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Dainik Bhaskar भुवनेश्वर में 8 जनवरी से प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन:प्रधानमंत्री मोदी उद्घाटन करेंगे, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 10 को समापन समारोह में शामिल होंगी

ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में 8 से 10 जनवरी तक 18वां प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 जनवरी को इसका उद्घाटन करेंगे। सम्मेलन का समापन 10 जनवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी। इस दिन प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार समारोह भी होगा। सम्मेलन के मुख्य अतिथि के रूप में त्रिनिदाद और टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू शामिल होंगी। सम्मेलन की शुरुआत 8 जनवरी को युवा प्रवासी भारतीय दिवस के साथ होगी। पहली बार आयोजन का जिम्मा संभाल रही ओडिशा सरकार ने 50 देशों से 3,500 प्रवासियों को बुलाने का लक्ष्य रखा है। तीन दिवसीय सम्मेलन में कुल उपस्थिति लगभग 7,500 लोगों की होगी। ओडिशा सरकार के गृह विभाग के अधिकारियों के अनुसार, पिछले कुछ दिनों में डेली रजिस्ट्रेशन की संख्या 150 से अधिक हो गई है। एक सप्ताह पहले यह संख्या रोजाना केवल 40 से 50 तक थी। सम्मेलन का आयोजन 2003 में वाजपेयी ने शुरू किया था 2003 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन की शुरुआत की थी। अब तक यह सम्मेलन नई दिल्ली, मुंबई, कोच्चि, हैदराबाद, जयपुर, चेन्नई, वाराणसी, बेंगलुरु और इंदौर जैसे शहरों में आयोजित किया जा चुका है। 2021 में कोविड महामारी के दौरान इसे वर्चुअल मोड पर किया गया था। ₹125 करोड़ का बजट भुवनेश्वर पहली बार मेजबानी कर रहा है। शहर की नगर पालिका और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों ने सम्मेलन के साथ-साथ कई सांस्कृतिक और मनोरंजन कार्यक्रमों की योजना बनाई है। इनमें रात का फ्ली मार्केट, आदिवासी मेला, खाद्य महोत्सव, राजरानी संगीत फेस्टिवल, मुक्तेश्वर नृत्य महोत्सव और एकाम्र महोत्सव जैसे प्रमुख आयोजन शामिल हैं। इसके लिए ₹125 करोड़ का बजट निर्धारित किया था। मेहमानों के लिए मुंबई से 5 डबल डेकर बसें और 10 प्रीमियम बसें मंगवाई गई हैं। इन बसों के माध्यम से अतिथियों को ओडिशा के प्रमुख पर्यटन स्थलों का भ्रमण कराया जाएगा, जिनमें कलिंग युद्ध स्थली, पुरी जगन्नाथ मंदिर, ब्लू फ्लैग समुद्री तट और कोणार्क के प्रसिद्ध सूर्य मंदिर सहित कुल 31 प्रमुख स्थल शामिल हैं। भुवनेश्वर को उसकी चारुकला और हस्तकला की अनोखी प्रतिभा दिखाने के लिए पारंपरिक चित्रकला से सुसज्जित किया गया है, और आधुनिक रोशनी से सजाया जा रहा है। इसके अलावा, वस्त्र शिल्प में प्रा

Dainik Bhaskar मनमोहन सिंह के घर अखंड पाठ और भोग:सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे पहुंचे, पूर्व PM को श्रद्धांजलि दी

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन के 7 दिन बाद उनके घर पर अखंड पाठ और भोग कार्यक्रम रखा गया। इसमें कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस चीफ मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल हुए। सोनिया और खड़गे ने मनमोहन सिंह के घर पहुंचकर सबसे पहले उन्हें श्रद्धांजलि दी। फिर परिवार से मुलाकात की। इस दौरान कांग्रेस के अन्य बड़े नेता भी मौजूद थे। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर की रात निधन हो गया था। वे 92 साल के थे। वे लंबे समय से बीमार थे। घर पर बेहोश होने के बाद उन्हें रात 8:06 बजे दिल्ली AIIMS लाया गया था। हॉस्पिटल बुलेटिन के मुताबिक, रात 9:51 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली। इसके बाद 28 दिसंबर को निगमबोध घाट पर उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। मनमोहन सिंह की याद में अखंड पाठ, 3 तस्वीरें... सोनिया ने कहा था- हमने ऐसे नेता को खोया है, जो ज्ञान, बड़प्पन और विनम्रता के प्रतीक थे पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर कांग्रेस पार्लियामेंट्री पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संदेश जारी किया था। उन्होंने लिखा कि हमने एक ऐसे नेता को खो दिया है जो ज्ञान, बड़प्पन और विनम्रता के प्रतीक थे, जिन्होंने पूरे दिल और दिमाग से हमारे देश की सेवा की। उनकी दूरदर्शिता ने लाखों भारतीयों का जीवन बदल दिया और उन्हें सशक्त बनाया। सोनिया ने लिखा कि मेरे लिए डॉ. मनमोहन सिंह का निधन एक गहरी व्यक्तिगत क्षति है। वे मेरे मित्र और मार्गदर्शक थे। उनका व्यवहार बहुत ही सौम्य था, लेकिन अपने विश्वासों के प्रति वे बहुत दृढ़ थे। वे एक ऐसा शून्य छोड़ गए जिसे कभी नहीं भरा जा सकता। कांग्रेस पार्टी और भारत के लोग हमेशा गर्व और आभारी रहेंगे कि हमारे पास डॉ. मनमोहन सिंह जैसे नेता थे जिनका भारत की प्रगति और विकास में अतुलनीय योगदान है। मनमोहन सिंह से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... 1. आज का एक्सप्लेनर: जब लड़की के ख्यालों में पढ़ाई भूले मनमोहन, शादी की कोई तस्वीर नहीं; फिश के लिए शाकाहार छोड़ने को तैयार थे 2. लंबे बालों से शर्माकर ठंडे पानी से नहाते थे मनमोहन:मारुति 800 को अपनी कार कहते थे, स्पीच की स्क्रिप्ट उर्दू में लिखवाते थे 3. VIDEO में डॉ. सिंह के 9 किस्से:कहा था- बंटवारे से बेघर हुए बच्चे को इस देश ने PM बनाया, ये कर्ज अदा नहीं कर पाऊंगा 4. PM आवास में भी मारुति 800 रखते थे म

Dainik Bhaskar C‌BI ने TRAI अधिकारी को रिश्वत लेते पकड़ा:हिमाचल के केबल ऑपरेटर की शिकायत पर कार्रवाई; सीनियर अफसर ने 1 लाख रुपए रिश्वत मांगी

CBI ने हिमाचल में काम करने वाले केबल ऑपरेटर की शिकायत पर TRAI (टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया) दिल्ली के एक अधिकारी को रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया है। आरोपी सीनियर. रिसर्च ऑफिसर नरेंद्र सिंह रावत ने शिकायतकर्ता से एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। केबल ऑपरेटर ने इसकी सूचना CBI को दी और जाल बिछाकर बीती शाम को दिल्ली में आरोपी अधिकारी को गिरफ्तार किया। सूचना के अनुसार, CBI ने 1 जनवरी को केबल ऑपरेटर की शिकायत पर दिल्ली में FIR की। इसके बाद उसे पकड़ने को जाल बिछाया। CBI ने दिल्ली के नरौजी नग्गर में आरोपी अधिकारी को रिश्वत की रकम के साथ गिरफ्तार किया। CBI ने आरोपी अधिकारी के आवास और ग्रेटर नोएडा स्थित ऑफिस में भी रेड कर केस से जुड़े दस्तावेज और फाइल कब्जे में ली। अधिकारी ने सिरमौर में केबल ऑपरेटर से मांगी थी रिश्वत बताया जा रहा है कि TRAI के अधिकारी ने हिमाचल के सिरमौर जिला में केबल सेवाएं संचालन के लिए भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के एक लाइसेंस धारक से एक लाख रुपए रिश्वत मांगी थी। प्रदेश के ही अन्य 5 लाइसेंस धारक केबल ऑपरेटर ने भी पहले ही TRAI के संबंधित अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार से जुड़े दस्तावेजों CBI को दे रखे थे। आरोपी अधिकारी ने इनके लाइसेंस रद्द करने की चेतावनी दे रखी थी। केबल ऑपरेटर के लाइसेंस की सिफारिश करता है अधिकारी दरअसल, आरोपी अधिकारी केबल ऑपरेटरों के लाइसेंस रद्द या कंटिन्यू करने की भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से सिफारिश करता है। केबल ऑपरेटर को हर तीन महीने बाद TRAI के दिशा निर्देशानुसार प्रोग्रेस रिपोर्ट मंत्रालय को देनी होती है। यह भी अधिकारी की सिफारिश पर बनती है। CBI ने रंगे हाथ पकड़ा सीबीआई ने आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और रंगे हाथ गिरफ्तार किया। शिकायतकर्ता से नरोजी नगर नई दिल्ली स्थित उनके दिल्ली कार्यालय में एक लाख रुपए सीबीआई ने ग्रेटर नोएडा और नई दिल्ली में आरोपियों के आवासीय और आधिकारिक परिसरों की तलाशी ली, जिसमें आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए। जांच जारी है।

Dainik Bhaskar महाकुंभ में 4 महीने में 300 किमी सड़क, 30 पुल:40 करोड़ लोगों के लिए सुविधाएं; मेला क्षेत्र के कर्मचारी 15-15 घंटे काम कर रहे

महाकुम्भ जैसे विशाल आयोजन के लिए चुनौतियों से पार पाकर महज 4 महीने में बेहतरीन सुविधाओं वाला शहर बसा दिया गया। 50 दिनों के इस आयोजन में करीब 40 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। इन चार महीने में 300 किमी लंबाई वाली सड़क बनाई गई। एक किमी लंबाई के 30 फ्लोटिंग पुल भी बांध दिए। समय सीमा को देखते हुए सभी लोग 15-15 घंटे तक काम कर रहे हैं। छुट्टी, ओवरटाइम, टीए-डीए की उन्हें चिंता नहीं है। उन्हें लगता है कि सेवा करके उन्हें और उनके परिवारों को ‘असीमित पुण्य’ मिलेगा। यहां पीने के पानी व सीवेज जैसी सुविधाएं जुटाई हैं। समृद्धों के लिए फाइव स्टार डोम, तो जरूरतमंदों के लिए डॉरमेट्री बना दी है। यह बात सोचने पर मजबूर करती है कि अस्थायी शहर इतनी कुशलता से चल सकता है, तो स्थायी शहर क्यों नहीं? रोजाना फीडबैक, तुरंत समस्या का समाधान, अफसर रात तक डटे रहते इस महाआयोजन में आधुनिक प्रबंधन से सीख ली गई है। सबसे बड़ा सबक यह है कि काम वक्त पर शुरू करें, अगर बाधा आए तो ‘बुलडोजर’ सी ताकत का इस्तेमाल करें। जैसा कि सड़कों के चौड़ीकरण के लिए हुआ। हर वर्टिकल से रोजाना फीडबैक लेने के साथ रिव्यू किया जा रहा है ताकि समस्या पता लगे। बड़े प्रोजेक्ट में यह अहम है। सभी अफसर रात 2 बजे तक महाकुम्भ नगर में डटे रहते हैं, बैठकें करते हैं। इससे टीम में जवाबदेही बनी रहती है। फोकस इस बात पर नहीं है कि काम कैसे पूरा होगा, बल्कि काम कौन बेहतर तरीके से करेगा... यानी गुणवत्ता से समझौता न हो। कर्मचारियों को अपने काम पर गर्व हो रहा इसके अलावा शहर को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने वाले लाखों कर्मचारियों में गर्व की भावना रहे। इसका भी पूरा ध्यान रखा गया है। क्योंकि हर कर्मचारी को अपने काम पर गर्व हो, तो वह सब हासिल कर सकते हैं, जो नामुमकिन लगता है। कुम्भ क्षेत्र के हजारों सफाई कर्मचारियों, नाविकों से लेकर सिविल इंजीनियरों तक में गर्व की यह भावना दिख रही है। तभी बड़े लक्ष्य पूरे हो सके। महाकुंभनगर में आंखों का अस्पताल भी, तीन लाख चश्मे देने की तैयारी महाकुंभनगर में आंखों का अस्पताल भी बन रहा है। मेला प्रशासन का दावा है कि यह दुनिया का अब तक का सबसे बड़ा अस्थायी अस्पताल है, जहां 45 दिनों में 5 लाख मोतियाबिंद के ऑपरेशन होंगे। 3 लाख गरीबों को चश्मे देने की भी तैयारी है। ऐसा सेटअप बनाना, दो माह बाद उसे हटाना और सुनिश्चित करना

Dainik Bhaskar कैफे ओनर का सुसाइड से पहले पत्नी को आखिरी कॉल:पत्नी बोली- भिखारी, तुम्हारा चेहरा नहीं देखना चाहती, अब कहोगे कि सुसाइड कर लूंगा

दिल्ली के कैफे ओनर ने पत्नी से तलाक और बिजनेस को लेकर विवाद के चलते 31 दिसंबर को फांसी लगा ली थी। इस केस में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, कैफे ओनर पुनीत खुराना ने फांसी लगाने से एक दिन पहले अपनी पत्नी मनिका पाहवा को कॉल किया था। दोनों के बीच 15 मिनट तक बात हुई। कॉल के दौरान पत्नी मनिका ने कहा- भिखारी, मैं तुम्हारा चेहरा भी नहीं देखना चाहती। अगर तुम मेरे सामने आओगे, तो मैं तुम्हें थप्पड़ मार दूंगी। अगर तलाक हो रहा है, तो क्या तुम मुझे बिजनेस से हटा दोगे? अब तुम कहोगे कि अगर मैंने तुम्हें धमकाया तो तुम आत्महत्या कर लोगे। हम तलाक ले रहे हैं, लेकिन मैं अभी भी बिजनेस पार्टनर हूं, मेरा बकाया पैसा चुकाना होगा। इसके जवाब में पुनीत ने कहा- यह सब अब मायने नहीं रखता। बस तुम मुझे यह बताओ कि तुम चाहती क्या हो। 40 साल के कैफे ओनर पुनीत ने सुसाइड से पहले 59 मिनट का वीडियो भी जारी किया था। इसमें उन्होंने अपनी पत्नी और ससुरालवालों पर प्रताड़ना के आरोप लगाए थे। वीडियो फिलहाल पुलिस के पास है। पुलिस ने बताया कि पुनीत अपनी पत्नी से तलाक लेने वाले थे। तलाक की प्रोसेस चल रही थी। दोनों के बीच कैफे को लेकर विवाद भी चल रहा था। सुसाइड से पहले वीडियो, कहा- पत्नी ने टॉर्चर किया... पुनीत खुराना ने सुसाइड से पहले 59 मिनट का वीडियो बनाया था। इसमें उन्होंने अपनी पत्नी और ससुरालवालों पर गंभीर आरोप लगाए। पुनीत खुराना ने वीडियो में कहा- मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं क्योंकि मेरे ससुराल वाले और मेरी पत्नी मुझे बहुत प्रताड़ित कर रहे हैं। हमने आपसी सहमति से तलाक के लिए अर्जी दाखिल कर दी है। जाहिर है कि जब आपसी सहमति से तलाक की बात आती है तो कोर्ट में कुछ शर्तों पर साइन करने होते हैं। पुनीत ने कहा- हमें 180 दिनों की अवधि के अंदर उन शर्तों को पूरा करना होगा, लेकिन मेरे ससुराल वाले और मेरी पत्नी मुझपर नई शर्तों के साथ दबाव बना रहे हैं, जो मेरे दायरे से बाहर हैं। वे और 10 लाख रुपए मांग रहे हैं, जो मेरे पास नहीं है। मैं माता-पिता से भी नहीं मांग सकता, क्योंकि उन्होंने पहले ही बहुत पैसे दे दिए हैं। पुनीत की बहन का आरोप- पत्नी ने मरने के लिए उकसाया पुनीत की मां ने कहा है कि पैसों के लेन-देन को लेकर दोनों में मनमुटाव था। हमें कभी नहीं बताया। पुनीत की पत्नी ने मंगलवार को एक बार फिर मेर

Dainik Bhaskar महाराष्ट्र में मुर्दा व्यक्ति जिंदा हुआ:शव एंबुलेंस में था; स्पीड ब्रेकर में उछली; हाथ हिलने लगा, सांसे दोबारा आईं

महाराष्ट्र के कोल्हापुर में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया। यहां हार्टअटैक से मौत के बाद बुजुर्ग दोबारा जिंदा हो गया। दरअसल शव को एंबुलेंस में ले जाया गया था। स्पीड ब्रेकर में एंबुलेंस उछली, जिसके बाद बुजुर्ग की सांसे वापस आ गईं। घर वाले बुजुर्ग को फिर से अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने जांच की और शख्स का स्वास्थ्य ठीक पाया गया। फिलहाल बुजुर्ग घर वापस आ गए। 16 दिसंबर को हार्ट अटैक आया था, डॉक्टरों ने मृत घोषित किया कोल्हापुर के कस्बा बावड़ा इलाके में रहने वाले पांडुरंग उल्पे की उम्र 65 साल है। 16 दिसंबर की शाम को पांडुरंग को अचानक चक्कर आया उन्हें हार्ट अटैक आया, वह घर पर ही गिर पड़े। परिजनों ने उन्हें इलाज के लिए कोल्हापुर के गंगावेश स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया, जहां डॉक्टरों ने दो-तीन घंटे बाद पांडुरंग को मृत घोषित कर दिया। घर वापस लाते समय एंबुलेंस में झटका, दोबारा सांसे आने लगी घर में पांडुरंग के अंतिम संस्कार की तैयारी भी कर ली गई थी। पांडुरंग को एंबुलेंस से अस्पताल से घर लाया जाने लगा। रास्ते में स्पीड ब्रेकर आने से एंबुलेंस में झटका लगा। एंबुलेंस में मौजूद पांडुरंग के रिश्तेदारों ने देखा कि उनकी उंगलियां और हाथ हिल रहे थे। पांडुरंग की सांसें भी चलनी शुरू हो गई। तुरंत उन्हें उसी एम्बुलेंस से उन्हें फिर से कदमवाड़ी क्षेत्र के एक बड़े अस्पताल में भर्ती कराया और लगभग 15 दिनों के इलाज के बाद पांडुरंग तात्या गुरुवार को घर वापस लौट आए। ये खबर भी पढ़ें... केरल में स्कूल बस पलटी, एक छात्रा की मौत: 14 बच्चे घायल​​​​​​​ केरल के कन्नूर में बुधवार शाम को एक स्कूल बस पलटने से एक छात्रा की मौत हो गई। 14 बच्चे घायल हैं। यह बस कुरुमाथुर चिन्मय स्कूल की थी। स्कूल में छुट्टी के बाद बच्चों को घर वापस ले जा रही थी। पुल से उतरते समय ड्राइवर ने बस का कंट्रोल खो दिया। बस तेजी से ढाल से नीचे उतरने लगी। तभी एक चौराहे के पास खंभे से टकराकर दो बार पलट गई। पढ़ें पूरी खबर...

Dainik Bhaskar यूका का कचरा जलाने के विरोध में पीथमपुर बंद:जाम लगाने की कोशिश कर रहे लोगों को पुलिस ने हटाया; रैली को खदेड़ा

पीथमपुर में यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री से लाए गए कचरे के निपटान के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन शुक्रवार को भी जारी है। स्थानीय संगठनों ने आज पीथमपुर बंद बुलाया है। कुछ युवकों ने सड़कों पर जाम लगाने की कोशिश की। पुलिस ने उन्हें सड़क से हटाकर ट्रैफिक क्लियर कराया। वहीं, कुछ लोगों ने आयशर चौराहे पर इकट्‌ठा होकर रैली निकालने की कोशिश की। इन्हें भी पुलिस ने खदेड़ दिया। उधर, एसपी सिटी बस स्टैंड स्थित धरना स्थल पर पहुंच गए हैं। यहां सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार पिछले 12 घंटे से मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि भोपाल गैस कांड का जहरीला कचरा पीथमपुर के सीने पर लाकर रख दिया गया है, जो पूरी तरह गलत है। मैं तब तक यहां रहूंगा, जब तक यह कचरा वापस नहीं ले जाया जाता। धरना स्थल पर स्थानीय किसान संदीप रघुवंशी 2 जनवरी से ही आमरण अनशन पर बैठे हैं। संदीप का कहना है कि यह अनशन लगातार जारी रहेगा।

Dainik Bhaskar पंजाब में 3 दिन सरकारी बस सेवा ठप रहेगी:PRTC-पनबस कर्मचारी हड़ताल पर जाएंगे, चंडीगढ़ में भी होगा प्रदर्शन

राज्य में सरकारी बस सेवा 3 दिन के लिए बाधित रहने वाली है। 6, 7 और 8 जनवरी को पीआरटीसी और पनबस की बसें नहीं चलेंगी। पीआरटीसी और पनबस कर्मचारी यूनियन ने अपनी मांगों को लेकर चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री आवास के सामने प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। इसके चलते 6, 7 और 8 जनवरी को सरकारी बसों में सफर करने वालों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रही पनबस और पीआरटीसी ठेका कर्मचारी यूनियन ने पिछले महीने पंजाब भर के मंत्रियों को ज्ञापन सौंपकर ठेका कर्मचारियों को नियमित करने की मांग को प्रमुखता से उठाया था। इस सिलसिले में पिछले महीने जालंधर डिपो 1 और 2 के कर्मचारियों ने कैबिनेट मंत्री महेंद्र भगत और दोआबा के विभिन्न विधायकों से उनके आवास पर मुलाकात की थी। मंत्री मोहिंदर भगत से की थी मुलाकात कैबिनेट मंत्री के आवास पर पहुंचे प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व प्रधान बिक्रमजीत सिंह, सतपाल सिंह सत्ता, जसबीर सिंह, वरिष्ठ नेता चानन सिंह चन्ना समेत अन्य लोग कर रहे थे। यूनियन पदाधिकारियों ने महेंद्र भगत को ज्ञापन सौंपकर यूनियन की मांगों से अवगत कराया। मंत्री व विधायकों को ज्ञापन सौंपने के बाद यूनियन ने स्थानीय बस स्टैंड पर भी संबोधित किया। बिक्रमजीत सिंह ने कहा कि अस्थायी कर्मचारियों को नियमित करने में हो रही देरी के चलते यूनियन को संघर्ष का बिगुल फूंकने पर मजबूर होना पड़ रहा है।

Dainik Bhaskar चंदन गुप्ता हत्याकांड में 28 दोषियों को उम्रकैद:यूपी के कासगंज दंगे में जान गई थी; लखनऊ NIA कोर्ट ने 6 साल बाद सुनाई सजा

उत्तर प्रदेश के कासगंज दंगे में जान गंवाने वाले ABVP कार्यकर्ता चंदन गुप्ता की मौत के मामले में 28 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। लखनऊ NIA कोर्ट के जस्टिस विवेकानंद शरण त्रिपाठी ने ​शुक्रवार को यह फैसला सुनाया। कोर्ट ने गुरुवार को 28 आरोपियों को दोषी करार दिया था। इस फैसले के खिलाफ दोषियों की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया। गुरुवार को ​​​मामले में दोषी सलीम कोर्ट में पेश नहीं हुआ था। उसने शुक्रवार को कोर्ट पहुंचकर सरेंडर किया। कासगंज में 26 जनवरी 2018 को चंदन गुप्ता की हत्या कर दी गई थी। उसकी मौत के बाद कासगंज में हालात इतने खराब हो गए थे कि प्रशासन को इंटरनेट बंद करना पड़ा था। करीब एक हफ्ते तक दंगा हुआ था। अब पढ़िए, 26 जनवरी, 2018 को क्या हुआ था.... सुबह 9 बजे कासगंज में विश्व हिंदू परिषद, ABVP और हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता करीब 100 बाइकों पर तिरंगा और भगवा झंडा लेकर निकले। चंदन गुप्ता भी इसी भीड़ में शामिल था। प्रशासन ने यात्रा निकालने की इजाजत नहीं दी थी, लेकिन ये लोग नहीं माने। छोटी-छोटी गलियों वाले कासगंज कोतवाली इलाके में घुस गए। ये लोग मुस्लिम आबादी वाले बड्‌डू नगर की एक गली से गुजरने की जिद करने लगे। वहां स्थानीय लोग पहले से गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम कर रहे थे। तभी नारेबाजी शुरू हो गई। माहौल बिगड़ा और दोनों तरफ से पथराव शुरू हो गया। एक गोली चली, जो सीधे चंदन को लगी। उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वो बच नहीं पाया। मौत की खबर फैलते ही कासगंज शहर में दंगा शुरू हो गया। हालात बिगड़ने की आशंका से बाजार बंद करा दिए गए। तत्कालीन सांसद राजवीर सिंह और IG मौके पर पहुंचे। प्रदर्शन के बीच दोपहर 2 बजे आरोपियों पर कार्रवाई का भरोसा मिलने पर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। शाम 7 बजे पोस्टमॉर्टम के बाद चंदन का शव घर पहुंचा। इसके बाद शहर में तनाव फैलने लगा। पूरे शहर में PAC और फोर्स तैनात कर दी गई। लखनऊ से अफसर और मंत्री अपडेट लेते रहे। रात 12 बजे केस दर्ज कर 30 लोगों को आरोपी बनाया गया। मुख्य आरोपी तीन भाई सलीम, वसीम और नसीम को बनाया गया। 27 जनवरी- सुबह 8.30 पर चंदन का शव अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया। परिवार आरोपियों पर कार्रवाई के लिए अड़ गया। करीब 10 बजे राजवीर सिंह ने परिवार की बात CM योगी से करवाई। इसके बाद वे अंत

Dainik Bhaskar पंचकूला में आज हाई पावर कमेटी करेगी बैठक:कल महापंचायत होगी, डॉक्टर बोले- डल्लेवाल के शरीर में सिर्फ हड्डियां बची, बीपी लगातार गिर रहा

पंजाब और हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन को लेकर आज (शुक्रवार) सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित हाई पावर कमेटी पंचकूला के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में किसानों के साथ बैठक करेगी। हालांकि पंजाब के किसान पहले ही साफ कर चुके हैं कि वे कमेटी की बैठक में शामिल नहीं होंगे। एसकेएम का कहना है कि भेजे गए निमंत्रण में किसानों की मांगों का जिक्र नहीं है। वहीं, किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन 39वें दिन में प्रवेश कर गया है। उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। डल्लेवाल ने आज सुबह एक वीडियो जारी कर लोगों से चार जनवरी को खनौरी पहुंचने की अपील की है। डल्लेवाल ने वीडियो में दिया यह संदेश जगजीत सिंह डल्लेवाल ने आज सुबह लोगों से एक मिनट 10 सेकेंड का वीडियो शेयर चार जनवरी को खनौरी बॉर्डर पर पहुंचने की अपील की है। उन्होंने कहा कि आप सबको पता है एमएसपी की लड़ाई लड़ी जा रही है। जो-जो देश के लोग इस एमएसपी की लड़ाई का हिस्सा है और मजबूती से इस लड़ाई को लड़ना और जीतना चाहते हैं। उन सबसे मेरा हाथ जोड़कर निवेदन है कि मैं चार जनवरी को खनौरी बॉर्डर पर आप सबको देखना चाहता हूं, आप सब के दर्शन करना चाहता हूं। चार तारीख को दर्शन देने की कृपालता करनी है। मैं आप सबका आभारी रहूंगा। डल्लेवाल के शरीर में सिर्फ हड्डियां बची डॉक्टरों ने डल्लेवाल का मेडिकल बुलेटिन जारी करते हुए बताया कि उनके शरीर से सारा मांस खत्म हो चुका है और सिर्फ हड्डियां बची हैं। वे शारीरिक रूप से काफी कमजोर हो चुके हैं। उनका बीपी लगातार गिर रहा है। वहीं, किसान नेताओं ने कहा कि आंदोलन को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा द्वारा सभी बयान बहुत जिम्मेदारी के साथ संविधान के दायरे में रहकर और भाषा की मर्यादा के अनुसार दिए जा रहे हैं। सभी बयान जगजीत सिंह डल्लेवाल जी की भावना के अनुरूप दिए जा रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट केंद्र सरकार को आदेश जारी करे किसान नेताओं ने कहा कि जब किसी व्यक्ति को कहीं से भी न्याय नहीं मिलता है तो उसे न्याय की आखिरी उम्मीद सुप्रीम कोर्ट से ही होती है। उन्होंने कहा कि हमने सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध किया है कि वह खेती के विषय पर संसदीय समिति की रिपोर्ट और सुप्रीम कोर्ट की समिति की अंतरिम रिपोर्ट को लागू करने के लिए केंद्र सरकार को निर्देश जारी करे। कर्नाटक और तमिलनाडु से किसानों का एक

Dainik Bhaskar सरकार विदेश जाने वालों के 19 निजी डेटा लेगी:किस सीट पर बैठे, कितने बैग ले गए... सब पूछेगी; 1 अप्रैल से लागू करने की तैयारी

भारत सरकार विदेश जाने वालों से 19 तरह की निजी जानकारियां लेगी। इसमें यात्री कब, कहां और कैसे यात्रा कर रहे हैं; इसका खर्च किसने और कैसे उठाया; कौन कब कितने बैग लेकर गया और किस सीट पर बैठा; जैसी जानकारियां ली जाएंगी। यह डेटा 5 साल तक स्टोर रहेगा। जरूरत पड़ने पर इसे अन्य लॉ एन्फोर्समेंट एजेंसियों के साथ भी साझा किया जा सकेगा। इसे 1 अप्रैल से लागू करने की तैयारी है। इसके लिए सभी एयरलाइंस को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। यह कदम तस्करी पर नजर रखने के लिए उठाया गया है। कस्टम डिपार्टमेंट समय-समय पर डेटा का विश्लेषण करेगा। किसी भी व्यक्ति की विदेश यात्रा में संदिग्ध पैटर्न नजर आने पर तुरंत जांच शुरू की जा सकेगी। 10 फरवरी से पायलट प्रोजेक्ट, 1 अप्रैल से पूरी तरह लागू होगी एयरलाइंस के लिए यात्रियों का यह डेटा कस्टम डिपार्टमेंट से साझा करना अनिवार्य बनाने का प्रस्ताव है। केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं कस्टम्स बोर्ड (CBIC) ने अभी विदेशी रूटों वाली सभी एयरलाइंस को 10 जनवरी तक नए पोर्टल ‘एनसीटीसी-पैक्स’ पर रजिस्टर करने को कहा है। सरकार की मंशा है कि रजिस्ट्रेशन होने के बाद 10 फरवरी से कुछ एयरलाइंस के साथ पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर डेटा शेयरिंग ब्रिज शुरू किया जाए। इसके बाद 1 अप्रैल से यह व्यवस्था पूरी तरह लागू कर दी जाएगी। बोर्ड की ओर से जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक डेटा कलेक्शन का नियम 2022 से ही था, लेकिन अब इसे अनिवार्य किया जा रहा है। 19 तरह के डेटा लेंगे, जिसमें क्रेडिट कार्ड नंबर भी CBIC के नोटिफिकेशन के मुताबिक 19 तरह के डेटा में यात्रियों के नाम, PNR, यात्रा की तारीख और टिकट खरीदने की तारीख शामिल है। इसके अलावा ये जानकारियां भी ली जाएंगी ------------------------------------------ फ्लाइट्स से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... पिछले साल अक्टूबर के 8 दिनों में 170 से ज्यादा फ्लाइट्स में बम की धमकी, सरकार बोली- सख्त कानून लाएंगे पिछले साल अक्टूबर में कई दिनों तक लगातार फ्लाइट्स में बम होने की धमकियां मिली थीं। जांच में ये सभी झूठी पाई गई थीं। तब 8 दिन में 170 से ज्यादा विमानों को धमकियीं मिली थीं। ये धमकियां सोशल मीडिया के जरिए दी गई थीं। पूरी खबर पढ़ें...

Dainik Bhaskar यूनियन कार्बाइड का कचरा 1200° पर भट्टी में जलेगा:40 साल पहले ठंड में हुआ था भोपाल गैस कांड, इसी मौसम में जलाना कितना सुरक्षित?

2 दिसंबर 1984 की रात को हुए गैस कांड के 40 साल बाद यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री का 358 मीट्रिक टन कचरा 1 जनवरी 2025 को भोपाल से बाहर निकाला गया। इसे 12 कंटेनरों में भरकर 250 किमी लंबे ग्रीन कॉरिडोर से पीथमपुर के रामकी एनवायरो इंडस्ट्रीज में भेजा गया। रात करीब 9 बजे भोपाल से निकला काफिला, सुबह करीब 4:20 बजे पीथमपुर पहुंचा। इस कचरे को जलाने के लिए भी काफी तैयारी की गई है। 1200° की बंद भट्‌टी में कचरा जलाया जाएगा। इसकी राख को भी वाटरप्रूफ थैली में रखा जाएगा। इस कचरे को लेकर भोपाल से लेकर पीथमपुर तक लोगों के मन में कई सवाल हैं। मसलन- ये कचरा अब भी कितना जहरीला है? 40 साल पहले जब सर्दियों में भोपाल गैस कांड हुआ तो इस बार भी सर्दी में ही इसे जलाया जाएगा या नहीं? पीथमपुर को ही क्यों चुना गया? कचरे के जलाए जाने के बाद पीथमपुर पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा और क्या अब भोपाल में इस त्रासदी को लेकर सारी समस्या हमेशा के लिए खत्म हो गई है...ऐसे तमाम सवालों के जवाब जानने के लिए पढ़िए, ये रिपोर्ट भोपाल गैस त्रासदी या गैस कांड क्या था? भोपाल में अमेरिका की यूनियन कार्बाइड कॉरपोरेशन ने 1969 में यूनियन कार्बाइड इंडिया लिमिटेड का प्लांट शुरू किया था। इस फैक्ट्री में मिथाइल आइसोसाइनेट (MIC) और अल्फा नेफ्थॉल के फॉर्मूलेशन से सेविन ब्रांड का कीटनाशक बनाया जाता था। MIC इतना खतरनाक था कि अमेरिका इसे एक-एक लीटर की स्टील की बोतलों में दूसरे देशों को सप्लाई करता था लेकिन नियमों को ताक पर रखकर भारत में इसे स्टील के कंटेनरों में अमेरिका से मंगाया जाता था। 1978 में भोपाल के फैक्ट्री परिसर में अल्फा नेफ्थॉल और 1979 में MIC बनाने की यूनिट लगाई गई थी। एमआईसी का स्टोरेज टैंक 610 अपनी क्षमता से अधिक भरा हुआ था। 2 दिसंबर की रात 8.30 बजे ठोस अपशिष्ट से भरे पाइपों को पानी से साफ किया जा रहा था। यह पानी लीक वाल्वों के कारण एमआईसी टैंक में घुसने से टेंक में 'रन अवे रिएक्शन' शुरू हो गया, जिस कारण टैंक 610 फट गया और उसमें मौजूद एमआईसी गैस हवा में लीक हो गई। रातभर में ही गैस के रिसाव से 3828 लोग मारे गए। 2003 तक 15,000 से ज्यादा मौत होने के दावे किए गए। 30,000 से अधिक लोग हादसे से प्रभावित हुए थे। यह आंकड़ा अब 5.5 लाख हो गया है। यूनियन कार्बाइड का कचरा क्या है? गैस के रिसाव के बाद फैक्ट्री में प्रोडक्शन बंद कर दिया गय

Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:दक्षिण अमेरिकी देश चिली में भूकंप आया, रिक्टर स्केल पर 6.2 की तीव्रता

दक्षिण अमेरिकी देश चिली में स्थानीय समयानुसार गुरुवार शाम को 6.2 तीव्रता का भूकंप आया। यूरोपियन-मेडिटरेनियन सिस्मोलॉजिकल सेंटर (EMSC) के मुताबिक चिली में कैलामा शहर से 84 किमी उत्तर-पश्चिम में आया।

Dainik Bhaskar हरियाणा में निजी स्कूलों की मान्यता होगी रद्द:शीतकालीन छुट्टियों के बावजूद बहाने बनाकर खोले जा रहे; स्टाफ को भी बुलाया जा रहा

हरियाणा में 15 दिन के विंटर वैकेशन यानी शीतकालीन छुटि्टयों में जो प्राइवेट स्कूल खुले मिले, उनकी मान्यता रद्द की जाएगी। शिक्षा विभाग ने इसके लिए सभी जिलों के अधिकारियों को आदेश जारी कर दिए हैं। जिसमें उनसे ऐसे स्कूलों की रिपोर्ट मांगी जा रही है। शिक्षा विभाग ने 1 से 15 जनवरी तक प्रदेश में शीतकालीन छुटि्टयां घोषित की हैं। यह सरकारी के साथ सभी प्राइवेट स्कूलों समेत नर्सरी से लेकर 12वीं तक के सभी शैक्षणिक संस्थानों में लागू होंगे। शिक्षा विभाग के आदेश की 2 अहम बातें... 1. किसी न किसी बहाने खोले जा रहे निजी स्कूल शिक्षा विभाग के आदेश के मुताबिक उनके पास रिपोर्ट पहुंची हैं कि निजी स्कूलों की तरफ से किसी न किसी बहाने स्कूल खोले जा रहे हैं। जिसमें स्कूल स्टाफ को भी बुलाया जा रहा है। स्कूल शिक्षा निदेशालय ने 27 दिसंबर को शीतकालीन छुटि्टयां घोषित की हैं। 2. अप्रिय घटना का जिम्मेदार स्कूल होगा अगर शीतकालीन छुटि्टयों के दौरान कोई स्कूल खोलता है तो उसके खिलाफ विभागीय अनुशासनिक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उस स्कूल की मान्यता रद्द करने की सिफारिश भी की जा सकती है। किसी भी अप्रिय घटना के लिए स्कूल खुद जिम्मेदार होगा। इन आदेशों को सख्ती से लागू किया जाए। भिवानी के खंड शिक्षा अधिकारी का जारी आदेश... स्कूल शिक्षा निदेशालय ने यह दिए थे आदेश निदेशालय ने आदेश में कहा था कि 1 से 15 जनवरी तक स्कूल बंद रहेंगे। 16 जनवरी को स्कूल खोले जाएंगे। आदेश में यह भी कहा गया था कि इन छुटि्टयों के दौरान CBSE, ICSE बोर्ड आदि के नॉर्म्स के अनुसार बोर्ड कक्षाओं (10वीं और 12वीं) के लिए निर्धारित शेड्यूल के अनुसार स्टूडेंट्स को प्रैक्टिकल के लिए स्कूल में बुलाया जा सकता है। ये आदेश सरकारी और प्राइवेट, दोनों ही स्कूलों पर लागू किए गए थे। इस संबंध में राज्य के सभी जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी और खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी के साथ स्कूल मुखियों और प्रभारियों को भी इन्हें सख्ती से लागू करने को कहा गया था। शिक्षा निदेशालय के आदेश की कॉपी... महेंद्रगढ़ में खुले मिले थे स्कूल महेंद्रगढ़ जिले में शीतकालीन छुटि्टयों के पहले दिन ही स्कूल खुले हुए थे। जिनमें 9वीं से 12वीं तक की क्लास लगाकर पढ़ाई कराई जा रही थी। हालांकि 10वीं–12वीं के स्टूडेंट्स को ही सिर्फ निर्धारित शेड्यूल के अनुसार प्

Dainik Bhaskar BPSC कैंडिडेट्स प्रदर्शन- पप्पू यादव समर्थकों ने ट्रेन रोकी:CM हाउस का घेराव करेंगे महागठबंधन छात्र संगठन, प्रशांत किशोर आमरण अनशन पर

पटना में 13 दिसंबर से BPSC कैंडिडेट्स धरने पर हैं। अभ्यर्थियों की मुख्य मांग है कि 70वीं प्रारंभिक परीक्षा रद्द की जाए। इधर, कैंडिडेट्स के समर्थन में पप्पू यादव ने आज यानी शुक्रवार को बिहार बंद बुलाया है। पप्पू यादव के समर्थक सुबह 9 बजे सचिवालय हाल्ट रेलवे स्टेशन पहुंचे। समर्थकों ने पैसेंजर ट्रेन को रोका और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। प्रदर्शन को देखते हुए पहले से रेलवे स्टेशन पर भारी फोर्स तैनात किया गया था। 10 मिनट बाद पुलिस ने सभी कार्यकर्ताओं को ट्रैक से हटाया और ट्रेन को रवाना किया गया। इस दौरान कुछ कार्यकर्ता रेलवे ट्रैक पर सो गए। पुलिस ने सभी को हटाया। थोड़ी देर बाद दिल्ली जाने वाली संपर्क क्रांति एक्सप्रेस भी वहां से गुजरी। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को रोककर ट्रेन को रवाना कराया। आधे घंटे बाद पप्पू यादव सचिवालय हाल्ट रेलवे स्टेशन पहुंचे। कार्यकर्ताओं ने फिर से एक पैसेंजर ट्रेन को रोका। पुलिस ने सभी कार्यकर्ताओं को ट्रैक से हटा दिया है। सभी को गर्दनीबाग धरना स्थल पर भेजा गया है। ट्रैक को पूरी तरह से खाली करवा दिया गया है। मधेपुरा में भी कार्यकर्ताओं ने एक पैसेंजर ट्रेन को रोका है। इसके साथ पूर्णिया, मधेपुरा, पटना में नेशनल और स्टेट हाईवे को कार्यकर्ताओं ने जाम किया है। इधर, जनसुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। पप्पू यादव का चक्का जाम का ऐलान पप्पू यादव ने बंद के दौरान राज्य से गुजरने वाले नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे और ट्रेनों को रोकने की बात कही है। उन्होंने कहा कि 'छात्रों को न्याय दिलाने के लिए शांतिपूर्ण चक्का जाम रहेगा। हमारा उद्देश्य शांतिपूर्वक तरीके से अपनी बात सरकार तक पहुंचाना है। इसके बाद भी अगर सरकार हमारी मांगों पर ध्यान नहीं देती है, तो आगे का निर्णय छात्रों का होगा।' CM हाउस का घेराव करेंगे इंडिया ब्लॉक के छात्र संगठन इधर, इंडिया अलायंस के छात्र संगठनों (NSUI, AISA, AISF, RJD) की ओर से सीएम हाउस का घेराव किया जाएगा। आज यानी 3 जनवरी को दोपहर 12 बजे से छात्र संगठनों का प्रदर्शन शुरू होगा। छात्र संगठन ने एग्जाम रद्द करने, लाठीचार्ज के दोषियों को सजा देने और मृतक बीपीएससी छात्र सोनू को 5 करोड़ रुपए की मुआवजा देने की मांग की है। गांधी मैदान में आमरण अनशन पर प्रशांत किशोर वहीं, दूसरी ओर जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर गु

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