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Dainik Bhaskar दिल्ली में कैफे ओनर ने आत्महत्या की:पत्नी से तलाक और बिजनेस को लेकर विवाद था; फांसी लगाने से पहले वीडियो बनाया
दिल्ली के मॉडल टाउन में रहने वाले कैफे ओनर ने मंगलवार को फांसी लगा ली। पुलिस के मुताबिक 40 साल के पुनीत खुराना अपने घर में बेसुध मिले। उसे BJRM अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुनीत के गले पर रस्सी का निशान था। पुनीत के परिजन ने पुनीत की पत्नी और ससुराल वालों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। जबकि पुनीत का फोन पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम आज कराया जाएगा। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि पुनीत, पत्नी तलाक लेने वाले थे। दोनों के बीच कैफे को लेकर विवाद भी चल रहा था। पुनीत पत्नी से परेशान थे। मरने से पहले उन्होंने वीडियो भी रिकॉर्ड किया है। 2016 में हुई थी पुनीत की शादी रिपोर्ट्स के मुताबिक पुनीत की शादी 2016 में हुई थी। पुनीत ने जो वीडियो बनाया है उसमें दोनों को बिजनेस प्रॉपर्टी को लेकर झगड़ते हुए सुना जा सकता है। वीडियो में यह भी सुनाई दे रहा है कि खुराना की पत्नी फोन पर कह रही हैं, 'हम तलाक ले रहे हैं लेकिन मैं अभी भी बिजनेस पार्टनर हूं, आपको मेरा बकाया पैसा चुकाना होगा।' पुलिस ने खुराना का फोन जब्त कर लिया है और उनकी पत्नी को पूछताछ के लिए बुलाया है। पुनीत की बहन का आरोप- पत्नी ने मरने के लिए उकसाया पुनीत की मां ने कहा है कि पैसों के लेन-देन को लेकर दोनों में मनमुटाव था। हमें कभी नहीं बताया। पुनीत की पत्नी ने मंगलवार को एक बार फिर मेरे बेटे को इतना टॉर्चर किया कि उसने इतना बड़ा कदम उठा लिया। मुझे मेरे बेटे के लिए इंसाफ चाहिए। वहीं, मृतक की बहन का आरोप है कि आरोपी महिला और उसके परिवार ने टॉर्चर किया। करीब 59 मिनट की एक वीडियो रिकॉर्डिंग है, जिसमें पुनीत ने अपने साथ हुए अत्याचार को बताया है। महिला ने पुनीत का सोशल मीडिया अकाउंट भी हैक कर लिया था। अतुल सुभाष के केस से हो रही तुलना पुनीत की आत्महत्या की तुलना बेंगलुरु के टेक्निकल इंजीनियर अतुल सुभाष सुसाइड केस से जोड़कर देखा जा रहा है। अतुल ने दिसंबर में आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने 24 पन्नों का एक सुसाइड नोट छोड़ा था, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी और उसके रिश्तेदारों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था। वायरल हुए आखिरी वीडियो के मुताबिक अतुल ने पत्नी निकिता और उसके परिवार के कारण आत्महत्या की है। फिलहाल तीनों बेंगलुरु पुलिस की गिरफ्त में हैं।
Dainik Bhaskar प्रियंका गांधी निजी दौरे पर शिमला पहुंचीं:अगले कुछ दिन यहीं रहेंगी, बच्चे 3 दिन पहले ही छराबड़ा पहुंचे
कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव व वायनाड से लोकसभा सांसद प्रियंका गांधी बुधवार को शिमला पहुंच गई हैं। प्रियंका गांधी दोपहर करीब डेढ़ बजे छराबड़ा पहुंचीं। बताया जा रहा है कि प्रियंका के दोनों बच्चे 3 दिन पहले ही शिमला पहुंच गए थे, लेकिन प्रियंका गांधी आज चंडीगढ़ से सड़क मार्ग से होते हुए छराबड़ा पहुंची। प्रियंका गांधी का यह निजी दौरे बताया जा रहा हैं और उनके बच्चे बर्फ देखना चाह रहे थे। इसलिए प्रियंका गांधी शिमला पहुंची हैं। बता दें कि शिमला से लगभग 14 किलोमीटर दूर छराबड़ा में प्रियंका गांधी ने अपना मकान बना रखा है। प्रियंका अक्सर छराबड़ा आती रहती है। उनके साथ राहुल गांधी, सोनिया गांधी और रोबर्ट वाड्रा भी कई भी छराबड़ा आते रहे हैं। बच्चे बर्फ देखना चाह रहे थे, इसलिए शिमला पहुंची छराबड़ा में हर साल अच्छी बर्फबारी होती है। ऐसे में प्रियंका के बच्चे आने वाले दिनों में यहां बर्फ देख सकेंगे। प्रियंका गांधी अपने बच्चों के साथ यहां अगले पांच-छह दिन तक रुकेगी। हालांकि आधिकारिक तौर पर उनका कोई प्रोग्राम नहीं आया है।
Dainik Bhaskar हजीरा की कंपनी में आग से 4 कर्मचारियों की मौत:यूनिट दोबारा शुरू करते समय हुआ हादसा, लिफ्ट में फंस गए थे 4 कर्मचारी
साल के आखिरी दिन गुजरात में सूरत जिले के हजीरा में एक बड़ा हादसा हो गया। यहां कंपनी के प्लांट में आग लगने से एक सुपरवाइजर समेत 4 ठेका कर्मचारियों की मौत हो गई। एक घायल कर्मचारी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है। हजीरा स्थित AM/NS कंपनी के कोरेक्स-2 प्लांट में मंगलवार की शाम को भीषण आग लग गई। प्लांट में लिक्विड मेटल बनाया जाता है सूरत के हजीरा स्थित AM/NS कंपनी के कोरेक्स-2 प्लांट में अचानक आग लग गई। इस प्लांट में लिक्विड मेटल बनाने की प्रक्रिया होती है। आग टु इयर प्लेटफॉर्म से शुरू होकर लिफ्ट तक पहुंच गई थी। इससे लिफ्ट में फंसे 4 कर्मचारी गंभीर रूप से झुलस गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 1 कर्मचारी को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे के बाद इमरजेंसी प्रोटोकॉल लागू कंपनी के संबंधित अधिकारी और फायर विभाग इस घटना के संबंध में अधिक जानकारी जुटा रहे हैं। साल के आखिरी दिन हुई इस दुखद घटना से पूरे क्षेत्र में शोक फैल गया है। वहीं, कंपनी की तरफ से कहा गया है कि हादसे के बाद इमरजेंसी प्रोटोकॉल लागू कर घटनास्थल को सील कर दिया गया है। मृतकों के नाम धवल कुमार, गणेश पटेल, जिग्नेश दिलीप पारेख और संदीप पटेल हैं। एक घायल: आग के कारणों की जांच कर रही कंपनी हादसा मंगलवार को शाम 6 बजे यूनिट बंद होने के बाद दोबारा चालू करते समय हुआ। पास की लिफ्ट (एलिवेटर) पर रखरखाव कर रहे एक निजी कंपनी के 4 कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी इस हादसे में फंस गए और बच नहीं सके। एक कर्मचारी को मामूली चोटें आईं और उसे तुरंत प्लांट परिसर के एक अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। उसकी हालत में सुधार बताया जा रहा है। पता चला है कि कंपनी ने स्थानीय दमकल विभाग को इसकी सूचना नहीं दी, बल्कि अपने स्तर पर ही आग बुझाने का प्रयास किया। हादसे की सूचना मिलने के बाद मृतकों के परिजन देर रात सिविल अस्पताल पहुंच गए।
Dainik Bhaskar SC कमेटी की मीटिंग में शामिल नहीं होगा SKM:लक्खोवाल बोले- पत्र में किसानों की मांगों का जिक्र नहीं, 3 जनवरी को पंचकूला में बैठक
किसान आंदोलन को लेकर सुप्रीम कोर्ट की गठित हाईपावर कमेटी की 3 जनवरी को होने वाली मीटिंग में संयुक्त किसान मोर्चे (SKM) के नेता शामिल नहीं होंगे। हालांकि पहले दावा किया गया था कि संयुक्त किसान मोर्चे के नेता मीटिंग में शामिल होंगे। मीडिया से बातचीत में मोर्चे के नेता हरिंदर सिंह लक्खोवाल ने बताया कि जो पत्र आया है, उसमें रास्तों को खोलने के बारे में किसानों को मनाने जैसे मुद्दे हैं। जबकि यह बात भी गलत है कि रास्ते किसानों ने रोक रखे हैं। रास्ते तो सरकार ने बंद कर रखे हैं। इसमें किसानों की मांगों को लेकर कोई जिक्र नहीं है। ऐसे में हमने मीटिंग में नहीं जाने का फैसला लिया है। किसानों के इस फैसले पर उठ रहे थे सवाल करीब 4 दिन पहले यह बात सामने आई थी कि हाईपावर कमेटी ने पंचकूला के रेस्ट हाउस में मीटिंग बुलाई है। जैसे यह न्योता आया था तो उसके बाद SKM के नेताओं का बयान आया था कि वह इस मीटिंग में शामिल होंगे। हालांकि सूत्रों की माने तो इस मामले को लेकर सोशल मीडिया में चर्चा शुरू हाे गई थी कि यह SKM आंदोलन में शामिल नहीं है तो ऐसे में मीटिंग में क्यों जा रहा है। जबकि SKM के कुछ नेता भी इससे सहमत नहीं थे। दूसरी तरफ भाजपा नेता हरजीत सिंह ग्रेवाल ने कहा था सुप्रीम कोर्ट की कमेटी के सामने पेश होना चाहिए। यह कमेटी अहम है। वहीं डल्लेवाल और पंधेर का गुट पहले ही साफ कर चुका है कि मीटिंग में शामिल नहीं होंगे। कमेटी सुप्रीम कोर्ट में सौंप चुकी है अंतरिम रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट की तरफ से यह कमेटी पूर्व न्यायाधीश नवाब सिंह की अगुआई में गठित की गई है। कमेटी की तरफ से पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट में अंतरिम रिपोर्ट सौंपी गई थी। जिसमें उन्होंने कहा था कि आंदोलन करने वाले किसान बातचीत के लिए नहीं आ रहे हैं। किसानों से उनकी सुविधा के अनुसार तारीख और समय भी मांगा गया था, लेकिन उनकी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने हाईपावर कमेटी के प्रयास को सराहा था। सुप्रीम कोर्ट में भी चल रहा मामला किसान आंदोलन का मामला सुप्रीम कोर्ट में भी चल रहा है। इसकी शुरुआत तब हुई, जब पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के एक हफ्ते में शंभू बॉर्डर खोलने के आदेश के बाद हरियाणा सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई। कोर्ट ने मध्यस्थता के लिए कमेटी बनाई लेकिन कमेटी ने कहा कि किसान उनसे बात नहीं कर रहे। इसी दौरान सुप्रीम कोर्ट ने ड
Dainik Bhaskar जालंधर में आया बारासिंघा:रिहायशी इलाकों में दिखा, पार्टी से लौट रहे युवकों ने बनाया वीडियो; तलाश में जुटा वन विभाग
पंजाब के जालंधर कैंट में जी पॉकेट बिल्डिंग के पास एक जंगली जानवर (बारासिंघा) देखा गया। इसका वीडियो भी सामने आया है। यह वीडियो राहगीरों ने अपने फोन में तब रिकॉर्ड किया जब वे नया साल (मंगलवार) मनाकर घर लौट रहे थे। हालांकि, उसके बाद से बारासिंघा का कोई सुराग नहीं मिला है। बता दें कि जालंधर कैंट में कई बार जंगली जानवर देखे गए हैं। इस बार शहर में बारासिंघा के घुसने का वीडियो वायरल होने के बाद लोगों में काफी दहशत फैल गई थी। हालांकि, जानवर से किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। पहाड़ों में बर्फबारी के कारण शहर की ओर आ रहे जानवर वन विभाग के अनुसार, बारासिंघा दक्षिण एशिया के अधिकांश भागों में पाया जाता है। भारत में बारासिंघा हिमालय की दक्षिणमुखी ढलानों से लेकर बर्मा, थाईलैंड, इंडोचीन और मलय प्रायद्वीप तक पाया जाता है। भारत में यह लुप्तप्राय प्रजाति के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। इन दिनों ठंड के साथ बर्फबारी भी हो रही है, जिसके कारण जंगली जानवर दूसरी जगह तलाशने के लिए बाहर निकलते हैं, लेकिन रास्ता भटककर रिहायशी इलाकों में घुस जाते हैं। वन विभाग के अनुसार बारासिंघा एक नाजुक जानवर है। अगर इसके आसपास ज्यादा लोग इकट्ठा हो जाएं तो यह डर जाता है। कभी-कभी यह इतना डर जाता है कि इसकी मौत भी हो जाती है। घबराहट में जानवर खुद के साथ-साथ लोगों को भी नुकसान पहुंचाते हैं, इसलिए लोगों को इसका पीछा नहीं करना चाहिए। इससे इसे पकड़ना भी मुश्किल हो जाता है।
Dainik Bhaskar जलगांव में 2 गुट भिड़े, 6 गाड़ियां-13 दुकानें जलाईं:मंत्री की कार टकराने से हुआ बवाल; कल सुबह तक कर्फ्यू
महाराष्ट्र के जलगांव के पारधी में 31 दिसंबर की रात मंत्री गुलाब राव पाटिल के समर्थकों और स्थानीय लोगों के बीच झड़प हो गई। इसके बाद भीड़ ने 6 गाड़ियों और 13 दुकानों में आग लगा दी। देर रात फायर ब्रिगेड ने आग बुझाई। इसके बाद जलगांव में 2 जनवरी की सुबह 6 बजे तक के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक मंत्री गुलाब राव पाटिल की गाड़ी में उनका परिवार नए साल के जश्न में शामिल होने गया था। ड्राइवर ने हॉर्न बजाने और टक्कर लगने पर गांव वालों से बहस की। झगड़े की खबर लगने पर गांव के कुछ लोग और शिवसेना के कार्यकर्ता भी आ गए। इसके बाद वहां खड़ी गाड़ियों और दुकानों में आग लगा दी। पुलिस ने 25 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। 8 आरोपी हिरासत में, पूछताछ जारी पुलिस ने 8 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। एडीशनल एसपी कविता नेरकर ने बताया कि 20 से 25 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ धरणगांव पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। जलगांव के कई इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
Dainik Bhaskar केजरीवाल ने भागवत को 4 सवालों की चिट्ठी भेजी:पूछा- भाजपा नेता पैसे बांट रहे, क्या RSS को नहीं लगता कि लोकतंत्र कमजोर हो रहा है
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने RSS प्रमुख मोहन भागवत को लेटर लिखा है। उन्होंने भागवत से 4 सवाल पूछे हैं। केजरीवाल ने पूछा कि भाजपा नेता पैसे बांट रहे हैं। पूर्वांचली और दलित लोगों के नाम कटवाने का भी प्रयास कर रही है। क्या RSS को नहीं लगता की भाजपा लोकतंत्र को कमजोर कर रही है। दरअसल, AAP नेता प्रियंका कक्कड़ ने सोमवार को आरोप लगाया था कि नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में भाजपा नेता प्रवेश वर्मा पैसे बांट रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा था कि शादरा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा नेता विशाल भारद्वाज ने मतदाताओं के नाम हटाने के लिए चुनाव आयोग को आवेदन दिया है। भाजपा दिल्ली में रहने वाले कई पूर्वांचलियों के वोट काटना चाहती है। इसे लेकर ही केजरीवाल ने भागवत से सवाल किए हैं। केजरीवाल ने यह चिट्ठी 30 दिसंबर को लिखी थी, लेकिन यह 2 दिन बाद बुधवार को सामने आई है। केजरीवाल के भागवत से 4 सवाल.... ------------------------------------------------------ दिल्ली की राजनीति से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... भाजपा ने केजरीवाल को भूल-भुलैया फिल्म का छोटा पंडित बताया, कहा- वे चुनावी हिंदू दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को राजधानी में पुजारी-ग्रंथी योजना लॉन्च की। केजरीवाल ने कश्मीरी गेट के मरघट वाले बाबा के मंदिर में पत्नी के साथ दर्शन किए और वहां के पुजारी का पहला रजिस्ट्रेशन कराया। योजना के तहत पुजारियों-ग्रंथियों को हर महीने 18 हजार रुपए सैलरी देने का वादा किया गया है। पूरी खबर पढ़ें... केजरीवाल का नया ऐलान- पुजारी-ग्रंथी को हर महीने ₹18000 देंगे, इमामों को 17 महीने से सैलरी नहीं मिली अरविंद केजरीवाल ने 30 दिसंबर को ऐलान किया कि दिल्ली में दोबारा सरकार बनने पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना के तहत पुजारियों और ग्रंथियों को हर महीने 18 हजार रुपए का भत्ता दिया जाएगा। केजरीवाल ने कहा कि योजना के लिए रजिस्ट्रेशन कल से शुरू हो जाएगा। पूरी खबर पढ़ें... केजरीवाल बोले- शाह और पुरी के पास रोहिंग्याओं का डेटा, पुरी बोले- झूठ बोलने से बाज आइए चुनाव से पहले दिल्ली में बांग्लादेशी घुसपैठियों का मामला गर्म है। पूर्व CM अरविंद केजरीवाल ने 30 दिसंबर को कहा कि केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने दिल्ली में कहां-कहां रोहिंग्याओं को बसाया है, उन्हो
Dainik Bhaskar टाइगर ने 3 लोगों पर हमला किया:दौसा में पहले महिला पर झपटा, उसे बचाने आए 2 युवकों को भी घायल किया
दौसा जिले के बांदीकुई क्षेत्र के एक गांव में टाइगर ने सबसे पहले महिला पर हमला किया। उसे बचाने दो युवक आए। इसके बाद टाइगर ने इन युवकों पर भी झपट्टा मार दिया। तीनों लोग गंभीर रूप से घायल हैं। इन्हें जयपुर रेफर किया गया है। उधर, वन विभाग की टीम भी पहुंच गई है। सरिस्का से भी टीम बुलाई गई है। बांदीकुई क्षेत्र के मुहखुर्द गांव के सरपंच पुष्पेंद्र शर्मा ने बताया कि सुबह करीब 7 बजे कुछ महिलाएं खेतों की ओर गई थीं। सबसे पहले टाइगर ने उगा महावर (45) की पीठ पर हमला कर दिया। शोर-शराबा होने पर अन्य ग्रामीण भी पहुंचे और टाइगर को भगाने की कोशिश की। इसके बाद टाइगर ने विनोद मीणा (42) और बाबूलाल मीणा (48) पर भी हमला किया। तीनों को उपजिला अस्पताल बांदीकुई लाया गया, जहां गंभीर हालत में उन्हें जयपुर रेफर कर दिया गया। बांदीकुई वन रेंजर दीपक शर्मा ने बताया कि मुहखुर्द में आया हुआ जानवर टाइगर है। हमने इसकी सूचना सरिस्का वन क्षेत्र को दी है। संभावना है कि यह टाइगर सरिस्का क्षेत्र से यहां पहुंचा है और अब हम इसकी जांच कर रहे हैं। सरिस्का टीम मौके पर पहुंच रही है, जिसके बाद टाइगर को ट्रेंकुलाइजर कर सुरक्षित स्थान पर भेजा जाएगा। इस घटना के कारण गांव में भारी हड़कंप मचा हुआ है। खबर लगातार अपडेट हो रही है...
Dainik Bhaskar मणिपुर के इंफाल में फिर गोलीबारी, बम फेंके गए:जयराम ने पूछा- PM क्यों नहीं जाते; CM बोले- क्या नरसिम्हा राव आए थे
मणिपुर के इंफाल जिले के गांव पर मंगलवार रात कुछ बंदूकधारियों ने हमला कर दिया। कडांगबंद इलाके में रात करीब 1 बजे बम फेंके गए। गांव वालों ने भी जवाबी फायरिंग की। हालांकि इसमें किसी के घायल होने की खबर नहीं है। मणिपुर में यह ताजा घटना CM बीरेन सिंह के माफी मांगने के बयान के कुछ घंटो बाद हुई। बीरेन सिंह ने मंगलवार को राज्य में हुई हिंसा और उसमें हुई जनहानि को लेकर माफी मांगी थी। इस पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सवाल पूछा कि, पीएम मोदी मणिपुर क्यों नहीं जाते हैं। इसके जवाब में बीरेन सिंह ने कहा कि, पूर्व पीएम नरसिम्हा राव के कार्यकाल में भी मणिपुर में अशांति थी। क्या वो कभी वहां गए थे। बीरेन सिंह ने कहा- हिंसा को लेकर मुझे खेद है, माफी मांगता हूं तारीख- 31 दिसंबर समय- दोपहर 2:30 बजे CM बीरेन सिंह ने 31 दिसंबर को सेक्रेटिएट में मीडिया से चर्चा के दौरान कहा था कि हिंसा में कई लोगों ने अपने प्रियजन को खो दिया। कई लोगों ने अपना घर छोड़ दिया। मुझे वास्तव में खेद है। मैं माफी मांगना चाहता हूं। मणिपुर में मई 2023 से अक्टूबर 2023 तक गोलीबारी की 408 घटनाएं दर्ज की गईं। नवंबर 2023 से अप्रैल 2024 तक 345 घटनाएं हुईं। मई 2024 से अब तक 112 घटनाएं सामने आई हैं।' जयराम रमेश ने पूछा- पीएम मोदी अब तक क्यों नहीं गए, माफी क्यों नहीं मांगी तारीख- 31 दिसंबर समय- दोपहर 4:00 बजे बीरेन सिंह की इस प्रेस कांफ्रेंस की क्लिप को कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने X पर शेयर किया और सवाल पूछा- प्रधानमंत्री मणिपुर जाकर वहां ये बात क्यों नहीं कह सकते? वे जानबूझकर 4 मई 2023 से राज्य का दौरा नहीं कर रहे हैं, जबकि वे देश-दुनिया की यात्रा कर रहे हैं। मणिपुर के लोग इस उपेक्षा को समझ ही नहीं पा रहे हैं। बीरेन का जवाब- नरसिम्हा राव के समय भी हिंसा थी, क्या वे गए थे तारीख- 31 दिसंबर समय- रात 9:30 बजे जयराम के इस पोस्ट पर बीरेन सिंह ने जवाब दिया। उन्होंने लिखा- मणिपुर में नगा-कुकी के बीच हिंसा कई सालों तक जारी रही। 1992 से 1997 के बीच हिंसा काफी बढ़ गई थी। क्या पीवी नरसिम्हा राव, जो 1991 से 1996 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे और इस दौरान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष थे। क्या वे माफी मांगने मणिपुर आए थे? यह वो समय था जब पूर्वोत्तर भारत में सबसे ज्यादा खूनी जातीय संघर्ष हो रहा था। मैंने जो माफी मांगी है, वह उन लोगों
Dainik Bhaskar RSS मुखपत्र में लिखा-स्वार्थ के लिए मंदिर का प्रचार गलत:इसे राजनीति का हथियार न बनाएं; भागवत ने कहा था- मंदिर-मस्जिद विवाद सही नहीं
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के मुखपत्र पांचजन्य ने मंदिर-मस्जिद विवाद पर RSS प्रमुख मोहन भागवत के बयान का समर्थन किया है। पत्रिका ने संपादकीय में लिखा कि कुछ लोग अपने राजनीतिक स्वार्थों के लिए मंदिरों का प्रचार कर रहे हैं और खुद को हिंदू विचारक के रूप में पेश कर रहे हैं। पांचजन्य के संपादक हितेश शंकर ने संपादकीय 'मंदिरों पर यह कैसा दंगल' में लिखा- मंदिरों का राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल स्वीकार्य नहीं है। इसे राजनीति का हथियार नहीं बनाना चाहिए। भागवत का बयान गहरी दृष्टि और सामाजिक विवेक का आह्वान है। मोहन भागवत ने 19 दिसंबर को पुणे में कहा था कि राम मंदिर के निर्माण के बाद कुछ लोगों को लगता है कि वे नई जगहों पर इस तरह के मुद्दे उठाकर हिंदुओं के नेता बन सकते हैं। हर दिन एक नया मामला उठाया जा रहा है। इसकी इजाजत कैसे दी जा सकती है? भारत को दिखाने की जरूरत है कि हम एक साथ रह सकते हैं। हालांकि, RSS के अंग्रेजी मुखपत्र ऑर्गनाइजर ने मोहन भागवत से अलग राय रखी थी। पत्रिका ने इसे ऐतिहासिक सच जानने और सभ्यतागत न्याय की लड़ाई कहा था। 5 पॉइंट में पांचजन्य का संपादकीय ऑर्गेनाइजर की राय अलग, कहा- धार्मिक वर्चस्व नहीं, सभ्यतागत न्याय की लड़ाई RSS के अंग्रेजी मुखपपत्र ऑर्गनाइजर के संपादक प्रफुल्ल केतकर ने संपादकीय में लिखा है कि सोमनाथ से लेकर संभल और उससे आगे का ऐतिहासिक सत्य जानने की यह लड़ाई धार्मिक वर्चस्व के बारे में नहीं है। यह हमारी राष्ट्रीय पहचान की पुष्टि करने और सभ्यतागत न्याय की लड़ाई है। पत्रिका ने कांग्रेस पर चुनावी लाभ के लिए जातियों का शोषण करने का आरोप लगाया। केतकर लिखते हैं कि कांग्रेस ने जातियों को सामाजिक न्याय दिलाने में देरी की। जबकि अंबेडकर जाति-आधारित भेदभाव के मूल कारण तक गए और इसे दूर करने के लिए संवैधानिक व्यवस्था की। पूरी खबर पढ़ें... 3 हिंदू धर्माचार्य भागवत का विरोध कर चुके हैं... रामभद्राचार्य बोले- भागवत संघ के संचालक, हमारे नहीं जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने RSS प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर नाराजगी जताई थी। उन्होंने 23 दिसंबर को न्यूज एजेंसी PTI से बातचीत में कहा था कि संघ प्रमुख ने अच्छा नहीं कहा। संघ भी हिंदुत्व के आधार पर बना है। जहां-जहां मंदिर या मंदिर के अवशेष मिल रहे हैं, उन्हें हम लेंगे। वे (मोहन भागवत) संघ प्रमुख हैं, हम धर्माचार्य हैं
Dainik Bhaskar लखनऊ के होटल में परिवार के 5 लोगों की हत्या:बेटे ने मां और 4 बहनों को मार डाला; आगरा से आया था परिवार
लखनऊ से बड़ी खबर है। यहां होटल में एक परिवार के 5 लोगों की हत्या कर दी गई। 24 साल के बेटे ने वारदात को अंजाम दिया। DCP रवीना त्यागी ने बताया कि अशरद नाम के युवक ने अपनी मां और 4 बहनों की हत्या की। परिवार आगरा का रहने वाला था। वहां से नए साल पर लखनऊ आया था। नाका इलाके में होटल शरणजीत में रुके थे। पुलिस ने आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने हत्या की बात कबूल कर ली है। वारदात की वजह अभी स्पष्ट नहीं है। हालांकि, शुरुआती पूछताछ में पारिवारिक कलह को हत्या का कारण बताया जा रहा है। डीसीपी ने बताया कि अरशद ने अपनी मां आसमां, 4 बहनों- आलिया (9), अक्सा (16), अल्शिया (19) और रहमीन (18) की हत्या की। परिवार आगरा के इस्लाम नगर, टेढ़ी बगिया, कुबेरपुर का रहने वाला था। पिता का नाम बदर है। वह कहां पर हैं। इसका पता किया जा रहा है। होटल के एक ही कमरे में सभी के शव मिले हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपी ने गला दबाकर हत्या की है। फॉरेंसिक टीम मौके पर पड़ताल कर रही है। बुधवार सुबह होटल स्टॉफ कमरे में गया तो वारदात की जानकारी हुई। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। आरोपी मौके से भागा नहीं था, वह वहीं पर था। खबर लगातार अपडेट की जा रही है...
Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:गुजरात में युवक ने मंगेतर को मैसेज भेजने वाले की हत्या की
गुजरात के गांधीनगर में 19 साल के युवक ने इंस्टाग्राम पर अपनी मंगेतर को मैसेज भेजने पर एक व्यक्ति की हत्या कर दी। आरोपी राहुल और उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी ने बताया कि वह अपनी मंगेतर के इंस्टाग्राम अकाउंट का पासवर्ड जानता था। जब उसने लॉग इन किया तो उसे दशरथ नाम के शख्स के भेजे गए मैसेज मिले। इसके बाद उसकी हत्या कर दी।
Dainik Bhaskar डल्लेवाल का ब्लड प्रेशर डाउन हो रहा:4 जनवरी को महापंचायत बुलाई, किसानों के नाम संदेश जारी करेंगे, मरणव्रत का आज 37वां दिन
फसलों के एमएसपी की कानूनी गारंटी समेत 13 मांगों को लेकर शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन पिछले साल फरवरी से चल रहा है। खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन आज (बुधवार) 37वें दिन में प्रवेश कर गया है। अब खनौरी बॉर्डर संघर्ष का केंद्र बिंदु बन गया है। यहां रोजाना बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। हालांकि आमरण अनशन पर बैठे डल्लेवाल की हालत बेहद गंभीर है। अब 4 जनवरी को खनौरी मोर्चे पर किसानों की ओर से महापंचायत की जाएगी। किसान नेताओं ने कहा कि जगजीत सिंह डल्लेवाल को लगता है कि जिस किसान समुदाय की उन्होंने 44 साल तक सेवा की है। वह महापंचायत के दौरान उन सभी से मिलना चाहते हैं। इस दौरान डल्लेवाल लोगों के नाम संदेश जारी करेंगे। रात को डल्लेवाल का ब्लड प्रेशर गिर गया था किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने बताया कि जगजीत सिंह डल्लेवाल का ब्लड प्रेशर देर रात 76/44 तक गिर गया था। जो बेहद चिंताजनक है। उनकी स्वास्थ्य स्थिति को देखते हुए कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है। इसलिए वे 4 जनवरी को खनौरी किसान मोर्चे पर सभी किसानों को एक महत्वपूर्ण संदेश देना चाहते हैं। मोर्चे पर पटवारी और नहर यूनियन ने भी पहुंचकर आंदोलन को समर्थन दिया। नए साल की बधाई संदेश न भेजें किसानों का कहना है कि जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत बहुत गंभीर है। इसलिए कोई भी हमें नए साल की बधाई संदेश न भेजे। यह समय खुशी का नहीं बल्कि बड़ी चुनौतियों का सामना करने का है। सभी साथी 4 जनवरी को सुबह 10 बजे खनौरी किसान मोर्चा पर अवश्य पहुंचें। साथ ही इस आंदोलन को सफल बनाने में सहयोग करें। किसान बातचीत के लिए तैयार इससे पहले मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में दल्लेवाल की सेहत को लेकर सुनवाई हुई थी। इस दौरान पंजाब सरकार की ओर से बताया गया कि डल्लेवाल और किसानों से बातचीत चल रही है। अगर केंद्र सरकार किसानों से बातचीत करती है तो डल्लेवाल अपना आमरण अनशन खत्म करने पर विचार कर सकते हैं। वहीं कोर्ट ने पंजाब को डल्लेवाल को मनाने के लिए तीन दिन का और समय दिया है। अब मामले की सुनवाई 2 जनवरी को होगी।
Dainik Bhaskar 10 दिन से बोरवेल में फंसी चेतना किस हाल में?:पहले देसी जुगाड़ में उलझे, फिर मशीनों से खुदाई में फेल; कब बाहर आएगी मासूम, इस पर सब चुप
कोटपूतली में 700 फीट गहरे बोरवेल में फंसी चेतना (3) कब बाहर आएगी अब इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है। रेस्क्यू टीमों और अधिकारियों के डेली नए दावों से परिवार-ग्रामीणों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। करीब 10 दिन से बोरवेल में फंसी चेतना की कंडीशन को लेकर भी सब चुप है। देसी जुगाड़ में समय बर्बाद करने के बाद रेस्क्यू टीमें मशीनों से खुदाई में भी भटक गईं हैं। अब सवाल ये है कि जिस सुरंग को 170 फीट नीचे जवान 4 दिन से खोद रहे थे उसकी दिशा कैसे गलत हो गई। बोरवेल को लोकेट करने वाले जीपीआर मशीन पहले क्यों नहीं मंगवाई गई? इन सबके बीच मंगलवार से एनडीआर की टीमें फिर से सुरंग के रास्ते में आई एक चट्टान को ड्रिल कर रही हैं। दरअसल, किरतपुरा के बड़ियाली की ढाणी की चेतना 23 दिसंबर को खेलते हुए बोरवेल में गिर गई थी। इसके बाद से वह करीब 120 फीट की गहराई में फंसी है। बीते आठ दिन से कैमरे में उसकी कोई मूवमेंट भी नजर नहीं आ रही है। अब देखिए रेस्क्यू से जुड़े PHOTOS... ................... बोरवेल हादसे से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें- चेतना का रेस्क्यू, टीमों ने गलत दिशा में खोदी सुरंग: कलेक्टर बोलीं- बोरवेल ट्रेस नहीं हो रहा, 170 फीट गहराई में 4 दिन से काट रहे थे पत्थर