जन्म 4 अप्रैल 1956 को गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक एरिया के चौड़ा गांव में हुआ। पंजाब में आतंकवाद के दौर से ही नारायण सिंह काफी एक्टिव रहा। वह साल 1984 में पाकिस्तान गया जहां उसकी मुलाकात ऐसे कई संगठनों से हुई जो भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल थे। उसने पाकिस्तान में रहते हुए गुरिल्ला वॉर पर किताब और देशद्रोही साहित्य भी लिखा। पंजाब में आतंकवाद के दौरान आतंकी गुरिल्ला वॉर की तरह ही वारदात किया करते थे। यही नहीं, चौड़ा प
Dainik Bhaskar बाबा सिद्दीकी मर्डर केस- 8 आरोपियों की ज्यूडीशियल कस्टडी बढ़ी:अब तक 26 लोग गिरफ्तान हो चुके; सभी पर मकोका एक्ट की धाराएं लगी हैं
मुंबई की कोर्ट ने बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में मुख्य शूटर समेत आठ आरोपियों को 16 दिसंबर तक ज्यूडीशियल कस्टडी में भेज दिया। इनकी कस्टडी शनिवार को खत्म हो रही थी। सभी को विशेष मकोका कोर्ट में पेश किया गया, जहां इनकी कस्टडी बढ़ा दी गई। बाकी के आरोपी पहले ही ज्यूडीशियल कस्टडी में हैं। मुंबई पुलिस ने इस मामले में अब तक 26 लोगों को गिरफ्तार किया है। सभी के खिलाफ 30 नवंबर को महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) की धाराएं लगाई गई थीं। इससे पहले 5 दिसंबर को एक आरोपी ने बताया था कि बाबा सिद्दीकी से पहले सलमान खान को मारने का प्लान था। लेकिन सिक्योरिटी टाइट होने की वजह से प्लान बदल दिया गया। सलमान को बीते कुछ सालों से जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के नाम से लगातार धमकियां मिल रही हैं। काले हिरण के शिकार मामले का हवाला देते हुए लॉरेंस ने एक TV इंटरव्यू में सलमान को मारने की धमकी दी थी। करीब 1 महीने पहले पकड़ा गया था मुख्य आरोपी शिवा बाबा सिद्दीकी मर्डर केस का मुख्य आरोपी और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर शिव कुमार उर्फ शिवा को उत्तर प्रदेश की STF और मुंबई क्राइम ब्रांच ने करीब 1 महीने पहले गिरफ्तार किया था। उसे नेपाल बॉर्डर से 19 किमी पहले नानपारा में पकड़ा गया। उसके चार मददगार भी गिरफ्तार हुए थे। शिवा नेपाल भागने की फिराक में था। गिरफ्तार हुए अन्य आरोपियों में अनुराग कश्यप, ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी, आकाश श्रीवास्तव, और अखिलेंद्र प्रताप सिंह शामिल थे। सभी बहराइच के गंडारा गांव के रहने वाले हैं। ये शिव कुमार को शरण देने और नेपाल भागने में मदद कर रहे थे। लॉरेंस के भाई अनमोल बिश्ननोई ने कहा था- हत्या के बदले 10 लाख मिलेंगे शिवा ने पूछताछ में बताया था, 'मैं और धर्मराज कश्यप एक ही गांव के रहने वाले हैं। पूना में स्क्रैप का काम करता था। मेरी और शुभम लोनकर की दुकान अगल-बगल थी। शुभम लोनकर लॉरेंस बिश्नोई के लिए काम करता है। उसने मेरी बात स्नैप चैट के जरिए लॉरेंस के भाई अनमोल बिश्नोई से कई बार कराई है। अनमोल ने मुझसे कहा था कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के बदले 10 लाख रुपए मिलेंगे। हर महीने भी कुछ न कुछ मिलता ही रहेगा।' 'हत्या के लिए असलहा, कारतूस, सिम व मोबाइल फोन शुभम लोनकर और मोहम्मद यासीन अख्तर ने दिया था। हत्या के बाद आपस में बात करने के लिए तीनों शूटरों को नए सिम व मोबाइल फो
Dainik Bhaskar शरद पवार बोले-महायुति की जीत से लोगों में नाराजगी:पार्टियों को मिले वोटों और जीती गईं सीटों में अंतर; फडणवीस बोले- देश को गुमराह न करें
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव रिजल्ट पर अब NCP (SP) प्रमुख शरद पवार ने सवाल उठाया है। पवार ने कहा, "यह सच है कि हम हार गए। हमें चिंता नहीं करनी चाहिए, बल्कि लोगों के पास जाना चाहिए, क्योंकि रिजल्ट को लेकर लोगों में कोई उत्साह नहीं दिख रहा है। बहुत नाराजगी है।" पवार ने शनिवार को कोल्हापुर में कहा था कि चुनाव में राजनीतिक दलों को मिले वोटों और जीती गई सीटों की तुलना हैरान करने वाली है। कांग्रेस को 80 लाख वोट मिले और उसने 15 सीटें जीतीं, जबकि एकनाथ शिंदे की शिवसेना को 79 लाख वोट मिले और वह 57 सीटों पर जीती।" पवार ने कहा- अजित पवार की NCP को 58 लाख वोट मिले और उसने 41 सीटें जीतीं, जबकि मेरी पार्टी NCP (SP) को 72 लाख वोट मिले और हमें केवल 10 सीटों पर जीत मिली। ये आंकड़े हैरान करने वाले हैं। शरद पवार के बयान परCM देवेंद्र फडणवीस ने कहा, 'वरिष्ठ नेता होने के नाते शरद पवार को देश को गुमराह नहीं करना चाहिए। यदि आप हार स्वीकार कर लेंगे तो आप इससे बाहर आ जाएंगे। मैं उम्मीद करता हूं आप अपने सहयोगियों को आत्मनिरीक्षण की सलाह देंगे।' पवार के सवाल पर फडणवीस ने आंकड़े गिनाए पवार ने विपक्ष के नेता और सपा के अलग होने पर भी बात की 1. सरकार के वादों पर : पवार ने कहा कि विपक्ष की प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना होगी कि सत्तारूढ़ गठबंधन द्वारा किए गए सभी चुनावी वादें जल्द से जल्द लागू हों। इसमें लड़की बहिन योजना के तहत महिलाओं को दी जाने वाली वित्तीय सहायता को 1,500 रुपए से बढ़ाकर 2,100 रुपए करना शामिल है। 2. विपक्ष के नेता पर : पवार ने कहा- विधानसभा में विपक्ष की किसी भी पार्टी के पास जरूरी 10% यानी 29 विधायकों की संख्या नहीं है। विपक्षी दल यह मांग नहीं कर सकते कि विपक्ष का नेता नियुक्त किया जाए। उन्होंने कहा-1980 के दशक में जब दलबदल के कारण उनकी अपनी पार्टी के विधायकों की संख्या घटकर 6 रह गई थी, तब भी वह एक साल के लिए विपक्ष के नेता बने, जिसके बाद मृणाल गोरे और निहाल अहमद को विपक्ष का नेता बनाया गया, क्योंकि विपक्ष ने पद को बारी-बारी से बदलने का निर्णय लिया था। 3. सपा के MVA से अलग होने पर : समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी के MVA से अलग होने पर पवार ने कहा- अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सपा का केंद्रीय नेतृत्व इस बात पर दृढ़ है कि विपक्ष की एकता जरूरी है। शिवसेना के एक अखबार
Dainik Bhaskar राजस्थान में स्कूली बच्चों की बस पलटी, 3 की मौत:55 स्टूडेंट्स बैठे थे, 25 बुरी तरह घायल; दो हॉस्पिटल में कराया एडमिट
पाली जिले के देसूरी नाल में पंजाब मोड इलाके में रविवार सुबह 10.30 बजे स्कूली बच्चों से भरी बस बेकाबू होकर पलट गई। बस में 55 बच्चे सवार थे। इनमें से 3 बच्चियों की मौत हो गई। 25 बच्चे घायल हैं। एक गंभीर घायल है। हादसे में घायल 14 बच्चों को देसूरी हॉस्पिटल और 11 बच्चे चारभुजा हॉस्पिटल ले जाया गया। जानकारी के अनुसार बस चारभुजा (राजसंद) से देसूरी (पाली) की ओर जा रही थी। राछिया (आमेट, राजसमंद) के महात्मा गांधी स्कूल के बच्चों को पाली जिले के सादड़ी स्थित परशुराम महादेव मंदिर दर्शन कराने ले जाया जा रहा था। पंजाब मोड घाटी में बस बेकाबू होकर पलट गई। हादसे की सूचना पर देसूरी और चारभुजा पुलिस मौके पर पहुंची। स्थानीय लोगों की मदद से घायल बच्चों को बस से निकाला। मौके पर तीन बच्चों की मौत हो चुकी थी। घायलों को एंबुलेंस से चारभुजा और देसूरी के हॉस्पिटल पहुंचाया गया। देसूरी हॉस्पिटल में 14 बच्चों का इलाज चल रहा है। घायलों के इलाज के लिए सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई गई। देसूरी हॉस्पिटल में भर्ती एक घायल बच्चे विनोद ने बताया- हम परशुराम मंदिर में दर्शन करने जा रहे थे। साथ में टीचर्स भी थे। बस में 55 बच्चे थे। पंजाब मोड घाटी में बस के ब्रेक फेल हो गए। फिर बस पलट गई। खबर अपडेट की जा रही है
Dainik Bhaskar उधमपुर में 2 पुलिसकर्मियों ने एक-दूसरे को गोली मारी:पुलिस वैन में मिले शव; दावा- आपसी रंजिश के चलते की हत्या
जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में रविवार सुबह दो पुलिसकर्मी के शव पुलिस वैन में मिले इनके शरीर पर गोलियों के निशान थे। जांच करने पहुंचे अधिकारियों के मुताबिक पुलिसकर्मियों ने एक-दूसरे की गोली मारकर हत्या की है। पुलिस का कहना है कि यह आपसी रंजिश से जुड़ा मामला है। पुलिसकर्मी सोपोर से जम्मू क्षेत्र के रियासी से तलवाड़ा के असिस्टेंट ट्रेनिंग सेंटर जा रहे थे। इनमें से एक ड्राइवर और दूसरा हेड कॉन्स्टेबल था। हेड कांस्टेबल ने आत्महत्या करने से पहले किसी बात पर ड्राइवर पर गोली चलाई थी। दोनों शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिए गए हैं। इस घटना में एक सिलेक्शन ग्रेड कॉन्स्टेबल मामूली रूप से घायल हुआ है, जिसे इलाज के लिए भेजा गया है। वहीं उससे मामले के बारे में पूछताछ की जा रही है। AK-47 से किया हमला, फिर खुद को गोली मारी पुलिस के मुताबिक आरोपी ने गोलीबारी में अपनी एके 47 राइफल का इस्तेमाल किया। वे सोपोर में तैनात थे और कश्मीर के रहने वाले थे। प्रारंभिक जानकारी के हवाले से बताया कि आरोपी ने पहले अपने सहकर्मी की गोली मारकर हत्या की और फिर खुदकुशी कर ली।
Dainik Bhaskar महाराष्ट्र में 103 किसानों को वक्फ बोर्ड का नोटिस:300 एकड़ जमीन पर दावा किया; किसान बोले- वक्फ हमारे पुश्तैनी खेत हड़पना चाहता है
महाराष्ट्र में किसानों ने शनिवार को आरोप लगाया है कि राज्य वक्फ बोर्ड उनकी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है। दरअसल, करीब 300 एकड़ जमीन पर दावे का मामला महाराष्ट्र स्टेट वक्फ ट्रिब्यूनल में चल रहा है। इस संबंध में बोर्ड ने लातूर के 103 किसानों को नोटिस भेजा है। मामलें में दो सुनवाई हो चुकी हैं। अगली सुनवाई 20 दिसंबर को होनी है। इस पर किसानों दावा किया है कि यह वक्फ संपत्ति नहीं है, उनकी पुश्तैनी जमीन है। वे पीढ़ियों से इस पर खेती करते आ रहे हैं। किसानों ने महाराष्ट्र सरकार से न्याय दिलाने की अपील की है। महायुति सरकार में सहयोगी शिवसेना की MLC मनीषा कायंदे ने मामले पर कहा- हम वक्फ बोर्ड और वक्फ संपत्तियों पर अपने विचार पर कायम हैं। इस पर ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी बनी है। उसमें शिवसेना के सदस्य काफी मुखर हैं। कई पार्टियां वक्फ बोर्ड का समर्थन करती दिखती हैं लेकिन उनकी भूमिका मुसलमानों के खिलाफ है। मोदी सरकार वक्फ बोर्ड कानून में बदलाव करना चाहती है मोदी सरकार वक्फ बोर्ड एक्ट में करीब 40 बदलाव करना चाहती है। इसी साल मानसून सत्र में 8 अगस्त को लोकसभा में वक्फ बिल पेश किया था। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने इसे मुस्लिम विरोधी बताया था। विपक्ष की आपत्ति और विरोध के बाद ये बिल लोकसभा में बिना किसी चर्चा के ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (JPC) को भेज दिया गया। इसकी अध्यक्षता भाजपा सांसद जगदंबिका पाल कर रहे हैं। JPC में 31 सदस्य हैं, जिसमें लोकसभा से 21 और राज्यसभा से 10 मेंबर हैं। JPC को सभी हितधारकों से चर्चा कर रिपोर्ट तैयार करनी है, जिसे शीतकालीन सत्र में पेश करने को कहना गया था। JPC की 8 बैठक हो चुकी हैं। 8वीं बैठक में 28 नवंबर को JPC का कार्यकाल बढ़ाने का फैसला किया गया। इसके बाद JPC की रिपोर्ट 2025 के बजट सत्र के अंतिम दिन तक पेश करने की बात कही गई है। अब जानिए क्या है वक्फ बोर्ड और इसका काम... वक्फ बोर्ड इस्लामी कानून के तहत धार्मिक उद्देश्य से दान की गई चल-अचल संपत्तियों की देखरेख के लिए कानूनी तौर पर एक संस्था है। संसद ने 1954 में वक्फ के लिए कानून बनाया था। इनके पास किसी जमीन या संपत्ति को लेने और दूसरों के नाम पर ट्रांसफर करने का कानूनी अधिकार है। बोर्ड किसी व्यक्ति के खिलाफ कानूनी नोटिस भी जारी कर सकता है। वक्फ बोर्ड किसी ट्रस्ट से ज्यादा पावर के पास
Dainik Bhaskar फतेहगढ़ साहिब आज में सजा काट रहे सुखबीर बादल:सेवादार बने, कीर्तन सुना; सुखदेव ढींडसा का बयान बेटे परमिंदर ने पलटा
अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर बादल आज फतेहगढ़ साहिब में 7वें दिन की सजा पूरी कर रहे हैं। सुबह फतेहगढ़ साहिब पहुंचे सुखबीर बादल ने सेवादारों का चोला पहन, हाथ में बरछा पकड़ा और गले में तख्ती पहनी। इसके बाद सुखबीर बादल ने कीर्तन सरवन भी किया है। वहीं बीते दिन सुखबीर बादल के हक में सुखदेव सिंह ढींडसा के बयान को उनके ही बेटे परमिंदर ढींडसा ने पलट दिया है। सुखदेव सिंह ढींडसा का बयान बीते दिन वायरल हुआ था। जिसमें कहा गया था- नया अध्यक्ष सभी की सहमति से चुना जाएगा। यदि सुखबीर सिंह बादल फिर से अध्यक्ष बनते हैं, तो उन्हें भी सभी स्वीकार करेंगे। सुखदेव सिंह ढींडसा ने कहा कि सभी को साथ लेकर चलने का समय आ गया है। ढींढसा ने कहा कि अध्यक्ष सभी की मर्जी से चुनकर बनाया जाएगा, जो सबके निर्णय से बनेगा। अगर सुखबीर सिंह बादल भी नए अध्यक्ष चुने जाते हैं तो वह भी सभी को स्वीकार्य होंगे। लेकिन, अब उनके ही बेटे परमिंदर सिंह ढींडसा ने बयान को पलट दिया है और सुखबीर बादल के आईटी विंग पर सवाल भी उठाया है। बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया परमिंदर सिंह ढींडसा ने आरोप लगाया है कि उनके पिता सुखदेव सिंह ढींडसा के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया। उन्होंने ऐसा नहीं कहा, जैसा बताया गया। सुखबीर बादल के आईटी विंग ने गलत तरीके से इसे पेश किया और वायरल किया। श्री अकाल तख्त साहिब का निर्देश श्री अकाल तख्त साहिब ने अकाली दल के पुनर्गठन का आदेश दिया है। जिसके तहत हरजिंदर सिंह धामी की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की गई है। यह कमेटी पार्टी को नए सिरे से गठित करने और नए सदस्यों की भर्ती पर काम करेगी। पुनर्जीवन के लिए 6 महीने की समय सीमा श्री अकाल तख्त साहिब ने अकाली दल को पुनर्जीवित करने के लिए 6 महीने का समय दिया है। कमेटी का उद्देश्य पार्टी के ढांचे को मजबूत करना और इसे एकजुट करना है। ताकि संगठन में नई ऊर्जा का संचार हो। ढींडसा ने कहा कि पार्टी के अध्यक्ष को चुनने का निर्णय सामूहिक होगा, जो सभी गुटों और विचारधाराओं को साथ लेकर चलेगा।
Dainik Bhaskar महाराष्ट्र विधानसभा के विशेष सत्र का दूसरा दिन:आज शपथ लेंगे विपक्ष के 115 विधायक; कल वॉकआउट किया था
महाराष्ट्र विधानसभा के विशेष सत्र का आज दूसरा दिन है। आज विपक्ष के बाकी 115 विधायक शपथ लेंगे। इन सभी ने EVM के मुद्दे पर 7 दिसंबर को शपथ लेने से इनकार करते हुए वॉकआउट कर दिया था। शनिवार को 173 विधायकों ने शपथ ली थी। हालांकि इनमें समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी और रईस शेख भी शामिल रहे। सपा महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (MVA) में शामिल है। 9 दिसंबर को चुना जाएगा विधानसभा अध्यक्ष 6 दिसंबर को विधायक कालिदास कोलंबकर को विधानसभा के विशेष सत्र के लिए प्रोटेम स्पीकर चुना गया था। उन्हें गवर्नर सीपी राधाकृष्णन ने राजभवन में शपथ दिलाई। आज उन्होंने अन्य विधायकों को शपथ दिलाई है। 9 दिसंबर को विधानसभा अध्यक्ष चुना जाएगा। इसके लिए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर और भाजपा विधायक सुधीर मुनगंटीवार का नाम चर्चा में है। हालांकि, चर्चा ये भी है कि राहुल नार्वेकर नई सरकार में मंत्री बनना चाहते हैं, ऐसे में सुधीर मुनगंटीवार अध्यक्ष पद के लिए मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। विधायकों की शपथ और अध्यक्ष के चुनाव के बाद 9 दिसंबर को ही राज्यपाल का अभिभाषण होगा। नई विधानसभा का शीतकालीन सत्र नागपुर में 16 से 21 दिसंबर तक चलेगा। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 5 दिसंबर को शपथ के बाद कहा था कि शीतकालीन सत्र से पहले नए मंत्रिमंडल की घोषणा कर दी जाएगी। जानिए क्या है मारकडवाडी विवाद? 23 नवंबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का रिजल्ट आया था। सोलापुर जिले की मालसिरस विधानसभा सीट से NCP (शरद) उम्मीदवार उत्तमराव जानकर ने जीत हासिल की थी। उन्होंने बीजेपी के राम सातपुते को हराया था। रिजल्ट के बाद मालसिरस विधानसभा के मारकडवाडी गांव के लोगों ने दावा किया था कि गांव के ज्यादातर लोगों ने NCP प्रत्याशी को वोट दिए थे, लेकिन EVM के आंकड़े के मुताबिक बीजेपी प्रत्याशी को 1003 वोट मिले हैं और NCP प्रत्याशी को 843 वोट। ये गलत है। गांववालों का दावा है कि बीजेपी प्रत्याशी को 100-150 वोट से ज्यादा नहीं मिल सकते हैं। गांववालों ने खुद के खर्चे पर स्थानीय प्रशासन ने बैलट पेपर पर दोबारा मतदान कराने की अपील की थी। लेकन प्रशासन से इसे खारिज कर दिया था। इसी के बाद EVM में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए आज गांव वालों ने खुद बैलट पेपर पर मतदान का कार्यक्रम आयोजित किया है। 3 दिसंबर को सारी तैयारी की गई थी। पोलिंग बूथ तक बनाया ग