Dainik Bhaskar Dainik Bhaskar

Dainik Bhaskar भैयाजी बोले-अहिंसा के विचार की रक्षा के लिए हिंसा जरूरी:भारत को शांति के रास्ते पर सबको साथ लेकर चलना होगा, अमित शाह भी मौजूद थे

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ नेता भैयाजी जोशी ने कहा कि अहिंसा के विचार की रक्षा के लिए कभी-कभी हिंसा आवश्यक होती है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत को शांति के रास्ते पर सभी को साथ लेकर चलना होगा। वे अहमदाबाद में हिंदू आध्यात्मिक सेवा मेला के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी मौजूद थे। भैयाजी जोशी ने कहा,हिंदू अपने धर्म की रक्षा के लिए हमेशा प्रतिबद्ध हैं। अपने धर्म की रक्षा के लिए हमें वे काम करने होंगे जिसे दूसरे लोग अधर्म करार देते हैं। ऐसे काम हमारे पूर्वजों ने किए थे।’ महाभारत के युद्ध का हवाला दिया महाभारत के युद्ध का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि पांडवों ने अधर्म को खत्म करने के लिए युद्ध के नियमों को ताक पर रख दिया था। भैयाजी जोशी ने कहा, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि हिंदू धर्म में अहिंसा के तत्व समाहित है। कभी-कभी हमें हमें अहिंसा के विचार की रक्षा के लिए हिंसा का मार्ग अपनाना पड़ता है। नहीं तो अहिंसा के विचारों की रक्षा नहीं हो सकती। हमारे महान पूर्वजों ने हमें यह संदेश दिया है। सभी को साथ लेकर चलना होगा जोशी ने कहा भारत के लोगों को शांति के रास्ते पर सभी को साथ लेकर चलना होगा क्योंकि जो सभी को साथ लेकर चलने में सक्षम है वही शांति स्थापित कर सकता है। उन्होंने कहा कि अगर कोई धर्म दूसरों को उनके धर्म का पालन करने की अनुमति नहीं देता तो कहीं भी शांति नहीं होगी। उन्होंने कहा, "भारत के अलावा कोई ऐसा देश नहीं है जो दूसरे देशों को साथ लेकर चलने में सक्षम हो। वसुधैव कुटुंबकम यह आध्यत्मिकता के बारे में हमारे विचार हैं। अगर हम पूरी दुनिया को एक परिवार मान लेते हैं तो कहीं भी संघर्ष नहीं होगा। मजबूत हिंदू समुदाय सभी के लिए फायदेमंद भैयाजी जोशी ने कहा, "जब हम कहते हैं कि भारत को मजबूत बनना चाहिए तो हम वास्तव में दुनिया को भरोसा दे रहे हैं कि एक मजबूत भारत और एक मजबूत हिंदू समुदाय सभी के लिए फायदेमंद है, क्योंकि हम कमजोर और वंचितों की रक्षा करेंगे। हमारी एक पुरानी परंपरा है, जिसमें देश भर के एक करोड़ लोगों को मंदिरों और गुरुद्वारे में भोजन दिया जाता है। हिंदू धार्मिक संगठन केवल अनुष्ठान करने तक ही सीमित नहीं हैं, वे स्कूल, गुरुकुल और अस्पताल भी चलाते हैं। जब कोई व्यक्ति खुद को हिंदू कहता

Dainik Bhaskar अरविंद केजरीवाल की सुरक्षा से हटाई पंजाब पुलिस:इलेक्शन कमीशन के आदेश पर फैसला; डीजीपी बोले- दिल्ली पुलिस को शेयर करेंगे जानकारी

दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल की सुरक्षा में तैनात पंजाब पुलिस को हटा दिया गया है। चुनाव आयोग की हिदायतों के बाद यह फैसला लिया गया। पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने खुद मीडिया से इस बारे बातचीत की है। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल की सुरक्षा से इलेक्शन कमीशन की हिदायतों पर पंजाब पुलिस हटा दी गई है। सीएम भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल की थ्रेट बारे में हमें रिपोर्ट आती रहती हैं। जिसे हम समय-समय सिक्योरिटी एजेंसी को बताते हैं। वहीं, अब हम अपनी जानकारी दिल्ली पुलिस को शेयर करेंगे। भाजपा नेता ने पंजाब की गाड़ियों पर उठाए थे सवाल दिल्ली पुलिस ने पिछले समय में कहा था कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली के पूर्व सीएम हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा का जिम्मा उनके पास ही रहेगा। दूसरी तरफ दो दिन पहले ही भाजपा नेता प्रवेश वर्मा ने दिल्ली में पंजाब नंबर की गाड़ियों पर सवाल उठाया था। उन्होंने कहा था कि दिल्ली में हजारों की संख्या में पंजाब नंबर की गाड़ियां मौजूद हैं, उनमें कौन लोग हैं। दूसरी तरफ 26 जनवरी पर गणतंत्र दिवस के आयोजन की तैयारी चल रही है। प्रवेश वर्मा ने सवाल खड़ा किया कि पंजाब की गाड़ियों में आखिर क्या ऐसा किया जा रहा है, जिससे हमारी सुरक्षा व्यवस्था को खतरा हो सकता है। इसके बाद आम आदमी पार्टी ने इसका जवाब दिया था। साथ ही इसे पंजाबियों का अपमान बताया था। वीआईपी की मांगी थी जानकारी इससे पहले दिल्ली पुलिस की तरफ से पंजाब पुलिस को पत्र लिखा गया था। साथ ही पूछा था कि कौन से वीआईपी पंजाब के दिल्ली में है। जिन्हें सुरक्षा मुहैया करवाई है। ताकि उन्हें उचित सुरक्षा मुहैया करवाई जा सके, क्योंकि इस समय चुनाव चल रहे हैं।

Dainik Bhaskar अमृतसर के पेपर मिल में SP-DSP के साथ हादसा:खन्ना से नशीले पदार्थों को नष्ट कराने पहुंचे थे; 40 फीसदी तक झुलसे

पंजाब के खन्ना से अमृतसर में नशीले पदार्थों का निपटारा करने पहुंचे दो पुलिस अधिकारियों के साथ हादसा हो गया है। नशीले पदार्थों को आग में नष्ट करते समय दो अधिकारी बुरी तरह से झुलस गए। फिलहाल दोनों अधिकारियों को अमृतसर के निजी अस्पताल में दाखिल करवाया है, जहां दोनों की हालत गंभीर बनी है। जानकारी के अनुसार, SP तरुण रतन और डीएसपी सुख अमृतपाल सिंह अपनी टीमों के साथ नशीले पदार्थों को डिस्पोज ऑफ करने के लिए खन्ना से अमृतसर पहुंचे थे। पंजाब के अधिकतर जिले अमृतसर के खन्ना पेपर मिल के बॉयलर व भट्ठियों में हेरोइन व अन्य नशीले पदार्थों को नष्ट कराने पहुंचते हैं। खन्ना पुलिस के ये दोनों अधिकारी भी पिछले दिनों पकड़े गए नशीले पदार्थों की खेप को लेकर खन्ना पेपर मिल पहुंचे थे। लेकिन इसी दौरान खन्ना के दोनों पुलिस अधिकारी आग की चपेट में आ गए। तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया खन्ना पेपर मिल में बुनियादी सुविधाओं का फायदा मिला। जिसके बाद तुरंत ही दोनों पुलिस अधिकारियों को अमृतसर के अमनदीप अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। जहां उनका इलाज चल रहा है। अमृतसर के सीनियर अधिकारी जानकारी मिलने के बाद अमनदीप अस्पताल पहुंच रहे हैं। वहीं खन्ना से भी अधिकारी अमृतसर के लिए रवाना हो चुके हैं। दोनों की हालत गंभीर बनी हुई है। एसपी तरुण रतन का शरीर 40 प्रतिशत और डीएसपी सुख अमृतपाल 25 फीसदी शरीर आग से झुलस गया है।

Dainik Bhaskar पत्नी की बॉडी के टुकड़े किए, प्रेशर कुकर में उबाला:फिर झील में फेंक दिया; तेलंगाना में आरोपी रिटायर आर्मी जवान गिरफ्तार

रंगारेड्‌डी जिले के मीरपेट के DSP नागराजू ने बताया कि 18 जनवरी को सुबम्मा नामक एक महिला ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। उसने बताया था कि उसकी बेटी माधवी (35) की 13 साल पहले गुरुमूर्ति के साथ शादी हुई थी। गुरुमुर्ति सेना से रिटायर कर्मचारी है। फिलहाल वह कंचनबाग में सुरक्षा गार्ड का काम करता है। रंगारेड्‌डी जिले के DCP एलबी नागर ने बताया कि जिल्लेलागुडा में एक 35 साल की महिला के लापता होने का मामला उसकी मां ने दर्ज कराया था। मामले में पति खुद दावा कर रहा है कि उसने अपनी पत्नी की हत्या की है। आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज कर जांच की जा रही है। रंगारेड्‌डी जिले के DCP एलबी नागर ने बताया कि जिल्लेलागुडा में एक 35 साल की महिला के लापता होने का मामला उसकी मां ने दर्ज कराया था। मामले में पति खुद दावा कर रहा है कि उसने अपनी पत्नी की हत्या की है। आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज कर जांच की जा रही है। पुलिस ने बताया कि पिछले 5 साल से पति-पत्नी अपने दो बच्चों के साथ वेंकटेश्वर कॉलोनी में रह रहे थे। 16 जनवरी को माधवी और उसके पति गुरुमूर्ति के बीच किसी बात पर बहस हुई और वे घर से बाहर चले गए।

Dainik Bhaskar गृहमंत्री ने अहमदाबाद में हिंदू आध्यात्मिक मेला का उद्घाटन किया:कहा- हिंदू पहले इसे अपने मन में रखते थे, अब गर्व से कहते हैं 'मैं हिंदू हूं'

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 10 दिनों में दूसरी बार यानी 23 जनवरी को अहमदाबाद पहुंचे। यहां जीएमडीसी ग्राउंड में उन्होंने हिंदू आध्यात्मिक मेले के उद्घाटन किया। मेले के उद्घाटन कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्य समिति सदस्य सुरेश भैयाजी जोशी, केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल होंगे। महापौर प्रतिभा जैन की उपस्थिति में 2000 बहनें कलश यात्रा निकाली। लोग हिंदू बोलने में झिझकते थे, अब गर्व से कहते हैं- मैं हिंदू हूं: अमित शाह इस मौके पर गृहमंत्री ने कहा- आज देश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। नरेंद्र मोदी हमारे प्रधानमंत्री हैं। भारतीय जनता पार्टी की सरकार 10 साल से सत्ता में है और 10 साल में इस सरकार ने हमारी विचारधारा, विचारधारा जो कई वर्षों से लंबित थी, उसे पूरा करने का काम किया है। जब किसी को भारत में अपना परिचय देना हो, दिल्ली में अगर कोई कहना चाहे कि मैं हिंदू हूं, या फिर अगर कोई हिंदू बोलना चाहे तो भी इस बात को जुबान पर नहीं आने देता था। लेकिन, अब सभी गर्व से कहते हैं कि मैं हिंदू हूं। 350 साल से अधिक की गुलामी के दौरान भारत के मंदिरों से चुराई गई हमारी मूर्तियों को दुनिया के सामने लाने का कार्यक्रम हो या भारत की संस्कृति को दुनिया के सामने लाने का कार्यक्रम, भाजपा सरकार ने हर बड़े फैसले लिए और उन्हें पूरा किया है। भारत कोई नेता नहीं, विश्व गुरु बनेगा गृहमंत्री ने आगे कहा- अहिंसा के लिए हिंसा का मार्ग अपनाना होगा। आज ऐसे कई संत हैं, जो बिना स्वार्थ के देश की रक्षा कर रहे हैं। शांति का मार्ग सद्भाव से होकर जाता है। भारत के अलावा दुनिया को साथ लेकर चलने वाला और कोई देश नहीं है। हम वसुधैव कुटुंबकम की भावना के साथ चलते हैं। भारत विभिन्न विचारों को एक साथ लेकर चलने वाले देश है। इसीलिए भारत कोई नेता नहीं, बल्कि विश्व गुरु बनेगा। हिंदू मानते हैं कि शरीर नाशवान है, लेकिन आत्मा अमर है। जिसे गवाही देते हुए काम करना है। वह हिंदू ही है, जो इस विचारधारा को लेकर चलता है कि हम इस जन्मभूमि में दोबारा जन्म लेते हैं। स्वामी विवेकानन्द ने कहा था, अमृत पुत्र कभी समाप्त नहीं होता। न्याय, सेवा, सहयोग हमारे जीवन के मूल्य हैं। संस्कार हमारे खून में है। सेवा संस्थाएं हिंदू धर्म की ताकत हैं। देश में जगह-जगह हिंदू मेले लग रहे हैं

Dainik Bhaskar फिल्ममेकर रामगोपाल वर्मा 3 महीने में ₹3,72,219 चुकाएं, वरना जेल:कोर्ट ने 7 साल पुराने चेक बाउंस केस में गैर जमानती वारंट जारी किया

फिल्ममेकर राम गोपाल वर्मा की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। मंगलवार (21 जनवरी) को मुंबई की अंधेरी मजिस्ट्रेट कोर्ट ने उन्हें चेक बाउंस मामले में तीन महीने की सजा सुनाई। यह मामला पिछले 7 सालों से चल रहा था। हालांकि, सुनवाई के दौरान राम गोपाल वर्मा कोर्ट में मौजूद नहीं थे। इंडिया टुडे के मुताबिक, कोर्ट ने कहा, 'इस मामले की सुनवाई के दौरान आरोपी गैरहाजिर था, जिसके चलते उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी करने का आदेश दिया गया है। साथ ही राम गोपाल वर्मा को शिकायतकर्ता को तीन महीने के भीतर लाख रुपए मुआवजा देना होगा। अगर ऐसा नहीं करते हैं, तो उन्हें तीन महीने की सजा और भुगतनी होगी।' पूरा मामला समझिए दरअसल, 2018 में श्री नाम की एक कंपनी ने महेशचंद्र मिश्रा के जरिए रामगोपाल वर्मा के खिलाफ केस दर्ज कराया था। यह मामला डायरेक्टर की फर्म कंपनी से जुड़ा हुआ है। इस मामले में जून 2022 में वर्मा को जमानत दी गई थी। इसके अलावा कोविड-19 के दौरान वित्तीय संकट के कारण रामगोपाल वर्मा को अपना कार्यालय भी बेचना पड़ा था। जिस अपराध के तहत राम गोपाल वर्मा को यह सजा सुनाई गई है, वह नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट की धारा 138 के तहत आता है। वर्मा ने किया नई फिल्म का ऐलान राम गोपाल वर्मा ने हाल ही में अपनी नई फिल्म 'सिंडिकेट' का ऐलान किया है। इस बारे में जानकारी उन्होंने खुद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिए दी। राम गोपाल वर्मा की फिल्में राम गोपाल वर्मा सत्या, रंगीला , सरकार और कंपनी जैसी सफल फिल्मों के लिए जाने जाते हैं। -------------- इससे जुड़ी खबर पढ़ें.. राम गोपाल वर्मा को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस!:घर से भागे, आंध्र प्रदेश के सीएम और डिप्टी सीएम पर किया था अपमानजनक पोस्ट फिल्ममेकर राम गोपाल वर्मा की मुसीबतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। खबर है कि उनकी गिरफ्तारी के लिए आंध्र प्रदेश पुलिस की एक टीम हैदराबाद में उनके घर पहुंची है। दरअसल, राम गोपाल वर्मा ने मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और उनके परिवार के खिलाफ सोशल मीडिया पर अपमानजनक टिप्पणी की थी। पूरी खबर पढ़ें..

Dainik Bhaskar DEO के घर 1.87 करोड़ कैश मिलने की खबर:बेतिया, समस्तीपुर, मधुबनी, दरभंगा समेत 7 ठिकानों पर विजिलेंस की रेड; नोट गिनने की मशीन मंगवाई

विजिलेंस की टीम ने जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) रजनीकांत प्रवीण के 7 ठिकानों पर रेड की है। ये छापेमारी बेतिया, बगहा, समस्तीपुर, मधुबनी और दरभंगा में चल रही है। गुरुवार की सुबह पटना से विजिलेंस की टीम बेतिया पहुंची। जहां जिला शिक्षा पदाधिकारी के मुफस्सिल थाना क्षेत्र स्थित बसंत विहार के घर में कार्रवाई की गई है। घर से 1.87 करोड़ से ज्यादा कैश मिलने की खबर है। हालांकि अभी इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई है। DEO के घर नोट गिनने वाली मशीन भी मंगवाई है। आय से अधिक मामले में ये कार्रवाई की गई है। रजनीकांत प्रवीण नालंदा के रहने वाले हैं। समस्तीपुर में उनका ससुराल है। इनकी पत्नी स्कूल चलाती हैं। साली भी टीचर है। रजनीकांत 3 साल से बेतिया में पोस्टेड हैं। बेतिया में DEO ऑफिस के क्लर्क अंजनी कुमार के घर पर भी टीम पहुंची, लेकिन घर पर ताला लगा मिला। सभी लोग फरार हैं। कुल 7 ठिकानों पर रेड चल रही है। 40 सदस्यीय टीम छापेमारी में शामिल है। बगहा-समस्तीपुर-दरभंगा के स्कूल में भी रेड बगहा के वाल्मीकि नगर में भी रजनीकांत प्रवीण के एक स्कूल में छापेमारी चल रही है। वहीं समस्तीपुर के बहादुरपुर में शिक्षा पदाधिकारी के ससुराल पर जांच एजेंसी ने दबिश दी है। जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत सिंह की सास निर्मला शर्मा रिटायर्ड टीचर हैं, जबकि उनकी पत्नी सुषमा शर्मा समस्तीपुर के तिरहुत एकेडमी हाई स्कूल चलाती हैं। साली पूनम शर्मा समस्तीपुर के ही श्रीकृष्णा हाई स्कूल में टीचर हैं। दरभंगा में बिरला ओपन माइंड स्कूल के रजिस्टर को विजिलेंस की टीम खंगाल रही है। रजनीकांत प्रवीण की पत्नी सुष्मा कुमारी दरभंगा, समस्तीपुर और बगहा में प्राइवेट स्कूल चलाती हैं। छापेमारी से जुड़ी कुछ तस्वीरें देखिए... 20 साल की नौकरी, 2 करोड़ से ज्यादा संपत्ति निगरानी विभाग के मुताबिक, रजनीकांत प्रवीण ने साल 2005 से लेकर अब तक लगभग 1.87 करोड़ रुपए की चल और अचल संपत्ति अर्जित की है। यह संपत्ति उनकी 20 साल की सर्विस से मेल नहीं खाती है। यह संपत्ति अवैध तरीके से अर्जित की गई है। रजनीकांत साल 2005 से नौकरी में है। दरभंगा, समस्तीपुर, मधुबनी और अन्य जिलों में वे शिक्षा अधिकारी के रूप में काम कर चुके हैं। उन पर 19-20 साल की नौकरी में अपने पद का दुरुपयोग कर अवैध संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। -------------------------------- इसे भी पढ़िए... AK-47

Dainik Bhaskar पंजाब CM को आतंकी की धमकी:बोला- पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की तरह बम से उड़ा देंगे; रेलवे स्टेशन पर खालिस्तानी नारे लिखवाए

सिख फॉर जस्टिस (SFJ) का प्रमुख और खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान को धमकी दी है। पन्नू ने वीडियो जारी कर कहा कि जो उल्टा चला है, उसका हश्र पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह जैसा होगा। पन्नू ने आगे कहा कि फरीदकोट रेलवे स्टेशन और नेहरू स्टेडियम में उसने खालिस्तानी नारे लिखवाए हैं। यहां भगवंत मान 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर झंडा फहराने वाले हैं। सिख युवा कमर पर बम न बांधें और तिरंगा हाथ में न लें। वे सिर्फ खालिस्तान का झंडा की पकड़ें। अमेरिका में अब डोनाल्ड ट्रंप की सरकार आ चुकी है। सरकारें बदलने के साथ बहुत कुछ बदलता है। पंजाब भारत का हिस्सा नहीं है। पंजाब के युवा और किसान जो पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर बैठे हैं, वे अमृतसर, गुरदासपुर, और जालंधर जैसे जिलों में DC ऑफिसों पर खालिस्तान के झंडे फहराएं ताकि पंजाब से संदेश सीधा अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप तक पहुंच सके। वॉशिंगटन डीसी, सेंट फ्रांसिस्को, कनाडा में टोरंटो, ओटावा, वेंकूवर, यूके, इटली, आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की एंबेसियों में खालिस्तान के झंडे फहराएंगे। ऐसा करके वह स्थानीय सरकारों, विशेषकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को यह संदेश देगा कि सिखों और भारत सरकार के बीच धर्म और राजनीति को लेकर बड़ा अंतर है। 2020 में आतंकी घोषित हुआ पन्नू भारत सरकार ने 2019 में आतंकी गतिविधियां चलाने के आरोप में पन्नू के संगठन SFJ को गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम यानी UAPA के तहत प्रतिबंधित कर दिया था। कुछ माह पहले 2024 में गृह मंत्रालय की मांग पर SFJ पर प्रतिबंध को अगले 5 साल के लिए और बढ़ा दिया गया है। गृहमंत्रालय ने अपनी अधिसूचना में कहा था कि SFJ सिखों के लिए जनमत संग्रह की आड़ में पंजाब में अलगाववाद और चरमपंथी विचारधारा का समर्थन कर रहा है। पन्नू पर 2020 में अलगाववाद को बढ़ावा देने और पंजाबी सिख युवाओं को हथियार उठाने के लिए उकसाने का आरोप लगा था। इसके बाद केंद्र सरकार ने 1 जुलाई 2020 को पन्नू को यूएपीए के तहत आतंकवादी घोषित किया था। 2020 में सरकार ने एसएफजे से जुड़े 40 से ज्यादा वेब पेज और यूट्यूब चैनल पर प्रतिबंध लगा दिया था।

Dainik Bhaskar मोहाली में 2 साल के बच्चे पर चढ़ी कार, VIDEO:महिला चला रही थी, खेलते समय चपेट में आया, डॉक्टर बोले- पूरी तरह सुरक्षित

मोहाली के नयागांव में एक दिल दहला देने वाला वीडियो सामने आया है। यहां गली में खेल रहा दो साल का बच्चा अचानक कार की चपेट में आ गया। पहले आगे का और फिर पीछे का टायर उसके ऊपर से गुजर गया। लेकिन बच्चा फिर से खड़ा हो गया। बच्चा पूरी तरह से ठीक है। उसे खरोंच तक नहीं आई। हालांकि, घटना के बाद बच्चा जरूर डर गया। फिर परिवार के लोग उसे सेक्टर-16 स्थित अस्पताल ले गए। डॉक्टरों के मुताबिक बच्चा पूरी तरह से सुरक्षित है। ऐसे हुआ हादसा जानकारी के अनुसार, यह घटना 21 जनवरी को नयागांव के आदर्श नगर में हुई। धूप खिली हुई थी। दो साल का अयान अपने घर के बाहर खेल रहा था। परिवार के लोग भी वहीं बैठे थे। इसी दौरान जब वह घर के सामने खड़ी कार के सामने पहुंचा तो महिला कार ड्राइवर को बच्चा नजर नहीं आया और उसने कार भगा दी। वह भी कार के पहिए के नीचे आ गया। इस दौरान पहले कार का अगला टायर और फिर पिछला टायर उसके ऊपर से गुजर गया। इसके बाद परिवार के लोग चिल्लाने लगे। हालांकि, कार के गुजरने पर बच्चा उठ गया, तब जाकर परिवार के लोगों ने राहत की सांस ली। महिला ड्राइवर ने बच्चे को पहुंचाया अस्पताल इसके बाद महिला ड्राइवर खुद और उसके माता-पिता बच्चे को लेकर चंडीगढ़ सेक्टर-16 स्थित अस्पताल पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने उसका चेकअप किया। बच्चा डरा हुआ था, हालांकि वह पूरी तरह स्वस्थ था। वहीं, अपनी तरह का यह मामला पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोगों के मुताबिक, किसी ने जानबूझकर ऐसा नहीं किया। हालांकि, दो दिन पहले बरनाला में भी ऐसा ही मामला सामने आया था, जब ढाई साल की बच्ची स्कॉर्पियो गाड़ी के नीचे आ गई थी। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी।

Dainik Bhaskar नेताजी सुभाष की 128वीं जयंती- पीएम मोदी ने श्रद्धांजलि दी:पराक्रम दिवस इवेंट में शामिल होंगे; सोशल मीडिया पर लिखा- भावी पीढ़ी के लिए संदेश दूंगा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। सोशल मीडिया पोस्ट में पीएम ने लिखा- भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में उनका योगदान अद्वितीय है। वे साहस और धैर्य के प्रतीक थे। उनका विजन हमें प्रेरित करता रहता है क्योंकि हम उनके सपनों के भारत के निर्माण की दिशा में काम करते हैं। पीएम मोदी ने एक और पोस्ट में लिखा कि सुबह करीब 11:25 बजे मैं पराक्रम दिवस कार्यक्रम में अपना संदेश साझा करूंगा। यह दिन हमारी आने वाली पीढ़ियों को चुनौतियों का सामना करने के लिए साहस अपनाने के लिए प्रेरित करे, जैसा कि सुभाष बाबू ने किया था। 23 जनवरी 1897 को सुभाष चंद्र बोस का जन्म एक संपन्न परिवार में हुआ था। सुभाष के पिता जानकीनाथ बोस नामी वकील थे। उनका शुरुआती जीवन ओडिशा के कटक में बीता। उनके 9 भाई-बहन थे। सुभाष शुरुआती दिनों से ही मेधावी छात्र थे, इसलिए कटक से कलकत्ता आकर मशहूर प्रेसिडेंसी कॉलेज में दाखिला लिया था। सुभाष चंद्र बोस ने कलकत्ता के ही स्कॉटिश चर्च कॉलेज से BA किया। बाद में लंदन चले गए। जहां ICS की परीक्षा में उन्हें मेरिट लिस्ट में चौथा स्थान मिला। बोस जब इंग्लैंड से पढ़ाई करके भारत लौटे तो 25 साल के हो चुके थे। सिंगापुर में आजाद हिंद फौज की कमान संभाली, कहा- चलो दिल्ली 4 जुलाई 1943 को सिंगापुर के कैथे भवन में आयोजित एक ऐतिहासिक समारोह में रास बिहारी बोस ने आजाद हिंद फौज की कमान नेताजी सुभाष चंद्र बोस को सौंप दी। नेताजी आजाद हिंद फौज के कमांडर बन गए। सुगत बोस लिखते हैं कि अगले दिन 5 जुलाई को 10.30 बजे वर्दी में परेड हुई। उस समय INA के 12 हजार सैनिक मौजूद थे। नेताजी भी सैन्य वर्दी में थे। नेताजी ने कहा, 'आजाद हिंद फौज ने युद्ध की घोषणा कर दी है। गुलाम लोगों के लिए चलो दिल्ली...सैनिकों मैं सुख-दुख, धूप-छांव हर समय तुम्हारे साथ रहूंगा। मैं तुम्हें भूख-प्यास, अभाव और मौत के अलावा कुछ नहीं दे पाऊंगा, लेकिन आप मेरा अनुसरण करेंगे तो मैं आपको आजादी और जीत की ओर ले जाऊंगा।' एक रहस्यमयी हादसे में बोस का निधन, नेहरू बने आजाद भारत के पहले PM 1845 में अंग्रेजी हुकूमत नेताजी के पीछे पड़ गई थी। इसलिए उन्होंने रूस से मदद मांगने का मन बनाया। 18 अगस्त 1945 को उन्होंने मंचूरिया की तरफ उड़ान भरी। 5 दिन बाद 23 अगस्त 1945 को टोक्यो रेडियो ने जानकारी दी कि

Dainik Bhaskar अनंत सिंह पर हमला, प्रत्यक्षदर्शी बोले-खुद गोली चला रहे थे:53 सेकेंड के वीडियो में 20 राउंड फायरिंग; देर रात खोखा चुनने पहुंची FSL, 3 FIR

मोकामा के पूर्व बाहुबली विधायक अनंत सिंह के समर्थकों और गैंगस्टर सोनू-मोनू के बीच बुधवार को 100 राउंड फायरिंग हुई। ग्रामीणों की माने तो शाम साढ़े 4 बजे पूर्व विधायक पहुंचे थे, जिसके बाद गोलियां चलीं। अनंत सिंह का कहना है कि 'सोनू-मोनू से उनके आदमी बात करने गए तो उन्होंने फायरिंग की।' जबकि प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि 'पूर्व विधायक खुद फायरिंग कर रहे थे।' फायरिंग के दौरान का एक वीडियो भी वायरल हुआ है। 53 सेकेंड के इस वीडियो में 20 राउंड गोलियों की आवाज सुनी जा सकती है। हालांकि ये वीडियो किसी की छत से और काफी दूर से बनाया गया है। गोलाबारी के बाद पटना पुलिस रात भर अलर्ट मोड में रही। ग्रामीण SP ने आधी रात तक पंचमहला थाने में हाई लेवल मीटिंग की। उसके बाद केस दर्ज किया गया। वहीं FSL की टीम घटना के 9 घंटे बाद रात करीब 12 बजे मौके पर पहुंची और फायरिंग के निशान और गोलियों का खोखा चुनती नजर आई। पूरे मामले की पड़ताल के लिए भास्कर की टीम रात 11 बजे जलालपुर गांव पहुंची। FSL की टीम के साथ भास्कर टीम ने जहां फायरिंग हुई उसका मुआयना किया। इस दौरान कैमरे पर लाइव दो खोखे मिले। इसके अलावा तीन खोखे पुलिस शाम में बरामद कर चुकी थी। पुलिस के मुताबिक राइफल और पिस्टल से गोलियां बरसाईं गई हैं। कुख्यात सोनू-मोनू के घर पर भी दो गोलियों के निशान हैं। गैंगस्टर का भाई बोला- पुलिस नहीं आती तो हत्या हो जाती प्रत्यक्षदर्शी और सोनू-मोनू के मौसेरे भाई आनंद भारद्वाज ने दैनिक भास्कर को बताया कि 'साढ़े चार बजे अनंत सिंह अपने काफिले के साथ गांव में आए। उनके साथ 8-10 गाड़ियां थी। 10-12 हथियार के साथ घर के पास पहुंचे और फायरिंग करने लगे। आनंद ने बताया कि अनंत सिंह खुद फायरिंग कर रहे थे। थानाध्यक्ष वहां नहीं पहुंचते तो अनंत सिंह और उनके समर्थक गोलियां बरसाते घर में घुस जाते और हत्या कर देते। आनंद भारद्वाज के मुताबिक,'पंचमहला थानाध्यक्ष के वहां पहुंचते ही उनके समर्थक वहां से भाग गए। उन्होंने बताया कि 'घटना के दौरान सोनू-मोनू घर पर नहीं था। दोनों भाई सुबह से दियरा में गेहूं का खेत पटा रहे थे। घर में तीन महिलाएं थी। बाहर अहाते में 7 बच्चे खेल रहे थे। गोली की आवाज सुनकर सभी हैरान हो गए। अनंत सिंह का कोई भी व्यक्ति घर पर किसी को बुलाने नहीं आया था।' 5 घंटे मीटिंग के बाद रात साढ़े 12 बजे FIR ग्रामीण SP विक्रम सिहा

Dainik Bhaskar शहीद इंस्पेक्टर का बेटा बोला-पापा आज तो बोल दो:मेरठ में ADG-SSP ने कंधा दिया; 4 बदमाशों को एनकाउंटर में किया था ढेर

पापा आज तो बोल दो। प्लीज एक बार बोल दो...ये कहते हुए बेटा मंजीत मेरठ पुलिस लाइन में शहीद इंस्पेक्टर के शव से लिपट गया। वह फूट-फूटकर रोने लगा। यह देखकर वहां मौजूद हर शख्स रो पड़ा। शामली एनकाउंटर में शहीद STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार का पार्थिव शरीर सुबह 9 बजे गुरुग्राम से पुलिस लाइन लाया गया। परिजन साढ़े 10 बजे शव घर लेकर पहुंचे। थोड़ी देर में इंस्पेक्टर का अंतिम संस्कार किया जाएगा। पुलिस लाइंस में शहीद स्मारक पर ADG, IG, SSP की मौजूदगी में इंस्पेक्टर को सलामी दी गई। एसएसपी, डीएम और सीनियर अफसरों ने शहीद के शव को कंधा दिया। बड़ी संख्या में एसटीएफ टीम भी अपने साथी को अंतिम श्रद्धांजलि देने पहुंची। सुनील कुमार बुधवार को शहीद हो गए। सोमवार (20 जनवरी) की रात उनकी टीम ने शामली में कग्गा गैंग के 4 बदमाशों का एनकाउंटर किया था। मुठभेड़ में इंस्पेक्टर के पेट में दो गोली लगी थी। सुनील कुमार को गुड़गांव के मेदांता अस्पताल ले जाया गया, जहां सर्जरी की गई थी। हालांकि, 36 घंटे जिंदगी-मौत से लड़ने के बाद इंस्पेक्टर सुनील कुमार ने अंतिम सांस ली। उनका 2030 में रिटायरमेंट था। सीएम योगी ने शहीद के परिजनों को 50 लाख मदद का ऐलान किया। परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी मिलेगी। एक सड़क का नामकरण भी शहीद के नाम पर किया जाएगा। इंस्पेक्टर के अंतिम संस्कार की अपडेट के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए...

Dainik Bhaskar खालिस्तान समर्थक सांसद अमृतपाल की हाईकोर्ट में याचिका:रिपब्लिक डे परेड-संसद सत्र में शामिल होने की मांगी अनुमति; 9 दिन पहले बनाई नई पार्टी

खालिस्तान समर्थक और पंजाब की लोकसभा सीट खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह ने नई पार्टी अकाली दल (वारिस पंजाब दे) के गठन के बाद पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में पहली याचिका दायर की है। जिसमें अमृतपाल सिंह ने गणतंत्र दिवस परेड देखने के साथ-साथ संसद सत्र में हिस्सा लेने की अपील की है। अमृतपाल सिंह फिलहाल राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में बंद हैं। अमृतपाल सिंह ने अपनी याचिका में दलील दी है कि गणतंत्र दिवस और संसद सत्र में उनकी भागीदारी न्याय और समानता के हित में है। उन्होंने इसे लोकतांत्रिक मूल्यों और संविधान में निहित मूल सिद्धांतों का प्रतीक बताया। उनका कहना है कि राष्ट्रीय महत्व के इन कार्यक्रमों में उनकी मौजूदगी जनहित का मामला है। सांसद होने का फर्ज निभाने की बात कही याचिका के जरिए अमृतपाल ने कोर्ट से मांग की है कि संबंधित अधिकारियों से कहा जाए कि उन्हें इन महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में भाग लेने की अनुमति दी जाए। उनका कहना है कि सांसद होने के नाते संसद सत्र में भाग लेना और संसद में जनता के मुद्दे उठाना उनका संवैधानिक कर्तव्य है। याचिका में अमृतपाल ने भारत सरकार, पंजाब सरकार और अन्य को पक्ष बनाया है। हालांकि, अभी इसे सूचीबद्ध नहीं किया गया है। वारिस पंजाब दे का चीफ अमृतपाल सिंह सांसद बनने से पहले अमृतपाल सिंह 'वारिस पंजाब दे’ संगठन को संभाल रहा था। यह संगठन पंजाबी अभिनेता संदीप सिंह उर्फ दीप सिद्धू ने सितंबर 2021 में बनाया था। दीप सिद्धू तब सुर्खियों में आए थे, जब पिछले आंदोलन में शंभू बॉर्डर पर उन्होंने अधिकारी से अंग्रेजी में बात की। इसके बाद 26 जनवरी 2021 को लाल किले पर हुए उपद्रव के मामले में भी दीप सिद्धू प्रमुख आरोपी था। दीप सिद्धू ने संगठन बनाने के बाद कहा था कि इसका मकसद युवाओं को सिख पंथ के रास्ते पर लाना और पंजाब को जगाना है। 15 फरवरी 2022 को दिल्ली से लौटते वक्त दीप सिद्धू की सड़क हादसे में मौत हो गई थी। इसके बाद अमृतपाल सिंह दुबई से भारत लौटा और वारिस पंजाब दे का चीफ बन गया। पंजाब का माहौल खराब करने आया था अमृपताल 18 मार्च 2023 को अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने के कुछ घंटे बाद असम की डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल भेज दिया गया था। उसके साथ उसकी 9 सहयोगी भी इस जेल में बंद हैं। अमृतपाल सिंह को अजनाला थाने पर हमला कर अपने साथ

Dainik Bhaskar गरियाबंद में सबसे बड़े नक्सली ऑपरेशन की इनसाइड स्टोरी:राशन लेने आए थे, ट्रायंगल शेप के एंबुश में फंसे; 20 साल का वर्चस्व खत्म

कुल्हाड़ी घाट पंचायत के भालू डिग्गी टोला के जंगल में फोर्स ने 27 नक्सलियों को मार गिराया। नक्सली खाने के जुगाड़ में गांव के करीब आए थे। इसी बीच फोर्स ने इन्हें ट्रायंगल शेप के एंबुश में घेर लिया। पहाड़ी पर बसे कुल्हाड़ी घाट के गांव नक्सलियों के सबसे सेफ जोन में शामिल थे। अब तक इन पहाड़ी रास्तों के जरिए ही नक्सली 3 राज्यों में आना-जाना करते आए हैं। भालू डिग्गी में पिछले 48 घंटे तक जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ चली। बुधवार तक 16 नक्सलियों की डेडबॉडी रिकवर कर ली गई है। मारे गए नक्सली में 1 करोड़ का इनामी जयराम रेड्डी उर्फ अप्पाराव भी है। यह सेंट्रल कमेटी मेंबर (CCM) कैडर का था। इन सबके बीच दैनिक भास्कर की टीम भी ग्राउंड जीरो पर पहुंची। पढ़िए ये ग्राउंड रिपोर्ट... अब कुल्हाड़ी घाट की जियोग्राफिकल लोकेशन समझिए कुल्हाड़ी घाट, 75 किलोमीटर में फैली हुई पंचायत है, जिसके अधीन सात गांव आते हैं। ये गांव आदिवासी बाहुल्य हैं और चारों ओर से पहाड़ी और जंगल से घिरे हुए हैं। कुल आबादी 1500 के आस–पास की है। पूरा इलाका नो नेटवर्क जोन है। सात में से चार गांव पहाड़ी पर बसे हैं इसके अलावा तीन गांव पहाड़ी के नीचे बसे हैं। स्थानीय ग्रामीणों और एनकाउंटर कर लौटे जवानों ने बताया, सामान्यतः: इन गांवों के ऊपर पहाड़ी का जो हिस्सा है, वहां नक्सली मूवमेंट मार्क होते हैं। जहां बड़ी–बड़ी खाई और कई वाटर फॉल के सोर्स हैं। मुठभेड़ वाली जगह यानी भालू डिग्गी टोला पहाड़ पर बसा हुआ है। इस टोले की कुल आबादी सिर्फ 102 है। इस गांव के रास्ते में आपका सामना तेंदुए जैसे जंगली जानवर से कभी भी हो सकता है। सूरज ढलने के बाद मैनपुर के लोकल्स भी कुल्हाड़ी घाट या इसके अधीनस्थ किसी भी गांव में एंट्री नहीं करते। 20 साल से नक्सलियों के टॉप लीडर्स का सेफ जोन था कुल्हाड़ी घाट पहली दफा 39 साल पहले नेशनल मीडिया में टॉकिंग पॉइंट बना था। तब 14 जुलाई 1985 को राजीव गांधी इस गांव में पहुंचे थे। बीते मंगलवार यानी 21 जनवरी को दूसरी बार ये गांव लाइम लाइट में आया। जब एक साथ इस गांव से जवान 14 नक्सलियों का शव लेकर निकले। नक्सली लीडर इस पॉइंट से ओडिशा, आंध्रप्रदेश और छत्तीसगढ़ इन तीन राज्यों के अपने कुनबे को कंट्रोल करते थे। डेंस फॉरेस्ट और ऊंचाई के चलते पिछले 20 साल से ये इलाका अप्पाराव और उसके साथियों के लिए सेफ जोन बना हुआ था। यही कारण है कि टॉप

Dainik Bhaskar IIT-BHU गैंगरेप पीड़िता के मेडिकल पर बड़ी लापरवाही:जिस डॉक्टर ने मेडिकल किया उसका नाम चार्जशीट से गायब, गवाह भी नहीं बनाया

वाराणसी के IIT-BHU गैंगरेप केस में लंका पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। पुलिस ने गैंगरेप केस में पीड़िता का पहला मेडिकल करने वाले डॉक्टर हेमंत शर्मा को ही चार्जशीट से गायब कर दिया। चार्जशीट में उनके बयान भी दर्ज नहीं किए। उन्हें गवाहों की सूची में भी शामिल नहीं किया। पुलिस ने केस में केवल 2 गवाह ही शामिल किए, जबकि तीन गवाह खुद पुलिस कर्मी हैं। डॉक्टर ने कोर्ट में कहा- छात्रा के शरीर पर चोट के निशान 17 जनवरी को डॉ. अनामिका की कोर्ट में गवाही में साफ हुआ कि पहला मेडिकल करने वाले डॉक्टर ने भी कई परीक्षण किए थे। इसके बाद अभियोजन ने धारा-311 के विशेषाधिकार में विवेकानंद अस्पताल के डॉक्टर को 23 जनवरी को तलब किया। डॉ. हेमंत शर्मा ने गुरुवार को फास्ट ट्रैक कोर्ट में गवाही दी। इसमें बताया कि जब छात्रा आई थी तब उसके शरीर पर चोट के निशान थे। चेहरे पर लगे निशान साफ दिख रहे थे, हाथ पर भी स्क्रैच थे। डॉ. हेमंत की रिपोर्ट पर पुलिस ने धाराएं बढ़ाई कोर्ट में यह भी क्लियर हुआ कि पुलिस ने केस दर्ज किया। फिर डॉ. हेमंत शर्मा ने प्राइमरी मेडिकल किया। इंटरनल मेडिकल के लिए पीड़िता को कबीरचौरा महिला अस्पताल रेफर किया। इसकी रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने केस में धाराएं बढ़ाईं। कोर्ट में डॉक्टर से अभियोजन के अलावा कुणाल पांडे समेत तीनों आरोपियों के वकीलों ने जिरह की। कोर्ट में पांच सवालों के जवाब दिए। हालांकि, अब अगली तारीख पर कोर्ट ने केस लिखने वाले लंका थाने के मुंशी को तलब किया है। केस में 27 जनवरी को सुनवाई होगी। लंका पुलिस ने अपनी चार्जशीट में विवेकानंद हॉस्पिटल के डॉक्टर हेमंत शर्मा को शामिल नहीं किया। यहां तक कि डॉक्टर को चार्जशीट का हिस्सा तक नहीं बनाया। कोई बयान नहीं दर्ज किया। डॉ. अनामिका ने कहा- रेप से इनकार नहीं कर सकते 17 जनवरी को डॉक्टर अनामिका कोर्ट में पेश हुईं। उन्होंने दो पेज का बयान दर्ज कराया। उनके बयान में कई अहम बातें सामने आई थीं। उन्होंने कहा कि रेप संबंधित हिंसा से इनकार नहीं किया जा सकता। इस मामले में पीड़ित छात्रा अभी बेंगलुरु में है और 1 फरवरी के बाद कोर्ट में पेश होगी। कोर्ट ने छात्रा को वर्चुअल पेशी और जिरह के लिए अनुमति दी है, जिसके विरोध में आरोपियों ने हाईकोर्ट में अपील की है। 22 अगस्त को छात्रा ने बयान दर्ज कराए थे अभियोजन की वकील बिंदू सिंह ने बताया- कोर्ट ने I

AD
AD