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Dainik Bhaskar दिल्ली प्रदूषण पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई:GRAP IV पाबंदिया जारी रहेगी या नहीं इस पर फैसला, AQI खराब से मीडियम हुआ

दिल्ली में प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई होगी। GRAP-IV पाबंदियां लागू रहेगी या हटेगी, इस पर फैसला होगा। इससे पहले 2 दिसंबर को हुई सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने 5 दिसंबर तक पाबंदियां लगाए रखने के निर्देश दिए थे। बेंच ने कहा था- अगले तीन दिनों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) लेवल में गिरावट देखने के बाद ही GRAP-IV पाबंदियों में ढील दी जाएगी। कोर्ट ने 18 नवंबर से GRAP-IV की पाबंदियां लगाई हैं। दिल्ली की हवा सुधरी दीवाली के बाद से लगातार खराब होती दिल्ली की हवा गुरुवार को बेहतर हुई। सुबह 8 बजे दिल्ली का AQI 161 दर्ज किया गया। यह मीडियम कैटेगरी में आता है। हालांकि बढ़ती ठंड की वजह से स्मॉग की परत भी देखी गई। इससे पहले दिल्ली का AQI खराब, बहुत खराब या खतरनाक कैटेगरी में ही दर्ज किया जा रहा था। कुछ इलाकों में AQI 127 तक भी नीचे आ गया है। पिछली सुनवाई और कोर्ट के बयान... AQI 400 के पार पहुंचने पर GRAP लगाया जाता है हवा में प्रदूषण की जांच करने के लिए इसे 4 कैटेगरी में बांटा गया है। हर स्तर के लिए पैमाने और उपाय तय हैं। इसे ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) कहते हैं। इसकी 4 कैटेगरी के तहत सरकार पाबंदियां लगाती है। इसीके आधार पर प्रदूषण कम करने के उपाय जारी करती है। ग्रेप के स्टेज -------------------------- दिल्ली प्रदूषण से जुड़ी ये खबरें भी पढ़िए... दिल्ली की हवा रोज 38 सिगरेट, हरियाणा की 25 सिगरेट जितनी जहरीली; प्रदूषण पर वो सब कुछ जो जानना जरूरी अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा जब 2016 में तीन दिन की यात्रा पर दिल्ली आए थे तब इंटरनेशनल मीडिया में हेडलाइन बनी-मिस्टर प्रेसिडेंट, दुनिया की सबसे खराब हवा ने आपकी जिंदगी 6 घंटे कम कर दी। अगर दिल्ली की जहरीली हवा में महज 3 दिन गुजारने से ओबामा की जिंदगी के 6 घंटे कम हो गए, तो दिल्ली वालों पर इसका क्या इमपेक्ट होगा पूरी खबर पढ़िए

Dainik Bhaskar प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट पर आज SC में सुनवाई:हिंदू पक्ष की मांग- 1991 में बना कानून रद्द हो; इसमें 1947 के पहले बने पूजा स्थलों को बदलने की इजाजत नहीं

सुप्रीम कोर्ट में आज प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट 1991 की वैधानिकता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई होगी। चीफ जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस पीवी संजय कुमार और जस्टिस मनमोहन की तीन जजों की बेंच इस मामले को सुनेगी। हिंदू पक्ष ने 1991 में बने इस कानून को चुनौती दी है। कानून के मुताबिक, 15 अगस्त 1947 से पहले अस्तित्व में आए किसी भी धर्म के पूजा स्थल को किसी दूसरे धर्म के पूजा स्थल में नहीं बदला जा सकता। उधर जमीअत उलमा ए हिंद ने कानून के समर्थन में याचिका लगाई है। इस मामले में कुल छह याचिकाएं दाखिल इस मामले में अब तक कुल छह याचिकाएं सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई हैं। सुप्रीम कोर्ट में आज इन सभी याचिकाओं पर एक साथ सुनवाई होगी। इनमें से कुछ याचिकाओं में इस कानून को रद्द करने की मांग की गई है। याचिकाकर्ताओं में विश्वभद्र पुजारी पुरोहित महासंघ, सुब्रह्मण्यन स्वामी और अश्विनी उपाध्याय शामिल हैं। वहीं जमीअत उलमा ए हिंद ने इसके समर्थन में याचिका लगाई है। मुस्लिम पक्ष की दलील है कि इस कानून को रद्द न किया जाए। प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट-1991 क्या है? 1991 में तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव की कांग्रेस सरकार ने पूजा स्थल कानून बनाया। ये कानून कहता है कि 15 अगस्त 1947 से पहले अस्तित्व में आए किसी भी धर्म के पूजा स्थल को किसी दूसरे धर्म के पूजा स्थल में नहीं बदला जा सकता। अगर कोई ऐसा करने की कोशिश करता है तो उसे एक से तीन साल तक की जेल और जुर्माना हो सकता है। अयोध्या का मामला उस वक्त कोर्ट में था इसलिए उसे इस कानून से अलग रखा गया था। क्यों बनाया गया था ये कानून? दरअसल, ये वो दौर था जब राम मंदिर आंदोलन अपने चरम पर था। भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने 25 सितंबर 1990 को सोमनाथ से रथयात्रा निकाली। इसे 29 अक्टूबर को अयोध्या पहुंचना था, लेकिन 23 अक्टूबर को उन्हें बिहार के समस्तीपुर में गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार करने का आदेश दिया था जनता दल के मुख्यमंत्री लालू यादव ने। इस गिरफ्तारी का असर ये हुआ कि केंद्र में जनता दल की वीपी सिंह सरकार गिर गई, जो भाजपा के समर्थन से चल रही थी। इसके बाद वीपी सिंह से अलग होकर चंद्रशेखर ने कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाई, लेकिन ये भी ज्यादा नहीं चल सकी। नए सिरे से चुनाव हुए और केंद्र में कांग्रेस की सरकार आई। पीवी नरसिम्हा राव प्रधानमंत्री बने। राम मंदि

Dainik Bhaskar मैदानी इलाकों में हरियाणा का हिसार सबसे ठंडा:झारखंड के कुछ इलाकों का तापमान 1°C तक गया; दिल्ली की हवा सुधरी

मौसम विभाग ने बताया कि एक दिन पहले बुधवार को मैदानी इलाकों में सबसे कम न्यूनतम तापमान 9.9°C हिसार (हरियाणा) में दर्ज किया गया। अगले 3 दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत यानी हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, यूपी, राजस्थान के न्यूनतम तापमान में 2-3°C की गिरावट होने की संभावना है। वहीं,सबसे अधिक अधिकतम तापमान 37.3°C बॉम्बे सांताक्रूज़ (कोंकण और गोवा) में रहा। इसके अलावा महाराष्ट्र और तेलंगाना में कुछ जगहों पर न्यूनतम तापमान 5°C या इससे ऊपर; मध्य प्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़, ओडिशा, गोवा, तटीय आंध्र प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और पुडुचेरी में 3 से 5°C, वहीं झारखंड में कुछ इलाकों में 1 से 3°C रहा। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि गुरुवार को कोंकण-गोवा, सेंट्रल महाराष्ट्र, कर्नाटक और तटीय आंध्र प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर बिजली चमकने के साथ तेज हवा चलने की आशंका है। वहीं, लक्षद्वीप आस-पास के अरब सागर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की आशंका है। इससे मछुआरों को इस इलाके में न जाने की सलाह दी गई है। दिल्ली की हवा में सुधार के साथ गुरुवार को AQI 128 दर्ज किया गया, जो प्रदूषण के मध्यम स्तर को दिखाता है। इससे पहले बुधवार को 211 AQI दर्ज हुआ था। आज शहर का न्यूनतम तापमान 10°C रहने की संभावना है। दिल्ली का हाल बताती 2 तस्वीरें... राज्यों के मौसम की खबरें... उत्तर प्रदेश: लखनऊ-झांसी में गिरने लगा तापमान, 4 दिन में सर्दी बढ़ने का अनुमान यूपी में मंगलवार रात गोरखपुर सबसे ठंडा शहर रहा। यहां का न्यूनतम तापमान 11.2°C रिकॉर्ड किया गया। मौसम वैज्ञानिक डॉ. यूपी शाही ने बताया कि बुधवार को मेरठ में मौसम में बदलाव आया। दिन और रात थोड़ा बढ़ गया। मेरठ में अलगे चार दिनों तक मौसम शुष्क बने रहने का अनुमान है। पूरी खबर पढ़ें... मध्य प्रदेश: रात का तापमान बढ़ा, दिन में लुढ़का; बर्फीली हवा से भोपाल, इंदौर, ग्वालियर-चंबल ठिठुरे बर्फीली हवा की वजह से भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और चंबल संभाग में दिन में ठंडक बढ़ गई है। यहां दिन के पारे में 3 डिग्री की गिरावट हुई है। दूसरी ओर, फेंगल तूफान ने रात के टेम्परेचर को बढ़ा दिया है। कई शहरों में तो पारा 17 डिग्री के पार है। अगले 2 दिन ऐसा ही मौसम रहेगा। फिर रात के तापमान में भी गिरावट होने लगेगी। पूरी खबर पढ़ें... छत्तीसगढ़: बढ़ेग

Dainik Bhaskar नोएडा में धरने पर बैठे 34 किसान गिरफ्तार:रातों-रात पुलिस ने धरना स्थल खाली कराया; कल 123 को छोड़ा था

नोएडा में पंचायत से पहले पुलिस ने 34 किसानों को गिरफ्तार कर लिया है। बुधवार देर रात पुलिस ने जीरो पॉइंट पर धरने के लिए बैठे किसानों को भी हटा दिया। पुलिस की इस कार्रवाई से किसानों में आक्रोश है। दरअसल, बुधवार शाम को सीएम योगी ने कानून व्यवस्था की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि अराजकता कहीं भी बर्दाश्त नहीं होगी। चाहे वो संभल हो या ग्रेटर नोएडा। इसके बाद आनन-फानन में पुलिस ने एक्शन लिया। पूरे मामले पर एक नजर... 2 दिसंबर को संयुक्त किसान मोर्चा के 10 संगठनों ने अपनी 4 मांगों को लेकर दिल्ली कूच का ऐलान किया था। अफसरों के आश्वासन के बाद किसानों ने 7 दिन का समय दिया और नोएडा के दलित प्रेरणा स्थल पर आंदोलन को शिफ्ट कर दिया। इसके बाद पुलिस ने दलित प्रेरणा स्थल आने वाले किसानों को रोक दिया। इसके साथ ही 8 किसान नेता समेत 123 किसानों को गिरफ्तार कर लिया। 4 दिसंबर को भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) किसानों को छुड़ाने के लिए महापंचायत बुलाई। इसमें शामिल होने जा रहे महापंचायत में शामिल होने पहुंच रहे राकेश टिकैत को पुलिस प्रशासन ने अलीगढ़ के टप्पल पर रोक लिया। इसके बाद पंचायत से किसानों ने ऐलान किया कि अगर 1 घंटे में राकेश को नहीं छोड़ा तो आंदोलन होगा। किसानों के विरोध को देखते हुए पुलिस ने राकेश टिकैत को छोड़ दिया। टिकैत वहां से भागते हुए यमुना एक्सप्रेस-वे पर पहुंचे। पुलिस पीछे-पीछे दौड़ती रही। पुलिस को डर था कि टिकैत हाईवे पर न बैठ जाएं। हालांकि, वह से गाड़ी से ग्रेटर नोएडा के लिए रवाना हो गए। हालांकि, वह धरनास्थल तक नहीं पहुंच पाए थे। बुधवार को 123 किसानों को पुलिस ने छोड़ा था बुधवार शाम को 123 किसानों को भी पुलिस ने लुक्सर जेल में छोड़ दिया। देर रात ग्रेटर नोएडा के जीरो पाइंट पर पंचायत प्रमुखों की पुलिस अफसरों से बातचीत हुई। इसके बाद पंचायत प्रमुखों ने कहा- आज धरना जीरो पाइंट पर जारी रहेगा। आज संयुक्त मोर्चे की मीटिंग के बाद निर्णय लिया जाएगा कि धरना जीरो पाइंट पर चलेगा या दलित प्रेरणा स्थल पर। किसान नेता बोले- इतनी तानाशाही ठीक नहीं भारतीय किसान यूनियन के युवा विंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी गौरव टिकैत ने नोएडा में चल रही किसानों की पंचायत में पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया है। उन्होंने कहा है- सीधे-साधे किसानों पर अत्याचार हो रहा है। इससे योगी सरकार की छवि धूमिल हो रही है। उन्होंन

Dainik Bhaskar योगी बोले-गलतफहमी में मत रहिए, बंटेंगे तो कटेंगे:बांग्लादेश में दुश्मन कृत्य कर रहे, यहां भी ऐसे लोग हैं...जो आपको मरता छोड़ चले जाएंगे

सीएम योगी ने कहा- गलतफहमी में मत रहिए, बंटेंगे तो कटेंगे। ये बांटने वाले लोग दुनिया के कई देशों में प्रॉपर्टी खरीदकर रखे हैं। ये इस सोच में हैं कि यहां संकट आएगा तो वहां चले जाएंगे। मरने वाले लोग मरते रहेंगे। योगी ने कहा- दुश्मन बगल के देश बांग्लादेश में किस तरह का कृत्य कर रहे हैं। यहां भी ऐसे लोग हैं। योगी ने अयोध्या के रामायण मेले के उद्घाटन के दौरान ये बातें कहीं। उन्होंने तुलसी दल पत्रिका का विमोचन भी किया। सीएम ने कहा- याद रखना, 500 साल पहले बाबर के एक सिपहसलार ने जो काम अयोध्या में किया, जो संभल में किया और जो काम आज बांग्लादेश के अंदर हो रहा...तीनों की प्रकृति और DNA एक जैसा है। उन्होंने कहा- सपाई गुंडों के संरक्षण के बगैर बिन पानी मछली की तरह तड़पते हैं, जिसके मन में भगवान राम के प्रति श्रद्धा का भाव नहीं है, उसको कट्‌टर दुश्मन की तरह त्याग देना चाहिए। जो राम का नहीं, वो हमारे किसी काम का नहीं। अपडेट्स के लिए लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए...

Dainik Bhaskar संभल हिंसा- उपद्रवियों से एक करोड़ वसूले जाएंगे:SP बोले- हमारे पास 400 आरोपियों के फुटेज; सर्च अभियान में फिर विदेशी कारतूस मिले

संभल हिंसा का आज 12वां दिन है। गुरुवार को लगातार तीसरे दिन पुलिस ने हिंसा प्रभावित इलाकों में पुलिस ने सर्च अभियान चलाया। फोरेंसिक टीम को 3 कारतूस, 1 खोखा और दो 12 बोर के मिस फायर कारतूस मिले हैं। इससे पहले, मंगलवार को सर्च में टीम को पाकिस्तान मेड कारतूस मिले थे। हिंसा में हुए नुकसान पर एसपी केके बिश्नोई ने कहा, अलग-अलग तरीके से 1 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है। कई कारें जल गईं, ट्रांसफॉर्मर जल गए और कैमरे भी टूट गए। यह सब बदमाशों से वसूल किया जाएगा। आतंकी कनेक्शन की जांच होगी। उन्होंने यह भी कहा, मैं उन सभी से अपील करता हूं जो इस घटना में शामिल थे। हमारे पास उन सभी के फुटेज हैं, इसलिए आपको कबूल करने के लिए पुलिस स्टेशन आना चाहिए। साक्ष्यों के आधार पर पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी। इधर, राहुल के संभल दौरे को लेकर भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने गुरुवार को कहा- राहुल गांधी हाथ में संविधान की किताब लेकर संविधान तोड़ने की बात कर रहे थे। उनका काम वहां (संभल) जाना नहीं था। उन्हें अपना फोटो सेशन पूरा करना था, उनकी सहानुभूति संभल या वहां के लोगों से नहीं है। उनकी सहानुभूति अपने वोट बैंक से है। सपा और कांग्रेस एक दूसरे का वोट बैंक खींचना चाहती हैं। इससे पहले, बुधवार रात सीएम योगी ने राज्य में कानून व्यवस्था की समीक्षा की। कहा- संभल या किसी अन्य जिले में किसी को भी अराजकता फैलाने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए। संभल का एक भी दंगाई बख्शा नहीं जाना चाहिए। कानून का उल्लंघन करने की किसी को भी अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। संभल हिंसा का मौजूदा और पिछले 24 घंटे का घटनाक्रम जानने के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए...

Dainik Bhaskar पंजाब निकाय चुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस:अगले सप्ताह शुरू होगा टिकट वितरण का काम, रविवार तक मांगी जाएगी दावेदारों की फाइनल लिस्ट

पंजाब में पांच नगर निगमों और 43 नगर परिषदों के चुनाव की जंग जीतने के लिए कांग्रेस ने अपनी रणनीति तैयार कर ली है। पार्टी ने तय किया है कि सभी जगहों से चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों के नामों की अंतिम सूची रविवार तक राज्य स्क्रीनिंग कमेटी को भेज दी जाएगी। वहीं, जिन जगहों पर कोई दूसरा उम्मीदवार नहीं होगा, वहां अगले सप्ताह तक टिकट बांट दिए जाएंगे। स्क्रीनिंग कमेटियों को चार चीजों पर रखना होगा फोकस 1. चंडीगढ़ में हुई स्क्रीनिंग कमेटी मीटिंग में पार्टी प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने साफ किया है कि चुनाव उनके लिए काफी अहम है। प्रत्याशी के चयन के लिए कोई भी सिफारिश करें, उनकी सुनवाई जरूर करें। लेकिन नाम उसी का भेजा जाए जो कि चुनाव जीतने की क्षमता रखता हो। 2. नगर निगमों बहुत से कई ऐसे वार्ड होते हैं, जहां से केवल एक ही आवेदन आया होगा। वहां पर कोई दूसरा प्रतिदंद्वी नहीं है। उन एरिया टिकटों का बंटवारा अगले हफ्ते तक कर दिया जाएगा। 3. जब पिछली बार चुनाव हुए तो पार्टी सत्ता में थी, लेकिन इस बार स्थितियां दूसरी है। इसलिए पार्टी केवल विजेता ही नहीं बल्कि उन नामों पर भी विचार करेगी। जिन्होंने पिछली बार टिकट के लिए आवेदन किया था या आजाद चुनाव लड़ा था। 4. 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी को किस वार्ड में कितने वोट मिले थे। इसका डॉटा भी पार्टी तैयार कर रही है। पार्टी की कोशिश इन चुनावों में जीत हासिल करना ह ै। क्योंकि इसके बाद सीधे 2027 विधानसभा चुनाव होंगे। निगम चुनाव के लिए बनी स्क्रीनिंग कमेटियों में सभी नेता शामिल पंजाब कांग्रेस ने पिछले महीने नगर निगम और नगर परिषद चुनाव के लिए स्क्रीनिंग कमेटियों का गठन किया था। इनमें सभी नेताओं, विधायकों, पूर्व विधायकों, पूर्व मंत्रियों और सांसदों को जगह दी गई है। साथ ही, यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है कि पार्टी अधिक से अधिक सीटों पर जीत हासिल करे। क्योंकि हाल ही में हुए विधानसभा उपचुनावों में पार्टी को चार में से तीन सीटों पर हार का सामना करना पड़ा है। जहां पार्टी ने आम आदमी पार्टी की लहर के बाद भी 2022 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। इनमें गिद्दड़बाहा, डेरा बाबा नानक और चब्बेवाल सीटें शामिल हैं। हालांकि, पार्टी 2017 के बाद बरनाला सीट जीतने में कामयाब रही है।

Dainik Bhaskar संसद के शीतकालीन सत्र का 8वां दिन आज:कल महिला सांसदों के जय श्रीराम के जवाब में प्रियंका गांधी ने जय सियाराम कहा था

संसद के शीतकालीन सत्र का गुरुवार को आठवां दिन है। संसद की पिछली 7 कार्यवाहियों में संभल हिंसा, मणिपुर हिंसा, किसानों की मांग का मुद्दा और अडाणी मामला सबसे ज्यादा चर्चा में रहा। आज भी इन मुद्दों पर हंगामे के आसार हैं। कल संसद परिसर में प्रियंका गांधी से महिला सांसदों की मुलाकात के दौरान जय श्रीराम कहकर अभिवादन किया था। इसके जवाब में प्रियंका ने कहा था कि हम महिलाएं हैं। जय सियाराम बोलो, सीता को मत छोड़ो। बुधवार को संसद के दोनों सदनों में सांसदों ने अपनी बात रखी। हालांकि, चीन मुद्दे पर विपक्ष ने राज्यसभा से वॉकआउट किया था। विदेश मंत्री जयशंकर ने राज्यसभा में कहा था चीन के साथ LAC पर कुछ हिस्से को लेकर असहमति है, जिसे दूर करने के लिए भारत और चीन समय-समय पर बातचीत करते हैं। जयशंकर का बयान पूरा होने पर विपक्षी ने उनसे स्पष्टीकरण की परमिशन मांगी, लेकिन धनखड़ ने इसे अस्वीकार किया। इस पर आपत्ति जताते हुए विपक्ष राज्यसभा से बाहर चला गया था। मथुरा से बीजेपी सांसद हेमा मालिनी ने कहा था- बांग्लादेश में हमारे हिंदुओं और हिंदू मंदिरों, खास तौर पर इस्कॉन और इस्कॉन भक्तों के साथ जो कुछ हो रहा है, उसे देखकर मैं बेहद दुखी और परेशान हूं। यह केवल विदेशी संबंधों का मुद्दा नहीं है, यह भारत में कृष्ण भक्तों की भावनाओं का मामला है। सभापति जगदीप धनखड़ ने विपक्ष का लगाई फटकार राज्यसभा में विपक्ष किसानों के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहा था। तभी सभापति जगदीप धनखड़ और विपक्षी नेताओं के बीच बहस हुई। धनखड़ ने खड़े होकर विपक्षी नेताओं को डांटा था। उन्होंने कहा- पिछले हफ्ते पांच दिन कार्यवाही के दौरान विपक्ष के किसी भी नेता ने किसान मुद्दे पर चर्चा के लिए नोटिस नहीं दिया और आज घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। ये सब नहीं चलेगा। आपके लिए किसानों का हित स्वार्थ के लिए है। लोकसभा और राज्यसभा में पेश किए गए 2 विधेयक बॉयलर विधेयक 2024: केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय पीयूष गोयल ने राज्यसभा में बॉयलर विधेयक पेश किया था। ये 100 साल पुराने मूल कानून को निरस्त करेगा। बॉयलर विधेयक, 2024 बॉयलर गतिविधियों से संबंधित कुछ अपराधों को अपराध की कैटेगरी से बाहर करने के लिए है। इस विधेयक में बॉयलर में काम करने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए विशेष प्रावधान हैं। रेलवे (संशोधन) विधेयक 2024: बुधवार को लोकसभा में केंद्

Dainik Bhaskar हरियाणा CMO के ओवरऑल इंचार्ज बने रिटायर्ड IAS खुल्लर:केंद्रीय मंत्री खट्टर के रह चुके करीबी, CM सैनी ने दी 21 विभागों की जिम्मेदारी

हरियाणा के पूर्व सीएम और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के करीबी रिटायर्ड आईएएस राजेश खुल्लर एक बार फिर मुख्यमंत्री के नायब सैनी कार्यालय (CMO) के पावर सेंटर बन गए हैं। सीएम सैनी ने उन्हें 21 महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी दी है। मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर को सीएमओ का ओवरऑल इंचार्ज भी बनाया गया है। खुल्लर के बिना इन विभागों की फाइलें आगे नहीं बढ़ेंगी। उनके पास आबकारी एवं कराधान, वित्त, राजस्व, स्वास्थ्य, गृह, उद्योग, जनसंपर्क, सिंचाई, नगर एवं ग्राम नियोजन जैसे महत्वपूर्ण विभाग रहेंगे। राजेश खुल्लर को विधायी कार्य भी देखने को कहा गया है। खुल्लर को विधायी प्रस्तावों और यहां तक ​​कि अध्यादेश जारी करने के मामलों को देखने की जिम्मेदारी भी दी गई है। इसके अलावा सीएम के प्रधान सचिव अरुण गुप्ता को 9 विभाग दिए गए हैं। गुप्ता सीएम की घोषणाओं से जुड़े काम भी देखेंगे। यहां देखिए ऑर्डर की कॉपी... इन अफसरों को मिली ये जिम्मेदारी प्रधान सचिवः अरूण कुमार गुप्ता सिविल एविएशन, वन, पर्यावरण व वन्यप्राणी, फूड सप्लाई, हाउसिंग फार ऑल, खनन, परिवहन, यूएलबी, सहकारिता, यूथ एम्पावरमेंट, सीएम अनाउंसमेंट से संबंधित कार्य। अतिरिक्त प्रधान सचिवः साकेत कुमार कृषि, पशुपालन, विकास एवं पंचायत, चुनाव, मत्स्य, विदेश, सैनिक एवं अर्धसैनिक कल्याण, डब्ल्यूसीडी, केडीबी, सीएम विंडो के तहत विभिन्न विभागों की परफॉरमेंस। उप प्रधान सचिवः यशपाल आर्किटेक्चर, आर्काइव, उच्च शिक्षा, स्कूल शिक्षा, खेल, प्रिंटिंग एवं स्टेशनरी, हेरिटेज एंड टूरिज्म, सरस्वती हेरिटेज बोर्ड। ओएसडी: सुधांशु गौतम अलॉटमेंट ऑफ गवर्नमेंट हाउस, सीएम अनाउंसमेंट, सीएम रिलीफ फंड, एचआरडीएफ, एचआरएमएस एंड ऑन लाइन ट्रांसफर पॉलिसी, वक्फ बोर्ड। ओएसडी: सीएम विंडो -2: राकेश संधु, ग्रिवांस। ओएसडी सीएम विंडो - 1: विवेक कालिया, जन संवाद कौन हैं राजेश खुल्लर राजेश खुल्लर 1988 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। 2014 में राज्य में भाजपा सरकार बनने के बाद से वे तत्कालीन सीएम मनोहर लाल खट्टर की गुडबुक में रहे। खुल्लर 31 अगस्त 2023 को रिटायर हुए और रिटायरमेंट के 24 घंटे के भीतर ही उन्हें तत्कालीन सीएम मनोहर लाल खट्टर का चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी (CPS) नियुक्त कर दिया गया। तब उन्होंने 1982 बैच के सीनियर रिटायर्ड आईएएस अधिकारी डीएस ढेसी की जगह ली थी। लोकसभा चुनाव से ठीक

Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:अमेरिका के नॉर्थ कैलिफोर्निया में स्कूल में गोलीबारी, 2 स्टूडेंट घायल, हमलावर ने खुद को गोली मारी

नॉर्थ कैलिफोर्निया के स्कूल में बुधवार एक हमलावर ने गोलीबारी। हमले में 2 बच्चे घायल हुए। हमले के बाद हमलावर ने खुद को गोली मारी। उसकी मौत हो गई। AP की रिपोर्ट के मुताबिक, घायल हुए स्टूडेंट का अस्पताल में इलाज चल रहा है। फेदर रिवर स्कूल ऑफ सेवेंथ-डे एडवेंटिस्ट्स एक प्राइवेट स्कूल है। इस स्कूल में 5500 लोग पढ़ते हैं। आज की अन्य बड़ी खबरें... अवैध खनन कोलेकर सुप्रीम कोर्ट ने MP सरकार से जवाब मांगा, तमिलनाडु और पंजाब से भी मांगे आंकड़े सुप्रीम कोर्ट ने अवैध रेत खनन को "गंभीर समस्या" करार देते हुए इसे नियंत्रित करने की जरूरत बताई है। बुधवार को कोर्ट ने मप्र, तमिलनाडु, पंजाब सहित 5 राज्यों से इस समस्या पर विस्तृत तथ्य और आंकड़े पेश करने को कहा। कोर्ट ने यह निर्देश 2018 में दाखिल एम. अलगरसामी की जनहित याचिका पर दिया। याचिका में इन राज्यों में नदियों और समुद्र तटों पर अवैध रेत खनन की सीबीआई जांच की मांग की गई है। याचिकाकर्ता का आरोप है कि अनियंत्रित रेत खनन पर्यावरण को गंभीर नुकसान पहुंचा रहा है। बिना पर्यावरणीय मंजूरी और योजना के इनके संचालन की अनुमति दी गई है। सीजेआई संजीव खन्ना और जस्टिस संजय कुमार की पीठ ने कहा कि यह देखा जाना चाहिए कि क्या एनजीटी के आदेशों के खिलाफ ऐसी ही कोई याचिका शीर्ष अदालत में लंबित है। कोर्ट ने यह भी पूछा कि क्या रेत खनन गतिविधियों के लिए पर्यावरणीय प्रभाव आकलन अनिवार्य है।

Dainik Bhaskar सुखबीर बादल आज तख्त श्री केसगढ़ साहिब में करेंगे सेवा:सुरक्षा व्यवस्था कड़ी; अकाली दल को इस्तीफे स्वीकार करने का मिला समय

अमृतसर के गोल्डन टेंपल में हुई घटना के बाद भी सुखबीर बादल की सजा में कोई बदलाव नहीं किया गया। सुखबीर बादल आज यानी गुरुवार को श्री केसगढ़ साहिब पहुंच रहे हैं, जहां वे दो दिन तक सेवादार की भूमिका निभाएंगे। वे श्री केसगढ़ साहिब में सेवादार की पोशाक पहनेंगे, हाथों में भाला थामेंगे और गले में तख्ती लटकाकर इसी तरह सेवा करेंगे। हालांकि पंजाब पुलिस ने सुरक्षा कड़ी कर दी है। पंजाब पुलिस की ओर से सुखबीर बादल के इर्द-गिर्द तीन लेयर की सुरक्षा लगाई गई है। जिसमें दो एसपी रैंक के अधिकारी तैनात हैं। वहीं, एसजीपीसी टास्क फोर्स भी सुखबीर बादल के इर्द-गिर्द तैनात रहने वाली है। ताकि भविष्य में होने वाली किसी भी घटना को रोका जा सके। सुखबीर बादल व अन्य के इस्तीफे जल्द होंगे मंजूर इस फैसले के आने से पहले ही सुखबीर बादल ने अकाली दल के प्रधान पद से इस्तीफा दे दिया था। सुखबीर बादल का इस्तीफा अभी मंजूर नहीं हुआ है। उनके अलावा कई अन्य इस्तीफे भी लंबित हैं। 2 दिसंबर को श्री अकाल तख्त साहिब ने स्पष्ट किया था कि श्री अकाल तख्त चाहे तो 50 अकाली दल बना सकता है, लेकिन 100 अकाली दल मिलकर श्री अकाल तख्त नहीं बना सकते। इसके साथ ही उन्होंने अकाली दल कार्यकारिणी को लंबित इस्तीफे स्वीकार कर 5 दिसंबर तक रिपोर्ट देने के आदेश दिए थे। वहीं, अकाली दल के प्रवक्ता डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि अभी सभी लोग श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा लगाई गई सजा पूरी करने में व्यस्त हैं। जिसके चलते अकाली दल ने इस्तीफे स्वीकार करने पर फैसला लेने के लिए कुछ और समय मांगा था, जिसे श्री अकाल तख्त साहिब ने स्वीकार कर लिया है। सजा पूरी होने के बाद कुछ दिनों में फैसला लिया जाएगा। 8 दिन की सजा पूरी करने के बाद करनी होगी सेवा सुखबीर बादल गोल्डन टेंपल में दो दिन की सजा पूरी करने के बाद तीसरे दिन श्री केसगढ़ साहिब पहुंच रहे हैं। यहां भी आज और कल सुखबीर बादल सेवादार की पोशाक पहनकर सेवा करेंगे। आज समेत 8 दिन तक उनकी सेवा जारी रहेगी। श्री केसगढ़ साहिब में दो दिन सेवा करने के बाद वे तख्त श्री दमदमा साहिब में दो दिन, श्री दरबार साहिब श्री मुक्तसर साहिब में दो दिन और श्री फतेहगढ़ साहिब में दो दिन सेवा करेंगे। गोल्डन टेंपल के बाहर सुखबीर बादल पर चली थी गोली अमृतसर स्थित गोल्डन टेंपल में बुधवार को पंजाब के पूर्व डिप्टी CM सुखबीर सिंह बादल पर खा

Dainik Bhaskar हेमंत सोरेन कैबिनेट का विस्तार आज:राजभवन में कार्यक्रम; JMM से 6, कांग्रेस से 4 और राजद से 1 विधायक मंत्री बनेंगे

हेमंत सोरेन के सीएम पद की शपथ लेने के छह दिन बाद गुरुवार को मंत्रिमंडल विस्तार हो रहा है। राजभवन के अशोक उद्यान में दोपहर 12.30 बजे 11 विधायक मंत्री पद की शपथ लेंगे। इस मंत्रिमंडल में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) से 6, कांग्रेस से 4 और राजद से एक विधायक मंत्री बनेंगे। राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सभी विधायक शपथ ग्रहण के निर्धारित समय से एक घंटे पहले राजभवन पहुंच जाएंगे। हेमंत सोरेन ने 28 नवंबर को अकेले ही मोरहाबादी मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। प्रोटेम स्पीकर भी लेंगे शपथ जानकारी के मुताबिक राज्यपाल संतोष गंगवार सबसे पहले प्रो. स्टीफन मरांडी को प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाएंगे। इसके बाद कैबिनेट मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी। सरकार के कामकाज में तेजी आए, इसके लिए मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही विभागों का भी बंटवारा हो जाएगा। समारोह में प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी गुलाम अहमद मीर और राजद के प्रदेश प्रभारी जयप्रकाश नारायण यादव उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा कई अन्य नेताओं के भी शामिल रहने की संभावना है। कांग्रेस में मंथन के बाद तय हुआ नाम मंत्रिमंडल विस्तार में हुई देरी के पीछे कांग्रेस खेमे में मंत्रियों के नाम फाइनल नहीं हो पाना है। दिल्ली में चले मंथन के बाद मंत्रियों के नाम फाइनल किए गए। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर और प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने बैठक के बाद नाम फाइनल किए। ................................................. हेमंत सोरेन की शपथ की खबर भी पढ़ें... हेमंत सोरेन चौथी बार झारखंड के CM बने:अकेले शपथ ली, मंच पर राहुल, केजरीवाल समेत INDIA की 10 पार्टियों के नेता मौजूद रहे JMM लीडर हेमंत सोरेन 28 नवंबर को चौथी बार झारखंड के CM बन गए। रांची के मोरहाबादी मैदान में गवर्नर संतोष गंगवार ने उन्हें शपथ दिलाई थी। समारोह में INDIA की 10 पार्टियों के 18 बड़े नेता शामिल हुए। इनमें राहुल गांधी, प. बंगाल की CM ममता बनर्जी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव और RJD के तेजस्वी यादव मौजूद रहे। पूरी खबर पढ़ें...

Dainik Bhaskar देवकीनंदन ठाकुर बोले- तुम सब छीनते चले जाओ:हम आवाज उठाएं तो खाई खोद रहे, क्या देश में मुगलों का राज

देश में सनातन बोर्ड के लिए आवाज उठाकर कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर सुर्खियों में हैं। श्रीकृष्ण जन्मभूमि की बात करके, धर्म संसद करके वह संतों का समर्थन जुटा रहे हैं। मुस्लिम और हिंदुओं के बीच खाई बढ़ाने के आरोपों पर वह कहते हैं- वक्फ बोर्ड की तरह जमीन हथियाने के लिए नहीं, हम मंदिरों को बचाने के लिए सनातन बोर्ड चाहते हैं। हम अपने मंदिर भी नहीं बचा सकते। क्या देश में मुगलों का शासन है। देवकी नंदन ने कहा- प्रयागराज में अखाड़ा महाकुंभ की व्यवस्थाएं करते हैं। हम यही चाहते हैं कि महाकुंभ में सिर्फ सनातनियों को ही प्रवेश मिले। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रही हिंसा पर कहते हैं- विपक्ष अगर संभल जा रहा है, तो उन्हें बांग्लादेश के हिंदुओं पर भी बात करनी चाहिए। पढ़िए सनातन धर्म, महाकुंभ और संभल हिंसा पर देवकी नंदन ठाकुर क्या कहते हैं… सवाल : सनातन बोर्ड बनाने की जरूरत क्यों पड़ी? जवाब : बोर्ड का उद्देश्य सनातन परम्पराओं को सुरक्षित रखना होगा। फिर वह गो सेवा हो, मंदिर व्यवस्था हो या बच्चों में संस्कार के रूप में हो। मंदिरों में अव्यवस्था हो रही है, क्योंकि हर किसी का व्यवसायीकरण नहीं हो सकता है। कुछ चीजों को सिर्फ धर्म की दृष्टि से देखना होगा। सवाल : बोर्ड बन जाने से सनातनियों की रक्षा कैसे होगी? जवाब : धर्म की दृष्टि क्या होगी? यह हमारे धर्माचार्य डिसाइड करेंगे। मैं कुछ नहीं हूं…हमारे शंकराचार्य और धर्माचार्य इसे आगे बढ़ाएंगे। वही यह सनातन बोर्ड संचालित करेंगे। सवाल : आप कहते हैं कि वक्फ जमीन कब्जा करता है, सनातन बोर्ड क्या करेगा? जवाब : हम जमीन हथियाने के लिए नहीं, बल्कि बचाने के लिए बोर्ड की मांग कर रहे हैं। हम देश में ही एक और पाकिस्तान नहीं बनना चाहते हैं। हमारे मंदिर भी किसी के अंडर में ना हो जाएं और उसे भी कोई नोटिस ना दे, इसके लिए सनातन बोर्ड चाहिए। क्या अब हम अपने मंदिर भी नहीं बचा सकते। मुगलों का शासन है क्या, देश में। सवाल : महाकुंभ का आयोजन हो रहा, व्यवस्थाओं पर क्या कहेंगे? जवाब : महाकुंभ में सिर्फ सनातनियों का ही प्रवेश होना चाहिए, हम यही मांग करते हैं। सवाल : धर्म संसद करके, हिंदू और मुस्लिमों के बीच क्या खाई नहीं खड़ी हो रही? जवाब : आप किस खाई की बात करते हैं। क्या वक्फ बोर्ड मैंने बनाया है, कॉलेज और एयरपोर्ट को नोटिस मैं भेज रहा हूं। 1500 साल पुराना मंदिर मेरा है क्या?

Dainik Bhaskar सुखबीर बादल पर फायरिंग, अकाली दल ने पुलिस को घेरा:मजीठिया ने CCTV फुटेज जारी किया, हमले से एक दिन पहले SP आतंकी चौड़ा से मिल रहे

पंजाब के पूर्व डिप्टी CM सुखबीर बादल पर फायरिंग को लेकर शिरोमणि अकाली दल और पंजाब पुलिस व AAP सरकार आमने-सामने हो गए हैं। एक तरफ CM भगवंत मान से लेकर समूची AAP लीडरशिप और मंत्री पंजाब पुलिस को सुखबीर की जान बचाने का क्रेडिट दे रहे हैं। वहीं अमृतसर पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर ने कहा कि वह फायरिंग की घटना की सुखबीर के प्रति सहानुभूति के एंगल से जांच करेंगे। इसके बाद अकाली नेता बिक्रम मजीठिया ने गोल्डन टेंपल का एक सीसीटीवी जारी कर दिया। जिसमें उनका दावा है कि 3 दिसंबर को अमृतसर पुलिस के SP हरपाल सिंह हमलावर आतंकी नारायण सिंह चौड़ा से मिले। अकाली नेता परमबंस सिंह रोमाणा ने भी इसको लेकर सवाल खड़े किए कि एसपी ने चौड़ा से हाथ मिलाया। उसके साथ बात की। आखिर चौड़ा को उसी वक्त गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया। इसको लेकर अभी अमृतसर पुलिस की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। अमृतसर स्थित गोल्डन टेंपल में बुधवार को पंजाब के पूर्व डिप्टी CM सुखबीर सिंह बादल पर खालिस्तानी आतंकी ने फायरिंग की। सुखबीर बादल गोल्डन टेंपल के गेट पर सेवादार बनकर बैठे थे। डेरा सच्चा सौदा के मुखी राम रहीम को माफी देने को लेकर सिखों की सर्वोच्च अदालत अकाल तख्त ने उन्हें यह सजा दी है। वारदात के वक्त हमलावर ने जैसे ही उन पर गोली चलाई, उसी समय सिविल वर्दी में तैनात उनके सुरक्षाकर्मियों ने उसका हाथ पकड़कर ऊपर उठा दिया। जिससे गोली गोल्डन टेंपल की दीवार पर जा लगी। इससे सुखबीर बादल बाल-बाल बच गए। इसके बाद हमलावर ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ लिया। सुखबीर बादल को तुरंत सुरक्षा घेरे में ले लिया गया। गोल्डन टेंपल के बाहर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। अमृतसर पुलिस ने गोल्डन टेंपल के पास से एक संदिग्ध NRI को गिरफ्तार किया है। NRI से एक पिस्टल बरामद किया है, जो बिना लाइसेंस का है। वारदात के बाद पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर गोल्डन टेंपल पहुंचे। उन्होंने बताया कि आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार चौड़ा ने बयान दिया कि सुखबीर बादल पर बेअदबी और डेरा मुखी राम रहीम को माफी दिलाने के आरोप थे। इसी से हताहत होने के बाद उसने ये कदम उठाया। अकाली नेता डॉ. दलजीत चीमा ने कहा कि गुरदासपुर से कांग्रेस सांसद सुखजिंदर रंधावा का साथी मार्केट कमेटी का चेयरमैन है। गोली

Dainik Bhaskar दुष्यंत चौटाला के 681 करोड़ के ड्रीम प्रोजेक्ट को झटका:बजट पास, फिर भी नहीं बनेगी एलिवेटेड रोड; मंत्री बोले- जरूरत हुई तो देखेंगे

हरियाणा की नई BJP सरकार ने पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला को झटका दे दिया है। दुष्यंत चौटाला के 681 करोड़ के ड्रीम प्रोजेक्ट पर ब्रेक लगा दिया है। इसका खुलासा प्रदेश के PWD मंत्री रणबीर गंगवा ने किया। उन्होंने कहा कि जरूरत होगी तो इस प्रोजेक्ट को देखेंगे वरना कई ऐसे प्रोजेक्ट हैं जिनके पूरा होने से जाम अपने आप खत्म हो जाएगा। दरअसल, दुष्यंत चौटाला हिसार में एलिवेटेड रोड बनाना चाहते थे। दुष्यंत के डिप्टी CM रहते सरकार ने इसके लिए बजट भी पास कर दिया था। मगर, फाइल सीएम ऑफिस में अटक गई। इसके बजाय अब सरकार रिंग रोड का प्रपोजल तैयार कर रही है। हिसार के चारों तरफ बनने वाली इस रिंग रोड के बाद लोग शहर के बजाय बाहर से ही दिल्ली, चंडीगढ़, राजस्थान और सिरसा जा सकेंगे। केंद्रीय मंत्री नितिन गडगरी ने प्रपोजल तैयार करने को कहा है। इसके बाद रिंग रोड की मंजूरी मिल सकती है। ऐसा बनाया जाना था एलिवेटेड रोड... दुष्यंत ने सांसद बनकर भेजा प्रपोजल, डिप्टी CM बन सिरे चढ़ाने की कोशिश की दुष्यंत चौटाला 2014 में हिसार लोकसभा सीट से सांसद का चुनाव जीते। इसके बाद हिसार को जाम से बचाने के लिए उन्होंने एलिवेटेड रोड का प्रोजेक्ट तैयार किया। यह उनका ड्रीम प्रोजेक्ट भी था। इसके बाद जब वे 2019 में BJP के साथ गठबंधन सरकार में JJP कोटे से डिप्टी सीएम बने तो इसे सिरे चढ़ाने की कोशिश शुरू कर दी। दुष्यंत ने नवंबर 2020 में इसके लिए बीएंडआर के अधिकारियों से मीटिंग भी की। प्रोजेक्ट पूरा करने के लिए उन्हीं की ड्यूटी भी लगाई थी। उस वक्त गौतम सरदाना ने मेयर बनने के बाद पहली हाउस की बैठक में एलिवेटेड रोड का प्रस्ताव पास कराया। फिर यह प्रपोजल सरकार को भेजा गया। हालांकि अब न तो दुष्यंत चौटाला प्रदेश में सरकार चला रही BJP के साथ हैं और न ही पूर्व मेयर गौतम सरदाना भाजपा में हैं। उन्होंने विधानसभा चुनाव में पार्टी से बगावत कर दी थी। इसलिए इस प्रोजेक्ट की पैरवी करने वाला कोई नेता नहीं बचा। सर्वे एजेंसी को लाखों रुपए दिए, गठबंधन टूटा तो ठप हुआ प्रोजेक्ट दुष्यंत के ड्रीम प्रोजेक्ट में शहर के बीचों-बीच दिल्ली रोड पर करीब साढ़े 8 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड रोड बनाया जाना था। एलिवेटेड रोड के निर्माण के साथ ही शहर के तीनों पुलों को जोड़ा जाना था। इसको लेकर हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र में मंजूरी मिली थी। जिसके बाद सर्वे एजेंसी हायर की

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