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Dainik Bhaskar सूरत में गैस सिलेंडर ब्लास्ट से 6 लोग झुलसे:गैस लीकेज के बाद हुआ धमाका, ब्लास्ट से दीवारें और खिड़कियां टूटीं; 3 की हालत गंभीर

सूरत के पुणागाम इलाके में राधाकृष्ण सोसायटी के एक घर में गैस सिलेंडर ब्लास्ट से एक ही परिवार के पांच सदस्यों सहित छह लोग झुलस गए। सभी को इलाज के लिए स्मीमेर अस्पताल ले जाया गया है। मिली जानकारी के अनुसार घायलों में तीन की हालत गंभीर है, जिन्हें एक निजी अस्पताल रेफर किया गया है। आग में झुलसा परिवार बिल्डिंग में एक कमरा किराए पर लेकर रह रहा था। ब्लास्ट से दीवारें और खिड़कियां टूटीं जांच में पता चला है कि रात में कमरे में गैस सिलेंडर लीक होने के बाद सुबह किसी चिंगारी से सिलेंडर में आग लग गई और वह ब्लास्ट हो गया। ब्लास्ट से घर की दीवारें और खिड़कियां टूट गई थीं। कमरे में आग लगने से सभी 6 लोग झुलस गए और जान बचाने घर से बाहर भागे। आसपास के लोगों ने सभी को अस्पताल पहुंचाया। किराए के एक कमरे में रहता है परिवार मूल रूप से राजस्थान के रहने वाले पप्पू गजेंद्र भदोरिया सूरत के पुणागाम इलाके में स्थित राधाकृष्ण सोसायटी में परिवार के साथ रहते हैं। परिवार में पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा है। गजेंद्रभाई ऑटो चलाकर परिवार का भरण-पोषण करते हैं। राधाकृष्ण सोसायटी के एक मकान में तीन कमरे हैं, जिनमें से एक कमरे में यह परिवार रहता है। धमाके से टूट गईं खिड़कियां-दरवाजे सोसायटी के रहीश दिलीपभाई ने बताया कि सुबह 6:20 बजे धमाके की आवाज सुनाई दी। मैं दूसरी तरफ के कमरे में किराए से रहता हूं। धमाके की आवाज सुनकर मैंने बाहर जाकर देखा तो वहां आग भी लगी हुई थी। परिवार के लोग झुलसी हालत में कमरे के बाहर कराह रहे थे। सोसायटी के लोगों ने 108 एंबुलेंस को बुलाया और सभी को अस्पताल पहुंचाया गया। हमने पुलिस और फायर ब्रिगेड को भी सूचना दे दी थी। दिलीपभाई ने आगे बताया कि हादसे का शिकार हुए इस गरीब परिवार के घर का पूरा सामान भी खाक हो चुका है।ॉ घायलों के नाम... पप्पू गजेंद्र भदोरिया सोना मोनिका जानवी अमन गोपाल ठाकुर

Dainik Bhaskar असम खदान में फंसे 15 मजदूरों को बचाने सेना पहुंची:300 फीट गहरी कोयला खदान में पानी भरा; डाइवर्स मौजूद, मोटर से निकाल रहे पानी

असम के दीमा हसाओ जिले के उमरंगसो में 300 फीट गहरी कोयला खदान में सोमवार को अचानक पानी भर गया था, जिससे 15 मजदूर अंदर फंस गए। अब इन मजदूरों के रेस्क्यू में सेना को लगाया गया है। NDRF और SDRF की टीम भी मदद कर रही है। असम के खदान मंत्री कौशिक राय घटना स्थल पर मौजूद है। भारतीय सेना और असम राइफल्स के गोताखोर और मेडिकल टीम के साथ इंजीनियर्स टास्क फोर्स रेस्क्यू में शामिल हो गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक ये रैट माइनर्स की खदान है। इसमें 100 फीट तक पानी भर गया है। जिसे दो मोटर की मदद से निकाला जा रहा है। रेस्क्यू ऑपरेशन की तस्वीरें... प्रत्यक्षदर्शी बोले- अचानक पानी आया, निकलने का मौका नहीं मिला दीमा हसाओ जिले के एसपी मयंक झा ने बताया कि खदान में कई मजदूरों के फंसे होने की आशंका है। प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के मुताबिक अचानक पानी आया, जिसके कारण मजदूर खदान से बाहर नहीं निकल पाए। इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम, लोकल अधिकारियों और माइनिंग एक्सपर्ट की टीमों के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। खदान में फंसे मजदूरों का पता लगाया जा रहा है। रैट होल माइनिंग क्या है? रैट का मतलब है चूहा, होल का मतलब है छेद और माइनिंग मतलब खुदाई। साफ है कि छेद में घुसकर चूहे की तरह खुदाई करना। इसमें पतले से छेद से पहाड़ के किनारे से खुदाई शुरू की जाती है और पोल बनाकर धीरे-धीरे छोटी हैंड ड्रिलिंग मशीन से ड्रिल किया जाता है। हाथ से ही मलबे को बाहर निकाला जाता है। रैट होल माइनिंग नाम की प्रोसेस का इस्तेमाल आम तौर पर कोयले की माइनिंग में होता रहा है। झारखंड, छत्तीसगढ़ और उत्तर पूर्व में रैट होल माइनिंग होती है, लेकिन रैट होल माइनिंग काफी खतरनाक काम है, इसलिए इसे कई बार बैन भी किया जा चुका है। रैट माइनिंग पर 2014 में NGT ने लगाया था बैन रैट माइनिंग कोयला खदानों में काम करने वाले मजदूरों ने ईजाद की थी। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल, यानी NGT ने 2014 में इस पर बैन लगा दिया था। एक्सपर्ट्स ने इसे अवैज्ञानिक तरीका बताया था। हालांकि विशेष परिस्थितियों, यानी रेस्क्यू ऑपरेशन में रैट माइनिंग पर प्रतिबंध नहीं है।

Dainik Bhaskar दिल्ली विधानसभा चुनाव अपडेट्स:जिला निर्वाचन अधिकारी की राज्य चुनाव आयुक्त को चिट्‌ठी, लिखा- दिल्ली सरकार बिना कारण बैठकों में बुला रही

नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में वोटर लिस्ट से नाम हटाने के आप नेताओं के आरोपों को लेकर जिला चुनाव अधिकारी ने दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी को पत्र लिखा। DEO ने लिखा है, "आम आदमी पार्टी के लोग अक्सर मेरे ऑफिस पहुंच रहे हैं और आपत्ति दर्ज करवाने वालों की जानकारी मांग रहे हैं। ECI के निर्देश के आधार पर इसे शेयर करना अनिवार्य नहीं है। जिला चुनाव अधिकारी ने यह भी लिखा- इसके अलावा, जीएनसीटीडी के सीएम मुझे बिना किसी एजेंडे के बैठक के लिए बुला रहे हैं। पहले भी मुझे बिना किसी एजेंडे के बैठक के लिए बुलाया था, जिसमें मतदाता सूची के बारे में चर्चा हुई थी। इसलिए, अनुरोध है कि इस मामले में मार्गदर्शन दें कि क्या मुझे सरकार की तरफ से बुलाई गई बैठकों में भाग लेना चाहिए। दिल्ली में 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं। विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 23 फरवरी को खत्म हो रहा है। इसके अलावा मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार 18 फरवरी को रिटायर हो रहे हैं। चुनाव आयोग तारीखों का ऐलान मंगलवार दोपहर बजे करने वाला है।

Dainik Bhaskar अब बिना NET के बन सकेंगे असिस्‍टेंट प्रोफेसर:VC पद के लिए टीचिंग एक्‍सपीरिएंस की जरूरत खत्‍म; UGC ने जारी कीं ड्राफ्ट गाइडलाइंस

अब हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूटस में असिस्‍टेंट प्रोफेसर बनने के लिए UGC NET एग्‍जाम क्लियर करने की जरूरत नहीं होगी। केंद्रीय शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने हायर इंस्टीट्यूट में फैकल्‍टी रिक्रूटमेंट और प्रमोशन के लिए ड्राफ्ट UGC गाइडलाइंस जारी की हैं। इसके अनुसार, असिस्‍टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए सब्‍जेक्‍ट में NET क्‍वालिफाइड होना जरूरी नहीं होगा। ड्राफ्ट गाइडलाइंस UGC की ऑफिशियल वेबसाइट पर जारी की गई हैं। इन गाइडलाइंस पर इंडस्‍ट्री एक्‍सपर्ट्स और स्‍टेकहोल्‍डर्स से फीडबैक और सजेशंस लेने के बाद इन्‍हें लागू कर दिया जाएगा। UGC 5 फरवरी के बाद गाइडलाइंस लागू कर सकती है। अभी लागू UGC गाइडलाइंस 2018 के अनुसार, असिस्‍टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए कैंडिडेट का उसी सब्‍जेक्‍ट से NET क्‍वालिफाई होना जरूरी था जिस सब्‍जेक्‍ट से PG किया हो। नई गाइडलाइंस में कैंडिडेट्स को PG से इतर सब्‍जेक्‍ट्स से NET करने की आजादी है। साथ ही बगैर NET किए, सीधे PHd किए हुए कैंडिडेट्स भी असिस्‍टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए अप्‍लाई कर सकेंगे। VC पद के लिए टीचिंग एक्‍सपीरिएंस की जरूरत खत्‍म ड्राफ्ट गाइडलाइंस के अनुसार, अब किसी हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूट में वाइस चांसलर बनने के लिए कैंडिडेट के पास 10 वर्ष का टीचिंग एक्‍सपीरियंस होना जरूरी नहीं होगा। अपने फील्‍ड के ऐसे एक्‍सपर्ट, जो फील्‍ड में सीनियर लेवल पर काम करने का 10 वर्ष का एक्‍सपीरियंस रखते हों, और जिनका ट्रैक रिकॉर्ड अच्‍छा हो, वे VC बन सकते हैं। VC की नियुक्ति के लिए यूनिवर्सिटी चांसलर एक कमेटी का गठन करेंगे जो अंतिम फैसला लेगी। फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाना मकसद - UGC चेयरमैन UGC चेयरमैन एम. जगदीश कुमार का कहना है कि नए नियम मल्‍टी-सब्‍जेक्‍ट बैकग्राउंड से फैकल्‍टी चुनने में मदद करेंगे। इन नियमों का उद्देश्य हायर एजुकेशन में फ्रीडम और फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाना है। UGC की ड्राफ्ट गाइडलाइंस यहां देख सकते हैं ये खबरें भी पढ़ें... देश में महिला टीचर्स पहली बार पुरुषों से ज्‍यादा:प्राइवेट स्कूलों में 20% बढ़ीं फीमेल टीचर्स; UDISE रिपोर्ट के आंकड़े देश के सभी स्कूलों में महिला शिक्षकों की संख्या पहली बार पुरुषों से ज्‍यादा यानी 53.3% हो गई है। देश के कुल 14.72 लाख स्कूलों में इस समय कुल 98 लाख टीचर्स हैं, जिनमें से 52.3 लाख फीमेल टीचर्स हैं। 2018-19 में ये संख्या 47.

Dainik Bhaskar कोरोना जैसे चीनी वायरस HMPV के भारत में 8 केस:महाराष्ट्र में 2 बच्चे पॉजिटिव; कर्नाटक-तमिलनाडु में 2-2, बंगाल-गुजरात में एक-एक बच्चे में वायरस के लक्षण

चीन में फैले कोरोना जैसे वायरस HMPV के भारत में अब तक 8 केस सामने आ चुके हैं। मंगलवार को महाराष्ट्र के नागपुर में 2 केस सामने आए हैं। इनमें एक 13 साल की लड़की और एक 7 साल का लड़का संक्रमित मिला। लगातार सर्दी-बुखार के बाद प्राइवेट लैब में टेस्ट के बाद दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। हालांकि इन दोनों को अस्पताल में भर्ती नही करना पड़ा, घर पर ही इलाज से उनकी स्थिति कंट्रोल में है। इससे पहले, सोमवार सुबह कर्नाटक में 3 महीने की बच्ची और 8 महीने के बच्चे में यह वायरस मिला था। दोनों बच्चों की जांच बेंगलुरु के एक अस्पताल में की गई थी। पश्चिम बंगाल में भी पांच महीने के बच्चे में इस बीमारी के लक्षण मिले हैं। इसका एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। तमिलनाडु के चेन्नई में भी दो बच्चे संक्रमित मिले हैं। अहमदाबाद में भी 2 महीने के बच्चे में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) का संक्रमण मिला। यह बच्चा राजस्थान का है और इलाज के लिए अहमदाबाद पहुंचा है। केस सामने आने के बाद स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि वायरस सांस लेने और हवा से फैलता है। ये सभी उम्र के लोगों पर असर करता है। WHO हालात पर नजर बनाए हुए है और जल्द ही रिपोर्ट शेयर की जाएगी। HMPV को लेकर स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा... विशेषज्ञों ने यह कह दिया है कि HMPV कोई नया वायरस नहीं है। 2001 में इसकी पहली बार पहचान हुई थी। इसके बाद ये दुनिया में फैला। ये सांस लेने से फैलता है, हवा के माध्यम से फैलता है। ये सभी एज ग्रुप के लोगों पर असर करता है। WHO हालात पर नजर बनाए हुए है और हमसे जल्द ही रिपोर्ट शेयर की जाएगी। गुजरात का बच्चा पहले से बीमार, कर्नाटक में रुटीन जांच में वायरस मिला अहमदाबाद में 2 महीने के बच्चे को तबीयत खराब होने पर 15 दिन पहले हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। उस बच्चे को सर्दी और तेज बुखार था। शुरुआत में 5 दिन तक उसे वेंटिलेटर पर भी रखा गया था। इसके बाद हुई जांचों में वायरस के संक्रमण का पता चला। कर्नाटक के दोनों केस के बारे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि बच्चे रुटीन जांच के लिए अस्पताल पहुंचे थे। टेस्ट कराने पर उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। हालांकि कर्नाटक के स्वास्थ्य विभाग ने साफ किया कि बच्चों के सैंपल निजी अस्पताल में जांचे गए और उन्होंने सरकारी लैब में जांच नहीं कराई। वायरस के लक्षण कोविड जैसे, छोटे

Dainik Bhaskar जेल में बंद खालिस्तान समर्थक सांसद के पिता नजरबंद:आज मोर्चे में जाना था, गांव में पुलिस बिठाई, नई पार्टी का भी ऐलान करने वाले हैं

असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद वारिस पंजाब दे के प्रमुख और खडूर साहिब से सांसद खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के पिता को मंगलवार को पुलिस ने घर में नजरबंद कर दिया। अमृतसर जिले के जल्लूपुर खेड़ा गांव में अमृतपाल के घर के बाहर पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। 3 दिन पहले अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह ने अपनी आवाज उठाने के लिए माघी मेले में नई पार्टी बनाने का ऐलान किया था। साथ ही मोहाली में चल रहे बंदी सिखों की रिहाई के लिए कौमी इंसाफ मोर्चे में अपने समर्थकों के साथ पहुंचने की बात कही थी, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें नजरबंद कर दिया। तरसेम सिंह ने वीडियो जारी कर कहा- भगवंत मान सरकार लोकतंत्र को कमजोर कर रही है। गांव में आतंक का माहौल बनाया जा रहा है। बोले- पूरे गांव में फोर्स तैनात की तरसेम सिंह ने कहा- कौमी इंसाफ मोर्चा का दूसरा साल है, वहां पर बहुत बड़ा समागम हो रहा है। हमें उसमें शामिल होना था, लेकिन कल रात से ही पूरे गांव में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई। गांव की घेराबंदी की जा रही है, गांव में भी आतंक का माहौल बनाया जा रहा है। लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा है। भगवंत मान सरकार लोगों को अपना गुस्सा जाहिर करने का अधिकार न देकर लोकतंत्र को खत्म कर रही है। ये बहुत ही शर्मनाक बात है। जब भी लोग किसी मुद्दे पर बात करने के लिए एक साथ आते हैं, तो उन्हें रोकना नहीं चाहिए। तरसेम सिंह ने लोगों से अपील की कि वे अधिक से अधिक संख्या में मोर्चे पर पहुंचकर उनका समर्थन करें तथा जेल में बंद हमारे सिखों के अधिकारों की रक्षा करें। गोल्डन टेंपल में किया था नई पार्टी बनाने का ऐलान वारिस पंजाब दे संगठन की चौथी सालगिरह पर 28 सितंबर 2024 को अमृतपाल सिंह का परिवार गोल्डन टेंपल में माथा टेकने पहुंचा था। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी के साथ नतमस्तक होने के बाद तरसेम सिंह ने कहा था कि पंजाब के लोग राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक तौर पर बेहद नाजुक हालातों से गुजर रहे हैं। इसीलिए उन्होंने अरदास की है कि वे एक राजनीतिक पार्टी बनाएंगे। तरसेम सिंह ने कहा था कि दिल्ली बैठे नेता जो चाहते हैं, वो कर रहे हैं। हो सकता है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान को भी बदल दिया जाए, फिर चाहे उनकी सेहत का ही बहाना क्यों न लगाया जाए। पंजाब की जवानी को बचाने के लिए ही पार्टी बनाने का ऐलान किया गय

Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:कोलंबो जा रही टर्किश एयरलाइन की फ्लाइट तिरुवनंतपुरम डायवर्ट, खराब मौसम के कारण लैंडिंग नहीं हुई

इस्तांबुल से कोलंबो जाने वाले टर्किश एयरलाइन की फ्लाइट को मंगलवार को श्रीलंका की राजधानी में खराब मौसम के कारण तिरुवनंतपुरम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भेजा गया। तिरुवनंतपुरम इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (टीआईएएल) के मुताबिक 10 क्रू मेंबर समेत 299 यात्रियों को लेकर विमान सुबह 6.51 बजे लैंड हुआ। सभी सुरक्षित हैं और मौसम साफ होने पर वे कोलंबो के लिए रवाना होंगे। आज की अन्य बड़ी खबरें... हवा में बंद हुआ एअर इंडिया के प्लेन का इंजन, इमरजेंसी लैंडिंग करवानी पड़ी दिल्ली जा रहे एअर इंडिया के विमान का एक इंजन हवा में बंद होने के बाद आपात स्थिति में उतरना पड़ा। सूत्रों के अनुसार, प्लेन 2820 ने रविवार शाम करीब 7 बजे बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा से उड़ान भरी थी। एक घंटे बाद बेंगलुरु के चक्कर लगाने के बाद वापस लौट आया। यह घटना रविवार की है। हालांकि कोई दुर्घटना नहीं हुई। सभी यात्री सुरक्षित हैं।

Dainik Bhaskar पंजाब में बच्चे की मौत का लाइव VIDEO:गली से दोस्तों संग जा रहा था, सिर पर लोहे की ग्रिल आकर गिरी

पंजाब के मोहाली में सोमवार (6 जनवरी) को सेक्टर-80 स्थित मौली गांव में बन रही 6 मंजिला इमारत से लोहे की ग्रिल गली में जा गिरी। जिसमें गली से गुजर रहे 12 साल के बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई। उसके साथ 2 दोस्त भी थे, लेकिन वे बाल-बाल बच गए। घटना का 14 सेकेंड का CCTV वीडियो सामने आया है। जिसमें वह अपने 2 दोस्तों के साथ जाता दिख रहा है। उनके अलावा गली में एक महिला भी गुजर रही थी। पहले एक ईंट आकर गिरी। इसके बाद लोहे की ग्रिल सीधा बच्चे के सिर पर गिरी। सिर पर लगते ही वह जमीन पर गिर गया। मृतक बच्चे की पहचान आशीष के रूप में हुई है। सोहाना थाना पुलिस ने इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ BNS की धारा 106 के तहत केस दर्ज किया है। फिलहाल किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। परिवार के 3 बड़े आरोप ठेकेदार-लेबर तमाशा देख रहे थे आशीष के पिता पंकज ने बताया कि आशीष के दोस्त दौड़ते हुए उनके पास आए थे। उन्होंने बताया कि आशीष के सिर पर लोहे की ग्रिल गिरी हैं। वह मौके पर पहुंचे तो वहां बिल्डिंग का ठेकेदार और लेबर तमाशा देख रहे थे। पास के गुरुद्वारा साहिब से एक सिख व्यक्ति अपनी गाड़ी लेकर आया और उसके बेटे को अस्पताल लेकर गया। वहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। न जाल बांधा, न रास्ता बंद किया आशीष के चाचा सूरज ने बताया कि जिस जगह पर हादसा हुआ, वहां से कुछ ही दूरी पर उनका परिवार रहता है। कुछ समय पहले ही बिल्डिंग की छत पर लोहे की ग्रिल चढ़ाई गई थी। सोमवार को मिस्त्री ग्रिल को फिट कर रहे थे। ये लापरवाही के कारण नीचे गिरी हैं। ठेकेदार ने न कोई जाल बांधा था और न ही गली का रास्ता बंद किया था। लोग गली से गुजर रहे थे। बच्चे का दिल धड़क रहा था घटनास्थल पर मौजूद महिलाओं ने बताया कि जब वह मौके पर पहुंचे तो बच्चे की सांसें चल रहीं थी, लेकिन उस पर चादर डालकर छोड़ दिया था। सब तमाशा देख रहे थे। कुछ लोगों ने चेक किया तो उसका दिल धड़क रहा था। उन्होंने उसे छाती से लगाया। उसके सिर पर चुन्नी बांधी। इसके बाद उसे गाड़ी में डालकर गए। अस्पताल से ठेकेदार व अन्य भाग गए। लोगों ने परिवार पर समझौते के लिए दबाव डाला। SHO बोले- PG में कंस्ट्रक्शन चल रहा था सोहाना थाना के SHO बिक्रमजीत सिंह ने बताया कि एक घायल बच्चा सोहाना अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। उसकी मौत हो गई है। वह 2 बच्चों के साथ मौली गांव में पैदल जा

Dainik Bhaskar बीजापुर नक्सली हमला, 3 साल पहले बारूद बिछाकर गाड़ी उड़ाई:सड़क बनाने के दौरान IED लगा चुके थे नक्सली, डीआरजी ही थे निशाने पर

तारीख 6 जनवरी समय दोपहर 2 बजे और जगह कुटरू का अंबेली गांव यह वो समय और तारीख है, जब बीजापुर जिले में नक्सलियों ने DRG जवानों से भरी एक गाड़ी को ब्लास्ट कर उड़ा दिया। इसमें 8 जवान और एक ड्राइवर शहीद हो गए। यह साल 2025 का पहला सबसे बड़ा नक्सली हमला है। जिस सड़क से फोर्स लौट रही थी, वहां 60 किलो आईईडी 3 साल पहले ही बिछा दी गई थी। ये आईईडी नक्सलियों के कमांड में थी। यानी आसपास रहकर एक बटन दबाकर इसे ऑपरेट किया जा सकता था। यही हुआ। फोर्स 4 जनवरी से अबूझमाड़ में ऑपरेशन पर थी। ऑपरेशन में फोर्स को सफलता भी मिली। अबूझमाड़ इलाके में 5 नक्सलियों को 4 जनवरी को फोर्स ने मार गिराया। इनसे कई हथियार भी बरामद हुए। सर्च ऑपरेशन के बाद ये फोर्स अपनी-अपनी जगह लौट रही थी। इस ऑपरेशन में नारायणपुर, बस्तर, कोंडागांव और दंतेवाड़ा की एसटीएफ और डीआरजी की टीम थी। जो जवान शहीद हुए हैं, वो दंतेवाड़ा की टीम के थे। निशाने पर डीआरजी के जवान ही थे सोमवार को हुए इस नक्सल हमले का निशाना डीआरजी यानी डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड ही थे। इस समय नक्सलियों के सबसे बड़े दुश्मन डीआरजी के जवान ही हैं, क्योंकि सबसे ज्यादा नुकसान ये ही पहुंचा रहे हैं। डीआरजी में एक योजना के तहत सरकार ने स्थानीय युवकों की भर्ती शुरू की। यानी कोंडागांव जिले का युवक कोंडागांव की टीम में ही रहेगा, दंतेवाड़ा का युवक दंतेवाड़ा में ही रहेगा। इसके अलावा जो नक्सली सरेंडर करते हैं, उन्हें भी डीआरजी में लिया जाता है। चूंकि ये टीम स्थानीय भाषा, बोली, भौगोलिक परिस्थितियां, नक्सलियों की रणनीति से वाकिफ़ होती हैं, इन्हें आगे रखा जाता है। इनका इंटेलीजेंस भी मजबूत होता है, जिससे एसटीएफ और नक्सलियों के खिलाफ लड़ रही अन्य फोर्स को मदद मिलती है। इस कारण डीआरजी इस समय नक्सलियों के सबसे बड़े दुश्मन हैं। 2026 तक बस्तर को नक्सलियों से मुक्त करने का अभियान चल रहा है। इसमें पिछले एक साल में 200 से ज्यादा नक्सली मारे गए हैं। अबूझमाड़ तक फोर्स घुस गई है। ये डीआरजी के कारण संभव हो पाया है। सड़क 10 साल पहले बनी, 3 साल पहले रिपेयरिंग का काम हुआ कुटरू से बेदरे की यह सड़क 10 साल पहले बनी थी। यह डामर की सड़क थी। 3 साल पहले भारी बारिश के कारण सड़क बह गई थी। सड़क और पुल दोनों उखड़ गए थे। इसी दौरान यहां सड़क की मरम्मत का काम चला। ये आईईडी उसी समय लगाई गई थी। भास्कर की टीम जब ग्राउंड जीरो पर

Dainik Bhaskar दिल्ली में चुनाव का ऐलान आज:दोपहर 2 बजे इलेक्शन कमीशन की प्रेस कॉन्फ्रेंस; फरवरी में विधानसभा का कार्यकाल खत्म होगा

दिल्ली में विधानसभा चुनाव का आज ऐलान होगा। चुनाव आयोग दोपहर 2 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा। इसी के साथ दिल्ली में आचार संहिता लागू हो जाएगी। चुनाव आयोग प्रेस कॉन्फ्रेंस में कैंडिडेट के नॉमिनेशन की तारीख, नॉमिनेशन वापस लेने की तारीख, वोटिंग और रिजल्ट की तारीख की सूचना देगा। दिल्ली में मुख्य रूप से तीन बड़ी पार्टियां चुनाव लड़ रही हैं। आम आदमी पार्टी ने 70, कांग्रेस ने 48 और भाजपा ने अपने कैंडिडेट का ऐलान कर दिया है। दिल्ली विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 23 फरवरी 2025 को खत्म हो रहा है। पिछला विधानसभा चुनाव फरवरी 2020 में हुआ था, जिसमें आम आदमी पार्टी ने पूर्ण बहुमत हासिल किया था और 70 में से 62 सीटें जीती थीं। इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। पिछले साल सितंबर में उनके इस्तीफे के बाद आतिशी को CM बनाया गया। आप सभी 70 सीटों पर कैंडिडेट का ऐलान कर चुकी दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) ने 15 दिसंबर को सभी कैंडिडेट का ऐलान कर दिया था। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली से चुनाव लड़ेंगे। CM आतिशी को कालकाजी से उम्मीदवार बनाया गया है। सौरभ भारद्वाज ग्रेटर कैलाश, सत्येंद्र जैन शकूर बस्ती से चुनाव लड़ेंगे। पूरी खबर पढ़ें... कांग्रेस की तीन लिस्ट जारी, अब तक 48 उम्मीदवार घोषित कांग्रेस महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ कालकाजी सीट से चुनाव लड़ेंगी। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने शुक्रवार को उनके नाम की घोषणा की। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस अब तक 3 लिस्ट में 48 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर चुकी है। पूरी खबर पढ़ें... भाजपा की पहली लिस्ट, केजरीवाल के खिलाफ प्रवेश वर्मा दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 29 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। इनमें से 7 नेता हाल ही में AAP और कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं। नई दिल्ली से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ प्रवेश वर्मा चुनाव लड़ेंगे। कालकाजी से CM आतिशी के खिलाफ रमेश बिधूड़ी को मैदान में उतारा है। इस सीट पर कांग्रेस ने अलका लांबा को टिकट दिया है। पूरी खबर पढ़ें... खबर अपडेट की जा रही है।

Dainik Bhaskar दिल्ली, बिहार और बंगाल में भूकंप के झटके:रिक्टर स्केल पर तीव्रता 7.1; चीन में था केंद्र, नेपाल और भूटान में भी असर

दिल्ली-NCR, बिहार और पश्चिम बंगाल में मंगलवार सुबह 6 बजकर 35 मिनट पर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.1 थी। इस भूकंप का केंद्र चीन के शिजांग में जमीन से 10 किलोमीटर नीचे था। भूकंप का असर नेपाल, भूटान सहित भारत के सिक्किम, उत्तराखंड में भी दिखा। फिलहाल भारत में भूंकप के कारण नुकसान की सूचना नहीं मिली है। नेपाल और चीन में भी नुकसान की अब तक कोई खबर नहीं मिली है। जनवरी 2024 में चीन के शिनजियांग में 7.2 तीव्रता का भूकंप आया था चीन-किर्गिस्तान बॉर्डर पर 22 जनवरी 2024 की रात 11.39 बजे 7.2 तीव्रता का भूकंप आया था। दक्षिणी शिनजियांग में आए इस भूकंप का केंद्र जमीन से 22 किमी नीचे था। इस भूकंप में कई इमारतें ढह गई थीं और कई लोग घायल हैं। भूकंप के बाद 40 आफ्टरशॉक भी दर्ज किए गए थे। भूकंप का सबसे ज्यादा असर उरूम्की, कोरला, काशगर, यिनिंग में हुईआ था। भूकंप क्यों आता है? हमारी धरती की सतह मुख्य तौर पर 7 बड़ी और कई छोटी-छोटी टेक्टोनिक प्लेट्स से मिलकर बनी है। ये प्लेट्स लगातार तैरती रहती हैं और कई बार आपस में टकरा जाती हैं। टकराने से कई बार प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं और ज्‍यादा दबाव पड़ने पर ये प्‍लेट्स टूटने लगती हैं। ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर निकलने का रास्‍ता खोजती है और इस डिस्‍टर्बेंस के बाद भूकंप आता है। एक्सपर्ट का दावा- अरावली पर्वतमाला की दरार एक्टिव हुई, आते रहेंगे भूकंप भूगोल के जानकार डॉ. राजेंद्र सिंह राठौड़ के अनुसार अरावली पर्वतमाला के पूर्व में एक भ्रंश रेखा (दरार) है। यह भ्रंश रेखा राजस्थान के पूर्वी तट से होते हुए धर्मशाला तक जाकर मिलती है। इसमें राजस्थान के जयपुर, अजमेर, भरतपुर इलाके शामिल हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि अरावली पहाड़ में जो दरारें हैं, उनमें हलचल शुरू हो चुकी है। अब ऐसे भूकंप के झटके जयपुर समेत इससे सटे हुए अन्य इलाकों में भी आते रहेंगे। जयपुर जोन-2 और पश्चिमी राजस्थान जोन-3 में आता है। इसमें सामान्य भूकंप के झटके आते हैं। 467 साल पहले चीन में आए भूकंप में 8.30 लाख लोगों की मौत हुई थी सबसे जानलेवा भूकंप चीन में 1556 में आया था, जिसमें 8.30 लाख लोगों की मौत हुई थी। तीव्रता के लिहाज से अब तक का सबसे खतरनाक भूकंप चिली में 22 मई 1960 को आया था। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्र

Dainik Bhaskar पाकिस्तान सरकार की चादर लेकर अजमेर पहुंचे जायरीन:बोले- हिंदुस्तान-पाकिस्तान एक हो, दुआ करेंगे, ख्वाजा साहब की शान में गीत गाए

मेरे ख्वाजा पिया..बुलवा लिया। माशाअल्लाह, दोनों देशों के ताल्लुकात बहुत अच्छे हैं। दुआ करेंगे कि हिंदुस्तान पाकिस्तान एक हो जाएं। यह कहना है पाकिस्तान से अजमेर पहुंचे जायरीन का। सोमवार को वाघा बॉर्डर (अमृतसर, पंजाब) से भारतीय सीमा में 89 जायरीनों ने प्रवेश किया था। अमृतसर से यह दल विशेष ट्रेन से सोमवार रात 2:56 बजे अजमेर पहुंचा। इनके साथ पाकिस्तान एंबेसी के 2 अधिकारी भी मौजूद हैं। अजमेर में ख्वाजा साहब का 813वां उर्स चल रहा है। इसमें शिरकत करने और पाकिस्तान सरकार की ओर से चादर पेश करने के लिए जायरीनों का दल आया है। पाकिस्तानी जायरीन ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती गरीब नवाज के लिए स्पेशल तोहफे भी लेकर आए हैं। इनमें पाकिस्तान की मशहूर मिठाइयां और खास फूलों के गुलदस्ते शामिल हैं। ख्वाजा की नगरी पहुंचने पर शुक्रिया अदा किया पाकिस्तानी जायरीन जब अजमेर रेलवे स्टेशन पर उतरे तो इनमें से कुछ ने दुआ के लिए हाथ उठाए और ख्वाजा की नगरी पहुंचने पर शुक्रिया अदा किया। एक सदस्य ने 'मेरे ख्वााजा पिया, दर पर बुलवा लिया ' गीत गाया। दल के लगभग सभी सदस्य चादर लाए हैं। यह चादर गरीब नवाज की मजार पर पेश की जाएगी। ख्वाजा साहब के दर पर दुआ करेंगे पाकिस्तान से आए सैयद अब्दुल वहाब कादरी (जायरीन) ने कहा- हम ख्वाजा साहब की सरजमीं पर आ गए। आपका देश तरक्की करे। ख्वाजा साहब के दर पर दुआ करेंगे कि हिंदुस्तान-पाकिस्तान एक हो जाएं। एक जायरीन ने कहा- माशाअल्लाह दोनों देशों के बीच बहुत अच्छे ताल्लुकात हैं। ये और बेहतर बने, इसके लिए दुआ करेंगे। अजमेर GRP CO रामअवतार ने बताया- पाकिस्तानी जायरीन का जत्था अजमेर पहुंचा है। जत्थे में 2 अधिकारियों समेत 91 जायरीन हैं। स्टेशन पर कड़ी सुरक्षा के बीच सभी को रिसीव कर सेंट्रल गर्ल्स स्कूल (अजमेर) भेजा गया। यहीं पर इनके ठहरने की व्यवस्था की गई है। अमृतसर से अजमेर आने वाली इस विशेष ट्रेन में सामान्य पैसेंजर भी होते हैं। जायरीन के लिए खास बोगियां अलॉट होती हैं। उन बोगियों में सामान्य पैसेंजर की एंट्री नहीं होती है। जत्था आने से पहले रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा इंतजाम परखा पाकिस्तान से आए जायरीन की सुरक्षा को लेकर प्रशासन, पुलिस महकमा, जीआरपी और सुरक्षा एजेंसी हाई अलर्ट रहे। ट्रेन आने से पहले CID, GRP ने अजमेर रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा इंतजाम की जांच की। रेलवे स्टेशन के चारों तर

Dainik Bhaskar अंग्रेज कुम्भ की भीड़ में 'क्रांतिबीज' से डरते थे:इसलिए मेले की निगरानी बढ़ाई, विरोध के बावजूद टैक्स वसूला

मुगलों के पतन के बाद अंग्रेजों का राज आया और कुम्भ का आयोजन होता रहा। अंग्रेजों के लिए कुम्भ कौतूहल से कम नहीं था। हालांकि 1857 की क्रांति से डरे अंग्रेज कुम्भ को लेकर बहुत सतर्क थे। इस महापर्व में आने वाली लाखों की भीड़ के बीच कोई ‘क्रांतिबीज’ न पनप जाए, इससे बचने के लिए निगरानी बहुत बढ़ा दी गई थी। मुख्य रूप से आयोजन तीर्थ पुरोहितों को करना होता था तो उन पर खास नजर रखी जाती थी। सुरक्षा के नाम पर कई प्रतिबंध लगाए गए। मसलन, कुम्भ से जुड़े एक आदेश में तीर्थ पुरोहितों (पंडों) से कहा गया कि वे अपने यहां तंबुओं में ऐसे किसी यात्री को न रुकने दें, जो पहले उनके यहां न रुका हो। कल्पवासियों और पंडों से इस बारे में हलफनामा लिया गया। दरअसल, अंग्रेज चाहते थे कि मेले में कम से कम लोग आएं। आदि गुरु शंकराचार्य ने छठी शताब्दी ईसा पूर्व जब कुंभ को लोकप्रिय बनाना शुरू किया, तब कोई नहीं समझ सका था कि यह अनवरत चलने वाली ऐसी सनातन यात्रा प्रारंभ हो रही है, जो कालखंड में बांधी न जा सकेगी। इसके बाद सदियां बीतती गईं और कुंभ का वैभव बढ़ता गया। हालांकि ईस्ट इंडिया कंपनी के भारत में जड़ें जमाने के साथ ही अंग्रेज समझ गए थे कि कुम्भ आमदनी बढ़ाने का जरिया बन सकता है। इसके बाद कंपनी के अधिकारियों और ईसाई मिशनरी को ‘ग्रेट इंडियन फेयर’ के अध्ययन की जिम्मेदारी दी गई। अंग्रेज सरकार ने माघ मेले में टैक्स वसूली शुरू की 1796 में मेजर जनरल थॉमस हार्डविक ने हरिद्वार कुम्भ पर पहली रिपोर्ट तैयार की। अंग्रेज सरकार ने 1810 के रेग्युलेटिंग एक्ट के तहत माघ मेले में टैक्स वसूली शुरू कर दी। तीर्थ यात्रियों, संतों और तीर्थ पुरोहितों ने इसका विरोध भी किया, लेकिन अंग्रेज नहीं माने। उत्तर पश्चिम प्रांत के सचिव एआर रीड ने 1882 में हुए प्रयाग कुम्भ मेले का ब्योरा बनाया। इसके अनुसार मेले में 20,228 रुपए खर्च हुए, जबकि राजस्व के रूप में 49,840 रु. मिले। कमाई मेले में आने वाले नाइयों, मालियों, नाविकों, कनात वालों, फेरी वालों, बैल-गाड़ी वालों से वसूले टैक्स से हुई। कुम्भ से कमाई बढ़ी तो अंग्रेजों ने मेले में अफसर तैनात किए कमाई देख अंग्रेज अफसरों ने राजस्व बढ़ाने और ब्रिटिश राज के प्रचार के लिए मेले पर पकड़ मजबूत कर दी। कमाई का कुछ हिस्सा मेले पर खर्च किया जाने लगा। अंग्रेजों ने 1870 से कुम्भ आयोजन की कमान अपने हाथ में ली। यही पह

Dainik Bhaskar राम मंदिर की जासूसी वाले चश्मे से खींची तस्वीरें:अयोध्या में गुजरात का व्यापारी सिंहद्वार तक पहुंच गया था; खुफिया एजेंसियां पूछताछ कर रहीं

अयोध्या के राम जन्मभूमि परिसर में एक व्यक्ति जासूसी वाले चश्मे के साथ पकड़ा गया। वह चश्मे के अंदर लगे कैमरे से राम मंदिर में सिंहद्वार के पास तस्वीरें खींच रहा था। सुरक्षा में लगे जवानों को शंका हुई। तभी वह पकड़ में आ गया। ताज्जुब की बात है कि वह सभी चेक प्वाइंट्स को पार कर गया था। आरोपी गुजरात का व्यापारी है। पुलिस और खुफिया एजेंसियां युवक से पूछताछ कर रही हैं। चश्मे की कीमत 50 हजार रुपए बताई जा रही है। घटना सोमवार दोपहर 3 बजे की है। राम जन्मभूमि परिसर में कैमरा, मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध है। चश्मे में कैमरे की लाइट जलने पर पकड़ा गया वडोदरा निवासी जानी जयकुमार सोमवार (6 जनवरी) को रामलला के दर्शन के लिए आया था। वह राम जन्मभूमि पथ से सभी चेकिंग पॉइंट को पार कर जन्मभूमि परिसर स्थित सिंहद्वार के आगे तक पहुंच गया। इस दौरान जयकुमार चश्मे से फोटो क्लिक कर रहा था। तभी कैमरे की लाइट जली, जिसके बाद वह सुरक्षा में तैनात वॉचर के नजर में आ गया। वॉचर ने तुरंत उसे रोककर चश्मे के बारे में जानकारी ली। चश्मे के दोनों किनारों पर कैमरे लगे थे। एक बटन भी है, जिसे दबाते ही फोटो कैप्चर हो जाती है। पकड़े गए युवक वडोदरा का व्यापारी SP सुरक्षा बलरामाचारी दुबे ने बताया- युवक को तत्काल हिरासत में ले लिया गया। उससे पूछताछ की जा रही है। अभी तक पूछताछ में उसका कोई आपराधिक इतिहास नहीं मिला है। युवक वडोदरा का व्यापारी है। चश्मे की कीमत 50 हजार बताई जा रही है। पकड़ने वाले SSF के वॉचर अनुराग बाजपेयी को पुरस्कृत किया जाएगा। स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स संभालती है सुरक्षा राम मंदिर की सुरक्षा यूपी सरकार की स्‍पेशल सिक्‍योरिटी फोर्स के हाथ में है। इसमें यूपी पुलिस और PAC के जवान शामिल हैं। इससे पहले CRPF की छह बटालियन और PAC की 12 कंपनी राम मंदिर की सुरक्षा व्‍यवस्‍था का काम संभाला करती थी। फिलहाल मंदिर की सुरक्षा व्‍यवस्‍था में चूक कैसे हुई, इसका पता लगाया जा रहा है। 11 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा समारोह राम मंदिर में 11 जनवरी से 13 जनवरी तक प्रतिष्ठा द्वादशी का कार्यक्रम शुरू होगा है। समारोह का उद्घाटन 11 जनवरी को सीएम योगी करेंगे। राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए 11 से 13 जनवरी तक राम मंदिर में वीआईपी दर्शन बंद रहेगा। इस बीच वीआईपी और वीवीआईपी पास नहीं बन

Dainik Bhaskar BPSC कैंडिडेट्स प्रदर्शन- प्रशांत किशोर की तबीयत बिगड़ी:मेदांता हॉस्पिटल पहुंचे, डॉक्टर बोले- डिहाइड्रेशन, इंफेक्शन है; अनशन का छठा दिन

जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर का अनशन जारी है। आज उनकी भूख हड़ताल का छठा दिन है। उनकी तबीयत बिगड़ गई है। सोमवार देर रात से उनकी तबीयत बिगड़ी है। मेदांता अस्पताल के डॉक्टर अजीत प्रधान अपनी टीम और एंबुलेंस के साथ शेखपुरा हाउस पहुंचे, जिसके बाद पीके को मेदांता अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टर अजीत प्रधान ने बताया कि उन्हें डिहाइड्रेशन, इंफेक्शन की शिकायत हो रही है। हॉस्पिटल में चेकअप किया जाएगा। बीपीएससी परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर प्रशांत किशोर 2 जनवरी शाम 5 बजे से लगातार आमरण अनशन पर हैं। सोमवार देर रात प्रशांत को बिना शर्त जमानत मिली सोमवार को सिविल कोर्ट से गिरफ्तारी के 15 घंटे बाद बिना शर्त जमानत मिल गई। इसके बाद कल देर शाम पटना स्थित शेखपुरा हाउस में उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि 'कोर्ट ने हम लोगों के अनुरोध को स्वीकार करते हुए अनकंडीशनल बेल दी है। ये जनता का समर्थन है। बेऊर जेल में रखने के लिए उन लोगों के पास पेपर ही नहीं था। पेपर के इंतजार में बैठे रहे। तब तक कोर्ट का फाइनल निर्णय आ गया।' प्रशांत किशोर ने कहा कि 'मेरा अनशन जारी था, जारी है, जारी रहेगा। मैं अनशन वापस नहीं ले रहा हूं। आधी रात को बैठक होगी, जिसमें अनशन की जगह तय कर मंगलवार को घोषणा करूंगा। पीके ने दावा किया कि 'मामला तो गांधी मैदान में ही निपटाया जाएगा। शुरुआत गांधी मैदान से हुई है तो ये बिहार के युवाओं की जिद है।' गुरुवार 2 जनवरी को शाम 5 बजे से प्रशांत किशोर गांधी मैदान में आमरण अनशन बैठे थे। कोर्ट के आदेश पर बेऊर जेल लेकर पहुंची थी पुलिस सोमवार (6 जनवरी) दोपहर 2 बजे के करीब उन्हें पटना सिविल कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया था। देर शाम पुलिस प्रशांत किशोर को लेकर बेऊर जेल लेकर पहुंची थी। लेकिन जेल प्रशासन के पास कोर्ट का आदेश नहीं पहुंचा था। इसके बाद पीके को पुलिस बेऊर थाना लेकर गई। कुछ देर वे यहीं रहे। इसके बाद उन्हें जमानत मिल गई। सोमवार सुबह 4 बजे पुलिस ने उठाया सोमवार अहले सुबह पुलिस ने पीके को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के 5 घंटे बाद पटना सिविल कोर्ट में उनकी पेशी हुई। SDJM आरती उपाध्याय की कोर्ट से 25 हजार के निजी मुचलके पर बेल मिली। कोर्ट में पेशी के दौरान प्रशांत किशोर ने खुद बहस की। उन्होंने जज को बताया कि किस तरीके से पुलिसि

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