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Dainik Bhaskar रतलाम में ई-बाइक चार्जिंग के दौरान ब्लास्ट, बच्ची की मौत:नाना समेत दो अन्य झुलसे, दो दिन पहले ही सुधरवाकर लाए थे
रतलाम में ई बाइक में चार्जिंग के दौरान धमाके से घर में आग लग गई। हादसे में 11 साल की बच्ची की मौत हो गई जबकि बच्ची के नाना समेत 2 लोग झुलस गए। इन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिस ई बाइक में धमाका हुआ उसे दो दिन पहले ही सुधरवाया गया था। हादसा पीएंडटी कॉलोनी में शनिवार-रविवार की दरमियानी रात करीब 2.30 बजे भागवत मोरे के घर हुआ। उनकी नातिन अंतरा चौधरी की हादसे में मौत हो गई। धमाके की आवाज सुनते ही पड़ोसियों की नींद खुली। वे मदद के लिए दौड़े। सूचना पर पुलिस और फायर ब्रिगेड भी मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया गया। आग से घर का सामान भी जल गया। हादसे की 4 तस्वीरें देखिए- मां के साथ नाना के घर आई थी अंतरा अंतरा अपनी मां के साथ वड़ोदरा (गुजरात) से रतलाम अपने नाना भागवत मोरे के यहां आई थी। रविवार सुबह दोनों वड़ोदरा लौटने वाले थे। हादसे में भागवत मोरे और अंतरा की कजिन लावण्या (12) भी झुलस गए हैं। स्थानीय निवासी सुनील महावर ने कहा- जिस मकान में आग लगी है, उसके पास रहने वाले इमरान का फोन रात में आया। सूचना मिलते ही मैं मौके पर पहुंचा। आसपास के सभी लोगों ने आग पर काबू पाने की कोशिश की।किसी तरह आसपास के लोगों के साथ घर के अंदर पहुंचकर वहां रहने वाले लोगों को ढूंढा और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। दो दिन पहले ही सुधरवाई थी बाइक कमरे में आगे पोर्च में जुपिटर और ई-बाइक रखी हुई थी। ई-बाइक चार्ज हो रही थी। बाइक की बैटरी रात 12 बजे भागवत मोरे ने ही चार्जिंग पर लगाई थी। भागवत के दामाद अनिल चौधरी ने बताया कि डेढ़ साल पहले ई-बाइक खरीदी थी। बैटरी खराब होने पर 15 से 20 दिन पहले ही सुधारने के लिए दिया था। तब से गाड़ी शोरूम में थी 3 जनवरी को ही गाड़ी घर लाए थे। इसके बाद इसे एक बार चार्ज किया था। कल रात इसे दोबारा बार चार्जिंग पर लगाया तो धमाका हो गया। CSP सत्येंद्र घनघोरिया ने बताया कि स्कूटी में चार्जिंग के दौरान शॉर्ट सर्किट होने से आग लगने की आशंका है। जांच की जा रही है। ---------------------------------- ये खबर भी पढ़ें: इलेक्ट्रिक वाहनों को आग और ब्लास्ट से बचाएगा ये आविष्कार इलेक्ट्रिक वाहनों में लगी लिथियम बैटरी के गर्म होने और इसके कारण होने वाले ब्लास्ट को रोकने के लिए आईआईटी इंदौर की टीम ने एक नया उपकरण बनाया है। नॉवेल फेज चेंज कंपोजिट (एनपीसीसी) नाम का यह उपकरण इस्तेमाल कर
Dainik Bhaskar कुंभ की 4 जगह कैसे तय हुईं:12 साल का अंतर क्यों, ये देवों का अमृत कुंभ जागृत करने का महापर्व
करोड़ों साल पहले देव–दानव संघर्ष से निकले ‘अमृत कुंभ’ को जागृत करने का महापर्व इस बार प्रयागराज में है। प्रयागराज में वैसे तो हर वर्ष एक महीने का माघमेला होता है, जिसमें हजारों कल्पवासी और साधु-संत आते हैं। पर, हर छठे वर्ष अर्धकुंभ और बारहवें बरस पर कुंभ में गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी की छटा अद्वितीय होती है। प्रयागराज उन चार शहरों में है, जहां हर 12 साल पर कुंभ होता है। कुंभ का संदर्भ पुराणों में मिलता है। कहते हैं, समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि अमृत कुंभ लेकर प्रकट हुए, तो देव और दानव खुशी से झूम उठे। होड़ मच गई कि कौन पहले अमृत प्राप्त करेगा। भगवान विष्णु ने अमृत को दानवों से बचाने के लिए देवराज इंद्र के पुत्र जयंत को संकेत दिया कि वह कुंभ लेकर चले जाएं। सबकी नजर बचाकर जयंत अमृत कुंभ लेकर देवलोक की ओर उड़ चले, लेकिन दानवों के गुरु शुक्राचार्य ने उन्हें देख लिया। देखते ही देखते देव-दानवों में युद्ध शुरू हो गया। अंत में देवता अमृत कुंभ बचाए रखने में तो सफल रहे, लेकिन इस आकाशीय संघर्ष के दौरान देवलोक में 8 और पृथ्वी लोक में 4 स्थानों पर अमृत की बूंदें छलक पड़ीं। पृथ्वी पर अमृत की ये बूंदें प्रयाग और हरिद्वार में प्रवाहमान गंगा नदी, उज्जैन की क्षिप्रा और नासिक की गोदावरी नदी में गिरीं... बस तभी से चारों स्थानों में अमृत कुंभ जागृत करने की परंपरा शुरू हो गई। यह देव-दानव संघर्ष 12 'मानवीय वर्ष' तक चलता रहा। कहते हैं इसीलिए इन नदी तटों पर हर 12 साल पर कुंभ होता है। ऋग्वेद में कुंभ का उल्लेख है। अथर्ववेद व यजुर्वेद में 'कुंभ' के लिए प्रार्थना है। ऋग्वेद में 'कुंभ' पर्व के रूप में है, पर मेले का वर्णन नहीं है। दरअसल, वैदिक युग में धार्मिक-सामाजिक उत्सवों को 'समन' कहते थे। समन मेलों का ही स्वरूप था। ऋग्वेद और अथर्ववेद में कई स्थानों पर 'समन' का जिक्र है, जिनमें हजारों लोग धार्मिक उद्देश्य से तय स्थान पर जुटते थे। कुंभ से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... महाकुंभ में किन्नर संतों का अद्भुत संसार: 3 घंटे मेकअप में लगते हैं, 4 घंटे तप-साधना; ऐसा है किन्नर महामंडलेश्वर का जीवन गले में सोने के मोटे-मोटे हार, कलाई पर रुद्राक्ष, सोने और हीरे से बने ब्रेसलेट, कानों में कई तोले की ईयर-रिंग, नाक में कंटेंपरेरी नथ, माथे पर त्रिपुंड और लाल बिंदी... ये पहचान है आचार्य महामंडल
Dainik Bhaskar नवजोत सिद्धू ने केरल के पराली मॉडल की तारीफ की:बोले- इससे किसानों की आय 25% बढ़ी, ऑर्गेनिक फार्मिंग ही कृषि का भविष्य
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू इन दिनों अपने परिवार के साथ केरल के दौरे पर हैं। वहां उन्होंने वायनाड जिले का दौरा करते हुए जैविक खेती का अनुभव लिया। सिद्धू ने इस यात्रा से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया और केरल की जैविक खेती प्रणाली की तारीफ की। नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने दौरे का वीडियो अपने सोशल मीडिया पर शेयर किया। जिसमें उन्होंने वायनाड को भारतीय कृषि का भविष्य बताया और लिखा- यहां जैविक खेती के जोन हैं, जहां बिना किसी कीटनाशक के खेती की जाती है। यहां फसलों में विविधता है, जिसमें अदरक, सुपारी, केला, शकरकंद, मसाले, साबूदाना और रोबस्टा कॉफी जैसी फसलें शामिल हैं। यहां पराली जलाने की समस्या का हल सिद्धू ने पराली जलाने की समस्या पर भी वायनाड के मॉडल की तारीफ की। उन्होंने बताया कि यहां पराली को जलाने के बजाय पशु चारे के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही, नगर निगम द्वारा मशीनीकृत पराली संग्रह की सुविधा से वातावरण प्रदूषण मुक्त और स्वच्छ बना हुआ है। किसानों की आय में 25 फीसदी वृद्धि सिद्धू ने कहा कि इस कृषि मॉडल से किसानों की आय में 25% की वृद्धि हो रही है। सिद्धू ने वायनाड के इस मॉडल को पूरे देश के लिए एक प्रेरणा बताते हुए लिखा, "यह रास्ता भारत की खेती को नई ऊंचाईयों पर ले जाएगा। बीते साल ही पत्नी ने कैंसर से जीती जंग गौरतलब है कि नवजोत सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू हाल ही में कैंसर का इलाज करवाने के बाद स्वस्थ हुई हैं। उन्होंने अपनी जीवनशैली में बदलाव करते हुए ऑर्गेनिक फूड को अपनाया था और लोगों को भी इसका संदेश दिया था। नवजोत सिंह सिद्धू के डाइट प्लान पर काफी विवाद भी हुआ था और डॉक्टर्स ने इसका विरोध किया था। जिस पर नवजोत सिंह सिद्धू ने डॉक्टर्स के इलाज को सर्वोपरि कहते हुए डाइट को इलाज के साथ अपनाने की सलाह दी थी। सिद्धू ने वायनाड के ऑर्गेनिक मॉडल को पूरे देश के लिए प्रेरणा बताते हुए इसे भविष्य का रास्ता करार दिया।
Dainik Bhaskar आतंकी पासिया के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट चाहती NIA:चंडीगढ़ कोर्ट में अर्जी दाखिल की; अमेरिका में रह रहा हैप्पी, चंडीगढ़ में बम धमाका कराया
एनआईए ने चंडीगढ़ के सेक्टर 10 स्थित एक मकान पर हैंड ग्रेनेड से हमला करने वाले आतंकी हैप्पी पासिया के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट मांगा है। इस संबंध में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने चंडीगढ़ जिला न्यायालय में अर्जी दाखिल की है। इस अर्जी पर नौ जनवरी को फैसला होगा। पिछले साल 11 सितंबर को सेक्टर-10 स्थित मकान नंबर 575 पर ग्रेनेड हमला किया गया था। यहां रोहन और विशाल मसीह नामक दो युवक हैंड ग्रेनेड फेंककर फरार हो गए थे। अमेरिका में रहने वाले आतंकी हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया ने इंटरनेट मीडिया के जरिए हमले की जिम्मेदारी ली है। हैप्पी पासिया लंबे समय से अमेरिका में रह रहा है और बब्बर खालसा इंटरनेशनल संगठन के पाकिस्तान स्थित आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा के लिए काम करता है। उसके जरिए ही इस हमले के अपराधियों को हथियार मुहैया कराए गए थे। मामले में अब तक 5 गिरफ्तारियां शुरू में इस मामले की जांच चंडीगढ़ पुलिस के पास थी। लेकिन बाद में मामला एनआईए को सौंप दिया गया। इस मामले में अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें रोहन और विशाल, अमरजीत सिंह, आकाशदीप सिंह और कुलदीप शामिल हैं। कुलदीप चंडीगढ़ में ऑटो चलाता है और आरोपी सेक्टर 43 बस स्टैंड से सेक्टर 10 में ऑटो लेकर पहुंचा और वारदात को अंजाम देकर फरार हो गया। आरोपी हमले से दो दिन पहले चंडीगढ़ में रेकी करने आए थे पुलिस के अनुसार, आरोपी हमले से दो दिन पहले 9 सितंबर को वॉल्वो बस से चंडीगढ़ आए थे। उन्होंने घर की रेकी भी की थी। हिरासत में लिए गए ऑटो ड्राइवर कुलदीप ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने उसे सेक्टर-10 जाने के लिए किराए पर लिया था। आरोपियों ने उन्हें सेक्टर-10 के आसपास घूमने के बाद वापस लौटने को कहा था। सूत्रों के अनुसार, 9 सितंबर को रेकी के दौरान दोनों संदिग्धों ने आईएसबीटी-43 पर संजय नामक युवक से एक मिनट 43 सेकंड तक बात की थी। संजय बस स्टैंड के बाहर आने वाले लोगों को होटल उपलब्ध कराता है। पुलिस ने उससे भी बात की है।
Dainik Bhaskar पत्रकार हत्याकांड...मारने से पहले हत्यारों ने खिलाया खाना:चचेरे भाइयों ने मारा, इनमें जिगरी दोस्त था रितेश, भागने का पहले से तय था रूट
तारीख 1 जनवरी 2025 समय - शाम 7 बजे ये वो तारीख और वक्त है, जब बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर का मर्डर हुआ। हत्यारों ने पहले डिनर पर बुलाया। खाना खिलाकर जमकर पीटा। जब मुकेश अधमरा हो गया, तो उसका गला घोंटा, फिर धारदार हथियार से सिर पर मारा, जिससे ढाई इंच घाव हो गया। दैनिक भास्कर को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 29-30 दिसंबर को घर पर ही मुकेश की हत्या की साजिश रची गई थी। दिनेश, रितेश और सुरेश चंद्राकर तीनों मुकेश के चचेरे भाई हैं। रितेश सबसे करीबी दोस्त था। मुकेश के साथ दोनों ने पढ़ाई की है। इनके बीच रिश्ता काफी गहरा था। दोनों कपड़े तक शेयर करते थे। 3 जनवरी को लाश मिलने के बाद पुलिस ने 4 जनवरी को मुकेश के 2 चचेरे भाई दिनेश, रितेश चंद्राकर और महेंद्र रामटेके को गिरफ्तार किया। वहीं मास्टरमाइंड ठेकेदार सुरेश चंद्राकर फरार है। वारदात के बाद सभी का अलग-अलग लोकेशन पर भागना पहले से तय था। ठेकेदार सुरेश का काम देखता था भाई रितेश रितेश का बड़ा भाई सुरेश चंद्राकर ठेकेदार है। सुरेश के कामों को रितेश भी देखा करता था। सुरेश और मुकेश की आपस में ज्यादा बातचीत नहीं होती थी। सुरेश की शादी के बाद से दोनों के बीच रिश्ते ठीक नहीं चल रहे थे, लेकिन रितेश और मुकेश के बीच सब कुछ ठीक था। साथ में घूमना-फिरना करते थे। भ्रष्टाचार की खबर बनाई, तो सुरेश खफा हो गया बताया जा रहा है कि सप्ताहभर पहले मुकेश ने अपने रायपुर के एक साथी के साथ सड़क के भ्रष्टाचार की खबर बनाई। सुरेश उसी सड़क का ठेकेदार है। वह खबर चलते ही खफा हो गया था। सड़क की लागत 120 करोड़ रुपए थी। सड़क की हालात खराब थी, लेकिन लीपापोती कर सुरेश को करोड़ों रुपए का मुनाफा हो रहा था। खबर लगने के बाद सरकार ने सड़क निर्माण में लापरवाही को लेक जांच कमेटी बना दी, जिससे सुरेश को गड़बड़ी का खुलासा और भारी भरकम मुकसान का डर था। मुकेश को मारने की बनी थी प्लानिंग सुरेश को आभास हो गया था कि उसे अब मुनाफा की जगह नुकसान होगा। इसके बाद सुरेश ने मुकेश को मारने की साजिश रची। मुकेश और रितेश की बातें होती थी। इन दोनों के बीच रिश्ते अच्छे थे। इसलिए साजिश के तहत रितेश को मुकेश को घर बुलाने के लिए कहा गया था। उन्हें पता था कि रितेश बुलाएगा तो मुकेश जरूर आएगा। पहले 31 तारीख को मुकेश को बुलाया गया था, लेकिन किसी काम में फंसे होने के कारण मुकेश उस दिन आने से मना कर
Dainik Bhaskar पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में 4 नक्सली ढेर..DRG जवान शहीद:अबूझमाड़ में 4 जिलों के 1000 जवानों ने घेरा; शवों के साथ AK-47 और SLR बरामद
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिले की सीमा पर अबूझमाड़ के जंगल में पुलिस-नक्सलियों के बीच शनिवार देर रात मुठभेड़ हुई है, जिसमें DRG जवान प्रधान आरक्षक सन्नू कारम शहीद हो गए। वहीं, जवानों ने 4 माओवादियों को भी मार गिराया है। मुठभेड़ के बाद सर्चिंग के दौरान जवानों ने मौके से सभी नक्सलियों के शव और AK 47, SLR जैसे हथियार बरामद किए हैं। इसकी पुष्टि बस्तर IG सुंदरराज पी ने की है। ऑपरेशन पर निकले थे 1 हजार जवान बताया जा रहा है कि, शनिवार देर रात 4 जिले के 1 हजार जवानों ने नक्सलियों के कोर इलाके को घेर लिया था। दोनों तरफ से रुक-रुककर गोलीबारी हुई। इस ऑपरेशन में दंतेवाड़ा, नारायणपुर, कोंडागांव और बस्तर जिले की DRG और STF की टीम को भेजा गया था। जवान अब भी मौके पर ही मौजूद हैं। 2024 में मुठभेड़ में मारे गए नक्सली ............................ छत्तीसगढ़ में मुठभेड़ से जुड़ी और भी खबर पढ़ें... 10 नक्सलियों को ढेर करने के बाद जश्न: छत्तीसगढ़ में मुठभेड़ के बाद हथियारों के साथ नाचे जवान; जनवरी से अब तक 207 नक्सली ढेर छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षाबलों ने 10 नक्सलियों को मार गिराया है। इसमें 3 महिला और 7 पुरुष हैं। सभी के शव और 3 ऑटोमैटिक हथियार बरामद किए गए हैं। मुठभेड़ के बाद जवान जश्न मनाते भी दिखे। जवानों ने हथियारों के साथ डांस किया। पढ़ें पूरी खबर...
Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:तेलंगाना के किसानों को सालाना प्रति एकड़ ₹ 12 हजार मिलेंगे, 26 जनवरी से शुरू होगी योजना
तेलंगाना सरकार ने रायथु भरोसा योजना के तहत किसानों को प्रति एकड़ जमीन के लिए मिलनी वाली राशि बढ़ाकर 12 हजार रुपए कर दी। इसके अलावा भूमिहीन खेत मजदूरों के परिवारों को भी नई शुरू की गई योजना इंदिराम्मा आत्मीय भरोसा योजना के तहत सालाना इतनी ही राशि मिलेगी। कैबिनेट की बैठक के बाद शनिवार को मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने बताया कि जिन लोगों के पास राशन कार्ड नहीं हैं उन्हें नए राशन कार्ड दिए जाएंगे। ये सभी योजनाएं 26 जनवरी से शुरू हो जाएंगी। मंत्रिमंडल ने भारतीय संविधान के लागू होने के 75 साल पूरे होने पर योजनाओं को लागू करने का निर्णय लिया है।
Dainik Bhaskar सरकार बोली- HMPV इस मौसम में सामान्य वायरस:सांस से जुड़ी बीमारियों में किसी भी बढ़त से निपटने को तैयार; चीन की स्थित पर कड़ी नजर
चीन में कोविड जैसे वायरस ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के बढ़ते मामलों के बीच भारत सरकार ने शनिवार को जॉइंट मॉनीटरिंग ग्रुप की बैठक की। बैठक के बाद सरकार ग्रुप ने कहा कि फ्लू के मौसम को देखते हुए चीन की स्थिति असामान्य नहीं है। केंद्र सरकार ने एक बयान में कहा- देश सांस से जुड़ी बीमारियों के मामलों में किसी भी बढ़त से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। चीन में फ्लू के बढ़ते मामलों की वजह RSV और HMPV इस मौसम में इन्फ्लुएंजा के सामान्य वायरस हैं। सरकार स्थिति पर कड़ी नजर रख रही है। साथ ही WHO से चीन की स्थिति के बारे में समय-समय पर अपडेट देने को कहा है। बैठक डायरेक्ट्रेट जनरल ऑफ हेल्थ सर्विस (DGHS) की अध्यक्षता में आयोजित की गई थी। इसमें विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), सेंटर फॉर डिजास्टर कंट्रोल, इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम (IDSP), नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR), इमरजेंसी मेडिकल रिलीफ डिवीजन और AIIMS-दिल्ली सहित कई एक्टपर्ट्स ने भाग लिया। सरकार बोली- एहतियात के तौर पर टेस्टिंग लैब बढाएंगे सरकार ने कहा कि भारत में ICMR और IDSP के जरिए इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (ILI) और इन्फ्लूएंजा के लिए गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (SARI) के लिए मजबूत निगरानी सिस्टम मौजूद है। दोनों एजेंसियों के आंकड़ों से पता चलता है कि ILI और SARI मामलों में कोई असामान्य बढ़त नहीं हुई है। एहतियात के तौर पर ICMR, HMPV की टेस्टिंग करने वाली लैब की संख्या बढ़ाएगा तथा पूरे साल HMPV के मामलों पर नजर रखेगा। 2 साल से कम उम्र के बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित HMPV एक RNA वायरस है। वायरस से संक्रमित होने पर मरीजों में सर्दी और कोविड-19 जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इसका सबसे ज्यादा असर छोटे बच्चों पर देखा जा रहा है। इनमें 2 साल से कम उम्र के बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। चीन के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (CDC) के मुताबिक इसके लक्षणों में खांसी, बुखार, नाक बंद होना और गले में घरघराहट शामिल हैं। HMPV के अलावा इन्फ्लुएंजा ए, माइकोप्लाज्मा निमोनिया और कोविड-19 के केस भी सामने आ रहे हैं। इसके मरीजों की संख्या लगातार बढ़ी है। दावा- चीन में कई जगह इमरजेंसी घोषित सोशल मीडिया पर किए गए एक पोस्ट में मरीजों की फोटो पोस्ट करते हुए दावा किया गया है कि चीन ने वायरस के फैलने के बाद
Dainik Bhaskar KGF मिनी इंग्लैंड से भूतिया शहर बना:30 लाख टन सोने का भंडार, पर माइनिंग बंद; लोग बोले- कुली जैसी जिंदगी
KGF में मिले सोने की कीमत बहुत ज्यादा होती है, लेकिन उसे बाहर निकालने वाले हाथों का भी अपना एक इतिहास होता है। यह डायलॉग डायरेक्टर प्रशांत नील और एक्टर यश की कन्नड़ फिल्म KGF का है। KGF यानी कोलार गोल्ड फील्ड्स। यह कर्नाटक के कोलार जिले में स्थित एक शहर है। बेंगलुरु से करीब 100 KM दूर इस जगह का इतिहास और वर्तमान फिल्म से काफी अलग है। ब्रिटिश और भारत सरकार ने 1880 से 2001 तक, 121 सालों के दौरान KGF से 900 टन से ज्यादा सोना निकाला। 2001 में गोल्ड माइनिंग पर रोक लग गई। KGF को एक समय ‘सोने का शहर’ और ‘मिनी इंग्लैंड’ कहा जाता था। आजादी के सालों पहले यहां के लोगों तक वो हर सुविधाएं पहुंच गई थीं, जो तब देश के गिने-चुने शहरों में होती थीं, लेकिन अब इसे भूतिया शहर (वीरान) कहा जाता है। पिछले 24 सालों में KGF ने समृद्धि से गरीबी तक का सफर देखा है। हाल ही में KGF के मजदूरों और कर्मचारियों के एक संगठन ने PM मोदी को लेटर लिखकर दोबारा माइनिंग शुरू करवाने की मांग की। दावा है कि अगर KGF में माइनिंग शुरू हुई तो भारत के लिए अगले 100 सालों तक यह फायदे का सौदा हो सकता है। पढ़िए ये रिपोर्ट... KGF में साउथ अफ्रीका के बाद दुनिया की दूसरी सबसे गहरी सोने की खदाने हैं। यहां छोटे-बड़े कुल 16 माइनिंग शाफ्ट (गहरे गड्ढे) हैं। करीब 12 KM के दायरे में फैले इन शाफ्ट्स की गहराई लगभग 11 हजार फुट, करीब 3.5 KM है, जो जमीन के नीचे करीब 1400 KM लंबे टनल के जरिए एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। कोलार गोल्ड फील्ड्स में सोने के भंडार का पता लगाने के लिए 1994, 1997 और 2000 में 3 पार्लियामेंट्री स्टैंडिंग कमेटियां बनाई गई थीं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कमेटियों ने 2010 में अपनी रिपोर्ट में बताया था कि KGF में अब भी 30 लाख टन सोने का भंडार मौजूद है। 'सालाना 100 टन सोना निकलेगा, अभी देश का उत्पादन महज 1 टन' प्रधानमंत्री को लेटर लिखने वाले BGM एम्प्लॉइज, सुपरवाइजर्स एंड ऑफिसर्स यूनाइटेड फोरम के प्रेसिडेंट और BGML के पूर्व चीफ इंजीनियर के एम दिवाकरण ने भास्कर को बताया कि भारत में सोने की डिमांड सबसे ज्यादा होने के बावजूद पिछले 24 सालों से KGF में माइनिंग बंद है। हम सालों से इसे शुरू करवाने की मांग कर रहे हैं। दिवाकरण के मुताबिक, 'KGF में दक्षिण अफ्रीका और पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया की तरह ही सोने का भंडार है। अरबों साल पहले
Dainik Bhaskar हरियाणा में धुंध के बाद 2 दिन बारिश का अलर्ट:पंचकूला-अंबाला समेत 5 जिलों में ज्यादा मौसम खराब रहेगा; करनाल-पानीपत के दिन सबसे ठंडे
हरियाणा में लगातार 2 दिन पड़ी घनी धुंध के बाद अब मौसम विभाग ने 2 दिन बारिश का अलर्ट जारी किया है। राज्य में 8 से 10 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से शीतलहर भी चल रही है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होने के बाद 5 और 6 जनवरी को प्रदेश के अधिकांश जिले खासकर उत्तरी हरियाणा में मौसम में बदलाव दिखेगा। पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल जिलों में मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है, जबकि कुछ अन्य जिलों में हल्की बारिश की संभावना है। पानीपत-करनाल के दिन सबसे ठंडे 24 घंटे के मौसम के आंकड़ों को देखें तो दिन के अधिकतम तापमान में 1.1 डिग्री की बढ़ोतरी हुई है। तापमान बढ़ने के बाद करनाल और पानीपत जिले सबसे ठंडे रिकॉर्ड किए गए। करनाल का तापमान 3.1 डिग्री की गिरावट के साथ 11.5 डिग्री रहा। वहीं पानीपत में दिन के तापमान में 12.1 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। अन्य जिलों का अधिकतम तापमान 20 डिग्री से कम रहा। सबसे अधिक गर्म दिन सिरसा के रहे, यहां का अधिकतम तापमान 25.1 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। किसानों की मुश्किलें बढ़ेंगी बारिश होती है तो किसानों की मुश्किलें बढ़ जाएंगी। पिछले दिनों बारिश और ओलावृष्टि के कारण 949 गांवों के 13 हजार किसानों की सरसों, चना, गेहूं और सब्जियों को नुकसान पहुंचा था। किसानों ने दावा किया है कि खराब मौसम के कारण 64 हजार हेक्टेयर से अधिक की खड़ी फसल खराब हो चुकी है। करनाल में 3 ट्रक टकराए करनाल में शनिवार को नेशनल हाईवे पर घने कोहरे के चलते 3 ट्रक आपस में टकरा गए। हादसा हरियाणा रोडवेज बस के ब्रेक लगाने के बाद हुआ। जिसमें एक ट्रक का ड्राइवर गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद ड्राइवर रोडवेज बस को लेकर मौके से फरार हो गया। वहीं, करनाल के सेक्टर 6 में शनिवार को कोहरे के कारण कार डिवाइडर से टकरा गई। कार में सवार परिवार अमृतसर से दिल्ली जा रहा था। कार सवार लोग बाल-बाल बच गए। हिसार में ट्रक ने लोगों को रौंदा, 2 की मौत शनिवार को हिसार के उकलाना में हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर धुंध के कारण एक कार डिवाइडर से टकराकर पलट गई। इसी कार में पीछे से आई गाड़ी भी टकरा गई। ये देख वहां लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई। इसी दौरान पीछे से आए ट्रक ने लोगों को रौंद दिया और फिर पलट गया, जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई। 4 लोगों की हालत गंभीर है। वहीं हिसार के अग्रोहा में शुक्रवार रात घने कोहरे में कार त
Dainik Bhaskar हरियाणा के मंत्रियों ने CM से मांगी ट्रांसफर-पोस्टिंग की पावर:अभी दर्जा-4 को बदलने का भी अधिकार नहीं; CMO में HCS अधिकारी के जिम्मे काम
हरियाणा की BJP सरकार के मंत्रियों ने CM नायब सैनी से अधिकारियों और कर्मचारियों की ट्रांसफर और पोस्टिंग के अधिकार देने को कहा है। प्रदेश सरकार में 11 कैबिनेट और 2 राज्य मंत्री हैं, इन सभी ने CM से ग्रुप B कर्मचारियों तक ट्रांसफर पावर मांगी है। फिलहाल मंत्रियों को प्रदेश में दर्जा 4 कर्मचारी बदलने का भी अधिकार नहीं है। सारे तबादले CM ऑफिस से ही होते हैं। जिसके लिए मुख्यमंत्री ऑफिस (CMO) में अलग से OSD लगाया गया है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक मंत्रियों ने न केवल पूरी मजबूती से अपनी मांग रखी, बल्कि हर ट्रांसफर के लिए मुख्यमंत्री से पूछने और OSD के फैसले को लेकर नाराजगी भी जताई है। जिसके बाद CM भी असमंजस में हैं। इसलिए उन्होंने मंत्रियों को इस पर कोई आश्वासन भी नहीं दिया। सारा अधिकार CM के पास, HCS अधिकारी करता है ऑर्डर प्रदेश में ट्रांसफर-पोस्टिंग का पूरा अधिकार मुख्यमंत्री के पास है। इनमें दर्जा 4 कर्मचारियों से लेकर IAS और IPS अधिकारी भी शामिल हैं। इसके लिए मुख्यमंत्री ऑफिस (CMO) में एक HCS अधिकारी को ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (OSD) लगाया गया है। इसका काम सिर्फ ट्रांसफर-पोस्टिंग ही देखना है। अगर किसी कर्मचारी या अधिकारी की ट्रांसफर करनी हो तो पहले मुख्यमंत्री से पूछना पड़ता है, उसके बाद OSD इसके आदेश जारी करते हैं। मंत्रियों ने CM से कहा- एड़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ रहा CMO से जुड़े सूत्रों के मुताबिक मंत्रियों ने सीएम को कहा कि उन्हें किसी कर्मचारी के तबादले को लेकर एड़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ता है। सारे तबादले का अधिकार OSD के पास है। उन्हें मुख्यमंत्री से पूछना पड़ता है। ऐसी सूरत में तबादलों में देरी हो जाती है। विधायकों को भी यही दिक्कत आ रही है। ऐसे में उनके अधिकारों के प्रति गलत मैसेज जा रहा है। पहले पावर मिलती थी, खट्टर के दूसरे टर्म में बंद हुई हरियाणा सरकार में पहले मंत्रियों को साल में एक महीने ट्रांसफर-पोस्टिंग के अधिकार मिलते थे। यह अधिकार मनोहर लाल खट्टर के दूसरे टर्म यानी 2019 की सरकार के शुरुआती साल में भी मिले। CM रहते मनोहर लाल ने अपने मंत्रियों को 25 नवंबर से 10 दिसंबर तक तबादलों की पावर दी थी, लेकिन इसमें भी पूरे महीने के अधिकार नहीं मिले। हालांकि, इसके आगे के 4 साल यानी 2020 से 2024 तक मंत्रियों के पास कोई अधिकार नहीं थे। दूसरे टर्म के अंत में नायब सैनी सीएम
Dainik Bhaskar डल्लेवाल के डॉक्टर बोले– उनके शरीर में हडि्डयां बचीं:किडनी-लीवर, फेफड़ों में खराबी आई, साइलेंट अटैक-मल्टीऑर्गन फेलियर का डर, पुरानी सेहत नहीं पा सकेंगे
हरियाणा–पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर 41वें दिन आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत डल्लेवाल के शरीर में अब सिर्फ हडि्डयां बचीं हैं। उनके किडनी–लिवर, फेफड़ों में खराबी आ चुकी है। उन्हें कभी भी साइलेंट अटैक आ सकता है, यह कहना है उनकी देखरेख कर रहे प्राइवेट डॉक्टरों की टीम के लीडर डॉक्टर अवतार सिंह का। डॉ. स्वैमान फाइव रीवर हार्ट एसोसिएशन से जुड़े डॉ. अवतार सिंह ने कहा कि डल्लेवाल का अनशन खत्म हो जाए तो भी उनका शरीर पहले की तरह नहीं होगा। उनके शरीर के अंग भी 100% काम नहीं कर पाएंगे। खनौरी बॉर्डर पर दैनिक भास्कर ने डॉक्टर अवतार सिंह से डल्लेवाल की सेहत को लेकर विस्तृत बातचीत की। उसके प्रमुख अंश पढ़ें… भास्कर: आपकी टीम यहां कब से है? डॉक्टर : हमारी टीम 13 फरवरी से यहां है। 14 फरवरी को आंसू गैस के गोले चले तो भी हमारी टीम यहां थी। 21 फरवरी को जब किसान शुभकरण के सिर में गोली लगी तो उसे भी मैं ही एम्बुलेंस तक लेकर भागा था। भास्कर: डल्लेवाल का चेकअप कैसे होता है? डॉक्टर: हम हर 6 घंटे बाद उनकी मेडिकल जांच करते हैं। उनका वजन चेक करते हैं। जब तक उनका 12 किलो वजन गिरा तो हम चेक कर रहे थे। उसके बाद से प्रॉपर ढंग से खड़े नहीं हो पा रहे, इस वजह से उसके बाद जांच नहीं कर सके। भास्कर: डल्लेवाल 40 दिन से (4 जनवरी तक) आमरण अनशन पर हैं, उनकी बॉडी में क्या असर हुआ? डॉक्टर : उनका कीटोन बॉडी लेवल काफी बढ़ चुका है। इससे पता चलता है कि शरीर को शरीर खाने लगा है। मेडिकल भाषा में समझें तो अगर इंसान 7 दिन कुछ नहीं खाता तो बॉडी शरीर से फैट खाने लगती है। फैट खत्म होने के बाद मसल मास खाना शुरू हो जाता है। उनका अब मसल मास टूट रहा है। अब उनके शरीर की हडि्डयां बचने जैसी हालत हो चुकी है। उनकी सेहत इतनी डाउन हो चुकी है। भास्कर: डल्लेवाल के शरीर के कौन से पार्ट पर ज्यादा असर पड़ रहा है? डॉक्टर: मेरी बात सुनिए, उनका बुजुर्ग शरीर है। मसल मास टूट गया है, 70 साल की उम्र में यह रिकवर नहीं होगा। अनशन टूटने के बाद भी मसल मास की रिकवरी नहीं होगी क्योंकि उनकी उम्र ज्यादा है। भास्कर: उनकी किडनी–हार्ट पर कितना असर पड़ रहा है? डॉक्टर: मेडिकल साइंस के मुताबिक 7 दिन तक कुछ न खाने से इलेक्ट्रोलाइट्स इंबैलेंस के कारण उन्हें कभी भी कार्डियक अरेस्ट यानी हार्ट अटैक या साइलैंट अटैक आ सकता है। उनकी किडनी में भी क्रिएटिनिन बढ़ रहा है, ग्ल
Dainik Bhaskar किसानों को पैलेट गन से खदेड़ सकती है हरियाणा पुलिस:खनौरी बॉर्डर पर जवानों के हाथों में दिखी, इससे सेना पत्थरबाजों से निपटती है
हरियाणा सरकार खनौरी बॉर्डर पर बैठे किसानों को अब पैलेट गन के सहारे खदेड़ने की तैयारी में है। दैनिक भास्कर के हाथ 2 ऐसी तस्वीरें लगी हैं जो इस बात का प्रमाण दे रही हैं। इन दो तस्वीरों में खनौरी बॉर्डर पर तैनात सिपाही हाथों में पैलेट गन लिए हुए हैं। हालांकि, जींद के DSP लॉ एंड ऑर्डर जितेंद्र सिंह का कहना है कि अभी आंदोलन शांतिप्रिय चल रहा है। बॉर्डर पर स्थिति सामान्य है। पैलेट गन के इस्तेमाल का सवाल ही नहीं उठता। खनौरी बॉर्डर पर पुलिस की अभी 21 कंपनियां तैनात हैं। करीब 2 हजार पुलिसकर्मी व पैरामिलिट्री फोर्स पहरा दे रही है। इसके अलावा 3 वज्र वाहन, फायर ब्रिगेड की गाड़ियां और आंसू गैस के कई गोले रखे गए हैं। वहीं अब लगातार किसान आंदोलन से जुड़ रही लोगों की भीड़ को देखते हुए पुलिस कर्मचारियों को पैलेट गन भी दे दी गई है। ये वही पैलेट गन है, जिसका इस्तेमाल सेना और पुलिस कश्मीर में पत्थरबाजों को काबू करने के लिए करती है। इसे वहां भी अंतिम हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। खनौरी बॉर्डर पर सरकार के इंतजाम पुख्ता खनौरी बॉर्डर पर अभी तक प्रदर्शन शांतिपूर्वक तरीके से चल रहा है, लेकिन अगर खनौरी से भी किसान दिल्ली कूच के लिए निकलेंगे या फिर किसान किन्हीं हालातों में एक साथ इस बॉर्डर को पार करने की प्लानिंग करेंगे तो सरकार ने किसानों के इन इरादों पर पानी फेरने के लिए पहले से ही पूरी तैयारी कर रखी है। किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए सबसे पहले नाके पर कंकरीट की दीवार बनाई गई है। यहां पर केंद्रीय सुरक्षा बल, अर्द्धसैनिक बलों के अलावा हरियाणा पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है। इनके हाथ में गन, पेपर स्प्रे, आंसू गैस के गोले के अलावा वहां वज्र वाहन तैनात हैं। जैसे ही भीड़ बैरिकेड तोड़ने की कोशिश करेगी तो उन पर पेपर स्प्रे छिड़ककर या फिर वज्र वाहन से ठंडा पानी डाला जाएगा। इसके बाद भी अगर भीड़ नहीं रुकी तो आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल किया जाएगा। प्रदर्शनकारी अगर आंसू गैस के गोलों के बाद भी आगे बढ़ते हैं तो पहले पुलिस हवाई फायर कर चेतावनी देगी और उनसे पीछे लौटने की अपील करेगी। अगर भीड़ पुलिस की इस अपील को भी इग्नोर करते हुए आगे की तरफ बढ़ेगी तो फिर ऐसी सूरत में पुलिस अंतिम हथियार के तौर पर पैलेट गन का इस्तेमाल करेगी। रोजाना ड्यूटी खत्म होने के बाद घर जाने वाले जवानों को विशेष र
Dainik Bhaskar हरियाणा में कार ने 5 आढ़तियों को कुचला,VIDEO:3 वहीं पर गिरे, एक बोनट पर उछलता गया, दूसरे को घसीटती ले गई
हरियाणा के कैथल में शनिवार को चीका अनाज मंडी में कुर्सियों पर बैठकर बात कर रहे 5 आढ़तियों को कार ने टक्कर मार दी। पूरी घटना का CCTV वीडियो भी सामने आया है। 3 लोग उछल कर वहीं गिर गए, जबकि 2 लोगों को कार 20 मीटर तक घसीटती हुई ले गई। पूरी घटना 5 सेकेंड के अंदर हुई। घटना के आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और कार सवार दोनों लोगों को पकड़ लिया। इसके बाद घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। मामले की सूचना पुलिस को दी गई है। 4 तस्वीरों में पूरा हादसा.... CCTV में क्या दिखा... शनिवार दोपहर 2:50 पर 5 आढ़ती चीका की अनाज मंडी में दुकान के बाहर कुर्सियों पर बैठे थे। तभी सफेद रंग की कार आई और पांचों को टक्कर मार दी। टक्कर के बाद कुर्सियां टूट गईं। तीन लोग मौके पर ही गिर गए। इसके बाद तीनों खुद से उठे और साइड हुए। तभी कार 2 लोगों को घसीटते हुए ले गई। एक व्यक्ति कार के बोनट पर उछल रहा था, जबकि दूसरे को कार घसीट रही थी। आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़े-दौड़े आए। उन्होंने घायलों को संभाला। तभी कार से 2 युवक नीचे उतरे। एक युवक घायल को संभालने लगा। तभी वहां आए लोगों ने कार सवार दोनों युवकों को काबू कर लिया।
Dainik Bhaskar मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:अजमेर दरगाह में मोदी की चादर चढ़ाई गई; केजरीवाल के खिलाफ प्रवेश वर्मा लड़ेंगे; युजवेंद्र चहल-धनश्री के तलाक की खबरें
नमस्कार, कल की बड़ी खबर अजमेर दरगाह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से चादर चढ़ाए जाने की रही। दूसरी बड़ी खबर दिल्ली की राजनीति को लेकर रही। नई दिल्ली से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ भाजपा नेता प्रवेश वर्मा चुनाव लड़ेंगे। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. दिल्ली चुनाव- केजरीवाल के खिलाफ प्रवेश वर्मा लड़ेंगे, आतिशी के खिलाफ बिधूड़ी दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 29 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। 16 सीटों पर कैंडिडेट बदले गए हैं जबकि 13 पर मौजूदा विधायकों को टिकट दी गई है। नई दिल्ली से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ प्रवेश वर्मा चुनाव लड़ेंगे। कालकाजी से आतिशी के खिलाफ भाजपा ने रमेश बिधूड़ी को मैदान में उतारा है। इसी सीट से कांग्रेस ने अलका लांबा को टिकट दिया है। AAP से BJP में आए कैलाश गहलोत को भी टिकट: AAP के पूर्व परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को बिजवासन से उम्मीदवार बनाया गया है। कैलाश पहले नजफगढ़ सीट से दो बार चुनाव जीते थे। आतिशी के सीएम बनने के बाद वे पार्टी आलाकमान के फैसले से नाराज थे। कहा जा रहा था कि वह खुद सीएम रेस में थे। इसके बाद 17 नवंबर को कैलाश ने आप छोड़ दी थी। एक दिन बाद 18 नवंबर को भाजपा जॉइन कर ली थी। दरअसल, AAP सभी 70 सीटों पर कैंडिडेट घोषित कर चुकी है। कांग्रेस ने भी अब तक तीन लिस्ट में 48 उम्मीदवार उतारे हैं। दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान जल्द होने वाला है। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. जम्मू-कश्मीर में सेना का ट्रक खाई में गिरा, 4 जवानों की मौत, 2 गंभीर जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले में सेना का ट्रक खाई में गिर गया। हादसे में 4 जवानों की मौत हो गई। 2 जवान गंभीर रूप से घायल हैं। हादसा जिले के एसके पायीन इलाके में हुआ। अधिकारियों ने बताया कि खराब मौसम के कारण विजिबिलिटी कम थी। ये हादसे की वजह हो सकती है। 24 दिसंबर के हादसे में 5 जवानों की मौत हुई थी: इससे पहले 24 दिसंबर को पुंछ जिले में आर्मी वैन 350 फीट गहरी खाई में गिरी थी। वैन में 18 जवान सवार थे। इनमें से 5 की मौत हो गई थी। हादसे में शामिल सभी जवान 11 मराठा रेजिमेंट के थे। पूरी खबर यहां पढ़ें... 3. अजमेर दरगाह में चढ़ाई गई PM मोदी की चादर, रिजिजू ने PM मोदी का संदेश पढ़कर सुनाया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से भे