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Dainik Bhaskar अमृतसर में 12 इंटरनेशनल तस्कर गिरफ्तार:14 करोड़ की हेरोइन, 3 पिस्तौल बरामद, पाकिस्तान से जुड़ा नेटवर्क
अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने सीमा पार से नशा और हथियार तस्करी के नेटवर्क का भंडाफोड़ कर बड़ी सफलता हासिल की है। इस अभियान के तहत 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। जिसमें मुख्य सहयोगी मनजीत सिंह उर्फ भोला भी शामिल है, जो पाकिस्तान स्थित तस्करों के संपर्क में था। डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने कहा कि इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों और पूरी तस्करी चेन का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है। छेहरटा थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मनजीत सिंह उर्फ भोला, जोबनप्रीत सिंह उर्फ जोबन, हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी, बबली, अमृतपाल सिंह अंशु, अनिकेत वर्मा, हर्षप्रीत सिंह उर्फ हरमन, गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी, लवप्रीत सिंह उर्फ जशन, मनदीप सिंह उर्फ कौशल, रेशमा और आकाश दीप सिंह उर्फ अर्श के रूप में हुई है। भारी गिनती में हथियार व नशा बरामद: पंजाब पुलिस की प्रतिबद्धता पंजाब पुलिस संगठित अपराध को खत्म करने और राज्य में शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इस ऑपरेशन से पता चला है कि पुलिस सीमा पार से होने वाली तस्करी और अपराधों पर कड़ी नज़र रख रही है और अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत पुलिस को सूचना दें।
Dainik Bhaskar जालंधर में अंतर्राष्ट्रीय ठग गिरोह का भंडाफोड़:2 गिरफ्तार; दुबई-कंबोडिया भेजा जा रहा था पैसा, छत्तीसगढ़ के रहने वाले
पंजाब के जालंधर में देहात पुलिस ने छत्तीसगढ़ से चलाए जा रहे एक साइबर ठगी गिरोह का भंडाफोड़ किया है। देहात पुलिस ने छत्तीसगढ़ के दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी दुबई और कंबोडिया से जुड़े एक अंतरराष्ट्रीय साइबर धोखाधड़ी गिरोह का हिस्सा हैं। गिरफ्तार लोगों की पहचान वरिंदर सिंह पुत्र शादी सिंह और अमरिंदर सिंह सैनी पुत्र शिंगारा सिंह निवासी भिलाई, छत्तीसगढ़ के रूप में हुई है। दोनों आरोपियों को जल्द कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। मामले की जांच तब शुरू हुई जब जालंधर देहात के थाना फिल्लौर में एक साथ 9 शिकायतकर्ताओं ने संपर्क किया। शिकायतकर्ताओं ने पुलिस से कहा- उन्हें बैंक खाते खोलने के लिए 2,000 से 3,000 रुपए की पेशकश की गई थी। बाद में इन खातों का दुरुपयोग अवैध वित्तीय लेनदेन के लिए किया गया। जिसमें हवाला संचालन और गेमिंग और बैटिंग एप्लिकेशन के माध्यम से पैसा ट्रांसफर किया गया। पैसा दुबई और कंबोडिया में स्थानांतरित करने से पहले दिल्ली के रास्ते भेजा जाता था। कर्नाटक बैंक के थाने से हुआ था 1.40 करोड़ का लेनदेन जालंधर देहात पुलिस के एसएसपी हरकमलप्रीत सिंह खख ने कहा- एसपी (इनवेस्टिगेशन) जसरुप कौर बाथ और डीएसपी फिल्लौर सरवन सिंह बल की देखरेख में टीम जांच कर रही थी। फिल्लौर थाने में मामला दर्ज किया गया और स्पेशल टीम द्वारा जांच आगे बढ़ाई गई। यह सफलता तब मिली जब शिकायतकर्ता आकाशदीप ने पुलिस को अपने कर्नाटक बैंक खाते से 1.40 करोड़ रुपए के अनधिकृत लेनदेन के बारे में सूचित किया। इसके अलावा, एक अन्य शिकायतकर्ता संजीव ने पुलिस को आरोपी की पहचान करने में मदद करने के लिए एक फर्जी व्यक्ति के रूप में काम किया। पंजाब, दिल्ली और छत्तीसगढ़ से चल रहा था नेटवर्क जांच में 23 बैंक खातों का पता चला है। जिनका इस्तेमाल धोखाधड़ी गतिविधियों के लिए किए जाने का संदेह और संबंधित बैंकों से विवरण की प्रतीक्षा है। गिरोह ने आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को टारगेट करते थे। उनके बैंक खातों का इस्तेमाल हवाला लेनदेन के लिए किया और पैसे को विदेशी नेटवर्क में भेजा। गिरोह के संचालन पंजाब, दिल्ली और छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों में फैले हुए थे और उनके दुबई और कंबोडिया से संबंध थे। दोनों आरोपियों को स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा और उनके आगे और पीछे के संबंधों की जांच करने, सिंडिकेट के अतिरिक्त सदस्यों की
Dainik Bhaskar शिमला के हनुमान मंदिर पहुंचे रॉबर्ट वाड्रा:तिलक लगाया, आरती की, बोले- धर्म की राजनीति नहीं होनी चाहिए, मस्जिद सर्वे के खिलाफ हूं
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा शुक्रवार को शिमला के प्रसिद्ध हनुमान मंदिर जाखू पहुंचे। उन्होंने यहां विशेष पूजा-अर्चना की। इस दौरान रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि मैं अक्सर शिमला आता रहता हूं। यह हमारा घर है। वाड्रा ने कहा, जाखू मंदिर में आकर माथा टेकना उनके लिए बहुत जरूरी था। उन्होंने अपने, प्रियंका, बच्चों और पूरे परिवार समेत पूरे देश के लिए प्रार्थना की। वह चाहते हैं कि उनके बीच भाईचारा बना रहे। वाड्रा ने कहा, देश में धर्म की राजनीति नहीं होनी चाहिए। वह मस्जिदों में हो रहे सर्वे के खिलाफ हैं। हमें अपने देश में सभी का सम्मान करना चाहिए। मनमोहन के नाम पर कॉलेज का नाम रखने का समर्थन दिल्ली विश्वविद्यालय के एक कॉलेज का नाम वीर सावरकर के नाम पर रखने से उपजे विवाद से जुड़े सवाल पर वाड्रा ने कहा कि दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह उच्च शिक्षित और अच्छे प्रधानमंत्री थे। उन्हें आर्थिक सुधारों और परमाणु समझौते के लिए याद किया जाएगा। अगर डॉ. मनमोहन सिंह के नाम पर किसी विश्वविद्यालय का नाम रखने की योजना बनती है तो वे इसका सम्मान करेंगे। संसद में लोगों की आवाज बनेंगी प्रियंका रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि राहुल और प्रियंका देश में बहुत मेहनत कर रहे हैं। वे सबको साथ लेकर चलने की राजनीति कर रहे हैं। गांधी परिवार भेदभाव की राजनीति नहीं करता। प्रियंका सांसद बन गई हैं और उन्हें उम्मीद है कि वे संसद में महिलाओं, किसानों और समाज के सभी वंचित वर्गों की सुरक्षा के लिए आवाज उठाती रहेंगी। प्रियंका गांधी तीन दिन पहले शिमला पहुंची थीं बता दें कि प्रियंका गांधी 3 दिन पहले शिमला पहुंची थीं, जबकि रॉबर्ट वाड्रा और उनके बच्चे 5 दिन पहले शिमला पहुंचे थे। इस बीच वाड्रा आज जाखू मंदिर पहुंचे। प्रियंका गांधी ने शिमला से करीब 14 किलोमीटर दूर छराबड़ा में पहाड़ी शैली में अपना घर बनवाया है।
Dainik Bhaskar मनमोहन सिंह को जत्थेदार रघुबीर सिंह ने श्रद्धांजलि दी:बोले- पूर्व PM ने पगड़ी का महत्व दुनियाभर में पहुंचाया; आज दिल्ली में हो रही अंतिम अरदास
भारत के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की आज शुक्रवार अंतिम अरदास दिल्ली में हो रही है। पांच तख्तों में से एक श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने उन्हें उनकी अंतिम अरदास से पहले याद किया। उन्होंने उनकी आत्मिक शांति के लिए अरदास भी की है। जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा- डॉ. मनमोहन सिंह की अंतिम अरदास आज दिल्ली में की जा रही है। डॉ. मनमोहन सिंह ऐसी शिख़्सयत हुए हैं, जिन्होंने अपने कॉलेज लाइफ समय ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट फेडरेशन (AISSF) के वर्कर के तौर पर सेवा निभाई है। उन्होंने देश की आर्थिक स्थिति को भी लकीर पर लेकर आए। जब देश की आर्थिक स्थिति डगमगाई, तो ऐसे महान अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह देश को तरक्की की राह पर लेकर आए। उनके कार्यकाल में देश ने लगातार तरक्की की। 92 साल की उम्र में डॉ. मनमोहन सिंह श्री अकाल पूरख के चरणों में जा विराजे। जो 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे। उनके कार्यकाल के दौरान किए गए कार्य हुए, जिन्हें हमेशा याद किया जाता रहेगा। उन्होंने दस्तार (पगड़ी) की पहचान व पगड़ी की मान को पूरे विश्व में पहुंचाया। अरदास है कि गुरु साहिब उनकी आत्मा को अपने चरणों में जगह दें और परिवार को ये भाणा मीठा मानने का बल बख्शें (क्षति को सहने का बल दें)। 26 दिसंबर को ली आखिरी सांस पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर की रात निधन हो गया था। वे 92 साल के थे। वे लंबे समय से बीमार थे। घर पर बेहोश होने के बाद उन्हें रात 8:06 बजे दिल्ली AIIMS लाया गया था। हॉस्पिटल बुलेटिन के मुताबिक, रात 9:51 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली। इसके बाद 28 दिसंबर को निगमबोध घाट पर उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
Dainik Bhaskar छत्तीसगढ़-ओडिशा बॉर्डर पर मुठभेड़ में 3 नक्सली ढेर:DRG और STF के 300 जवानों ने घेरा; शव और ऑटोमैटिक हथियार बरामद
छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के नक्सल प्रभावित सोरनामाल जंगल में सुरक्षाबलों ने 3 नक्सलियों को मार गिराया है। बताया जा रहा है कि DRG (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) और STF (स्पेशल टास्क फोर्स) की टीम ने नक्सलियों को घेरा है। छत्तीसगढ़ और ओडिशा दोनों राज्यों के करीब 300 जवान मौके पर मौजूद हैं। ओडिशा के नवरंगपुर की ओर से भी जवानों ने घेराबंदी की थी, जिससे नक्सलियों को भागने का मौका नहीं मिला। सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ के बाद तीन नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं। गरियाबंद एसपी निखिल राखेचा ने इसकी पुष्टि की है। बस्तर से भागकर गरियाबंद इलाके में आए थे नक्सली इस कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने कई ऑटोमैटिक हथियार भी जब्त किए हैं। मारे गए नक्सलियों की पहचान की जा रही है। हालांकि शुरुआती जानकारी के मुताबिक, ये नक्सली बस्तर से भागकर इस क्षेत्र में सक्रिय थे। मुठभेड़ के साथ सर्चिंग ऑपरेशन अभी जारी मुठभेड़ के साथ सर्चिंग ऑपरेशन अभी जारी है। आसपास के इलाकों में सतर्कता बढ़ा दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि इस अभियान से इलाके में नक्सली गतिविधियों पर लगाम लगाने में बड़ी मदद मिलेगी। ............................ छत्तीसगढ़ में मुठभेड़ से जुड़ी और भी खबर पढ़ें... 10 नक्सलियों को ढेर करने के बाद जश्न: छत्तीसगढ़ में मुठभेड़ के बाद हथियारों के साथ नाचे जवान; जनवरी से अब तक 207 नक्सली ढेर छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षाबलों ने 10 नक्सलियों को मार गिराया है। इसमें 3 महिला और 7 पुरुष हैं। सभी के शव और 3 ऑटोमैटिक हथियार बरामद किए गए हैं। मुठभेड़ के बाद जवान जश्न मनाते भी दिखे। जवानों ने हथियारों के साथ डांस किया। पढ़ें पूरी खबर...
Dainik Bhaskar भारतीय हॉकी खिलाड़ी सुखजीत को अर्जुन अवॉर्ड मिलेगा:पिता जालंधर में पुलिस इंस्पेक्टर, बोले- बेटे को DSP का पद मिलना चाहिए
भारतीय खेल मंत्रालय ने गुरुवार को नेशनल स्पोर्ट्स अवॉर्ड 2024 की घोषणा की। इस घोषणा के अनुसार, 34 खिलाड़ियों को अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। जिसमें पंजाब के जालंधर से भारतीय हॉकी टीम के युवा हॉकी खिलाड़ी सुखजीत सिंह का नाम भी शामिल है। सुखजीत सिंह को अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। सुखजीत के सम्मान की खबर सुन परिवार बेहद खुश हैं। वहीं सुखजीत सिंह के पिता अजीत सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री से उनके बेटे और खिलाड़ी जर्मनप्रीत को पंजाब पुलिस में डीएसपी का पद देने की अपील की है। परिवार ने सुखजीत से वीडियो कॉल पर बात कर उन्हें बधाई भी दी। भारतीय हॉकी टीम के युवा खिलाड़ी सुखजीत सिंह महज 26 साल के हैं और उन्होंने अपने बेहतरीन हॉकी प्रदर्शन से कम समय में ही बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है। सुखजीत सिंह को 17 जनवरी को अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित किया जाएगा। इसे लेकर उनके परिवार में जश्न का माहौल है। परिवार बोला- पंजाब सरकार बेटे को अन्य खिलाड़ियों की तरह डीएसपी बनाए सुखजीत सिंह के पिता पंजाब पुलिस में सब-इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने बेटे की उपलब्धि पर खुशी जाहिर की। पंजाब पुलिस में सब-इंस्पेक्टर के पद पर तैनात सुखजीत के पिता अजीत सिंह ने कहा- पंजाब के बेटे को इनाम मिल रहा है। परिवार ने मुख्यमंत्री से बेटे को डीएसपी के पद पर नौकरी देने की मांग की है। सुखजीत सिंह के पिता अजीत सिंह का कहना है कि मैं खुद हॉकी खिलाड़ी रहा हूं। लेकिन मैं अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाया। लेकिन मेरे बेटे ने मेरा सपना भी पूरा कर दिया। सुखजीत सिंह की मां कुलदीप कौर ने बेटे की उपलब्धि पर खुशी जाहिर की है। मां कुलदीप कौर ने कहा- उनके बेटे ने कड़ी मेहनत और लगन से यह मुकाम हासिल किया है। उन्होंने पूरी भारतीय हॉकी टीम को बधाई दी है।
Dainik Bhaskar भुवनेश्वर में 8 जनवरी से प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन:प्रधानमंत्री मोदी उद्घाटन करेंगे, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 10 को समापन समारोह में शामिल होंगी
ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में 8 से 10 जनवरी तक 18वां प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 जनवरी को इसका उद्घाटन करेंगे। सम्मेलन का समापन 10 जनवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी। इस दिन प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार समारोह भी होगा। सम्मेलन के मुख्य अतिथि के रूप में त्रिनिदाद और टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू शामिल होंगी। सम्मेलन की शुरुआत 8 जनवरी को युवा प्रवासी भारतीय दिवस के साथ होगी। पहली बार आयोजन का जिम्मा संभाल रही ओडिशा सरकार ने 50 देशों से 3,500 प्रवासियों को बुलाने का लक्ष्य रखा है। तीन दिवसीय सम्मेलन में कुल उपस्थिति लगभग 7,500 लोगों की होगी। ओडिशा सरकार के गृह विभाग के अधिकारियों के अनुसार, पिछले कुछ दिनों में डेली रजिस्ट्रेशन की संख्या 150 से अधिक हो गई है। एक सप्ताह पहले यह संख्या रोजाना केवल 40 से 50 तक थी। सम्मेलन का आयोजन 2003 में वाजपेयी ने शुरू किया था 2003 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन की शुरुआत की थी। अब तक यह सम्मेलन नई दिल्ली, मुंबई, कोच्चि, हैदराबाद, जयपुर, चेन्नई, वाराणसी, बेंगलुरु और इंदौर जैसे शहरों में आयोजित किया जा चुका है। 2021 में कोविड महामारी के दौरान इसे वर्चुअल मोड पर किया गया था। ₹125 करोड़ का बजट भुवनेश्वर पहली बार मेजबानी कर रहा है। शहर की नगर पालिका और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों ने सम्मेलन के साथ-साथ कई सांस्कृतिक और मनोरंजन कार्यक्रमों की योजना बनाई है। इनमें रात का फ्ली मार्केट, आदिवासी मेला, खाद्य महोत्सव, राजरानी संगीत फेस्टिवल, मुक्तेश्वर नृत्य महोत्सव और एकाम्र महोत्सव जैसे प्रमुख आयोजन शामिल हैं। इसके लिए ₹125 करोड़ का बजट निर्धारित किया था। मेहमानों के लिए मुंबई से 5 डबल डेकर बसें और 10 प्रीमियम बसें मंगवाई गई हैं। इन बसों के माध्यम से अतिथियों को ओडिशा के प्रमुख पर्यटन स्थलों का भ्रमण कराया जाएगा, जिनमें कलिंग युद्ध स्थली, पुरी जगन्नाथ मंदिर, ब्लू फ्लैग समुद्री तट और कोणार्क के प्रसिद्ध सूर्य मंदिर सहित कुल 31 प्रमुख स्थल शामिल हैं। भुवनेश्वर को उसकी चारुकला और हस्तकला की अनोखी प्रतिभा दिखाने के लिए पारंपरिक चित्रकला से सुसज्जित किया गया है, और आधुनिक रोशनी से सजाया जा रहा है। इसके अलावा, वस्त्र शिल्प में प्रा
Dainik Bhaskar मनमोहन सिंह के घर अखंड पाठ और भोग:सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे पहुंचे, पूर्व PM को श्रद्धांजलि दी
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन के 7 दिन बाद उनके घर पर अखंड पाठ और भोग कार्यक्रम रखा गया। इसमें कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस चीफ मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल हुए। सोनिया और खड़गे ने मनमोहन सिंह के घर पहुंचकर सबसे पहले उन्हें श्रद्धांजलि दी। फिर परिवार से मुलाकात की। इस दौरान कांग्रेस के अन्य बड़े नेता भी मौजूद थे। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर की रात निधन हो गया था। वे 92 साल के थे। वे लंबे समय से बीमार थे। घर पर बेहोश होने के बाद उन्हें रात 8:06 बजे दिल्ली AIIMS लाया गया था। हॉस्पिटल बुलेटिन के मुताबिक, रात 9:51 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली। इसके बाद 28 दिसंबर को निगमबोध घाट पर उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। मनमोहन सिंह की याद में अखंड पाठ, 3 तस्वीरें... सोनिया ने कहा था- हमने ऐसे नेता को खोया है, जो ज्ञान, बड़प्पन और विनम्रता के प्रतीक थे पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर कांग्रेस पार्लियामेंट्री पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संदेश जारी किया था। उन्होंने लिखा कि हमने एक ऐसे नेता को खो दिया है जो ज्ञान, बड़प्पन और विनम्रता के प्रतीक थे, जिन्होंने पूरे दिल और दिमाग से हमारे देश की सेवा की। उनकी दूरदर्शिता ने लाखों भारतीयों का जीवन बदल दिया और उन्हें सशक्त बनाया। सोनिया ने लिखा कि मेरे लिए डॉ. मनमोहन सिंह का निधन एक गहरी व्यक्तिगत क्षति है। वे मेरे मित्र और मार्गदर्शक थे। उनका व्यवहार बहुत ही सौम्य था, लेकिन अपने विश्वासों के प्रति वे बहुत दृढ़ थे। वे एक ऐसा शून्य छोड़ गए जिसे कभी नहीं भरा जा सकता। कांग्रेस पार्टी और भारत के लोग हमेशा गर्व और आभारी रहेंगे कि हमारे पास डॉ. मनमोहन सिंह जैसे नेता थे जिनका भारत की प्रगति और विकास में अतुलनीय योगदान है। मनमोहन सिंह से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... 1. आज का एक्सप्लेनर: जब लड़की के ख्यालों में पढ़ाई भूले मनमोहन, शादी की कोई तस्वीर नहीं; फिश के लिए शाकाहार छोड़ने को तैयार थे 2. लंबे बालों से शर्माकर ठंडे पानी से नहाते थे मनमोहन:मारुति 800 को अपनी कार कहते थे, स्पीच की स्क्रिप्ट उर्दू में लिखवाते थे 3. VIDEO में डॉ. सिंह के 9 किस्से:कहा था- बंटवारे से बेघर हुए बच्चे को इस देश ने PM बनाया, ये कर्ज अदा नहीं कर पाऊंगा 4. PM आवास में भी मारुति 800 रखते थे म
Dainik Bhaskar CBI ने TRAI अधिकारी को रिश्वत लेते पकड़ा:हिमाचल के केबल ऑपरेटर की शिकायत पर कार्रवाई; सीनियर अफसर ने 1 लाख रुपए रिश्वत मांगी
CBI ने हिमाचल में काम करने वाले केबल ऑपरेटर की शिकायत पर TRAI (टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया) दिल्ली के एक अधिकारी को रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया है। आरोपी सीनियर. रिसर्च ऑफिसर नरेंद्र सिंह रावत ने शिकायतकर्ता से एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। केबल ऑपरेटर ने इसकी सूचना CBI को दी और जाल बिछाकर बीती शाम को दिल्ली में आरोपी अधिकारी को गिरफ्तार किया। सूचना के अनुसार, CBI ने 1 जनवरी को केबल ऑपरेटर की शिकायत पर दिल्ली में FIR की। इसके बाद उसे पकड़ने को जाल बिछाया। CBI ने दिल्ली के नरौजी नग्गर में आरोपी अधिकारी को रिश्वत की रकम के साथ गिरफ्तार किया। CBI ने आरोपी अधिकारी के आवास और ग्रेटर नोएडा स्थित ऑफिस में भी रेड कर केस से जुड़े दस्तावेज और फाइल कब्जे में ली। अधिकारी ने सिरमौर में केबल ऑपरेटर से मांगी थी रिश्वत बताया जा रहा है कि TRAI के अधिकारी ने हिमाचल के सिरमौर जिला में केबल सेवाएं संचालन के लिए भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के एक लाइसेंस धारक से एक लाख रुपए रिश्वत मांगी थी। प्रदेश के ही अन्य 5 लाइसेंस धारक केबल ऑपरेटर ने भी पहले ही TRAI के संबंधित अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार से जुड़े दस्तावेजों CBI को दे रखे थे। आरोपी अधिकारी ने इनके लाइसेंस रद्द करने की चेतावनी दे रखी थी। केबल ऑपरेटर के लाइसेंस की सिफारिश करता है अधिकारी दरअसल, आरोपी अधिकारी केबल ऑपरेटरों के लाइसेंस रद्द या कंटिन्यू करने की भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से सिफारिश करता है। केबल ऑपरेटर को हर तीन महीने बाद TRAI के दिशा निर्देशानुसार प्रोग्रेस रिपोर्ट मंत्रालय को देनी होती है। यह भी अधिकारी की सिफारिश पर बनती है। CBI ने रंगे हाथ पकड़ा सीबीआई ने आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और रंगे हाथ गिरफ्तार किया। शिकायतकर्ता से नरोजी नगर नई दिल्ली स्थित उनके दिल्ली कार्यालय में एक लाख रुपए सीबीआई ने ग्रेटर नोएडा और नई दिल्ली में आरोपियों के आवासीय और आधिकारिक परिसरों की तलाशी ली, जिसमें आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए। जांच जारी है।
Dainik Bhaskar महाकुंभ में 4 महीने में 300 किमी सड़क, 30 पुल:40 करोड़ लोगों के लिए सुविधाएं; मेला क्षेत्र के कर्मचारी 15-15 घंटे काम कर रहे
महाकुम्भ जैसे विशाल आयोजन के लिए चुनौतियों से पार पाकर महज 4 महीने में बेहतरीन सुविधाओं वाला शहर बसा दिया गया। 50 दिनों के इस आयोजन में करीब 40 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। इन चार महीने में 300 किमी लंबाई वाली सड़क बनाई गई। एक किमी लंबाई के 30 फ्लोटिंग पुल भी बांध दिए। समय सीमा को देखते हुए सभी लोग 15-15 घंटे तक काम कर रहे हैं। छुट्टी, ओवरटाइम, टीए-डीए की उन्हें चिंता नहीं है। उन्हें लगता है कि सेवा करके उन्हें और उनके परिवारों को ‘असीमित पुण्य’ मिलेगा। यहां पीने के पानी व सीवेज जैसी सुविधाएं जुटाई हैं। समृद्धों के लिए फाइव स्टार डोम, तो जरूरतमंदों के लिए डॉरमेट्री बना दी है। यह बात सोचने पर मजबूर करती है कि अस्थायी शहर इतनी कुशलता से चल सकता है, तो स्थायी शहर क्यों नहीं? रोजाना फीडबैक, तुरंत समस्या का समाधान, अफसर रात तक डटे रहते इस महाआयोजन में आधुनिक प्रबंधन से सीख ली गई है। सबसे बड़ा सबक यह है कि काम वक्त पर शुरू करें, अगर बाधा आए तो ‘बुलडोजर’ सी ताकत का इस्तेमाल करें। जैसा कि सड़कों के चौड़ीकरण के लिए हुआ। हर वर्टिकल से रोजाना फीडबैक लेने के साथ रिव्यू किया जा रहा है ताकि समस्या पता लगे। बड़े प्रोजेक्ट में यह अहम है। सभी अफसर रात 2 बजे तक महाकुम्भ नगर में डटे रहते हैं, बैठकें करते हैं। इससे टीम में जवाबदेही बनी रहती है। फोकस इस बात पर नहीं है कि काम कैसे पूरा होगा, बल्कि काम कौन बेहतर तरीके से करेगा... यानी गुणवत्ता से समझौता न हो। कर्मचारियों को अपने काम पर गर्व हो रहा इसके अलावा शहर को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने वाले लाखों कर्मचारियों में गर्व की भावना रहे। इसका भी पूरा ध्यान रखा गया है। क्योंकि हर कर्मचारी को अपने काम पर गर्व हो, तो वह सब हासिल कर सकते हैं, जो नामुमकिन लगता है। कुम्भ क्षेत्र के हजारों सफाई कर्मचारियों, नाविकों से लेकर सिविल इंजीनियरों तक में गर्व की यह भावना दिख रही है। तभी बड़े लक्ष्य पूरे हो सके। महाकुंभनगर में आंखों का अस्पताल भी, तीन लाख चश्मे देने की तैयारी महाकुंभनगर में आंखों का अस्पताल भी बन रहा है। मेला प्रशासन का दावा है कि यह दुनिया का अब तक का सबसे बड़ा अस्थायी अस्पताल है, जहां 45 दिनों में 5 लाख मोतियाबिंद के ऑपरेशन होंगे। 3 लाख गरीबों को चश्मे देने की भी तैयारी है। ऐसा सेटअप बनाना, दो माह बाद उसे हटाना और सुनिश्चित करना
Dainik Bhaskar कैफे ओनर का सुसाइड से पहले पत्नी को आखिरी कॉल:पत्नी बोली- भिखारी, तुम्हारा चेहरा नहीं देखना चाहती, अब कहोगे कि सुसाइड कर लूंगा
दिल्ली के कैफे ओनर ने पत्नी से तलाक और बिजनेस को लेकर विवाद के चलते 31 दिसंबर को फांसी लगा ली थी। इस केस में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, कैफे ओनर पुनीत खुराना ने फांसी लगाने से एक दिन पहले अपनी पत्नी मनिका पाहवा को कॉल किया था। दोनों के बीच 15 मिनट तक बात हुई। कॉल के दौरान पत्नी मनिका ने कहा- भिखारी, मैं तुम्हारा चेहरा भी नहीं देखना चाहती। अगर तुम मेरे सामने आओगे, तो मैं तुम्हें थप्पड़ मार दूंगी। अगर तलाक हो रहा है, तो क्या तुम मुझे बिजनेस से हटा दोगे? अब तुम कहोगे कि अगर मैंने तुम्हें धमकाया तो तुम आत्महत्या कर लोगे। हम तलाक ले रहे हैं, लेकिन मैं अभी भी बिजनेस पार्टनर हूं, मेरा बकाया पैसा चुकाना होगा। इसके जवाब में पुनीत ने कहा- यह सब अब मायने नहीं रखता। बस तुम मुझे यह बताओ कि तुम चाहती क्या हो। 40 साल के कैफे ओनर पुनीत ने सुसाइड से पहले 59 मिनट का वीडियो भी जारी किया था। इसमें उन्होंने अपनी पत्नी और ससुरालवालों पर प्रताड़ना के आरोप लगाए थे। वीडियो फिलहाल पुलिस के पास है। पुलिस ने बताया कि पुनीत अपनी पत्नी से तलाक लेने वाले थे। तलाक की प्रोसेस चल रही थी। दोनों के बीच कैफे को लेकर विवाद भी चल रहा था। सुसाइड से पहले वीडियो, कहा- पत्नी ने टॉर्चर किया... पुनीत खुराना ने सुसाइड से पहले 59 मिनट का वीडियो बनाया था। इसमें उन्होंने अपनी पत्नी और ससुरालवालों पर गंभीर आरोप लगाए। पुनीत खुराना ने वीडियो में कहा- मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं क्योंकि मेरे ससुराल वाले और मेरी पत्नी मुझे बहुत प्रताड़ित कर रहे हैं। हमने आपसी सहमति से तलाक के लिए अर्जी दाखिल कर दी है। जाहिर है कि जब आपसी सहमति से तलाक की बात आती है तो कोर्ट में कुछ शर्तों पर साइन करने होते हैं। पुनीत ने कहा- हमें 180 दिनों की अवधि के अंदर उन शर्तों को पूरा करना होगा, लेकिन मेरे ससुराल वाले और मेरी पत्नी मुझपर नई शर्तों के साथ दबाव बना रहे हैं, जो मेरे दायरे से बाहर हैं। वे और 10 लाख रुपए मांग रहे हैं, जो मेरे पास नहीं है। मैं माता-पिता से भी नहीं मांग सकता, क्योंकि उन्होंने पहले ही बहुत पैसे दे दिए हैं। पुनीत की बहन का आरोप- पत्नी ने मरने के लिए उकसाया पुनीत की मां ने कहा है कि पैसों के लेन-देन को लेकर दोनों में मनमुटाव था। हमें कभी नहीं बताया। पुनीत की पत्नी ने मंगलवार को एक बार फिर मेर
Dainik Bhaskar महाराष्ट्र में मुर्दा व्यक्ति जिंदा हुआ:शव एंबुलेंस में था; स्पीड ब्रेकर में उछली; हाथ हिलने लगा, सांसे दोबारा आईं
महाराष्ट्र के कोल्हापुर में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया। यहां हार्टअटैक से मौत के बाद बुजुर्ग दोबारा जिंदा हो गया। दरअसल शव को एंबुलेंस में ले जाया गया था। स्पीड ब्रेकर में एंबुलेंस उछली, जिसके बाद बुजुर्ग की सांसे वापस आ गईं। घर वाले बुजुर्ग को फिर से अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने जांच की और शख्स का स्वास्थ्य ठीक पाया गया। फिलहाल बुजुर्ग घर वापस आ गए। 16 दिसंबर को हार्ट अटैक आया था, डॉक्टरों ने मृत घोषित किया कोल्हापुर के कस्बा बावड़ा इलाके में रहने वाले पांडुरंग उल्पे की उम्र 65 साल है। 16 दिसंबर की शाम को पांडुरंग को अचानक चक्कर आया उन्हें हार्ट अटैक आया, वह घर पर ही गिर पड़े। परिजनों ने उन्हें इलाज के लिए कोल्हापुर के गंगावेश स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया, जहां डॉक्टरों ने दो-तीन घंटे बाद पांडुरंग को मृत घोषित कर दिया। घर वापस लाते समय एंबुलेंस में झटका, दोबारा सांसे आने लगी घर में पांडुरंग के अंतिम संस्कार की तैयारी भी कर ली गई थी। पांडुरंग को एंबुलेंस से अस्पताल से घर लाया जाने लगा। रास्ते में स्पीड ब्रेकर आने से एंबुलेंस में झटका लगा। एंबुलेंस में मौजूद पांडुरंग के रिश्तेदारों ने देखा कि उनकी उंगलियां और हाथ हिल रहे थे। पांडुरंग की सांसें भी चलनी शुरू हो गई। तुरंत उन्हें उसी एम्बुलेंस से उन्हें फिर से कदमवाड़ी क्षेत्र के एक बड़े अस्पताल में भर्ती कराया और लगभग 15 दिनों के इलाज के बाद पांडुरंग तात्या गुरुवार को घर वापस लौट आए। ये खबर भी पढ़ें... केरल में स्कूल बस पलटी, एक छात्रा की मौत: 14 बच्चे घायल केरल के कन्नूर में बुधवार शाम को एक स्कूल बस पलटने से एक छात्रा की मौत हो गई। 14 बच्चे घायल हैं। यह बस कुरुमाथुर चिन्मय स्कूल की थी। स्कूल में छुट्टी के बाद बच्चों को घर वापस ले जा रही थी। पुल से उतरते समय ड्राइवर ने बस का कंट्रोल खो दिया। बस तेजी से ढाल से नीचे उतरने लगी। तभी एक चौराहे के पास खंभे से टकराकर दो बार पलट गई। पढ़ें पूरी खबर...
Dainik Bhaskar यूका का कचरा जलाने के विरोध में पीथमपुर बंद:जाम लगाने की कोशिश कर रहे लोगों को पुलिस ने हटाया; रैली को खदेड़ा
पीथमपुर में यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री से लाए गए कचरे के निपटान के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन शुक्रवार को भी जारी है। स्थानीय संगठनों ने आज पीथमपुर बंद बुलाया है। कुछ युवकों ने सड़कों पर जाम लगाने की कोशिश की। पुलिस ने उन्हें सड़क से हटाकर ट्रैफिक क्लियर कराया। वहीं, कुछ लोगों ने आयशर चौराहे पर इकट्ठा होकर रैली निकालने की कोशिश की। इन्हें भी पुलिस ने खदेड़ दिया। उधर, एसपी सिटी बस स्टैंड स्थित धरना स्थल पर पहुंच गए हैं। यहां सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार पिछले 12 घंटे से मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि भोपाल गैस कांड का जहरीला कचरा पीथमपुर के सीने पर लाकर रख दिया गया है, जो पूरी तरह गलत है। मैं तब तक यहां रहूंगा, जब तक यह कचरा वापस नहीं ले जाया जाता। धरना स्थल पर स्थानीय किसान संदीप रघुवंशी 2 जनवरी से ही आमरण अनशन पर बैठे हैं। संदीप का कहना है कि यह अनशन लगातार जारी रहेगा।
Dainik Bhaskar पंजाब में 3 दिन सरकारी बस सेवा ठप रहेगी:PRTC-पनबस कर्मचारी हड़ताल पर जाएंगे, चंडीगढ़ में भी होगा प्रदर्शन
राज्य में सरकारी बस सेवा 3 दिन के लिए बाधित रहने वाली है। 6, 7 और 8 जनवरी को पीआरटीसी और पनबस की बसें नहीं चलेंगी। पीआरटीसी और पनबस कर्मचारी यूनियन ने अपनी मांगों को लेकर चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री आवास के सामने प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। इसके चलते 6, 7 और 8 जनवरी को सरकारी बसों में सफर करने वालों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रही पनबस और पीआरटीसी ठेका कर्मचारी यूनियन ने पिछले महीने पंजाब भर के मंत्रियों को ज्ञापन सौंपकर ठेका कर्मचारियों को नियमित करने की मांग को प्रमुखता से उठाया था। इस सिलसिले में पिछले महीने जालंधर डिपो 1 और 2 के कर्मचारियों ने कैबिनेट मंत्री महेंद्र भगत और दोआबा के विभिन्न विधायकों से उनके आवास पर मुलाकात की थी। मंत्री मोहिंदर भगत से की थी मुलाकात कैबिनेट मंत्री के आवास पर पहुंचे प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व प्रधान बिक्रमजीत सिंह, सतपाल सिंह सत्ता, जसबीर सिंह, वरिष्ठ नेता चानन सिंह चन्ना समेत अन्य लोग कर रहे थे। यूनियन पदाधिकारियों ने महेंद्र भगत को ज्ञापन सौंपकर यूनियन की मांगों से अवगत कराया। मंत्री व विधायकों को ज्ञापन सौंपने के बाद यूनियन ने स्थानीय बस स्टैंड पर भी संबोधित किया। बिक्रमजीत सिंह ने कहा कि अस्थायी कर्मचारियों को नियमित करने में हो रही देरी के चलते यूनियन को संघर्ष का बिगुल फूंकने पर मजबूर होना पड़ रहा है।
Dainik Bhaskar चंदन गुप्ता हत्याकांड में 28 दोषियों को उम्रकैद:यूपी के कासगंज दंगे में जान गई थी; लखनऊ NIA कोर्ट ने 6 साल बाद सुनाई सजा
उत्तर प्रदेश के कासगंज दंगे में जान गंवाने वाले ABVP कार्यकर्ता चंदन गुप्ता की मौत के मामले में 28 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। लखनऊ NIA कोर्ट के जस्टिस विवेकानंद शरण त्रिपाठी ने शुक्रवार को यह फैसला सुनाया। कोर्ट ने गुरुवार को 28 आरोपियों को दोषी करार दिया था। इस फैसले के खिलाफ दोषियों की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया। गुरुवार को मामले में दोषी सलीम कोर्ट में पेश नहीं हुआ था। उसने शुक्रवार को कोर्ट पहुंचकर सरेंडर किया। कासगंज में 26 जनवरी 2018 को चंदन गुप्ता की हत्या कर दी गई थी। उसकी मौत के बाद कासगंज में हालात इतने खराब हो गए थे कि प्रशासन को इंटरनेट बंद करना पड़ा था। करीब एक हफ्ते तक दंगा हुआ था। अब पढ़िए, 26 जनवरी, 2018 को क्या हुआ था.... सुबह 9 बजे कासगंज में विश्व हिंदू परिषद, ABVP और हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता करीब 100 बाइकों पर तिरंगा और भगवा झंडा लेकर निकले। चंदन गुप्ता भी इसी भीड़ में शामिल था। प्रशासन ने यात्रा निकालने की इजाजत नहीं दी थी, लेकिन ये लोग नहीं माने। छोटी-छोटी गलियों वाले कासगंज कोतवाली इलाके में घुस गए। ये लोग मुस्लिम आबादी वाले बड्डू नगर की एक गली से गुजरने की जिद करने लगे। वहां स्थानीय लोग पहले से गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम कर रहे थे। तभी नारेबाजी शुरू हो गई। माहौल बिगड़ा और दोनों तरफ से पथराव शुरू हो गया। एक गोली चली, जो सीधे चंदन को लगी। उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वो बच नहीं पाया। मौत की खबर फैलते ही कासगंज शहर में दंगा शुरू हो गया। हालात बिगड़ने की आशंका से बाजार बंद करा दिए गए। तत्कालीन सांसद राजवीर सिंह और IG मौके पर पहुंचे। प्रदर्शन के बीच दोपहर 2 बजे आरोपियों पर कार्रवाई का भरोसा मिलने पर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। शाम 7 बजे पोस्टमॉर्टम के बाद चंदन का शव घर पहुंचा। इसके बाद शहर में तनाव फैलने लगा। पूरे शहर में PAC और फोर्स तैनात कर दी गई। लखनऊ से अफसर और मंत्री अपडेट लेते रहे। रात 12 बजे केस दर्ज कर 30 लोगों को आरोपी बनाया गया। मुख्य आरोपी तीन भाई सलीम, वसीम और नसीम को बनाया गया। 27 जनवरी- सुबह 8.30 पर चंदन का शव अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया। परिवार आरोपियों पर कार्रवाई के लिए अड़ गया। करीब 10 बजे राजवीर सिंह ने परिवार की बात CM योगी से करवाई। इसके बाद वे अंत